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चाहे आपको अपने अकेलेपन के लिए एक शांत कमरा चाहिए या आप अपना खुद का रिकॉर्डिंग स्टूडियो या म्यूजिक स्पेस बनाना चाहते हैं आप जिस स्थान को इस्तेमाल करना चाहते हैं उसे आपको साउंड प्रूफ करना पड़ेगा | नीचे पढ़िए कुछ अहम् सलाह और जानिए कैसे सस्ते में आप प्रोफेशनल की तरह अपना कमरा साउंड प्रूफ बना सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 2:

आसान तरीके

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  1. आप दीवार पर मोटी ब्लंकेटस लगा कर थोड़ी आवाज़ अब्सोर्ब कर सकते हैं | [१] अगर आप थोड़ा पैसा खर्च करने को तैयार हैं, तो इसके बजाय भारी साउंड कर्टेन खरीद लें | [२]
    • अगर आपकी दीवारें मोटी और इंसुलेटेड हैं तो उससे और फायदा होगा |
  2. आप अपनी दीवारों को और थिक और साउंड प्रूफ करने के लिए बुकशेल्वस का इस्तेमाल कर सकते हैं | असरदार रूप से आवाज़ को रोकने के लिए दीवार को बुकशेल्व्स और बुक्स से ढक दें | इसके बदले में आपको एक अच्छी लाइब्रेरी मिल जाएगी |
  3. क्या आप ने कभी किसी पड़ोसी के म्यूजिक की तेज़ आवाज़ से अपने कमरे में चीज़ों के हिलने की आवाज़ सुनी है? अगर हाँ, तो आपको स्पीकर जैसे आइटम्स को माउंट करने पड़ेंगे | उन्हें माउंट करने के लिए वाइब्रेशन इंसुलेशन पैड्स का इस्तेमाल करें ताकि वो और किसी को परेशान नहीं करें | [३]
  4. रबर लूप को डोर के बेस से लूप करें ताकि गैप ब्लाक हो जाये | अगर गैप इतना बढ़ा है की स्वीप में नहीं आ सकता है, तो डोर के बेस पर पहले लंबर की स्ट्रिप नेल कर दें | [४]
  5. 12"x12" के पैनल 2" डेप्थ कर्व रिलीफ (depth curve relief) के साथ खरीदें | ये कम से ज्यादा फ्रीक्वेंसी को बर्दाश्त अच्छे से कर लेते हैं | कुछ पैनल में अडेसिव पील भी होता है | अगर अडेसिव पील नहीं हैं तो 3M स्प्रे अडेसिव की मदद से पैनल को दीवारों और सीलिंग से ग्लू कर दें | आपको जितनी ख़ामोशी चाहिए, उस मुताबिक आप सरफेस के कुछ या सारे पार्ट्स कवर कर सकते हैं | इससे कमरे के अन्दर की 'आवाज़' कम हो जाएगी और आपके कानों को आराम मिलेगा, ये खास तौर से तब ज़रूरी है जब आप एक म्यूजिक रेहेर्सल स्पेस बना रहे हैं |
    • ऐसा पैनल इस्तेमाल करें जो की फाइबरग्लास की पतली म्य्लर पेर्फोरेटेड से बना हो | इन पैनल के प्रकारों की साउंड को अब्सोर्ब करने की क्षमता ज्यादा महंगे स्पेशिलिटी टाइल को छोड़ बाकि पैनल में सबसे अधिक होती है | ये मार्किट में मोजूद अन्य के देखे आपको ज्यादा किफायती साबित होंगे |
विधि 2
विधि 2 का 2:

साउंड प्रूफ निर्माण

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  1. जितना ज्यादा थिक और डेंस मटेरियल होगा, वह उतना ही बेह्तर साउंड को अब्सोर्ब कर पायेगा | पतली साइज़ के मुकाबले ⅝" (1.6 सेंटीमीटर) ड्राई वाल (Dry Wall) का इस्तेमाल करने का प्रयत्न करें |
    • अगर आप मोजूदा दीवार में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं, तो एक बेसिक वाल फ्रेम बनाएं और सरफेस से जोड़ दें, और मोजूदा स्टड्स से उसे अच्छे से एंकर कर लें | इसे ड्राईवाल या शीट रॉक (Sheetrock) की नयी लेयर से कवर कर लें |
  2. जब भी साउंड किसी नए पदार्थ में जाती है, उसकी कुछ एनर्जी अब्सोर्ब हो जाती है और कुछ रिफ्लेक्ट | इस इफ़ेक्ट को बढ़ाने के लिए को दो ड्राईवाल या शीट रॉक की शीट्स से दीवार को बनाएं, और जितना हो सके इन दोनों के बीच जगह छोड़ दें | इसे डीकपलिंग (Decoupling) भी कहते हैं |
    • डीकपलिंग दीवार की रेजोनेंस के चलते उसके लिए लो फ्रीक्वेंसी को ब्लाक करना मुश्किल करता है | अगर गैप सिर्फ 1 इंच (2.5 सेंटीमीटर) या कम है, तो इफ़ेक्ट को कम करने के लिए डैम्पिनग कंपाउंड (Damping compound) का इस्तेमाल की सलाह दी जाती है | [५]
  3. अक्सर सभी दीवारों में दोनों तरफ की लेयर्स को छूती हुई एक सिंगल स्टड्स की रो मोजूद होती है | साउंड इन स्टड्स के रास्ते आसानी से निकल जाती है, जिससे आपका काम काफी कम हो सकता है | जब नयी दीवार बनाएं, इनमें से कोई स्टड प्लेसमेंट चुनें | [६]
    • इंटीरियर साइड की तरफ एक एक स्टड्स की डबल रो | ये सबसे साउंडप्रूफ तरीका है, पर इसके लिए दोनों रो के बीच काफी जगह खाली छोडनी पड़ेगी |
    • स्टड्स की एक स्टेग्गेरेड रो, एक इंटीरियर साइड से दूसरे की तरफ आल्टरनेट प्लेसमेंट करना |
  4. ये स्टड्स और ड्राईवाल के बीच में प्लेस होती हैं, और साउंड के लिए एक और बैरियर की तरह काम करता है | इसके लिए दो आप्शन हैं:
    • साउंड क्लिप्स (Sound clips) हैवी रबर कॉम्पोनेन्ट की वजह से साउंड अब्सोर्ब करने में सबसे ज्यादा असरदार साबित होते हैं | उन्हें स्टड्स में स्क्रू करें, एक हैट चैनल लगायें, और फिर ड्राईवाल को उस चैनल में स्क्रू कर दें | [७]
      Watermark wikiHow to कमरे को साउंडप्रूफ करें
    • रेसिलिएंट चैनल (Resilient channel) एक स्प्रिंगी मेटल चैनल होता है जो साउंडप्रूफिंग के लिए बेहतर साबित होता है | इसे स्टड्स और ड्राईवाल से ओफ़्सेट स्क्रू की मदद से स्क्रू कर लें | [८] इससे लो फ्रीक्वेंसी के देखे हाई फ्रीक्वेंसी की ब्लॉकिंग ज्यादा अच्छे तरीके से हो सकती है | [९]
      Watermark wikiHow to कमरे को साउंडप्रूफ करें
    • ध्यान दें की हैट चैनल साउंड प्रूफिंग में असरदार नहीं रहते हैं |
  5. ये जादूई वस्तु साउंड एनर्जी को हीट में परिवर्तित कर देता है | इसे दीवारों, फ्लोर या सीलिंग के लेयर्स के बीच इस्तेमाल किया जा सकता है | अन्य तरीकों से विपरीत, ये लो फ्रीक्वेंसी नॉइज़ को अब्सोर्ब कर सकते हैं | ये तब बेहतरीन रहते हैं जब आप म्यूजिक और होम थिएटर से तेज़ आवाज़ों की उम्मीद कर रहे हों। [१०]
    • इसे नॉइज़ प्रूफिंग ग्लू या विसकोइलास्टिक अडेसिव की तरह भी बेचा जाता है |
    • इनमें से कुछ कंपाउंड कुछ दिन या हफ़्तों की अवधि लेते हैं अपने पूरी क़ाबलियत तक "असर" करने में | [११]
  6. डैम्पिंग कंपाउंड सबसे बेहतरीन आल पर्पस साउंडप्रूफ़रस है, पर उसके इलावा और इंसुलेशन मटेरियल भी हैं |
    • फाइबरग्लास बहुत सस्ता और काफी असरदार मटेरियल है | [१२]
    • फोम इंसुलेशन साउंड प्रूफ नहीं कर पाता है | उसका सबसे बड़े फायदा होता है थर्मल इंसुलेशन |
  7. सामान के बीच छोटे से क्रैक और दरारें भी साउंड प्रूफिंग को ख़राब कर सकती हैं | खास एकॉस्टिकल सौल्क (एकॉस्टिकल सीलेंट की तरह भी बिकने वाली) इन दरारों को इलास्टिक, साउंड रेसिस्टेंट मटेरियल से भर देता है | सारी दरारों को भरें, साथ में दीवारों और खिड़कियों के पास की सीम्स को भी | इन सब चीज़ों को ध्यान में रखें: [१३]
    • वाटर बेस्ड सौल्क आसानी से साफ़ हो सकती हैं | अगर साल्वेंट बेस्ड सौल्क इस्तेमाल कर रहे हैं, तो लेबल चेक करके ये देख लें की वह आपके सामान को ख़राब तो नहीं करेगा |
    • अगर सौल्क का रंग दीवार के रंग से मेल नहीं खाता, तो ऐसा सौल्क चुनें जिस पर लिखा हो की उसे पेंट किया जा सकता है |
    • छोटे क्रैक के लिए सामान्य सौल्क का इस्तेमाल करें, क्योंकि एकॉस्टिकल सौल्क को संभालना मुश्किल होता है |
  8. दीवारों पर इस्तेमाल किये गए तरीकों से फर्श और छतों को भी साउंडप्रूफ किया जा सकता है | अक्सर, घर के मालिक ड्राईवाल की एक या उससे अधिक लेयर, बीच में डैम्पनिंग ग्लू के साथ लगा सकते हैं | [१४] एक और तरीके में, आप फर्श पर साउंडप्रूफिंग मेट लगा कर, कार्पेट को इनस्टॉल कर सकते हैं |
    • अगर फर्श के नीचे कोई कमरा नहीं है तो आपको फर्श को साउंडप्रूफ करने की ज़रुरत नहीं है |
    • मोटी कंक्रीट की छतें को इस ड्राईवाल और डैम्पनिंग कंपाउंड के अधिक इस्तेमाल से कोई फायदा नहीं मिलता है | इसके बजाय, एयर गैप के साथ एक ड्राईवाल लेयर ऐड करें, या फिर गैप को फाइबरग्लास इंसुलेशन से फिल करें |
  9. अगर आपके खत्म किये गए कमरे में साउंडप्रूफिंग सही नहीं हुई है, आप एकॉस्टिक पैनल का इस्तेमाल कर सकते हैं | सस्ते विकल्प भी मोजूद होते हैं, पर महंगे पैनल ज्यादा असरदार होते हैं |
    • इन सब को वाल स्टड्स या किसी और मज़बूत स्ट्रक्चर से ज़रूर अटैच करें |

सलाह

  • सेल्यूलोस सीलिंग टाइल्स को बदल दें | वह साउंड को रिफ्लेक्ट करते हैं |
  • अगर कोई भी ओपनिंग है जैसे लाइटिंग इत्यादि के लिए तो उन्हें सौल्क कर दें और साथ ही ड्राप सीलिंग का पेरिमीटर भी |

चेतावनी

  • दीवारों, फर्शों और छतों में कोई भी कंस्ट्रक्शन या भारी बदलाव किसी अनुभवी व्यक्ति की मोजूदगी में होना चाहिए |
  • हमेशा स्टैण्डर्ड STC साउंडप्रूफ रेटिंग सिस्टम काम नहीं आता है | वह 125 हेर्टज़ से नीचे की फ्रीक्वेंसी नहीं पकड़ पाता है जिसमें म्यूजिक, ट्रैफिक, एयरप्लेनस और कंस्ट्रक्शन की आवाजें शामिल हैं | [१५]

विकीहाउ के बारे में

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