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बालों का झड़ना, खासतौर से कम उम्र में या टीनेजर्स (teenagers) के लिए, निराशाजनक और शर्मनाक लग सकता है। जब कोई चीज बालों को बढ़ने से रोकने लगती है, उस समय बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं, [१] जिससे बालों की शेडिंग (hair shedding) या झड़ना और टूटना बढ़ जाता है। अगर आपके बालों का बढ़ना रुक गया है, तो जब तक कि आप इसके पीछे की छिपी हुई वजह को पहचान और उसका इलाज नहीं कर लेते, तब तक ये दोबारा बढ़ना शुरू नहीं करेंगे। कम उम्र में बालों के झड़ने के पीछे स्ट्रेस, बालों की सही देखभाल न करना या फिर मेडिकल कंडीशन के नाम शामिल हैं।

विधि 1
विधि 1 का 4:

अपने बालों के झड़ने के पीछे की वजह पता लगाना (Determining the Cause of Your Hair Loss)

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  1. अपने हेयर स्टाइलिस्ट से ट्रीटमेंट्स और स्टाइलिंग के बारे में पूछें: कुछ केमिकल प्रोसेस की वजह से आपके बाल शायद गिरना शुरू हो सकते हैं या फिर कुछ समय के लिए गिरने लगते हैं। इनमें बालों की ब्लीचिंग और कलरिंग, स्ट्रेटनिंग और पर्म (perm) शामिल हैं। स्ट्रेटनिंग आयरन या ब्लो-ड्राय से आने वाली गर्माहट की वजह से भी बाल झड़ना शुरू हो सकते हैं।
    • ऐसी हेयरस्टाइल जिनमें आपके बालों को टाइट खींचा जाता है, उनकी वजह से भी "ट्रेक्शन एलोपिसिया (traction alopecia)", एक कंडीशन जिसमें बालों के खिंचाव होता है), इसमें समय के साथ बाल डैमेज हो जाते हैं। अगर आपको स्केल्प में दर्द होता है, तो अपने बालों को पीछे पोनीटेल में या फिर बालों को खींचने वाली दूसरी हेयरस्टाइल में बांधने से बचें।
  2. अपने पैरेंट्स से पूछें कि आपके परिवार में इस तरह से बालों के झड़ने की कोई हिस्ट्री रही है। एडल्ट्स में होने वाले हेयर लॉस के पीछे की सबसे ज्यादा कॉमन वजह में — मेल या फ़ीमेल पैटर्न बाल्डनेस (गंजापन) — जेनेटिक्स या आनुवंशिकता से जुड़ा रहता है। हालांकि, हालांकि, जेनेटिक्स और हॉर्मोन्स का एक कोंबिनेशन भी टीनेज के दौरान, इसी तरह की बालों की समस्या शुरू कर सकता है।
    • रीसेंट स्टडीज़ से पता चला है कि जेनेटिक हेयर लॉस को लड़के और लड़कियों दोनों में ही अपने पैरेंट्स में से किसी भी एक से मिल सकता है। [२]
  3. बहुत थोड़ी से शेडिंग — जैसे कि एक दिन में कुछ 50 से 100 बाल तक गिरना — पूरी तरह से नॉर्मल है। हालांकि, स्ट्रेस या कोई ट्रॉमेटिक घटना (जैसे कोई एक्सीडेंट, सर्जरी, बीमारी) की वजह से भी बहुत ज्यादा शेडिंग हो सकती है। नॉर्मली, इस तरह से बालों के बहुत ज्यादा गिरने की समस्या 6 से 9 महीने के अंदर वापस ठीक हो जाती है, लेकिन लगातार रहने वाला स्ट्रेस इसे परमानेंट हेयर लॉस में बदल देता है। [३]
  4. टीनेजर्स उनके बालों के साथ में बिना सोचे समझे खेलते, उन्हें घुमाते या खींचते हैं। कुछ मामलों में, ये "ट्रिकोटिलोमेनिया (trichotillomania)" नाम की बीमारी का एक लक्षण हो सकता है, जिसमें लोग नर्वस या डिसट्रेक्ट होने पर अपने बालों को खींचने लगते हैं। [४] भले ही लोग इस बर्ताव को आमतौर पर बिना सोचे-समझे करते हैं, लेकिन इसकी वजह से बालों में बाल्ड या गंजे पैच रह जाते हैं।
    • ये बीमारी अक्सर स्ट्रेस की वजह से हुआ करती है। इसका प्रोपर इलाज कराने के लिए एक थेरेपिस्ट या फिर "ट्राइकोलॉजिस्ट (trichologist)" कहे जाने वाले स्केल्प स्पेशलिस्ट के पास जाएँ।
  5. मेडिकल कंडीशन के बारे में अपने फैमिली डॉक्टर या डर्मेटॉलॉजिस्ट (dermatologist) से मिलें: शायद ऐसी कोई बीमारी या कंडीशन हो सकती है, जिसकी वजह से आपके बाल झड़ने लगे हों। हॉर्मोनल कंडीशन, जैसे कि अनकंट्रोल डायबिटीज़, थायरोइड डिसीज या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) बालों के प्रॉडक्शन में रुकावट डाल सकती हैं। ल्यूपस (lupus) कंडीशन वाले लोगों को भी हेयर लॉस महसूस हो सकता है।
    • एनोरेक्सिया (anorexia) या बुलिमिया (bulimia) जैसे ईटिंग डिसऑर्डर वाले लोग को भी शरीर को बालों की ग्रोथ के लिए जरूरी प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी कर लेते हैं। कुछ वेजटीरियन टीन्स भी नॉन-मीट सोर्स से जरूरी प्रोटीन की भरपूर मात्रा नहीं मिलने की वजह से भी बालों का झड़ना महसूस कर सकते हैं।
    • एथलीट्स को हेयर लॉस होने का रिस्क ज्यादा रहता है, क्योंकि इनमें आयरन की कमी एनीमिया (iron-deficiency anemia) होने का खतरा ज्यादा रहता है। एनीमिया की वजह से फिर हेयर लॉस होना शुरू हो जाता है।
    • अक्सर स्केलिंग (स्किन जैसे भाग) और टूटे हुए बालों के साथ, स्कैल्प का दाद (ringworm) भी पैची बालों के झड़ने के पीछे का एक कारण होता है, जिसे टिनिआ कैपिटिस (tinea capitis) कहा जाता है। ये टीनेज में होना ज्यादा कॉमन तो नहीं होता, लेकिन ये हो सकता है। ये फंगल इन्फेक्शन की वजह से होता है और इसे ओरल मेडिकेशन (oral medications) से या फिर स्पेशल शैम्पू यूज करके ठीक किया जा सकता है।
  6. आपके स्केल्प पर इस तरह के एक या ज्यादा पैच का होना "एलोपिसिया एरेटा (alopecia areata)" नाम की एक त्वचा की बीमारी की ओर इशारा कर सकता है, जिसकी वजह से भी बाल झड़ते हैं। ये एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (autoimmune disorder) है, जिसमें आपका अपना इम्यून सिस्टम हेयर फोलिकल्स को डैमेज करता है। [५] अच्छी बात ये है कि, इसका इलाज किया जा सकता है और बाल भी आमतौर पर बस एक साल के अंदर वापस बढ़ना शुरू कर देते हैं। फिर भी, इससे जूझने वाले कुछ लोग लगातार या यहाँ तक कि हमेशा के लिए अपने बालों को खो बैठते हैं। [६]
    • अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो एलोपिसिया एरेटा कभी-कभी फुल बाल्डनेस (पूरा गंजा करना) या यहाँ तक कि पूरे शरीर के बालों को भी गिरा सकता है, हालांकि ऐसा बहुत कम होता है। [७] इसके प्रोपर डाइग्नोसिस के लिए एक डर्मेटॉलॉजिस्ट के पास जाएँ, जिसमें शायद एक माइक्रोस्कोप के नीचे बालों का एक सिम्पल एग्जामिनेशन किया जाएगा या फिर शायद आपको स्किन बायोप्सी (skin biopsy) की भी जरूरत पड़ सकती है। [८]
    • ये बीमारी एक से दूसरे में फैलती नहीं (not contagious) नहीं है। [९]
  7. कैंसर के इलाज के लिए की जाने वाली कीमोथेरेपी एक ऐसा मेडिकल ट्रीटमेंट है, जिससे बालों के झड़ने को जुड़ा हुआ माना जाता है। हालांकि, कई सारी प्रिस्क्रिप्शन दवाइयाँ — जिनमें एक्ने या मुहाँसे, बाइपोलर डिसऑर्डर (bipolar disorder) और ADHD का इलाज करने वाली दवाइयाँ भी शामिल हैं— इन सभी के साइड इफ़ेक्ट्स के चलते हेयर लॉस देखा जाता है। ऐसी डाइट की दवाइयाँ जिनमें एम्फ़ैटेमिन्स (amphetamines) होते हैं, उनसे भी साइड इफ़ेक्ट्स के तौर पर हेयर लॉस देखने को मिलता है। अपने डॉक्टर को आपकी चल रही सारी दवाइयों की पूरी एक लिस्ट दें, इसमें प्रिस्क्रिप्शन और ओवर-द-काउंटर ली जाने वाली दवाइयाँ शामिल हैं, ताकि आपके डॉक्टर परेशानी के पीछे की वजह का अच्छी तरह से पता लगा पाएँ।
विधि 2
विधि 2 का 4:

अपने बालों के देखभाल करने के तरीके को एडजस्ट करना (Adjusting Your Hair Care)

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  1. ऐसे हेयर प्रॉडक्ट का यूज करें, जिसे आपके बालों के टाइप के हिसाब से बनाया गया हो: आपके लिए शायद शॉप पर जाकर नजरों के सामने मौजूद कई अलग-अलग तरह के प्रॉडक्ट में से अपने लिए एक को चुनना शायद आपको मुश्किल लग सकता है। लेकिन टाइम लेकर उनके लेबल को पढ़ना और आपके बालों के टाइप के हिसाब से बने शैम्पू और कंडीशनर की तलाश करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। जैसे, अगर आपके बाल में कलर लगा है, तो फिर कलर-ट्रीट किए बालों के लिए तैयार किए प्रॉडक्ट का यूज करें। अगर आपके बाल केमिकली ट्रीट किए हैं या फिर डैमेज से जूझ रहे हैं, तो एक “2-इन-1 (2-in-1)” शैम्पू चुनने के बारे में सोचें। [१०] कुछ हेयर केयर प्रोफेशनल्स बेबी शैम्पू यूज करने की सलाह देते हैं, जो बालों के लिए माइल्ड होता है। [११] इनकी कीमत चाहे कितनी भी हो, कई शैम्पू और कंडीशनर ब्रांड लगभग एक ही तरह के फायदे देते हैं। ऐसा बिलकुल न सोचें कि आपको आपके बालों के टाइप के अनुसार बने प्रॉडक्ट को खरीदने के लिए बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत है।
    • बालों का झड़ना रोकने वाले (hair loss prevention) या बालों को दोबारा बढ़ाने (hair regrowth) वाले प्रॉडक्ट की तरह बेचे जाने वाले प्रॉडक्ट से बचकर रहें, क्योंकि इनके सपोर्ट में कोई भी साइंटिफिक एविडेंस नहीं हैं।
    • अपने हेयर स्टाइलिस्ट या डर्मेटॉलॉजिस्ट से आपके बालों के ऊपर बेस्ट सूट होने वाले बेस्ट हेयर प्रॉडक्ट के बारे में सलाह मांगें।
  2. अपने बालों को, खासतौर से अगर आपके बाल काफी ऑयली हैं, तो हर एक या दो दिन के बाद एक जेंटल शैम्पू और कंडीशनर से धोएँ। आप शायद ऐसा सोच सकते हैं कि बालों को हर दिन धोने की वजह से उनका झड़ना और भी ज्यादा बढ़ सकता है, लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है। हेयर फोलिकल्स जब गंदगी या ऑयल से ढंके होते हैं, तब वो सही तरीके से फंक्शन या अपना काम नहीं कर पाते हैं। [१२] रेगुलर वॉशिंग हेयर फोलिकल्स की हैल्थ को बेहतर बना देंगे और हेयर लॉस की ओर जाने वाली एक्सेसिव शेडिंग को रोक देंगे।
    • शैम्पू से बालों की स्ट्रेंड्स या लटों की सफाई करने की बजाय, स्केल्प की सफाई करने पर फोकस करें। केवल अपने बालों को धोने की वजह से ये रूखे बन सकते हैं, जिसकी वजह से ये टूटने या झड़ने लग जाते हैं। [१३]
    • हर बार शैम्पू करने के बाद अपने बालों को फिर से हाइड्रेट करने और बालों की स्ट्रेंथ को बेहतर बनाने के लिए कंडीशनर भी लगाएँ। शैम्पू के विपरीत, आपको इसे स्केल्प पर यूज करने से बचना है और केवल बालों के सिरों पर लगाने के ध्यान रखना है। [१४] स्केल्प को कंडीशन करने से स्केल्प ब्लॉक, फोलिकल्स अनहेल्दी हो जाते हैं। [१५]
    • शॉवर लेने के बाद अपने बालों को टॉवल से बहुत ज्यादा भी ज़ोर से रगड़ने से बचें — क्योंकि इसकी वजह से बाल टूटने और डैमेज होने लगते हैं।
  3. ब्लो ड्रायर्स, कर्लिंग आयरन और स्ट्रेटनिंग आइरन से आने वाली हीट की वजह से बाल डैमेज हो सकते हैं, जिसकी वजह से ये टूटने और झड़ने लग जाते हैं। [१६] ऐसी सभी प्रोसेस से बचें, जिनसे हीट डैमेज हो सकता है: अपने बालों को हवा में सूखने दें और ऐसी हेयरस्टाइल्स ही बनाएँ, जो आपके बालों के टेक्सचर के ऊपर काम करती हो।
    • आप चाहें तो किसी स्पेशल ओकेशन के लिए अपने बालों को हीट से स्टाइल कर सकती हैं। अगर आपको हीट स्टाइल करना ही है, तो बालों पर एक हीट-प्रोटेक्टिंग स्प्रे लगाकर उन्हें हीट से प्रोटेक्ट कर लें। [१७]
  4. [१८] बालों की स्ट्रेंड्स के ऊपर लंबे समय तक खिंचाव पड़ने की वजह से ट्रेक्शन एलोपिसिया (Traction alopecia) होता है। टाइट चोटी, पोनीटेल (ponytails) या ऐसी दूसरी हेयरस्टाइल्स, जो बालों के ऊपर स्ट्रेस डालती हैं, को बनाने से बचें। जब अपने बालों को कंघी, कर्ल या स्ट्रेट करें, तब उन्हें ज़ोर से नहीं खींचने का ख्याल रखें। अपने बालों में मौजूद उलझन को खोलने के लिए पतली कंघी से उसे हल्का सा खींचें। साथ में अपने बालों की टीजिंग (teasing) या बैककोंबिंग (backcombing) भी न करें।
  5. गीले बाल बहुत जल्दी खिंचने और इन पर ज़ोर पड़ने से गिर जाते हैं। अगर आप अपने बालों की चोटी करने वाली हैं या फिर उन्हें ट्विस्ट करने वाली हैं, तो फिर पहले बालों के सूखने का इंतज़ार करें।
  6. अगर आप अपने बालों को रेगुलरली डाइ करती या फिर केमिकल्स से ट्रीट करती हैं, तो बहुत सावधानी रखें। केमिकल प्रोसेस, जैसे कि बालों की स्ट्रेटनिंग या पर्मिंग की वजह से हेयर फोलिकल्स डैमेज और कमजोर हो जाते हैं, जिसकी वजह से वो टूटने और गिरने लग जाते हैं। [१९] पूल में लंबे समय तक केमिकल्स के एक्सपोजर से भी ठीक ऐसे ही प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। [२०]
    • जब भी हो सके, तो अपने बालों के ऊपर केमिकल ट्रीटमेंट से बचाए रखने की कोशिश करें।
    • जब भी पूल में जाएँ, तब अपने बालों को प्रोटेक्ट करने के लिए एक हेयर कैप पहनें। अगर आप एक रेगुलर स्वीमर हैं, तो फिर पूल में अपने स्केल्प और बालों से नमी को खोने से बचाने के लिए स्वीमर्स के लिए बने हेयर प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करें।
विधि 3
विधि 3 का 4:

लाइफ़स्टाइल में बदलाव करना (Making Lifestyle Changes)

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  1. एक सही डाइट आपको आपके बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल्स प्रोवाइड करेगी। अनबैलेंस डाइट (जो कभी-कभी वेजटीरियन या फिर ईटिंग डिसऑर्डर वाले लोगों में देखी जाती है) की वजह से अक्सर हेयर लॉस देखने को मिलता है। ऐसा होने से रोकने के लिए, इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें: [२१]
    • आयरन और ज़िंक (Iron and zinc): इन मिनरल्स को लीन रेड मीट (lean red meat), सोयाबीन और दालों (lentils) में पाया जाता है, ये आपके हेयर फोलिकल्स को बढ़ने में मदद करते हैं। [२२]
    • प्रोटीन (Protein): मीट, फिश, नट्स और योगर्ट, ये सभी सेल ग्रोथ को और आपके बालों में हीलिंग को प्रमोट करते हैं। [२३]
    • ओमेगा 3 फेटी एसिड्स (Omega-3 fatty acids): फेटी एसिड्स,जैसे कि सैल्मन फिश बालों की मजबूती और चमक को बढ़ाती हैं। इसके दूसरे फ़ायदों में डिप्रेशन से आराम और हार्ट की हैल्थ में सुधार शामिल हैं।
    • बायोटिन (Biotin): ये B विटामिन, अंडों में पाया जाता है, ये सभी सेल्स, जिसमें बाल भी शामिल हैं, की हेल्दी ग्रोथ के लिए अच्छा होता है। [२४]
  2. अपनी डाइट में विटामिन सप्लिमेंट्स (vitamin supplements) एड करें: कुछ विटामिन, जैसे कि विटामिन D, बालों की ग्रोथ में तो मदद करते हैं, लेकिन डाइट के जरिए इनका मिल पाना थोड़ा मुश्किल होता है। विटामिन D सप्लिमेंट्स (एक दिन में करीब 1,000 IU) आपके बालों की हैल्थ को बढ़ाने में मदद कर सकता है। [२५] विटामिन B, जैसे कि बायोटिन, विटामिन E, ज़िंक और मैग्नीशियम सप्लिमेंट्स (magnesium supplements) को दिन में एक बार लेकर इस बात की पुष्टि करें कि आप इन जरूरी विटामिन और मिनरल्स का सेवन कर रहे हैं।
    • भले ही विटामिन सप्लिमेंट्स और बालों का गिरना कम होने के बीच में कोई डाइरैक्ट कनैक्शन नहीं है, लेकिन ये सप्लिमेंट्स आपके बालों और शरीर की हैल्थ को मेंटेन रखने में जरूर मदद करेंगे।
  3. लाइफ में मौजूद किसी भी स्ट्रेस के सोर्स की पहचान करें: बालों का झड़ना लंबे समय के स्ट्रेस से या फिर किसी बहुत ट्रॉमेटिक ईवेंट, जैसे कि कोई एक्सीडेंट या सर्जरी से जुड़ा हो सकता है। इस तरह के "टेलोजेन एफ्लुवियम (telogen effluvium)" के मामले में, आप शायद अपने तकरीब 1/2 से 3/4 तक बाल खो सकते हैं और धोने, कंघी करते या अपना हाथ फेरने के दौरान भी काफी सारे बालों को झड़ता देखेंगे। [२६] वैसे तो ये अस्थाई परेशानी है और 6 से 9 महीने के अंदर नॉर्मल हो जाती है, लेकिन अगर आप स्ट्रेस का इलाज नहीं करेंगे, तो ये परेशानी लंबे समय तक चलती रहेगी। जैसे ही आपका स्ट्रेस मैनेज हो जाएगा, आपके बालों की ग्रोथ भी आमतौर पर वापस आ जाएगी। [२७]
    • योगा, मेडिटेशन या दौड़ने जैसी कोई स्ट्रेस-रिलीज एक्टिविटी करें। अपने डेली रूटीन में थोड़ा समय निकालकर, आपको लाइफ में जो भी करना अच्छा लगता है, वो करें और अपनी लाइफ में शांति और आराम लाने की ओर फोकस करें।
    • अगर आपका स्ट्रेस मैनेज होने लायक नहीं लगता है,तो किसी थेरेपिस्ट या काउंसलर से आपके तनाव को कम करने और स्ट्रेस से रिकवर करने में मदद मांगें।
विधि 4
विधि 4 का 4:

मेडिकल ट्रीटमेंट की तलाश करना (Seeking Medical Treatment)

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  1. ओवर-द-काउंटर (मेडिकल स्टोर से बिना प्रिस्क्रिप्शन पर मिलने वाली) दवाई लें: ओवर-द-काउंटर मेडिकेशन जैसे कि रोगेन (Rogaine), लगातार इस्तेमाल करने पर अच्छे रिजल्ट्स देती हैं, लेकिन इनका लक्ष्य बालों का झड़ना रोकना होता है, न कि बालों को फिर से बढ़ाना। हालांकि, कुछ मामलों में दोबारा ग्रोथ हो सकती है। आप शायद ऐसी नई हेयर ग्रोथ देख सकते हैं, जो आपके नॉर्मल बालों से छोटी और पतली हो, लेकिन अगर आप दवाई लेना बंद कर देंगे, तो ये धीमी हो जाएगी। [२८]
    • अगर आप प्रेग्नेंट होने का प्लान कर रही हैं, तो रोगेन का सेवन न करें।
  2. अगर आपको कुछ बहुत गंभीर लक्षण नजर आ रहे हैं, तो एक डर्मेटॉलॉजिस्ट से इसके बारे में बात करें: [२९] यंग एज में तेजी से होने वाले हेयर लॉस के ऊपर तुरंत एक मेडिकल प्रोफेशनल के द्वारा कोई एक्शन लिया जाना चाहिए। अजीब ही पैटर्न में हेयर लॉस होना, जैस कि कई सारे पैचेस या फिर स्सिर्फ एक ही एरिया के बाल गिरना, ये भी किसी सीरियस प्रॉब्लम की तरफ इशारा कर सकता है। दर्द, खुजली, रेडनेस, स्केल्स (पपड़ी) या फिर नजर आने वाली किसी भी तरह की एब्नॉर्मलिटी के ऊपर तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए, ठीक ऐसा ही वजन बढ़ने, मसल की कमजोरी या फिर बड़ी आसानी से सर्दी या थकान होने के मामले में भी किया जाना चाहिए।
    • डर्मेटॉलॉजिस्ट आपकी मेडिकल हिस्ट्री को देखेंगे और बालों के झड़ने के पीछे की वजह का पता लगाने के लिए आपके बालों और स्केल्प का एक टेस्ट भी करेंगे।
    • हो सकता है कि बीमारी का पता लगाने के लिए वो ब्लड टेस्ट, बालों को निकालकर उनकी माइक्रोस्कोपिक करना या स्किन बायोप्सी के जैसे दूसरे टेस्ट भी करें।
  3. चेक-अप के दौरान, आपके डर्मेटॉलॉजिस्ट आपसे कुछ सवाल पूछेंगे। उन्हें ये दी हुई इन्फोर्मेशन प्रोवाइड करने के लिए तैयार रहें: [३०]
    • आपके बाल केवल स्केल्प से ही झड़ रहे हैं या फिर शरीर के दूसरों हिस्सों पर भी ऐसा हो रहा है?
    • क्या आपने हेयर लॉस का कोई पैटर्न नोटिस किया, जैसे कि हेयरलाइन का कम होना या फिर क्राउन (सबसे ऊपर) के बालों का पतला होना, या फिर पूरे सिर के बाल झड़ना?
    • क्या आप अपने बालों को डाइ करते हैं?
    • आप अपने बालों को ब्लो ड्राई करते हैं? अगर हाँ, तो कितने बार?
    • आप अपने बालों में टाइप के शैम्पू यूज करते हैं? इसके अलावा अपने बालों में जेल या स्प्रे जैसे बाकी के दूसरे कौन से प्रॉडक्ट यूज करते हैं?
    • क्या आप अभी हाल में कभी बीमार हुए या बहुत आपको तेज बुखार हुआ?
    • क्या आप काफी समय से अजीब ही स्ट्रेस में हैं?
    • क्या आपको नर्वस होने पर बालों को खींचे या स्केल्प को रगड़ने के जैसी आदतें हैं?
    • क्या आप किसी तरह की दवाई लेते हैं, जिसमें ओवर-द-काउंटर दवाएं भी शामिल हैं?
  4. अपने पैटर्न बाल्डनेस (pattern baldness) को कम करने के लिए प्रिस्क्रिप्शन मेडीकेशन की मांग करें: [३१] एक डर्मेटॉलॉजिस्ट फिनास्टेराइड/finasteride (ब्रांड नेम प्रोपेसिया/Propecia) प्रिस्क्राइब करेंगे। ये गोलियों के रूप में आती है और इसे डेली लिया जाना चाहिए। हालांकि, इस दवाई का मकसद बालों का झड़ना रोकना होता है, न कि उन्हें दोबारा बढ़ाना।
    • प्रोपेसिया को आमतौर पर पुरुषों को प्रिस्क्राइब किया जाता है, क्योंकि ऐसी महिला, जो प्रेग्नेंट हो जाती है, उस पर इसे यूज करने की वजह से बच्चे के जन्म से जुड़ी परेशानी होने का खतरा रहता है।
  5. अगर जरूरत पड़े, तो अपने डॉक्टर से दवाइयाँ बदलने के बारे में बात करें: अगर आपका हेयर लॉस, आपके द्वारा किसी दूसरी बीमारी — जैसे मुहाँसे या ADHD — के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली किसी दवाई का साइड इफेक्ट है, तो इसके लिए आपके डॉक्टर शायद आपके ट्रीटमेंट ऑप्शन को बदल सकेंगे।
    • कभी भी सीधे अपनी अपनी दवाई लेना बंद मत कर दें, क्योंकि इसकी वजह से पीछे की परेशानी और भी बदतर हो सकती है।
    • अगर आप डायबिटीज़ या थायरोइड जैसी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो अपनी बीमारी के लिए सही देखभाल करना भी आपके हेयर लॉस को कम कर सकता या रोक भी सकता है।
  6. एलोपिसिया एरेटा (alopecia areata) के इलाज के लिए कोर्टिकोस्टेरोइड (corticosteroid) का इस्तेमाल करके देखें: अगर डर्मेटॉलॉजिस्ट आप में इस ऑटोइम्यून कंडीशन को डाइग्नोज करते हैं, तो उनसे कोर्टिकोस्टेरोइड के बारे में बात करें। ये पॉवरफुल एंटी-इन्फ़्लैमेट्री मेडिसिन आपके इम्यून सिस्टम को दबाते (suppress) हैं और एलोपिसिया एरेटा के इलाज करते हैं। आपके डर्मेटॉलॉजिस्ट शायद आपको इन तीन तरीकों से कोर्टिकोस्टेरोइड दे सकते हैं: [३२]
    • लोकल इंजेक्शन: स्टेरोइड्स के इंजेक्शन को सीधे कम बाल वाले पैच पर दिया जाता है। इसके साइड इफ़ेक्ट्स में कुछ समय का दर्द और आपकी स्किन में कुछ समय का डिप्रेशन शामिल है, जो आमतौर पर खुद ही भर जाता है।
    • गोलियों के रूप में: ओरल कोर्टिकोस्टेरोइड के साइड इफ़ेक्ट्स में हाइपरटेंशन (hypertension), वजन बढ़ना और ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) शामिल हैं। इसकी वजह से, एलोपिसिया के लिए गोलियों को बहुत कम और बहुत कम समय के लिए प्रिस्क्राइब किया जाता है।
    • टोपिकल ओइंटमेंट: स्टेरोइड्स वाली ओइंटमेंट या क्रीम को सीधे आपके कम बाल वाले एरिया पर लगाया जा सकता है। ये इंजेक्शन से तो कम तकलीफ वाले होते हैं और इन्हें अक्सर बच्चों और टीन्स (teens) को प्रिस्क्राइब किया जाता है। हालांकि, स्टेरोइड ओइंटमेंट और क्रीम इंजेक्शन से कम असरदार होते हैं। आपके डर्मेटॉलॉजिस्ट शायद आपको आपके स्केल्प के प्रभावित एरिया पर लगाने के लिए और किसी टोपिकल मेडिकेशन को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं।

चेतावनी

  • एक्यूपंचर (Acupuncture), लेजर और लाइट ट्रीटमेंट (light treatments), अरोमाथेरेपी (aromatherapy), ईवनिंग प्रिमरोज ऑइल (evening primrose oil) और चाइनीज हर्ब्स (Chinese herbs) के जैसी वैकल्पिक थेरेपी को क्लीनिकल ट्रायल्स के द्वारा सपोर्ट नहीं किया गया है और ये हेयर लॉस के लिए भी प्रभावी उपाय नहीं हैं। [३३]
  1. https://www.aad.org/dermatology-a-to-z/health-and-beauty/hair-care/tips-for-healthy-hair
  2. http://www.theguardian.com/lifeandstyle/2007/oct/28/healthandwellbeing
  3. http://www.theguardian.com/lifeandstyle/2007/oct/28/healthandwellbeing
  4. https://www.aad.org/dermatology-a-to-z/health-and-beauty/hair-care/tips-for-healthy-hair
  5. https://www.aad.org/dermatology-a-to-z/health-and-beauty/hair-care/tips-for-healthy-hair
  6. http://www.huffingtonpost.com/2013/08/22/hair-mistakes_n_3790579.html
  7. http://www.huffingtonpost.com/2014/03/30/hair-loss-causes-_n_5027844.html
  8. http://www.webmd.com/beauty/hair-repair/how-not-to-wreck-your-hair
  9. http://www.huffingtonpost.com/2014/03/30/hair-loss-causes-_n_5027844.html
  10. https://www.aad.org/dermatology-a-to-z/health-and-beauty/hair-care/tips-for-healthy-hair
  11. https://www.aad.org/dermatology-a-to-z/health-and-beauty/hair-care/stop-hair-damage
  12. http://www.health.com/health/gallery/0,,20734150,00.html
  13. http://www.health.com/health/gallery/0,,20734150_4,00.html
  14. http://www.health.com/health/article/0,,20410520,00.html
  15. http://www.webmd.com/vitamins-and-supplements/lifestyle-guide-11/supplement-guide-biotin
  16. http://www.nlm.nih.gov/medlineplus/ency/article/003246.htm
  17. http://www.nlm.nih.gov/medlineplus/ency/article/003246.htm
  18. http://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/stress-management/expert-answers/stress-and-hair-loss/faq-20057820
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  20. http://www.nlm.nih.gov/medlineplus/ency/article/003246.htm
  21. http://www.nlm.nih.gov/medlineplus/ency/article/003246.htm
  22. http://www.drweil.com/drw/u/ART03030/Hair-Loss-Alopecia-Baldness.html
  23. http://www.niams.nih.gov/health_info/alopecia_areata/#8
  24. http://www.niams.nih.gov/health_info/alopecia_areata/#8

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