आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

हालाँकि कान का मैल (ear wax) एक प्राकृतिक पदार्थ है जो कान और कर्णनलिका (ear canal) की सुरक्षा में मदद करता है लेकिन कई बार ये ज्यादा बनकर बहरेपन या कान की अन्य समस्याओं का कारण भी बन जाता है | अगर आपको कान में घंटी सुनाई देना, सुनने में परेशानी होना या चक्कर आने जैसे गम्भीर लक्षण अनुभव हों तो डॉक्टर को दिखाएँ क्योंकि आपको कान का इन्फेक्शन या इससे भी ज्यादा सीवियर कंडीशन हो सकती है | लेकिन, साधारण से रखरखाव के लिए, कान के लिए सुरक्षित चीज़ जैसे सेलाइन सलूशन, हाइड्रोजन पेरोक्साइड या मिनरल ऑइल से कान के अतिरिक्त मैल को निकाला जा सकता है | हमेशा ध्यान रखें कि कान में डालने के लिए जिस चीज़ का इस्तेमाल करें, वो कान के लिए काफी सौम्य होना चाहिए जिससे फायदे की बजाय नुकसान न हो |

विधि 1
विधि 1 का 3:

कानों को लिक्विड सलूशन (Liquid Solutions) से साफ़ करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. कानों के लिए सेलाइन काफी सौम्य और इफेक्टिव सलूशन है जिससे कानों का मैल भी बाहर निकल आता है | इस सलूशन में एक कॉटन बॉल को भिगोयें और फिर प्रभावित कान को छत की ओर मोड़ें और कान में कुछ बूँद निचोड़ें | अपने सिर को उसी साइड कम से कम एक मिनट तक रखें जिससे सेलाइन कान में चला जाए और अब, इसके फ्लो को बाहर निकालने के लिए कान को दूसरी ओर झुकाएं | [१]
    • जब यह प्रोसेस हो जाये तब बाहरी कान को टॉवेल से धीरे से सुखाएं |
    • आप किसी ड्रग स्टोर से पहले से तैयार सेलाइन सलूशन खरीद सकते हैं या फिर 4 कप (950 मिलीलीटर) डिस्टिल्ड वॉटर में 2 बड़ी चम्मच (11.4 ग्राम) बिना आयोडीन वाला नमक मिलाकर खुद यह सलूशन बनायें | [३] आप डिस्टिल्ड वॉटर की जगह पर नल का पानी भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन पहले इसे कम से कम 20 मिनट तक उबालना होगा और इस्तेमाल से पहले ठंडा करना होगा |
    • अगर कान का मैल कठोर और अंदर तक धंसा हुआ (Impacted) है तो पहले इसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड, बेबी ऑइल या कमर्शियल इयर वैक्स रिमूवर की कुछ बूँदें डालकर नर्म करना होगा | [४]

    सलाह: ऐसे पानी का इस्तेमाल करें जो आपके शरीर के तापमान के अनुरूप हो

  2. कान के जिद्दी मैल को हाइड्रोजन पेरोक्साइड से नर्म करें: हाइड्रोजन पेरोक्साइड का एक अतिरिक्त लाभ यह भी है कि इसमें कान के कठोर मैल को घोलने की क्षमता भी होती है | कानों को साफ़ करने के लिए, एक साफ़ कॉटन बॉल को एक भाग पानी और एक भाग हाइड्रोजन पेरोक्साइड के घोल में भिगोयें या फिर इसकी कुछ बूँदें मेडिसिन ड्रॉपर या सिरिंज में भरकर इस्तेमाल करें | अपने कान को ऊपर की ओर मोड़ें और इसमें 3 से 5 बूँद डालें, अब 5 मिनट तक इंतज़ार करें और फिर तरल के फ्लो को बाहर निकालने के लिए फिर से कान को नीचे झुकाएं | [५]
    • इसके लिए आप साधारण पानी या सेलाइन वॉटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं |
    • एक सप्ताह तक इस सलूशन का इस्तेमाल दिन में 2 से 3 बार तक कर सकते हैं | अगर आपको कान में दर्द या उत्तेजना हो तो डॉक्टर से सलाह लें |
  3. हाइड्रोजन पेरोक्साइड के विकल्प के रूप में बेबी ऑइल या मिनरल ऑइल आजमायें: हाइड्रोजन पेरोक्साइड, की तरह ही बेबी ऑइल या मिनरल ऑइल भी कान के जिद्दी मैल को नर्म करने में मदद कर सकते हैं जिससे इसे आसानी से निकाला जा सके | इसके लिए एक मेडिसिन ड्रॉपर से कान में 2 से 3 बूँद ऑइल डालें और इसके बाद कान को उसी स्थिति में रखें जिससे ऑइल अंदर जा सके | ऐसा होने के बाद, सिर को दूसरी ओर झुका लें जिससे ऑइल और मैल (ear wax) बाहर आ जाए | [६]
    • इस उद्देश्य के लिए ग्लिसरीन का इस्तेमाल भी किया जा सकता है |
    • अपने कान को सेलाइन सलूशन से धोने से पहले कान के मैल को पहले से नर्म करने के लिए ऑइल का इस्तेमाल करें |
  4. गीले कान को सुखाने के लिए वाइट विनेगर और अल्कोहल का इस्तेमाल करें: अल्कोहल और वाइट विनेगर कान को साफ़ करने में मदद कर सकते हैं और अतिरिक्त नमी को भी सुखा देते हैं अन्यथा इसके कारण उत्तेजना और इन्फेक्शन हो जाता है | एक साफ़ कप में एक छोटी चम्मच वाइट विनेगर को एक छोटी चम्मच रबिंग अल्कोहल में मिक्स करें | एक आई ड्रॉपर में इस मिक्सचर को भरें और कान में 6 से 8 बूंद डालें | अब इस मिक्सचर को पूरी कर्णनलिका में जाने दें और इसके बाद अपने सिर को झुकाकर इसे बाहर निकाल दें | [७]
    • अगर कान में नमी बनी रहती हो तो इस सलूशन को कुछ महीनों तक सप्ताह में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है बशर्ते अगर डॉक्टर ने सिफारिश की हो तो | लेकिन अगर आपको कोई उत्तेजना या ब्लीडिंग होती दिखाई दे तो इसका इस्तेमाल रोकें और डॉक्टर से सम्पर्क करें |
विधि 2
विधि 2 का 3:

आमतौर होने वाली गलतियों से बचें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. कॉटन स्वाब का इस्तेमाल केवल ऊपरी तौर पर सफाई करने के लिए ही करें: कॉटन स्वाब का इस्तेमाल कान के बाहरी हिस्से में मौजूद कान के ऊपरी मैल को निकालने के लिए किया जा सकता है लेकिन इससे कभी भी कर्णनलिका को साफ़ करें | कर्णनलिका के टिश्यू काफी नाज़ुक होते हैं और कान के परदे (eardrum) या टिम्पेनिक मेम्ब्रेन (tympanic membrane) के नज़दीक के किसी टिश्यू में रगड़ के कारण क्षति होने से आसानी से डैमेज हो सकती है | [८]
  2. इयर कैंडल एक ऐसी प्रोसीजर है जिसमे एक कॉन-शेप्ड डिवाइस को कान में रखा जाता है और कैंडल में बाहरी खुले हिस्से को जलाया जाता है | ऐसा माना जाता है कि इस प्रोसीजर से एक वैक्यूम बनता है जो वैक्स और अशुद्धियों को कान से बाहर निकाल देता है | इयर कैंडल न केवल अप्रभावी है बल्कि इससे कई तरह के नुकसान और कान से सम्बंधित परेशानियाँ भी हो सकती हैं, जिनमे शामिल है: [१०]

    चेतावनी: संभवतः कॉटन स्वाब के सही इस्तेमाल न करने से ब्लॉकेज हो सकते हैं इसी तरह इयर कैंडल्स से इयर वैक्स कर्णनलिका में धकेले जाने से भी कान में ब्लॉकेज हो सकता है

  3. डॉक्टर ऐसा कर सकते हैं लेकिन आपको नहीं करना चाहिए | कर्णनलिका में बलपूर्वक भेजे गये लिक्विड आगे जाकर टिम्पेनिक मेम्ब्रेन तक पहुँच सकते हैं जिससे कान में इन्फेक्शन या अंतःकर्ण (inner ear) में डैमेज हो सकता है | [१२]
    • जब कान को इर्रिगेट (irrigate) किया जाता है तब ड्रॉपर, कॉटन बॉल या सिरिंज बल्ब से धीरे-धीरे एक बार में एक ड्रॉप लिक्विड ही डाला जाता है |
    • अगर कान के परदे में छेद हों या कान में सर्जरी के द्वारा ट्यूब्स डाली गयी हो तो कभी कोई लिक्विड कान नहीं डालना चाहिए | [१३]
विधि 3
विधि 3 का 3:

डॉक्टर से जाँच करवायें और ट्रीटमेंट लें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अगर कान के मैल के कारण कान में ब्लॉकेज होने जैसे लक्षण दिखें तो डॉक्टर को दिखाएँ: अगर आपको लगता है कि कान में बहुत ज्यादा मैल बनता है तो डॉक्टर से सलाह लें | वे न केवल उस मैल को सुरक्षित रूप से निकाल सकते हैं बल्कि यह सुनिश्चित भी कर सकते हैं कि ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी के चिन्ह हैं या नहीं | अगर आपको इनमे से कोई लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से सम्पर्क करें: [१४]
    • कान में दर्द
    • कान में ब्लॉकेज या भरे होने की अनुभूति
    • सुनने में परेशानी
    • कान में घंटियों की आवाज़ सुनाई देना
    • चक्कर आना
    • खांसी आना जिसका सम्बन्ध जुकाम या अन्य किसी कंडीशन से न हो

    क्या आप जानते हैं? हियरिंग ऐड्स (Hearing aids) कान में वैक्स के प्रोडक्शन को बढ़ा सकते हैं और वैक्स अंततः हियरिंग ऐड्स को खराब कर सकती है

  2. डॉक्टर से इन्फेक्शन या अन्य इसी तरह परेशानियों के बारे में जानें: अगर आपको कान में इन्फेक्शन या चोट है तो इससे ये लक्षण हो सकते हैं इसलिए और ज्यादा डैमेज से बचने के लिए सही डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट कराना बहुत जरुरी होता है | साथ ही, कान में होने वाले इन्फेक्शन या अन्य परेशानियों (जैसे कान का पर्दा फट जाना) में सफाई करके खतरनाक स्थितियों से बचाव किया जा सकता है | [१६]
    • अगर आपको कान में संक्रमण है तो इसके लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह देंगे | जब तक डॉक्टर कान में कोई चीज़ डालने के लिए न कहें तब तक कोई भी चीज़ (जैसे कॉटन स्वाब) या लिक्विड संक्रमित कान में न डालें |
    • अगर कान का पर्दा फट जाए या कोई चीज़ कान में फंस जाए तो मैल खुद निकालने की कोशिश न करें |
  3. अगर आपके कान में मैल बहुत ज्यादा बनता है तो उसे खुद निकालने की कोशिश न करें बल्कि डॉक्टर की क्लिनिक पर निकलवाएँ | डॉक्टर से क्यूरेट (curette- कर्णनलिका से वैक्स या मैल को खुरचकर बाहर निकालने के लिए विशेष रूप से बनाया गया घुमावदार उपकरण) या गर्म पानी से कान का मैल निकलवाने के लिए आग्रह कर सकते हैं | [१७]
    • कान से अतिरिक्त वैक्स को निकालने के लिए डॉक्टर आपको कुछ दवाएं भी लिख सकते हैं | इन प्रोडक्ट्स पर लिखे हुए निर्देशों को सावधानीपूर्वक पढ़ें और फिर उसे फॉलो करें अन्यथा इनके गलत इस्तेमाल से ये कान के पर्दे (eardrum) और कर्णनलिका को उत्तेजित कर सकते हैं |

सलाह

  • अगर डॉक्टर सिफारिश करें तो ही इयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें |
  • अगर घरेलू उपचार करने के एक सप्ताह बाद भी कानों में मैल भरा हुआ लगे तो डॉक्टर से सलाह लें |
  • कॉटन स्वाब को कान में इतने अंदर तक न धकेलें कि वो कर्णनलिका के संकरे प्रवेश मार्ग तक पहुँच जाए | अगर दुर्घटनावश कान का मैल या कॉटन स्वाब अंदर तक चला गया तो कान के परदे को क्षति पहुंचा देगा |
  • अपने कान को पकडे नहीं क्योंकि आपके हाथों में बैक्टीरिया हो सकते हैं जो इन्फेक्शन की रिस्क को बढ़ा सकते हैं |

चेतावनी

  • अगर कान में दर्द, बुखार, बहरापन या कानों में घंटियों की आवाज़ सुनाई दे तो जब तक डॉक्टर न कहें, कान का मैल निकालने के लिए कोई भी घरेलू उपचार न आजमायें |

संबंधित लेखों

एक कंडोम का प्रयोग करें
सेक्स की इच्छाओं पर काबू पाएँ (Control Sexual Urges)
कैसे पता करें कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़की है या लड़का?
जल्दी सिक्स पैक एब्स प्राप्त करें
कड़े मल को सॉफ्ट बनाएं
सेक्स की अवधी बढ़ाएं (Kaise Sex ka Samay Badhaye)
अपने मन पर काबू पायें (Control Your Mind)
अल्ट्रासाउंड पिक्चर पढ़ें (Read an Ultrasound Picture)
किसी को अपनी आँखों से हिप्नोटाईज (सम्मोहित) करें (Hypnotize Kaise Kare, Kaise Kisi ko Apne Bas Me Kare)
काम वासना पर विजय पायें
वीर्य की मात्रा बढ़ाएँ (Sperm, Shukranu ki sankhya badhayen)
सेक्स के बारे में सोचना बंद करें (Stop Thinking About Sex)
उत्तेजित लिंग (इरेक्शन) को शांत करें
महिला कंडोम का इस्तेमाल करें

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो २,९४४ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?