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जब आपको पीठ में दर्द उठे, तो एक दम से ये पता लगाना मुश्किल है की ये किस कारण से हो रहा है | पीठ के दर्द और किडनी के दर्द में अंतर कर पाना बहुत ही कठिन कार्य है | लेकिन, फर्क है दोनों दर्दों से जुड़ी जानकारी में | पीठ और किडनी दर्द में फर्क करने के लिए आपको सबसे पहले उस स्थान की पहचान करनी होगी जहाँ ये दर्द उठ रहा है, और आपको किस प्रकार के सिम्टम (symptoms) महसूस हो रहे हैं | अगर आप इस जानकारी को समझ सकते हैं, तो आप ये भी जान जायेंगे की किडनी का दर्द है या पीठ का दर्द |

विधि 1
विधि 1 का 3:

दर्द का आंकलन करना

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  1. पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों (buttocks) के आस पास फैले हुए दर्द को पहचानें: अगर आपको इन हिस्सों में दर्द हो रहा है, तो इसमें किडनी का कोई लेना देना नहीं है, और ये दर्द पीठ की मांसपेशियों में लगी चोटों के कारण हो रहा है | ये पीठ दर्द के सबसे आम स्थान हैं और किडनी के दर्द के बजाय पीठ का दर्द इन स्थानों पर ज्यादा फैलता है |
    • पीठ में लगी चोट शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों, जिनमे से एक हैं ग्लूटीयस मसल्स (gluteus muscles), के काम करने की क्षमता और दर्द को प्रभावित कर सकती है |
    • अगर आपको बहुत तीव्र और फैला हुआ दर्द, कमजोरी, सुन्नपन महसूस हो रहा है, और वो भी खास तौर से अपने पैरों में, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए | [१]
  2. ख़ास तौर से कूल्हों (hips) और पसलियों के बीच दर्द को महसूस करें: किडनी का दर्द अक्सर एक तरफ या फिर पीठ पर फ्लेंक (Flank) नाम के हिस्से में महसूस होता है | ये शरीर का वो हिस्सा है जहाँ किडनी होती है | [२]
    • पीठ के किसी और हिस्से में दर्द, जैसे पीठ के ऊपरी हिस्से में, किडनी की वजह से नहीं होगा |
  3. अगर आपके पीठ के निचले हिस्से में मौजूद दर्द के साथ पेट में भी दर्द हो रहा है, तो ये दर्द किडनी की वजह से होने की सम्भावना ज्यादा होती है | पीठ का दर्द अक्सर शरीर के पीछे के हिस्से में होता है | सूजी या संक्रमित किडनी की वजह से उत्पन्न दर्द शरीर के आगे और पीछे के हिस्से दोनों में होगा | [३]
    • अगर आपको पीठ में नहीं बल्कि सिर्फ पेट में दर्द है, तो वो किडनी की वजह से नहीं है |
  4. कई मामलों में, किडनी में लगातार दर्द होता है | वो दिन में बढ़ता या घटता रहेगा लेकिन कभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं होगा | लेकिन, पीठ का दर्द पूरी तरह से चला जायेगा और फिर बाद में लौट कर महसूस होगा | [४]
    • किडनी के दर्द की अधिकतर वजहों जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन्स (urinary tract infections) और किडनी स्टोंस (kidney stones) में, बिना इलाज के आराम नहीं मिलेगा | दूसरी तरफ, पीठ की मांसपेशियां, अपने आप ठीक हो जाती है और दर्द भी चला जाता है |
    • कुछ किडनी स्टोंस अपने आप ही बिना इलाज के आपके शरीर से बाहर निकल जाते हैं | [५] लेकिन, आपको किडनी में दर्द की वजह को डॉक्टर से जांच करवाना होगा |
  5. सिर्फ अपने पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस करें: अगर आपको फ्लेंक के सिर्फ एक तरफ दर्द हो रहा है, तो हो सकता है की वह किडनी की वजह से हो रहा है | किडनी फ्लेंक के पास ही स्थित होती है और उसमें मोजूद स्टोन आपकी किसी भी एक किडनी में दर्द को जन्म दे सकता है | [६]
विधि 2
विधि 2 का 3:

अलग अलग लक्षणों की पहचान करना

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  1. पीठ और किडनी के दर्द के बीच में फर्क करने का एक आसान तरीका है ये सोचना की क्या आपने हाल में कुछ ऐसा किया है जिससे पीठ में दर्द हो सकता हो | अगर आपने बहुत भारी वज़न उठाया है या लम्बे समय तक झुक के काम किया है, तो आपका दर्द किडनी की वजह से नहीं पीठ की वजह से होगा |
    • अगर आप हाल ही में लम्बे समय तक खड़े या बैठे रहे हैं तो ये पीठ के दर्द का कारण हो सकता है |
    • इसके इलावा, अगर आपकी पीठ में पहले से चोट लगी है तो हो सकता है की ये नया दर्द उसी पुरानी चोट से उभरा हो |
  2. मूत्र त्याग करने में अगर परेशानी हो तो इस पर ध्यान दें: क्योंकि किडनी यूरिनरी ट्रैक्ट का अहम् हिस्सा होती है, तो उससे जुड़ा संक्रमण या कोई और मसला मूत्र त्याग करने में आपको तकलीफ दे सकता है | अपने मूत्र में खून के संकेतों पर ध्यान दें और मूत्र त्यागते समय अगर ज्यादा दर्द हो तो इसे अनदेखा नहीं करें | [७]
    • अगर किडनी की वजह से दर्द हो रहा है तो आपका मूत्र गहरे रंग का या धुंधला सा हो सकता है |
    • अगर आपको किडनी की परेशानी, जैसे किडनी स्टोंस है तो आपको बार बार मूत्र त्यागने का मन करेगा | [८]
  3. पीठ के दर्द के कुछ मामलों में आपको पैरों और कूल्हों में रक्त के संचार और नसों में तनाव के कारण सुन्नपन महसूस हो सकता है | ये शियाटिक नर्व (sciatic nerve) से उत्पन्न पीठ दर्द का एक आम लक्षण है | [९]
    • बहुत ही तीव्र मामलों में ये सुन्नपन पैरों की उँगलियों तक भी जा सकता है |
विधि 3
विधि 3 का 3:

डॉक्टर से सलाह लेना

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  1. अगर आपको ऐसा दर्द है जो जा नहीं रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें: अगर किसी बीमारी की वजह से आपको दर्द हो रहा है तो आप उसे किसी डॉक्टर को दिखाएं | अगर आपने उसका तुरंत इलाज नहीं करवाया, तो ये आगे चलकर बढ़ी समस्याओं को जन्म दे सकते हैं जिससे आपको भविष्य में अन्य मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है |
    • अपने डॉक्टर के ऑफिस में फोन करके अपने सिम्टम स्टाफ को बताएं | वह फिर आपको मिलने के लिए एक उपयुक्त समय दे देंगे |
    • अगर आप बहुत तकलीफ में हैं तो मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली कॉमन दर्द की गोलियों के सेवन से दर्द का हल निकालना एक अच्छा अस्थायी विकल्प साबित होता है | लेकिन अगर आपका दर्द लम्बे समय से है तो आपको डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए ताकि दवाई से दर्द कम करने के बजाय आप बीमारी को जड़ से ही निकाल दें |
  2. जब भी आप डॉक्टर से मिलेंगे वो आपसे आपके सिम्टम के बारे में पूछेगा, और साथ ही की उनकी शुरुआत कब हुई और वो कितने तीक्ष्ण थे | उसके बाद वो एक फिजिकल जांच करेंगे जिसमें दर्द के स्थानों का आंकलन किया जायेगा | इस समय पर वो आपको ये बता पाएंगे की दर्द की असली वजह क्या है और एक खास डायग्नोसिस के लिए हो सकता वो आपके कई सारे टेस्ट भी करें |
    • चाहे डॉक्टर को पीठ में किसी ख़ास समस्या, जैसे स्लिप्प्ड डिस्क, या किडनी में कोई तकलीफ, का शक हो, वो आपसे इमेजिंग करवाने की सलाह देगा | ये एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, स्पाइनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI), या कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT) स्कैन के माध्यम से किया जा सकता है |
    • अगर डॉक्टर को आपकी किडनी में उठी किसी समस्या का अंदेशा है, तो वो कई प्रकार के ब्लड और यूरिन टेस्ट का सुझाव देंगे | इन टेस्ट की सहायता से आपको अन्य चीज़ों के इलावा, अपने ब्लड सेल काउंट और प्रोटीन काउंटस का अंदाज़ा हो जायेगा |
  3. एक बार आपको अपने दर्द की वजह का अंदाज़ा हो गया है, आपका डॉक्टर ट्रीटमेंट प्लैन बताएगा | इस प्लैन में दर्द और उसकी वजह दोनों का समाधान किया जायेगा | इसका मतलब ये की आपको दर्द कम करने की दवाई तो दी ही जाएगी साथ में संक्रमण या चोट के इलाज की दावा भी दी जाएगी |
    • अगर आपको किडनी में दर्द किडनी स्टोंस, किडनी में दर्द का आम कारण, की वजह से है, तो आपका डॉक्टर आपको दर्द के लिए दवाई देगा और अगर स्टोंस बढ़े हैं और पास नहीं होंगे तो हो सकता है सर्जरी की सलाह भी दे | [१०]
    • अगर आपको पुल्ल्ड बैक मस्सल (pulled back muscle) की समस्या है, जो की पीठ के दर्द की आम वजह है, तो आपका डॉक्टर आपसे दर्द को सँभालने, मांशपेशियों की देखभाल, और फिजिकल थेरेपी के विकल्पों के बारे में बात करेगा | [११]

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