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यदि आपने अपने अंडरआर्म (underarm) के कालेपन की वजह से अपने सारे स्लीवलेस या टैंक टॉप (tank top) पहनना बंद कर दिया है और इसी वजह से आप उन्हें ढककर रखना ही पसंद करते है। तो अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यहाँ आपको कुछ घरेलू उपचार और मेडिकल तरीके दिए गए हैं जिससे की आप फिर से अपनी अंडरआर्म की रंगत निखार सकती है।

विधि 1
विधि 1 का 2:

घरेलू उपचार (Home Remedies)

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  1. कुछ फलो और सब्जियों में एसिडिक (acidic), एंटि बैक्टीरियल (anti-bacterial), और एंटिसेप्टिक (antiseptic) गुण होते है जिससे वो त्वचा को प्राकृतिक रूप से निखारते है। आलू, ककड़ी और नींबू, इन तीनों से अंडरआर्म के कालेपन से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
    • आलू - आलू को पतले टुकड़ों में काटकर उन टुकड़ों को काली हुई जगह पर मले, या आप आलू को किस कर उसका "रस" भी निकाल सकते है। और इस रस को अपनी अंडरआर्म पर लगाकर 10 मिनिट तक सूखने दें, फिर धोकर निकाल लें।
    • ककड़ी - जैसा की आपने आलू का प्रयोग किया, वैसे ही आप प्रभावित जगह पर ककड़ी के टुकड़ों को या उसे किस कर उसका रस निकाल कर भी उपयोग कर सकते है। आप कुछ बूंदे नींबू के रस की और थोड़ी हल्दी (जो की पेस्ट बनाने के लिए काफी हों) को ककड़ी के रस में मिला सकते है। इस पेस्ट को लगाकर आधे घंटे तक इंतजार करें और फिर धोकर निकाल लें।
    • नींबू - नींबू के एक मोटे टुकड़े को लेकर प्रभावित जगह पर मले; यह त्वचा की मृत कोशिकाओ को हटाएगा और त्वचा में निखार लाएगा। इसे सूखने के बाद धो लें और यदि जरूरत पड़े तो मॉश्चराइजर भी लगाए (लगातार नींबू लगाने से त्वचा रूखी हो जाती है)। थोड़ी सी हल्दी, सादा दही या शहद को भी नींबू के रस में मिलाकर पेस्ट बनाए, और इसे 10 मिनिट तक लगे रहने दें फिर धोकर साफ कर लें।
    • अंडे का तेल (Egg oil) - अंडे के तेल से प्रभावित जगह पर मसाज करें और रात भर लगे रहने दें; अंडे के तेल में मौजूद ओमेगा-3 (omega-3) से त्वचा की नई कोशिकाओं के बनने (re-epithelisation) को बढ़ावा मिलता है, जिससे त्वचा स्मूद होती है और त्वचा में निखार आता है। सुबह इसे पीएच बैलेन्स्ड ( pH balanced) साबुन या बॉडीवाश (bodywash) से धो लें।
  2. अपने अंडरआर्म के कालेपन को दूर करने का एक ही और सबसे जरूरी उपाय है की उसे दिन में दो बार मॉश्चराइज करें। हो सके तो नैचुरल मॉश्चराइजर जैसे की एलोवेरा, लेसिथिन (lecithin) आदि का प्रयोग करें।
  3. अंडरआर्म में कालापन त्वचा पर मृत कोशिकाओ के जमने कारण भी हो सकता है, इसलिए एक्सफोलिएट करने से भी त्वचा का कालापन कम हो सकता है।
    • शक्कर - एक कप ब्राउन शुगर (brown shugar) में तीन छोटे चम्मच एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल (extra-virgin olive oil) मिलाए, इसे नहाते समय गीली त्वचा पर एक या दो मिनिट तक लगाए और धोकर निकाल लें। इस मिश्रण का प्रयोग हफ्ते में दो बार नहाते समय करें।
    • बेकिंग सोडा - बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाकर इससे स्क्रब करें। स्क्रब करने के बाद इसे धोकर निकाले और सुखा लें। आप त्वचा के रंग को हल्का दिखने के लिए उस पर बेकिंग पाउडर छिड़क सकते है।
    • बेकिंग सोडा और गुलाबजल - बेकिंग सोडा और गुलाबजल को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाए। इसे अंडरआर्म में काली जगह पर लगाए, फिर कुनकुने पानी से धो लें। और अपने हाथों को सुखा लें। ऐसा तब तक करें जब तक की आपके अंडरआर्म की त्वचा का रंग हल्का न हो जाए।
    • संतरा - संतरे के छिलके निकाल लें और छिलको को धूप में सूखने रख दें। सूखने पर इन छिलको को पीस कर पाउडर बना लें और गुलाबजल और दूध मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अंडरआर्म की त्वचा पर लगाकर 10-15 मिनिट तक स्क्रब करें, ताकि मृत त्वचा निकल जाए, फिर ठंडे पानी से धोकर निकाल लें।
    • प्युमिक स्टोन (Pumice stone) - प्युमिक स्टोन की मदद से आराम से अपनी अंडरआर्म की त्वचा से मृत कोशिकाओ को हटाए। ये हल्का, ज्वालामुखी की तरह दिखने वाला पत्थर जो घिसने के काम आता है दवाई की दुकानो और जनरल स्टोर जहां सौन्दर्य की सामाग्री मिलती है वहाँ मिल जाता है। स्टोन को अच्छे से पूरा गीला करें और इससे अपनी अंडरआर्म में स्क्रब करें।
  4. अपने रेफ़्रीजरेटर या किचन कपबोर्ड (cupboard) को खोले और ऐसी चीजों को उपचार के लिए ढूँढे, जिससे की न केवल अंडरआर्म का कालापन कम हो बल्कि जो त्वचा को मुलायम और ताजगी से भरपूर बनाए।
    • दूध - दूध में मौजूद विटामिन्स और फ़ैटि एसिड (fatty acid) की वजह से इसे त्वचा का कालापन दूर करके त्वचा को निखारने के लिए प्रभावकारी माना जाता है। दो बड़े चम्मच दूध, एक छोटा चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच आटे को मिलाकर पेस्ट बनाए। त्वचा पर लगाए 15 मिनिट तक लगे रहने दे और ठंडे पानी से धोकर निकाल लें। त्वचा मुलायम हो जाएगी और मृत कोशिकाए हट जाएगी, जिससे की उस जगह का रंग हल्का दिखने लगेगा। ज्यादा मलाई वाले दूध से और भी अच्छे परिणाम मिलेंगे।
    • विनेगर - एक हल्के रंग वाली, बैक्टीरिया से मुक्त और मीठी खूशबू वाली त्वचा पाने के लिए विनेगर को चावल के आटे के साथ मिलाकर पेस्ट बनाए। गरम पानी से नहाने के बाद इस पेस्ट को अपनी अंडरआर्म में लगाए 10-15 मिनिट तक सूखने के बाद इसे कुनकुने पानी से धोकर निकाल लें।
    • नारियल तेल - नारियल तेल में मौजूद विटामिन E काली हुई त्वचा को समय के साथ हल्का बनाने में मदद कर सकता है, इसलिए बेहतर परिणाम के लिए इसे हर रोज या एक दिन के बाद लगाए। नहाने से पहले 10-15 मिनिट तक तेल से त्वचा पर मसाज करें। फिर इसे एक सौम्य साबुन और कुनकुने पानी से धो लें। नारियल तेल का एक और फायदा है की यह ये एक नैचुरल डियोडरेंट (natural deodorant) है।
  5. यदि आप किसी उपचार को नियमित करने के लिए तैयार है। तो आप एक नैचुरल व्हाइटनिंग पैक जो की बेसन से बनता है, का उपयोग कर सकते है। बेसन को दही, नींबू और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाए। लगाकर 30 मिनिट तक लगे रहने दें, फिर कुनकुने पानी से धोकर निकाल लें। जल्दी निखार लाने के लिए इस व्हाइटनिंग पैक को दो हफ्ते तक रोज़ लगाए, फिर हफ्ते में तीन बार लगाए।
  6. शेविंग करना बंद करें और वैक्सिंग करना चालू करें: शेविंग के कारण आने वाले मोटे बालों से भी अंडरआर्म की त्वचा काली दिखने लगती है। वैक्सिंग से बाल जड़ से निकल जाते है और इससे उस जगह की त्वचा का रंग हल्का दिखने लगता है और त्वचा मुलायम हो जाती है।
  7. डियोडरेंट में मौजूद तेज एंटिपर्सपेरेंट (antiperspirant) केमिकल से उत्तेजक प्रतिक्रिया होती है जिससे अंडरआर्म काली हो जाती है। बहुत कम लोगो को शरीर से पसीने की बदबू की समस्या होती है, और कई लोगो को बहुत ज्यादा डियोडरेंट की जरूरत नहीं होती है इसलिए डियोडरेंट का प्रयोग कम ही करें ।
विधि 2
विधि 2 का 2:

मेडिकल उपचार

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  1. यदि आपको अकन्थोसिस निगरिकन्स (acanthosis nigricans) की स्थिति है, जो की त्वचा का एक विकार है जो की मखमली, हल्के भूरे से काले निशान वाली जगह में होता है जिसमे की अंडरआर्म भी शामिल है। ऐसे में कोई भी घरेलू उपचार से अंडरआर्म का कालापन ठीक नहीं होगा।
    • यह स्थिति मोटापे के कारण या किसी हार्मोनल विकार के कारण हो सकती है। ज़्यादातर यह उन लोगो को होती है जिन्हें मधुमेह हो या मधुमेह के लक्षण हो। [१]
    • अकन्थोसिस निगरिकन्स के अन्य संभावित कारणों में एडिसन रोग (Addison's disease), पिट्यूटरी ग्रंथि विकार (pituitary gland disorders), ग्रोथ हार्मोन थेरेपी (growth hormone therapy), हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism) या गर्भ निरोधक गोलियो (oral contraceptives) का उपयोग शामिल है। [२]
  2. यदि आपकी यह स्थिति मधुमेह के कारण है, तो अपने आहार को सुधारे और स्टार्च और शुगर का सेवन न करें तो सही रहेगा।
  3. यदि आपकी ये स्थिति गर्भनिरोधक गोलिया लेने की वजह से हो रही है, तो यह पता करने के लिए आप कुछ समय के लिए कोई अन्य प्रकार के गर्भ निरोधक का उपयोग करें और एक बार दवाई बंद करने के बाद यह ध्यान दें की अब आपकी स्थिति में सुधार हो रहा है की नहीं।
  4. रेटीन-ए (Retin-A), 20% यूरिया (urea), अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (alpha hydroxyacids) और सेलिसिलिक एसिड (salicylic acid) वाले दवाई के पर्चे से मदद मिल सकती है, लेकिन ये कम प्रभावकारी होते है। [३]
    • त्वचा में निखार लाने के लिए सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली सामग्री है हाइड्रोक्यूनोन (hydroquinon) जो की FDA के द्वारा एप्रूव्ड है। डेर्मेटोलोजिस्ट त्वचा को निखारने के लिए जो क्रीम लिखते है उसमे वो 4% तक के हाइड्रोक्यूनोन को लिख सकते है। सामान्यतः त्वचा को निखारने के लिए उपलब्ध सामाग्री में 2% से कम ही हाइड्रोक्यूनोन होता है। [४] जिस भी प्रॉडक्ट (product) में हाइड्रोक्यूनोन हो हमेशा उसे उपयोग करने से पहले डॉक्टर से चेक करवा लें।
    • त्वचा को निखारने के लिए भरोसेमंद ब्रांड के प्रॉडक्ट का ही उपयोग करें: हालांकि मरक्यूरी (mercury) का प्रयोग त्वचा को निखारने वाले प्रॉडक्ट में FDA के द्वारा प्रतिबंधित कर दिया है फिर भी यह जहरीला पदार्थ त्वचा को निखारने वाली क्रीम में पाया जाता है, इसलिए किसी भी प्रॉडक्ट को खरीदने से पहले लेबल (label) को बहुत सावधानीपूर्वक पढ़ें। [५]
  5. सभी महिलाए इसे करना बंद करें, विशेष रूप से वो जिनकी त्वचा का रंग गहरा है, गहरे रंग की त्वचा वाले बाल हटाने के लिए जब इलेक्ट्रोलिसिस करते है, तो इससे उन्हे हाइपर पिगमेंटेशन (hyperpigmentation) या त्वचा का काला होना होने की आशंका रहती है। [६] यदि आप अंडरआर्म के बालों को निकालने के लिए इलेक्ट्रोलिसिस करवाते है, तो इसे बंद करने से, इससे त्वचा के रंग को होने वाले नुकसान से भी बच सकते है।

सलाह

  • यदि आप हाइपरहाइड्रोसिस (hyperhydrosis) या अत्यधिक पसीना आने की समस्या से गुजर रहें है, तो बार बार एक्सफोलिएट करें।
  • अच्छे परिणाम के लिए अंडरआर्म वैक्सिंग किसी प्रोफेशनल से करवाए।

चेतावनी

  • यदि आपको हाइपरहाइड्रोसिस की समस्या नहीं है, तो इस बात का ध्यान रखें की कुछ जगह जहाँ की त्वचा पतली होती है जैसे की आपकी पलके या उदाहरण के लिए आपके जननांग और गुदा क्षेत्र की त्वचा का काला होना आम बात है। इन जगहो के काले होने का कारण कोई शारीरिक दोष नहीं होता है। प्रोफेशनल पिक्चर (कमर्शियल, प्रिंट एड) में जो लड़कियां होती है, उसमे पिक्चर बनने के बाद में स्पेशल एफ़ेक्ट्स (special effects) की मदद से इन जगहों के रंग को हल्का कर दिया जाता है। समान्यतः वयस्क फिल्मों में लड़कियां अपनी जननांग/ गुदा क्षेत्र की त्वचा पर ब्लीच करती है जिससे की उस जगह की त्वचा गोरी दिखने लगती है।
  • त्वचा को ब्लीच करना या ज्यादा एक्सफोलिएट करने से गंभीर नुकसान और दाग हो सकते है। इससे आपके अंडरआर्म के बालों के रोम (hair follicles), रोमछिद्र, पसीने की ग्रंथिया (sweat glands) संक्रमित भी हो सकती है। ये आपके लिम्फ नोड (lymph nodes) के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे आपके पूरे सिस्टम में संक्रमण जल्दी से फैल सकता है, या सेप्टिक शॉक (septic shock) की भी संभावना हो सकती है। अपनी नाज़ुक सी त्वचा के साथ ऐसा कुछ भी प्रयोग करने से पहले इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारें में अच्छे से जान लें। सबसे पहले मेडिकल प्रोफेशनल से संपर्क करें।

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