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कोई भी अपनी सुन्दर स्किन को मुहांसों से ख़राब होते हुए नहीं देखना चाहता, विशेषरूप से तब जब आपका कोई स्पेशल दिन आने वाला हो | सही प्रोडक्ट्स और सही तकनीक के द्वारा आप तुरंत लास्ट मिनट में भी चेहरे के दाग-धब्बों (blemishes) को साफ़ करने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन आमतौर पर 24 घंटों में मुहांसों को पूरी तरह से हटा पाना नामुमकिन होता है, फिर भी आप पिम्पल्स के साइज़ और रेडनेस को काफी हद तक कम कर सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

एक दिन का ट्रीटमेंट प्लान फॉलो करें

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  1. क्विक-फिक्स कॉर्टिसोन शॉट (cortisone shot) के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें: जब सेलिब्रिटीज को किसी बड़ी इवेंट से पहले मुहांसे होते हैं तो वे फ़ास्ट ट्रीटमेंट के लिए सीधे अपने डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाते हैं | एक नीडल के द्वारा पिम्पल्स में सीधे कॉर्टिसोन को इंजेक्ट करने से एक ही दिन में काफी हद तक मुहांसों को कम किया जा सकता है बल्कि दाग-धब्बों को साफ़ किया जा सकता है | [१]
    • संभवतः हो सकता है कि तुरंत सलाह लेने के लिए आपके पास किसी डर्मेटोलॉजिस्ट का नंबर न हो या लास्ट मिनट में अपॉइंटमेंट फिक्स करने और रेगुलर इंजेक्शन्स के लिए आप बहुत पैसे खर्च न कर सकते हों | [२]
    • अगर आप कॉर्टिसोन इंजेक्शन नहीं लगवा सकते हैं तो एक्ने ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपचार कर सकते हैं |
  2. मुहांसे साफ़ करने के लिए आपको चेहरे को अच्छी तरह से धोना होगा | मुहांसों में कई सारे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो पोर्स को बंद कर देते हैं इसलिए इन बैक्टीरिया से लड़ने के लिए सबसे पहले एक कोमल लेकिन प्रभावशाली एक्ने वाश से चेहरे को धोएं | [३]
    • कुछ लोग मुंह धोने के लिए कपडे का उपयोग करते हैं लेकिन इसके लिए आपके हाथ ही काफी होते हैं |
    • गर्म पानी के साथ निर्देशित मात्रा में एक्ने वाश मिक्स करके इसे धीरे-धीरे सर्कुलर मोशन में चेहरे पर मलें |
    • गर्म पानी से चेहरे को धो लें और अब धीरे-धीरे थपथपाकर सुखाएं |
  3. एक्ने (acne)को एक्ने “हेड्स” (acne heads)के साथ अपने जोखिम पर ही खींचें: कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार मुहांसों को कभी भी खींचना नहीं चाहिए जबकि कुछ के अनुसार जरूरत पड़ने पर वाइटहेड्स पिम्पल्स को ठीक तरह से “निकालना” उचित होता है | अगर वाइटहेड्स के बिना ही आप किसी पिम्पल को हटाते हैं तो निश्चित ही वो और अधिक भद्दा दिखने लगेगा |
    • आप अपनी अंगुली, टॉवल, या पिन से वाइटहेड य पिम्पल को नोंच सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि पहले अपने हाथ या उपयोग किये जाने वाले उपकरण और पिम्पल को रबिंग अल्कोहल से विसंक्रमित कर लें |
    • आप चाहे तो मुहांसे को निकालने के लिए विशेषरूप से बनाये गये “एक्सट्रैक्शन टूल” ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं जिन्हें मुहांसे में चुभाकर वाइटहेड्स को बाहर निकल लिया जाता है लेकिन हो सकता है कि ये काम आप एक पिन के उपयोग से भी बेहतर रूप से किया जा सकता है | अगर आप इनमे से किसी टूल का उपयोग कर रहे हैं तो निर्देशों का पालन करें और उन्हें पहले विसंक्रमित (Sterilize) कर लें | [४]
  4. एक एस्ट्रिन्जेंट ऑप्शन के रूप में बेन्जॉयल पेरोक्साइड (benzoyl peroxide) लगायें: बेन्जॉयल पेरोक्साइड का उपयोग एक्ने उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया को मारने में किया जाता है | यह डेड स्किन सेल्स की लेयर को निकालकर उसके स्थान पर नयी और चमकदार स्किन को लाने में भी मदद करता है | [५]
    • आप बाज़ार में मिलने वाली किसी भी फार्मेसी पर बेन्जॉय पेरोक्साइड के अलग-अलग कंसंट्रेशन ढूंढ सकते हैं लेकिन 2.5% कंसंट्रेशन भी 5% या 10% कंसंट्रेशन वाले सलूशन के समान ही इफेक्टिव होता है और आपकी स्किन को भी कम उत्तेजित करता है |
    • आमतौर पर, आप किसी प्रोडक्ट की थोड़ी सी मात्रा लगाते हैं और उसे कई घंटे तक लगा रहने देते हैं और फिर धोकर साफ़ करते हैं और हो सकता है कि कुछ दिन बाद इस प्रक्रिया को फिर से रिपीट करते होंगे लेकिन ध्यान रखें कि प्रोडक्ट के निर्देशों को फॉलो जरुर करें |
  5. सैलिसिलिक एसिड (salicylic acid) को एस्ट्रिन्जेंट के विकल्प के रूप में उपयोग करें: बेन्जॉयल पेरोक्साइड के समान ही सैलिसिलिक एसिड का उपयोग भी मुहांसे उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया को मारने में किया जाता है | इसके कारण स्किन की सेल्स बहुत जल्दी-जल्दी शेड होती हैं और नयी स्किन की ग्रोथ होती है | [६]
    • चेहरा धोने के बाद थोड़ी सी मात्रा में सैलिसिलिक एसिड को प्रभावित हिस्से पर लगायें | विशेष डिटेल के लिए प्रोडक्ट पर लिखे निर्देशों को पढ़ें |
    • सैलिसिलिक एसिड आमतौर पर किसी भी ड्रग स्टोर पर आसानी से मिल जाता है लेकिन इसे सांवले रंग के लोगो को लगाने की सलाह नहीं दी जाती और न ही उन लोगों को लगाने की सलाह दी जाती है जो एस्पिरिन का उपयोग नहीं कर सकते |
  6. जेस्नर पील एक केमिकल पील है जिसमे सैलिसिलिक एसिड, लैक्टिक एसिड और रेसोर्सिनोल (resorcinol) पाए जाते हैं | एक कॉटन स्वाब को सलूशन में डुबायें और इसे सीधे अपने मुहांसे के ऊपर रखें | पैकेज पर लिखे हुए समय के अनुसार इसे चेहरे पर लगाये रखें | [७]
    • अगर आप रेटिन-A (Retin-A) का उपयोग कर रहे हैं तो इस पील का उपयोग न करें | इस पील का उपयोग करने से एक सप्ताह पहले रेटिन-A का उपयोग बंद कर दें |
    • अगर आपको सीवियर एक्ने हैं तो डर्मेटोलॉजिस्ट आपके पूरे चेहरे पर इस पील को लगा सकते हैं |
  7. ग्रीन क्ले मास्क रेडनेस और सूजन को कम करता है | इस मास्क को सीधे अपने चेहरे पर लगायें | इस मास्क को विशेषरूप से लेबल पर दिए गये समय के अनुसार लगभग 15 से 20 मिनट तक लगाये रखें | इसके बाद धोकर साफ़ कर लें | [८]
  8. ”क्विक-फिक्स” जेल या लोशन आज़माते समय रीयलिस्टिक (Realistic) रहें: हर एक व्यक्ति जिसे मुहांसे हैं, अपने मुहांसे ठीक करने के लिए कोई चमत्कार चाहता है और इसके लिए बाज़ार मे ऐसे कई तरह के प्रोडक्ट मिलते हैं जो ऐसा चमत्कार करने का दावा भी करते हैं | ऑनलाइन किसी प्रोडक्ट को देखकर या सेलिब्रिटीज के एडवर्डटाइज देखकर उन प्रोडक्ट के प्रति मोहित होकर उनका उपयोग करने की बजाय डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें |
    • अगर किसी प्रोडक्ट में बेन्जॉयल पेरोक्साइड या सैलिसिलिक एसिड जैसे एस्ट्रिन्जेंट्स पाये जाते हैं तो यह एक अच्छी बात है लेकिन इनमे से किसी एक का अकेले उपयोग करने पर उतने बेहतर परिणाम नहीं मिल सकते है (जबकि इनकी कीमत बहुत अधिक होती है) | |
  9. सूजे हुए एक्ने पर आइस क्यूब को कपडे में लपेटकर लगायें: आइस क्यूब्स को एक साफ़ कपडे या पेपर टॉवल में लपेटकर एक्ने के ऊपर धीरे-धीरे मलें | उस स्थान के सुन्न होने तक इसे वहीँ रखे रहें | अपना चेहरा फिर से गर्म होने पर आइस हटा लें और चाहे तो थोड़ी और देर तक आइस फिर से लगायें | [९]
    • आइस (ice) स्किन के नीचे स्थित ब्लड वेसल्स को संकुचित करके पोर्स के साइज़ को कम कर देती है | अगर आपके एक्ने पीड़ादायक हैं तो इससे दर्द भी होगा |
    • अगर आप आइस को सीधे अपनी स्किन पर लगाते हैं या कपडे में लपेटकर बहुत लम्बे समय के लिए लगाये रखते हैं तो स्किन डैमेज हो सकती है |
  10. एक कंसीलर (concealer) लगाएँ या कलर–करेक्टिंग (कलर-correcting) मेकअप का उपयोग करें: ऐसी पूरी सम्भावना होती है कि 24 घंटे में एक्ने पूरी तरह से ख़त्म न हो पायें इसलिए बचे हुए एक्ने को कंसीलर के द्वारा कवर किया जा सकता है | जितना हो सके, सबसे हलके इफ़ेक्ट वाले कोट (coat) को लगायें और आस-पास की स्किन में सावधानीपूर्वक ब्लेंड (blend) करें | [१०]
    • अगर आपके एक्ने बहुत लाल हैं तो ग्रीन और येलो शेड में कलर-करेक्टिंग (colour-correcting) मेकयप आजमायें | ये शेड्स लालिमा को झुपाने में मदद करेंगे |
    • मेकअप को चेहरे पर लगाकर ऐसे ही न छोड़े अन्यथा इससे बार-बार मुहांसे होते रहेंगे क्योंकि इससे पोर्स बंद हो जायेंगे और समय के साथ परेशानी और भी बढ़ जाएगी |
विधि 2
विधि 2 का 3:

मेडिकल एसट्रिन्जेंट्स (medical astringents) के स्थान पर घरेलू उपचार (Home Remedies) आजमायें

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  1. खाने योग्य एस्ट्रिन्जेंट्स जैसे टमाटर या केले का उपयोग करें: टमाटर में एसिड पाया जाता है जो पिम्पल्स को कम करने, पोर्स को बंद करने और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है | एक पके हुए टमाटर को आधा काटें और अब इस कटे हुए हिस्से को अपने चेहरे के एक साइड के प्रभावित हिस्से पर धीरे-धीरे लगभग एक मिनट तक रगड़ें | अपने चेहरे के दूसरी ओर भी इसी तरह लगायें | [११]
    • केले के छिलकों से एक्ने का इलाज़ करें जिन्हें कई लोग मच्छर के काटने पर लगाते हैं क्योंकि ये पिम्पल्स के साइज़ को थोडा कम करने में मदद का सकते हैं | प्रभावित हिस्से पर धीरे-धीरे केले के छिलके को मलें |
    • थोड़े से नमक, एक छोटी चम्मच विनेगर और एक बड़ी चम्मच मेपल सिरप को केले के छिलकों के साथ ब्लेंडर मे मिक्स करके पेस्ट बनायें | इसे अपने चेहरे पर लगाकर कम से कम 7 मिनट के लिए छोड़ दें | अब ठन्डे पानी से धोकर साफ कर लें |
  2. ग्रीन टी (green tea), विच हेज़ल (witch hazel) या टी ट्री (tea tree) ऑइल आजमायें: ग्रीन टी एक एस्ट्रिन्जेंट (astringent) है जिसमे भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं | थोड़े से गर्म पानी में इसके टी बैग को डालें और पूरे लिक्विड के साथ टी बैग निकाल लें और टी बैग को पूरी तरह से ठंडा होने दें, अब प्रभावित हिस्से पर इसे कम से कम 5 मिनट तक लगा रहने दें | [१२]
    • विच हेज़ल (witch hazel) भी एक बहुत अच्छा एस्ट्रिन्जेंट (astringent) है | ड्रग स्टोर्स या हेल्थ स्टोर्स पर बिना अल्कोहल वाले विच हेज़ल को खोजें | एक कॉटन बॉल से प्रभावित हिस्से पर इसकी थोड़ी सी मात्रा लगायें और सूखने दें | [१३]
    • टी ट्री (tea tree) ऑइल एक एंटीबैक्टीरियल एसेंशियल ऑइल है | [१४] एक ड्रॉपर से, एक कॉटन सवाब पर इस ऑइल की एक या दो बूँद लीजिये और एक्ने पर लगायें | अगर आपको कोई परेशानी हो तो इसका उपयोग बंद कर दें |
  3. अगर आप एस्पिरिन का उपयोग कर सकते हों तो एस्पिरिन पेस्ट लगायें: एक एस्पिरिन टेबलेट को पीस लें और पर्याप्त पानी मिलाकर पेस्ट बनायें | एक कॉटन स्वाब से लाइट कोटिंग एस्पिरिन पेस्ट को एक्ने पर लगायें | इसे कम से कम 30 मिनट के लिए लगा रहने दें | [१५]
    • अगर आपको एस्पिरिन से एलर्जी हो, रिये’स सिंड्रोम (Reye’s syndrom) हो, बहुत अधिक अल्कोहल पिया हो, प्रेग्नेंट हों या स्तनपान कराती हों या किसी बीमारी के लिए मेडिसिन ले रहे हों तो एस्पिरिन पेस्ट का उपयोग न करें |
विधि 3
विधि 3 का 3:

लॉन्ग-टर्म सलूशन खोजें

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  1. अपनी डाइट में बहुत ज्यादा चीनी लेने से एक्ने हो सकते हैं | साफ़-सुथरी स्किन के लिए अतिरिक्त शुगर वाले फूड्स जैसे कैंडी, बेक्ड (baked)चीज़ें और सोडा न लें | [१६]
    • हाई ग्लायसेमिक (glycemic) इंडेक्स वाले फूड्स जैसे वाइटब्रेड और वाइट राइस खाना बिलकुल बंद करें |
    • शुगर-फ्री विकल्प चुनें या नैचुरली स्वीट फूड्स जैसे फल खाएं |
  2. नींद में परिवर्तन और स्ट्रेस हार्मोन में बदलाव होने के कारण हो सकते हैं जो आगे चलकर एक्ने की संभावनाओं को बढ़ा देते हैं | हर रात अमूमन 7 से 9 घंटे बिना नींद टूटे लगातार सोने का लक्ष्य बनायें |
    • एक नियमित स्लीप रूटीन सेट करें, स्लीप-फ्रेंडली स्पेस बनायें और अगर आपको बार-बार नींद से सम्बंधित समस्याएं होती रहती हैं तो डॉक्टर से सलाह लें |
  3. अपनी लाइफ से तनाव को कम करें : हालाँकि यह सिद्ध नहीं हो सका लेकिन स्किन डिसऑर्डर और स्ट्रेस के बीच एक स्ट्रोंग लिंक है विशेषरूप से स्ट्रेस और एक्ने के बीच | यह संभव है कि सीबम (sebum) प्रोड्यूस करने वाली सेल्स जो अवरुद्ध होकर अंततः मुहांसों का कारण बनती हैं, उस व्यक्ति के द्वारा बहुत अधिक स्ट्रेस अनुभव किये जाने पर अनियमित होने लगें | [१७]
    • स्ट्रेस कम करने के लिए कुछ क्रिएटिव काम करें | कुछ लोग टहलकर अपनी स्ट्रेसफुल सिचुएशन से दूर हो जाते हैं | जबकि कुछ लोग कैनवास पर पेंटिंग करके स्ट्रेस कम करते हैं |
    • मेडीटेशन करें . आरामदायक स्थिति में बैठें, अपनी आँखें बंद करें, साँसों पर फोकस करें और धीरे-धीरे अपने शरीर की अवेयरनेस को बढायें |
  4. रेगुलरली अपने ऑयली हेयर्स को शैम्पू करें क्योंकि बालों के ऑइल से भी एक्ने हो सकते हैं | साथ ही, अगर आपके बाल लम्बे हैं तो उन्हें अपने चेहरे से पीछे ही बांधकर रखें |
    • साथ ही, हर सप्ताह तकिये के कवर को बदलें | सोते समय बालों से ऑइल तकिये पर लग जाता है |
  5. त्वचा को एक्स्फोलीएट करें : हर सप्ताह एक्ने स्क्रब से एक्स्फोलियेट (exfoliate) करने की आदत बनायें | जब आप किसी कोमल एक्स्फोलीएंट से चेहरे को धोएं तो ध्यान दें कि स्किन बहुत ज्यादा रगड़ें नहीं |
    • एक्ने स्क्रब के उपयोग के बारे में प्रोडक्ट पर लिखे हुए निर्देशों को फॉलो करें या डॉक्टर से सलाह लें |
    • एक्स्फोलियेटिंग (exfoliating) के द्वारा एपिडर्मिस पर जमी हुई डेड स्किन सेल्स की टॉप लेयर को कोमलता से साफ़ करके हटा दिया जाता है जिससे एक्ने-फ्री ताज़ा स्किन की नयी लेयर आने का रास्ता साफ़ हो जाता है |
  6. आपके सर्कुलेशन को सुचारू रखने के लिए और इसके द्वारा स्किन को हेल्थी और चमकदार बनाये रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज एक अच्छा ऑप्शन है | [१८]
    • अगर आमतौर पर आप स्वस्थ रहते हैं तो हर सप्ताह 150 मिनट की मॉडरेट-इंटेंसिटी की एक्सरसाइज करने का लक्ष्य रखें | अगर आप सुस्त हैं या कोई बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह लें |
    • एक्सरसाइज के बाद शावर लें या खुद को साफ़ करें | जब वर्कआउट के बाद आपको पसीना आता है तब आपके पोर्स गंदगी और धूल से बंद हो सकते हैं |
  7. हर दिन थोड़ी देर धूप में रहना (लगभग 20 मिनट) स्किन के लिए लाभदायक होता है लेकिन अगर आप लम्बे समय के लिए बाहर जा रहे हों तो सनस्क्रीन लगायें | अपनी स्किन टाइप और एक्ने की सिचुएशन के अनुसार बेस्ट सनस्क्रीन के बारे में डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से पूछें | [१९]
    • घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगायें: सन डैमेज से होने वाले दुष्परिणामों के द्वारा ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से लाभ कम मिलेंगे |
  8. डॉक्टर के द्वारा प्रेस्क्रिब मेडिकेशन लेने के बारे में सोचें: अगर आपको सीवियर या लगातार बने रहने वाले एक्ने हैं तो इनके लिए कई सारे ऑप्शन्स हैं | डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से बात करके पता लगायें कि इनमे से आपके लिए क्या उचित हैं |
    • महिलाओं के लिए, कभी-कभी ओरल कॉण्ट्रासेप्टिव्स (contraceptives) से भी मुहांसों का उपचार किया जाता है | बर्थ कण्ट्रोल मेडिकेशन शरीर से निकलने वाले हार्मोन्स को रेगुलेट करती हैं और मुहांसे भी कम कर सकती हैं |
    • अन्य ओरल एंटीबायोटिक्स मुहांसे उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया पर अटैक करती हैं | साथ ही ये मुहांसों की संख्या और सूजन भी कम करती हैं |
    • सीवियर केसेस में, आइसोट्रेटिनोइन (isotrtinoin- Accutnae) का उपयोग किया जाता है जो एक विटामिन-A डेरीवेटिव है और सीबम का प्रोडक्शन करने वाली ग्लैंड को संकुचित कर देता है | इसके उपयोग में कई सारे रिस्क और साइड इफेक्ट्स होते हैं जिन्हें इसका उपयोग करने से पहले समझना काफी जरुरी होता है | [२०]
  9. डेरी प्रोडक्ट्स में हार्मोन कंटेंट होते हैं और इसकी पुष्टि कुछ स्टडीज के द्वारा भी हो चुकी है कि मिल्क प्रोडक्ट्स और एक्ने के बीच सम्बन्ध होता है | इसीलिए जिन लोगों को काफी मुहांसे हों उनके लिए कुछ एक्सपर्ट्स डेरी डाइट कम या न लेने की सिफारिश करते हैं | [२१]

सलाह

  • पिम्पल्स को स्क्रेच न करें और न ही उन्हें खींचें क्योंकि इससे सिर्फ पोर्स ही बड़े होते हैं जिनमे से बैक्टीरिया और धूल आसानी से अंदर प्रवेश करने लगते है और इससे मुहांसे और बढ़ जाते हैं |
  • अपने हाथ चेहरे पर बार-बार न लगायें जिससे आपकी सेंसिटिव स्किन पर ऑइल, पसीना और जर्म्स (Germs) ट्रान्सफर होने से बच सके |
  • अगर आपकी स्किन या बाल ऑयली हैं और आप करवट से या पेट के बल सोते हैं तो हर 2 से 3 दिन में अपने तकिये के गिलाफ बदलें/धोएं | ध्यान रखें कि तकिये के गिलाफ या पिलोकेस ऑइल को अवशोषित कर लेते हैं और आप उसी तकिये पर रातभर अपना चेहरा रखकर सोते हैं! अगर आप हमेशा पीठ के बल ही सोते हैं तो सप्ताह में एक बार तकिये के गिलाफ बदलना भी काफी होगा |

चेतावनी

  • रोसिएसा (rosacea) ठीक करने के लिए एक्ने ट्रीटमेंट का उपयोग न करें बल्कि इसके लिए डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें |
  • कुछ एक्ने प्रिस्क्रिप्शन्स जैसे एक्युटेन (accutane) में आपको बर्थ कण्ट्रोल पिल्स लेनी पड़ती हैं, भले ही आप प्रेग्नेंट न हों तब भी |
  • गंभीर केसेस में, लम्बे समय तक रहने वाले एक्ने या मुहांसों के उपचार के लिए डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें |

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