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अज्ञात रहकर सर्फिंग करना बहुत लोगों के लिए एक तेजी से बढ़ता चिंता का विषय बन चुका है । प्रॉक्सी (Proxy) आपके नेटवर्क या सरकार द्वारा ब्लॉक्ड कंटेंट को ऑनलाइन देखने का एक सुरक्षात्मक तरीका उपलब्ध कराता है। अपनी पहचान छिपाते हुए सर्फिंग करने हेतु निम्न निर्देशों का पालन करें।
चरण
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प्रॉक्सी के बेसिक कॉन्सेप्ट को समझें: प्रॉक्सी एक सर्वर (server) होता है जिसकी सहायता से आप अपने नेटवर्क से बाहर निकलकर, उसी सर्वर से फिर कनेक्ट होते हैं । आप प्रॉक्सी से जुड़कर अपने ट्रैफिक (traffic) को उससे होकर गुजरने देते हैं ताकि आपकी आईपी (IP) को मास्क (mask) किया जा सके और ट्रैफिक प्रॉक्सी सर्वर से आता हुआ दिखाई पड़े ।
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विभिन्न प्रकार के प्रॉक्सी को जानें: जब आप प्रॉक्सी के बारे में रिसर्च करेंगे तो अनेकों प्रकार के प्रॉक्सी से रूबरू होंगे । हरेक प्रॉक्सी की अनोनिमिटी (anonymity) का एक निश्चित स्तर होता है, जिसके अनुसार कई प्रॉक्सी एक-दूसरे की अपेक्षा ज्यादा महफूज होते हैं । मुख्य रूप से चार तरह के प्रॉक्सी होते हैं -
- वेब-बेस्ड प्रॉक्सी: सबसे आसान और आम तरीके से प्रयोग होने वाला प्रॉक्सी । इन सर्वर्स की सहायता से आप किसी भी ब्राउज़र से जुड़कर किसी वेबसाइट को गुप्त तरीके से विजिट कर सकते हैं ।
- ओपन प्रॉक्सी: ऐसे प्रॉक्सी सर्वर्स जो गलती से खुले (open) रह गए हों या जिन्हें हैक कर लिया गया हो । आमतौर पर ये ज्यादा सुरक्षित नहीं होते एवं हानिकारक सॉफ्टवेयर से लैस हो सकते हैं । ऐसे प्रॉक्सी से आप ना ही जुड़ें तो बेहतर होगा ।
- अज्ञात (Anonymity) नेटवर्क्स: ये निजी नेटवर्क्स होते हैं जिन्हें उपभोक्ता अपना बैंडविथ प्रदान करके चलाते हैं । अक्सर ये बहुत धीमे और पूरी तरह से असुरक्षित होते हैं क्योंकि असल में इस बैंडविथ को कोई भी होस्ट कर सकता है ।
- वीपीएन या वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN or Virtual Private Network): ये प्राइवेट नेटवर्क्स होते हैं जहाँ आप किसी प्रॉक्सी कंपनी अथवा संगठन द्वारा पोषित प्रॉक्सी सर्वर से सीधे तौर पर जुड़ते हैं ।
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प्रॉक्सी लिस्ट ढूँढे: जब आप अपने कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं कर रहे होते हैं, तब वेब-प्रॉक्सी बहुत उपयोगी होता है क्योंकि आपके कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम से इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता बल्कि उस समय सारे काम ब्राउज़र के माध्यम से हो रहा होता है ।
- बहुत-से वेबसाइट्स आपके इस्तेमाल हेतु प्रॉक्सी उपलब्ध कराते हैं । Proxy.org शुरुआत करने के लिए अच्छी जगह है जो लगातार अपने लिस्ट को अपडेट करती रहती है ।
- इसकी बेहतर संभावना है कि स्कूल या वर्कप्लेस नेटवर्क द्वारा प्रॉक्सीफाई (Proxify) जैसी प्रॉक्सी लिस्ट उपलब्ध कराने वाली वेबसाइटें ब्लॉक कर दी गयीं हो । घर पर इस वेबसाइट को विजिट करें और ब्लॉक्ड कंप्यूटर पर कोशिश करने हेतु 10-15 प्रॉक्सी साइट्स की एक लिस्ट बना लें ।
- बहुत उपयोग होने वाले प्रॉक्सी पकड़ में आ जाते हैं और ब्लॉक कर दिए जाते हैं, इसलिए आप इनके उपयोग में दिन-ब-दिन फेरबदल करते रहें ।
- प्रॉक्सी के उपयोग से आपकी ब्राउज़िंग स्पीड काफी धीमी हो जाएगी । ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्रैफिक (traffic) को प्रॉक्सी से रिरूट (re-route) एवं रिइंटरप्रेट (re-interpret) कराकर, फिर आपके लोकेशन पर भेजा जाता है । ध्यान रहे, वीडियोज और वेबसाइटें लोड होने में ज्यादा वक़्त लगा सकती हैं ।
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किसी प्रॉक्सी साइट को चुनें: यदि साइट ब्लॉक्ड हो तो किसी दूसरी साइट से कोशिश करें । प्रॉक्सी लिस्ट में से साइट्स चुनते वक़्त, अपने लोकेशन से ज्यादा नजदीकी वाली साइट का उपयोग करने की कोशिश करें । इससे धीमी स्पीड को बढ़ाने में मदद मिलेगी ।
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यूआरएल (URL) बॉक्स को सेलेक्ट करें: जिस वेबसाइट पर आप विजिट करना चाहते हैं उसका एड्रेस एंटर करें । संभव है कि साइट सही ढंग से लोड नहीं हो क्योंकि प्रॉक्सी साइट्स आपके द्वारा एक्सेस की जाने वाली वेबसाइट के डेटा को रिइंटरप्रेट करती है । आम तौर पर, विडियो लोड नहीं होगा । अगर ऐसा हो, तो किसी अन्य प्रॉक्सी साइट के साथ कोशिश करें ।
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वीपीएन (VPN) सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इंस्टॉल करें: अपने कंप्यूटर पर ऐसा करने हेतु आपको एडमिनिस्ट्रेटर एक्सेस की जरूरत होगी । ज्यादातर वीपीएन (VPN) सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए सब्सक्रिप्शन लेने की जरूरत पड़ती है । इसके बदले में आपको उपयोग करने हेतु हजारों अज्ञात आईपी (IPs) का एक्सेस मिलता है ।
- वीपीएन (VPNs) वेब-बेस्ड प्रॉक्सी नेटवर्क्स से कहीं बेहतर एन्क्रिप्शन प्रदान करता है ।
- वीपीएन आपके कंप्यूटर के सभी इंटरनेट ट्रैफिक के साथ काम करता है जबकि वेब-बेस्ड प्रॉक्सी सिर्फ ब्राउज़र के माध्यम से काम करता है । इसमें मेसेजिंग और फाइल ट्रांसफर भी शामिल हैं ।
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वीपीएन सेटिंग्स को खुद (manually) सेट करें: अगर आप सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की बजाय अपने वीपीएन के लिए कनेक्शन डिटेल्स स्वयं एंटर करना चाहते हैं तो विंडोज कंट्रोल पैनल से आप वीपीएन (VPN) सेटअप कर सकते हैं । इंटरनेट ऑप्शन्स सेलेक्ट करें । फिर भी आपको कनेक्ट होने हेतु एक आईपी (IP) प्राप्त करने की जरूरत होगी ।
- कनेक्शन्स टैब (Connections Tab) में, Add VPN पर क्लिक करें । इससे वीपीएन (VPN) विंडो खुल जायेगी । जिस आईपी से आप कनेक्ट हो रहे हैं, उसे एंटर करें ।
- अगर आपके वीपीएन (VPN) को यूजरनेम व पासवर्ड की जरुरत होती है तो आपको इसे एंटर करने हेतु प्रांप्ट (prompt) किया जाएगा ।