आर्टिकल डाउनलोड करें
आर्टिकल डाउनलोड करें
चश्मा (आई ग्लासेज) टूटने पर बहुत परेशानी होती है और कई बार आप उन्हें तुरंत रिप्लेस भी नहीं कर पाते | चाहे लेंस पर खरोंच आई हो, स्क्रू निकल जाए या फिर ब्रिज टूट जाए, आपको घबराना नहीं है क्योंकि नया चश्मा खरीदने तक, आप खुद ही अपना चश्मा रिपेयर कर सकते हैं |
चरण
-
सभी चीज़ें एक जगह पर इकट्ठी करें: आपको धागा, नीडल, ड्रिल, सैंडपेपर, सुपरग्लू, पेंटर्स स्टिर स्टिक, रबर बैंड्स, वैक्स पेपर, कॉटन स्वाब, अल्कोहल या नेल पॉलिश रिमूवर और हॉबी नाइफ की जरूरत होगा |
-
पीसेस को साफ़ करके घिसें: टूटे हुए हिस्से को सैंडपेपर के साफ़ करें और घिसें जिससे उसे चिपकाया जा सके | थोड़े से रबिंग अल्कोहल या नेल पॉलिश रिमूवर को एक कॉटन स्वाब में लेकर उस एरिया पर लगाएं और सरफेस को तैयार करें |
-
दोनों पीसेस को एकसाथ जोड़ें: पेंटर्स की लकड़ी वाली स्टिक से टुकड़े काटें जिससे ये चश्मे की दोनों कनपटियों (साइड पीसेस) के बीच फिक्स हो सके | स्क्रैचिंग से बचाने के लिए लेन्सेस को वैक्स पेपर से कवर कर दें और इसके बाद स्टिक के एक सिरे पर रबर बैंड लपेट दें और इसे ग्लासेज से जोड़ दें | दूसरी ओर भी यही करें |
- दोनों आधे हिस्सों को सावधानीपूर्वक एक लाइन में लायें और ध्यान रखें कि रबर बैंड से चीज़ें अपनी जगह पर बनी रहें | अगर टूटा हुआ हिस्सा क्लीन ब्रेक नहीं हुआ था और वह थोडा गैप हो तो पीसेस को थोडा ऊपर की ओर लाइन करें क्योंकि अगर कोई खास पॉइंट आकी स्किन के सम्पर्क में आया तो आपको दर्द हो सकता है | [३] X रिसर्च सोर्स
-
ग्लू लगायें: टूटे हुए हिस्से के जॉइंट में ग्लू भरें और इसके लिए पर्याप्त ग्लू का इस्तेमाल करें जिससे ब्रिज को सिक्योर किया जा सके और अतिरिक्त ग्लू बाहर न बहे | ग्लू को धीरे से और सफाई से दबाकर निकालें जिससे बुलबुले न बन पायें | जब ग्लू को जॉइंट में भरें तो ध्यान रखें कि कोई भी गैप या दरार खाली न रहे | अतिरिक्त ग्लू को हटाने के लिए एक कॉटन स्वाब को किनारा इस्तेमाल करें और इसे सूखने या चिप्चिपाने से पहले ही पोंछ दें | अब कम से कम एक घंटे के लिए ग्लू पूरी तरह से सूखने तक ग्लासेज को सेट होने के लिए अलग रख दें |
-
ड्रिल करके दो छेद बनायें: अपने आईग्लास की फ्रेम की मोटाई के अनुरूप उचित छोटी सी ड्रिल का इस्तेमाल करें | अपना हॉबी नाइफ लें और हाल ही में रिपेयर किये गये जॉइंट के किनारों पर पायलट होल बनायें | ग्लासेज को टेबल टॉप पर बिछे हुए एक सॉफ्ट कपडे पर रख दें सावधानीपूर्वक टूटे हुए हिस्से के प्रत्येक साइड एक छेद बनायें | ये छेद समानांतर होने चाहिए जिससे कोर जॉइंट के चारो ओर धागे के बंद को लपेटा जा सके | [४] X रिसर्च सोर्स
-
टेंशन बैंड को सिलकर अपनी जगह पर स्थिर रखें: आपके आईग्लासेज फ्रेम के कलर से मैच करते हुए चार से छह फीट धागे और एक पतली नीडल से रिपेयर किये गये हिस्से की दोनों साइड्स को एकसाथ "सिल" दें जिससे उसमे मजबूती आ सके | सावधानी के साथ बहुत ज्यादा न खींचते हुए और हाल ही में रिपेयर किये गये हिस्से पर दबाव न डालते हुए नीडल और धागे को कई बार दोनों छेद से पास करें | जब जगह न बचे तो रुक जाएँ | ड्रिल किये गये छेद को ग्लू से भरें और धागे को सूखने दें और अतिरिक्त ग्लू को कॉटन स्वाब से दबाकर पोंछ दें | धागे के किनारों को काट दें और ग्लू को कम से कम एक घंटे तक सूखने दें |
-
कवर करें: अगर आप अपने ग्लासेज के रिपेयर हिस्से को अतिरक्त मजबूती देना चाहते हैं तो इस अतिरिक्त स्टेप को अपनी प्रोसेस में शामिल कर सकते हैं | ऊपर बताये अनुसार धागे के किनारों को न काटें | बल्कि, जब ग्लू सूख जाए तो बचे हुए धागे को एक साइड लायें और इसे ग्लासेज के ब्रिज के चारो ओर सामने से पीछे की ओर लपेटते जाएँ | जितना हो सके, सफाई से यह काम करें, किसी भी तरह की क्रिस-क्रासिंग (criss-crossing) अच्छी नहीं रहेंगी | इस लिपटे हुए धागे को मोटा न दिखने दें | लिपटे हुए धागे पर ग्लू लगाएं और 10 से 15 मिनट तक सूखने दें | दूसरी ओर के धागे को ग्लासेज की दूसरी साइड ले जाएँ और इसे विपरीत दिशा में (पीछे से आगे की ओर) ब्रिज के चारो ओर लपेटें | अब दोनों ओर के खुले सिरों को खींचने से पहले इस पर ग्लू लगायें और उसे थोड़ी देर सूखने दें | कम से कम 24 घंटे तक ग्लासेज को सेट होने के लिए एक साइड रख दें और फिर पहनें |
-
पानी उबालें: एक छोटे से पॉट को पानी से भरें और उसे "तेज़" आंच पर रखें | चूँकि इस बार रिपेयर करने के लिए आप हीट का इस्तेमाल करने वाले हैं इसलिए ध्यान रखें कि इस विधि का इस्तेमाल प्लास्टिक की फ्रेम पर ही करें |
-
प्लास्टिक को पिघलाएं: जब पानी उबलने लगे तो ग्लासेज के किनारे पॉट के ऊपर लायें और किनारों को सॉफ्ट करने के लिए आंच के काफी नजदीक रखें |
-
एक पिन अंदर डालें: एक किनारे पर एक छोटी सी पिन को दबाकर अंदर डालें और फिर दूसरे किनारे पर | हालाँकि प्लास्टिक अभी भी काफी गर्म होती है इसलिए पिन आसानी से अंदर चली जाती हैं | [५] X रिसर्च सोर्स
- कभी भी प्लास्टिक आईग्लास फ्रेम को डायरेक्टली आंच के ऊपर न रखें |
-
एक आईग्लास रिपेयर किट का इस्तेमाल करें: आईग्लास रिपेयर किट्स आसानी से कसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाती है और इसमें रिपेयर के लिए जरुरी सभी सामान होता है, जैसे स्क्रू, एक छोटा स्क्रूड्राईवर, और एक मैग्नीफाइंग ग्लास | नए वर्शन वाली किट्स में लम्बे स्क्रू आते हैं जिन्हें पकड़ना काफी आसानी होता है | आप काज या कब्जे में स्क्रू डाल सकते हैं और उन्हें अंदर स्क्रू कर सकते हैं और इसके बाद काज के साइज़ में फिट होने पर स्क्रू के बॉटम को "तोड़" सकते हैं |
- अगर आपको सामने वाले पीस और कनपटी वाले पीसेस पर काज या कब्जे लाइनअप करने में परेशानी हो रही हो तो ऐसा संभवतः इसलिए हो रहा होगा क्योंकि कनपटी वाले पीस का काज बनाने की प्रक्रिया में काज को वापस पकड लिया गया होगा | इसे ठीक करने के लिए, पेपर क्लिप के हुक वाले सिरे को इस्तेमाल करें और इसे कनपटी वाले काज के छेद में से अंदर डालें जिससे जब आप काज के छेद से इसे बाहर खींचेंगे तो इसमें एक "गैप" बन जायेगा | सामने के पीस और कनपटी वाले पीस को एक लाइन में लायें और स्क्रू डालकर उसे टाइट करें | जब यह काम पूरा हो जाए तो गैप से पेपर क्लिप हटा दें जिससे काज का छेद पीछे खिसककर ग्लासेज को मजबूत फिटिंग देगा | [६] X रिसर्च सोर्स
-
टूथपिक आजमायें: जब ग्लासेज के सामने और कनपटी के पीसेस को एकसाथ जोड़कर रखने वाला स्क्रू काज से निकलकर बाहर गिर जाए तो स्क्रू की जगह पर अस्थायी उपाय के रूप में टूथपिक लगा दें | कनपटी वाले काज के छेद को सामने के छेद के साथ लाइनअप करें और लकड़ी की टूथपिक को इनमे इतना दबाकर डालें, जितना अंदर वो जा सके | टूथपिक के अतिरिक्त हिस्से को तोड़कर अलग कर दें | [७] X रिसर्च सोर्स
-
विकल्प के रूप में वायर का इस्तेमाल करें: पेपर को ट्विस्ट टाई (पेपर या प्लास्टिक से कवर वायर का एक टुकड़ा जिसे प्लास्टिक बैग की मुंह को बंद करने के लिए ट्विस्ट किया जाता है) से खींचें | काज के छेद और धागे को ट्विस्ट टाई वायर में से लाइनअप करें | कनपटी वाले पीसेस सिक्योर होने तक वायर को ट्विस्ट करें | वायर की किनारों को काट दें जिससे खरोंच न आ सके | आप एक छोटी सी सेफ्टीपिन (जिसे आमतौर पर क्लॉथिंग प्राइस टैग्स के साथ इस्तेमाल किया जाता है) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | इस पिन को छेद के अंदर डालें जिससे साइड के हिस्से अपनी जगह पर बने रहें |
-
ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जो ख़ासतौर पर लेन्सेस की खरोंच को दूर करने के लिए ही बनाए गये हों: लेन्स की खरोंच पर ग्लास-एचिंग (glass-etching) प्रोडक्ट लगायें | यह आपके प्लास्टिक लेन्सेस पर एंटी-ग्लेर (anti-glare) और एंटी-स्क्रैच कोटिंग को हटाकर अपना काम करते हैं लेकिन ओरिजिनल प्लास्टिक लेन्स लगा रहता है | ग्लास-एचिंग केमिकल का इस्तेमाल केवल प्लास्टिक लेन्सेस पर ही करें, कभी भी ग्लास-लेन्सेस पर नहीं करें | दूसरे स्पेशिलिटी प्रोडक्ट्स अस्थायी रूप से लेन्सेस के स्क्रैच को भरते हैं जिससे खरोंच काफी कम दिखाई देने लगती हैं लेकिन इनके इस्तेमाल के बाद ग्लॉसी फिल्म लगी रह जाती है |
- सावधानी रखें और लेन्सेस के उस पॉइंट को साफ़ या पॉलिश न करें जहाँ से सरफेस की मोटाई बदल जाती हो | कोई भी प्रोडक्ट या प्रोसीजर जो आईग्लासेस के लेंस की सरफेस में बदलाव लाती है, वो लेंस के अपवर्तन (refraction) और इफेक्टिवनेस को भी बदल सकती है | [८] X रिसर्च सोर्स
-
घरेलू क्लीनर का इस्तेमाल करें: अपघर्षक क्लीनर्स, बेकिंग सोडा और टूथपेस्ट जैसी सभी चीज़ों का इस्तेमाल खरोंच वाली सरफेस पर पॉलिश करने के लिए किया जाता है | लेमन प्लेज और कार्नौबा क्लीनर जैसे वैक्स प्रोडक्ट्स वास्तव में वैक्स से हलके स्क्रैच भर देते हैं | लेकिन, वैक्स के कारण विसिबिलिटी कम हो जाएगी और प्रत्येक कुछ दिन में इसे फिर से लगाना पड़ेगा | आप रबिंग अल्कोहल या डायल्युटेड अमोनिया का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | इनमे से किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल आईग्लासेज पर करने के बाद, ग्लासेस को एक ऐसे सॉफ्ट कपडे से पॉलिश करें जो विशेषरूप से ग्लासेस साफ़ करने के लिए ही बनाये गये हो | [८] X रिसर्च सोर्स
-
भविष्य में खरोंच लगने से बचाएं: लेंस बहुत नाज़ुक होते हैं और इन पर खरोंच लगने से बचाने के लिए इन्हें काफी केयर के साथ रखना पड़ता है |
- आईग्लास केस (चश्मे के कवर) का इस्तेमाल करें: एक मुलायम, गद्दीदार केस आईग्लासेज को प्रोटेक्ट करेगा इसलिए इन्हें पर्स या पॉकेट में रखने की बजाय केस में रखें |
- लेंस धोएं | हर दिन ग्लासेस को साबुन वाले पानी से साफ़ करें और लेंस पोंछने के लिए ही ख़ास तौर पर बनाये गये साफ़, सॉफ्ट कपडे से सुखाएं |
- हानिकारक प्रोडक्ट्स से दूर रहें: कुछ प्रोडक्ट्स आपके लेन्सेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं इसलिए इनसे दूर रहने में ही भलाई है | अपने लेन्सेस को साफ़ करने के लिए फेशियल टिश्यू या पेपर टॉवेल का इस्तेमाल न करें और इन्हें धोते समय एंटी-बैक्टीरियल साबुन के इस्तेमाल से भी दूर रहें | हेयरस्प्रे, परफ्यूम या नेल पॉलिश रिमूवर का इस्तेमाल करते समय सावधानी रखें क्योंकि इनसे लेंस की कोटिंग हट सकती है |
सलाह
- ग्लू को अपने लेन्सेस और अँगुलियों से दूर रखें |
- टूटे हुए ब्रिज को जोड़ने वाली विधि में दोनों पीसेस को दबाकर अपनी जगह पर रखने के लिए टेप लपेटकर फिक्स करें | ऐसे कलर वाले टेप का इस्तेमाल करें जो फ्रेम के कलर से ज्यादा से ज्यादा मैच करता हो या आपको फैशन स्टेटमेंट दे सके और इन्हें डेकोरेटिव डक्ट टेप के एक टुकड़े से कवर कर दें |
- एसीटोन के सम्पर्क में आने के कारण फ्रेम पर सफ़ेद धब्बे रह जाएँ तो इन्हें ऑइल-बेस्ड लोशन से रगड़कर हटाने की कोशिश करें |
चेतावनी
- पूरी तरह से सूखने तक ग्लू को आँखों से दूर रखें |
रेफरेन्स
- ↑ https://fyidoctors.com/en/blog/categories/fashion-beauty-and-lifestyle/do-it-yourself-emergency-eyeglass-repair
- ↑ https://fyidoctors.com/en/blog/categories/fashion-beauty-and-lifestyle/do-it-yourself-emergency-eyeglass-repair
- ↑ https://www.vintandyork.com/content/how-to-fix-and-repair-glasses/
- ↑ https://www.vintandyork.com/content/how-to-fix-and-repair-glasses/
- ↑ http://glassescrafter.com/information/how-to-repair-glasses.html
- ↑ http://www.youtube.com/watch?v=92VFLlwSglk
- ↑ https://lifehacker.com/replace-a-missing-screw-on-your-glasses-with-a-toothpic-1704130982
- ↑ ८.० ८.१ http://glassescrafter.com/information/remove-scratches-from-eyeglasses.html
- http://www.readingglassesetc.com/repairing-eyeglasses/