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तुलसी को होली बेसिल (Holy Basil) के रूप में भी जाना जाता है, इस खूबसूरत पौधे का इस्तेमाल अक्सर एक मेडिसनल हर्ब के रूप में किया जाता है, जो सिरदर्द से लेकर कैंसर से लड़ने तक की कई बीमारियों का इलाज करती है। इस पौधे को बीज से या जड़ों को पानी में उगाकर लगाना आसान होता है और असल में इसकी देखभाल करना भी आसान होता है। आप इसे गमले में लगाकर अपने घर में या फिर, अपने घर के बाहर के खूबसूरत गार्डन या वेजीटेबल गार्डन में भी लगा सकते हैं।

विधि 1
विधि 1 का 3:

बीज की मदद से तुलसी को उगाना (Growing Tulsi from Seeds)

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  1. अच्छी क्वालिटी वाली मिट्टी को एक गमले में भरें और इसे अच्छी तरह से पानी दें: आपको गमले के ऊपरी भाग को लगभग एक इंच (2.54 सेमी) तक खाली छोड़ देना चाहिए। मिट्टी को अच्छी तरह से नम करने के लिए उसमें पर्याप्त पानी डालें, लेकिन इतना अधिक भी नहीं कि मिट्टी बहुत अधिक गीली हो जाए।
    • हालांकि अगर आप अपने तुलसी के पौधे को घर के बाहर किसी जगह पर लगाने का प्लान बनाते हैं, तो उसे बाहर ट्रांसफर करने से पहले इसे घर के अंदर उगाना शुरू करना बेहतर होता है। [१]
  2. क्योंकि तुलसी के बीज बहुत छोटे होते हैं, तो बस उन्हें मिट्टी के ऊपर छिड़क दें फिर, अपनी उंगलियों या एक छोटे से टैंपर (tamper) का इस्तेमाल करके उन्हें सरफेस में दबाएं।
  3. लगभग 1-2 सप्ताह में बीज उगने लगेंगे। क्योंकि बीज बहुत नाजुक होते हैं, इसलिए यदि हो सके तो मिट्टी के सरफेस को हल्के से नम करने के लिए एक स्प्रे बॉटल का इस्तेमाल करें। यदि आप गमले में पानी डाल रहे हैं, तो धीरे-धीरे और सावधानी से डालें ताकि आप बीजों को खराब न करें।
    • गमले के ऊपरी हिस्से को प्लास्टिक के कवर से ढंकने पर नमी को सील करने में मदद मिलेगी, लेकिन आपको अभी भी मिट्टी को चैक करने की और यदि जरूरत हो तो उसमें और पानी डालने की जरूरत होगी। [२]
  4. आपके पौधे को एक दिन में 6-8 घंटे तक धूप की और कम से कम 70 °F (21 °C) के टैंपरेचर की जरूरत होती है। गमले को किसी ऐसी जगह पर रखें, जहां उसे बहुत सारी इंडायरेक्ट धूप मिल सके। [३]
    • अगर रात भर टैम्परेचर ठंडा रहता है, तो पौधे को खुली खिड़कियों या दरवाजों के पास न छोड़ें।
विधि 2
विधि 2 का 3:

तुलसी की जड़ को पानी में उगाना (Rooting Tulsi in Water)

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  1. एक पूरी तरह से तैयार हो चुके तुलसी के पौधे से 4-6 इंच (10-15 सेमी) स्टेम को काट लें: पत्तियों के एक सेट के ठीक नीचे वाले स्टेम को निकालें। आपके द्वारा काटे गए तने के निचले हिस्से से दूसरी सभी पत्तियों को तोड़ दें। आपको स्टेम के लगभग 2 इंच (5.1 cm) हिस्से को पूरी तरह से खाली रखना होगा। [४]
    • तने को काटते समय, उस भाग को चुनना सुनिश्चित करें जिस पर अभी तक बीज वाले फूल नहीं आएँ हों। आप एक फूल वाले तने को भी काट सकते हैं, लेकिन इससे जड़ों का निकलना और पौधे का बढ़ना और अधिक मुश्किल हो जाएगा। [५]
    • प्रोसेस को जल्दी करने के लिए, कटे हुए सिरे को एक रूटिंग हार्मोन में डुबोएं। रूटिंग हार्मोन को लोकल नर्सरी या गार्डनिंग स्टोर पर खरीदा जा सकता है।
  2. तुलसी की कटिंग को पानी से भरे ग्लास कंटेनर में रखें: एक क्लियर पानी के गिलास या एक मेसन जार का इस्तेमाल करें और इसे पर्याप्त पानी से भरें, ताकि इसमें स्टेम के निचले आधे हिस्से को डुबाया जा सके। आप कंटेनर में 1 से अधिक स्टेम को रख सकते हैं, लेकिन बस यह सुनिश्चित करें कि यह अधिक घना न हो।
    • हर दिन पानी को बदल दें, ताकि बैक्टीरिया के ज्यादा बढ़ने की वजह से स्टेम सड़ न जाए। [६]
  3. एक खिड़की या टेबल को चुनें, जिससे पौधे को कम से कम 6-8 घंटे तक ब्राइट, इंडायरेक्ट धूप मिल सके।
  4. जब जड़ें बढ़ने लगें तो कटिंग को मिट्टी के एक गमले में ट्रांसफर कर दें: जब तुलसी की जड़ें 1⁄4–1⁄2 इंच (0.64–1.27 cm) लंबी हो जाएंगी, तो आपकी कटिंग मिट्टी में ट्रांसफर होने के लिए तैयार हो जाएगी। यहाँ तक पहुंचने में 7 से 10 दिन का समय लग सकता है।
    • यदि आपके कंटेनर में कई कटिंग हैं, तो नाजुक जड़ों को तोड़ने से बचाने के लिए उन्हें धीरे से अलग-अलग करें।
    • यदि आप तुलसी को बाहर प्लांट करना चाहते हैं, तो ऐसा करने से पहले इसे 2-3 सप्ताह के लिए मिट्टी से भरे हुए गमले में रखें।
विधि 3
विधि 3 का 3:

अपने तुलसी के पौधे की देखभाल करना (Caring for Your Tulsi Plant)

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  1. मिट्टी की ऊपरी परत के सूख जाने पर अपनी तुलसी को पानी दें: आपको सप्ताह में कम से कम दो बार अपने पौधे को चैक करना चाहिए, कि क्या उसे पानी देने की जरूरत है। यदि मिट्टी का ऊपरी हिस्सा सूखा है, तो इसे पानी दें। [७]
    • आपको पौधे को कितनी बार पानी देने की जरूरत होगी, टैम्परेचर और क्लाइमेट के आधार पर यह अलग-अलग होगा।
  2. मिट्टी में पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए लिक्विड खाद या ऑर्गेनिक खाद जैसे, कि गोबर की खाद का इस्तेमाल करें। महीने में एक बार खाद का इस्तेमाल करना आपके पौधे को बढ़ने में मदद करेगा। [८]
  3. तुलसी को बढ़ने में मदद करने के लिए तुलसी के ऊपरी भाग की हर सप्ताह काट-छाँट करें: एक बार जब आपकी तुलसी के तने पर पत्तियों के 3 सेट होते हैं—1 ऊपरी भाग पर और 2 साइड्स पर—तो आप छंटाई शुरू कर सकते हैं। पत्तियों के ऊपर वाले सेट को काट दें, जो कि पत्तियों के दूसरे 2 सेट के ठीक ऊपर होता है। [९]
    • आपकी तुलसी की काट-छाँट करने से, इसे तेजी से बढ़ने में और पूरी भरी हुई शाखाओं को उगने में मदद मिलती है।
  4. जब आपकी तुलसी अपने गमले के बाहर आ जाती है, तो उसे दूसरी जगह पर लगाएँ: जब आप गमले की तली में, पानी बहने के लिए बने हुए छेद में से बाहर निकलती हुई जड़ों को देखते हैं, तो इसका मतलब है कि पौधे को बड़े गमले में लगाने का समय आ गया है। आपके द्वारा शुरू करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गमले के साइज के आधार पर, आपको कुछ बार ऐसा करने की जरूरत हो सकती है।
    • ध्यान रखें कि तुलसी का पौधा 3 फीट (0.91 m) लंबाई तक बढ़ सकता है, इसलिए जब भी इसे किसी बड़े गमले में या बाहर ट्रांसफर करना हो, तो इसके लिए प्लान बनाना सुनिश्चित करें। [१०]
    • तुलसी को लगाए जाने के लगभग 6-8 सप्ताह बाद, आप उसे सुरक्षित रूप से बाहर ट्रांसफर कर सकते हैं। बस सुनिश्चित करें, कि वहाँ अधिक ठंड का कोई खतरा नहीं है और टैम्परेचर कम से कम 70 °F (21 °C) होगा। [११]

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