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विवाह के पहले एक मजेदार और रोमांटिक प्रेमालाप का समय बिताना आसान हो सकता है, पर आप इस बात को लेकर चिंतित हो सकते हैं कि एक बार शुरुआती जोश के खत्म होने के बाद आपकी शादी नहीं चलेगी। फिर भी, अगर आप एक खुशहाल शादीशुदा जीवन जीना चाहते हैं, तो आपको अपने रोमांस को जीवंत रखने पर काम करना होगा और एक पार्टनर और व्यक्ति के रूप में लगातार विकसित होते रहना होगा। यद्यपि यह हमेशा आसान नहीं होता, आप अपनी शादी को कामयाब बना सकते हैं अगर आप और आपका पार्टनर इसके लिए प्रयास करने के इच्छुक हों।

विधि 1
विधि 1 का 3:

दूसरों का ध्यान रखने वाला बनना

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  1. अगर आप एक स्वस्थ शादीशुदा जीवन चाहते हैं, तो आपको अपने जीवनसाथी को यह अहसास करना पड़ेगा कि वह आपके समान ही महत्वपूर्ण है और इस भावना को किसी भी निर्णय को लेते समय या रोजमर्रा के जीवन में ध्यान में रखना होगा। अगर आप अपने जीवनसाथी से ऐसा व्यवहार करते हैं कि उनके मत से कोई फर्क नहीं पड़ता या हमेशा अंतिम निर्णय आपका ही होगा, तो निश्चित रूप से आपके शादीशुदा जीवन में असंतुलन पैदा होगा। सुनिश्चित करें कि आप अपने जीवनसाथी के विचारो को उतनी ही गंभीरता से लें जितना आप स्वयं के विचारों को लेते हैं और यह कि आप अपने जीवनसाथी की बात सुनने के लिए समय निकालें और उन्हें अहसास कराएं कि आप उनकी परवाह करते हैं। [१]
    • अपने जीवनसाथी के प्रति दयालु, प्रेम करने वाले और समझने वाले बनने पर काम करें। अगर आपका कोई दिन बुरा रहा हो और आपने इसका गुस्सा उस पर उतार दिया हो, सुनिश्चित करे की आप माफ़ी मांगे; उसे वो आवश्यक सम्मान दें जिसका वो हक़ रखता है बजाय ये सोचने के कि आप शादीशुदा हैं इसलिए जो चाहे वो कर सकते हैं।
    • आपको अपने जीवनसाथी की निजता का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर आप उससे सम्मानित महसूस करने की उम्मीद करते हैं तो उसके फ़ोन या कंप्यूटर की जासूसी ना करें।
  2. अगर आप अपने जीवनसाथी की परवाह करते हैं और एक स्वस्थ और फलप्रद रिश्ता रखना चाहते हैं, तो आपको आप दोनों द्वारा बीते हुए कल में की हुई गलतियों पर रुके नहीं रहना चाहिए, और अपने जीवनसाथी को उसकी असफलताओं की याद दिलाते नहीं रहना चाहिए; इसकी बजाय आपको, सकारात्मक व्यवहार को फिर से सुदृढ़ करने, वर्तमान समय का एक साथ आनंद उठाने और आगे आने वाली चीजों पर विचार करने पर काम करना चाहिए। अगर आप सचमुच अपने जीवनसाथी की परवाह करते हैं, तो आप उनकी भावनाओं का ध्यान रखेंगे और सिर्फ प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए बीते हुए कल को बार बार सामने नहीं लाएंगे।
    • यद्यपि बीते हुए कल को भूलना हमेशा आसान नहीं होता, आपको इसे द्वेष के कारण बार बार सामने नहीं लाना चाहिए। याद रखें कि आपका जीवनसाथी भी एक जीवित, साँस लेता हुआ इंसान है और आपको सिर्फ उसे चोट पहुँचाने के लिए बीते हुए कल को सामने नहीं लाना चाहिए।
  3. अपने जीवनसाथी के प्रति ध्यान रखने वाला बनने के लिए उसकी बात सुनना सबसे अच्छे रास्तों में से एक हैं। जब आपका जीवनसाथी अपने दिन के बारे में बात कर रहा हों तो कुछ और ना सोचते रहें या सिर्फ इस बात का इन्तजार ना करें कि कब वो अपनी बात खत्म करता है ताकि आप वो कह सकें जो आप कहना चाहते हैं; उसे सचमुच सुनने का प्रयास करें और वो आपको जो बता रहा है उसकी परवाह करें। जब आप सचमुच बातचीत कर रहे हों, तो अपने फ़ोन को दूर रख दें, नजरें मिलाएं, और सचमुच उसकी बात सुनने का प्रयास करें।
    • बेशक, हम सभी समय समय पर कहीं होकर कहीं और की सोच रहे होते हैं। अगर बातचीत के दौरान ऐसा होता है, तो ऐसा ना दिखाएँ की आप अनुशरण कर रहें हैं; माफ़ी मांगे और समझने की कोशिश करें कि वास्तव में आपका जीवनसाथी क्या कह रहा था।
    • अपने जीवनसाथी को यह अभिव्यक्ति देने के लिए कि आपको परवाह हैं उससे प्रश्न करें; और उसे यह अहसास नहीं दिलाना चाहते कि वो आपको बोर कर रहा है।
    • कभी कभी, एक कठिनाई भरे दिन के बाद आपके जीवनसाथी को सिर्फ किसी सुनने वाले की जरूरत होती है। आपको हमेशा यह सोचने की जरूरत नहीं है कि आपको मजबूरी में सलाह देनी ही होगी।
  4. यद्यपि आपको अपने जीवन को सम्पूर्ण तौर पर आपके जीवनसाथी के आसपास घुमाने की जरूरत नहीं है, पर आपको याद रखना चाहिए कि जब आपने और आपके जीवनसाथी ने शादी करने का निर्णय लिए था, तो आप एक दूसरे के जीवन में एक प्राथमिकता बनना चाहते थे। आपको उस निर्णय का सम्मान करना सुनिश्चित करना चाहिए और सारे बड़े निर्णय अपने जीवनसाथी को ध्यान में रख कर करने चाहिए। इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि आप अपने और अपने जीवनसाथी के लिए जो सबसे बेहतर है वह करने का प्रयास करें।
    • अगर आपके परिवारजन या मित्रों से आपका जीवनसाथी घुलमिल नहीं पा रहा हैं, तो आपको उनकी तरफदारी नहीं करनी चाहिए जब तक आपका साथी अनुचित व्यवहार ना कर रहा हो; सुनिश्चित करें कि आप अपने जीवनसाथी की भावनाओं का ध्यान रखें और यह कि आप उसे उतना प्यार दें जिसका वो हक़ रखता है।
  5. अगर आप अपनी शादी को खुशनुमा बनाना चाहते हैं, तो बातचीत बहुत महत्वपूर्ण है। आप और आपके साथी को शालीनता पूर्वक एक दूसरे के विचारों के बारे में बात करने में समर्थ होना चाहिए—विशेषतः उन बातो पर जिस पर आप दोनों को सहमत होना हो या एक साथ काम करना हो। रोजाना ऐसा करना साथियों के बीच के कम्युनिकेशन को बेहतर करेगा और आपकी शादी को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखेगा।
    • गुस्से में जानबूझ कर अपने साथी को चोट पहुँचाने के लिए कुछ ना कहें। ऐसे क्रूर शब्द जो आपने कहें पर आपका मतलब वो नहीं था आपके जीवनसाथी के लिए भूलने के लिए मुश्किल हो सकते हैं—ऐसे शब्द आपके संबन्धों को स्थाई नुकसान पहुँचा सकते हैं। आपने ऐसा कुछ जो आपका मतलब नहीं था, तो निश्चित रूप से माफ़ी माँगे।
    • जब आप बहस कर रहे हों, तो बहस के मुद्दे को सामने रखें और अपने साथी पर व्यक्तिगत हमला ना करे।
    • सुदृढ़ कम्युनिकेशन रखने के लिए, आपको बातचीत शुरू करने के पहले ही आपके साथी के विचारों और मूड का पता होना चाहिए। आपको अपने साथी की बॉडी लैंग्वेज और भाव भंगिमाओं को पढ़ना आना चाहिए ताकि आप ये बता सकें कि कुछ गलत है या नहीं और बात को आगे बढ़ाया जा सकता है या नहीं।
  6. अपने वैवाहिक विश्वासों को ना तोड़े या उनका बहस के दौरान हथियार के रूप में उपयोग ना करें: अगर आपके साथी ने किसी बहुत निजी और महत्वपूर्ण बात को लेकर आप पर विश्वास किया हो, तो आपको सिर्फ इसलिए कि आपने उस बारें में सोचा ही नहीं था, किसी और को वो बात बताकर उस विश्वास का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर वह कोई दर्दनाक व्यक्तिगत बात थी, तो उसे बहस दौरान हथियार के रूप में इस्तेमाल ना करें, अन्यथा यह आपके साथी के साथ विश्वासघात होगा। इस बात का ध्यान रखें कि आपके साथी ने एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर आप पर विश्वास किया और सुनिश्चित करें कि उस विश्वास का सम्मान करें।
    • आपको वो इंसान होना चाहिए जिस पर आपका जीवनसाथी दुनियाँ में सबसे ज्यादा विश्वास करता हो। उस विश्वास को जोखिम में डालने वाला कोई काम ना करें। अगर आप कोई गलती करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप उसके लिए माफ़ी माँग लें।
  7. अगर आपको अहसास हो कि आपके साथी के साथ कुछ गलत है, तो उसे आत्मसात करने का समय निकालें और पूछें कि क्या बात है—हो सकता है यही वो समय हो जब उसे आपके ध्यान की सबसे ज्यादा जरूरत हो। इस मौके को अनदेखा ना करें। अगर आपका साथी बात करने को तैयार ना हो, तो आपको जबरदस्ती करने की और स्थिति को और बिगाड़ने की आवश्यकता नहीं है, पर आपको यह दिखाना चाहिए कि जब वो बात करने के लिए तैयार हो तब आप उसके लिए उपलब्ध होंगे।
    • अगर आप और आपका साथी किसी सामाजिक कार्यक्रम में हैं और आपका ध्यान इस बात पर जाए कि कुछ गड़बड़ है, तो सबके सामने इसके बारें में ना पूछें; यह दिखाने के लिए कि आप सचमुच ध्यान दे रहें हैं अपने साथी को एक ओर बुलाएं।
विधि 2
विधि 2 का 3:

प्यार से भरे हुए (प्रेमी) बनना

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  1. ऐसा कभी भी ना सोचे कि आपको "मैं तुमसे प्यार करता/करती हूँ" कहने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपके साथी को पहले से पता होना चाहिए कि आप क्या महसूस करते हैं। दिन में कम से कम एक या दो बार अपने साथी से यह कहने की कोशिश करें कि आप उससे कितना प्यार करते हैं और सुनिश्चित करें कि आप धीरे से, अपने साथी से नजरे मिला कर, ऐसे कहें कि उसे यह अहसास हो कि आपको सचमुच ऐसा ही लगता है। सिर्फ इतना न कहें लव या! या टेक्स्ट में सिर्फ इतना बोलें "लव यू"—अपने साथी को यह समझाने का समय निकालें कि वो सचमुच आपके लिए कितने मायने रखता/रखती है।
    • इन तीन पवित्र शब्दों को बोलने का छोटा सा प्रयास आपके संबंधों में बहुत बड़ा सकारात्मक अंतर ला सकता है।
    • इन शब्दों को सिर्फ इसलिए ना कहें क्योंकि आप कुछ चाहते हैं या आप झगडे के बाद उसे मना रहे हैं; उन्हें इसलिए कहें क्योंकि आप सच में ऐसा महसूस करते हैं। तभी इसका अर्थ सबसे अधिक होता है।
  2. एक उष्ण चुम्बन या गले मिलने से अपने दिन की शुरुवात करें: जब आप अपना दिन शुरू कर रहे हों तब ऐसा प्यार भरा होने का प्रयास करना आपको बाकी पूरे दिन एक दूसरे के प्रति ज्यादा प्रेम भरा महसूस करवा सकता है। यद्यपि आप अपने दिन की शुरुवात अपनी सुबह की चाय या कॉफी से या अपने तैयार होने की दिनचर्या से करना चाहेंगे, पर अपने जीवनसाथी को गले लगाने या चूमने में कुछ मिनट का समय खर्च करना आपके दन की सही शुरुवात करने में सहायक हो सकता है। अगर आप पूरे दिन एक दूसरे को नहीं देखते, तो यह प्यार भरी चेष्टा तब तक के लिए स्थाई छाप छोड़ सकती है जब तक आप फिर से एक दूसरे को नहीं देखते।
    • अपने साथी को चूमने के लिए सुबह सिर्फ छह सेकंड का समय निकालना संबंधों में उत्साह भर सकता है। उसे बस यंत्रवत तरीके से "बाय, हनी" कह कर गाल पर ना चूमे; सुनिश्चित करें कि आपका सचमुच यही मतलब हो, भले ही आप जल्दी में हों।
  3. जैसे जैसे आपका सम्बन्ध आगे बढ़ता है, पाएंगे कि ऐसे दायित्व बढ़ते ही जा रहे हैं जो आपको अकेले समय बिताने से रोकते हैं। तो भी, आपको हर हफ्ते अकेले रहने का वो समय निकालना चाहिए, चाहे ऐसा करने के लिए आपको अपने मित्रों या परिवार के साथ बिताने वाले कुछ समय का त्याग ही क्यों ना करना पड़े। याद रखें कि अपने मित्र के जन्म दिन की पार्टी में जाना या अपने माता-पिता के घर पर डिनर करने जाना, एक दूसरे के साथ अकेले समय बिताने के समान नहीं है। [२]
    • अगर आपको लगता है कि आपके शेड्यूल बहुत ही ज्यादा व्यस्त रहें हैं और आपको एक दूसरे के साथ अकेले समय नहीं मिल पाया है, तो आपको अपने जीवनसाथी के समय से कुछ मिनट चुराने से भी चूकना नहीं चाहिए, चाहे आप परिवार के साथ कहीं बाहर जाने पर एक दूसरे के साथ थोड़ा सा टहलने जाएँ या किसी पार्टी में एक दूसरे के साथ अकेले समय बिताएं।
    • अपनी डेट्स के लिए, सुनिश्चित करें कि आप अपने शेड्यूल को पहले ही प्लान कर लें, ताकि आप और आपका जीवनसाथी उन डेट्स के लिए अपने शेड्यूल्स को उन डेट्स के मुताबिक पहले से ही निबटा सकें।
  4. गले लगाना, छूना, चूमना, पकड़ना, आश्वस्त करना, या सिर्फ जितना हो सके अपने साथी के पास रहने की कोशिश को सुनिश्चित करें। यह शारीरिक संपर्क आपके संबंधों को मजबूत रखने और एक दूसरे के प्रति ज्यादा नजदीक महसूस करने में सहायक हो सकता है, भले ही आप हमेशा एक ही बात पर सहमत ना हों। अगर आप दूरी बनाते हैं या आपके संबंधों में ठंडक विकसित हो रही है और आप एक ही काउच पर बैठ कर भी अपने साथी के पास नहीं बैठते, तो आपके संबंधों में भी दूरी आ जाएँगी।
    • हर किसी को स्पर्श समान रूप से पसंद नहीं होता, विशेषतः पब्लिक के बीच नहीं। चाहे आप ज्यादा गले लगना पसंद ना भी करते हों, तो भी सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी को आश्वस्त करने वाले तरीके से सही समय पर छूते रहें।
    • यह कहना भी आवश्यक है कि एक स्वस्थ सेक्स जीवन को बनाए रखना भी आपके रिश्ते को पनपने सहायता कर सकता है। अपने साथी के साथ आपको क्या करना है और क्या नहीं इसको लेकर खुलापन बरतें।
  5. ऐसी छोटी छोटी चीजें करना ना भूलें जो आप में से हर एक को मुस्कुराने और प्रेम किए जाने का अहसास दे: चाहे वो अपने साथी के हाँथ को चूमना हो, अपने साथी के व्यस्त होने पर घर के काम करना हो, या घर छोड़ते समय आईने पर एक परयर भरा नोट लगाना हो, आपको ये छोटी चीजें करना कभी भी नहीं रोकना चाहिए, चाहे आप कितने थके हुए हों या अपने रिश्ते में कितनी भी सहजता महसूस करते हों। जब आपकी शादी की बात हो तो आपको कभी आलस नहीं करना चाहिए और हमेशा अपने साथी को उसके स्पेशल महसूस करवाए और जताएं कि आप उसे बहुत प्यार करते हैं।
    • अगर आप बहुत ज्यादा व्यस्त होने के कारण अपने साथी के साथ सामान्यतः की जाने वाली चीजें ना कर पाए हों, तो जब भी आपके पास थोड़ा ज्यादा समय हो उसकी भरपाई करने का प्रयास करें। अपने साथी को समझने दें कि आप जानते हैं कि आप उस पर सामान्य जितना ध्यान नहीं दे पा रहें और आप इस बात की भरपाई करना चाहते हैं।
  6. अपने साथी को जानने दे कि आप उसकी कितनी प्रशंसा करते हैं: सुनिश्चित करें कि आपका साथी इस बात को जाने कि आप उसके द्वारा रोज की जाने वाली छोटी छोटी चीजों की कितनी प्रशंसा करते हैं और आप उसके द्वारा आपको दी जाने वाली सारी मदद के लिए उसके आभारी हैं। बेशक, आप भी बदलें में ऐसी चीजें कर सकते हैं जिससे आपका साथी आपकी प्रशंसा करे।
    • आपके बीमार होने पर आपके पालतू कुत्ते की देखभाल से लेकर आपके लिए सबसे अच्छी बर्थडे पार्टी प्लान करने तक, आपके साथी ने आपके लिए जो कुछ भी किया है आप उसके लिए एक लव नोट भी लिख सकते हैं।
  7. एक दूसरे को छोटे छोटे उपहारों या प्रशंसा के टोकंस से सरप्राइज करें: यह उस पल को और भी ज्यादा स्पेशल बना देगा। उपहारों का असाधारण या बहुत ज्यादा महंगा होना जरूरी नहीं है। यह आपकी सोच हैं जिससे वास्तव में फर्क पड़ता हैं। उष्णता और मीठी यादों को बनाने वाली छोटी चीजें बहुत प्रभाव रखती हैं। अपने साथी की बातों पर ध्यान देकर गौर करें कि वो क्या चाहता रहा है और सही समय पर अप्रत्याशित उपहार लाएं।
    • यद्यपि विशेष अवसर, जैसे जन्मदिन और एनीवर्सरी, उपहार देने के लिए बहुत अच्छे समय हो सकते हैं, कभी कभी सबसे सोचे समझे उपहार बिना किसी अवसर के दिए जाते हैं। तब आपका साथी यह नहीं सोच सकता कि आपने उसे इसलिए उपहार दिया कि ऐसा करना आपका दायित्व बनता था।
  8. अगर आपका पति किसी हफ्ते बहुत व्यस्त रहा हो, तो आपको इस बात को समझना चाहिए और उस समय आपको खाना बनाने और घर के कामों में ज्यादा समय व्यतीत करना चाहिए। जब आपका समय व्यस्तता से भरा हुआ हो, तो उसे भी ऐसा ही करना चाहिए। यद्यपि आपको ऐसे कामों का संतुलन बैठाना चाहिए जो आप दोनों के लिए महत्व के हों, अगर आपको अपने जीवनसाथी की परवाह है, तो आपको उस समय अतिरिक्त प्रयास करने चाहिए जब उसको आपकी सबसे ज्यादा जरूरत हो।
    • आपका साथी यह मानने से इंकार भी कर सकता है कि उसे अतिरिक्त मदद की जरूरत है, पर अगर आप देख सकते हैं की वो तनाव में है और अत्यधिक व्यस्त है, तो आपको उस हफ्ते खाना बनाने का, पालतू जानवर की देखभाल करने का, और रोजमर्रा के कामो को करने का प्रयास करना चाहिए।
विधि 3
विधि 3 का 3:

इसे लम्बे समय तक टिकाए रखना

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  1. अपने काम करने का समय निकालें—और अपने जीवनसाथी को उसके काम करने दें: आप ऐसा सोच सकते हैं कि आपको और आपके साथी को खुशहाल शादीशुदा जीवन बिताने के लिए सबकुछ एक साथ करने की आवश्यकता है। फिर भी, अगर आप वास्तव में अपने जोड़ को बनाएं रखना चाहते हैं, तो आपको एक स्तर तक स्वतंत्रता कायम करनी होगी। अगर आप और आपका साथी बिल्कुल हर चीज साथ में करते हैं और दोनों के पास अपने स्वयं की रुचियों को विकसित करने का समय नहीं है, तो आपके सहनिर्भर बनने और अपनी खुद की पहचान का अहसास खो देने की संभावना बन जाती है। [३]
    • अगर आप दोनों अपने खुद के शौक और रुचियों के अनुशरण में समय लगाते हैं, तो आप निरंतरता बनाए रख सकेंगे और एक व्यक्ति की तरह विकसित होंगे। आप आज से बीस साल बाद भी ठीक वही व्यक्ति बने रहना नहीं चाहेंगे जो आप आज हैं, क्या आप चाहेंगे?
    • इसके अतिरिक्त, अगर आप और आपका साथी जयदा समय अलग अलग बिताते हैं, तो आप साथ में बिताएं समय की ज्यादा प्रशंसा करने में समर्थ होंगे। जब आप हमेशा साथ रहेंगे तो एक दूसरे को हल्के में लेना ज्यादा आसान हो जाएगा।
    • जब आप दोस्तों के साथ बाहर समय बिता रहे हो तो शादीशुदा होने की वजह से आपको हर बार अपने जीवनसाथी को साथ में लाने की जरूरत नहीं है। यद्यपि आप दोनों को एक दूसरे के सामाजिक जीवन से जुड़ा रहना चाहिए, पर "लड़कों का समय" या "लड़कियों का समय" बिताने के लिए समय निकालना भी महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपनी मित्रता और सहायता नेटवर्क का निर्माण करते रह सकें।
  2. अगर आप अपनी शादी को बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको रोमांटिक बनने का प्रयास करते रहना पड़ेगा। जहाँ अपने जीवनसाथी के साथ लम्बा समय बिताने के बाद या जब बच्चों के आपके साथ रहने पर चीजें बदल जाएंगी, फिर भी आपको एक दूसरे को स्पेशल महसूस करवाने का, एक साथ रातें बिताने का और एक दूसरे के साथ कसमें खाने के लम्बे समय बाद भी प्रेमालाप करने का प्रयास करना चाहिए। यह आपकी शादी को जोशपूर्ण, सेक्सी और मजेदार बनाने में सहायक हो सकता है, यहाँ पर ऐसी कुछ चीजें दी गई हैं जो आप कर सकते हैं:
    • अपनी डेट नाइट्स पर ठीके रहन सुनिश्चित करें। चाहे आप हर हफ्ते एक डेट नाईट बिताएं या हर दूसरे हफ्ते, अपने जीवनसाथी के साथ अपनी डेट को जाने ना दें और सुनिश्चित करे कि आप हर बार वही पुराना काम ना करें।
    • जब आप घर पर हों तब भी रोमांस के लिए समय निकालें। चाहे आप एक रोमांटिक कॉमेडी देख रहें हों या चारों तरफ कैंडल्स जल कर साथ में डिनर बना रहे हों, समय समय पर जब आप बस घर में हों चीजों को जोशीला और उत्साहपूर्ण बनाएं रखना महत्वपूर्ण है।
    • एक दूसरे को हर वर्ष अपनी एनिवर्सरी पर अर्थपूर्ण कार्ड लिखने का प्रयास करें। आप अपने जीवनसाथी को क्यों प्यार करते हैं उन सब कारणों को लिखने का सच में समय निकालें।
    • अपने रिश्ते को सरलता से ताजा और स्वैच्छिक बनाएं रखना भी रोमांटिक हो सकता है। बिलकुल अंत में निर्धारित वीकेंड ट्रिप पर जाना, मौज में आकर एक डांस क्लास ज्वाइन करना हो या हमेशा से बचा के रखी हुई एक अच्छी सी वाइन की बोतल बिना किसी प्लान के खोलना हो, ये सब आपके रिश्ते को बहुत रोमांटिक और उत्साहपूर्ण बना सकता है।
  3. अगर आप सचमुच अपने रिश्ते को टिकाए रखना चाहते हैं, तो आपको समझौता करना और एक दूसरे के लिए जब जरूरी हो कुर्बानी करना सीखना होगा। आपका रिश्ता हमेशा मजेदार और आसान नहीं होगा, और कई बार ऐसे मौके आएँगे जब आपको बैठ कर इस बात पर गंभीर बातचीत करनी पड़ेगी कि आगे क्या करना है। चाहे आप निर्धारित कर रहे हों कि कहाँ रहना है, कब बच्चे होने चाहिए, या एक ऐसे करियर का निर्णय लेना हो जिसका प्रभाव परिवार पर पड़ने वाला हो, यह महत्वपूर्ण है कि आप और आपके जीवनसाथी के बीच मजबूत कम्युनिकेशन हो और आप किसी निर्णय को लेने के पहले जाने कि आपकी जरूरतें क्या हैं।
    • चाहे आप एक बड़ा निर्णय ले रहें हो या छोटा, आपको सुनिश्चित करना चाहिए की आप दोनों को निर्णय के होने के पहले अपनी बात कहने का मौका मिले।
    • सुनना महत्वपूर्ण है। बाधा डाले या असहमत हुए बिना अपने जीवनसाथी को अपनी भावनाएं व्यक्त करने दें। सुनिश्चित करें कि आप आपके दिमाग में क्या चल रहा है कहने के पहले अपने साथी की बात सुन लें।
    • जब बात समझौता करने की हो, तो यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ज्यादातर खुश रहना सही होने से बेहतर होता है। खुद से पूछे कि क्या आप वास्तव में वो चाहते है जिसके लिए आप लड़ रहें हैं, या आप सिर्फ जिद्दी बन रहें हैं; जैसा कहा गया हैं, आप सुनिश्चित करना चाहेंगे कि आप दोनों एक दूसरे के लिए समझौता करें।
  4. एक दूसरे के मित्रों और परिवारों को अपने जीवन में शामिल कर लें: जैसे जैसे आप और आपका जीवनसाथी अपने रिश्ते में आगे बढ़ते हैं, तो अपने परिवारों और मित्रो को अपनी शादी और रोजमर्रा के जीवन में सम्मिलित कर पाना महत्वपूर्ण है। यद्यपि यह आवश्यक नहीं है कि आप एक दूसरे के परिवार के सबसे अच्छे मित्रो में से हों या एक दूसरे के हर दोस्त को पसंद करते हों, आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपके परिवार एक बड़े परिवार का हिस्सा हैं, और जैसे आपके दोस्त परस्पर दोस्तों में बदल रहें हैं। यह आपकी शादी को ज्यादा सुरक्षित होने की अनुभूति देने में सहायक होता है और आप दोनों महसूस करते हैं कि जरूरत के वक़्त मदद के लिए आपके पास एक मजबूत सहारा देने वाला समूह है।
    • अगर आप अपने जीवन साथी से प्यार करते हैं, तो आपको उसके मित्रो और परिवारों से प्यार करने के प्रयास करना होगा। अगर उसका परिवार या कोई मित्र सम्मोह विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो, तो यह समझने का बेहतरीन प्रयास करें कि वो कहाँ से आ रहें हैं और अपने जीवनसाथी से इस बारें में बात करें कि कैसे आप उन्हें नीचे दिखाए बिना उनके साथ मजबूत संबंध बना सकते हैं।
  5. अगर आप अपनी शादी को टिकाए रखना चाहते हैं, तो आपको अपने जीवनसाथी के लिए उस समय उपलब्ध रहना होगा जब वह कठिन समय से गुजर रहा हो बजाय इसके कि आप इस समय के ख़त्म होने की प्रतीक्षा करें। चाहे वो अपने परिवार में हुई किसी मृत्यु से उबरने का प्रयास कर रहा हो या अपने करियर सम्बन्धी चुनावों को लेकर गफलत में हो, आपका इस कठिन समय में सहयोगी और समझदार होना महत्वपूर्ण है, यह जानते हुए कि जीवनसाथी भी यही करेगा जब आप ऐसे ही कठिन समय का सामना करेंगे। आप अपने जीवनसाथी से हमेशा अच्छे मूड में रहने की उम्मीद नहीं कर सकते, और करना चाहिए कि जब उसको आपकी जरूरत हो तो आप सहयोग करें।
    • बेशक, अगर आप एक ऐसे फेर में पड़ जाते हैं जहाँ एक जीवनसाथी हमेशा दूसरे को सहारा देता रहे, यह थोड़ा हताशा भरा और थकाऊ हो सकता है। अगर आपको लगे कि आप हमेशा सहयोगी भूमिका में रहते हैं, तो अपने जीवनसाथी से इस बारे में बात करें कि वह कैसे आपको एक ज्यादा स्वतंत्र व्यक्ति महसूस करने में मदद कर सकता है।
  6. अगर आप एक खुशहाल शादीशुदा जीवन जीना चाहते हैं, तो आपको यह समझना होगा कि हर दिन आसान नहीं होने वाला है। इसका मतलब यह नहीं होता कि आपको कि आपको अपनी शादी के नीरस, अँधेरी, और निराश करने वाली हो जाने की उम्मीद करनी चाहिए, पर इसका मतलब होता है कि आपको इस तथ्य के लिए तैयार रहना चाहिए कि कुछ संघर्ष होंगे, कुछ दुःख भरे दिन होंगे, और कुछ दिन ऐसे भी होंगे जब आप अपने जीवनसाथी के साथ एक ही कमरे में नहीं रह पाएंगे। 100% बार सहमत ना होना बिलकुल सामान्य बात है, और जो सबसे महत्वपूर्ण हैं वो ये है कि आप दोनों इस बात को जानें और इसके लिए प्रयास करने के इच्छुक हों।
    • अगर आप अपनी शादी के हर रोज बिलकुल सुखद रहने की उम्मीद करते हैं, तो आप मायूसी को बुलावा दे रहें हैं।
    • याद रखें कि आपकी ही तरह आपके जीवनसाथी में भी कमियाँ हैं। अगर आप परफेक्शन की उम्मीद करते हैं, तो आप सिर्फ उदासी और कड़वाहट महसूस करेंगे। अगर आपके जीवनसाथी में कुछ ऐसी कमियां हैं, जिन्हें उससे सुधरवाना चाहते हैं, जैसे हमेशा लेट होना, तो उसके साथ खुलकर ईमानदारी से इस बारे में बात करें, और अपनी बुरी आदत सुधारने के लिए भी तैयार रहें।
  7. जैसे जैसे वर्ष बीतते जाएंगे, इस बात की पूरी संभावना है कि वह व्यक्ति बिलकुल वैसा ही नहीं रहेगा जिसके लिए आपने वर्षों पहले "मैं स्वीकार करता/करती हूँ" कहा था। जैसे जैसे वर्ष बीतते हैं लोग बदलते हैं, ज्ञान और बुद्धिमत्ता एकत्र करते हैं, और अपने अनुभवों से सीखते हैं; वो कई चीजों को लेकर अपनी सोच तक बदल सकते हैं जैसे कब बच्चों को जन्म देना है और अपना राजनीतिक जुड़ाव आदि। अगर आप एक स्वस्थ शादी चाहते हैं, तो आपको इस बात को स्वीकार करना होगा कि आप और आपका जीवनसाथी बीतते समय के साथ स्वाभाविक रूप से बदलेंगे; महत्वपूर्ण चीज ये है कि आप एकसाथ उन्नत हों, अलग अलग नहीं।
    • उन तरीकों को समझें जिनसे आपका जीवनसाथी बदल रहा है। अगर आपको लगता है कि कुछ समस्याएं हैं और वह एक ऐसा व्यक्ति बनता जा रहा हैं जिसे आप और ज्यादा नहीं जानते, तो सुनिश्चित करें कि आप इस बारे में बात करें।
    • जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, जहाँ अपनी स्वयं की यात्रा को प्रारम्भ रखना महत्वपूर्ण है, वहीँ साथ में किसी रूचि का विकास करना भी सहायक हो सकता है। चाहे आपको साथ में खाना बनाना पसंद हो, अपनी पसंदीदा स्पोर्ट्स टीम का अनुशरण करना, या साल दर साल उन्ही शोज को देखते रहना, एक ऐसी जीवनचर्या खोजना महत्वपूर्ण है जिसमें आप एक कपल के रूप में कुछ करने की सोच सकें।
    • सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आप और आपका जीवनसाथी एक दूसरे से प्यार करते रहें और इस बात के प्रति समझदार रहें कि आप दोनों अपने जीवन में उतार चढ़ाव का सामना करेंगे; अगर आप सच्चे साथी हैं, तो आप दोनों ज्यादा मजबूत, ज्यादा समर्थ और ज्यादा प्यार करने वाले लोगों के रूप में विकसित होंगे।

सलाह

  • प्यार, सम्मान और शिष्टाचार खुशहाल शादीशुदा जीवन के मूल घटक हैं।
  • ईमानदार बनें और सच्ची प्रशंसा प्रदर्शित करें।
  • एक दूसरे को समझें।
  • एक दूसरे के प्रशंसक बनें और साथ में बिताए उन खूबसूरत दिनों को कभी ना भूलें।
  • प्यार करें, सम्मान करें और सरप्राइज करते रहें।
  • एक दूसरे के लिए अच्छा और गुणवत्ता वाला समय निकालें।
  • कभी कुछ ना छुपाएँ। आप अपने जीवनसाथी से भी यही उम्मीद करते हैं!
  • दूसरे रिश्तों के साथ संतुलन बनाएं।
  • जीवनसाथी को पिछले रिश्तों के बारे में ना बताएं। इससे वो निराश हो सकते हैं।

चेतावनी

  • एक दूसरे के प्रति विनम्र और शिष्ट बनें। धन्यवाद कहना और माफ़ी माँगना सीखें।
  • अगर आप अपने साथी से बेईमानी करते हैं तो यह आपके जीवन को बर्बाद करेगा, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप अपने जीवनसाथी के प्रति हमेशा ईमानदार रहें!
  • अपने साथी से ईमानदारी बरतें। झूठ बोलना आपको कहीं नहीं पहुँचाने वाला है।
  • हमेशा सावधानी से सुनें। कुछ झगड़े जीवन बर्बाद कर देते हैं, भले ही दोनों पक्षों को झगडे का कारण भी पता ना हो।
  • सबसे ऊपर: आभारी बनें और ऐसा कहें!!! ऐसी कोई चीज ढूंढ़े जिसकी आप प्रशंसा करते हो और उसके लिए थैंक यू कहें। यह आपकी मदद करता है....
  • हफ्ते में कम से कम एक बार कोई चीज साथ में करने का लक्ष्य रखें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या, चाहे वो साथ में खाना खाना हो या हँसी मजाक करना हो।
  • याद रखें, यह आपकी शादी है और आप इतनी दूरी तय कर चुके हैं। इसका बेहतरीन उपयोग करें। खुद में प्रण करें कि आप अपनी भूमिका निभाएंगे और अपना सबसे अच्छा प्रयत्न करेंगे।
  • रिश्तों के लिए कम्युनिकेशन बहुत महत्वपूर्ण होता है। बिना किसी प्रतिक्रिया के भय के किसी को किसी भी समय हर चीज पर बात करने की स्वतंत्रता महसूस होनी चाहिए।
  • एक दूसरे को जितना संभव हो उतना अच्छे से समझना सीखें। समझे की आप पहले जैसे नहीं हैं और कभी नहीं होंगे-एक दूसरे को जानने और यह समझने का प्रयत्न करें की आप कैसे हैं। इस बात सम्मान करें कि आप दोनों अलग अलग इंसान हैं।
  • सारी समस्याओं का अनिवार्य रूप से हल होता हैं और बातचीत के दौरान उन्हें सुलझ जाना चाहिए। आपने जिस बात को शुरू किया हो उसे ख़त्म करें अन्यथा चीजें बीच में उलझी रह जाएंगी, जो भविष्य में समस्याओं को जन्म दे सकती हैं।

विकीहाउ के बारे में

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