PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें

पैरों और पैर की अँगुलियों में होने वाली झिनझिनी सुन्नता कई अलग-अलग कंडीशन्स के कारण हो सकती है और इसके साथ ही अक्सर झुनझुनी भी फील होती है | यह सुन्नपन पैर सोने की तरह सामान्य या फिर डायबिटीज या मल्टीपल स्क्लेरोसिस के समान सीरियस हो सकता है | पैर और पैर की अँगुलियों के सुन्नपन का पता लगाना बहुत जरुरी होता है क्योंकि इससे न केवल चलने-फिरने में परेशानी होती है बल्कि यह ज्यादा सीरियस कंडीशन के लक्षण के रूप में भी हो सकती है | (pairo me jhunjhuni hona, pair ka sunn hona in hindi)

विधि 1
विधि 1 का 3:

कभी-कभी होने वाले सुन्नपन का इलाज करें

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. पैरों और पैर के अँगुलियों में सुन्नपन तभी आता है जब एक ही जगह पर लम्बे समय तक खड़े या बैठे रहते हैं | इस तरह की सुन्नपन से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि पैरों को चारों ओर घुमाते हुए उनके ब्लड सर्कुलेशन को उत्तेजित किया जाए | थोड़ी चहल-कदमी के लिए निकलें या बैठे-बैठे अपने पंजों को घुमाते रहें |
    • इसके अलावा कभी-कभी होने वाले सुन्नपन से छुटकारा पाने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें | अपने डेली रूटीन में कुछ फिजिकल एक्टिविटीज भी शामिल करें, चाहे तो आप रोज़ थोडा टहला करें |
    • जॉगिंग जैसे हाई इम्पैक्ट वाली एक्सरसाइज के कारण भी कुछ लोगों में पैरों और पंजों में सुन्नपन आ सकता है इसलिए स्विमिंग या बाइकिंग जैसी लो इम्पैक्ट वाली एक्सरसाइज करें |
    • वर्कआउट से पहले अच्छी तरह से स्ट्रेचिंग करें, उचित जूते पहनें और समतल जगह पर एक्सरसाइज करें |
  2. सुन्नपन अधिकतर बैठने की पोजीशन के कारण ट्रिगर होता है जिससे पैर और/या पंजों की नर्व दब जाती हैं | लम्बे समय तक पंजों पर या क्रॉस लेग्स करके न बैठें | [१]
    • अगर आप लम्बे समय तक बैठे रहते हैं तो ब्लड फ्लो को बढाने के लिए आपको थोड़ी-थोड़ी देर में पैरों को ऊपर उठानें की कोशिश करनी चाहिए |
  3. बहुत ज्यादा टाइट पैन्ट्स, सॉक्स या शरीर के निचले हिस्से पर पहने जाने वाले दूसरे कपडे पैरों तक ब्लड के फ्लो को जाने से रोक देते हैं जिसके कारण सुन्नपन हो सकता है | बेहतर ब्लड फ्लो के लिए इन आइटम्स को ढीला कर दें या निकाल दें |
  4. पैरों के सुन्न एरिया पर की जाने वाली हलकी मसाज ब्लड सर्कुलेशन को बढाने में मदद कर सकती है और कभी-कभी होने वाले सुन्नपन को जल्दी ठीक कर सकती है |
  5. सुन्नपन से मुक्ति पाने के लिए अपने फीट गर्म करें |
  6. हाई हील्स या ऐसे शूज जिनसे पैरों की अंगुलियाँ दब जाती हैं, पहनने से सुन्नपन आ सकता है | अगर आप विशेष रूप से एक्सरसाइज के समय बहुत छोटे जूते पहनते हैं तो भी सुन्नपन हो सकता है | अच्छी फिटिंग वाले कम्फ़र्टेबल शूज़ पहनें | इन्सोल्स भी शूज़ को थोडा ज्यादा कम्फ़र्टेबल बना सकती हैं |
  7. पैरों या पैरों की अँगुलियों में कभी-कभी होने वाला सुन्नपन कोई ख़ास कारण न होने पर गंभीर बात नहीं होती है जैसे टाइट कपडे पहनने या असुविधाजनक तरीके से बैठने के कारण होने वाला सुन्नपन | लेकिन अगर आपको सुन्नपन बार-बार हो या काफी देर तक बना रहे तो डॉक्टर को दिखाकर सुनिश्चित करें कि इसका कोई ख़ास कारण तो नहीं है | [२]
    • अगर पैर में सुन्नपन के साथ कमजोरी, पैरालिसिस, ब्लैडर या बोवेल कण्ट्रोल न रहना या आवाज़ लडखडाना जैसे अन्य लक्षण भी दिखाई दें तो इमरजेंसी ट्रीटमेंट लें |
    • प्रेगनेंसी भी पैरों और पैर की अँगुलियों में सूजन लाने का एक कारण होती है जिसके कारण सुन्नपन हो सकता है | अगर आपके डॉक्टर आपसे कहें कि सुन्नपन प्रेगनेंसी के कारण है और ऐसी कोई कंडीशन नहीं है तो कभी-कभी होने वाली सुन्नता में राहत पाने के लिए डॉक्टर की सलाह को फॉलो करें | [३]
विधि 2
विधि 2 का 3:

डायबिटीज से सम्बंधित सुन्नपन का इलाज़ करें

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. डायबिटीज पैरों और पैर की अँगुलियों में होने वाले क्रोनिक सुन्नपन का सबसे आम कारण है | इसके कारण होने वाली सुन्नता पैरों में नर्व डैमेज होने और ब्लड सर्कुलेशन सही न होने की वज़ह से होती है | सुन्नपन डायबिटीज का सबसे पहला लक्षण होता है इसलिए अगर आपको नियमित सुन्नपन रहता है जिसका अन्य कोई दूसरा कारण नहीं है तो डॉक्टर से सलाह लेकर तुरंत टेस्ट करायें |
    • डायबिटीज से ग्रसित लोगों में सुन्नपन एक्सट्रीमली सीरियस होता है होता है क्योंकि इसके कारण न केवल पैरों में दर्द अनुभव होता है बल्कि इससे पैरों में हीट, पंक्चर्स या ब्लिस्टर्स जैसी चीज़ें भी हो जाती हैं |
    • कम सर्कुलेशन होने का मतलब यह भी होता है कि उस व्यक्ति के पैर बहुत धीरे-धीरे हील होगा इसलिए इसमें इन्फेक्शन एक सीरियस कंसर्न होता है | इसलिए डायबिटीज होने पर विशेषरूप से पैरों की अच्छी देखभाल करना बहुत जरुरी होता है |
  2. सर्कुलेशन इशू और न्यूरोपैथी से बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि ब्लड शुगर लेवल को चेक करते रहें क्योंकि डायबिटीज होने पर इन दोनों कारणों से सुन्नपन हो सकता है | डॉक्टर से मिलकर अपने लिए ख़ास प्लान तैयार करें |
    • ब्लड ग्लूकोस मीटर से रेगुलरली अपनी ब्लड शुगर चेक करें और हर साल कुछ समय में A1C लेवल भी चेक करते रहें |
    • हालाँकि पैरों में सुन्नपन और डायबिटीज के अन्य लक्षणों के कारण एक्सरसाइज करना काफी मुश्किल होता है लेकिन एक्टिव रहने की पूरी कोशिश करें | हर दिन 30 मिनट एक्सरसाइज करने का लक्ष्य बनायें, इसके लिए चाहे आप जिम जाएँ या घर पर ही सीडियां चढ़ें-उतरें |
    • हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें जिसमे फल, सब्जियां, समग्र अनाज, बीन्स, फिश और लो-फैट डेरी प्रोडक्ट्स शामिल हों | कूकीज़ और सोडा जैसे ब्लड शुगर को बढाने के लिए ट्रिगर का काम करने वाले फूड्स लेने से बचें |
    • रेगुलरली अपनी इन्सुलिन समेत सभी प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन लें |
    • स्मोकिंग से डायबिटीज के लक्षण और बढ़ सकते हैं इसलिए डॉक्टर से इन्हें छोड़ने के लिए उपाय पूछें |
  3. अतिरिक्त वज़न और मोटापा पैरों और पैर की अँगुलियों में सुन्नपन ला सकते हैं इसलिए सुन्नपन के कुछ लक्षण कम करने के लिए डॉक्टर से हेल्दी वेट लोस के लिए जरुरी टिप्स लें |
    • वज़न कम करने से ब्लड प्रेशर को कम रखने में भी मदद मिलती है जिससे सुन्नपन भी कम होता है | अगर वज़न कम करने पर भी ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल न हो तो डॉक्टर से दवाएं लें | [४]
  4. डायबेटिक फूट केयर के लिए विशेष रूप से बनायें गये प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें: कम्प्रेशन होस और सॉक्स पहनने से सर्कुलेशन बढ़ सकता है जिससे सुन्नपन कम हो जाता है | [५] कैप्सैसिन युक्त स्पेशल लोशन भी सुन्नपन में राहत दे सकता है | [६]
  5. कभी-कभी होने वाले सुन्नपन के लिए कुछ टिप्स आजमायें: अगर आपको डायबिटीज है तो कभी-कभी होने वाले सुन्नपन में आराम के लिए बताई गयी कुछ विधियों से लाभ मिल सकत है जैसे फीट मूव करते रहना, फीट ऊपर उठाना, फीट पर मसाज करना और गर्म सेंक का इस्तेमाल करना | हालाँकि इन तकनीक से आपको टेम्पररी आराम मिलता है लेकिन ध्यान रखें कि इनसे मुख्य डिजीज ठीक नहीं होती इसलिए डायबिटीज को मैनेज करते रहें और अपने फीट की केयर करें |
  6. डॉक्टर से अल्टरनेटिव ट्रीटमेंट्स के बारे में पूछें: कुछ स्टडीज़ डायबिटीज से रिलेटेड पैरों के सुन्नपन में रिलैक्सेशन और बायोफीडबैक ट्रीटमेंट के साथ ही एनोडायन थेरेपी से काफी लाभ देखे गये हैं | ये ट्रीटमेंट्स आपके इंश्योरेंस के द्वारा कवर नहीं होते लेकिन अगर किसी भी चीज़ से आराम न मिले तो आजमाए जा सकते हैं | [७]
    • आपकी सुन्नपन को कम करने के लिए डॉक्टर दवाएं भी लिख सकते हैं लेकिन ये ड्रग के ऑफ-लेवल इस्तेमाल हो सकते हैं | [८]
विधि 3
विधि 3 का 3:

अन्य कारणों से होने वाले क्रोनिक सुन्नपन का इलाज करें

PDF download आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. पैरों के पंजे, पैरों की अंगुलियाँ, टखने, सिर या स्पाइन में होने वाली इंजरी या चोट के कारण सुन्नपन हो सकता है | ऑर्थोपेडिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट या कायरोप्रेक्टर आपकी इंजरी को ट्रीट करके सुन्नपन में राहत दे सकते हैं | [९]
  2. कीमोथेरेपी ड्रग्स के कारण अक्सर हाथ-पैरों में सुन्नपन आ जाता है और इसी प्रकार कई तरह की प्रिस्क्रिप्शन दवाएं भी कई तरह की कंडीशन के लिए जिम्मेदार होती हैं | अगर कोई नयी दवा लेना शुरू करने के बाद सुन्नपन आने लगे तो डॉक्टर से डिस्कस करें कि दवा से फायदे की जगह पर साइड इफेक्ट्स तो नहीं हो रहे हैं | हो सकता है कि ऐसी कोई और दवाएं भी हों जो आपकी कंडीशन का इलाज़ कर सकती हों और उनसे इस प्रकार के साइड इफ़ेक्ट भी न हों | [१०]
    • डॉक्टर से डिस्कस करने से पहले ही ली जा रही दवाएं बंद न करें | कुछ मेडिकेशन्स में आपको उनके डोज़ धीरे-धीरे कम करने पड़ सकते हैं |
  3. विटामिन B12 या अन्य विटामिन की कमी के कारण सुन्नपन हो सकता है | विटामिन डेफिशियेंसी चेक करने के लिए ब्लड टेस्ट कराएं और डेफिशियेंसी होने पर सिफारिश योग्य सप्लीमेंट लेने शुरू करें | [११]
  4. पैरों और पैर की अँगुलियों में लगातार बना रहने वाला सुन्नपन, कई तरह की कंडीशन्स के लक्षण के रूप में हो सकता है जिनमे मल्टीपल स्क्लेरोसिस, आर्थराइटिस, लायम डिजीज और कई अन्य डिजीज हो सकती हैं | इस तरह की कंडीशन को ट्रीट करने के लिए मेडिकेशन लेने से पैरों के सुन्नपन को कम करने में मदद मिल सकती है | [१२]
    • अगर कोई भी क्रोनिक कंडीशन डायग्नोज़ न हो तो पैरों का सुन्नपन पहला संकेत हो सकता है | डॉक्टर से ध्यानपूर्वक सभी लक्षणों को डिस्कस करें जिससे वे आपको बता सकें कि आपको कौन से टेस्ट करवाने होंगे |
    • अगर आपकी समस्या पहले से ही डायग्नोज़ है लेकिन सुन्नपन एक न्य लक्षण है तो डॉक्टर से नेक्स्ट अपॉइंटमेंट लें जिससे आप जान पायें कि आपको कोई और मेडिकेशन या ट्रीटमेंट लेने की जरूरत है या नहीं |
  5. हैवी अल्कोहल कंसम्पशन के कारण हाथ-पैरों में सुन्नपन के साथ ही पैर की अँगुलियों में भी सुन्नपन हो सकती है | अल्कोहल के रेगुलर इन्टेक को कम करने से सुन्नपन रोकने में मदद मिल सकती है | [१३]
  6. अगर आप पैरों में होने वाले सुन्नपन के संभावित कारणों को ट्रीट करने के सभी जरुरी कदम उठा चुके हैं लेकिन फी भी सुन्नपन है तो कभी-कभी होने वाले सुन्नपन को कम करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें | हालाँकि इन मेथड्स से आपकी कंडीशन ठीक नहीं होगी लेकिन फीट को ऊपर उठाने, गर्म सेंक करने, फीट को चारों ओर घुमाने और फुट मसाज करने जैसी चीज़ों से लक्षणों में टेम्पररी आराम तो मिल ही जायेगा |

संबंधित लेखों

एक कंडोम का प्रयोग करें
सेक्स की इच्छाओं पर काबू पाएँ (Control Sexual Urges)
अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड से ओरल सेक्स (oral sex) के बारे में बात करें
महिला कंडोम का इस्तेमाल करें
किसी को अपनी आँखों से हिप्नोटाईज (सम्मोहित) करें (Hypnotize Kaise Kare, Kaise Kisi ko Apne Bas Me Kare)
रोमांटिक मसाज (massage) करें
सेक्स के बारे में सोचना बंद करें (Stop Thinking About Sex)
उत्तेजित लिंग (इरेक्शन) को शांत करें
अल्ट्रासाउंड पिक्चर पढ़ें (Read an Ultrasound Picture)
पता करें, कि कोई लड़का आपको सिर्फ सेक्स के लिए इस्तेमाल कर रहा है
अपनी बोरिंग सेक्स लाइफ को रोमांचक बनायें
महिलाएं खड़े होकर पेशाब करें
काम वासना पर विजय पायें
अंदर फंसे हुए कंडोम को निकालें

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ४७,४७२ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?