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आपकी आँखें दुनिया के लिए आपकी खिड़की होती हैं इसलिए इनकी देखभाल करना बहुत ज़रूरी है | कुछ चीज़ें जैसे नियमित रूप से आँखों के डॉक्टर को दिखाना, पर्याप्त सोना और कंप्यूटर का उपयोग करते समय अपनी आँखों को नियमित ब्रेक देने से आपकी आँखों को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है | अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी हो तो यथासम्भव जल्दी से जल्दी एक नेत्रविशेषज्ञ के साथ अपॉइंटमेंट लेने का कार्यक्रम बनाना चाहिए | अपनी आँखों को स्वस्थ बनाये रखने के लिए आपके द्वारा किये जाने योग्य कुछ ज़रूरी चीज़ों को जानने के लिए आगे पढ़ते रहें |

विधि 1
विधि 1 का 3:

आँखों की अच्छी देखभाल करने की आदत डालें

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  1. ये प्रशिक्षित प्रोफेशनल होते हैं जो आपकी आँखों को स्वस्थ रखने में विशेषज्ञ होते हैं | ये ऑप्थेल्मोलोजिस्ट (नेत्रविशेषज्ञ), ऑप्टिशियन या ऑप्टोमेट्रिस्ट हो सकते हैं | अपनी आँखों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने के लिए नियमित रूप से अपनी आँखें चेक कराएं या जब आपको दृष्टी सम्बन्धी परेशानी हो तब चेक कराएं | अपनी आँखों के बारे में अधिक जानें और जब आप अपने डॉक्टर के पास जाएँ तब उनसे आँखों के बारे में जानकारी लें | आँखों के बारे में ज्यादा जानने और आँखों की बीमारियों को रोकने के बारे में सीखने से आपको अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण अनुभव करने में मदद मिलेगी | [१]
    • अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो आपको अपनी 20 वर्ष से 30 वर्ष की आयु के बीच हर 5-10 साल में नेत्रविशेषज्ञ को दिखाने के लिए जाना चाहिए |
    • अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो अपनी 40-65 वर्ष की आयु के बीच हर 2-4 साल में नेत्रचिकित्सक के पास जाना चाहिए |
    • अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो अपनी 65 वर्ष की आयु के बाद हर 1-2 सालों में नेत्र चिकित्सक को दिखाएँ |
  2. 19 घंटों से अधिक समय तक कांटेक्ट लेंस पहने रहने से बचें | बहुत ज्यादा लम्बे समय के लिए कांटेक्ट लेंस पहने रहने से स्थायी रूप से दृष्टी को क्षति पहुँच सकती है, साथ ही आपकी आँखों को अत्यधिक परेशानी हो सकती है | [२]
    • जब तक आपके डॉक्टर विशेषरूप से आपको ऐसा करने के लिए न कहें तब तक कांटेक्ट लेंस पहनकर कभी भी न सोयें | आपकी आँखों को नियमित रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई की ज़रूरत होती है और लेंस, आँखों के लिए ऑक्सीजन के प्रवाह को रोक देते हैं, विशेषरूप से सोते समय, इसलिए डॉक्टर रात के समय कांटेक्ट लेंस न पहनने की सिफारिश करते हैं | [३]
    • टाइट फिटिंग वाले गॉगल्स न पहने होने पर कांटेक्ट लेंस पहनकर न तैरें | अगर ज़रूरत हो तो प्रिस्क्रिप्शन गॉगल्स पहनना अधिक उचित होता है | कांटेक्ट लेंस पहने रहने पर आँखें बंद करके शावर लेने में कोई हर्ज़ नहीं है, लेकिन ध्यान रखें कि साबुन या शैम्पू आँखों में न जाए |
    • कांटेक्ट लेंस और सलूशन के उपयोग के लिए हमेशा अपने नेत्र चिकित्सक या मैन्युफैक्चरर के निर्देशों का पालन करें | इनके उपयोग से पहले हमेशा अपने हाथ धोएं |
  3. सोने से पहले हमेशा आँखों का मेकअप हटाने का समय निकालें | कभी भी मेकअप के साथ न सोयें | अगर आप ऑय लाइनर या मस्कारा के साथ सोते हैं तो इससे आपकी आँखों में उत्तेजना हो सकती है |
  4. एलर्जन कम करने वाले ऑय ड्रॉप्स का संयम के साथ उपयोग करें: एलर्जी के मौसम में एलर्जन कम करने वाले ऑय ड्रॉप्स के उपयोग से लालिमा को कम करने और खुजली में राहत पाने में मदद मिल सकती है, लेकिन इनके प्रतिदिन के उपयोग से वास्तव में परेशानी और बिगड़ सकती है | इनके कारण फिर से लालिमा आ सकती है जिसके कारण आँखे अत्यधिक लाल हो जाती हैं क्योंकि फिर आँखें ऑय ड्राप के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं देतीं | [६]
    • एलर्जन कम करने वाले ऑय ड्रॉप्स कॉर्निया के लिए रक्त के प्रवाह को कम करके अपना काम करते हैं जिससे ऑक्सीजन कम मिल पाती है | इसलिए जब आपकी आँखों में अधिक सूजन या खुजली अनुभव न हो तो इसका मतलब है कि आँखों को रक्त के द्वारा पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल रही है | यह आदर्श नहीं है क्योंकि आँखों की मांसपेशियों और ऊतकों को कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है | ऑक्सीजन की कमी के फलस्वरूप भी आँखों में सूजन और स्कार हो सकते हैं | [७] [८]
    • ऑय ड्रॉप्स के लेवल को सावधानीपूर्वक पढ़ें, विशेषरूप से अगर आप कांटेक्ट लेंस पहनते हों | कई ऑय ड्रॉप्स का उपयोग कांटेक्ट लेंस पहने रहने पर नहीं किया जा सकता | अपने नेत्र चिकित्सक से पूछें कि कांटेक्ट लेन्स के उपयोग के साथ किसी प्रकार के ऑय ड्रॉप्स का उपयोग किया जा सकता है |
  5. जब तेज़ धूप हो और आप बाहर हो तो हमेशा सनग्लासेज पहनें | 99-100 प्रतिशत तक यूवीबी और यूवीए रेज़ को रोकने वाले लेंस से युक्त विशेष स्टीकर वाले सनग्लासेज ढूंढें | [९]
    • अल्ट्रावायलेट रेज़ के संपर्क में लम्बे समय तक रहने से आपकी दृष्टी को नुकसान पहुँच सकता है, इसलिए कम उम्र में ही आँखों की सुरक्षा रखने से, बाद के सालों में दृष्टी कम होने को रोकने में मदद मिल सकती है | अल्ट्रावायलेट रेज़ मोतियाबिंद, मैकुलर डिजनरेशन, पिन्गुएकुला (pinguecula), और टेरिजियम (pterygium) से सम्बंधित होती हैं जो आँखों के लिए नुकसानदायक स्थितियां हैं | [१०]
    • अल्ट्रावायलेट रेज़ से होने वाले आँखों के नुकसान जीवनभर बने रहते हैं इसलिए इन हानिकारक किरणों से बच्चों को बचाना बहुत ज़रूरी होता है | ध्यान रखें कि जब आपके बच्चे लम्बे समय के लिए धूप में बाहर जा रहे हों तो उन्हें बड़ी टोपी और सुरक्षात्मक चश्मे पहनाएं |
    • छाँव में होने पर भी सनग्लासेज पहने रहें |
    • सूर्य की ओर टकटकी लगाकर न देखें, भले ही आप अल्ट्रावायलेट सनग्लासेस पहने हो | सूर्य की किरणें बहुत शक्तिशाली होती हैं और आपकी आँखों के तेज़ धूप के सीधे संपर्क में आने पर रेटिना के संवेदनशील भागों को क्षति पहुँच सकती है |
  6. केमिकल, बिजली के उपकरणों, या हानिकारक हवा के कणों के बीच काम करते समय गॉगल्स अवश्य पहनें | गॉगल्स पहनने से आपकी आँखों को किसी भी प्रकार के ऐसे बड़े या छोटे पदार्थ से सुरक्षा पाने में मदद मिलेगी जो आपकी आँखों में आघात करके उनको नुकसान पहुंचा सकते हैं |
  7. अपर्याप्त नींद आपकी आँखों की थकान के लिए जिम्मेदार होती है | आँखों की थकान के लक्षणों में आँखों में उत्तेजना, फोकस करने में परेशानी, अत्यधिक आंसू आना या आँखें सूखना, धुंधली दृष्टी या दोहरी दृष्टी, प्रकाश असंवेदनशीलता, या गर्दन, कन्धों, या पीठ में दर्द रहना शामिल हैं | हर रात पर्याप्त नींद लेने से आँखों की थकान से बचा जा सकता है | वयस्कों को हर रात लगभग 7-8 घंटे सोने की ज़रूरत होती है | [११]
  8. नियमित व्यायाम से अन्य रोग जैसे डायबिटीज को रोकने में मदद मिल सकती है | हर सप्ताह तीन बार कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने से आप गंभीर नेत्र रोगों जैसे ग्लूकोमा और मैकुलर डिजनरेशन की के विकसित होने की संभावनाओं को कम कर सकते हैं | [१२]
  9. सूजन (puffiness) कम करने के लिए अपनी पलकों पर खीरे के टुकड़े रखें: रात को सोने से पहले अपनी आँखों की सूजन को रोकने और उसे ठीक करने के लिए अपनी पलकों पर खीरे के ठन्डे टुकड़े 10-15 मिनट तक धीरे-धीरे दबायें | [१३]
    • अगर आँखों पर ग्रीन टी बैग्स लगाये जाएँ तो भी सूजन को रोकने में मदद मिलती है | कुछ मिनट तक ठन्डे पानी में ग्रीन टी बैग्स को भिगोयें और फिर आँखों पर 15-20 मिनट तक रखें | टी में उपस्थित टेनिन सूजन को कम करने में मदद करेगा |
विधि 2
विधि 2 का 3:

कंप्यूटर का उपयोग करते समय अपनी आँखों की सुरक्षा करें

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  1. कंप्यूटर, टेबलेट, और फोन की स्क्रीन पर देखने के अपने समय को सीमित करें: हालाँकि, विज्ञान ने अभी तक सिद्ध नहीं किया है कि कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने से स्थायी रूप से आँखों को नुकसान पहुँच सकता है, लेकिन इसके कारण आँखों में खिंचाव और आँखों की शुष्कता हो सकती हैं | [१४] कंप्यूटर स्क्रीन की रोशनी से या बहुत ज्यादा तेज़ या फिर बहुत कम रोशनी से आँखों की मांसपेशियों में थकान उत्पन्न हो जाती है | अगर आप कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने के अपने समय को सीमित नहीं कर सकते तो कुछ तकनीकों के उपयोग से आप आँखों को ब्रेक दे सकते हैं |
  2. लम्बे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन पर ऊपर और नीचें देखते रहने से आपकी आँखों पर अतिरिक्त ज़ोर या खिंचाव पड़ सकता है | खुद को और कंप्यूटर की स्क्रीन को ऐसी स्थिति में रखें जिससे आप स्क्रीन को बिलकुल सीधे देख सकें | [१५]
  3. स्क्रीन पर देखते समय लोग बहुत कम पलक झपकाते हैं जिसके कारण आँखें सूखने लगती हैं | सूखी आँखों की समस्या से निपटने के लिए कंप्यूटर स्क्रीन पर देखते समय हर 30 सेकंड में अपनी पलकें झपकाने के लिए प्रत्यक्ष प्रयास करें |
  4. जब आप कंप्यूटर पर काम करें तब 20-20 के नियम का पालन करें: 20 मिनट किसी चीज़ को, 20 फीट की दूरी से 20 सेकंड के लिए देखें | आप अपने फ़ोन में अलार्म सेट करके खुद को ब्रेक लेने याद दिला सकते हैं | [१६]
  5. कम प्रकाश में पढने या काम करने से आँखों में तनाव उत्पन्न होता है, लेकिन इससे आपकी आँखों को कोई नुकसान नहीं होगा | खुद को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए, केवल उचित प्रकाश वाली जगहों पर ही पढ़ें और काम करें | अगर आपकी आँखें थकान अनुभव करें तो थोड़ी देर रुक जाएँ और एक ब्रेक लें |
विधि 3
विधि 3 का 3:

आँखों के लिए स्वास्थ्यवर्धक चीज़ें खाएं

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  1. आँखों के स्वास्थ्य को उत्तम रखने में योगदान देने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें: विटामिन सी और ई, ल्यूटिन, जेयाक्सान्थिन और ओमेगा-3 फैटी एसिड आँखों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होते हैं | ये पोषक तत्व मोतियाबिंद, आँखों के लेंस के धुंधलेपन और आयु से संबंधित मैकुलर डिजनरेशन (macular degeneration) को रोकने में मदद कर सकते हैं | [१७] [१८]
    • सम्पूर्ण रूप से एक अच्छा स्वस्थ, संतुलित आहार आपकी आँखों के लिए मददगार साबित होता है |
  2. अपने आहार में बीजों, नट्स, गेहूं के अंकुर और सब्जियों को शामिल करें | इस सभी खाद्य पदार्थों में विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है इसलिए इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करने से आपको विटामिन ई की नियमित खुराक पाने में मदद मिलेगी | [१९] [२०]
  3. अपने आहार में शेलफिश, मूंगफली और फलियों को शामिल करें | इन खाद्य पदार्थों में जिंक पाया जाता है जो आपकी आँखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है | [२१]
  4. संतरे, स्ट्रॉबेरी, ब्रोकॉली, शिमला मिर्च और ब्रुसेल्स स्प्राउट्स (brussels sprouts) को अपनी आहार में शामिल करें | इन खाद्य पदार्थों में विटामिन सी पाया जाता है जो आंखो के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है | [२२]
  5. ल्यूटिन (lutein) और जेयाक्सान्थिन(zeaxanthin) युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन करें: केल (kale), पालक, ब्रोकॉली, और मटर खाएं | इन सब्जियों में ल्यूटिन और जेयाक्सान्थिन पाए जाते हैं, और आँखों के स्वास्थ्य लिए ये दोनों ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं | [२३] [२४]
  6. अगर आप गाजर खाते हैं तो आपकी नज़र बेहतर होती है |
  7. ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें: हर सप्ताह एक या दो बार अपने भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली मछलियों को शामिल करें जैसे, जंगली सामन, या सारडाइन | या अगर आपको मछली पसंद न हो तो प्रतिदिन ओमेगा-3 के सप्लीमेंट ग्रहण करें | [२५]

सलाह

  • चमकीले प्रकाश में सीधे कभी न देखें |
  • रात में 7-8 घंटे की नींद लेने से कमज़ोर नज़र या अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है |
  • कांटेक्ट लेंस लगाने से पहले अपने हाथ धोएं |
  • अधिक पानी पीयें और खूब सारी गाजर के साथ ज्यादा से ज्यादा सब्जियां खाएं|
  • अगर आप किसी क्रोनिक स्थिति से पीड़ित हैं जैसे, डायबिटीज या उच्च रक्तचाप तो आपको एक नेत्रविशेषज्ञ को दिखानन चाहिए | डायबिटीज से ग्रसित रोगियों को अपनी लगातार रक्तशर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने की ज़रूरत होती है क्योंकि उनमे इन्सुलिन का उत्पादन नहीं होता |
  • जब तक आप यह सुनिश्चित न कर लें कि ये ऑय ड्राप आपके लिए उचित है तब तक उसका उपयोग न करें | हालाँकि, ऑय ड्रॉप्स आपकी आँखों को बेहतर अनुभव करा सकते हैं, लेकिन इनके चिकित्सीय लाभों को पूरी तरह से सिद्ध नहीं किया गया है | अगर कोई संदेह हो तो अपने फार्मासिस्ट या नेत्ररोग विशेषज्ञ से पूछें |
  • साथ ही, सेहतमंद भोजन करें और अपना ख्याल रखें, प्रतिवर्ष अपने नेत्रविशेषज्ञ को दिखाएँ | एक नेत्ररोग विशेषज्ञ आँखों की परेशानियों का पता लगा सकता है जो चश्मों, कांटेक्ट लेन्सेस या सर्जरी से ठीक की जा सकते हैं | नेत्ररोगविशेषज्ञ आँखों की शुष्कता (dry eye) जो कि रेटिना की परेशानी होती है, को भी चेक कर सकते हैं और उच्च रक्तचाप, और डायबिटीज जैसी पूरे शरीर की स्थितियों का निरीक्षण कर सकते हैं |
  • तैरने जाने से पहले गॉगल्स पहनें |

चेतावनी

  • अपनी आँखों और कंप्यूटर के बीच एक पर्याप्त दूरी बनाये रखें |
  • अपनी आँखों को बहुत ज्यादा न मलें |
  • सूर्य की ओर सीधे ही या दूरबीन से कभी न देखें |
  • अपनी आँख में नुकीली चीज़ें कभी नहीं डालें |
  • अपनी आँखों में नमक कभी न डालें |

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