अगर आपके पैर का नाखून टूट जाए तो आप इसे जल्दी से जल्दी वापस पाना चाहेंगे | लेकिन यहाँ कुछ ऐसे तरीके बताये जा रहे हैं जिनसे नाखून के बढ़ने की गति को तेज़ किया जा सकता है | जब नाखून हील हो जाता है तब आपको एक्सपोज्ड नेलबेड को साफ़ रखकर और माँइश्चराइज करके इसे सुरक्षित रखने की जरूरत होगी | आप नाखून को माँइश्चराइज रखने और इन्फेक्शन से बचाने के लिए नमक के पानी में भिगोकर भी रख सकते हैं | कुछ ऐसे प्रमाण भी मिले हैं कि बायोटिन सप्लीमेंट और कुछ अन्य विटामिन्स हेयर और नेल ग्रोथ को स्टीमुलेट (या स्टेबलाइज) कर सकते हैं हीलिंग प्रोसेस को तेज़ करने के लिए सप्लीमेंट इस्तेमाल करने के बारे में डॉक्टर से परामर्श जरुर लें |
चरण
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अगर नाखून मुड़ जाए तो शार्प किनारे को ट्रिम कर दें: अगर नाखून का कोई हिस्सा झड रहा हो तो अलग हुए हिस्से को सावधानीपूर्वक नेल सीज़र्स से काट दें और उबड-खाबड़ किनारों को ट्रिम कर दें | इससे बचे हुए नाखून किसी भी चीज़ में फंसेंगे नहीं अन्यथा बार-बार फंसने से दर्द और इंजरी और बढ़ जाती है | [१] X रिसर्च सोर्स
- नाखून को ट्रिम करने के बाद, 20 मिनट तक इसे ठन्डे पानी से धोकर साफ़ करें | सावधानीपूर्वक एक साफ़ टॉवेल से थपथपाकर उस एरिया को साफ़ करें और थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली लगाकर एक बैंडेज से चोटिल नाखून को कवर करें | [२] X विश्वसनीय स्त्रोत University of Wisconsin Health स्त्रोत (source) पर जायें
चेतावनी: अगर नाखून बहुत गंभीर रूप से डैमेज हो गया है या किसी भी कारण से अपनेआप बाहर निकल गया है तो डॉक्टर को दिखाएँ
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अगर आपका नाखून निकाला जा चुका है तो घर पर केयर करने के बारे में डॉक्टर के द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन करें: अगर डॉक्टर आपके पैर के नाखून को सर्जिकली निकाल देते हैं तो वे सर्जरी के बाद नाखून की केयर करने के लिए कुछ स्पेशल इंस्ट्रक्शंस देंगें | उनसे एक लिखी हुई केयर शीट देने के लिए कहें और अगर उनके इंस्ट्रक्शंस समझ न आयें तो फिर से पूछने में झिझकें नहीं | [३] X रिसर्च सोर्स
- उदाहण के लिए, डॉक्टर बैंडेज बदलने और नेल बेड पर इन्फेक्शन के चिन्ह पर नज़र रखने के इंस्ट्रक्शंस दे सकते हैं |
- वे आपको नाखून निकालने के बाद होने वाले दर्द को मैनेज करने के लिए कुछ दवाएं भी लिख सकते हैं |
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नाखून निकलने के बाद उस घायल पैर को पहले तीन दिन तक ऊपर उठाकर रखें: नाखून निकलने के बाद, घायल नेलबेड में इंफ्लेमेशन और थोड़ी सूजन हो सकती है | इन लक्षणों को कम करने के लिए और हीलिंग तेज़ करने के लिए चोट लगने के बाद शुरूआती कुछ दिन तक जितना हो सके, पैर ऊपर उठाकर रखें | पैर को हार्ट लेवल से ऊपर रखने की कोशिश करें | [४] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, सोफे पर लेट जाएँ और अपने पंजों को हाथों पर उठाकर रखें या बेड पर खूब सारे पिलो रखकर उन पर पैर रखकर लेटें |
- पैर की अंगुली को जितना हो सके, आराम दें | अगर हो सके तो, चलें नहीं और पैरों पर कोई वज़न न डालें |
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नाखून निकलने के बाद शुरूआती एक या दो दिन तक पैरों की अंगुली को गीली न होने दें: नाखून निकलने के बाद पहले 24 से 48 घंटे तक जितना हो, उस एरिया को सूखा ही रखें | अगर आपको नहाना हो तो पैर को गीला होने से बचाने के लिए नहाने से पहले पैर पर प्लास्टिक बैग पहनें | [५] X रिसर्च सोर्स
- अगर घायल नेलबेड में टाँके लगे हों तो ऐसा करना और भी जरुरी हो जाता है |
- अगर पैर की अंगुली पर बैंडेज बंधी हो तो गीली होने पर बदल लें |
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शुरुआती दो दिन तक घायल अंगुली को साफ़ पानी से धोएं: जब पैर की अंगुली को 24 से 48 घंटे तक रेस्ट मिल जाए और वो हील हो जाएँ तो आप उस एरिया को साफ़, गर्म पानी से धोना शुरू कर सकते हैं || उस एरिया को दिन में दो बार धीरे-धीरे धोकर साफ़ करें | [६] X रिसर्च सोर्स इससे बैक्टीरिया, धूल और कपड़ों के फाइबर या बैंडेज भी धुल जायेंगे |
- आप किसी सौम्य साबुन से भी उस एरिया को धोकर साफ़ कर सकते हैं लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी तेज़ परफ्यूम या डाइज का इस्तेमाल न करें अन्यथा वो एरिया सूख जायेगा और घाव में उत्तेजना होगी |
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अपने नेलबेड को माँइश्चराइज और प्रोटेक्ट करने के लिए थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली लगायें: पेट्रोलियम जेली घाव को नम करके और पपड़ी बनने से रोककर जल्दी हीलिंग करने में मदद करता है | [७] X विश्वसनीय स्त्रोत American Academy of Dermatology स्त्रोत (source) पर जायें पैर की घायल अंगुली पर बैंडेज बाँधने से पहले नेलबेड पर पेट्रोलियम जेली की एक पतली सी लेयर लगाएं |
- डॉक्टर घायल नेल बेड पर लगाने के लिए एंटीबायोटिक ऑइंटमेंट लगाने की सलाह दे सकते हैं | [८] X रिसर्च सोर्स
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नाखून को बैंडेज से सुरक्षित रखें जिससे यह उसके अंदर अच्छी तरह से ग्रो कर सके: अगर नाखून के अंदर स्किन एक्सपोज्ड हो जाए तो कोई नॉन-स्टिक बैंडेज लगायें | बैंडेज इन्फेक्शन से बचाव कर सकती है और इससे सॉक्स और जूतों से नेलबेड की सेंसिटिव स्किन पर रगड़ने से बचाव भी होता है | [९] X विश्वसनीय स्त्रोत University of Wisconsin Health स्त्रोत (source) पर जायें
- बैंडेज रोज़ बदलें या जब भी गन्दी या गीली हो, तब बदलें | जब भी बैंडेज बदलें, अपनी पैर की अंगुली को धोकर साफ कर लें और फिर से पेट्रोलियम जेली की एक पतली लेयर लगा लें |
- नेलबेड को पूरी तरह से कवर करने लायक नया नाखून ग्रो होने तक बैंडेज बांधें |
- जब चोट ताज़ा हो तो फाइब्रस मटेरियल से बनी बैंडेज (गौज जैसी) या चिपकाने वाली बैंडेज का इस्तेमाल न करें अन्यथा ये घाव से चिपक सकती हैं | सिल्क बैंडेज एक बेहतर ऑप्शन है और इसे इस्तेमाल करते समय पैर के मोज़े के साथ लगाकर रखें | [१०] X रिसर्च सोर्स
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चोट को और खराब करने से बचने के लिए अच्छी फिटिंग वाले जूते पहनें: अगर आप बहुत छोटे जूते पहनते हैं (खासतौर पर हाई हील वाले) तो पैर की अंगुली के नाखून में नील (bruise) हो सकते हैं और घायल नेलबेड को उत्तेजित कर सकता है | इससे आपके पैर की अँगुलियों को लम्बे समय तक मूव करने के लिए बहुत कम जगह मिल पाती है जिससे नाखून के फिर से बढ़ने की प्रोसेस बहुत धीमी हो सकती है | [११] X रिसर्च सोर्स
- अचानक रुकें भी नहीं | उदहारण के लिए जब आप दौड़ते हैं और धीरे-धीरे अपनी गति धीमी करते हुए चलने लगते हैं तो पैर में झटका नहीं लगता और जूते की टिप से पैर की अंगुली पर चोट नहीं लग पाती |
- टाइट या पेंटीहोज की जगह पर पतले कॉटन के मोज़े पहनें |
- पैर की अंगुली को सुरक्षित रखने और हीलिंग को बढ़ावा देने के लिए डॉक्टर आपको कुछ समय के लिए ऑर्थोपेडिक शूज़ पहनने की सलाह दे सकते हैं |
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धीरज रखें और नाखून को ग्रो होने दें: कुछ विटामिन और अन्य चीज़ों से कुछ हद तक नाखून की वृद्धि की जा सकती है लेकिन नाखून को अपनेआप रिस्टोर होने के लिए आपको कुछ समय तक इंतज़ार करना होगा | टूटे हुए नाखून को फिर से ग्रो करने में 12 से 18 महीने तक का समय लग सकता है इसलिए अगर आपके नाखून की वृद्धि धीमी हो तो चिंता न करें | [१२] X रिसर्च सोर्स
- जब नाखून फिर से बढ़ रहा हो तो उसे डिस्टर्ब न करें अन्यथा यह उखड सकता है | ऐसा करने से नाखून की स्किन मुड़ या नाखून इन्ग्रोन हो सकता है |
नाखून की ग्रोथ को प्रेरित करने के लिए पानी में भिगोयें और सप्लीमेंट लें
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इन्फेक्शन से बचने के लिए नाखून को दिन में कम से कम 2 से 3 बार नमक के पानी में भिगोयें: नमक के पानी में भिगोने से पैर की अंगुली को साफ़ रखा जा सकता है, बैक्टीरिया ख़त्म किये जा सकते हैं और हीलिंग की गति तेज़ की जा सकती है | लगभग 2 लीटर गर्म पानी में एक छोटी चम्मच (लगभग 5 ग्राम) नमक मिलाकर सलूशन बनायें और इसे किसी बड़े बाउल या उथले टब में भरकर रखें | इस सलूशन में अपने पैर की अंगुली को रोज़ दिन में दो से तीन बार 20 मिनट तक भिगोयें | [१३] X विश्वसनीय स्त्रोत University of Wisconsin Health स्त्रोत (source) पर जायें
- पैर की अंगुली का नाखून निकलने के बाद शुरूआती कुछ दिन तक यह ट्रीटमेंट काफी असरदार साबित होता है | सुरक्षित रूप से पानी में भिगोने से पहले आपको चोट लगने के बाद कम से कम 24 से 48 घंटे तक रुकना चाहिए | इसके लिए डॉक्टर से दिशानिर्देश लें |
- आप लगभग 2 लीटर गर्म पानी में दो छोटी चम्मच (10 ग्राम) एप्सोम साल्ट मिलाकर भी सलूशन बना सकते हैं | [१४] X रिसर्च सोर्स
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नाखून की ग्रोथ को बढाने के लिए विटामिन E का इस्तेमाल करें: स्टडीज दर्शाती हैं कि टॉपिकल विटामिन E सलूशन नाखून की हेल्थ को सुधारता है और उन्हें जल्दी बढ़ने में मदद करता है | [१५] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें जब नया नाखून बढ़ना शुरू हो जाए तो हर दिन उस पर विटामिन E ऑइल या ऑइंटमेंट की एक पतली लेयर लगायें | [१६] X रिसर्च सोर्स
- अगर आप क्रीम या ऑइंटमेंट की जगह पर विटामिन E ऑइल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसमें थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली या कोई सौम्य माँइश्चराइजर भी मिला लें जिससे उत्तेजना को रोका जा सके और उस एरिया को हाइड्रेट रखा जा सके |
- इसे लगाने के बाद एक घंटे तक या स्किन के द्वारा ऑइल सोखने तक पैर की अँगुलियों की जगह पर खुले जूते पहनें (या कोई जूता इस्तेमाल न करें) | अगर आप अपनी स्किन को माँइश्चर अवशोषित करने का समय देंगे तो असर ज्यादा होगा |
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बायोटिन सप्लीमेंट लें: बायोटिन को डाइटरी सप्लीमेंट के रूप में लेने से हेयर और नाखून बहुत जल्दी बढ़ते हैं | इसके अलावा, कमज़ोर और धीरे बढ़ने वाले नाखून भी अक्सर बायोटिन की कमी से सम्बंधित होते हैं | [१७] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें नए नाखूनों को मज़बूत और स्वस्थ बनाने के लिए डॉक्टर से बायोटिन सप्लीमेंट लेने के बारे में सलाह लें |
- कोई भी नया डाइटरी सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें | उन्हें पहले से ली जा रही अन्य दवाओं या सप्लीमेंट की जानकारी भी दें |
टिप: हालाँकि, यह अभी तक सुनिश्चित नहीं हुआ है कि बायोटिन लेने से वास्तव में नाखूनों की ग्रोथ तेज़ होती है या नहीं लेकिन इससे संभवतः नाखून मज़बूत हो सकते हैं और इनका जल्दी टूटना रुक सकता है
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नाखूनों की बेहतर ग्रोथ के लिए कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर डाइट लें: हालाँकि इससे नाखूनों की वृद्धि पर बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ता लेकिन पोषण से भरपूर डाइट लेने से नाखून मजबूत और स्वस्थ बनते हैं | इसके साथ ही टूटे हुए नाखून की हीलिंग तेज़ करने के लिए नीचे दी गयी चीज़ें भरपूर मात्रा में लें: [१९] X रिसर्च सोर्स
- कैल्शियम रिच फूड्स जैसे दूध, पनीर, दही, हड्डियों के साथ कैंड फिश (जैसे सारडाइन), बीन्स और दालें, बादाम, और हरी पत्तेदार सब्जियां | [२०] X रिसर्च सोर्स
- प्रोटीन के हेल्दी सोर्स जैसे पॉल्ट्री ब्रैस्ट, फिश, नट्स और डेरी |
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पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने के लिए मसाज करें: कई बार पैरों में ब्लड सर्कुलेशन सही न होने से हेल्दी नाखून की ग्रोथ रुक जाती है और नाखून कमज़ोर हो जाते है | [२१] X रिसर्च सोर्स किसी मसाज थेरापिस्ट से मसाज कराएं या खुद अपने हाथों से या फूट रोलर की मदद से घर पर मसाज करें | [२२] X विश्वसनीय स्त्रोत Harvard Medical School स्त्रोत (source) पर जायें
- अगर आपको डायबिटीज जैसी कंडीशन है फूट मसाज से काफी लाभ मिल सकता है क्योंकि इस कंडीशन में पैरों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से नहीं हो पाता |
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नाखून की ग्रोथ को प्रभावित करने वाली अन्य कंडीशन को भी मैनेज करें: अगर आपको कोई ऐसी बीमारी है जिससे नाखून ठीक तरह से ग्रोथ न कर पा रहे हों तो डॉक्टर की सलाह से उनका सही उपचार कराएं | [२३] X रिसर्च सोर्स ऐसी कई कंडीशन्स हैं जिनके कारण नाखून कमज़ोर या डैमेज हो सकते हैं, जैसे;
- डायबिटीज
- सोरायसिस
- पैर के नाखूनों में होने वाला फंगल इन्फेक्शन
- पैर की अंगुली में बार-बार चोट लगना (जैसे; दौड़ने या स्पोर्ट्स खेलते समय)
सलाह
- धीरे-धीरे टूटा हुआ नाखून फिर से बढ़ने लगता है लेकिन फिर से ग्रो करने के बाद आया नाखून दिखने में थोडा अलग हो सकता है | उदाहरण के लिए, नाखून पहले की अपेक्षा थोडा मोटा दिखाई दे सकता है या थोड़े अलग शेप में आ सकता है | अगर आपको नाखून की वृद्धि के बारे में कोई चिंता हो रही हो तो डॉक्टर से सलाह लें |
चेतवानी
- अगर आपको नेलबेड में रेडनेस, सूजन या दर्द बढ़ने, घाव से नयी ब्लीडिंग या डिस्चार्ज, घायल अंगुली में लाल स्ट्रीक्स, बुखार या लिम्फनोड में सूजन जैसे कोई भी इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर को दिखाएँ | [२४] X रिसर्च सोर्स
रेफरेन्स
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