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टिनिटस या कर्णनाद में कानों में घंटियों (Ringing) या भँवरे के गुंजन (Buzzing) के समान ध्वनि आती है | इसके कई सारे कारण होते हैं जैसे; तेज़ आवाज़ का शोर, कान में वैक्स या मैल जमा होना, हार्ट या ब्लड वेसल्स की परेशानी, किसी बीमारी के लिए डॉक्टर द्वारा दी गयी दवा और थाइरोइड डिसऑर्डर (thyroid disorders) | इसके सटीक निदान के लिए डॉक्टर को दिखाएँ और फिर उनके अनुसार ट्रीटमेंट प्लान करें | कई केसेस में टिनिटस ठीक नहीं होता लेकिन इसको कम गंभीर या इसकी तीव्रता को कम करने के कई उपाय हैं | उदाहरण के तौर पर, साउंड जनरेटर, हियरिंग एड्स और दवाओं के द्वारा घंटियों की आवाज़ या भँवरे जैसी आवाज़ को कम करने में मदद मिल सकती है | टिनिटस रिसर्च, एक अनवरत विकासशील क्षेत्र (constantly evolving field) है और आपको इसके लिए एक्सपेरिमेंटल थेरेपी भी आज़माना चाहिए |

विधि 1
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टिनिटस के लक्षणों से राहत पायें (Relieving Tinnitus Symptoms)

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  1. साउंड जनरेटर के द्वारा रिंगिंग और बज़िंग को कम करें: साउंड जनरेटर वाइट नॉइज़ (white noise), आरामदायक ध्वनि या सॉफ्ट म्यूजिक के द्वारा रिंगिंग और बज़िंग को कम करता है | इसके विकल्प के रूप में छोटे, इन-इयर डिवाइस, हेडफ़ोन्स और वाइट नॉइज़ मशीन पाए जाते हैं | आप एयर कंडीशनर, एयर प्यूरीफायर, पंखे या लो वॉल्यूम वाले टेलीविज़न जैसी घरेलू उपकरणों के उपयोग को भी आज़मा सकते हैं | [१]
    • हालाँकि, साउंड थेरेपी टिनिटस को ठीक नही करती लेकिन ये लक्षणों को बहुत कम कर सकती है, एकाग्रता को बढ़ाती है और नींद लाने में मदद कर सकती है |
    • मेडिकल-ग्रेड साउंड थेरेपी डिवाइसेस महंगी हो सकती हैं और ये इनश्योरेन्स प्लान्स से कवर भी नही होते हैं | अगर आपको अधिक किफायती उपाय की आवश्यकता है तो वातावरणीय ध्वनियाँ या म्यूजिक या वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर धीमा, आरामदायक संगीत चुनें |
    • कई तरह की तेज़ आवृतियों युक्त तरंगों (Stable, neutral sounds) जैसी ध्वनियों की अपेक्षा स्थिर, उदासीन ध्वनियाँ जैसे वाइट नॉइज़ (“श्शश” जैसी ध्वनि) अधिक प्रभावकारी होती है | [२]
  2. बहरेपन को मैनेज करें और हियरिंग एड्स के द्वारा टिनिटस को कम करें: अगर आपको बहरेपन का अनुभव हो तो बाहरी ध्वनियों के वॉल्यूम को बढ़ाकर हियरिंग एड्स रिंगिंग या बजिंग को कम कर सकते हैं | आपके डॉक्टर आपको एक कर्णरोग विशेषज्ञ (ऑडियोलोजिस्ट) या एक हियरिंग स्पेशलिस्ट के पास जाने की सलाह दे सकते हैं | वे एक उचित हियरिंग एड्स को चुनने और पहनने में आपकी मदद कर सकते हैं | [३]
    • अगर आपको बहरेपन की शिकायत न हो तो भी आप हियरिंग एड्स ले सकते हैं या उन्हें इम्प्लांट करा सकते हैं जो ऑडिटरी नर्व (auditory nerve) उत्तेजित करते है या वाइट नॉइज़ के द्वारा रिंगिंग या बजिंग को कम करते हैं |
    • हालाँकि हियरिंग एड्स महंगे होते हैं परन्तु अधिकतर इनश्योरेन्स प्लान्स बेसिक हियरिंग एड्स को कवर करते हैं |
  3. डॉक्टर से एंटी-डिप्रेसेंट (anti-depressant) और एंटी-एंग्जायटी (anti-anxiety) दवाओं के बारे में जानें: मनोचिकित्सक दवाएं लक्षणों की तीव्रता को कम कर सकती हैं, टिनिटस से सम्बंधित अनिद्रा में राहत पहुंचा सकती हैं जिससे टिनिटस का सामना करना आसान हो जाता है | ये दवाएं टिनिटस के उन सीरियस केसेस में बहुत लाभकारी सिद्द होती हैं जिनमे टिनिटस के लक्षण तनाव, एंग्जायटी और अवसाद (डिप्रेशन) के लिए ट्रिगर का काम करते हैं | [४]
    • तनाव, एंग्जायटी और डिप्रेशन आमतौर पर टिनिटस को बदतर बना देते हैं | ये इमोशन और टिनिटस एक परिपत्र सम्बन्ध या ट्रिगर का रूप धारण कर सकते हैं और एक-दूसरे को और अधिक बदतर बना देते हैं | अगर आपको भी ये सर्कुलर इफ़ेक्ट अनुभव हो तो डॉक्टर की सिफारिश के अनुसार एंटी-डिप्रेसेंट या एंटी-एंग्जायटी दवाएं लें |
    • एंटी-डिप्रेसेंट और एंटी-एंग्जायटी दवाएं अवांछित साइड इफेक्ट्स उत्पन्न कर सकती हैं जैसे, धुंधली दृष्टी, मुंह सूखना, मितली, कब्ज़, चिडचिडापन और सेक्स ड्राइव कम होना | डिप्रेशन, आत्महत्या करने के विचार या गुस्से जैसे असामान्य लक्षणों या साइड इफेक्ट्स के बारे डॉक्टर से सलाह लें |
  4. ऐसा काउंसलर चुनें जो टिनिटस मैनेज करने की पर्याप्त जानकारी रखता हो: थेरापिस्ट, टिनिटस और इसके कारण आपके जीवन की गुणवत्ता पर होने वाले प्रभावों का सामना करने में आपकी मदद कर सकता है | आमतौर पर थेरेपी में टिनिटस के उपचार के कुछ भिन्न तरीकों के संयोजनों का उपयोग किया जाता है जैसे, मेडिकेशन या साउंड थेरेपी | [५]
  5. डॉक्टर से एक्सपेरिमेंटल थेरेपी के बारें में पूछें: अभी तक टिनिटस का कोई उपचार नहीं खोजा जा सका है लेकिन रिसर्च जारी हैं इसलिए आप एक्सपेरिमेंटल थेरपी का सहारा ले सकते हैं | ब्रेन औए तंत्रिकाओं की इलेक्ट्रॉनिक और मैग्नेटिक उत्तेजना के द्वारा टिनिटस उत्पन्न करने वाले अत्यधिक सक्रीय नर्व सिग्नल्स को ठीक किया जा सकता है | ये तकनीकें भी विकासित की जा रही हैं इसलिए इनमे से आपके लिए उचित तकनीक के बारे में डॉक्टर से जानकारी लें | [६]
    • निकट भविष्य में नए उपचार भी उपलब्ध होंगे इसलिए नयी-नयी थेरेपी की जानकारी के लिए डॉक्टर या हियरिंग स्पेशलिस्ट से संपर्क बनाये रखें | [७]
विधि 2
विधि 2 का 3:

जीवनशैली में परिवर्तन के द्वारा टिनिटस मैनेज करें (Managing Tinnitus with Lifestyle Changes)

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  1. तेज़ शोर टिनिटस के लक्षणों के लिए ट्रिगर हो सकता है और लक्षणों को और बदतर कर सकता है | जब आप कोलाहल वाले वातावरण में काम करते हैं, पॉवर टूल्स का उपयोग करते हैं, वैक्यूम करते हैं या कोई अन्य कोलाहलयुक्त काम में व्यस्त हों तब सुरक्षात्मक इयर प्लग या मफ़ पहनें | [८]
  2. नियमित कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज (cardiovascular exercise) विशेषरूप से लाभकारी होती है इसलिए वाकिंग, रनिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग करें | आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हुए एक्सरसाइज ब्लड फ्लो को बढ़ा सकती है जिससे हार्ट और ब्लड सर्कुलेशन की समस्याओं से सम्बंधित टिनिटस में राहत मिल सकती है | [९]
    • सक्रीय बने रहना, इमोशनल हेल्थ के लिए भी लाभदायक होता है |
    • अगर आप नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं करते हैं और विशेषरूप से पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हों तो एक नए एक्सरसाइज रूटीन को शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लें |
  3. तनाव टिनिटस को बढ़ा सकता है इसलिए अगर आपको घबराहट, चिंता या अभिभूत अनुभव होना शुरू हो तो गहरी सांस लें और छोड़ें | धीरे-धीरे 4 गिनने तक सांस अंदर खींचें, फिर 4 गिनने तक सांस रोके रखें और अब धीरे-धीरे 4 गिनने तक सांस को छोड़ें | अपनी श्वास को 1-2 मिनट के लिए लगातार या आराम मिलने तक नियंत्रित करें | [१०]
    • कोई समुद्रीतट या बचपन की कोई मनभावन याद जैसे दृश्यों की कल्पना करते हुए सांस लें |
    • तनावपूर्ण स्थिति और तनावपूर्ण लोगों से दूर रहने की कोशिश करें | अगर आपके पास पहले से काफी जिम्मेदारियां हैं तो नयी जिम्मेदारियां न लें या खुद को जिम्मेदारियों के बोझ के नीचे न दबाएँ |
    • योग या मार्शल आर्ट की क्लासेज भी एकाग्रता बढाने और दिमाग को शांत करने में मदद कर सकती हैं | सामाजिक घटकों से जोड़ने वाली एक क्लास ज्वाइन करें जिससे आपकी सम्पूर्ण मानसिकता में सुधार आये |
  4. अल्कोहल छोड़े और कैफीनेटेड कॉफ़ी, चाय, सॉफ्ट ड्रिंक्स और चॉकलेट के उपभोग को सीमित करें | ये तत्व ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकते हैं जिससे टिनिटस बढ़ जाता है | विशेषरूप से निकोटिन हानिकारक होता है इसलिए जरूरत होने पर तम्बाकू छोड़ने के लिए डॉक्टर से सलाह लें | [११]
    • अगर आपको टिनिटस की वजह से सोने में परेशानी होती है तो कैफीन छोड़ने से काफी राहत मिल सकती है |
विधि 3
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आधारभूत स्थितियों का उपचार (Treating Underlying Conditions)

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  1. टिनिटस में कान में रिंगिंग या बजिंग साउंड सुनाई देते हैं | हालाँकि ये सिर्फ लक्षण हैं, कोई वास्तविक बीमारी नहीं इसलिए आधारभूत कारणों को खोजने के लिए चेकअप कराएं | इसके लिए डॉक्टर एक फिजिकल एग्जामिनेशन करेंगे और आपकी सुनने की क्षमता को परखेंगे | [१२]
    • टिनिटस के संभावित कारणों में शामिल हैं; तीव्र कोलाहल, इयर वैक्स या कान में मैल जमा होना, हार्ट या ब्लड वेसेल्स की समस्या, डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाएं और थाइरोइड डिसऑर्डर |
  2. आप टिनिटस के लिए अपने फैमिली डॉक्टर या प्राइमरी हेल्थ केयर प्रोवाइडर को दिखा सकते हैं, वे आपको ऑडियोलोजिस्ट के पास भेज सकते हैं जो कि एक हियरिंग स्पेशलिस्ट या E.N.T. (जो नाक, कान और गले के रोगों के विशेषज्ञ) होते हैं | ये स्पेशलिस्ट टिनिटस ठीक करने के लिए बेहतर लॉन्ग टर्म मैनेजमेंट प्लान बना सकते हैं |
  3. बार-बार तीव्र कोलाहल के संपर्क में आने पर डॉक्टर को दिखाएँ: तेज़ आवाज़ के कारण सुनने की शक्ति ख़त्म होना आमतौर पर टिनिटस का मुख्य कारण है | अगर आप किसी फैक्ट्री या कंस्ट्रक्शन में काम करते हैं या पॉवर टूल्स का उपयोग करते हैं, नियमित रूप से कॉन्सर्ट में शामिल होते हैं, म्यूजिशियन हैं या विस्फोटक ब्लास्ट के संपर्क में बने रहते हैं तो आपको टिनिटस होने की सर्वाधिक सम्भावना है | [१३]
    • डॉक्टर को तीव्र कोलाहल के संपर्क के बारे में बताने से अन्य मेडिकल कंडीशन को जानने में भी मदद मिल सकती है |
  4. आपके द्वारा पहले से ली जाने वाली दवाओं की जानकारी भी डॉक्टर को दें: 200 से ज्यादा दवाएं टिनिटस को उत्पन्न करने या उसे बढाने के तौर पर जानी जाती हैं | उदाहरण के तौर पर, कुह एंटीबायोटिक्स, कैंसर की दवाएं, एंटीमलेरिया ड्रग्स और मूत्रल (डाइयूरेटिक्स) दवाएं | अगर आप इनमे से कोई दवाएं लेते हैं तो डॉक्टर को बताएं जिससे वे आपके डोज़ को कम कर सकें या थोड़े कम साइड इफ़ेक्ट वाले अन्य वैकल्पिक उपचार दे सकें | [१४]
  5. अगर आपके कान में मैल जमा हो गया है तो डॉक्टर उसे सींचकर साफ़ कर देंगे: कान का मैल (ear wax) जमा हो जाने पर इयर कैनाल अवरुद्ध हो जाते हैं जिससे बहरापन, चिडचिडापन और टिनिटस होता है | जरूरत होने पर डॉक्टर मेडिकेटिड ड्रॉप्स या स्पेशल सक्शन डिवाइस के द्वारा इयर कैनाल को सींचकर साफ़ कर सकते हैं | [१५]
    • डॉक्टर की सालाह के बिना खुद अपने कान को इर्रिगेट (सिंचन) न करें | आप घरेलू उपचार लाकर सकते हैं जैसे बेबी ऑइल लगाना या ड्रॉपर से हाइड्रोजन पेरोक्साइड डालना | हालाँकि ये उपचार भी डॉक्टर की सिफारिश से ही करना चाहिए |
    • अपने कान कॉटन स्वाब से साफ़ न करें अन्यथा इससे कान में उत्तेजना हो सकती है और इयर वैक्स, इयर कैनाल में अंदर की ओर जा सकती है |
  6. जरुरत होने पर, ब्लड प्रेशर या ब्लड वेसल्स की समस्याओं को मैनेज करें: डॉक्टर हाई ब्लड प्रेशर या अन्य रक्तपरिसंचरण सम्बन्धी परेशानियों के कारण होने वाले टिनिटस के लिए दवाएं लिखेंगे | डॉक्टर के द्वारा निर्देशित दवाएं लें और डॉक्टर से आहारशैली या जीवनशैली में उचित बदलाव करने के बारे में जानें | [१६]
    • उदाहरण के लिए, आपको नमक की मात्रा अपने भोजन में कम करनी होगी | खाना पकाते समय नमक के स्थान पर ताज़े और सूखे मसलों का उपयोग करें, नमकीन नाश्ता न करें, और अपने खाने में अतिरिक्त नमक डालने से बचें | डॉक्टर फैट इनटेक कम करने और ज्यादा एक्सरसाइज करने की सिफारिश भी कर सकते हैं |
  7. अगर जरूरत हो तो थाइरोइड डिसऑर्डर होने पर मैडिटेशन करें: टिनिटस का सम्बन्ध हाइपोथायराइडिज्म (कम सक्रीय थाइरोइड ग्लैंड) और हाइपरथायराइडिज्म (अधिक सक्रीय थाइरोइड ग्लैंड) दोनों से ही हो सकता है | डॉक्टर गले में स्थित थाइरोइड ग्लैंड में लम्प या सूजन को चेक कर सकते हैं और इसके फंक्शन को चेक करने के लिए ब्लड टेस्ट करा सकते हैं | अगर इनमे कोई गड़बड़ी आती है तो डॉक्टर थाइरोइड हार्मोन लेवल को नियमित करने के लिए दवाएं दे सकते हैं | [१७]
    • थाइरोइड की दवाएं दिन में एक विशेष समय पर और खाली पेट ही ली जाती हैं | अगर आप भी थाइरोइड की दवा लेते हैं तो डॉक्टर के निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें |

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