क्या किसी लड़की से बात करते समय आप अटकने लगते हैं अथवा अपना नाम तक भूल जाते हैं? यदि ऐसा होता है, तो यह समय है जब आप अपने स्तर को थोड़ा ऊंचा करें ताकि आप होशोहवास में बातचीत कर सकें और लड़की ध्यान भी शीघ्रता से अपनी ओर आकृष्ट कर सकें। किसी लड़की से बात करने के लिए केवल इतना ही आवश्यक है कि आप यह दिखा पायेँ कि आप सचमुच उसमें दिलचस्पी ले रहे हैं और उसे ऐसा कुछ बताइये जो उसने पहले कभी न सुना हो। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि ऐसा किया कैसे जाये, तो बस ये कदम उठाइये।
चरण
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उसका ध्यान आकृष्ट करिए: इसके लिए आपको कोई विस्तृत अथवा नाटकीय कार्य नहीं करना है – वास्तव में, शायद करना भी नहीं चाहिए। कमरे के दूसरी ओर से उसको देख कर मुस्कुराइए, जब उसके करीब से उसको छूते हुये निकलें तो माफ़ी मांगें, या पहले केवल नज़रें मिलाइये, फिर उन्हें हटाइए, काफी समय बीत जाने के बाद वापस उसकी ओर देखिये। उसकी झलक पाते ही तुरंत अभिवादन करने की आवश्यकता नहीं है, इसके स्थान पर उसको पहले अपने बारे में थोड़ा उत्सुक होने का समय दीजिये। यदि आप लड़की को पहले से जानते हैं, तब निस्संदेह ही, नखरे मत दिखाइये और सीधे सीधे जा कर अभिवादन करिए। यदि आपको लगता है कि आपमें इतना आत्मविश्वास है, तो क्यों नहीं अपना परिचय भी दे देते हैं?
- जब आप उसके निकट जाएँ तो अपने हाव भाव से आश्वस्त दिखना सुनिश्चित करिए। सिर ऊंचा और निगाहें सामने रखते हुये जब आप उसकी ओर बढ़ें तब अच्छी मुद्रा बनाए रखिए।
- यदि आप हेलो कहने में अधिक देर लगाएंगे तो उसको लग सकता है कि वह उपेक्षित हो रही है।
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अपना परिचय दीजिये: आपको केवल इतना ही कहना है, “हेलो, मैं जो हूँ---आपका नाम क्या है?” या, ”मैं जो हूँ। आपसे मिल कर प्रसन्नता हुई।“ आप किसी ऐसी चीज़ के संबंध में पूछ कर भी बात शुरू कर सकते हैं जो आप दोनों में उभयनिष्ठ हो, जैसे कि, आप दोनों की उभयनिष्ठ कक्षा। जब वह जवाब दे और आपको अपना नाम बता दे, तो आगे बढ़ कर कोमलता से उससे हाथ मिलाइए। फूहड़ता मत करियेगा। ठीक है, यह थोड़ा पारंपरिक लगेगा, परंतु बड़े लोग ऐसे ही अपना परिचय देते हैं। यदि आप लड़की को पहले से जानते हैं तो तो केवल हाय कह सकते हैं और फिर उसका नाम अवश्य लें।
- एक बार लड़की का नाम जान लेने के उपरांत, उसका कई बार प्रयोग करिये ताकि वह यह सोचने लगे की आप सचमुच में वार्तालाप में दिलचस्पी ले रहे हैं और जो वह कह रही है, आप उस पर ध्यान दे रहे हैं। एक या दो बार भी काफ़ी है।
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स्वयं ही बने रहिए: तनावरहित हो जाइए और इस लड़की को यह देखने दीजिये कि आप वास्तव में हैं क्या। यदि आप नटखट, मज़ाकिया व्यक्ति हैं तो उसको हँसाइये। यदि आप थोड़े गंभीर हैं, तो बिना अतिशय गंभीरता के, चुटकुलों के बगैर – जबतक कि चुट्कुले ही आपकी बात की जान न हों। उससे उन विषयों पर बात करिये जो रुचिकर एवं अर्थपूर्ण हों। साथ ही, जहां आपको उसके संबंध में जानने की आवश्यकता है, वहीं अपने संबंध में बताने की भी आवश्यकता है, ताकि वह भी तो आपको जान सके। यह आपकी एक कला है। परंतु आप जो भी करें, यह सुनिश्चित करिये कि सारे समय आप अपने बारे में ही बात न करते रहें, उससे उसके बारे में पूछिए और आप चाहें या न चाहें, आपको ऐसा प्रकट करना है जैसे कि आप सचमुच में उसके उत्तर में रुचि ले रहे हैं।
- याद रखिए कि यह तो महत्वपूर्ण है ही कि आप स्वयं बने रहें, परंतु उन झक्की बातों को, उस प्रकार के गुणों को, अभी मत ही उजागर करिये, जिनके कारण लोग कहते हैं कि, ”आपको पहले उसको जान लेना है ....”। आप उसको डराना तो नहीं चाहते हैं, न! ऐसी चीजों के संबंध में बात करिये जिसमें वह भी दिलचस्पी लेती हो।
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मुस्कुराइए: यह बहुत सहायता कर सकता है। यह दर्शाता है कि आपको वार्तालाप में मज़ा आरहा है और आप आराम से हैं, जिसके कारण लड़की आपसे बात करना ज़ारी रखेगी। स्वाभाविक मुखमुद्रा बनाए रखने का प्रयास करिये जिसमें आपके होंठ, स्मित हास्य में, थोड़े से ऊपर को घूमे हुये हों और उपयुक्त मौकों पर बड़ी मुस्कान या ठहाका लगाइये। आपको सारे समय मुस्कुराने की आवश्यकता नहीं है, परंतु कुछ खास मौकों पर एवं बात चीत के शुरू में मुस्कुराने से लड़की को लगता है कि उसकी सराहना हो रही है। यदि वह कुछ मज़ाकिया बात कहती है तो, हँसिये।
- मुस्कुराहट लड़की को सहज कर देती है और उसको लगने लगता है कि जो वह कह रही है वह आपको वास्तव में पसंद आ रहा है।
- सारे समय मत मुस्कुराइए अन्यथा आप या तो घबराए हुये दिखेंगे या कब्ज़ से पीड़ित भी लग सकते हैं।
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व्यक्तिगत मामलों से दूर ही रहिए: यदि आप लड़की को पसंद करते हैं, तब तो निश्चय ही देर सबेर आपका उद्देश्य उसको गहराई से जानना ही है, परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि मिलने के कुछ ही पलों के बाद आप उससे अपनी दादी माँ की मृत्यु पर हुये शोक अथवा अपने अंतरंग शारीरिक कष्टों के बारे में बताने लगें। इसके स्थान पर ऐसे निरापद, हल्के फुल्के मुद्दों को चुनिये जिनके बारे में आसानी से बात की जा सकती हो, जैसे कि आपके पालतू जानवर, प्रिय संगीतकार, या शौक, ताकि बिना लड़की को ठीक से जानने से पहले ही आप उसे बेचैन न कर दें।
- हल्के फुल्के विषयों के चयन का यह अर्थ नहीं है कि आप “उबाऊ” विषय चुनें। आपको मौसम के संबंध में केवल इसलिए बात नहीं करनी है क्योंकि आप थोड़ी भी व्यक्तिगत बात नहीं करना चाहते हैं। हाँ, यदि आप ऐसी किसी जगह रहते हैं जहां लोग सचमुच मौसम में दिलचस्पी रखते हों, तब उसके संबंध में बात करिये।
- वार्तालाप के प्रवाह के साथ चलिये। कभी कभी, दो लोग, अपेक्षा से कहीं जल्दी एक दूसरे से अंतरंग हो जाते हैं और खुलने लगते हैं। यदि लड़की आपसे अंतरंग होने लगती है और वास्तव में आप पर विश्वास करती है तो आप भी अपनी पकड़ स्वयं पर ढीली कर सकते हैं।
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उभयनिष्ठ मुद्दा खोजिए: विषय को ऐसी दिशा में ले जाने का प्रयास करिए जिसमें आप दोनों की दिलचस्पी हो, जैसे अपने “समाज-सुधार वाद” की धुन के स्थान पर साइकल चलाने की चर्चा कर सकते हैं। यह करने के लिए आपको उससे, उसके पाँच पसदीदा संगीतकारों के नाम, भोजन के प्रकार, शौक, अथवा व्यायामों के तरीकों के संबंध में पूछने की आवश्यकता नहीं है, बस यह देखिये कि क्या कोई ऐसी चीज़ है जो आप दोनों को पसंद हो या आप उसका ध्यान किसी ऐसी चीज़ की ओर ले जा सकते हैं जो आपको पसंद हो। जैसे कि आप उससे यूं ही ज़िक्र करते हैं कि पिछली शाम आप क्रिकेट का मैच देखने गए थे, और तब वह जवाब में बताए कि वह भी क्रिकेट की दीवानी है।
- जब आप बात कर रहे हों, तो “हाँ” अथवा “नहीं” वाले प्रश्नों के स्थान पर ऐसे प्रश्न पूछिए जिनका उत्तर वाक्यों में ही दिया जा सके, ताकि बात चीत चलती रहे।
- अप्रिय ख़ामोशी से बचना सुनिश्चित करिए! याद रखिए: चीज़ें अप्रिय तभी होंगी जब आप उनको अप्रिय होने देंगे, आश्वस्त रहिए और बातचीत को चलने दीजिये।
- यदि आपको यह लगता है कि आप दोनों में कुछ भी उभयनिष्ठ नहीं है तब भी घबराइए मत। यदि आप मज़ेदार वार्तालाप थोड़े लंबे समय तक चालू रखेंगे तो अंततोगत्वा आप कुछ न कुछ उभयनिष्ठ ढूंढ ही लेंगे।
- संभव है कि आप दोनों में बहुत अधिक समानता न हो, परंतु आपमें बनती तो इसीलिए है क्योंकि, आपके व्यक्तित्व एवं विचारधाराएँ मिलती जुलती हैं। यह भी बढ़िया बात है।
- जब आप अपने पसंदीदा संगीतकार के संबंध में बताएं तो उससे पूछें कि क्या उसे भी वह पसंद है; ताकि वह जान सके कि जब आप अपनी रुचियों के संबंध में चर्चा कर रहे हैं तब भी आपको उसकी रुचियों का ध्यान है।
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नज़र मिला कर बात करें: यह उसको ख़ास महसूस कराने का एक और तरीका है। उसको ऐसे डराते हुये मत घूरिए, जैसे कि आप उसकी आँखों में अपनी छाया ढूंढ रहे हों, परंतु अपने फ़ोन की ओर देखने के स्थान पर या कमरे में कुछ और दिलचस्प चीज़ खोजने के स्थान पर, यह सुनिश्चित करिए कि आप उसकी ओर पूरा ध्यान दें। कभी कभार आप नज़रें हटा भी सकते हैं, मगर केवल चीजों को और दिलचस्प बनाने के लिए, न कि यह दिखाने के लिए कि आप ऊब गए हैं।
- नज़रें मिलाने से आत्मविश्वास का पता चलता है। यदि आप लड़की से नज़रें मिलाना तय ही कर लेते हैं, उसे पता चलेगा कि आप उसे जानने में कितने गंभीर हैं।
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उसके विचारों तथा आस्थाओं में रुचि दिखाइये: जब वह बोले तो ध्यान से सुनिए। लड़कियां, उन लड़कों को पसंद करती हैं, जो उनकी बात सुनते हैं और उनकी बातों को पसंद करते हैं। अपनी राय देने के लिए लगातार उसकी बात के बीच में बोलते मत रहिए; उसे बोलने और अपने विचार आपको बताने दीजिये। और हाँ, सिर हिला कर, उचित समय पर “हाँ” अथवा “नहीं” कह कर और उसके प्रश्नों के उत्तर दे कर यह अवश्य दिखायेँ कि आप सुन रहे हैं।
- आप जिस चीज़ की भी परवाह करते हों उसके संबंध में उसके विचार पूछिए – पसंदीदा संगीत, इस मौसम के प्रचलित फैशन अथवा मित्रता का महत्व।
- हालांकि उसकी राय जानना आवश्यक है, परंतु तुरंत ही राजनीति अथवा धर्म के संबंध में चर्चा करना टाल ही जाएँ, अन्यथा आप अनपेक्षित वाद विवाद में पड़ सकते हैं।
- जब वह कुछ कहें, तो सुनिश्चित करें कि आप उसका जवाब दें और कभी कभी उसकी बात को अलग ढंग से दोहरा कर यह दिखाएँ, कि आप सुन रहे हैं। यह दिखाने के लिए कि आप उसके कहे एक एक शब्द को पकड़े हैं, आप कह सकते है,”मैं तुम्हारी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कि जो मित्र शहर छोड़ कर चले जाते हैं उनके साथ संबंध बनाए रखना कितना कठिन होता है....”
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हल्के से उसकी सराहना करिए: यह दिखाने के लिए कि आपको उसका ध्यान है, बिना उसको डराए, उसके व्यक्तित्व के किसी पहलू की अथवा उसके सौन्दर्य की सराहना करें। यदि, आप उसके पसंदीदा संगीत को अथवा उन पुस्तकों को, जो वह पढ़ती है, पसंद करते हैं, तो उसे बताइये कि उसकी पसंद कितनी शानदार है। वैसे तो कपड़ों, बालों, आभूषणों आदि की सराहना करना ठीक है, परंतु आप किसी लड़की का दिल तभी जीत पाएंगे जब वह यह देखेगी कि आप उसके बाहरी रूप से अधिक उसके अंदर देखते हैं। और अगर आपमें आत्मविश्वास कूट कूट कर भरा हो, तो क्यों न उसकी सराहना छेड़छाड़ से करिए?
- यदि आप बाह्य सौन्दर्य की प्रशंसा करने वाले हों, तो भी कपड़ों, बालों या बहुत अंतरंग स्थितियों में, आँखों से अधिक की सराहना न करें। उसको यह बता कर कि वह कितनी भड़कीली है, डराइए मत, वह भी तब, जबकि अभी तो वह आपका कुलनाम भी न जान पायी हो।
- यदि उसकी हंसी शानदार हो, तो बताने में हिचकिचाइए मत।
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उससे उसकी पढ़ाई के संबंध में पूछिए: बीजगणित भाग दो के संबंध में पूछ कर उसे उबाइए मत, हालांकि स्कूल में उसके प्रिय विषय के संबंध में पूछ कर, उसकी प्रिय अध्यापिकाओं के संबंध में पूछ कर या बड़ी हो कर वह क्या करना चाहती है इस विषय पर चर्चा शुरू करके आप अपनी दिलचस्पी ज़ाहिर कर सकते हैं। केवल सिर हिला कर यह मत कहिए,”यह दिलचस्प है....”, “पूछिये” कि कोई विषय उसे क्यों पसंद है या बड़ी हो कर वह “क्यों” नर्स अथवा वकील बनना चाहती है।
- कुछ लड़कियां स्कूल के बारे में उतनी बात नहीं करना चाहती हैं। यदि आपको उसकी दिलचस्पी कम लगती है, तो बात को जाने दीजिये।
- उसको पूछताछ मत बनने दीजिये। आप अपनी पसंद के विषयों के संबंध में भी बात कर सकते हैं।
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जब तक लड़की आपकी विनोदप्रियता को समझ न जाये, उसे चिढ़ाइए मत: सबसे बढ़िया तो यह है कि लड़की को उन बातों पर न चिढ़ाया जाये जिनके विषय में वह गंभीर हो, विशेषकर वज़न, रूप अथवा बुद्धिमत्ता। जब आप लड़की से जान पहचान शुरू ही कर रहे हों तब विशेषकर ऐसी टिप्पड़ियों से बचना महत्वपूर्ण है जिन्हें लड़की अन्यथा ले सकती हो। यदि आप अपने परिचय के प्रारम्भ में ही लड़की को गंभीर ठेस पहुंचा देते हैं, तब तो आपका उस मुसीबत में से निकल पाना मुश्किल ही है।
- सावधान रहिए। जबतक आप “सचमुच” में आश्वस्त न हों, तब तक उसे चिढ़ाइए मत।
- उसका इशारा समझिए। यदि वह आपको कुछ समय से चिढ़ा रही हो तब जवाब में आपका चिढ़ाना भी ठीक है। बस अपने हंसी मज़ाक को समान हल्के फुल्के स्तर पर रखने का प्रयास करिए।
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उसे हँसाइये: लड़कियां उन लड़कों को पसंद करती हैं जो उनको हंसा देते हैं। जब तक कि आप शुरू में ही अश्लील और अनुचित नहीं हो जाते हैं - अपनी विनोदप्रियता और चतुराई का दिखावा करने में हिचकिचाइए मत। उसका ध्यान आकृष्ट करने के लिए व्यर्थ के चुट्कुले शुरू करने की आवश्यकता नहीं है, बस कुछ चटपटी टिप्पड़ियाँ कर दीजिये, यदि संभव हो तो एक छोटा सा चुटकुला छोड़ दीजिये, और विश्व के संबंध कोई ऐसी विलक्षण राय दीजिये जो उसे विचार करने पर मजबूर कर दे। बहुत सोचिए मत। यदि आपकी विनोदप्रियता, मूर्खतापूर्ण अथवा भावनात्मक हो तो उसे दिखने दीजिये।
- यदि आपके चुट्कुलों पर वह नहीं हँसती है तो उसे दिखा दीजिये कि आप स्वयं को बहुत गंभीरता से नहीं लेते हैं। कहिए, “शायद, अगली बार मेरा भाग्य अधिक अच्छा होगा ....” और बस यही उसे हंसा देगा।
- यदि वह कोई मज़ाकिया टिप्पड़ी करती है, तो केवल यह मत कहिए, “यह बहुत हास्यप्रद है“। दिखाइये कि जवाब में आप भी कोई हास्यप्रद टिप्पड़ी कर सकते हैं, या उस पर उसके साथ हँसिये।
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बहुत प्रयास मत करिए: यदि आप बहुत प्रयास कर रहे होंगे तो, लड़कियां दूर से देख कर ही यह समझ जाती हैं। यदि आप उसकी रुचि अपने में बनाए रखना चाहते हैं तो, यदि वह पीछा नहीं चाहती है तो ज़बरदस्ती उसके पीछे मत पड़िए, न उसकी परेशानी समझते हुये भी, उसकी बारंबार प्रशंसा करिए, न अपने कठिन व्यायाम करने का वर्णन करिए और न ही यह बताइये कि स्थानीय स्तर पर आपकी प्रतिभा को कितना भाव मिल रहा है। थोड़ा ठहरिए और उसको प्रभावित करने की चिंता छोड़ दीजिये, तब आप पाएंगे कि आप वास्तव में उसको और अधिक प्रभावित कर पा रहे हैं।
- जब लड़की यह देखती है कि आप स्वयं से संतुष्ट हैं और आप उसके द्वारा स्वयं को पसंद कराने के लिए उतने प्रयत्नशील नहीं हैं, तो वह आपसे और अधिक बात करना चाहेगी।
- यदि आप अपनी मांसपेशियाँ फड़काते हैं, अपने शारीरिक सौष्ठव की चर्चा करते हैं या बताते हैं कि कमीज़ के बगैर आप कितने अच्छे दिखते हैं, तब तो वह ऊब ही जाएगी।
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अपना आत्मविश्वास बनाए रखिए: स्वयं में विश्वास बनाए रखिए और यह मत डरिए कि कुछ मूर्खतापूर्ण कह बैठेंगे। यदि आप भयभीत नहीं हैं, तब आप शायद नहीं ही कहेंगे। बस उसको उलझाए रहिए और कभी कभार के अनाड़ी वार्तालाप, खामोशी या गलत तरीके से सुनाए गए किस्से से घबराइए मत। सकारात्मक, धैर्यपूर्ण एवं प्रसन्न बने रहिए और उसे आपसे बात करने में और मज़ा आयेगा। चाहे आपको यह क्यों न लगे कि उसे हंसी आएगी, बहुत आत्मप्रवंचना मत करिए अन्यथा उसे लगेगा कि आप अपनी नज़रों में ही गिरे हुये हैं।
- विश्वस्त होने के लिए आपको गर्वोक्तियाँ नहीं करनी हैं। यह बताए बगैर कि आप क्रिकेट के नामचीन खिलाड़ी हैं, आप यह बताइये कि आपको क्रिकेट से कितना प्रेम है।
- स्वयं पर हंस पाना, आत्मविश्वास का चिन्ह है। यह उसको बताएगा कि आप स्वयं को उतनी गंभीरता से नहीं लेते हैं।
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धैर्य रखिए: यदि आप अशांत, पसीने पसीने अथवा भयभीत होंगे तो लड़की बता सकती है। यदि आपको घबराहट लग रही हो तो बोलने की गति कम कर दीजिये, अपने कहे हुये हर शब्द के स्थान पर बातचीत के प्रवाह पर ध्यान दीजिये, और अपने हाथ मलना और कमरे में इधर उधर देखना बंद कर दीजिये। यदि आप अधीर हो रहे होंगे तो लड़की को भी आपकी घबराहट की छूत लग जाएगी और वह भी अशांत हो जाएगी। गहरी सांसें लीजिये, बोलने की और गतिविधिओं की गति कम कर दीजिये और सबसे बुरा क्या हो सकता है उसके संबंध में विचार करने के स्थान पर सबसे अच्छा क्या हो सकता है उसके बारे में सोचिए।
- यदि आप “वास्तव” में घबराए हुये हैं और अफसोस, कि यह दिख भी रहा हो, तो माहौल को हल्का फुल्का करने के लिए उसके संबंध में एक छोटा सा चुटकुला बना सकते हैं।
- यदि आप शीघ्र घबराने वाले हैं ही, तो अपने साथ पानी या सोडे की एक बोतल ले कर आयें ताकि आप स्वयं को शांत करने के लिए समय समय पर उसमें से चुस्की और साथ ही, छोटे छोटे विराम भी ले सकें।
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केवल उसको प्रभावित करने के लिए झूठ न बोलें: उससे सच बोलें और सच को भी खींचें नहीं। स्वाभाविक इच्छा होती है चीजों को सँवारने की, परंतु उसमें तकलीफ अधिक होती है और लाभ कम। यदि आप सचमुच में उसको जान लेते हैं और उसको पसंद करते हें और अंततोगत्वा उसको पता चलता है कि आपने उससे झूठ बोला था, तो यह आपके लिए बहुत लज्जाजनक होगा और उसका विश्वास भी (तथा संबंध भी) टूट जाएगा। चाहे आप उसको कैसे भी देखें, किसी भी संबंध में बनावटीपन नहीं होना चाहिए।
- चाहे वह आप पर थोड़े समय के लिए ध्यान न भी दे, तब भी, अन्य लोग (और अन्य लड़कियां) इस बात पर ध्यान देंगे, कि जब आप उसके आस पास होते हैं, तब अधिक प्रभावशाली हो जाते हैं।
- यदि आप लड़की से दोबारा मिलना चाहते हैं तो याद रखिए कि देर सबेर आपके झूठ की पोल खुल ही जाएगी। यदि आप चाहते हैं कि वह आपको पसंद करे, तो - शुरू से ही, उसे असली आप को ही पसंद करना होगा।
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सकारात्मक बने रहिए: लोग ऐसे व्यक्तियों के साथ रहना चाहते हैं जो उन्हें हंसा सकें, खुश रखें और विश्व के प्रति सकारात्मक रुख रखते हों। जब भी आप चिड़चिड़े हों और समझते हों कि पूरी दुनिया आपके विरुद्ध है, तो यह समय लड़की के निकट जाने के लिए ठीक नहीं है। उन व्यक्तियों एवं चीजों की चर्चा करें जिनसे आपको प्रसन्नता होती है और उन सकारात्मक अनुभवों पर ध्यान केन्द्रित करें, जो आप दोनों को हुये हैं; जब आप एक दूसरे को और अच्छी तरह जान जाएँ तो नकारात्मक चीजों के संबंध में भी और अधिक चर्चा कर सकते हैं परंतु यदि आप शुरुआत में उसका ध्यान अपनी ओर रखना चाहते हैं, तब तो निश्चय ही आपको सकारात्मक माहौल बनाए रखना होगा।
- यदि किसी समय आप को लगे कि आप नकारात्मकता कि ओर जा रहे हैं तो स्वयं को रोक लीजिये। यदि वह आपसे पूछे कि वहाँ तक आने में ट्रैफ़िक कैसा था तो कहिए कि, “बहुत बुरा” मगर इस नकारात्मकता को ठीक करने के लिए यह भी जोड़ दीजिये कि, “मगर मैं यह जो औडियो पुस्तक सुन रहा हूँ, यह तो बहुत ही मज़ेदार है”, या’ “रास्ते में मैंने हरिणों का एक इतना सुंदर झुंड देखा कि, क्या कहना”।
- यदि वह आपसे किसी ऐसे संगीतकार के संबंध में पूछे जिससे आपको “सचमुच में” चिढ़ हो, तो आप ऐसा कुछ कह सकते हैं, “मैंने अभी उनका संगीत अधिक सुना नहीं है” या, “वे मेरे पसंदीदा तो नहीं हैं, मगर काफी अच्छे हैं”। जब आप किसी लड़की से पहली बार बात कर रहे हों तो अपनी चिढ़ों का चिट्ठा मत खोल बैठिए।
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उससे संपर्क करने के लिए जानकारी प्राप्त कर लीजिये: यदि लड़की के साथ सच में बात बन जाती है तो आप उसका ई मेल, फ़ोन नंबर, या केवल कुलनाम पूछ सकते हैं ताकि आप फ़ेसबुक मित्र बन सकें। यदि आप उसको बाहर कहीं ले जाना चाहते हैं, तो थोड़े अधिक स्पष्टवादी हो सकते हैं, मगर यदि आप केवल उसको पसंद करते हैं और उससे फिर बातचीत करना चाहते हैं तो ऐसा कुछ कहिए, “अभी तो मुझे जाना होगा, मगर बाद में, हम फिर फिर, यहीं से चर्चा शुरू करेंगे। क्या फिर बातचीत करने के लिए, मैं आपको फ़ोन कर सकता हूँ?” और वह निधड़क, हाँ कह देगी।
- यदि आपको बहुत ही हिचकिचाहट हो रही है तो उसका फ़ेसबुक अथवा ई मेल लीजिये, और उसको कुछ हास्यास्पद चीज़ भेज दीजिये – जैसे कि वेब कौमिक का लिंक या किसी मूर्खतापूर्ण फ़ोरम का थ्रेड। यह फ़ोन करने से थोड़ा कम अटपटा होगा। यह उसका ध्यान आपकी ओर आकृष्ट करने में अधिक सहायक होगा उससे मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
- जब आपकी बातचीत बढ़िया चल रही हो तथा आप मज़ेदार मामलों पर बात करने में डूबे हुये हों तभी उससे संपर्क करने के लिए जानकारी प्राप्त कर लीजिये। संपर्क जानकारी प्राप्त करने के लियी बातचीत के खिंचने की प्रतीक्षा मत करिए अन्यथा वह शायद आपसे मिलना ही न चाहे।
सलाह
- यदि स्पष्ट ही उसकी दिलचस्पी नहीं है, या उसने जवाब देने से इंकार कर दिया हो, तो जाने भी दीजिये। बहुत सी लड़कियों को अवांछित तवज्जो मिलती है और वे नहीं जानतीं कि उसका क्या करें। समझिए कि अवांछित तवज्जो को संभालना कठिन होता है। व्यक्तिगत रूप से बुरा मत मानिए; वार्तालाप समाप्त करिए और आगे बढ़ जाइए।
- लड़की को सदैव बताइये कि वह कितनी सुंदर दिख रही है, परंतु अति मत करिए।
- साफ़ सुथरे रहने की आदत डालिए। जब आप नियमित स्नान नहीं करते हैं, बाल नहीं संवारते हैं अथवा अपने दाँत नहीं साफ़ करते हैं, लड़कियां समझ जाती हैं।
- उसके मित्रों के साथ अच्छे संबंध तो रखिए, मगर उनसे इश्क़ मत लड़ाइए। लड़कियां इसे बेवफ़ाई समझती हैं और फिर आपको उनके साथ मौका नहीं मिलेगा।
- कभी भी न तो उनके पेट का ज़िक्र करें न ही उसके संबंध में चर्चा करें। अधिकांश लड़कियां, चाहे वे कितनी भी दुबली पतली क्यों न हों, समझती हैं कि वे मोटी हैं। अधिकांश लड़कियों के लिए, यह वह क्षेत्र है, जहां आपको जाना ही नहीं है।
- सदैव नज़रें मिलाइए। एक बार में 30 सेकंड से अधिक समय के लिए आँखें न मिलाइए, क्योंकि, अधिक लंबे समय तक नज़रों का मिला रहना चापलूसियत लग सकता है – मगर यदि आप सदैव ही दूसरी ओर देखते रहेंगे या कुछ पलों से अधिक समय के लिए नज़रें नहीं मिला पाते हैं तो लगेगा कि आप छली हैं और जैसे कि आप बस चले ही जाना चाहते हैं।
- चिपकू मत बनिए। घिनौनी टिप्पड़ियाँ या तो बहुत व्यक्तिगत मामलों में की जाती हैं अथवा तब, जब ऐसा लगता है कि आप हताश हैं। उसकी ओर बुरी नज़र से मत देखिये और उसके शरीर पर अपनी निगाहें मत केन्द्रित करिए – क्योंकि यह अत्यंत आक्रामक प्रतीत होता है।
- यदि आप उसको पसंद करते हैं, उसे तब तक यह मत बताइये कि आप उसे पसंद करते हैं, जब तक कि आप उससे लगातार दो हफ्तों तक बातचीत न कर चुके हों। और वह भी तब करें जब भावना दोनों ओर से हो अन्यथा आपको इसमें हानि हो सकती है और आप उसको भयभीत कर सकते हैं।
- कुछ लड़कियां बोलने से अधिक सुनना एवं देखना पसंद करती हैं। यदि वह अधिक बोल नहीं रही है तो संभव है कि उसे आपकी बातें सुनने में रुचि हो।
- मुस्कुराइए, हाथ खुले और हथेलियाँ उसकी ओर रखिए, कोट के बटन खुले रखिए। वह तुरंत ही आपके संबंध में अच्छा महसूस करेगी। आप स्वयं भी अपने बारे में अच्छा महसूस करेंगे।
चेतावनियाँ
- कभी भी उसके वज़न के संबंध में टिप्पड़ी न करें!
- उसके सामने अन्य लड़कियों के संबंध में बात न करें, और कभी भी उसकी तुलना अन्य लड़कियों से, “विशेषकर” उसकी सहेलियों से, न करें।
- जब वह फिर से बात करने को तैयार हो, तो पिछले व्यवहार को भूलने के लिए उसके साथ सम्मानपूर्ण एवं संवेदनशील बर्ताव करें।
- यदि वह आपसे रुष्ट है या वह “उस बारे में बात नहीं करना चाहती” तो कुछ समय के लिए उसे अकेला छोड़ दीजिये। इसकी कोई निश्चित समय सीमा तो नहीं है, जब वह तैयार होगी, तब होगी।
- स्वयं बने रहिए। कोई भी संबंध बनाए रखने के लिए, उसका आनंद लेने के लिए, पालन पोषण करने के लिए यह आवश्यक है कि आप पूरी तरह से स्वयं ही बने रहिए। जब आप उनसे मिलते हैं तो बस थोड़ी बहुत साज सज्जा ही ठीक है, क्योंकि आप चाहते हैं कि वे आपको पसंद करें। अपनी सभी असुरक्षाओं को किनारे रख दीजिये। दबाव में मत बने रहिए। अगर वह कहती है कि आप आकर्षक दिख रहे हैं तो समझिए कि यह आपकी सराहना हो रही है।
- अपने अतीत के संबंधों की चर्चा मत करिए, उसको ऐसा लग सकता है कि आपमें अभी भी उसके लिए भावनाएँ जीवित हैं।
- कभी भी उससे कठोरता से अथवा अशिष्टता से बात मत करिए। अधिकांश लड़कियां इससे चिढ़ जाती हैं और आप फेंके जा सकते हैं।
- स्पष्ट रूप से, जो वार्तालाप वह नहीं चाहती है, उसके लिए ज़बरदस्ती मत करिए। बातचीत के लिए दो लोग चाहिए – यदि आप ही सब काम कर रहे हैं तो यह चलने वाला नहीं है। बुरा मत मानिए, यदि वह ऐसा करती है; संभव है कि वह भयभीत हो। उसको छोड़ दीजिये और आगे बढ़ जाइए।
- कृपया, कोई घटिया बात मत करिए।
- जिन विषयों में उसकी रुचि न हो, उन पर बात न करें। जैसे कि आपको तो फुटबौल बहुत पसंद हो और वह सोचती हो कि वह उबाऊ है, तो शुरू में उसके बारे में अधिक बात मत करिए।
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विकीहाउ के बारे में
किसी लड़की से बात करना शुरू करने के लिए, सबसे पहले उसके साथ आइ कांटैक्ट बनाएँ। खुद को इंट्रोड्यूस करें और स्माइल करें, उससे उसके बारे में कुछ जानने की कोशिश करें और अगर वो कोई फनी बात कहती है, तो आप उस बात पर हँस दें। अगर आप दोनों के बीच में कोई हॉबी या फेवरिट म्यूजिक बैंड जैसा कुछ कॉमन है, तो उनके बारे में भी जरूर पूछें। जब वो बोल रही हो, तब उसे बीच में न टोकें। सिर हिलाकर और बीच-बीच में उसकी कही बातों को दोहराकर उसे दिखाएँ कि आप उसकी बातों को सुन रहे हैं। आप चाहें तो "ये तो काफी मजेदार है, क्या तुम मुझे इसके बारे में और भी कुछ बता सकती हो?" जैसे फॉलो-अप क्वेश्चन पूछकर भी दर्शा सकते हैं कि आपको उसकी कही बातों में इंट्रेस्ट है। अगर आप बोल रहे हैं, तो उसके साथ में आइ कांटैक्ट बनाए रखने की की कोशिश करें। आप उसे उसकी पर्सनेलिटी के बारे में या उसकी पसंद के बारे में कॉम्प्लिमेंट दे सकते हैं या फिर कोई हल्का-फुल्का जोक भी सुना सकते हैं। साथ ही, आप उससे उसके ऑफिस या कॉलेज के बारे में भी पूछ सकते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि अगर आप इस बात को लेकर श्योर नहीं हैं कि उसे आपका सेंस ऑफ ह्यूमर समझ में आता भी है या नहीं, तो उसे ह्यूमर के जरिए परेशान मत करें। अगर आप सच में किसी लड़की के साथ में बातों को आगे बढ़ाने में सफल हो जाते हैं, तो फिर आप उससे उसकी कांटैक्ट इन्फोर्मेशन माँग सकते हैं। उससे ऐसा कुछ कहकर देखें, "अभी मुझे जाना होगा, लेकिन मैं इस बातचीत को फिर कभी आगे बढ़ाना चाहूँगा। क्या मुझे तुम्हारा फोन नंबर मिल सकता है?" पूरी बातचीत के दौरान बस फ्रेंडली, रिलैक्स और कॉन्फिडेंट रहना न भूलें। पहली बार उससे बात करने के बाद उसके इंट्रेस्ट को बनाए रखने के तरीके के बारे में जानने के लिए पढ़ते जाएँ!