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जीभ पर छाले होने से आपको दर्द, जलन, या जीभ पर सूखेपन का एहसास हो सकता है | जीभ पर छाले के कई कारण हो सकते हैं, [१] जिनमें जीभ का जलना या कटना, फंगल इन्फेक्शन, ओरल थ्रश जैसे इन्फेक्शन, मुंह के अल्सर, बर्निंग माउथ सिंड्रोम (Burning mouth syndrome) जिसे ग्लॉसोडिनिया (glossodynia), या बर्निंग टंग सिंड्रोम (Burning tongue syndrome) भी कहा जाता है शामिल है | [२] कुछ मामलों में, जीभ पर छाले होनी की वजह पता नहीं चलती है | आपके सिम्टम और मेडिकल डायग्नोसिस पर निर्भर, कई अलग इलाज है जो एक छाले वाली जीभ को आराम प्रदान कर तकलीफ को कम कर सकते है |

विधि 1
विधि 1 का 2:

घरेलु उपचारों से जीभ के छालों को ठीक करना

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  1. अगर आपने अपनी जीभ काट ली है, तो उसे ठन्डे पानी से धोएं | इससे उस स्थान पर मोजूद कोई भी गंदगी, खाना, खून या कोई एयर अवसेश दूर हो जाएगी और संक्रमण की सम्भावना खत्म होगी | [३]
    • अगर आपने अपनी पूरी जीभ को काट लिया है, तो बेहतर होगा की आप जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से मुलाकात करे लें | [४]
    • एक बार आपने अपनी जीभ को ठन्डे पानी से धो लिया है, आप बर्फ चूस कर सूजन और दर्द से राहत पा सकते हैं |
  2. अगर आपको अपनी जीभ पर दर्द और जलन का एहसास हो रहा है तो आइस क्यूब या आइस पॉप चूस लें | ठण्ड के एहसास से दर्द का असर कम होगा, सूजन कम होगी और आपकी जीभ ज्यादा बेहतर महसूस करेगी |
    • आइस क्यूब को चूसना उन स्थितियों में ज्यादा बेहतर काम करता है जब आपने अपनी जीभ काट या जला ली हो | [५]
    • ये पिघलता पानी आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद करेगा और साथ ही जीभ को सूखने से रोकेगा, जो की कटी या जली हुई जीभ की स्थिति को और बिगाड़ सकता है |
  3. नमक के गर्म पानी से ना सिर्फ आपकी जीभ साफ़ होती है बल्कि उस पर हुए छालों से होने वाले दर्द में भी कमी आती है | आप जब तक दर्द और तकलीफ कम ना हो जाये कुछ घंटों में इसको फिर दोहराएं | [६]
    • एक ग्लास गर्म पानी में एक टेबलस्पून नमक तब तक मिलाएं जब तक वह अच्छे से घुल नहीं जाए | करीब 30 सेकंड तक इससे कुल्ला करें, और कोशिश करें की ज्यादा ध्यान जीभ के छाले वाले हिस्से पर हो | जब हो जाए तो पानी को थूक दें |
  4. ऐसा कुछ भी खाने से बचें जो आपकी छालों को और ख़राब करे: जब जीभ पर छाले हों, तो ऐसा कुछ भी खाने से परहेज़ करें जो दर्द को बढ़ाये जैसे मसालेदार, एसिडिक भोजन या तम्बाकू | हांलाकि इससे स्वस्थ होने की प्रक्रिया बेहतर नहीं होगी, आपको निश्चित तौर पर आराम मिलेगा |
    • स्मूदी, पोर्रिज (porridge) और फल जैसे केला जैसे नर्म, ठण्ड पहुँचाने वाले खाद्य पदार्थ खाने से आपकी जीभ को खाते समय तकलीफ नहीं होगी | योगर्ट और आइस क्रीम भी अच्छे विकल्प हैं क्योंकि वह ठण्ड पहुंचा कर आराम दते है |
    • एसिडिक खाना और पेय, जैसे टमाटर, ऑरेंज जूस, सॉफ्ट ड्रिंक और कॉफ़ी आपके दर्द को बढ़ा सकते हैं | इसके अलावा दालचीनी और पुदीने से भी दूर रहे क्योंकि वह आपकी तकलीफ को बढ़ा सकता है |
    • ऐसे टूथपेस्ट का प्रयोग करें जो की सेंसिटिव दांतों के लिए हो या फिर जिसमें दालचीनी या पुदीना नहीं हो |
    • सिगरेट या तम्बाकू का सेवन नहीं करें, क्योंकि ये भी आपकी तकलीफ में इजाफा कर देता है |
  5. ये ध्यान रहे की आप पूरे दिन हाइड्रेटेड रहे | इससे ना सिर्फ आपके मुंह के सूखेपन की समस्या कम होगी, पर तकलीफ ठीक होने की प्रक्रिया की गति भी बड़ेगी |
    • अपने मुंह को सूखे होने से बचाने के लिए खूब सारा पानी या जूस पीयें |
    • कॉफ़ी और चाय जैसे गरम पेय से परहेज़ करें क्योंकि वो जीभ पर हो रहे जलन या दर्द के एहसास को बढ़ा देगा |
    • कैफीन और एल्कोहोल से भी दूर रहे, क्योंकि वह आपकी जीभ को तकलीफ दे सकती है |
विधि 2
विधि 2 का 2:

डायग्नोसिस करवा के दवाई का सेवन

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  1. अगर आपको जीभ पर छाले हैं और घरेलु इलाज काम नहीं कर रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह लें | वो आपके दर्द की वजह पता करेंगे और उसी मुताबिक इलाज देंगे |
    • जीभ पर छालों की कई वजह हो सकती हैं जैसे मुंह में फंगल, वायरल, या बैक्टीरियल इन्फेक्शन, पोषण की कमी, डेंचर्स (dentures) का सही से नहीं लग पाना, दांतों पर ब्रश का कुछ ज्यादा प्रयोग या दांतों का पीसना, एलर्जी, स्ट्रेस या बैचैनी | [७] जीभ पर छाले बर्निंग माउथ सिंड्रोम की वजह से भी हो सकते है | [८]
    • आप इस दौरान अपने मुंह या जीभ में किसी प्रकार का बदलाव नहीं देखेंगे | या फिर, हो सकता है की आप इन्फेक्शन और संक्रमण के आम संकेत जैसे बम्प्स, अल्सर, जलन का एहसास या जीभ पर सफ़ेद प्लाक की परत का सामना कर सकते हैं | [९]
  2. अगर आपको जीभ पर छाले हैं या आप बर्निंग टंग सिंड्रोम के लक्षणों से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर दर्द की वजह पता करने के लिए टेस्ट आर्डर कर सकता है | अक्सर टेस्ट से जीभ के छालों की असली वजह नहीं पता चलती है, पर फिर भी डॉक्टर आपको सही इलाज बता सकता है |
    • आपका डॉक्टर डायग्नोस्टिक टूल की सहायता से जीभ के छालों की असली वजह पता करने की कोशिश करेगा | इन टेस्ट में शामिल होंगे ब्लड टेस्ट, ओरल कल्चर, बायोप्सी, एलर्जी टेस्ट, और स्टमक एसिड टेस्ट | आपको एक साइकोलॉजिकल क्वेश्चनेयर भी दे कर ये जानने की कोशिश कर सकते हैं की क्या आपके जीभ के छाले बैंचैनी, डिप्रेशन और तनाव की वजह से हैं | [१०]
    • आपका डॉक्टर आपकी कुछ ऐसी दवाइयां भी बंद करवा सकता है जो उसे जीभ में छाले की वजह लग रही हैं | [११]
  3. आपके टेस्ट के नतीजों पर निर्भर, आपका डॉक्टर आपके छालों की असल वजह को ठीक करने के लिए दवाई बता सकता है | अगर टेस्ट में वजह नहीं पता चलती है, तो वो दर्द और तकलीफ को कम करने के लिए घरेलु उपचार और दवाई दोनों बता सकती है |
    • तीन दवाईयाँ जो जीभ के छालों के लिए अक्सर बताई जाती हैं वो हैं एमीट्रिप्टिलिन (amitriptyline), एमीसलप्राइड (amisulpride), और ओलनज़पायीन (olanzapine) | ये ड्रग गामा–बूटीरिक एसिड (gamma-butyric acid) के असर को रोक कर के काम करती हैं | ये एसिड ही जीभ में दर्द और जलन के एहसास का कारण होता है | [१२]
    • आपका डॉक्टर आपको इस तकलीफ को कम करने के लिए एक ओवर द काउंटर पेन रिलीवर का भी सुझाव दे सकता है, ख़ास तौर से अगर आपको सोने में तकलीफ हो रही है | [१३] ओवर द काउंटर पेन रिलीवर में लोकप्रिय नाम हैं एसिटामीनोफेन (acetaminophen), आइबूप्रोफेन (ibuprofen) और एस्पिरिन (aspirin) |
    • दर्द निवारक लेने के लिए डॉक्टर के दिए या फिर पैकेजिंग पर लिखे निर्देश पढ़ें | [१४]
  4. थ्रोट लोज़ेन्जेस (Lozenges) या स्प्रे (Sprays) का प्रयोग करें: थ्रोट लोज़ेन्जेस या स्प्रे जिनमें हलके अनालेजेसिक (analgesics) होते हैं आपको आपकी छालों वाली जीभ से आराम दिलवाने में मदद करते हैं | आप थ्रोट लोज़ेन्जेस या स्प्रेज़ किसी भी ड्रग स्टोर या उनकी ऑनलाइन साईट से खरीद सकते हैं |
    • हर दो से तीन घंटों में थ्रोट लोज़ेन्जेस या स्प्रेज़ का सेवन करें, या फिर डॉक्टर या पैकेज पर लिखे निर्देशों के मुताबिक | [१५]
    • ध्यान से थ्रोट लोज़ेन्ज को तब तक चूसें जब तक वो पूरी तरह से घुल नहीं जाए | उसे पूरी गटकने या चबाने का प्रयत्न नहीं करें, क्योंकि ऐसा करने से आपका गला सुन्न हो सकता है और निगलने में तकलीफ भी हो सकती है |
  5. जीभ को शांत करने के लिए कैपसेसिन क्रीम (Capsaicin cream) लगायें: कैपसेसिन क्रीम एक टॉपिकल एनाल्जेसिक होती है जो दर्द में राहत दे सकती है | आप दिन में तीन से चार बार ही कैपसेसिन क्रीम को अपनी जीभ पर लगा सकते हैं | [१६]
  6. बेंजीडामिन (Benzydamine ) या क्लोरहेक्सीडीन (Chlorhexidine) जैसे एंटीसेप्टिक माउथवाश की मदद से अपनी जीभ या मुंह के संक्रमण का इलाज करें | वो आपकी जीभ पर मौजूद सूजन और साथ में हो रहे दर्द को भी दूर कर पाता है | [१९]
    • बेंजीडामिन प्रोस्टाग्लान्डीन्स (prostaglandins) को ब्लॉक करके दर्द कम करता है | प्रोस्टाग्लान्डीन्स वो केमिकल हैं जो संक्रमण और दर्द के समय शरीर में निर्मित होते हैं | [२०]
    • एक कप में 15 मिलीलीटर बेंजीडामिन डालें और उसे अपने मुंह में 15 से 20 सेकंड तक घुमाने के बाद थूक दें |

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