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अगर आपको नेल इन्फेक्शन है तो बेअसर घरेलू दवाओं में अपना समय बर्बाद न करें बल्कि ऐसे घरेलू उपचार आजमायें जिन पर रिसर्च हो चुकी हो | हालाँकि इनको काम करने में थोडा समय लग सकता है लेकिन इनसे आप नाखून में इन्फेक्शन पैदा करने वाली फंगस का उपचार कर सकते हैं | अगर घरेलू उपचारों से कोई लाभ न मिल रहा हो तो आप अपने डॉक्टर से ओरल या टॉपिकल मेडिकेशन के बारे में पूछ सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

घरेलू उपचार आजमायें

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  1. नेचुरल ट्रीटमेंट के लिए नाखून पर दिन में एक बार एंटीफंगल एसेंशियल ऑइल लगायें: ऑलिव ऑइल या कोकोनट ऑइल जैसे किसी कैरियर ऑइल 12 बूँद लेकर उसमे 1 या 2 ड्रॉप एंटीफंगल एसेंशियल ऑइल मिलाएं | अब इस मिक्सचर की एक या दो बूँद अपने नाखून पर लगायें और इसे 10 मिनट तक लगाये रखें | ऑइल को नाखून के अंदर प्रवेश कराने के लिए ऑइल को नाखून पर किसी पुराने टूथब्रश से धीरे-धीरे मलें | [१]
    • अगर आपको डायबिटीज है या इम्यून सिस्टम कमजोर है तो घरेलू उपचार न आजमायें बल्कि नाखून में इन्फेक्शन होने पर जल्दी से जल्दी डॉक्टर को दिखाएँ |
    • नाखून को ठीक करने के लिए इसे हर दिन कम से कम तीन महीने तक रिपीट करें |

    एंटीफंगल ऑइल है:
    बेलफल
    सिट्रोनेला
    जिरेनियम
    लेमनग्रास
    संतरा
    पामरोज़ा
    पचौली
    पेपरमिंट
    यूकेलिप्टस

  2. अगर आप ऑइल ड्रॉप्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो सर्पगंधा के एक्सट्रेक्ट को नाखून पर एक सप्ताह तक दिन में 2 से 3 बार लगायें: कोई ऐसा एंटीफंगल ट्रीटमेंट खरीदें जिसमे सर्पगंधा का एक्सट्रेक्ट हो जो एक इफेक्टिव एंटी-फंगल पदार्थ है | इस ट्रीटमेंट के साथ आमतौर पर एक ब्रश भी आता है जिसे इस एक्सट्रेक्ट में डुबाकर नाखून पर लगाया जाता है | पूरे सप्ताह में इसे नाखून पर 2 या तीन बार लगायें और नाखून को सूखने दें | [२]
    • रिजल्ट देखने के लिए आपको सर्पगंधा के एक्सट्रेक्ट का इस्तेमाल लगभग 3 महीने तक करना होगा |
    • सर्पगंधा के एक्सट्रेक्ट को लोकल हेल्थ स्टोर, सुपरमार्केट से या ऑनलाइन खरीदें |
  3. लॉन्ग-टर्म ट्रीटमेंट के लिए मेंथोल वाले ऑइंटमेंट को नाखून पर दिन में एक बार मलते रहें: रिसर्च में यह बताया जा चुका है कि नाखून पर मेंथोल वाले टॉपिकल ऑइंटमेंट को लगाना काफी सस्ता और इफेक्टिव ट्रीटमेंट है | एक साफ़ कॉटन स्वाब या फिंगर को ऑइंटमेंट में डुबायें और फिर इसे फंगस वाले नाखून पर लगायें | इन्फेक्शन ख़त्म होने तक ऐसा दिन में एक बार करते रहें | [३]
    • अगर आप ऐसा सोने से पहले करना चाहते हैं तो बिस्तर पर ऑइंटमेंट को लगने से बचाने के लिए ग्लव्स या सॉक्स पहनें |
    • ध्यान रखें कि नाखून को ठीक होने में लगभग एक साल का समय लग सकता है |
  4. एक सस्ते ऑप्शन के रूप में नाखून पर दिन में कम से कम एक बार बेकिंग सोडा का पेस्ट लगायें: हालाँकि इस पर और ज्यादा रिसर्च होने को जरूरत है लेकिन एक स्टडी के अनुसार बेकिंग सोडा फंगस की ग्रोथ को कम कर देता है | बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करने के लिए एक छोटी कटोरी में बेकिंग सोडा लेकर पर्याप्त पानी मिलाकर फैलाने योग्य कंसिस्टेंसी का एक पेस्ट बनायें | इस पेस्ट को नाखून पर लगाएं और 10 मिनट तक सूखने दें | अब, नाखून को धो लें और पूरी तरह से सूख जाने दें | [४]
    • आप इस दवा को दिन में कई बार इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसके रिजल्ट मिलने में एक साल तक लग सकता है |
    • हालाँकि आपको कुछ ऐसी घरेलू दवाएं भी मिल सकती हैं जो बेकिंग सोडा और विनेगर के साथ मिलाकर लगाने से नाखून के इन्फेक्शन को ठीक करने का दावा करती हैं लेकिन इनसे होने वाले असर को अभी तक साबित नहीं किया गया है |
विधि 2
विधि 2 का 3:

मेडिकल ट्रीटमेंट लें

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  1. अगर नेल फंगस इन्फेक्शन घरेलू उपचार से ठीक न हो रहा हो तो डॉक्टर को दिखाएँ: अगर आप अपने हाथ के नाखून पर घरेलू उपचारों का इस्तेमाल तीन महीनों और पैर के नाखून पर 12 महीनों से कर रहे हों और कोई भी असर न दिखाई दे तो डॉक्टर को दिखाएँ | अगर नाखून का कलर बदल जाए या नाखून मोटा हो जाये तो भी डॉक्टर को दिखाना चाहिए | [५]
    • अगर नाखून बहुत मोटा हो जाए तो इसे घरेलू उपचारों से ठीक करना काफी मुश्किल हो सकता है इसलिए मेडिकल डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट प्लान कराना बहुत जरुरी होता है |
    • डॉक्टर डायग्नोसिस बनाने के लिए माइक्रोस्कोप के द्वारा नेल कल्चर और एग्जामिन करते हैं |
  2. फंगस के इलाज़ के लिए 8 से 12 सप्ताह तक डॉक्टर के द्वारा लिखी गयी ओरल मेडिकेशन लें: डॉक्टर के द्वारा लिखी गयी ओरल मेडिकेशन नेल के फंगस इन्फेक्शन के लिए सबसे इफेक्टिव ट्रीटमेंट में से एक हैं | फंगस के इलाज़ के लिए डॉक्टर आपको हर दिन टेर्बिनाफाइन (terbinafine) टेबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं | [६]
    • डॉक्टर से रेशेज़ और लीवर प्रॉब्लम जैसे साइड इफेक्ट्स के बारे में जानें | अगर आप कोई एंटीबायोटिक, अस्थमा की दवा, हार्ट मेडिकेशन या एंटीडिप्रेसेंट्स पहले से ले रहे हैं तो डॉक्टर को उसके बारे में बताएं क्योंकि ओरल एंटीफंगल मेडिकेशन इनसे इंटरेक्ट कर सकते हैं |
  3. नेल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए कम से कम 2 महीने तक हर दिन एंटीफंगल रोगन लगायें: अगर आपको ओरल एंटीफंगल मेडिकेशन से होने वाले साइड इफेक्ट्स की चिंता हो रही हो या नेल इन्फेक्शन बहुत सीवियर न हो तो डॉक्टर आपको ऐसा साफ़ एंटीफंगल पॉलिश देंगे जिसका इस्तेमाल नाखून पर दिन में एक बार करना होगा | [७]
    • कुछ एंटीफंगल रोगन का इस्तेमाल एक दिन छोड़कर या एक सप्ताह के एक-दो बार ही करना होता है इसलिए विशेषरूप से डॉक्टर से इसकी जानकारी ले लें |
  4. अगर आधे से भी कम नाखून में फंगल इन्फेक्शन हो तो टॉपिकल क्रीम लगायें: अगर आपके डॉक्टर को लगता है कि आपका नाखून लाइट ट्रीटमेंट से ठीक हो सकता है तो वे नाखून को सॉफ्ट करने वाली यूरिया-बेस्ड क्रीम को लगाने से पहले नाखून को पानी में डुबायेंगे | आपको अपने नेल को एक दिन के लिए बैंडेज में कवर करके रखना होगा और फिर नाखून को फिर से पाई में भिगोना होगा | अब, नाखून को खुरचकर साफ़ करें और खूब सारी क्रीम लगायें | इस ट्रीटमेंट को सप्ताह में दो बार रिपीट करें | [८]
    • नाखून को पूरी तरह से साफ़ अकरने के लिए इन्फेक्टेड पार्ट को खुरचने के बाद एंटीफंगल क्रीम लगानी होगी |
  5. अगर नाखून पर ओरल या टॉपिकल ट्रीटमेंट से कोई फायदा न हो रहा हो तो सर्जिकल रिमूवल के बारे में विचार करें: सीवियर इन्फेक्शन होने पर, डॉक्टर नाखून को निकालने की सिफारिश कर सकते हैं जिससे वे नाखून के अंदर होने वाले इन्फेक्शन पर डायरेक्टली दवा लगा सकें | नेलबड अच्छी तरह से ट्रीट होने पर फिर से स्वस्थ हो जाती है और धीरे-धीरे फिर से बढ़ने लगती है | [९]

    क्या आप जानते हैं? कुछ केसेस में, डॉक्टर नाखून को फिर से बढाना नहीं चाहते

विधि 3
विधि 3 का 3:

नेल फंगस इन्फेक्शन से बचाव करें

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  1. हवा के आवागमन योग्य सॉक्स और कम्फ़र्टेबल फुटवियर पहनें: फंगस को ग्रो होने से रोकने के लिए पैर पूरे दिन सूखे होने चाहिए | ऐसे सॉक्स पहनें जो नमी न आने दें और इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके जूते इतने टाइट न हों कि पैर के नाखून दबने लगें | [१०]
    • हर दिन पहनने वाले शूज को एक दिन छोड़कर पहनें जिससे एक जोड़ी जूते अगले दिन पहनने से पहले हवा से सूख जाएँ | इससे नाखून के अंदर नमी इकट्ठी होने से रोका जा सकता है |

    टिप: अगर हो सके तो आप टाइट फिटिंग वाले कपडे जैसे पेंटीहोज, टाइट्स या कम्प्रेशन सॉक्स न पहनें क्योंकि इनसे नाखून के पास काफी नमी ट्रैप हो जाती है

  2. बर्तन साफ़ करते समय या क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हुए रबर ग्लव्स पहनें: इससे न केवल घर के कामकाज करते समय बैक्टीरिया के सम्पर्क में आने से बचेंगे बल्कि इससे हाथ ड्राई भी रहेंगे | चूँकि फंगस गर्म और नमी वाली जगह पर पनपती है इसलिए हाथ ड्राई रखने से इन्फेक्शन से भी बचे रहेंगे | [११]
    • अगर आप नाखोनों को बर्तन धोने के पानी या क्लीनिंग सलूशन में भिगोना नहीं चाहते तो ग्लव्स बदलते रहें जिससे लिक्विड इनके अंदर न जाएँ |
  3. पब्लिक प्लेस पर नंगे पैर घूमने से पैरों में फंगस लग सकती है इसलिए हमेशा अपने सैंडल पहनें | इन्हें पब्लिक शावर, लाकर रूम या पब्लिक स्विमिंग पूल्स पर भी पहनें | [१२]
    • किसी और से जूते या सैंडल शेयर करने से बचें |
  4. नाखून के अंदर जमी गंदगी को धो लें और लम्बे नाखूनों को ट्रिम करें | हालाँकि कभी-कभी अपने नाखूनों को पेंट भी कर सकते हैं लेकिन नाखूनों को कलर से कुछ दिन का ब्रेक भी दें क्योंकि पेंट नमी को नाखून में ट्रैप कर देता है और इन्फेक्शन की रिस्क को बढ़ा देता है | [१३]
    • अगर आप पाने नाखून किसी नेल सैलून में कटवाते हैं तो ध्यान रखें कि वे हर क्लाइंट के सारे उपकरण और टब अच्छी तरह से स्टर्लाइज करते हों |

सलाह

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