आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

परीक्षा की तैयारी बहुत ही तनावपूर्ण हो सकती है और इसमें काफी समय भी लग सकता है लेकिन हमेशा ऐसा ही हो ये जरुरी नहीं है | इसके लिए स्ट्रेस लेने या रटने की कोई जरूरत नहीं होती | समय रहते कुछ आसान सी चीज़ें करने से आप खुद को कॉंफिडेंट फील करा सकते हैं और टेस्ट में आने वाली किसी चीज़ के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 5:

स्टडी की तैयारी करें (Preparing to Study)

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. क्लास में पढाये गये मटेरियल को रिव्यु करने के लिए खुद को पर्याप्त समय दें | आपको अंदाजा लगाना होगा कि कितने मटेरियल को रिव्यु करने के लिए आपको कितने जल्दी पढ़ाई शुरू करनी होगी | उदाहरण के लिए, अगर आपको पूरे सेमस्टर के मटेरियल को रिव्यु करना हो तो आपको कुछ सप्ताह पहले से पढना शुरू कर देना चाहिए | लेकिन, अगर आपको कुछ चैप्टर के मटेरियल को कवर करने वाले टेस्ट की ही तैयारी करनी हो तो एक सप्ताह पहले या तीन या चार दिन पहले तैयारी करना भी काफी होता है | [१]
    • अगर क्लास में पढ़ाया गया मटेरियल आपके लिए विशेषरूप से कठिन हो तो पढ़ाई जल्दी शुरू कर दें | मटेरियल को अच्छी तरह से समझने के लिए खुद को पर्याप्त समय दें और इसकी प्रैक्टिस करें और फिर रिव्यु करें |
    • एग्जाम से पहले पूरी रात अच्छी नींद लें | आपके ब्रेन को उन सभी चीज़ों को अवचेतन रूप से डाइजेस्ट करने के लिए समय लगता है जिन्हें आपने अपने दिमाग में डाला है इसलिए जल्दी शुरुआत करें जिससे आपको पूरी रात जागकर पड़ना न पड़े | [२]
  2. परीक्षा में आने वाले सभी नोट्स को अच्छी तरह से पढ़ें: इससे पढ़े हुए पहले मटेरियल की मेमोरी ताज़ा हो जाएगी और आपने जो भी पढ़ा है, उसे याद रखने में मदद मिलेगी | इससे आप अपने नोट्स में मौजूद सारी इनफार्मेशन के प्रति सजग भी रहेंगे कि कौन सी जानकारी नोट्स में कहाँ पर है जिससे आप उसे आसानी से खोज पाएंगे और यह भी पता चल सकेगा की आपके नोट्स में कौन सी चीज़ नहीं है | क्या आपको कोई क्लास छूट गयी थी ? क्या आपके पास कुछ नोट्स नहीं हैं ? अगर ऐसा है तो आपको किसी और से ये नोट्स उधार मांगने पड़ेंगे |
  3. अगर आप नोट लेने में माहिर हैं या फिर आपके नोट्स में कुछ “छूट” गया है तो अपने दोस्त से उनके नोट्स मांगकर उसमे से कॉपी करें | अच्छे नोट्स से पढने पर बहुत फर्क पड़ता हा | अच्छे नोट्स से वे सभी कंटेंट बेहतर रूपसे एक्सप्लेन हो जाते हैं जो किताब से नहीं हो पाते या ये इनफार्मेशन को हाईलाइट करके उसे आसानी से समझने और याद रखने योग्य बना देते हैं |
    • अगर आपके पास केवल पांच पेज के नोट्स हों लेकिन आपके दोस्त के पास बीस पेज के तो इसका मतलब है कि आपसे कुछ जरुरी इनफार्मेशन छूट गयी है | अपने नोट्स को दोस्त के नोट्स से मिलाएं जिससे आपका पता चल पाए क़ आपके नोट्स में कहाँ पर इनफार्मेशन छूट गयी है |
  4. पढ़ाई की प्र्रक्रिया को शुरू करने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप अपने टीचर से ही डायरेक्ट पूछ लें कि टेस्ट में क्या आने वाला है | कई टीचर्स टेस्ट के कवर होने वाले और कवर न होने वाले विषयों के बारे में थोडा गाइडेंस दे देते हैं | टेस्ट में कवर होने वाले मटेरियल के बारे में जानकारी होने से आप उस मुख्य मटेरियल पर फोकस कर सकते हैं जिसे पढना जरुरी हो |
    • आपके टीचर आपको सटीक रूप से नहीं बताएंगे कि टेस्ट में क्या आने वाला है लेकिन वे आपको स्टडी गाइड करके या एग्जाम में कवर होने वाली चीज़ों के बारे में घोषणा करके कुछ हिंट दे सकते हैं | [३]
विधि 2
विधि 2 का 5:

इनफार्मेशन की समीक्षा करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. इस समय अपने नोट्स को अच्छी तरह से समझने के लिए फिर से पढ़ें | दूसरे शब्दों में कहें तो, आपको अपने नोट्स पढने हैं | सबसे बेसिक इनफार्मेशन के साथ शुरुआत करें | इसीलिए, अगर आप आर्ट हिस्ट्री की इम्प्रैशनिस्म (प्रभाववाद) यूनिट के बारे में पढ़ रहे हैं तो ध्यान रखें कि आपको मालूम होना चाहिए कि इम्प्रैशनिस्म क्या होता है | इस समय सबसे फेमस इम्प्रैशनिस्ट कौन है ?
    • खुद से पूछें कि आपके अनुसार टेस्ट में थीम/सब्जेक्ट में प्रत्येक चीज़ कौन, क्या, कहाँ, कब आती है |
    • आप पढने के लिए ऑनलाइन इनफार्मेशन भी देख सकते हैं लेकिन सबसे बेहतर पढ़ाई की जानकारी क्लास में ही बताई जाती है क्योंकि इसमें जबाव आपके क्लासरूम मटेरियल से ही मिल जाते हैं | कई बार इन्टरनेट पर उपलब्ध इनफार्मेशन क्लास में बताई गयी इनफार्मेशन से अलग हो सकती है |
    • अगर आप इन्टरनेट पर दी गयी इनफार्मेशन से पढने की योजना बना रहे हैं तो ऐसे सोर्स का इस्तेमाल करें जिनमे अंत में .edu या .gov लिखा हो |
    एक्सपर्ट टिप

    Ted Dorsey, MA

    ऐकडेमिक ट्यूटर
    टेड डोरसी एक Test Prep ट्यूटर, लेखक और दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थित एक SAT और ACT ट्यूटरिंग सर्विस, Tutor Ted के संस्थापक हैं। टेड ने हाई स्कूल में SAT (1600) और PSAT (240) का एक बढ़िया स्कोर हासिल किया। तब से, उन्होंने ACT (36), SAT सबजेक्ट इन लिटरेचर (800), और मैथ लेवल 2 SAT सबजेक्ट टेस्ट में (800) अंक हासिल किए हैं। उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में AB और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स से एजुकेशन में MA किया है।
    Ted Dorsey, MA
    ऐकडेमिक ट्यूटर

    ऐसे टॉपिक्स भी पढ़ें जिन्हें आप अच्छी तरह से जानते हैं या जो आपको आते हैं । हालाँकि आपको निश्चित रूप से कमज़ोर विषयों पर काम करना होगा लेकिन आपको अपने मजबूत विषयों पर भी वापस जाना होगा । जिन विषयों के बारे में आप कुछ न जानते हों, उन्हें फिर पूरी तरह से पढने की बजाय जिन विषयों में आप पहले से ही बेहतर हैं, उनकी ग्रेड सुधारना काफी आसान हो सकता है ।

  2. जी हाँ, ज्यादा से ज्यादा नोट्स बनायें | आप इनफार्मेशन को हाईलाइट और अंडरलाइन भी कर सकते हैं लेकिन इनफार्मेशन को लिखने से सच में इसे याद रखने में काफी मदद मिल जाएगी | उन चीज़ों को लिखने पर ध्यान दें जिन्हें समझना मुश्किल लगता है या जिन्हें याद रखना बहुत मुश्किल होता है | [४]
    • जटिल विषयों को स्टेप्स या पार्ट्स में तोड़ें | उदाहरण के लिए, अगर आप हिस्टोरिकल इवेंट्स के ऑर्डर को याद रखने की कोशिश कर रहे हैं तो प्रत्येक इवेंट की उस क्रम में लिस्ट बनायें जिसमे वे घटनाएँ घटी थीं | उदाहरण के लिए, सबसे पहले Linus Pauling ने DNA की खोज की थी, उसके बाद उन्हें पुरस्कार मिला था | उन टाइम फ्रेम और इवेंट्स को लिखें जो प्रत्येक चीज़ को प्रेरित कर रही थीं | इस तरह के साइड नोट्स रखने से आपको जानकारी को याद रखने में आसानी रहेगी क्योंकि ये आपकी समझ के लेवल को बढ़ा देती हैं |
  3. सिलेबस उन सभी चीज़ों की आउटलाइन होता है जो आपको क्लास में पढायी जाएँगी | उन बड़े आइडियाज और टॉपिक्स को समझने से शुरुआत करना बेहतर होता है जो आपको क्लास में पढाये जायेंगे | इन्हें रिव्यु करें और टाइटल्स और सबहैडिंग को हाईलाइट करें | ये वे सेक्शन होते हैं जिन्हें आपको टॉपिक के पीछे के बड़े आइडियाज को समझने के लिए रिव्यु करना ही पड़ेगा |
    • कुछ टीचर्स ऐसे पेज नंबर्स या चैप्टर्स लिखते हैं जो आपकी बुक में प्रत्येक सेक्शन के सिलेबस में होते हैं | उन पेजेस के नोट्स बनायें क्योंकि आपको उन नोट्स को पढना ही पड़ेगा |
  4. ऐसे मेड टॉपिक्स और थीम्स लिखें जो सिलेबस से निकाल दिए गये हों: इसके बाद, अपने नोट्स देखें कि इनमे से कोई टॉपिक आपके नोट्स में तो नहीं हैं | एक बार फिर से, अगर आपके पास ये टॉपिक्स नहीं हैं तो किस और से मांगें और बुक में इन टॉपिक्स वाले सेक्शन्स फिर से पढ़ें | सिलेबस में आउटलाइन की गयी चीज़ें आमतौर पर टेस्ट मटेरियल के लिए “बहुत काम की” होती हैं |
  5. कुछ बुक्स में, प्रत्येक चैप्टर का एक शॉर्ट रिव्यु या समरी होती है | यहाँ से आप बहुत जल्दी रिव्यु कर सकते हैं और कांसेप्ट समझ सकते हैं | लेकिन, अगर आपको समझ ही न आये कि समरी किस बारे में हैं या आपको आपको ज्यादा डिटेल याद रखनी पड़ें तो बुक के पीछे दी गयी स्टडी गाइड देखें | इसके बाद, बुक में उन स्पेसिफिक चैप्टर्स या सेक्शन्स को फिर से पढ़ें जिन्हें याद रखने में परेशानी होती है |
    • अगर आपको अपने टीचर से कोई स्टडी मटेरियल न मिले तो आप ऑनलाइन स्टडी गाइड से पढ़ाई कर सकते हैं |
  6. आपके सिलेबस में कवर होने वाले बुक के सभी टाइटल सेक्शन्स फिर से पढने होंगे जिससे आपको जरुरी जानकारी मिल सकें | इन सेक्शन्स को पढ़ते समय उन बड़ी कॉन्सेप्ट्स याद रखें जो आप बुक के इन सेक्शन से सीखना चाहते हैं | पढ़ते समय ही जरुरी डिटेल लिखते जाएँ |
    • पढ़ते समय चैप्टर के टाइटल और सेक्शन के टाइटल्स लिखते जाएँ | इससे इन सेक्शन्स में कवर होने वाली बड़ी कॉन्सेप्ट्स आसानी से समझी जा सकती हैं |
विधि 3
विधि 3 का 5:

एग्जाम की तैयारी करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. बुक्स और नोट्स में शामिल सभी मटेरियल को पढने के बाद, इस जानकारी का इस्तेमाल फ़्लैश कार्ड बनाने में करें | (इंडेक्स कार्ड पहनें या फ़्लैश कार्ड की तरह इस्तेमाल करने के लिए पेपर के टुकड़ों को चौकोर काटें |) स्टेटमेंट्स को सवालों में बदलें |
    • उदाहरण के लिए, अगर स्टेटमेंट है- Linus Pauling वो व्यक्ति हैं जिन्होंने DNA की खोज की थी तो फ़्लैश कार्ड पर सवाल लिखें कि DNA की खोज करने वाले मुख्य व्यक्ति कौन थे? एक साइड सवाल लिखें और दूसरी साइड उसका जबाव | [५]
    • कई बार सवाल से ही फॉलोअप के लिए सवालों के आईडिया आने लगते हैं | जब आप फ़्लैश कार्ड बना रहे होते हैं तो कई बार, आपको समझ आता है कि आप कैसे कुछ चीज़ें पढना भूल जाते हैं | उदाहरण के लिए, DNA की खोज करने वाले दूसरे व्यक्ति कौन थे ? यह सवाल आपको Linus Pauling वाले स्टेटमेंट से याद रहेगा क्योंकि उसमे कहा गया शब्द “मुख्य” आपको याद दिलाएगा कि DNA की खोज में दूसरे लोगों का भी योगदान रहा है |
    • अगर आपको फॉलोअप वाले सवालों का जबाव पता न हो तो आपको फिर से इनफार्मेशन सर्च करनी होगी और इन सवालों के फ़्लैश कार्ड्स भी बनाने होंगे |
    • जिन चीज़ों को याद रखने में परेशानी होती है, उनके फ़्लैशकार्ड्स बनाना शुरू करें | यह ऐसी इनफार्मेशन होती हैं जिसका रिव्यु करना सबसे ज्यादा जरुरी होता है | इसके बाद, उस इनफार्मेशन पर जाएँ जो आपके पहले से पता है |
    • फ़्लैश कार्ड की फिजिकल कॉपी बनाने की सिफारिश की जाती है क्योंकि आपको सवाल और जबाव लिखने पड़ेंगे जो एक दोहराने वाली प्रक्रिया है | इस प्रक्रिया से इनफार्मेशन को याद रखने में मदद मिलेगी | इसके अलावा, आप इन फ़्लैशकार्ड को अपने साथ कहीं भी ले जा सकते हैं और इनका इस्तेमाल कहीं भी कर सकते हैं | बल्कि, cram.com जैसी वेबसाइट पर आप ऑनलाइन फ़्लैश कार्ड्स बना सकते हैं |
  2. जब सब कुछ फ़्लैशकार्ड पर लिख लें तो कार्ड्स के साथ खुद से साल पूछें | सही जवाव याद न आने तक इन सवालों कोक बार-बार रिव्यु करते रहें | आप इन फ़्लैशकार्ड को अपने साथ कहीं भी ले जा सकते हैं और कार में जाते समय या रास्ते पर चलते समय खुद से सवाल-जबाव कर सकते हैं | आप खुद से एक घंटे तक या उससे ज्यादा समय तक सवाल पूछ सकते हैं और इसके बाद थोडा ब्रेक लें | सभी सवालों के सही जबाव न मिलने तक लगातार खुद से सवाल पूछते रहें | [६]
    • अगर आप कुछ सवालों का गलत जबाव देते है तो टेक्स्टबुक और नोट्स फिर से रिव्यु करें और पता लगायें कि ऐसी क्या चीज़ है जिसे आप समझ नहीं पा रहे हैं |
  3. यह मैथ्स जैसे विषयों के लिए बहुत मददगार साबित होता है | बुक में ऐसे सवालों की प्रैक्टिस करें जो आपको होमवर्क करने के लिए मिले थे | बुक के पिछले हिस्से में दिए गये अतिरिक्त सवालों को भी हल करें | गलत जबाव आने पर उन सवालों को फिर से हल करें और पता लगाने की कोशिश करें कि आपके जबाव गलत क्यों आ रहे हैं | विषय को आसानी से समझने तक सवालों को हल करने की प्रैक्टिस करते रहें |
    • अगर परीक्षा से पहले आपके पास काफी समय है तो अपने टीचर या किसी दोस्त से सहयोग करने के लिए कहें |
  4. परीक्षा वाले दिन टेस्ट से कम से कम दो घंटे पहले का अलार्म सेट करें: साइंटिस्ट के अनुसार, टेस्ट में बेहतर स्कोर करने के लिए रात में बेहतर नींद लेना जरुरी होता है | [७] परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले सभी थीम्स और सब-टॉपिक्स को अपने दिमाग में दोहरा लें | हमेशा की तरह, अगर आप कहीं अटक जाएँ तो अपने नोट्स चेक करें | अगर फिर भी याद न रहे तो सभी छोटी-छोटी डिटेल्स याद रखने के लिए फ़्लैशकार्ड्स का इस्तेमाल करें | परीक्षा से कम से कम 15 मिनट पहले पढना बंद कर दें लेकिन एक घंटे पहले स्टडी रोकने की सिफारिश ज्यादा की जाती है | अगर आप खुद को पढने के लिए पर्याप्त समय देंगे तो आप काफी तैयार और रिलैक्स अनुभव करेंगे |
विधि 4
विधि 4 का 5:

एग्जाम में आने वाले सवालों का अंदाज़ा लगाएं

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अगर आपका कोई ऐसा दोस्त है जिसने यह टेस्ट या सेमेस्टर एक साल पहले दिए हैं तो उससे उसके टेस्ट मांगें | उसमे दिए गये सवालों और जबावो को लिखें और उन जबाव के सही और गलत निशानों को भी लिखें | अगर आप कॉलेज में हैं तो कुछ यूनिवर्सिटीज अपनी क्लास फाइल्स में पुराने एक्साम्स भी रखती हैं | इसलिए उन्हें रिव्यु करने के लिए, अपने प्रोफेसर से सम्पर्क करें |
    • हालाँकि, पुराने एग्जाम पेपर रिव्यु करने से आपको सटीक रूप से वो सवाल नहीं मिलेंगे जो आपने टेस्ट में आने वाले हैं लेकिन आपको अंदाज़ा लग जाएगा कि टेस्ट किस तरह से लिया जायेगा |
    • इससे यह भी पता चलेगा कि टेस्ट में किस तरह से स्कोर किया जायेगा | आपको पता चलेगा कि आपको लम्बी डिटेल में जबाव देने हैनं या एकदम सटीक | अगर आप टेस्ट के साथ जबाव भी रिव्यु कर सकते हैं तो उन जबावो पर ध्यान दें जिनमे सबसे ज्यादा मार्क्स मिले थे और जिनमे ज्यादा मार्क्स नहीं मिले थे | इसके अलावा, मार्जिन में दिए गये नोट्स पर भी ध्यान दें जिनके बारे में टीचर लिखकर दे सकते हैं कि पॉइंट्स क्यों काटे गये |
  2. पुराने टेस्ट पेपर रिव्यु करने से आप टेस्ट के फॉर्मेट को समझ पाएंगे और जान पायेंगे कि इनमे मल्टीपल चॉइस है, शॉर्ट जबाव देने हैं उया निबंध लिखना है | इससे आपको स्त्य्दु करने के बारे में और भी ज्यादा आइडियाज मिल जाते हैं | इससे आपको पता चल सकता है किक्या इसमें परीक्षा की तारीख और समय जैसी स्पेसिफिक जानकारी दी गयी है ? या इसमें निबंध के फॉर्मेट में विस्तृत विवरण के साथ टेस्ट लिया जायेगा?
    • अगर आपको टेस्ट का फॉर्मेट समझ आ जाते हैं तो आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि टेस्ट में कौन सी इनफार्मेशन पूछी जा सकती है और उसे कितना डिटेल्ड और विस्तृत में रखना होगा |
    • इससे आप पॉइंट्स के डिस्ट्रीब्यूशन का भी अंदाज़ा लगा लेंगे | जैसे, क्या निबंध के पॉइंट्स मल्टीपल चॉइस से बहुत ज्यादा हैं ? पुराने टेस्ट पेपर रिव्यु करने से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आप पहले से क्या पढ़ चुके हैं और फिर से क्या पढना है |
  3. आमतौर पर टीचर्स परीक्षा से एक या दो दिन पहले ज्यादा इनफार्मेशन देते हैं | कई बार, वे आपको सटीक रूप से बता देते हैं कि एग्जाम में क्या आने वाला है और क्या नहीं लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता | आपके टीचर्स आपको कुछ स्टडी गाइड दे सकते हैं जिनसे ज्यादा जानकारी मिल सकती है और अगर आप क्लास नहीं जायेंगे तो आप इन चीज़ों से वंचित रह जायेंगे |
विधि 5
विधि 5 का 5:

स्टडी ग्रुप बनायें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अपने दोस्तों साथ या क्लास के लोगों के ग्रुप में रहें और एकसाथ पढ़ें | यह फॉर्मल स्टडी ग्रुप नहीं होना चाहिए | आप एक-दूसरे के नोट्स रिव्यु करके देख सकते हैं कि आपने क्या चीज़ें नहीं लिखी हैं और उन कांसेप्ट्स को डिस्कस कर सकते हैं जिनके बारे में आपको लगता है कि वे टेस्ट में आएँगी |
  2. एक-दूसरे से एग्जाम में आने वाले संभावित सवाल पूछें | एक-दूसरे से सवाल पूछने के लिए फ़्लैशकार्ड्स का इस्तेमाल करें या अपने दोस्त से ऐसे नये सवाल बनाने के लिए कहें जिनके बारे में आपने सोचा ही न हो | भले ही आप फ़्लैशकार्ड पर लिखे गये एक जैसे सवालों का इस्तेमाल कर रहे हों, जब आपके दोस्त इन्हें पूछेंगे तो आप कुछ अलग ही अनुभव करेंगे | संभावना है कि इनमे से ज्यादातर सवालों का जबाव देने की जिम्मेदारी आपका दोस्त ही निभायगा |
  3. कई बार, अपने टीचर के अलावा, किस और व्यक्ति से से कांसेप्ट के बारे में साधारण बातचीत के दौरान ज्यादा से ज्यादा इनफार्मेशन जान सकते हैं | इससे आपको अलग तरीके से जानकीर को समझने का मौका मिलेगा और इससे आप गहराई से समझ पाएंगे | ग्रुप के लिए स्नैक्स लायें या किसी कॉफ़ी शॉप पर मिलें और स्टडी ग्रुप को ज्यादा से ज्यादा सरल, रिलैक्स्ड और मजेदार बनायें |

सलाह

  • कुछ शांतिदायक चीज़ों से अपने दिमाग को रिफ्रेश करें या थोडा ब्रेक लेना न भूलें जिससे दिमाग को इनफार्मेशन को प्रोसेस कनरे में मदद मिल सके |
  • परीक्षा से पहले अच्छा खाएं और हर रात बेहतर नींद लें |
  • हमेशा अपने नोट्स के जरुरी सेक्शन्स फिर से लिखें, इससे आपको उन्हें याद रखने में मदद मिलेगी |
  • सोशल नेटवर्किंग साइट्स (जैसे Facebook, Twitter, Instagram, आदि) पर समय कम बिताएं |
  • आप जो भी पढ़ रहे हैं, उसके मुख्य शब्द लिखते जाएँ | इससे आप उन मुहावरों को भी अच्छी तरह से याद रख पाएंगे जिन्हें याद रखना बहुत मुश्किल लगता है |
  • परिभाषाओं में उनके मुख्य या जरुरी शब्द लिखें जिससे उन्हें याद रखने में आसानी रहे |
  • अगर आपको चीज़ें देखकर याद रहती हैं तो नोट्स और डायग्राम बनाने के लिए कलर्स का इस्तेमाल करें |
  • योग करें, विशेषरूप से ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें जिससे आप शांत और फ्रेश अनुभव करेंगे और इससे स्ट्रेस भी कम हो जायेगा |
  • चिंता न करें और आपने जिस कांसेप्ट में पढ़ाई की है, उसे समझते हुए अपने अनुसार काम करें |
  • काम और खेल के बीच सही बैलेंस बनायें | दोनों के लिए समय निकालें |
  • अगर आप अच्छी तरह से स्टडी करते हैं और उसके बाद अच्छी नींद लेते हैं तो इससे अपनी याददाश्त बेहतर रखने में मदद मिलेगी |

चेतावनी

  • आखिरी समय तक पढने का इंतज़ार न करें | इससे जब आपको टेस्ट लिया जायेगा तब आप थक जायेंगे और तैयारी कम हो पायेगी | इसके अलावा, आपके ब्रेन को भी इनफार्मेशन को प्रोसेस करने में समय की जरूरत होती है और इसीलिए समय लगता है |
  • एक बार में ही सारी पढ़ाई न करें | अगर आप हर दिन अपनी टेक्स्ट बुक के ठोड़े-थोड़े हिस्से को पध्नते हैं तो आप बेहतर रूप से समझ पाएंगे | अगर आप स्ट्रेस में होंगे तो आपने जो कुछ भी याद किया है, भूल जायेगें |
  • अपने पेज भरने के लिए अनावश्यक नोट्स न लिखें क्योंकि इन्हें पढ़ते समय आप जरुरी नोट्स भूल सकते हैं |
  • पूरी रात जागकर पढ़ाई न करें | देर रात तक रटते रहना अच्छी बात नहीं होती है | ध्यान रखें की एग्जाम से एक रात पहले आपकी नींद अच्छी तरह से पूरी हो |

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ४,८६७ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?