हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि टेलीकाइनेसिस (Telekinesis) का अस्तित्व है भी या नहीं? या फिर उसे सीखा जा सकता है या नहीं? मगर कोशिश करने में कोई हर्ज नहीं है। अगर आप खुद जानना चाहते हैं, तब अपने मस्तिष्क को अनुशासित करने के लिए मेडीटेशन (meditation) करिए और चीज़ों को विज़ुअलाइज़ (visualise) करने का अभ्यास करिए। जब आप अपना दिमाग़ साफ़ कर लें और किसी चीज़ की सभी डिटेल्स (details) को विज़ुअलाइज़ कर सकें, तब उससे अपने कनेक्शन (connection) पर ध्यान केन्द्रित करिए। इस पर स्पष्ट रूप से कॉन्सेंट्रेट (concentrate) करिए कि आप किस तरह से ऑब्जेक्ट को मूव (move) करना चाहते हैं, और अपने आशय (intention) को उस वस्तु तक पहुंचा दीजिये। अभ्यास से निपुणता आती है (Practice makes perfect), इसलिए धीरज रखिए, और प्रतिदिन अपनी क्षमताओं को रिफ़ाइन (refine) करने के लिए प्रयास करते रहिए।
चरण
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विश्वास करिए कि टेलीकाइनेसिस संभव है: अगर आप बंद और संशयी दिमाग़ से कुछ भी करने का प्रयास करेंगे, तब आपको कोई परिणाम नहीं मिलेगा। अगर आप ख़ुद को बताएँगे कि कुछ नहीं होगा, चाहे मन ही मन क्यों न बताएं, आप अपने को सही साबित कर लेंगे। इसलिए, शुरू करने के लिए, सबसे पहले आपको स्वयं को आश्वस्त करना होगा कि दिमाग़ से चीज़ों को मूव करना संभव है। [१] X रिसर्च सोर्स
- टेलीकाइनेसिस का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है, मगर इसका भी कोई पक्का सबूत नहीं है कि वह नहीं है। [२] X रिसर्च सोर्स
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अपना मानसिक अनुशासन (mental discipline) सुधारने के लिए प्रतिदिन मेडिटेट करिए या ध्यान लगाइये: ढीले कपड़े पहनिए, आरामदेह स्थिति में बैठिए, और अपनी आँखें बंद कर लीजिये। 4 तक गिनते हुये सांस अंदर खींचिए, 4 तक गिनते हुये सांस रोकिए और सांस बाहर निकालते हुये 8 तक गिनिए। जब आप अपनी सांस पर नियंत्रण कर रहे हों तब अपने विचारों पर ध्यान दीजिये, और कल्पना करिए कि प्रत्येक विचार आकाश में स्थित एक सितारा है।
- जब आप सांस छोड़ें, तब कल्पना करिए कि सब सितारे धूमिल हो रहे हैं और बस एक सूर्य बचा है जिसकी चमक बढ़ रही है। जब आपका दिमाग़ एक चमकीले सितारे पर फ़ोकस करेगा तब दिमाग़ में आने वाले बेतरतीब विचार शांत हो जाएँगे।
- अपनी सांस को नियंत्रित करने का प्रयास करते रहिए, और बिना अतिरिक्त प्रयास किए, अपने दिमाग़ को एक विचार पर फ़ोकस करने के लिए कंसेंट्रेट करते रहिए।
- अधिकांश लोग एक ही समय पर 50 चीज़ें करने के आदी होते हैं, इसलिए धीरज रखिए। अपनी मानसिक शक्ति को तेज़ करने और अपने दिमाग़ को एक विचार पर फ़ोकस करने में कुछ समय लग सकता है। [३] X रिसर्च सोर्स
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चीज़ों को जितनी डिटेल में संभव हो उतना विज़ुअलाइज़ करने का अभ्यास करिए: शुरुआत अपने आसपास की छोटी-छोटी चीज़ों को देखने से करिए, जैसे कोई प्याला या सेब। कोशिश करिए कि उसके सभी फ़ीचर्स (features) आपको याद हो जाएँ। जब आपको लगे कि आपने उस वस्तु को जान और समझ लिया है, तब अपनी आँखें बंद कर लीजिये, और उसे अपने मन की आँखों से जितना स्पष्ट देख सकें, देखिये। [४] X रिसर्च सोर्स
- उसके आकार, रंग की बारीकियाँ, वह कितना कड़ा या मुलायम है, उसकी महक, और अन्य छोटी-छोटी बातों को विज़ुअलाइज़ करने का प्रयास करिए। मेडिटेट करते समय विज़ुअलाइज़ करने का अभ्यास करिए; अपनी सांस को नियंत्रित करिए और एक वस्तु पर फ़ोकस करिए।
- अभ्यास करने के दौरान, धीर-धीरे और अधिक जटिल वस्तुओं को विज़ुअलाइज़ करने का प्रयास करिए। यहाँ से आगे बढ़ कर पूरे दृश्य को विज़ुअलाइज़ करने का प्रयास करिए, जैसे कि अपने कमरे को। जितनी स्पष्टता से हो सके उतनी स्पष्टता से, स्वयं को उन चीज़ों के बीच में बैठा हुआ देखिए।
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धैर्य रखिए, और अभ्यास करते रहिए: टेलीकाइनेसिस के लिए ज़रूरी होता है कि आप वास्तव में पूरी तरह से उसी पल में रहें। आपका मस्तिष्क इधर उधर नहीं जाना चाहिए, और आपके विचारों को भटकना नहीं चाहिए। इस स्तर के मानसिक अनुशासन को पाने में समय लगता है, इसलिए प्रतिदिन मेडिटेशन तथा विज़ुअलाइज़ेशन के अभ्यास का प्रयास करते रहिए। [५] X रिसर्च सोर्स
- अभ्यास से, आप देखेंगे कि अपना दिमाग़ खाली करना, अपना ध्यान फ़ोकस करना और वस्तुओं को स्पष्ट रूप से विज़ुअलाइज़ करना आसान होता जाएगा। जब आप एक बार अपने दिमाग़ को प्रशिक्षित कर लेंगे, तब आप चीज़ों तक अपने विचार से पहुँचने के लिए काम कर सकेंगे।
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बस किसी एक छोटी वस्तु पर कंसेंट्रेट करिए: अपने सामने, पेंसिल या माचिस की तीली जैसी, कोई छोटी सी चीज़ रखिए। अपने दिमाग़ को खाली करने के लिए मेडिटेट करिए और ज़ोन (zone) में पहुँच जाइए। दौड़ते-भागते, अस्तव्यस्त विचारों को शांत करिए, और वस्तु को अपने मन की आँखों से स्पष्ट रूप से देखिये। [६] X रिसर्च सोर्स
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अपने और उस वस्तु के बीच के कनेक्शन पर फ़ोकस करिए: जब आप अपने विचारों को नियंत्रित करना और वस्तुओं को विज़ुअलाइज़ करना सीख लें, तब उस ऊर्जा पर कंसेंट्रेट करिए जो आपको और बाहरी दुनिया को लिंक (link) करती है। उस मैटर (matter) और ऊर्जा को विज़ुअलाइज़ करिए जो आपमें, दूसरी वस्तुओं में, और उनके बीच की स्पेस (space) में प्रवाहित होती है। आप देखेंगे कि आपके और बाहरी वस्तुओं के बीच की सीमाएं धुंधली होती जाएंगी, और एहसास करेंगे कि आप और वह वस्तु एक ही सिस्टम (system) हैं। [७] X रिसर्च सोर्स
- यही वह विचार है जो टेलीकाइनेसिस का आधार बनाता है: आप और वह वस्तु एक ही हैं। किसी वस्तु को मूव करने का प्रयास करने के लिए, आपको अपने आपको, इस कनेक्शन को देखने और उस पर विश्वास करने के लिए प्रशिक्षित करना होगा।
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इसे स्पष्ट रूप से विज़ुअलाइज़ करिए कि आप किस प्रकार से उस वस्तु को मैनीपुलेट (manipulate) करना चाहेंगे: स्पष्ट रूप से देखिए कि आप किस प्रकार से उस वस्तु को मूव करना चाहेंगे। तय करिए कि आप उसे खींचना, धकेलना या घुमाना चाहेंगे। उस वस्तु पर कंसेंट्रेट करिए, और अपने मन की आँखों से जैसे आप चाहते हैं उस तरह से उसे मूव करते हुये देखिये। [८] X रिसर्च सोर्स
- केवल एक मोशन (motion) विज़ुअलाइज़ करिए: कोशिश करिए कि ध्यान न बंटे, और न ही आप उसको अनेक प्रकार से मूव करने की कल्पना करिए। केवल एक गतिविधि पर कंसेंट्रेट करिए।
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अपनी आकांक्षा को वस्तु पर फ़ोकस करिए: वस्तु पर केन्द्रित रहिए, और जैसे आप अपना हाथ या पैर कहीं ले जाते उसी तरह से अपनी आकांक्षा को वहाँ ले जाइए। ध्यान रहे कि अपने विचारों को भटकने मत दीजिएगा और केवल एक ही गतिविधि पर उनको फ़ोकस करिएगा। आप उस वस्तु के साथ एक हैं, इसलिए उसे ऐसे ही मूव करिए जैसे कि आप अपने शरीर के किसी भी भाग को करेंगे। [९] X रिसर्च सोर्स
- अगर आपके पहले कुछ प्रयास असफल हो जाते हैं तब हताश मत हो जाइए। अपने दिमाग़ को अनुशासित करने का प्रयास करते रहिए, और टेलीकाइनेसिस के अभ्यासों से अपनी क्षमताओं को सुधारने की कोशिश करते रहिए।
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अपने शरीर में प्रवाहित होने वाली ऊर्जा को महसूस करने का प्रयास करिए: अपनी एक बांह की कंधे से ले कर मुट्ठी तक की प्रत्येक पेशी को 10 से 15 सेकंड तक फ़्लेक्स (flex) करिए, और फिर अपनी बांह को ढीला छोड़ दीजिये। ध्यान दीजिये कि ऊर्जा बनाने, नियंत्रित करने और फिर उसे छोड़ देने से कैसा महसूस होता है। इन भावनाओं का इस्तेमाल किसी वस्तु की ओर बल को निर्देशित करने की अपनी क्षमताओं को सुधारने तथा उसे अपनी मर्ज़ी से मूव करने के लिए करिए। [१०] X रिसर्च सोर्स
- चूंकि टेलीकाइनेसिस की कुंजी ही यह है कि आप और वह वस्तु एक ही है, और महत्वपूर्ण यह है कि इस कनेक्शन को बनाने वाली ऊर्जा को समझा और महसूस किया जाये।
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साई (psi) व्हील (wheel) को घुमाने का प्रयास करिए: साई व्हील, पिरामिड के आकार का फ़ोल्ड (fold) किया हुआ काग़ज़ होता है जो फॉयल के एक टुकड़े पर लगी हुई टूथपिक (toothpick) पर रखा होता है। उस वस्तु पर फ़ोकस करिए, अपने विचारों से उस तक पहुंचिए, और अपने दिमाग़ से उसे घुमाइए। [११] X रिसर्च सोर्स
- व्हील को गिराए बिना केवल घुमा पाने की कोशिश करने से आपको अपनी क्षमताओं को नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है।
- व्हील के ऊपर शीशे का एक जार या बर्तन रखिए ताकि हवा उसे घुमा न सके।
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साई बॉल्स (psi balls) का इस्तेमाल करके वस्तुओं को मूव करिए: साई बॉल, ऊर्जा की एक बॉल होती है जिसे आप महसूस कर सकते हैं, मैनीपुलेट कर सकते हैं, और कालांतर में दूसरी वस्तुओं को मैनीपुलेट करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने पेट के चारों ओर हाथ रख कर, अपनी कोर (core) में ऊर्जा महसूस करिए। हाथों को ऐसे पकड़िए जैसे कि आपने अपने हाथों में एक बॉल को पकड़ कर रखा हुआ है, और उसकी डिटेल्स को विज़ुअलाइज़ करिए। [१२] X रिसर्च सोर्स
- अपने मन की आँखों से बॉल को देखिये। वह कितनी बड़ी है? क्या वह रेडिएट (radiate) कर रही है? उसका रंग क्या है? जब आप एक बार उसके आकार प्रकार को स्थापित कर लें, तब उसे इधर उधर मूव करिए और उसका आकार प्रकार बदलिए।
- समय के साथ, आप इस बॉल का इस्तेमाल दूसरी वस्तुओं में ऊर्जा डेलीवर (deliver) करने के लिए भी कर सकते हैं। जिस प्रकार बेसबॉल से किसी फूलदान को गिराया जा सकता है, उसी प्रकार, साई बॉल का इस्तेमाल ठोस, दिखने वाली वस्तुओं को प्रभावित करने के लिए करिए।
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लौ को नियंत्रित करने का अभ्यास करिए: एक मोमबत्ती जलाइए, अपना दिमाग़ साफ़ करिए, और लौ से अपने विचारों को भर जाने दीजिये। उसे थरथराते हुये देखिये। उस पर फ़ोकस करते हुये, उसे अपनी ऊर्जा से मूव करिए। उसे बाएँ मूव करिए, दायें मूव करिए, ऊपर को बढ़ाइए, उसकी तीव्रता को बढ्ने दीजिये, और उसे धीमा कर दीजिये। [१३] X रिसर्च सोर्स
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अभ्यासों की अदला-बदली करते रहिए: ताज़गी बनाए रखने के लिए, प्रतिदिन 2 या 3 अभ्यास करने का प्रयास करते रहिए। ज़ोन में आने के लिए मेडिटेट करने और विज़ुअलाइज़ करने से शुरुआत करिए। उसके बाद साई व्हील घुमाने, फ़्लेमवर्क (flamework) करने, चम्मच या कांटे को मोड़ने, या पेन या पेंसिल को रोल (roll) कराने का प्रयास करिए। [१४] X रिसर्च सोर्स
- विभिन्न प्रकार के अभ्यासों को करते रहने से आप बिना बोर (bore) या निराश हुये अभ्यास करते रह सकते हैं। प्रत्येक अभ्यास को करीब 20 मिनट तक करिए और प्रति दिन आधे घंटे तक उसकी प्रैक्टिस (practice) करिए।
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जब आप मानसिक और शारीरिक रूप से थक जाएँ तब रुक जाइए: किसी भी अन्य अभ्यास की तरह, थक जाने पर ब्रेक (break) लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। थोड़ा नाश्ता करिए, पानी पीजिए, और कुछ घंटों तक आराम करिए। जब आप ताज़े हो जाएँ, तभी काम पर वापस जाइए। [१५] X रिसर्च सोर्स
- जब आपको ब्रेक लेने की आवश्यकता हो, उस समय अगर आप ज़बरदस्ती करेंगे तो आपको फ़ोकस करने में सफलता नहीं मिलेगी। इसके अलावा आपको अंततः सिरदर्द भी हो सकते है!
सलाह
- पहले सप्ताह में परिणामों की अपेक्षा मत करिए, दूसरे और तीसरे में, शायद थोड़ा मूवमेंट (movement) मिले और उसके बाद काफ़ी मूवमेंट होना चाहिए, और एक या दो सालों में आप किताबों जैसी भारी चीज़ें भी उड़ा सकेंगे।
- अगर आप विचारों से चीज़ों को मूव न करा पाएँ तब निराश मत हो जाइए। यह ध्यान रखिए कि टेलीकाइनेसिस का कोई ठोस सबूत नहीं है, और न ही इसका कि कोई उसे विकसित करना सीख सकता है।
- याद रखिए कि कुछ लोग टेलीकाइनेसिस वाले व्यक्ति का या टेलीपैथ (telepath) करने वालों का अपने समाज में खुले दिल से स्वागत नहीं करेंगे। इसलिए सावधान रहिए कि किससे इसकी चर्चा करना है, और सोच विचार कर यह निर्णय लीजिये कि आप किसे इस बारे में बताना चाहते हैं।
रेफरेन्स
- ↑ http://www.psionicsinstitute.org/education/articles/energy-manipulation/about-kinesis/
- ↑ https://sites.psu.edu/siowfa16/2016/12/02/is-telekinesis-possible/
- ↑ http://www.psychokinesispowers.com/telekinesis-training
- ↑ https://www.psychicgurus.org/telekinesis/
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