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एक अच्छी बीवी बनना आसान नहीं है चाहे आपके पति कितने भी अच्छे क्यों न हों। एक अच्छी जीवनसाथी बनने के लिए ज़रूरी है की आप अपने सुख दुःख आपस में बाँट सकें, आप अपने पति की मन की हर बात समझें और उसे ढेर सारा प्यार करें । इसके साथ अपने आप को कहीं खो न जाने दें । अगर आप जानना चाहती हैं की आप कैसे अच्छी बीवी बन सकती हैं तो आइये पढ़ते हैं यह लेख (kaise acchi bibi bane, acchi jeevansaathi kaise bane, be a good wife) ।

विधि 1
विधि 1 का 4:

एक अच्छा जीवन साथी बनें

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  1. अगर उन्हें सेक्स करने का मन हो तो उनकी बात को समझें । अगर वह अपने दोस्तों के साथ समय बिताना चाहते हैं या कुछ नया करना चाहते हैं तो उन्हें रोकें नहीं । वह ज्यादा खुश भी होंगे और आपके अहसान को भी मानेंगे । आपको उनकी ज़रूरतें को पूरा करना चाहिए लेकिन उसके लिए अपनी सुविधा का भी ध्यान रखें ।
    • अगर वो ज्यादा सेक्स करना चाहते हों तो उसके बारे में सोचें और ये भी सोचें की आपको सेक्स करने का मन क्यूँ नहीं कर रहा है ।
    • अगर वह दोस्तों के साथ वक़्त बिताना चाहें तो उन्हें ऐसा करने दें और खुद भी अपनी सहेलियों के साथ वक़्त बताएं ।
    • अगर वह अपना कोई शौक पूरा करना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने दें । इससे आपका रिश्ता और बढेगा और खूबसूरत होगा ।
  2. अपने रिश्तों को खूब सारी नजदीकियों और प्यार से बढाएं । अपने रिश्ते पर विश्वास करें और कमज़ोर न पड़ें । अपने आपस के हंसी मजाक को बनाये रखें । उनको ऐसे लेख भेजें जो पढने में उन्हें मज़ा आये या फिर शांति से उनके साथ वक़्त बिताएं । आपकी चुप्पी भी आपके रिश्ते को और मज़बूत करेगी ।
    • आप अपनी ज़िन्दगी में चाहे और दोस्त भी रखें लेकिन अंत में आपको अपने मन की बात अपने पति से करनी चाहिए ।
    • कोशिश करें की आपके पति आपके साथ सबसे ज्यादा ज़िन्दगी का आनंद उठाएं नाकि अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार के साथ । जब भी उन्हें अपनी मन की बात करनी हो तो वह आपके पास ही आयें ।
  3. उन सपनों पर से नज़र न हटायें । चाहे कोई भी सपना आपने देखा हो उन्हें मिलके पूरा करने की कोशिश करें । अगर आप दोनों के सपनें अलग अलग हैं तो किसी एक के भी सपने न पूर्ण होने पर आपके रिश्ते में दरार पड़ सकती है । [१]
    • आप अपने सपने भी देखें पर यह ध्यान रखें की आपके सपने आपके पति के सपनों से बिलकुल विपरीत न हों ।
    • अगर आपके सपने बहुत ऊँचे हों फिर भी आपस में उनके बारे में बात करें । इससे आपकी शादी में प्यार बना रहेगा ।
  4. आपकी अपनी भी एक मजेदार ज़िन्दगी होनी चाहिए । कल अगर आपके पति न हों तो आपके पास ऐसे दोस्त या कोई शौक होने चाहिए जिनसे आपका मन बहल जाये । अगर ऐसा नहीं है तो आपके पति को लगेगा की वो आपकी ज़िन्दगी की कमी को पूरा कर रहे हैं । अगर आप खुद संपूर्ण महसूस कर रहे हों तभी आप रिश्ते को मज़बूत बना सकते हैं । आप तभी अच्छी साथी बन सकती हैं जब आप अपने पसंद और अनुभव से कुछ सीख लें और उन्हें अपनी ज़िन्दगी में अमल करें। [२]
    • अगर आपके पति को लगे की आपकी ज़िन्दगी में वो सबसे महत्त्वपूर्ण है तो उन्हें घुटन महसूस होगी ।
    • शादी से पहले जो शौक थे उन्हें शादी के बाद भी रखें । शायद अब आप अपने सारे शौक पूरे न कर सकें पर जो कर सकें उन्हें ज़रूर पूरा करें ।
  5. इंसान को हर रोज़ तनाव का सामना करना पड़ता है । एक दुसरे का तनाव कम करने की कोशिश करें । अगर अपने तनाव को कम कर पाते हैं तो इससे आपकी शादी शुदा ज़िन्दगी और निखरेगी । अगर दोनों में से एक हमेशा तनाव में रहे और यह बात दुसरे को समझ में नहीं आये तो यह एक बहुत बड़ी मुश्किल हो सकती है ।
    • अपने पति की तनाव कम करने की कोशिश करें , उनपर ऐसे में गुस्सा न करें उनकी बात को समझें । किसी दिन अगर वो ज्यादा तनाव में हों तो उनसे बात करें और उनका ज्यादा अच्छा ख्याल रखें ।
    • जब आप परेशान हों तो अपने पति को बताएं ताकि वो घर के काम में आपकी कुछ मदद कर सके ।
विधि 2
विधि 2 का 4:

अपने मन की बात बताना

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  1. अपने मन की बात और अपनी ज़रूरतों को सही से अपने पति से बताएं: अगर आपको कुछ चाहिए तो मांग ले और अगर कुछ गलत लगे तो बोल दें । आपके पति अंतर्यामी नहीं है जो आपके हलके इशारों से आपकी मन की बात समझ लें । अगर आपको उन्हें अपने मन की बात बतानी है तो सकारात्मक भाषा में बात करें और उनकी बात भी सुनें। उलाहना करके बात करने से कुछ हासिल नहीं होगा । नीचे लिखे तरीकों से आप जानेंगे की आप ऐसा कैसे कर सकती हैं ।
    • उनको अपने मन की बात बताएं । अगर वो आपकी कोई ज़रुरत नहीं पूरी कर पा रहे तो यह बात उलाहना देके न कहें । उन्हें सीधे से बताएं की आपकी क्या ज़रुरत है ।
    • उनके भी मन की बात सुनें । अगर वो आपको कुछ बताएं तो उसे दुबारा उनसे कहें जिससे उन्हें पता चलें की आप उनको समझ पा रही हैं ।
    • फैसला सुनाने की जल्दी में न रहे । उनको अपनी बात ख़त्म करने दें फिर उस बात का जवाब दें । अगर आपक के पास कुछ हल हो तो वह बताएं । मसलन आप उन्हें यह कह सकती हैं की आप उनके साथ ज्यादा वक़्त बिताने के लिए थोड़ी आर्थिक कमी बर्दाश्त कर सकती हैं ।
  2. कुछ मसले झगडा करने वाले होते हैं और कुछ छोड़े जा सकते हैं । अगर आप हर छोटी बात पर अपने पति से झगडा करेंगी तो जब कोई बड़ा मसला आएगा तो वह आपकी बात पर ध्यान नहीं देंगे ।
    • उलाहना करने से रिश्ते ख़राब होते हैं । काम सही तरीके से खत्म होना चाहिए कैसे हुआ इस बात पर लड़ना ज़रूरी नहीं । हर छोटी छोटी पर झगड़ना सही बात नहीं होती है ।
    • अपने पति की उलाहना न करें । शांती से बात करें क्यूंकि ज्यादा गुस्सा करने से बातचीत बहस में बदल सकती हैं । अगर आप हर बात की उलाहना करेंगे तो वह आपको अपनी ज़िन्दगी में शामिल नहीं करेंगी ।
    • गलत की हुई चीज़ों के लिए उलाहना करने के बजाय अपने पति की तारीफ करें उन चीज़ों के लिए जो वो अच्छे से कर पाते हैं । इससे वह आपके साथ काफी खुश रहेंगे और आपकी मन की बात को सुनेंगे भी ।
  3. जब आप अपने पति से किसी विषय पर बातचीत करें तो थोडा समझदारी से काम लें: गुस्से में आकर कोई ऐसी बात न कह दें जिसके लिए आप को बाद में पछताना पड़े । आप अगर उनकी बात से सहमत ना भी हों तो भी आपको उनके नज़रिए का सम्मान करना चाहिए । एक अच्छी बीवी बनने के लिए आपको यह समझने की ज़रुरत है की आप हर विषय पर सहमत नहीं हो सकते । कोई भी दंपत्ति एक ही विचारधारा वाली नहीं हो सकती इसीलिए आप दोनों को ऐसे मौकों का सामना करना पड़ेगा जहाँ लड़ाई सुलझ नहीं पायेगी ।
    • सही वक़्त पर बात को छेड़ें । मौके की नजाकत को समझें । खाने से पहले या जब वह कोई ज़रूरी काम निबटा रहे हों तो बात न छेड़ें । कभी भी अपने बच्चों के आगे कोई बहस शुरू न करें ।
    • जब आप गलत हों तो मान लें । आपको यह समझना चाहिए की बहस का जवाब कैसे देना है और साथ के साथ समझदारी से बात करें ताकि अगर आपको अपनी गलती लगे तो आप माफ़ी मांग सकें |
  4. अपने पति से बात करें उसके बारे में औरों से बात न करें: अपने पति से अपनी मन की बात कहे बिना अपने दोस्तों या परिवार से उनकी बुराई न करें। अपने पति के पीछे उनकी बातें करना सही नहीं है । जब आप शादी करते हैं तो आपकी ज़िम्मेदारी और वफ़ा अपने पति के लिए होती है नाकि अपने परिवार या दोस्तों के प्रति ।
    • अपने पति की शिकायत अपने परिवार या दोस्तों से करने से कुछ हल तो निकलेगा नहीं अपितु आपके रिश्ते की छवि उनकी नज़र में ख़राब होगी ।
    • आपके परिवार और दोस्त आपका भुला बुरा समझते होंगे पर वह आप दोनों के रिश्ते को नहीं समझते है तो वह आपको गलत सलाह दे सकते हैं ।
विधि 3
विधि 3 का 4:

स्वीकार्य बनें

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  1. अगर उम्मीदें पूर्ण नहीं होती हैं तो इंसान दुखी हो जाता है । अगर आपकी अपने पति से की गयी उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं तो उन को थोडा कम कर दे । ऐसी उम्मीदें रखें जो वह पूरी कर सकें । अगर आप उनके साथ ज्यादा वक़्त गुजरना चाहती हैं तो आप को किसी चीज़ की क़ुरबानी तो देनी पड़ेगी ।
    • याद रखें कोई भी रिश्ता 100 प्रतिशत सम्पूर्ण नहीं होती । अगर आप चाहती हैं की आप अपने पति के साथ हमेशा खुश रहे और आप दोनों में कभी झगडा न हों तो ऐसा नहीं होगा ।
    • अपने आर्थिक स्थिति के बारे में भी स्वाभाविक उम्मीदें रखें । हो सकता है अभी आपकी आर्थिक स्थिति ऐसी न हो जैसी आप ने सोची थीं कोई बात नहीं । जो आपके पास है उसकी ख़ुशी मनाएं और जो नहीं है उसका दुःख न करें ।
  2. वो जैसा है उसे वैसे ही स्वीकार करें और उसे एहसास कराएं की आप नहीं चाहती हैं की वो अपने आप को बदलें । वह आपको तब ज्यादा प्यार तब करेंगे जब आप उन्हें बदलने की कोशिश नहीं करेंगी । उन्हें वैसे प्यार करें जैसे वे हैं तो वह भी आपको बहुत प्यार करेंगे ।
    • ये मान लें की आप और आपके पति दो अलग लोग हैं । वो हर चीज़ को उस नज़र से नहीं देख सकते जैसे आप देखते हैं और ये एक अच्छी बात है । अपने से अलग इंसान के साथ रहने से आपका रिश्ता और गहरा होगा ।
    • आप अपने पति को कुछ चीज़ों में बदलने को कह सकती हैं लेकिन आप उन पर दबाव नहीं डाल सकतीं की वो आपकी पसंद की हर चीज़ को करें । मसलन आप उनसे घर में हाथ बटाने को कह सकती हैं लेकिन अगर उन्हें बाहर जाना पसंद न हो तो आप उनसे पहाड़ पर चड़ने की नहीं कह सकती ।
  3. ज़िन्दगी में हर मुश्किल का सामना करें फिर चाहे वो किसी की मौत हो या नौकरी छुटने का दुःख हो । आप को नुकसान भी हो सकता है और फायदा भी । आपके शादी तब टिक सकती है जब आप आपस में बात कर सकते हों और एक दुसरे के हिसाब से ढल सकते हों । बदलाव को कैसे स्वीकार कर सकते हैं यह हम नीचे बता रहे हैं ।
    • याद रखे जो भी बदलाव ज़िन्दगी में आ रहे है उनका आप दोनों को एकजुट हो कर सामना करना है नाकि दुश्मनों के जैसे । साथ में सामना करने से सब कुछ आसान होता है ।
    • अपने प्रेम संबंधों को लेकर चिंता न करें । हो सकता है आपके पति आपको अब इतना प्यार न करें जितना नयी शादी होने पर करते हों लेकिन इसमें चिंता की कोई वजह नहीं है । बदलाव हर चीज़ में आते हैं और प्यार में भी । आपका प्यार ऐसे भी मजबूती से टिका रह सकता है ।
    • आपके शरीर में आने वाले बदलावों को समझें । चाहे कितना भी व्यायाम करें या अच्छा खाना खाएं लेकिन फिर भी आपको समझने की ज़रुरत है की 50 साल पर जो शरीर होगा वो 25 साल के शरीर से बहुत अलग होगा ।
  4. ये मान के चलें की बच्चे होने से आपका रिश्ता बदल जायेगा: आपके और आपके पति का सम्बन्ध भी बच्चों के आने के बाद बदलेगा और खूबसूरत बनेगा । इसका मतलब ये नहीं है की रिश्ता ख़राब हो जायेगा बल्कि अब आप अपने आपस का वक़्त अपने बच्चे के साथ बिताएंगे । इस बात को मानलें और अपने रिश्ते को और खूबसूरत बनाने की कोशिश करें ।
    • इस बदलाव का सामना करने के लिए बच्चे के साथ अलग अलग के बजाय इकट्ठे वक़्त बिताएं ।
    • ऐसी गतिविधियों में भाग लें जिसमें पूरा परिवार साथ में भाग ले सके ।
    • अपने रिश्ते को और मज़बूत बनाएं जब बच्चों को सँभालने की बात आये । आपस में फैसला करें की कौन बच्चों को अनुशासित करेगा और कौन उनका साथ देगा ताकि जब बच्चों को नियंत्रण में लेने का वक़्त आये तो आप एक दुसरे के विपरीत न खड़े हों ।
  5. आपको अपने पति की गलतियों को माफ़ करना आना चाहिए और अगर वह माफ़ी मांगें तो वो भी समझना चाहिए । अगर आप ज्यादा दिन तक दिल में मलाल रखेंगी तो आप अपने पति की अच्छी बातों की सराहना नहीं कर पाएंगी इसीलिए अगर उनकी गलती माफ़ी के काबिल हो तो उन्हें माफ़ करके आगे बडें ।
    • अपनी गलतियों को भी मानें , अच्छी पत्नी बनने के चक्कर में ये न भूल जायें की आप कब गलती कर रही हैं ।
    • अपनी गलती मान लेने से रिश्ता और खूबसूरत बनेगा ।
विधि 4
विधि 4 का 4:

प्यार के लिए वक़्त निकालें

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  1. चाहे आप कितने भी मुश्किल नौकरी में हों प्यार के लिए वक़्त निकालें , अगर आपके बच्चे नहीं हैं तो हफ्ते में एक बार नहीं तो दो हफ्ते में एक बार अपने पति के साथ डेट पर जाएँ । चाहे कितना भी अजीब लगे फिर भी अच्छे कपडे पहनें और किसी अच्छी जगह पर जाएँ ताकि आपका प्यार आपस में और बढ़े ।
    • आपकी डेट ज़रूरी नहीं है रोमांटिक डेट हो । आप बोलिंग , मिनी गोल्फ खेलने या फिर ऐसे ही कहीं रात बिताने के लिए जा सकते हैं । एक दुसरे के साथ वक़्त बिताने के लिए जो करना चाहें वो करें ।
  2. अगर आपके रोज़ की दिनचर्या में सेक्स नहीं है तो आप उसकी उपेक्षा करने लग जायेंगे । अगर आप एक दुसरे को प्यार नहीं करेंगे तो इंसान अक्सर चिडचिडा या दुखी रहने लग जाता है । याद रखें की सेक्स करने से दोनों लोगों के बीच में नजदीकियां बढती जो की दोनों लोगों के लिए बहुत ज़रूरी है ।
    • हर रिश्ते में हर साथी की अलग ज़रुरत होती है सेक्स को लेकर । अपने पति की हर ज़रूरत को पूरा करें तभी आप खुश रह पाएंगे ।
  3. हर रोज़ या फिर सुबह और शाम अपने पति के साथ 6 सेकंड भर की किस ज़रूर करें चाहे उसके बाद सेक्स करने का वक़्त न हो आप के पास । आपके पति को यह नहीं लगना चाहिए की आप उन्हें वैसे ही किस कर रही हैं जैसे अपने बच्चों को करती हैं , अपनी किस में वो कामुकता बनाएं रखें ।
    • जब आप प्यार करें तो सीधे सेक्स पर न जायें । इतना याद रखें की किस्सिंग प्यार करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो ।
  4. वहां पर टीवी , लैपटॉप और काम से जुड़े सामान को न रखें । आपका बेडरूम सिर्फ सोने के लिए और सेक्स करने के लिए होना चहिये । अगर आप अपने बच्चों के खिलोने या अपना कोई काम को बेडरूम में लायेंगी तो आपको अपना बेडरूम एक पवित्र जगह नहीं लगेगा । अपने घर के इस हिस्से को सिर्फ सेक्स और सोने के लिए रखने से आपके प्यार और मज़बूत होगा ।
    • आप और आपके पति अपने बेडरूम में से ऐसी चीज़ों को निकाल दें जिनकी ज़रुरत न हो। इसको आप एक मज़ेदार गतिविधि भी बना सकते हैं ।

सलाह

  • बात करके मसलों को सुलझाने की कोशिश करें । अपने शादी किसी वजह से की है और आपको साथ भी उसी वजह से रहना चाहिए |
  • एक औरत तभी अच्छी बीवी बन सकती है जब वह अपने आप से खुश और संतुष्ट हो । आप खुश रहेंगी तो सब खुश रहेंगे ।
  • अगर आपको शादी में फिर भी तकलीफ हो तो काउंसलिंग के लिए जाएँ । तलाक दोनों के लिए और बच्चों के लिए भी दुखदायक रहता हैं । अपनी शादी को बचाने की पूरी कोशिश करें और एक दुसरे की ज़रूरतों को समझ कर उन्हें पूरा करें ।
  • ज़बरदस्ती न करें । अगर आपके पति कोई काम न करना चाहें तो उनके साथ ज़बरदस्ती न करें । ऐसा करना आपके रिश्ते के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है ।
  • कई बीवीयाँ अपनी जिम्मेदारियां अपने धर्मं के हिसाब से निभाती हैं । लेकिन उन शादियों में जहाँ धर्मं अलग अलग हों दोनों ही पति पत्नी के अलग विचार हो सकते हैं इन जिम्मेदारियों को लेकर । अपने धर्मं का पालन करें पर अपनी ज़रूरतों का भी ख्याल रखें । झुक कर हर बात मान लेने से आप एक अच्छे साथी नहीं बन पाते हैं ।
  • जो लोग अपनी शादी में खुश होते हैं वह सेहत, पैसे और खुशियों में खेलते हैं उन लोगों के बजाय जो कुंवारे या तलाकशुदा होते हैं । विज्ञान में भी यह बात साबित की है की ऐसे लोगों को दिल की बीमारी , कैंसर या स्ट्रोक कम होते हैं । उनके बीच घरेलु हिंसा के कम केस होते हैं और वह एक अच्छी ज़िन्दगी व्यतीत करते हैं ।
  • अगर आपको शादी में तकलीफें आये तो आप बाहर वालों से सलाह ले सकते हैं , अपने घरवालों और दोस्तों से सलाह न लें क्यूंकि वह आपको गलत राय दे सकते हैं और अगर आपके और आपके पति के बीच में सब ठीक हो भी गया तो भी वह आपके पति को गलत समझते रहेंगे ।
  • याद रखें आपके पति और आप एक जुट हो कर काम करें । जब आप उन्हें उनकी कामयाबी तक पहुँचने में मदद करेंगी तो उनकी कामयाबी आपकी भी कामयाबी होगी । उनक काम आसान करेंगी तो वह आपका बहुत अहसान मानेंगे ।
  • अगर सेक्स करते वक़्त आपको कोई चीज़ सही न लगे तो आप उन्हें यह बात बता दें ताकि वो ज़बरदस्ती न करें आपके साथ ।
  • भगवान् से मांगें की वो आपको साथ रखें । इसीलिए दोनों की एक जैसी मान्यता रखनी ज़रूरी है |

चेतावनी

  • अपने पति के साथ हिंसक व्यव्हार न करें । अपने पति के तरफ अपने गुस्से को कभी भी बेकाबू न होने दें । इसके विपरीत अगर आपके पति आपके साथ हिंसक व्यव्हार करें तो वह भी बर्दाश्त न करें । [३]

विकीहाउ के बारे में

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