असली दुनिया हो या डिजिटल वर्ल्ड, खासतौर से COVID-19 बीमारी के समय में, इन दोनों में ही ऐसी कोई न कोई खबर मिल ही जाती है, जो झूठी भी होती है और मन को परेशान करने वाली भी। हो सकता है कि आपका सामना भी किसी मन को परेशान करने वाली ऑनलाइन पोस्ट से हो जाए। हालांकि, इस तरह के कंटेन्ट के लिए रिस्पोंड करने और इनका सामना करने के कई सारे तरीके मौजूद हैं—लेकिन चाहे जो भी परिस्थिति क्यों न हो, आपके लिए पहले अपनी मेंटल हैल्थ के बारे में सोचना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।
चरण
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शेयर करने या रिप्लाई करने से पहले थोड़ा रुकें: गलत खबर सच में बेहद इमोशनल करने वाली हो सकती हैं और इनसे आपको शायद बहुत बेकार, दुख या यहाँ तक कि डर भी महसूस हो सकता है। साथ ही, न्यूज और सोशल मीडिया साइट्स की वजह से इस तरह के पोस्ट और आर्टिकल्स को शेयर करना बहुत आसान बन गया है—इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होता, केवल एक बटन ही तो दबाना होता है। चाहे आपके मन में ऑनलाइन देखी किसी चीज के लिए कितने ही स्ट्रॉंग रिएक्शन ही क्यों न हों, थोड़ा रुकें और उसे शेयर करने या उसके लिए रिस्पोंड करने से पहले थोड़ा टाइम लेकर उसके कंटेन्ट को अच्छी तरह से एनालाइज करें। [१] X रिसर्च सोर्स
- यूएन वेरिफाइड इनिशिएटिव (UN Verified initiative) लोगों से कुछ भी "शेयर करने के पहले ध्यान देने" का आग्रह करता है।
- ये तब खासतौर से जरूरी हो जाता है, जब आप COVID-19 जैसी किसी बीमारी के बारे में कोई बात शेयर करते हैं।
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जानकारी की सत्यता की जांच करें: गलत खबर को इस तरह से बनाया जाता है, ताकि वो सभी को इंट्रेस्टिंग और सच लगे, इसलिए किसी के भी मन में इस तरह के हाइ क्वालिटी ग्राफिक्स या पोस्ट वाले कंटेन्ट के ऊपर भरोसा करने की इच्छा होना आसान होता है। इसी वजह से खबर क सत्यता की जांच करना बेहद जरूरी हो जाता है! सोर्स और वैबसाइट को, लेखक और उनके क्रेडेंशियल्स (उनके परिचय या साख) को देखें, सौर साथ ही पब्लिकेशन डेट को भी चेक करें। उसके उद्देश्य को भी चेक करना न भूलें। [२] X रिसर्च सोर्स
- आप चाहें तो एक बार उसके कंटेन्ट को कुछ इस तरह की फ़ैक्ट-चेकिंग वैबसाइट पर जाकर क्रॉस-रेफरेंस कर सकते हैं, जिनके बारे में यहाँ पर दर्शाया गया है: https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_fact-checking_websites
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अगर किसी पोस्ट में कोई गलत सूचना है, तो उसके बारे में दूसरे लोगों को भी पता चलने दें: अगर आप कोई परेशान करने वाली पोस्ट को देखते हैं, फिर उसमें किए गए दावों की गहराई से जांच करते हैं और फिर पाते हैं कि वो सही नहीं हैं, तो इसके बारे में जरूर आवाज उठाएँ! [३] X रिसर्च सोर्स एक शांत, पोलाइट मैसेज के साथ में कमेन्ट करें, जिसमें उसके कंटेन्ट के बारे में जो भी गलत है, उसके बारे में एक्सप्लेन किया गया हो। कुछ ऐसे सॉलिड सोर्स की लिंक भी एड करें, जो इस तरह की गलत इन्फॉर्मेशन का पर्दाफाश कर सके, ताकि दूसरे लोगों को भी तथ्य या फ़ैक्ट के बारे में पता चल सके।
- गलत या झूठी इन्फॉर्मेशन वाले किसी भी पोस्ट को शेयर करने से बचें। लोग अक्सर इन्फॉर्मेशन की सच्चाई का पता करना छोड़ देते हैं और आर्टिकल के टाइटल, ग्राफिक या मीम को ही फ़ैक्ट मान लेते हैं।
- कई सोशल मीडिया साइट्स आपको ऐसी ही गलत इन्फॉर्मेशन या झूठी खबर रखने वाली पोस्ट के बारे में रिपोर्ट करने की सुविधा भी देती हैं।
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अगर आपको लगता है कि आप कोई पॉज़िटिव चेंज ला सकते हैं, तो एक जानकारी देता हुआ रिप्लाई तैयार करें: कुछ पोस्ट, भले ही परेशान करने वाले होते हैं, लेकिन ये असल में किसी की भूल से या अंजानवश पोस्ट हो जाते हैं। भले ही ये आपकी ज़िम्मेदारी नहीं है कि आप इन्टरनेट पर मौजूद हर एक शख्स को एजुकेट और इन्फॉर्म करते रहें, खासतौर से उन लोगों को, जिन्हें आप पर्सनली जानते हैं, ऐसे में आप एक ऐसा रिस्पोंस लिख सकते हैं, जो उसके नेगेटिव पॉइंट्स को क्लैरिफाइ और गलत साबित कर सके। ऐसा फील न करें कि आपको किसी अपसेटिंग पोस्ट के लिए रिप्लाई करना पड़ रहा है—अगर आपके लिए कुछ मायने रखता है, तो वो है आपकी मेंटल हैल्थ और जिस डिसीजन से आपको सबसे ऑनलाइन होने पर सेफ और सबसे ज्यादा पॉवरफुल फील हो। [४] X रिसर्च सोर्स
- जैसे, अगर कोई ऐसा पोस्ट करता है, जिसमें मास्क के COVID-19 को रोकने में नाकाम होने की बात कही गई है, तो आप ऐसा कह सकते हैं कि: “काफी सारे एक्सपर्ट्स कहते हैं कि मास्क आपको और दूसरों को COVID-19 से बचाकर रख सकते हैं। मैं समझता हूँ कि उन्हें पहनना थोड़ा अनकम्फ़र्टेबल लगता है, लेकिन फिर भी आपको इस तरह की गलत जानकारी को इस तरह से आँख बंद करके ऑनलाइन पोस्ट नहीं कर देना चाहिए।” [५] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें
- अगर आप किसी ऐसे पोस्ट के लिए रिप्लाई कर रहे हैं, जिसमें अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हुए दावे किए जा रहे हैं, जैसे कि किसी साजिश की थ्योरी को सपोर्ट करना, तो ऐसे में आप अच्छी तरह से रिसर्च किए और अच्छे सोर्स के साथ में रिप्लाई कर सकते हैं। [६] X रिसर्च सोर्स
- ये उस समय पर ज्यादा सही ऑप्शन होगा, जब आप किसी ऐसे इंसान को रिप्लाई कर रहे हैं, जिसके साथ में आपकी जान-पहचान है। हालांकि, ऐसे ट्रोल के ऊपर अपना टाइम वेस्ट न करें, जो निश्चित रूप से आपको परेशान करने की कोशिश में हैं।
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एक सहानुभूति भरा रिप्लाई लिखें, ताकि पोस्ट करने वाले को ऐसा लगे कि उसे समझा गया है: जब आप ऑनलाइन कोई बेहद अपसेटिंग पोस्ट देखते हैं, तब आपके लिए अपने उद्देश्य और इमोशन्स को अलग रखना आपके लिए ज्यादा मुश्किल हो सकता है। अगर आप ऐसा करना चाहते हैं, तो अपनी ओर से थोड़े बड़े बन जाएँ और पोस्ट करने वाले को जो भी कहना है, उसे सच में सुनें। फिर चाहे उनकी कही हुई बातों में चोट पहुंचाने वाले शब्दों को इस्तेमाल किया गया है, लेकिन हो सकता है कि वो भी शायद डरे हुआ या खुद ही में दुखी महसूस कर रहे हैं और ऑनलाइन इसे उजागर कर रहे हैं। एक ऐसा रिस्पोंस लिखें, जो पोस्ट के बारे में नहीं, बल्कि उन्हीं नेगेटिव फीलिंग्स के बारे में बताता हो। [७] X रिसर्च सोर्स
- जैसे, अगर कोई इंसान स्टीरियोटाइप या रूढ़िवादी विचारधारा पर आधारित कोई पोस्ट करता है, तो थोड़ा टाइम लेकर उस ऑरिजिनल पोस्ट करने वाले के इमोशन्स को समझने की कोशिश करें। जैसे, आप कुछ ऐसा कह सकते हैं: “मैं समझता हूँ कि परिस्थिति सच में अपसेटिंग और डरावनी है, लेकिन किसी के ऊपर दोष डालने से चीजें बेहतर नहीं होने वाली हैं।”
- अगर कोई किसी साजिश की थ्योरी की वकालत कर रहा है, तो उस सबजेक्ट को अपने हिसाब से सोचकर देखें। जैसे, अगर कोई COVID-19 के सिद्ध नहीं हुए और वेरिफ़ाई नहीं किए गए इलाज के बारे में पोस्ट करता है, तो आप उनसे ऐसा कुछ पूछ सकते हैं: “क्या आप इस ट्रीटमेंट को लेकर इतने कॉन्फिडेंट हैं कि आप इसे आपके लिए और आपके करीबियों के लिए अपना सकते हैं?” [८] X रिसर्च सोर्स
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अगर आप किसी ओर्गेनाइजेशन की तरह रिप्लाई कर रहे हैं, तो थोड़ा बड़प्पन दिखाएँ: सोशल मीडिया, खासतौर से अगर आप किसी ओर्गेनाइजेशन या ब्रांड को रिप्रजेंट कर रहे हैं, तो आपके लिए इसे बैलेंस करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि आप आमतौर पर अपने कस्टमर्स का सामना कर रहे होते हैं, इसलिए जितना हो सके, उतने सारे कमेंट्स या सवालों का जवाब देने की कोशिश करें, फिर चाहे ये कितने भी नेगेटिव ही क्यों न हों। अगर कोई इंसान लड़ने को काफी तैयार है और रुड है, तो ऐसे लोगों पर अपना टाइम और एनर्जी न बर्बाद करें। [९] X रिसर्च सोर्स
- अगर आप किसी नाराज कस्टमर के साथ में बात करने का फैसला कर रहे हैं, तो अपनी तरफ से मैच्योर रहने की और थोड़ा बड़प्पन दिखाने की पूरी कोशिश करें।
- जैसे, अगर कोई कस्टमर अपने रिस्पोंस में बहुत ज्यादा गलत भाषा का यूज करता है, तो ऐसा कुछ बोलें: “हमें यह सुनकर खेद हुआ कि आपको अच्छा अनुभव नहीं मिला।”
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कहाँ बोलना है, कहाँ नहीं को बहुत सावधानी के साथ चुनें: आपके लिए किसी भी डिबेट में जाने का मन होना बहुत आसान है, लेकिन ऑनलाइन होने वाली बहस से असल में काफी टाइम बर्बाद हो जाता है और साथ ही इनसे बहुत स्ट्रेस भी मिलता है। बल्कि, अपनी खुद की मेंटल हैल्थ के बारे में सोचें, और साथ ही आपके प्रयासों से कोई लाभ मिलेगा या नहीं, के बारे में भी सोचें। भले ही कुछ ऑनलाइन बहस सार्थक होती हैं, लेकिन कुछ नहीं भी होती हैं। आगे जाकर आपके लिए जो भी ऑप्शन सबसे सही होगा, उसे ही चुनें। [१०] X रिसर्च सोर्स
- जैसे, अगर आपका कोई फ़ैमिली मेम्बर उनकी वॉल (सोशल मीडिया अकाउंट) पर कोई झूठा साइंस आर्टिकल पोस्ट करता है, तो आप उसकी बहस में पड़ने का फैसला कर सकते हैं।
- अगर कोई ट्रोल गलत या कठोर शब्दों का यूज करके स्पष्ट रूप से आपको उलझाने की कोशिश में हैं, तो ऐसे में दूर रहना ही संभावित रूप से सबसे सही रहेगा।
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अगर आपको नहीं लगता कि किसी पोस्ट के ऊपर आपको अपना समय बर्बाद करना चाहिए, तो उस पोस्ट को नजरअंदाज करें: आपका टाइम भी ठीक उतना ही इंपोर्टेंट है, जितना कि उस अपसेटिंग पोस्ट को शेयर करने या लिखने वाले का टाइम। अक्सर, इस तरह से उकसाने वाले कंटेन्ट के बीच में फँसना असल में इनके ऊपर आपके टाइम और एनर्जी को खर्च करने के लायक नहीं होता है। अपने कदम पीछे ले जाने में और किसी दिन लॉग आउट करने में कोई बुराई नहीं है। कभी-कभी, कोई रिएक्शन न देना भी रिएक्ट करने का एक सबसे अच्छा तरीका होता है। [११] X रिसर्च सोर्स
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नाराजगी भरे रिस्पोंस को केवल टाइप करें, उसे भेजें नहीं: ऑनलाइन नजर आने वाली चीजों को देखकर उदास या परेशान होना एकदम नॉर्मल है, फिर चाहे ये चीजें आपके किसी जान-पहचान वाले के द्वारा पोस्ट की गई हों या फिर किसी अनजान इंसान के द्वारा। अपने मन में आने वाले सबसे पहले विचारों को लिखें, फिर अपने कदम पीछे कर लें। खुद को शांत होने का थोड़ा टाइम दें, फिर अपने मैसेज को एक बार फिर से पढ़ें। अपने फ्रेंड या फ़ैमिली मेम्बर से पूछें कि इस मैसेज को भेजा जाना चाहिए या नहीं, या फिर आपके लिए इस स्थिति को अपने हाल पर ही छोड़ देना ज्यादा सही होगा। [१२] X रिसर्च सोर्स
- जब आप आपके ऑप्शन के ऊपर विचार करें, तब आप एक्रोनिम SPACE और THINK का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। SPACE का मतलब है, रुकें थोड़ा ठहरें थोड़ा विचार करें कंफर्म करें और एग्जीक्यूट करें (Stop Pause Assess Confirm and Execute), जो आपको अपने विचारों और फीलिंग्स को ही हेल्दी तरीके से समझने में मदद कर सकता है।
- THINK एक्रोनिम में ऐसे कुछ सवाल होते हैं, जो आपको ये फैसला करने में मदद करते हैं कि किसी को रिप्लाई करना सही रहेगा या नहीं। विचार करें कि आपका रिस्पोंस सच, चोट पहुंचाने वाला, गैर-कानूनी, जरूरी या फिर दयाभाव से भरा (True, Hurtful, Illegal, Necessary, or Kind) है। अगर आपका रिप्लाई इन क्राइटेरिया को पूरा नहीं करता है, तो उसे नहीं भेजा जाना चाहिए।
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जिन लोगों की वजह से आपकी मेंटल हैल्थ पर नेगेटिव असर पड़ रहा है, उन्हें अनफ्रेंड करें या ब्लॉक कर दें: आपको ऐसे किसी भी इंसान के साथ में ऑनलाइन कनेक्टेड होने के लिए मजबूर महसूस नहीं करना चाहिए, जिनकी वजह से आपको किसी भी तरह से स्ट्रेस और चिंता होती है। “unfriend,” “unfollow,” और “block” फीचर्स बस यूं ही बिना किसी मतलब के नहीं होते हैं, इसलिए उन्हें इस्तेमाल करने से न घबराएँ! [१३] X रिसर्च सोर्स
- रेफरेंस के लिए, अच्छा होगा कि आप उन लोगों को अनफ्रेंड या ब्लॉक कर दें, जो जान-बूझकर किसी मकसद के चलते परेशान करने वाली चीजें पोस्ट करते हैं।
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ऐसे वर्ड्स या फ्रेज को म्यूट कर दें, जो आपको अपसेट करते हैं: कुछ प्लेटफॉर्म जैसे कि ट्विटर आपको आपके फीड में आने वाले विशेष फ्रेज को “mute,” या blacklist करने का ऑप्शन देते हैं। ये प्रोसेस थोड़ी टाइम लेने वाली हो सकती है, क्योंकि आपको आपके हर उन शब्दों को इनपुट करना होता है, जिन्हें आप ब्लॉक करने की कोशिश में हैं। अगर आप इतनी मेहनत करना चाहते हैं, तो ये आपको ऑनलाइन दिखने वाले अपसेटिंग पोस्ट्स के नंबर को कम या सीमित करने में मदद कर सकता है, जिससे आपके सामने ऐसे ज्यादा अपसेटिंग पोस्ट्स नहीं आएंगे, जिनके लिए आपको रिएक्ट करना पड़े। [१४] X रिसर्च सोर्स
- जैसे, अगर आप ट्विटर पर “COVID-19” फ्रेज को म्यूट करना चाहते हैं, तो अपनी भलाई के लिए इस टॉपिक को अपने फीड से हटाने के लिए आपको “COVID,” “coronavirus,” और इसी तरह के शब्दों को म्यूट करना होगा।
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अगर एक्टिविटी हार्मफुल है, तो पोस्ट या पोस्ट करने वाले की रिपोर्ट करें: भले कुछ ऑनलाइन कंटेन्ट केवल परेशान करने वाले और इग्नोर करने लायक होते हैं, लेकिन कुछ पोस्ट बहुत नुकसानदेह और डरावने होते हैं। चाहे फेसबुक, ट्विटर या इन्स्टाग्राम हो, आपको ऑनलाइन दिखने वाले नुकसानदेह कंटेन्ट की रिपोर्ट करके, लोगों को ऑनलाइन उनके एक्शन के जिम्मेदार महसूस कराएं। [१५] X विश्वसनीय स्त्रोत StopBullying.gov स्त्रोत (source) पर जायें
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अपने किसी करीबी इंसान से अपनी फीलिंग्स के बारे में बात करें: आपको ऑनलाइन दिखने वाली किसी चीज को लेकर उदास या नाराज फील करने में कोई खराबी नहीं है। किसी फ्रेंड या फ़ैमिली मेम्बर के साथ में बैठें और उन्हें बताएं कि किसी कंटेन्ट ने आपको किस तरह से परेशान किया है। अपनी भावनाओं को इस तरह से सभी के सामने रखने के बाद आपको काफी बेहतर महसूस होगा। [१६] X विश्वसनीय स्त्रोत StopBullying.gov स्त्रोत (source) पर जायें
- उम्मीद है कि आपका करीबी इंसान भी किसी टॉपिक के ऊपर ठीक आप ही की तरह फीलिंग्स शेयर करता होगा!
सलाह
- अगर आप आपके द्वारा मैनेज किए जाने वाले किसी वैबसाइट या फोरम में पर कोई अपसेटिंग कमेन्ट या पोस्ट देखते हैं, तो आप हमेशा उन्हें डिलीट कर सकते हैं। [१७] X रिसर्च सोर्स
- अगर आप ट्रोल का सामना कर रहे हैं, तो आप कोई मज़ाकिया रिप्लाई सोच सकते हैं। ज़्यादातर ऑनलाइन कॉन्फ़्लिक्ट्स या पोस्ट को सेटल करने के लिए डिबेट के जरिए बढ़ाने की जरूरत नहीं होती है। असल में, एक फनी या सार्केस्टिक रिप्लाई भी खुद को परेशान किए बिना ऑनलाइन ट्रोल को चुप कराने के कहीं ज्यादा अच्छा तरीका हो सकता है। ऐसी कोई चालाक बात सोचें, जो ट्रोल के साथ में आपको और बहस में डाले बिना, उसे वहीं पर चुप करा सके। [१८] X रिसर्च सोर्स
- अगर आप एक साइट मैनेज कर रहे हैं, तो एक मॉडरेटिंग और रिप्लाई सिस्टम तैयार करें। [१९] X रिसर्च सोर्स
- आप चाहें तो कभी-कभी, खासतौर से अगर ट्रोल आपके बारे में या आपके ओर्गेनाइजेशन के बारे में गलत जानकारी या धारणा फैला रहे हैं, तो उनके साथ में इसके पीछे की वजह के लिए फ़ैक्ट चेक कर सकते हैं। [२०] X रिसर्च सोर्स
रेफरेन्स
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- ↑ https://www.forbes.com/sites/johnrampton/2015/04/09/10-tips-to-dealing-with-trolls/#4e013ef254f4
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- ↑ http://telecomtoolbox.ri.umt.edu/responding-negative-posts-social-media/
- ↑ https://blog.hootsuite.com/how-to-deal-with-trolls-on-social-media/
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