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प्रेग्नेंसी या गर्भावस्था के पहले दो हफ्तों के दौरान ये तय कर पाना काफी मुश्किल लगता है, कि आप प्रेग्नेंट हैं भी या नहीं। ये लक्षण बहुत हल्के भी हो सकते हैं। हालाँकि, अगर आपको कुछ अजीब ही बदलाव नजर आ रहे हैं, तो आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना है। होम प्रेग्नेंसी टेस्ट से आपके मन के शक की पुष्टि हो सकती है, लेकिन डॉक्टर के पास जाना ही इस बात की एकदम पक्की खबर पाने का सबसे अच्छा तरीका है।

विधि 1
विधि 1 का 3:

मूड और एनर्जी में आने वाले बदलाव पर ध्यान देना (Noticing Changes in Mood and Energy)

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  1. आलस प्रेग्नेंसी का सबसे पहला और आम लक्षण है। भले ही फिर आपके सोने के वक़्त में कोई बदलाव न भी आया हो, फिर भी आपको सारा दिन थकान बनी रहती है। बेवजह आने वाली थकान भी प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। [१]
  2. आपके स्वाद में आने वाले किसी भी बदलाव पर नजर रखें: आपको एकदम शुरुआत में ही खाने की इच्छा नहीं होने लग जाएगी। हालाँकि, गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ही आपको अचानक से कुछ खाने की चीजों से घृणा होने लग सकती है। आप किसी ऐसे खाने या ड्रिंक की खुशबू को नापसंद करने लग सकती हैं, जिसे आप पहले बड़े चाव से खाया करती थीं या जिसे खाने में पहले आपको कोई परेशानी नहीं हुआ करती थी। [२]
    • उदाहरण के लिए, आपको किसी दिन सुबह उठने के बाद, आपकी सुबह की चाय की महक या कॉफी की खुशबू से मितली जैसा लगना शुरू होने लग सकता है।
  3. सोचकर देखें, कि आप कहीं बहुत ज्यादा मूडी तो नहीं होते जा रही हैं: प्रेग्नेंसी हॉरमोन की वजह से शुरुआत में आपका मूड बदलने लग सकता है। आप देखेंगी कि आप अचानक ही बहुत गुस्से में आने लगी हैं, या आपको बेचैनी या चिड़चिड़ाहट होने लगी है या फिर आप बहुत इमोशनल हो गई हैं। आप टीवी पर आने वाले किसी दुख भरी एड या शो को देखकर बड़ी आसानी से रोना शुरू कर सकती हैं। [३]
    • ये सारे मूड स्विंग, ठीक वैसे ही होंगे, जैसे आप अपने मेंस्ट्रल साइकल (पीरियड्स) शुरू होने के पहले महसूस करती हैं।
विधि 2
विधि 2 का 3:

फिजिकल चेंजेस या शरीर में आने वाले बदलावों की ओर ध्यान देना

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  1. अपने मेंस्ट्रल साइकल (पीरियड्स) के ऊपर नजर बनाए रखें: पीरियड का मिस होना, अक्सर ही प्रेग्नेंसी का पहला संकेत माना जाता है। आपको अपने मेंस्ट्रल साइकल के बारे में थोड़ा सा याद रखना चाहिए, ताकि आपको एक अंदाज़ा रहे, कि इस महीने आपको कब पीरियड आने वाला है। अगर आपको इस समय के अंदर आपके पीरियड नहीं आ रहे हैं, तो इसका मतलब ये हो सकता है, कि आप प्रेग्नेंट हैं। [४]
  2. असामान्य रूप से महसूस होने वाली मतली पर ध्यान दें: लगभग एक चौथाई प्रेग्नेंट महिलाओं को प्रेग्नेंसी के पहले संकेत के रूप में मतली का अनुभव होता है। आपको दिन के किसी वक़्त पर आपके पेट में गड़बड़ होने का अहसास हो सकता है। कुछ अजीब सी महक भी आपके अंदर मतली और बीमारी की भावनाओं को बढ़ावा दे सकती हैं। [५]
  3. असामान्य तरीके से होने वाली ब्लीडिंग या स्पॉटिंग पर ध्यान दें: प्रेग्नेंसी के बाद में कभी-कभी इंप्लांटेशन ब्लीडिंग भी होते हुए देखी जा सकती है, ऐसा शायद एग के स्पर्म के साथ जुड़ने की वजह से होता है। कुछ महिलाएँ इसे हल्का सा पीरियड भी मान लिया करती हैं, लेकिन अगर आपको और दूसरे लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो उनके साथ ऐसा होने को, आपके प्रेग्नेंट होने के एक संकेत माना जा सकता है। [६]
    • ये इंप्लांटेशन ब्लीडिंग और स्पॉटिंग आपके रेगुलर पीरियड से बहुत ज्यादा हल्की होती है। आपको ये सिर्फ साफ करते वक़्त ही नजर आ सकती है।
    • इसका कलर भी आपके रेगुलर पीरियड से कहीं अलग हो सकता है। इसका कलर सामान्य से ज्यादा गुलाबी या भूरा हो सकता है।
  4. ध्यान दें, अगर आपको असामान्य दर्द या पीड़ा महसूस हो तो: प्रेग्नेंसी में आपको अनचाहा फिजिकल डिसकंफ़र्ट महसूस हो सकता है। आमतौर पर, ये गर्भाशय में हल्की सी क्रैम्पिंग के साथ ही कठोर और पीड़ादायक स्तनों का रूप ले सकता है। [७]
    • प्रेग्नेंसी के अन्य लक्षणों की तरह ही, ये दर्द भी, पीरियड के बिल्कुल पहले महसूस होने वाले दर्द की तरह ही हो सकते हैं।
  5. यूरिनेशन हैबिट्स (बाथरूम जाने की आदतों) पर ध्यान दें: प्रेग्नेंसी के दौरान, आपकी किडनी आपके शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ने की वजह से एक्स्ट्रा फ्लुइड या लिक्विड बनाना शुरू कर देती है। बहुत सी महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान यूरिनेशन की बढ़त महसूस होती है। अगर आप भी खुद को सामान्य रूप से ज्यादा बार बाथरूम की ओर भागता हुआ पा रही हैं, तो ये भी आपके प्रेग्नेंट होने का एक इशारा हो सकता है। [८]
    • आपके प्रेग्नेंट होने के फौरन बाद, आपके शरीर में 25% ज्यादा यूरिन का बनना एक आम बात है। इस यूरिन में आई बढ़त को प्रेग्नेंसी के 10-15 हफ्तों के अंदर देखा जाता है। इसके बाद, आपके यूटेरस में ज्यादा वजन बढ़ने के कारण और बढ़ रहे के बच्चे के द्वारा आपके ब्लेडर पर प्रैशर बनाने के करना, आपको और ज्यादा यूरिन करने की चाहत जागेगी।
  6. ब्रेस्ट के टिशू आपके हॉरमोन के लिए बहुत सेंसिटिव होते हैं, तो इसलिए आपके ब्रेस्ट प्रेग्नेंसी के लक्षणों को ज्यादा जल्दी आपके सामने दर्शा सकते हैं। आप गर्भधारण करने के लगभग 2 हफ्ते बाद से अपने ब्रेस्ट में कोमलता, और सूजन को महसूस करने लगेंगे। इनमें एक तरह की उत्तेजना और दर्द महसूस करना भी सामान्य बात है।
    • आपके ब्रेस्ट काफी भरे हुए और भारी भी लगना शुरू हो सकते हैं। [९]
विधि 3
विधि 3 का 3:

मेडिकल सलाह लेना (Seeking Medical Evaluation)

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  1. अगर आपको लग रहा है, कि आप प्रेग्नेंट हैं, तो किसी मेडिकल स्टोर से एक प्रेग्नेंसी टेस्ट किट खरीद लाएँ। पैकेट पर दी हुई डाइरेक्शन को फॉलो करें और घर पर टेस्ट लें। आमतौर पर आपको उस स्टिक पर डायरेक्ट यूरिन डालना होती है या फिर एक कप में यूरिन लेकर, उसमें टेस्ट वाली स्टिक को डुबोना होता है। [१०]
    • घर पर इस प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेना का सबसे अच्छा समय सुबह का वक़्त होता है, क्योंकि इस वक़्त पर आपके एचसीजी (HCG) हॉरमोन का लेवल सबसे ज्यादा होता है।
    • ज़्यादातर प्रेग्नेंसी टेस्ट, आपके द्वारा पीरियड मिस होने के कुछ दिनों बाद लिया जाता है। हालाँकि, ऐसे कुछ टेस्ट मौजूद हैं, जिन्हें आप पहले इसके बारे में जानने के लिए ले सकते हैं, जिसमें ई.पी.टी. (e.p.t.) एक ऐसा टेस्ट है, जिसे आप ले सकते हैं। टेस्ट लेने के सही वक़्त का पता लगाने के लिए, पैकेट पर दिये हुए इन्सट्रक्शन का पालन करें। [११]
    • पीरियड मिस होने के बाद इन टेस्ट्स से एकदम सटीक रिजल्ट प्राप्त होते हैं। अगर आपको पीरियड मिस होने से पहले ही ऐसा लग रहा है, कि आप प्रेग्नेंट हैं, तो घर पर टेस्ट लेने के बजाय, एक डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट लें।
  2. अपने हैल्थकेयर प्रोवाइडर के साथ एक अपोइंटमेंट फिक्स करें: अगर आपको अपने प्रेग्नेंट होने की शंका है या फिर आपको एक पॉज़िटिव प्रेग्नेंसी टेस्ट मिला है, तो अपने डॉक्टर के साथ में एक अपोइंटमेंट फिक्स कर लें। [१२]
    • आपकी पहली विजिट के दौरान, आपके डॉक्टर, आपकी प्रेग्नेंसी को कंफर्म करने के लिए आपके कुछ टेस्ट करेंगे। डॉक्टर उनके ऑफिस में आपका यूरिन टेस्ट कर सकते हैं या फिर वो आपके लिए ब्लड टेस्ट की सलाह भी दे सकते हैं। [१३]
    • आपके डॉक्टर आप से आपकी मेडिकल हिस्ट्री, पहले की प्रेग्नेंसी, आपकी जनरल लाइफ़स्टाइल और आपके द्वारा अभी ली जाने वाली दवाओं आदि के बारे में पूछ सकते हैं।
    • आपके डॉक्टर आपकी अच्छी हैल्थ की जाँच करने के लिए, आपके कुछ बेसिक फिजिकल टेस्ट भी कर सकते हैं।
  3. अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो ये आपके लिए एक इमोशनल एक्सपीरियंस हो सकता है। यदि आप टेस्ट के रिजल्ट्स का इंतजार कर रही हैं, जो शायद आपके लिए स्ट्रेसफुल भी हो सकता है, तो ऐसे में आपके किसी फ्रेंड, फ़ैमिली मेम्बर और किसी दूसरे पेरेंट (माता-पिता) से आपके इमोशन्स के बारे में बात करें। अगर आपका कोई थेरेपिस्ट है, तो आप उससे भी बात कर सकते हैं।

सलाह

  • ज़्यादातर प्रेग्नेंसी के लक्षण, अक्सर ही मेंस्ट्रल से पहले होने वाले लक्षण की तरह ही होते हैं। कुछ महीने तक ध्यान देने और निगरानी करने के बाद, आप खुद ही अपने शरीर की भाषा को समझने लगेंगी।

चेतावनी

  • कुछ बहुत कम महिलाओं को प्रेग्नेंसी के पूरे समय के दौरान पीरियड्स होता रहता है; इसलिए सारे मामलों में सिर्फ पीरियड आने का मतलब ये नहीं निकलता, कि आप प्रेग्नेंट ही नहीं हैं। अगर आपको, आपके प्रेग्नेंट होने का जरा भी संदेह है, तो आपको एक टेस्ट ले लेना चाहिए।

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