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प्लास्टर अप्लाई करने का काम घर के अंदर या बाहर की दीवार को पूरा करने के अंतिम चरणों में से एक है। ऐसे ये एक बहुत ही टेकनिकल प्रक्रिया है जो आमतौर पर प्रोफेशनल्स से करवानी चाहिए लेकिन कुछ खास गाइडलाइन्स को फॉलो करके घर के मालिक इसे खुद भी कर सकते हैं। पहले ताज़े मिक्स करे हुए गाढ़े प्लास्टर के एक बैच से काम शुरू करें। प्लास्टर को करणी या ट्रॉवेल (trowel) से एक साफ दीवार पर फैलाएं, फिर एक हाथ में पकड़कर यूज़ किये जाने वाले फ्लोट (float) से उसे एक कोने से दूसरे कोने तक स्मूद करें। ढेलों और अन्य कमियों को दूर करने के बाद दीवार पेंट या वॉलपेपर लगाने के लिए तैयार हो जाएगी।

भाग 1
भाग 1 का 3:

कार्य क्षेत्र और सामान को तैयार करें (Preparing Your Work Area and Materials)

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  1. प्रोफेशनल तरीके से प्लास्टर अप्लाई करने के लिए ये आवश्यक है कि प्रदूषण को दूर रखा जाये। लेकिन अक्सर इस बात को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। प्लास्टर को मिक्स करने से पहले पक्का करें कि बाल्टियां, ट्रॉवेल्स, फ्लोट्स, और अन्य चीजें जिनका दीवार के साथ संपर्क होगा, बिलकुल साफ हैं। उनको इतना साफ होना चाहिए कि आप उनके ऊपर किसी खाने की चीज को रखकर खा सकते हैं। [१]
    • अगर दीवार पर पहले का थोड़ा सा भी प्लास्टर रह जायेगा तो नये प्लास्टर को दीवार पर चिपकने या सेट होने में परेशानी होगी। अगर आप चाहते हैं कि प्लास्टर धीरे-धीरे सेट हो तो बहुत कम ठंडा पानी यूज़ करें और प्लास्टर को उसे बहुत कम सोखने दें। यदि आप प्लास्टर को बहुत जल्दी सेट करना चाहते हैं तो उसमें ढेर सारा गरम पानी मिलाएं।
  2. कार्य क्षेत्र को साफ रखने के लिए उसे ड्रॉप क्लॉथ्स (नीचे गिरने वाले प्लास्टर वगैरह को पकड़ने के लिए कपड़े) से ढकें: जगह को धूल, छलके हुए प्लास्टर, और मिट्टी व गारे के पैरों के निशान वगैरह से सुरक्षित रखने के लिए वहां पर कुछ सस्ती कैनवस की शीट्स या प्लास्टिक के तिरपाल बिछाएं। प्लास्टर अप्लाई करते समय जगह काफी गंदी हो सकती है इसलिए इनको बिछाने से आपको बाद में ज्यादा सफाई नहीं करने की ज़रूरत होगी। प्लास्टर को गहरे रंग की दीवारों पर से हटाना सबसे मुश्किल होता है क्योंकि बाद में गिरे हुए प्लास्टर को आपको पुराने कपड़े और पानी से साफ करना पड़ता है। [२]
    • प्लास्टर से लकड़ी की या लैमिनेट फ्लोर डैमेज हो सकती है या उसके ऊपर स्क्रैचिस बन सकते हैं इसलिए उन्हें ठीक से ढकें।
    • एयरटाइट सुरक्षा प्रदान करने के लिए आप दीवार के नीचे की फर्श पर ड्रॉप क्लॉथ को पेंटर्स टेप से चिपकाएं।
    • काम पूरा करने के बाद आप ड्रॉप क्लॉथ्स को रोल करके बाहर ले जाएँ और स्प्रे करके साफ करें।
    • अगर आप प्लास्टर में बहुत ज्यादा पानी मिलायेंगे तो वह टूल्स पर से नीचे गिर जायेगा। जब पानी कम होगा तो कम प्लास्टर नीचे गिरेगा और आपके हाथों पर लगेगा। इसलिए आपको कम सफाई करनी पड़ेगी।
  3. दीवार पर से धूल और मलबे को हटाने के लिए उसे साफ करें: एक सूखे कड़े बालों वाले ब्रश से दीवार को ऊपर से नीचे तक साफ करें। जिन जगहों पर ज्यादा गंदगी जमा हो या जहाँ पर पुराना प्लास्टर छिलकर एकत्र हो गया हो वहां पर खास ध्यान दें। उसके बाद दीवार को हल्के से गीले कपड़े से पोंछें ताकि ब्रश से जो चीजें निकली हैं वे हट जाएँ।
    • दाग वाले क्षेत्रों पर प्राइमर अप्लाई करें ताकि प्लास्टर ठीक से चिपक सके।
    • दीवार पर प्लास्टर अप्लाई करने से पहले क्रैक्स को रिपेयर करें।
    • प्लास्टर अप्लाई करने का काम शुरू करने से पहले पक्का करें कि दीवार और छत सीधी व स्मूद हैं। नहीं तो, प्लास्टर लगाने के बाद दीवार पर ऊँचें-नीचे हिस्से या उभार होंगे।
    • अपनी उंगली को दीवार की सरफेस पर मूव करके चेक करें कि वह नये प्लास्टर को लेने के लिए तैयार है या नहीं। अगर आपकी उंगली पर ढेर सारी धूल लग जाये तो उसके ऊपर थोड़ा और काम करने की ज़रूरत है। नये प्लास्टर को पुरानी दीवार पर चिपकने में मदद करने के लिए दीवार पर पानी स्प्रे करें।
    • आप चाहें प्लास्टर को एक पुरानी दीवार पर या बिलकुल नये तख्ते पर अप्लाई कर रहे हों, आपको सबसे पहले अपनी कार्य करने की सरफेस को साफ करना चाहिए। धूल, साबुन, तेल, तारकोल , और फंगस की वजह से प्लास्टर ठीक से सरफेस पर चिपक नहीं पाता है। इसके अलावा, अगर दीवार बहुत ज्यादा सूखी होती है तो प्लास्टर में से पानी सोख लेती है और वह दीवार पर चिपकने से पहले सेट हो जाता है।
  4. एक ब्रश से दीवार पर PVA ग्लू अप्लाई करें ताकि वह प्लास्टर को पकड़ने के लिए तैयार हो जाये: PVA ग्लू को एक फेंकने लायक या डिस्पोज़ेबल पेंट ट्रे (disposable paint tray) में पानी के साथ 1:4 के अनुपात में अच्छी तरीके से मिलाएं। एक ब्रश या रोलर से PVA को पूरी दीवार पर अप्लाई करें। कोशिश करें कि वह सब जगहों को ढक दे। सबसे अच्छे परिणामों के लिए प्लास्टर को उस समय अप्लाई करें जब PVA का कोट चिपचिपा हो और पूरी तरीके से सूखा न हो। [3]
    • नये प्लास्टर को दीवार पर चिपकाने के लिए PVA ग्लू यूज़ करना ज़रूरी है।
    • एक प्रारंभिक कोट लगाकर आप नीचे के लेयर या सब्सट्रेट को प्लास्टर में से नमी को खींचने से रोक सकते हैं जिसकी वजह से वह छोटे टुकड़ों में टूट सकता है।
  5. प्लास्टर को एक 19 L या 26 L (5 gallon - 7 gallon) की बाल्टी में मिलाएं: बाल्टी के आधे हिस्से को साफ ठंडे पानी से भरें। प्लास्टर मिक्स के एक नये बैग को खोलें और उसे बाल्टी में गिराएं जब तक पानी की सरफेस के ऊपर प्लास्टर का एक ढेर बन जाये। फिर एक प्लंजर (plunger) या हिलाने वाली रॉड (stirring rod) से प्लास्टर के सूखे कणों को पानी के साथ मिलाना शुरू करें।
    • हमेशा प्लास्टर मिक्स को पानी में मिलाएं, इसका उल्टा न करें। अगर आप प्लास्टर में पानी मिलायेंगे तो आपको बाल्टी में नीचे के प्लास्टर को मिक्स करने के लिए दबाव डालना पड़ेगा और आप प्लास्टर को ज़रूरत से ज्यादा मिक्स कर देंगे और उसके साथ काम करना मुश्किल होगा क्योंकि वह बहुत जल्दी सेट हो जायेगा। आप प्लास्टर को डालते समय मिक्सचर को हिलाते रहें।
    • अगर आप बहुत बड़ी मात्रा या कई बैचिस को मिक्स कर रहे हैं तो एक इलेक्ट्रिक ड्रिल को पैडल अटैचमेंट (paddle attachment) के साथ यूज़ करके काफी समय बचा सकते हैं। आपको ये बात मालूम होनी चाहिए कि अगर आप प्लास्टर को एक ड्रिल के अटैचमेंट के साथ मिक्स करेंगे तो वह ज्यादा जल्दी सेट होगा। आप अटैचमेंट को बड़े कामों के लिए यूज़ करें जब आपको कम समय में बहुत ज्यादा प्लास्टर अप्लाई करना हो। अगर आप केवल छोटे हिस्सों पर प्लास्टर अप्लाई कर रहे हैं तो एक छोटी बाल्टी यूज़ करें और प्लास्टर को हाथ से मिक्स करें। इससे प्लास्टर धीरे सेट होगा और आपको काम करने के लिए समय मिल जायेगा।
  6. उसे हिलाते रहें जब तक वह बिलकुल स्मूद हो जाये और कोई ढेले न रह जाएँ। बीच-बीच में बाल्टी की साइड्स पर चिपके हुए प्लास्टर को कुरेदकर निकालें। काम पूरा करने के बाद प्लास्टर को लगभग पीनट बटर (peanut butter) जैसा गाढ़ा होना चाहिए। [4]
    • आप लकड़ी का पेंट को हिलाने वाला टूल (paint stirrer) लें और उसे बाल्टी में सीधा अंदर डालकर पता करें कि प्लास्टर पर्याप्त रूप से गाढ़ा हो गया है या नहीं। अगर वह अपने आप से खड़ा रहता है तो प्लास्टर बिलकुल ठीक है। [5]
भाग 2
भाग 2 का 3:

प्लास्टर का पहला कोट अप्लाई करें (Applying the First Coat of Plaster)

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  1. ट्रॉवेल के किनारे से बाल्टी में से प्लास्टर की थोड़ी मात्रा निकालें। अगर आप प्लास्टर को किसी अन्य सरफेस, जैसे कि तिरपाल या मिक्सिंग टेबल पर ट्रांसफर कर चुके हैं तो आप प्लास्टर को सीधे हॉक बोर्ड पर उठा सकते हैं। उसका एक ढेर बनायें ताकि आपके काम में बाधा न आये और आपको बार-बार और प्लास्टर उठाने की ज़रूरत न हो। [6]
    • अगर प्लास्टर ठीक से मिक्स किया गया होगा तो वह हॉक बोर्ड पर नहीं चिपकेगा। लेकिन अगर आप चाहें तो उसे रिलीज़ करने में मदद करने के लिए हॉक बोर्ड को थोड़ा सा गीला कर सकते हैं।
  2. प्लास्टर की थोड़ी मात्रा को तैयार करने के लिए ट्रॉवेल यूज़ करें: ट्रॉवेल के फ्लैट किनारे को प्लास्टर के एक एंड के नीचे स्लाइड करें और उसकी इतनी मात्रा उठायें जितनी फर्श से छत तक एक स्ट्रिप पर एक लेयर लगाने के लिए पर्याप्त हो। सटीक रूप से और कुशलतापूर्वक काम करने के लिए पक्का करें कि प्लास्टर ट्रॉवेल के बिलकुल बीच में रखा हो।
    • पहले प्लास्टर की छोटी मात्रा लें और ज़रूरत के अनुसार और मात्रा जोड़ते जाएँ। प्लास्टर की बहुत ज्यादा मात्रा लगाने के बाद उसे बराबर करने के बजाय एक कोट को थोड़ा-थोड़ा करके बनाना ज्यादा आसान है।
  3. नीचे के कोने से काम शुरू करें और प्लास्टर को दीवार पर अप्लाई करें: नीचे झुकें और प्लास्टर को दीवार पर ऊपर की ओर, अपने हाथ को हल्का सा गोल घुमाते हुए, धक्का दें। फिर खड़े होकर दीवार के ऊपर के हिस्सों पर प्लास्टर अप्लाई करें। अपने स्ट्रोक के ऊपर के हिस्से में, ट्रॉवेल को 2” से 3” (5 cm से 8 cm) ऊपर स्लाइड करें, फिर उल्टा मूव करके उसे दोबारा नीचे लायें। आप थोड़े-थोड़े प्लास्टर को बारी-बारी स्मूद करने के लिए इस टेकनीक को यूज़ करेंगे। [7]
    • अगर प्लास्टर नरम है और दीवार पर थोड़ा नीचे फिसल जाता है तो उसे 5 मिनट के लिए सेट होने दें ताकि वह थोड़ा सख्त हो जाये। फिर उसे दोबारा ट्रॉवेल से मारें तो वह नहीं फिसलेगा।
    • ट्रॉवेल को थोड़ा सा तिरछा रखें। अगर आप उसको दीवार पर फ्लैट रखेंगे तो वह उसके ऊपर से थोड़े से प्लास्टर को खींच सकता है।
    • पहले कोट को लगभग 3/8” (1cm) मोटा बनाने की कोशिश करें। [8]
  4. दीवार के एक-एक हिस्से पर बारी-बारी प्लास्टर अप्लाई करें: प्लास्टर को दीवार पर नीचे से ऊपर तक फैलाते जाएँ। जब भी ज़रूरत हो, हॉक बोर्ड पर थोड़ा और प्लास्टर उठाकर रखें। इस प्रक्रिया को दोहराते जाएँ जब तक पूरी सरफेस पर प्लास्टर बराबर से लग जाये। [9]
    • दीवार के ऊपर के कोनों पर काम करने के लिए आपको एक सीढ़ी या स्टेप लैडर की ज़रूरत हो सकती है।
    • इस समय प्लास्टर के लेयर को सब जगह बराबर से मोटा रखने के बारे में चिंता न करें। आप बाद में प्लास्टर को स्मूद और पॉलिश करने के लिए उसके ऊपर दोबारा काम करेंगे।
  5. प्लास्टर को सब जगह अप्लाई करने के बाद ट्रॉवेल को साफ करें और दीवार पर सब दिशाओं में मूव करें। उसके ऊपर नियमित दबाव डालें और उन जगहों पर ध्यान दें जहाँ पर प्लास्टर ज्यादा मोटा है या ऊँचे किनारों की वजह से लाइन्स बन गयीं हैं। जैसे कि आप केक पर आइसिंग लगाते समय करते हैं, हर बार ट्रॉवेल को मूव करने पर सरफेस को ज्यादा पॉलिश करा हुआ और बराबर दिखाई देना चाहिए। [10]
    • अगर ज़रूरत हो तो आप प्लास्टर के पहले के हिस्सों को स्प्रे बॉटल से दोबारा गीला करें। इससे वे ट्रॉवेल के साथ ज्यादा अच्छे से प्रतिक्रिया करेंगे। [11]
    • जिन किनारों और कोनों को फिनिशिंग टच देना मुश्किल हो उनके लिए आप एक अच्छी क्वालिटी के पेंट ब्रश को गीला करके यूज़ कर सकते हैं।
  6. खुरदरा बनाने के लिए दूसरे कोट को अप्लाई करने से पहले प्लास्टर को कुरेदें (वैकल्पिक): अगर आप चाहें तो दूसरे कोट को ज्यादा अच्छी बेस प्रदान करने के लिए गीले प्लास्टर को कुरेद सकते हैं। एक कीलों वाले फ्लोट या दांतेदार ट्रॉवेल से प्लास्टर को एक एंड से दूसरे एंड तक लंबरूप कुरेद सकते हैं। इस तरह बाकी प्लास्टर को कुछ पकड़ने के लिए मिल जायेगा और उसके क्रैक या अलग होने की संभावना नहीं होगी। [12]
    • अगर आपके पास ये टूल्स न हों तो आप साधारण कांटा यूज़ कर सकते हैं, लेकिन उससे थोड़ा ज्यादा समय लगेगा।
    • कुरेदने से कम गहरे खांचे बन जाते हैं जो दीवार के समग्र सतह क्षेत्र या सरफेस एरिया को बढ़ा देते हैं और दूसरे कोट को ज्यादा अच्छे से चिपकने में मदद करते हैं। [13]
भाग 3
भाग 3 का 3:

अंतिम कोट को फैलाएं और पॉलिश करें (Spreading and Polishing the Finish Coat)

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  1. बाहर का “स्किम” (skim) कोट भी लगभग 3/8” का हो सकता है लेकिन अगर आप 1/12” या लगभग 2mm का कोट अप्लाई करें तो भी ठीक है। इस कोट को पहले वाले कोट की तरह अप्लाई करें और ध्यान रखें कि कोई भी गैप या लाइन्स न हों। [14]
    • आप स्किम कोट को ट्रॉवेल से स्मूद कर सकते हैं या एक फ्लोट से फिनिशिंग टच दे सकते हैं।
  2. बराबर की फिनिश बनाने के लिए एक फ्लोट (float) यूज़ करें: फ्लोट को गीले प्लास्टर की सरफेस पर सब दिशाओं में हल्के से स्लाइड करें ताकि ढेले, लाइन्स, छेद हट जाएँ और सब लेयर्स बराबर से मोटे हों। फ्लोट को मूव करने के बाद दीवार को देखने में स्मूद और एकसमान दिखना चाहिए। [15]
    • जल्दी में काम न करें। प्लास्टर को स्मूद बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन उसे ठीक से करना ज़रूरी है।
    • ध्यान रखें कि आप प्लास्टर को बहुत ज्यादा पॉलिश न करें। अंत में वह चमकदार या ग्लॉसी हो जायेगा जिसकी वजह से पेंट या वॉलपेपर उसके ऊपर मजबूती से नहीं ठहर पायेगा।
  3. भिन्न स्थितियों के अनुसार प्लास्टर को पूरी तरह से सख्त बनने में 2 से 5 दिन लग सकते हैं। जब ताज़ा प्लास्टर सूख रहा हो तो उसे न छुएं। इस समय उसमें जो भी कमियां आयेंगी वो अंत में दीवार पर दिखाई देंगी। [16]
    • प्लास्टर की रचना, कार्य क्षेत्र का टेम्प्रेचर, और हवा की नमी, कुछ कारक हैं जिनके अनुसार प्लास्टर को सूखने में कम या ज्यादा समय लग सकता है।
    • पेंट, वॉलपेपर, या अन्य सजावटी चीजें लगाने से पहले दीवार को पूरी तरह से सूख जाना चाहिए।

सलाह

  • अंदर की दीवारों पर प्लास्टर यूज़ करें। ज्यादा नमी की वजह से प्लास्टर विघटित हो जाता है। बाहर की दीवारों के लिए महीन चूना (stucco) यूज़ करें। अगर आप किचन या बाथरूम जैसे नम कमरे में प्लास्टर अप्लाई करें तो नमी को दूर रखने के लिए उसके ऊपर ज़रूर से पेंट अप्लाई करें। नहीं तो, समय के साथ वह विघटित हो जायेगा। किचन और बाथरूम (और छज्जे, स्टको, व साइडिंग के बाहरी सुधार के काम) में आप वाइट सीमेंट (फिक्स-ऑल या क्विक फिक्स) यूज़ कर सकते हैं क्योंकि वह पानी से विघटित नहीं होती है। लेकिन वाइट सीमेंट में एक कमी है कि सेट होने के बाद उसे घिसा नहीं जा सकता है। इसलिए आपको हर कोट को पहले ही स्मूद तरीके से अप्लाई करना चाहिए। पहले के कोट्स से ज्यादा पतला या पानी जैसा अंतिम कोट अप्लाई करने से सरफेस को ज्यादा आसानी से स्मूद बनाया जा सकता है।
  • प्लास्टर ज्यादा सिकुड़ता नहीं है और उसे आसानी से घिसकर फ्लैट बनाया जा सकता है। स्पैकल को घिसना और भी आसान है लेकिन उसे सूखने में 24 घंटे लगते हैं। वह बहुत ज्यादा सिकुड़ता है इसलिए उसे दोबारा अप्लाई करने की ज़रूरत होती है। आप उसे क्रैक्स को हटाने के लिए यूज़ करें। प्लास्टर और स्पैकल, दोनों घर के अंदर यूज़ करने वाले प्रोडक्ट्स हैं। इनको घर के बाहर नहीं यूज़ किया जा सकता है क्योंकि नमी के साथ संपर्क होने के कारण ये सड़ जाते हैं।
  • जो लोग ये काम पहली बार कर रहे हैं उन्हें पहले कोट के लिए रेत पर आधारित प्लास्टर या प्लास्टीसाइज़र (plasticiser) यूज़ करना चाहिए। उसके साथ काम करना ज्यादा आसान है और वह धीरे सेट होता है।
  • अपनी टेकनीक को ठीक से यूज़ करने के लिए दीवार के एक छोटे हिस्से पर अभ्यास करें।
  • पुरानी घिसी हुई लकड़ी और ईंट की दीवारों पर प्लास्टर अप्लाई करने से पहले उन्हें वायर की जाली से ढकें ताकि नया प्लास्टर उनके ऊपर ज्यादा लम्बे समय तक मजबूती से चिपका रहे।
  • प्लास्टर अप्लाई करने में काफी समय लगता है और इसके लिए बहुत ज्यादा स्किल और सूझ-बूझ की ज़रूरत होती है। अगर आपको लगता है कि आप काम को ठीक से नहीं कर सकेंगे तो इसे किसी प्रोफेशनल से करवाना बेहतर होगा।
  • प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद टूल्स को अच्छे से साफ करना न भूलें।

चेतावनी

  • प्लास्टर के साथ काम करना कई तरह से समय के साथ मुकाबला करना होता है। आपको सावधानी से काम करना पड़ेगा ताकि गलतियां न हों, लेकिन आपको इतना धीरे काम नहीं करना चाहिए कि काम पूरा करने से पहले ही प्लास्टर सूख जाये।
  • कोशिश करें कि आप पहली बार में ही बिलकुल ठीक से काम करें। अगर प्लास्टर को अप्लाई करने में गलतियां होंगी तो उनको रिपेयर करना काफी महंगा हो सकता है।

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • प्लास्टर मिक्स
  • प्लास्टर हॉक
  • स्टील का फ्लैट ट्रॉवेल
  • प्लास्टर अप्लाई करने का फ्लोट
  • कड़े बालों वाला ब्रश
  • डिस्पोज़ेबल पेंट ट्रे
  • पेंट रोलर
  • पेंट ब्रश (वैकल्पिक)
  • PVA ग्लू
  • 19 L या 26 L (5 gallon – 7 gallon) की बाल्टी

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