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आपको चाहें एक हफ्ते का मील प्लान (meal plan) लिखना हो या किंडरगार्टन क्लास (kindergarten class) के लिए एक लेसन प्लान तैयार करना हो, सभी कामों के लिए वाइट बोर्ड्स बहुत उपयोगी टूल्स हैं। कुछ वाइट बोर्ड्स को एक ट्राइपॉड (tripod) या स्टैंड पर खड़ा करके यूज़ किया जाता है। लेकिन आमतौर पर उन्हें दीवार पर टांगकर यूज़ करने के लिए बनाया जाता है ताकि उन्हें आसानी से यूज़ किया जा सके। वाइट बोर्ड्स को टांगने के तीन तरीके हैं। आप किस जगह पर हैं और आपको दीवार पर कितने बदलाव करने की अनुमति है उसके अनुसार आप उनको सीधे दीवार में पेंचों से जोड़ें, टेम्पररी हुक्स यूज़ करें, या इंडस्ट्रियल स्ट्रेंग्थ स्टिकर पैचिस (industrial strength sticker patches) से उनको दीवार पर चिपकाएं।

विधि 1
विधि 1 का 3:

पेंचों से जोड़कर टांगें (Hanging With Screws)

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  1. वाइट बोर्ड को टांगने की जगह तय करने से पहले उसकी चौड़ाई को नापें। इससे आप तय कर पाएंगे कि पेंचों को कौन से स्थानों पर रखना चाहिए ताकि वे स्टड्स (दीवार के ढांचे में मौजूद लकड़ी या मेटल के पीसिस) के साथ ठीक से जुड़ जाएँ। [१]
    • अगर दीवार में तीन स्टड्स हैं तो आप नाप को तीन से विभाजित करें। यदि दो स्टड्स हों तो दो से करें, और इसी तरह स्टड्स के अनुसार विभाजित करें।
  2. ड्राईवॉल (गारा और प्लास्टर के बिना बनाई गई दीवार) अकेले वाइट बोर्ड को ऊपर पकड़े रहने के लिए पर्याप्त नहीं है। आप एक स्टड फाइंडर यूज़ करके (या दीवार पर खटखटाकर) आपने जो जगह चुनी है उसके पास स्टड्स का लोकेशन पता करें। जहाँ पर स्टड्स हों वहां पर निशान बनायें ताकि आप बाद में उनको यूज़ कर सकें।
    • स्टड फाइंडर को यूज़ करने के लिए आप उसे दीवार पर रखें, बटन को दबाएं, और उसे दीवार पर स्लाइड करें जब तक आपको स्टड की उपस्थिति का संकेत देने वाली एक “बीप” (beep) सुनाई दे।
    • स्टड्स के बीच में जो जगह है उसे भी नापें ताकि आप ड्रिल करनी की जगह तय कर सकें।
  3. वाइट बोर्ड के ऊपर और नीचे के हिस्से में ड्रिल करके छेद बनायें: आप स्टड्स के बीच में जितनी जगह है उसके अनुसार वाइट बोर्ड में ऊपर और नीचे छेद बनायें। ये करना बहुत महत्वपूर्ण है अगर आपके वाइट बोर्ड का फ्रेम लकड़ी के बजाय मेटल का बना है क्योंकि आप पेंच को मेटल में सीधे ड्रिल नहीं कर सकते हैं। [२]
    • पक्का करें कि आप जो ड्रिल बिट यूज़ कर रहे हैं वह आपके पेंचों की साइज़ से मैच करती है।
  4. पहले से ड्रिल करे हुए छेदों को स्टड्स की सीध में रखें: आपने जो छेद ड्रिल करें हैं उनको दीवार पर आपको जो स्टड्स मिले हैं उनकी सीध में रखें। अगर बोर्ड छोटा हो तो आप उसे खुद उठाकर ऊपर पकड़ें। यदि वह बड़ा हो तो उसे एक टेबल या सीढ़ी का सहारा देकर ऊपर रखें।
    • अगर आप में इतनी क्षमता हो तो आप बोर्ड को एक हाथ से पकड़ें और दूसरे हाथ से पेंचों को घुमाकर वाइट बोर्ड को दीवार में फिट करें।
  5. सब पेंचों को दीवार में लगाने से पहले, वाइट बोर्ड के ऊपर एक लेवल रखें ताकि बोर्ड के ऊपर के हिस्से का लेवल बराबर हो। अगर ऐसा न हो तो आप जल्दी से उसे एडजस्ट करें।
    • आप लेवल को वाइट बोर्ड के ऊपर टेप से चिपका सकते हैं ताकि वह अपनी जगह पर ठहरा रहे और आप बोर्ड को सही लेवल पर एडजस्ट कर सकें।
  6. पेंचों को आपने जो छेद ड्रिल करे हैं उनकी सीध में रखें। उन्हें एक इलेक्ट्रिक ड्रिल की मदद से दृढ़तापूर्वक दबाएं और वाइट बोर्ड को दीवार में जोड़ें। पेंचों को जितना सीधा रखना संभव हो उतना रखें।
    • अगर आपका हाथ फिसल रहा हो या पेंच अंदर तिरछा जा रहा हो तो आप रुक जाएँ और दोबारा शुरू करें। इस बार पेंच को स्थिर और सीधा रखें।
    • अगर छेद बनाते समय आप से कोई गलती हो जाये तो वाइट बोर्ड को थोड़ी ज्यादा ऊंचाई पर लगा सकते हैं ताकि गलती छिप जाये।
विधि 2
विधि 2 का 3:

वाइट बोर्ड के हुक्स यूज़ करें (Using Whiteboard Hooks)

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  1. दीवार पर एक ऐसी जगह चुनें जो बोर्ड के आयामों के अनुरूप हो। उसे पानी, या अगर वह ज्यादा गंदी हो तो पानी और विनेगर से पोंछकर साफ करें। आगे काम करने से पहले उस जगह को ठीक से सूख जाने दें।
    • अगर आप उसे जल्दी सुखाना चाहते हैं तो उसे एक साफ माइक्रोफाइबर कपड़े से पोंछ सकते हैं। टेरीक्लॉथ न यूज़ करें, वह अवशेष छोड़ सकता है जिसके कारण चिपकाना मुश्किल हो जायेगा।
  2. आप चाहें जो भी हुक्स यूज़ कर रहे हों, स्टिकर हुक्स या स्क्रू हुक्स उनको दीवार पर लगायें। आप उनको नापकर लगायें ताकि उनके बीच में बराबर जगह हो और वे सही ऊंचाई पर हों। [३]
    • हुक्स को लगाते समय तय करें कि उनको बोर्ड के ऊपर दिखाई देना चाहिए या बोर्ड के पीछे छिपा होना चाहिए। ये तय करेगा कि आप लूप्स या आइलेट्स (eyelets) को कहाँ लगायेंगे।
    • अगर आप स्क्रू हुक्स यूज़ कर रहे हैं तो पिछली विधि में बताई गयी स्टेप्स को देखें और हुक्स को ठीक से इंस्टॉल करें।
  3. आप हुक्स के बीच की जगह को नापकर पक्का करें कि वाइट बोर्ड की आइलेट्स उनके साथ संरेखित होंगी। उस नाप को सटीक होना चाहिए और आपको सब हुक्स के बीच में जो जगहें हैं उनको नापना चाहिए। [४]
  4. वाइट बोर्ड के पीछे के हिस्से में आइलेट्स फिट करें: पिछली स्टेप में आपने जो नाप ली है उसे यूज़ करके लूप्स या आइलेट्स को वाइट बोर्ड के पीछे फिट करें। ध्यान रखें कि वे एक सीधी लाइन में हों और फ्रेम पर दृढ़तापूर्वक जुड़ जाएँ। [५]
    • आप आइलेट्स को जितना ज्यादा सीधा रख सकते हैं उतना रखें। अगर वे थोड़ी सी भी तिरछी होंगी तो बोर्ड दीवार पर टेढ़ा लगेगा या हुक यूज़ करने लायक नहीं रहेगा।
  5. हुक्स और आइलेट्स को यूज़ करके बोर्ड को टांगें। ऊपर एक लेवल रखें ताकि आपका बोर्ड सीधा रहे। चेक करें कि हर एक हुक हर आइलेट में ठीक से फिट हो गया है। अगर केवल एक या दो हुक्स ठीक से इंस्टॉल किये गए होंगे तो बोर्ड की स्थिरता कमजोर हो जाएगी।
विधि 3
विधि 3 का 3:

इंडस्ट्रियल स्ट्रेंग्थ का गोंद यूज़ करें (Employing Industrial-Strength Adhesive)

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  1. गोंद के पैचिस को छोटे आइटम्स के साथ यूज़ करने के लिए बनाया जाता है। अगर आपका वाइट बोर्ड का वजन 1 या 2 किलो (3 या 4 पाउंड्स) से ज्यादा है तो उसे गोंद के साथ मजबूती से चिपकाना संभव नहीं होगा। यदि वह 1 या 2 किलो (3 या 4 पाउंड्स) से कम भारी है तो आप दीवार को डैमेज किये बिना उसे चिपका सकते हैं। [६]
    • अगर आपको अपने वाइट बोर्ड का वजन ठीक से न मालूम हो तो आप उसे एक किचन के तराजू (kitchen scale) पर रखकर नाप सकते हैं। नहीं तो, अपने वजन नापने वाले स्केल (weighing scale) पर उसे अपने हाथ में पकड़कर खड़े हो सकते हैं, फिर बोर्ड को पकड़े बिना खड़े हो सकते हैं और उसका वजन पता करने के लिए पहली वाली नाप में से दूसरी नाप को घटा सकते हैं।
  2. बोर्ड को टांगने का काम करने से पहले दीवार को पानी और विनेगर, या पानी और डिश सोप की मिक्सचर से अच्छी तरह से धोएं। गंदगी पर गोंद नहीं चिपकेगा इसलिए बोर्ड को गोंद के साथ एक गंदी दीवार पर टांगने की कोशिश न करें।
    • पक्का करें दीवार पूरी तरीके से सूख गयी है। फिर एक सूखे कपड़े से उसे पोंछें ताकि अगर कुछ गंदगी या चिकनाई रह गयी हो तो हट जाये।
  3. बोर्ड को पर्याप्त सहारा देने के लिए उसके ऊपर हर 6” से 8” के बाद एक गोंद की स्ट्रिप लगायें। अगर बोर्ड बड़ा हो तो आप उसके बीच के हिस्से में भी एक गोंद की स्ट्रिप चिपकाएं।
    • यदि आपका बोर्ड छोटा हो तो उसे स्थिर रखने के लिए आप उसके चारों कोनों में एक-एक गोंद की स्ट्रिप चिपकाएं।
  4. बोर्ड पर गोंद की स्ट्रिप्स चिपकाने के बाद आप पैचीस के पीछे के हिस्से में दीवार पर चिपकाने के लिए जो गोंद है उसके ऊपर का कवर हटायें। जब आप बोर्ड को दीवार पर लगाने जा रहे हों उसी समय इस स्टेप को करें क्योंकि इंडस्ट्रियल स्ट्रेंग्थ का गोंद सब तरह की धूल और मलबे को आकर्षित करता है।
    • संभव हो तो आप एक बार में एक स्ट्रिप को खोलें और उसे तुरंत दीवार पर दबाएं।
  5. पक्का करें कि वाइट बोर्ड सही लेवल पर है। फिर उसे दीवार पर दबाकर चिपकाएं। हर एक स्टिकर पर रुकें और उसे दीवार पर कसके दबाएं। ऐसे वह गोंद सामान्य स्कॉच टेप की स्ट्रिप से ज्यादा स्ट्रौंग होता है लेकिन उसे मजबूती से चिपकने के लिए भारी दबाव की ज़रूरत होती है। [७]
    • आपको गोंद को हथौड़े से ठोकने की ज़रूरत नहीं है। यदि आप उसे 30 सेकंड तक दीवार पर दबायेंगे तो वह अपनी जगह पर ठहरा रहेगा।
  6. आप हर 2 से 3 महीने बाद चेक करें कि गोंद की स्ट्रिप्स ठीक से चिपकी हुई हैं और अगर वे अलग हो रही हों तो उनको दीवार पर दबाएं ताकि वाइट बोर्ड अचानक नीचे न गिर जाये।
    • कुछ पेंट धीरे-धीरे छिलकर हट जाते हैं। हो सकता है कि आपको कुछ गोंद की स्ट्रिप्स को समय -समय पर दोबारा अप्लाई करने की ज़रूरत हो।

सलाह

  • अगर आपको पक्का पता न हो कि दीवार पर क्या-क्या बदलाव करने की अनुमति है तो अपने प्रिंसिपल, ऑफिस मैनेजर, लैंडलॉर्ड, वगैरह से पूछें।
  • दो बार नापें ताकि नाप बिलकुल सही हो।
  • वाइट बोर्ड को अपनी ज़रूरतों के अनुसार टांगें। हो सकता है कि एक छोटे ऑफिस या किचन के लिए स्कूल-साइज्ड वाइट बोर्ड (school-sized whiteboard) की ज़रूरत न हो।

चेतावनी

  • एक बड़े वाइट बोर्ड को स्टिकर्स या कमजोर प्लास्टिक के हुक्स से टांगने की कोशिश न करें। वह गिर सकता है और किसी को चोट लग सकती है।
  • स्टड को चेक करे बिना दीवार में पेंच न डालें। ऐसा करने से ड्राईवॉल फट सकती है।
  • बिजली से चलने वाले टूल्स या पावर टूल्स को यूज़ करते समय आँखों को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षात्मक उपकरण यूज़ करें।

विकीहाउ के बारे में

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