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क्या आप जानती हैं कि गर्भाशय ग्रीवा (cervix) मासिक धर्म चक्र के काल के अनुसार अपनी बनावट और स्थिति बदलती रहती है। गर्भाशय ग्रीवा को स्पर्श करके आप जान सकती है कि आप अंडोत्सर्जन (ovulation) कर रही हैं या नहीं और ये आपकी प्रजनन प्रणाली को समझने का भी एक बेहतर उपाय है। आपकी गर्भाशय ग्रीवा को छूकर महसूस करने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती। मार्गदर्शन के लिए पहला उपाय देखें।
चरण
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जानें कि आपकी गर्भाशय ग्रीवा कहाँ स्थित है: गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का सबसे निचला भाग है, जहाँ ये योनि की भीत (vaginal wall) से जोड़ती है। [१] X रिसर्च सोर्स यह योनि के 3 से 6 इंच (7.6-15.2 सेमी) अंदर योनि सुरंग (vaginal tunnel) के अंत में स्थित होती है। यह एक छोटे डॉनट (या वड़े) के आकर की होती है जिसके मध्य में एक छिद्र हो। गर्भाशय ग्रीवा की स्थिति और रचना पूरे अंडोत्सर्जन चक्र के दौरान बदलती रहती है।
- गर्भाशय ग्रीवा की अंदरुनी नाली में ग्रंथियाँ उपस्थित होती है जो योनि श्लेम (vaginal mucus) का स्त्राव करती है। इस श्लेम का रंग और रचना भी पूरे चक्र के दौरान बदलती रहती है [२] X रिसर्च सोर्स
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अपने हाथों को साबुन और गर्म पानी से धोएं: चूँकि आप अपनी गर्भाशय ग्रीवा को छूने के लिए अपने उँगलियों का प्रयोग करने जा रही हैं इसलिए अपने हाथों को अच्छी तरह से धोकर साफ़ कर लें ताकि प्रजनन तंत्र में हानिकारक बैक्टीरिया (bacteria) का संचार न होने पाये। लोशन अथवा हैंड क्रीम का उपयोग करने से बचें क्योंकि इन उत्पादों की घटक सामग्री योनि में संक्रमण फैला सकती है।
- अगर आपके नाखून लम्बे हैं तो इन्हें काट लेना अच्छा होगा। लम्बे, तीखे नाखून आपकी योनि को खरोंच सकते हैं।
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किसी आरामदायक मुद्रा में आ जाएं: अधिकतर महिलाओं ने पाया है कि बैठे हुई मुद्रा में (बजाये की खड़े होकर या लेटे हुए) गर्भाशय ग्रीवा को स्पर्श कर पाना सबसे कम कष्टकारी होता है। अपने बिस्तर या बाथ-टब के किनारे पर घुटनों को दूर कर बैठ जाएं।
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आपकी सबसे बड़ी उंगली अपनी योनि के अंदर प्रवेश कराएं: धीरे से अपनी उंगली को योनि के मुख में ले जाएं और फिर इसे योनि के अंदर जाने दें। आपकी उंगली गर्भाशय ग्रीवा को स्पर्श कर पाने से पहले योनि के अंदर कितनी गहराई तक जाएगी ये इस पर निर्भर करता है कि आप आपके अंडोत्सर्जन के किस काल में हैं।
- अगर आप चाहें तो अपनी उंगली को किसी पानी आधारित चिकनाई से चिकना कर सकती है ताकि ये सुगमता से अंदर फिसल सकें। पेट्रोलियम जेली (Petroleum jelly), लोशन या कोई भी पदार्थ जो की खासतौर पर योनि में उपयोग करने योग्य लेबल नहीं किया गया हो का प्रयोग न करें।
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अपनी गर्भाशय ग्रीवा को महसूस करें: योनि के अंत में आपकी उंगली की नोक डॉनट (या वड़े) आकर के छिद्र को छू जाएगी। अगर आपकी उंगली और अंदर न जा पाये तो समझ जाएं कि यही आपकी गर्भाशय ग्रीवा है। गर्भाशय ग्रीवा बंद (सिकुड़े) होठों की तरह नरम या आपकी नाक की नोक की तरह कठोर हो सकती है जो की इस बात पर निर्भर करता है कि आप अंडोत्सर्जन कर रही हैं या नहीं।
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निश्चित करें कि गर्भाशय ग्रीवा नीचे है या ऊपर: अगर आपकी ग्रीवा नीचे है मतलब योनि द्वार से कुछ ही इंच दूर हो तो इसका अर्थ आप शायद अभी अंडोत्सर्जन नहीं कर रही है। अगर ये ऊपर हो यानि योनि के अंदर गहराई में स्थित हो तो इसका अर्थ आप शायद अंडोत्सर्जन कर रहीं है।
- शुरू में कुछ बार आपको निश्चित करना मुश्किल लग सकता है कि आपकी गर्भाशय ग्रीवा ऊपर है या नीचे। इसलिए एक या दो महीने तक रोज़ इसे स्पर्श करके महसूस करती रहे और साप्ताहिक तौर पर इसकी स्थिति में बदलाव पर ध्यान दें। अंततः आप तय कर पाने लगेगी कि ये नीचे है या ऊपर।
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निश्चित करें कि आपकी गर्भाशय ग्रीवा नर्म है या कठोर: अगर आपकी ग्रीवा तंग और कठोर है तो शायद आप अंडोत्सर्जन नहीं कर रही हैं। अगर ये नरम है और इसमें लचीलापन है तो इसका अर्थ आप अंडोत्सर्जन कर रही हैं।
- अंडोत्सर्जन के दौरान गर्भाशय ग्रीवा की बनावट और अहसास होठों की तरह होती है। जबकि किसी और समय, अर्थात अंडोत्सर्जन से पहले अथवा बाद में, यह लगभग नाक की नोक की तरह होती है- थोड़ी सी कठोर और कम लचीली। [३] X रिसर्च सोर्स
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निश्चित करें कि आपकी गर्भाशय ग्रीवा भीगी है: अंडोत्सर्जन के दौरान, द्रव्यों से ग्रीवा बहुत गीली हो जाती है, और कदाचित योनि स्त्राव भी काफी बढ़ जाता है। जबकि अंडोत्सर्जन (ovulation) के बाद, मासिक धर्म होने तक ग्रीवा शुष्क महसूस करती है।
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आप अंडोत्सर्जन कर रही है जांचने के लिए अन्य ऊपाय अपनाएं: अपनी ग्रीवा को स्पर्श करके देखने के आलावा ग्रीवा के द्रव्यों की निगरानी रखने और बेसल तापमान (basal temperature) मापने के द्वारा भी आपको अंडोत्सर्जन की जानकारी में मदद मिलेगी। जाँच के इन सभी उपायों को मिलाकर प्रजनन जागरूकता (fertility awareness) कहा जाता है, और अगर इसे ठीक से किया जाये तो ये आप कब उर्वर (fertile) है जानने का बहुत ही प्रभावी तरीका है।
- अंडोत्सर्जन से ठीक पहले और के दौरान आपका योनि द्रव बहुत चिकना और भारी हो जाता है।
- अंडोत्सर्जन के समय आपका बेसल तापमान हल्का सा बढ़ जाता है। इसलिए हर सुबह बेसल थर्मोमीटर से ही तापमान लेना बहुत जरुरी है ताकि आप तापमान में वृद्धि को पकड़ पायें। [४] X रिसर्च सोर्स
चेतावनी
- आपको अच्छी तरह साफ़ और चिकनी की हुई उंगली की जरुरत होगी अन्यथा आपको संक्रमण हो सकता है।