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अगर आप अपने बालों और स्कैल्प की अच्छी तरह से देखभाल करना शुरू कर देंगे तो कई सारी कमजोर और डैमेज हेयरलाइन्स कुछ हद तक फिर से पायी जा सकती हैं | हेयरलाइन को बाहरी तौर पर न्यूट्रीशन देने से डैमेज रिवर्स भी हो जाता है | हेयर लोस करने वाली आदतों से दूर रहने पर बालों का और अधिक डैमेज होने से रुक जाता है | सही डाइट और बालों को अंदरूनी पोषण देते हुए इन सभी चीज़ों को एक साथ आजमायें |

विधि 1
विधि 1 का 3:

डैमेज को रिवर्स करें

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  1. हेयर रिग्रो (hair regrow) का दावा करने वाले कई प्रकार के शैम्पू बाज़ार में उपलब्ध होते हैं लेकिन इनमे से केवल कुछ ही अन्य की तुलना में बेहतर काम कर पाते हैं | इस प्रकार के स्पेशिलिटी हेयर प्रोडक्ट्स में पैसे डालने से पहले अच्छी तरह से तय करें कि आपके लिए कौन से प्रोडक्ट बेहतर हैं |
    • एक कोमल शैम्पू चुने जिससे कठोर केमिकल का उपयोग किये बिना पोर्स साफ़ किये जा सकें | हर्बल शैम्पू विशेषरूप से फायदेमंद होते हैं | ऐसे शैम्पू चुनें जिनमे केमोमाइल (chamomile), एलोवेरा, जिनसेंग (ginseng), हॉर्सटेल (horsetail-एक प्रकार का पौधा), रोजमेरी, बायोटिन, सिस्टीन (cysteine), प्रोटीन, सिलिका और/या विटामिन E हों |
    • सामग्रियों को चेक करें और ध्यान दें कि शैम्पू में सोडियम लौर्यल सल्फेट (sodium lauryl sulfate) न मिला हो | यह एक कॉमन सामग्री है जो कई कमर्शियली प्रोड्यूस शैम्पू में पाया जाता है लेकिन इसके कारण पहले से कमज़ोर हुए बाल और अधिक सिकुड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं | [१]
  2. जिन बालों को अच्छी तरह से माँइश्चराइज किया जाता है वो मजबूत, घने होंगे और कम टूटेंगे |
    • बालों के माँइश्चराइज को बनाये रखने के लिए एक अच्छे कंडीशनर का उपयोग बहुत उपयोगी होता है | हर्बल कंडीशनर बालों के लिए बहुत उम्दा होता है क्योंकि इनमे हानिकारक केमिकल होने की सम्भावना बहुत कम होती है | विशेषरूप से, ऐसे कंडीशनर का चुनाव करें जिनमे एमिनो एसिड, बायोटिन, एलोवेरा, जिनसेंग (ginseng) और/या ग्रीन टी हों | कंडीशनर लगायें और 15 से 20 मिनट तक लगायें रखने के बाद गुनगुने पानी से धोकर साफ़ कर लें |
    • बालों को कंडीशनिंग करने के बाद, क्यूटिकल को खोलने और कंडीशनर को तरल करने के लिए स्टीम ट्रीटमेंट का उपयोग करें जिससे यह बालों की प्रत्येक स्ट्रैंड में गहराई तक समा जाए | [२]
      • अपने बालों को गर्म पानी में भीगे हुए कपडे में लपेटें और अब बाल और कपडा दोनों को एक प्लास्टिक शावर कैप से कवर करें |
      • कैप के ऊपर दूसरा गर्म कपडा रखें और सभी चीज़ों को दूसरे शावर कैप से कवर कर दें |
      • पर्याप्त भाप बनाने के लिए कम से कम एक घंटे बैठें | अगर हो सके तो इस समय में कुछ देर या पूरे समय एक हूडेद (hooded) ड्रायर के नीचे समय बिताएं |
  3. बाज़ार में मिलने वाले हेयर ग्रोथ लेप/बाम आजमायें: अच्छे हेयर रिग्रोथ बाम, मास्क और सीरम माथे, कनपटी (Temples) और गर्दन के निचले हिस्से (nape) के आस-पास के हेयर को घना बनाने और सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं | छुएँ हुए प्रोडक्ट को सीधे डैमेज हेयरलाइन पर लगायें | [३]
    • ऐसे प्रोडक्ट्स चुनें जिनमे एक कोमल माँइश्चराइजर के साथ लाइट प्रोटीन ट्रीटमेंट का मिश्रण हो | विटामिन E युक्त प्रोडक्ट्स भी अच्छे होते हैं क्योंकि ये स्कैल्प की डैमेज स्किन को फिर से ठीक कर सकता है |
    • अगर इन प्रोडक्ट्स को लगते समय स्कैल्प पर हलकी मसाज की जाए तो अधिक लाभ मिल सकता है | स्किन की मसाज करने से स्कैल्प का ब्लड फ्लो बढेगा | कीई भी हिस्से में ब्लड फ्लो बढ़ने से उस हिस्से के काम करने की क्षमता बढ़ जाती है इसलिए स्कैल्प का ब्लड फ्लो बढ़ने से बालों को फिर से बढाने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है |
  4. नेचुरल ऑयल्स बालों को माँइश्चराइज करते हैं और उन्हें घना बनाते हैं और चूँकि इन्हें आप अपने घर भी एकसाथ मिलाकर तैयार कर सकते हैं जिससे इनमे कोई केमिकल छुपे होने की चिंता भी नहीं रहेगी |
    • एक भाग आर्गेनिक कैस्टर ऑइल, तीन भाग एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल और पांच बूँद आर्गेनिक टी ट्री ऑइल को मिलाकर भी एक फार्मूला तैयार किया जा सकता है | [४]
      • ऑलिव ऑइल एक कैरियर (carrier) ऑइल की तरह काम करता है जिसे लगान काफी आसान होता है, पूरे स्कैल्प पर आसानी से इस प्रोडक्ट को लगाया जा सकता है और इसमें लाभकारी एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन E पाए जाते हैं | कैस्टर ऑइल बेजान हेयर फोलिकल्स को उत्तेजित करते हैं और टी ट्री (Tea tree) ऑइल हेयर फोलिकल्स में जमे हुए मैल को बाहर निकालता है क्योंकि इससे बालों की वृद्धि भी रुक जाती है |
    • अन्य विकल्प के रूप में, 60 मिलीलीटर कोकोनट ऑइल, 10 बूँद रोजमेरी ऑइल और 10 बूँद लैवेंडर ऑइल को मिलाकर एक मिक्सचर बनायें |
      • कोकोनट ऑइल बालों को पर्याप्त माँइश्चर देता है | लैवेंडर ऑइल तनावयुक्त स्कैल्प को क्लीन्ज़ और रिलैक्स करता है जबकि रोजमेरी ऑइल ब्लड फ्लो को बढाता है और बेजान हेयर फोलिकल्स में नयी जान डालता है |
  5. जब कोई एक पर्टिकुलर ऑइल फार्मूला आपके बालों को सूट कर जाए तो उसे स्कैल्प पर मसाज करें जिससे वो बेहतर रूप से काम कर सके |
    • ऑयल्स को एक लम्बे टिप वाली प्लास्टिक की स्क़ुईज़ बोतल (squeeze bottle) में मिलाएं | इस्की टिप से प्रोडक्ट को बालों की रूट्स में डायरेक्टली एक-समान रूप से लगाया जा सकता है |
    • अगर आप अपने बालों में केवल प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उन्हें कॉटन स्वाब या मस्कारा लगाने की डंडी (maskara wand) से लगायें |
    • आयल लगाने की परवाह किये वगैर अपने हाथों से स्कैल्प में मसाज करें | हेयरलाइन एरिया को फोकस करें और बाल धोने से पहले कम से कम 10 मिनट मसाज करें | एक अच्छी मसाज स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा सकती है और उसमे सुधार भी ला सकती है जिससे बाल फिर से बढ़ने लगते हैं |
  6. अगर आपकी सारी कोशिशें नाकामयाब हो गयी हों तो डर्मेटोलॉजिस्ट या जनरल फिजिशियन से मिलने का अपॉइंटमेंट बुक करें |
    • हेयर और स्किन कंडीशन का इलाज़ डर्मेटोलॉजिस्ट से बेहतर और कोई नहीं कर सकता लेकिन अगर मिनिर हेयरलाइन डैमेज हो तो फैमिली डॉक्टर या जनरल फिजिशियन को दिखाना काफी होता है |
    • डॉक्टर आपकी हेयरलाइन्स के रिग्रो होने की संभावनाओं को बताएँगे | अगर ऐसा हो सकता होगा तो डॉक्टर रिग्रोथ मेडिकेशन प्रेस्क्रिब करेंगे अन्यथा स्पेशल रिग्रोथ प्रोसीजर करवाने की सिफारिश करेंगे |
विधि 2
विधि 2 का 3:

अतिरिक्त डैमेज को रोकें

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  1. बार-बार ब्रशिंग और कंघी करने से बालों की हेयरलाइन पर खिचाव पड़ता है | बालों को छोटा करवाने से बालों को कंघी करने में लगने वाला समय कम होगा जिससे बार-बार कंघी करने से होने वाले खिंचाव या तनाव में कमी आएगी |
    • बल्कि, अगर आपको बालों को पूरा शेव कराने में कोई आपत्ति न हो तो ऐसा ही करें जिससे आपकी हेयरलाइन को रिस्टोर होने के लिए लम्बा समय मिल जायेगा |
  2. जब भी कंघी करें, जितना हो सके कोमलता से धीरे-धीरे करें जिससे बालों की स्ट्रैंड्स रूट से न टूटें |
    • बालों के किनारों पर ब्रशिंग करते समय ख़ास ख्याल रखें | हेयरलाइन्स पर हैवी ब्रश का उपयोग करना बंद करें और इसकी जगह पर सॉफ्ट ब्रिसल वाले ब्रश का उपयोग करें | गंभीर रूप से डैमेज हेयरलाइन्स के लिए, एक हेयर ब्रश की जगह पर एक टूथब्रश का उपयोग करने के बारे में सोचें |
  3. बालों को धोकर साफ़ करने के बाद, हवा में सूखने दें या एक साफ़ शर्ट का उपयोग करते हुए कोमलता से सुखाएं | टॉवल से बाल टूट या उखड सकते हैं और दोमुंहे बाल (split ends) बन सकते हैं | इसके साथ ही एक सिल्क या साटन का गिलाफ (pillow case) का इस्तेमाल करें क्योंकि कॉटन का गिलाफ बालों के लिए नुकसानदायक होता है |
    • बालों को सुखाने के लिए बहुत ज्यादा रगड़ें नहीं और न ही उनमे से अतिरिक्त नमी हटायें | इस प्रकार के एक्शन स्कैल्प पर बचे हुए बालों पर अतिरिक्त स्ट्रेस बनाते हैं | [५]
  4. बालों में खिंचाव उत्पन्न करने वाली हेयरस्टाइल न बनायें: गुथी हुई छोटी (braids), कॉर्नरोज (cornrows), वेव्स (waves), टाइट बन (tight bun) और साधारण सी पोनिटेल भी हेयरलाइन्स पर स्ट्रेस डाल सकती है | हेयर फॉलिकल्स पर स्ट्रेस कम डालने के लिए बालों को खुला रखें |
    • जब बाल पीछे की ओर कसकर बांधे जाते हैं तो बालों की स्ट्रैंड जड़ से टूट सकती हैं जिसके कारण आपकी कनपटी (temple area), बैंग्स (bangs), साइडबर्न (sideburns) और माथे पर हेयर लोस होने लगता है |
    • अगर किसी कारणवश बालों को पीछे बांधना पड़े तो आज़माने के लिए स्ट्रेस को कम करने के कई सारे विकल्प होते हैं | जितना हो सके ढीली-ढाली पोनीटेल, जूडा (bun) या छोटी (braid) बनायें | इसी प्रकार पोनीटेल और जूड़े कान की ऊंचाई के नीचे की ओर बाँधने से ऊंचाई वाली हेयर स्टाइल की तुलना में हेयररूट्स पर कम खिंचाव पड़ता है | [६]
    • इसी तरह से, अगर आप सियु इन वीव्स (sew-in-weaves) बनाना चाहती हैं तो अपने हेयर स्टाइलिस्ट से बात करें कि वो आपके बालों में सीधे ही सिलने (sewing) करने की बजाय नेट (net) में वीव्स बनायें | हालाँकि यह आईडिया बेहतर तो नहीं है लेकिन नेट बालों पर कम खिंचाव डालेगा और बाल कम डैमेज होंगे | [७]
  5. केमिकल रिलेक्सर्स और डाई स्वस्थ बालों पर सबसे कम डैमेज करते हैं लेकिन अगर इनका उपयोग कमज़ोर बालों पर किया जाता है तो इन सामान्य प्रोडक्ट्स से भी परेशानी बढ़ सकती है |
    • इन प्रभावशाली केमिकल्स के नेगेटिव इफेक्ट्स भी काफी होते हैं लेकिन आपको केवल सौम्य केमिकल वाले प्रोडक्ट्स के उपयोग को भी सीमित करना चाहिए | उदहारण के लिए, अधिकतर कमर्शियल हेयर जेल्स में अल्कोहल होता है | अल्कोहल बालों से नमी चुरा लेता है और बालों को और अधिक भंगुर (brittle) बना देता है जिसके कारण बाल टूटने लगते हैं |
  6. बालों को बढ़ने और पनपने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है | जब आप हैवी विग के द्वारा अपनी हेयरलाइन्स को सांस नहीं लेने देते (suffocated) तो ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो जाती है और क्यूटिकल्स सिकुड़ने लगती हैं जिससे बालों की हर एक स्ट्रैंड कमज़ोर होती जाती है |
    • इसी प्रकार से एक नेट या स्टॉकिंग कैप से अटैच्ड वीव्स के लिए कहा जा सकता है |हालाँकि इस प्रकार की वीव्स बालों में डायरेक्टली सिलने वाली हेयर स्टाइल की अपेक्षा कम डैमेज करती हैं लेकिन फिर भी ये बालों के लिए जरुरी ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है जिससे हेयरलाइन्स ऑक्सीजन पाने के लिए संघर्ष करती रहती हैं |
विधि 3
विधि 3 का 3:

सही न्यूट्रीएंट्स लें

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  1. अधिकतर हेयरलाइन ट्रीटमेंट केवल स्कैल्प की केयर पर ही फोकस करते हैं लेकिन बाल शरीर में उत्पन्न होते हैं इसलिए एक्सटर्नल हेल्थ के समान ही इंटरनल हेल्थ भी महत्वपूर्ण होती है |
    • आपके द्वारा ग्रहण किये गये न्यूट्रीएंट्स को आपका शरीर पहल सबसे अंगों और अन्य जरुरी टिश्यू तक पहुंचता है इसलिए अगर आपका शरीर हेल्थी रहने के लिए पर्याप्त न्यूट्रीशन प्राप्त कर रहा है तब भी ऐसा हो सकता है कि बॉडी को इतना न्यूट्रीशन न मिल पा रहा हो जिससे बाल अच्छे शेप में बने रहें | [८]
    • कुछ विशेष न्यूट्रीएंट्स अन्य की तुलना में हेयर केयर में मुख्य भूमिका निभाते हैं | ऐसे फूड्स खाएं जिनमे ये न्यूट्रीएंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हों जिससे आपकी कमजोर हेयरलाइन को अंदर से अतिरिक्त मजबूती मिल सके |
    • ऐसे न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट जिनमे बालों के लिए लाभकारी न्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं, भी बहुत फायदा पहुंचा सकते हैं लेकिन अधिकतर केसेस में, आर्टिफीसियल सप्लीमेंट लेने की तुलना में डायरेक्ट फ़ूड सोर्स लेने से हेयरलाइन को अधिक लाभ मिलता है |
  2. ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्त्रोतों में शामिल हैं-सामन और टूना मछली, फ्लेक्ससीड्स, अखरोट, केल (kale) और ब्रुसेल्स स्प्राउट्स |
    • ओमेगा -3 हेयर शाफ़्ट और स्कैल्प की उन सेल मेम्ब्रेन को बनाने में मदद करते हैं जहाँ से हेयर फॉलिकल को मजबूती मिलती है और बाल बढ़ते हैं | इनसे बालों का टूटना कम हो जाता है इसलिए बाल बढ़ने पर हेयर लाइन के आस-पास की स्ट्रैंड्स के टूटने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है |
  3. कुछ सोर्सेज में जिंक की भरपूर मात्रा पायी जाती है जैसे, चना, अंकुरित गेंहूँ, वील लीवर (veal liver) और ओएस्टर |
    • जिंक हमारे शरीर में टिश्यू ग्रोथ और रिपेयर को बढ़ावा देता है इसलिए जब हेयरलाइन ऐसी परेशानियों से जूझ रही हों जिनका सम्बन्ध डैमेज्ड स्कैल्प से हो तब जिंक की थोड़ी सी ज्यादा मात्रा बहुत लाभ दे सकती है |
    • साथ ही, जिंक स्कैल्प की ऑइल ग्लैंड को ऑइल प्रोड्यूस करने के लिए प्रेरित करता है जिससे बाल को स्वस्थ और चमकदार बने रहते हैं |
  4. प्रोटीन के सबसे आसान स्त्रोत मीट और दालें हैं | अपनी डाइट में अतिरिक्त चिकन, टर्की, अंडे, मूंगफली और दालें शामिल करें | ग्रीक योगर्ट में भी प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होती है |
    • बाल पूरी तरह से प्रोटीन से बने होते हैं इसलिए अगर आप पर्याप्त प्रोटीन नहीं खायेंगें तो आपके खोये हुए बाल फिर से नहीं उग पायेंगे | प्रोटीन की कमी से भी आपके बचे हुए बाल पतले और ग्रे (सफ़ेद) हो सकते हैं |
  5. आयरन कई तरह के फूड्स में पाया जाता है जिनमे शामिल हैं, ताज़ी हरी पत्तेदार सब्जियां, समग्र अनाज (whole grains), रेड मीट, ओयेस्टर, बीन्स और क्लैम्स (clams)|
    • आयरन शरीर में ब्लड फ्लो को सुधारता है | इसके बिना, स्कैल्प की सेल्स में ब्लड के द्वारा ऑक्सीजन नहीं पहुँच सकती और निष्क्रिय या बेजान हेयर फॉलिकल्स पुनर्जीवित नहीं हो सकते |
  6. शकरकंद, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, स्क्वाश (Squash) और एप्रीकॉट में भरपूर विटामिन A पाया जाता है | अमरुद (Guava), बेल पेप्पेर्स (bell peppers), कीवी, ऑरेंज और ग्रेपफ्रूट (grapefruit) में भरपूर विटामिन C पाया जाता है |
    • ये दोनों विटामिन हेयर फोलिकल्स से “सीबम” नामक नेचुरल ऑइल को प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं | ये ऑइल बालों को हाइड्रेट रखता है और बाल टूटने की रिस्क कम करता है |
    • परन्तु, याद रखें कि डेली बेसिस पर विटामिन A की 15000 IU की मात्रा से अधिक मात्रा लेने पर वास्तव में और अधिक हेयर लोस हो सकता है |
  7. नट्स और फिश इन दोनों न्यूट्रीएंट्स के अच्छे स्त्रोत होते हैं | हलिबेट (Halibut), बादाम और काजू में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है | हलिबेट में टूना, श्रिम्प (shrimp), सारडाइन फिश और ब्राज़ील नट्स के समान सेलेनियम भी प्रचुर मात्रा में होता है |
    • मैग्नीशियम शरीर के कई बायोकेमिकल फंक्शन्स में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिनमे हेयर ग्रोथ भी शामिल है |
    • सेलेनियम शरीर में सेलेनोप्रोटीन्स (selenoproteins) बनता है जो बेजान हेयर फोलिकल्स को उत्तेजित करने में मदद कर सकते हैं |

चीज़ें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • हर्बल क्लीनजिंग शैम्पू
  • हर्बल कंडीशनर
  • कपडे (washcloths)
  • प्लास्टिक शावर कैप
  • ग्रोथ बाम, मास्क या सीरम
  • हेयरलाइन ऑइल
  • लम्बे एप्लीकेटर टिप वाली प्लास्टिक बोतल
  • कॉटन स्वाब
  • सॉफ्ट ब्रिसल वाला हेयर ब्रश
  • सॉफ्ट टॉवल
  • न्यूट्रीशियस फूड्स
  • विटामिन सप्लीमेंट

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