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क्या आप कुछ शानदार फ़्लैश कार्ड्स बनाना चाहते हैं? फ़्लैश कार्ड्स का इस्तेमाल किसी भी चीज़, जैसे कि पीरियोडिक टेबल (periodic table) को याद करने, मानव शरीर की एनाटोमी (anatomy) की इंट्रीकेसीज़ (intricacies) को समझने या वोकेबुलरी (vocabulary) शब्दों को सीखने का एक बढ़िया तरीका होता है। आप लगभग किसी भी विषय के लिए फ़्लैश कार्ड्स बना सकते हैं। फ़्लैश कार्ड्स बनाने के लिए पहले तो आपको सामान एकत्रित करना होगा, मुख्य जानकारियाँ पहचाननी होंगी, और फिर सचमुच में उनको बनाना होगा।

विधि 1
विधि 1 का 5:

फ़्लैश कार्ड्स बनाने की तैयारी करना

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  1. रोशनी वाली एक ऐसी जगह पर जाइए जहां आपका ध्यान न बंटे और आपके सभी उपकरण तैयार रहें। आप चाहेंगे कि आपका पूरा ध्यान अपने फ़्लैश कार्ड्स पर ही रहे। कुछ लोग चाहते हैं कि बैकग्राउंड में टेलीविज़न चलता रहे या कुछ संगीत बजता रहे। अगर यह आपकी पसंद हो, तब अपनी सुनने वाली चीज़ से प्रेरणा लेने को आप स्वतंत्र हैं, बस यह ध्यान रहे कि उनके कारण आपका ध्यान अपने काम पर से न हट जाये। [१]
  2. इसका मतलब है कि आपके पास फ़्लैश कार्ड्स और टेक्स्ट बुक तैयार होनी चाहिए। आप एक अच्छा पेन, मार्कर्स, हाईलाइटर्स और लिखने की जो भी दूसरी सामग्री चाहिए हो, उसे ले लीजिये।
    • इस स्टेज पर आपको यह भी तय करना होगा कि आप अपने फ़्लैश कार्ड्स बनाने के लिए किस माध्यम का इस्तेमाल करेंगे। आप काग़ज़ और पेन का इस्तेमाल करेंगे या आप डिजिटल फ़्लैश कार्ड्स बनाएँगे? आखिरकार, बात तो अपनी पसंद की है। अनेक स्टडीज़ (studies) से पता चला है कि अधिकांश छात्रों को कोई भी जानकारी तब अच्छी तरह से याद रहती है जब वे सामग्री को लिख लेते हैं। [२] फिर भी, फ़्लैशकार्ड्स का फोन पर होना दूसरी बातों की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण होता है।
  3. अपने नोट्स और टेक्स्ट बुक्स में ज़रूरी जानकारी को छाँट लीजिये। उनको, उनके की (key) भागों में ऐसे तोड़ लीजिये, जिससे कि आप उनको अपने नोटकार्ड्स पर – चाहे फ़िजिकल (physical) रूप में या डिजिटल रूप में नोट कर सकें। अपने नोट्स या टेक्स्टबुक में हाईलाइट करके आप ऐसा कर सकते हैं। अगर आप अपनी टेक्स्टबुक में नहीं लिख सकते हैं, तब एक अलग काग़ज़ पर लिखिए या अपने कंप्यूटर के वर्ड प्रोसेसर पर एक अलग फ़ाइल बना लीजिये।
    • धीरे धीरे, आप नोट करने का एक सिस्टम विकसित कर लेंगे जिससे फ़्लैश कार्ड्स बनाना आसान हो जाएगा। इसकी सबसे आसान तरकीबों में से कुछ हैं कि जिन विषयों पर टीचर ने ज़ोर दिया हो उन सेक्शन्स को हाईलाइट कर लीजिये या उनके नीचे लाइन खींच लीजिये। कुछ लोग महत्वपूर्ण टेक्स्ट को बाकी नोट्स से अलग करने के लिए एस्टरिस्क्स, (asterisks), डैश, या अन्य सिंबल्स (symbols) का इस्तेमाल करते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 5:

काग़ज़ के फ़्लैश कार्ड्स बनाना

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  1. फ़्लैश कार्ड के एक ओर प्रमुख टर्म (term) या सिद्धान्त लिख लीजिये: इसको बड़े अक्षरों में लिखिए ताकि आपके लिए उनको पढ़ना आसान हो। आप इस तरफ़ कोई भी प्रमुख जानकारी नहीं रखना चाहेंगे। फ़्लैश कार्ड्स का पॉइंट यह है कि आप एक बेसिक सिद्धान्त देख सकें और फिर आपको उस विषय पर सम्बद्ध जानकारी याद आ सके। अगर आपके टीचर ने आपको विचार करने के लिए कुछ प्रश्न दिये हों, तब आप इस तरफ़ केवल उन प्रश्नों को ही लिख सकते हैं। कार्ड की यह तरफ़ जितनी सिंपल (simple) हो सके, उतनी सिंपल रखिए।
  2. फ़्लैश कार्ड के दूसरी ओर छोटे, संक्षिप्त नोट्स लिखिए: आपका लक्ष्य है कि नोटकार्ड के इस ओर आप मुख्य जानकारी लिख सकें। मंगोलिया के कृषि सुधारों या बाईकैमरालिज़्म (bicameralism) जैसे किसी भी विषय पर प्रोफेसर के पूरे नोट्स को यहाँ पर कॉपी करने की ज़रूरत नहीं है। जिन महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर आपके प्रोफेसर ने ज़ोर दिया हो, उनको ले कर बुलेट (bullet) पॉइंट्स के रूप में नोटकार्ड पर लिख लीजिये।
    • इसको पेंसिल या हल्की स्याही से लिखिए ताकि आपकी जानकारी कार्ड के दूसरी ओर न दिखने लगे।
    • अगर ज़रूरी हो तो डायग्राम्स (diagrams) बनाइये। कार्ड के पीछे अतिरिक्त जानकारी लिखने में हिचकिचाइए मत, बशर्ते कि अध्ययन के प्रोसेस के लिहाज से वह जानकारी आवश्यक हो।
  3. सुनिश्चित करिए कि आप बड़े, स्पष्ट और दूर-दूर लिखे हुये अक्षरों में लिखें: अगर आपकी लिखावट छोटी होगी, तब आप आसानी से पढ़ नहीं पाएंगे और अगर अक्षर बहुत पास पास होंगे तब आपको शब्दों को पढ़ने में बहुत समय लग जाएगा। स्पष्ट लिखने से आप अपने नोट्स को आसानी से पढ़ सकेंगे।
    • अगर आपको लगता है कि आप अपने नोटकार्ड्स में बहुत सारा विवरण लिख रहे हैं, तब या तो उसका सार निकालने की कोशिश करिए या उसके हिस्से करके उनको अनेक नोटकार्ड्स में अलग अलग लिख डालिए। इस केस में आप पहली साइड में कुछ मुख्य शब्द लिख सकते हैं और उसके बाद कोष्ठकों में किसी प्रकार के क्वालिफ़ायर्स लिखे सकते हैं। जैसे कि, अगर फ़्रेंच क्रान्ति के कारणों को याद करना चाहते हैं, मगर उन सबको एक ही कार्ड पर कंडेंस (condense) नहीं कर सकते हैं, तब आप अनेक कार्ड्स बना लीजिये। “फ़्रेंच क्रान्ति के कारण (राजनीतिक)”, “फ़्रेंच क्रान्ति के कारण (सामाजिक)”, और “फ़्रेंच क्रान्ति के कारण (आर्थिक)” इस विषय पर संभावित कार्ड्स हो सकते हैं।
  4. रंग आपके मित्र होते हैं। किसी विशेष जानकारी को रंगों के कोड देने का प्रयास करिए। जैसे कि अगर फ़्रेंच वर्ब्स का टेस्ट देने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं, तब आप कार्ड के एक साइड में लिख सकते हैं इंफ़िनिटिव वर्ब और फिर दूसरी साइड में आप काली स्याही से उसकी परिभाषा लिख सकते हैं और फिर अलग-अलग रंगों में उसके कंजूगेटेड फ़ॉर्म्स (conjugated forms) को लिख सकते हैं। क्रिएटिव (creative) बनिए। रंगों का इस्तेमाल, महत्वपूर्ण जानकारी को और भी अधिक ऑर्गनाइज़ करने के लिए किया जा सकता है। बस यह सुनिश्चित कर लीजिए कि उसके बाद भी आप उसको पढ़ सकें। पीले कार्ड पर पीली स्याही से काम नहीं चलेगा।
  5. कभी-कभी आपके पास एक फ़्लैशकार्ड पर बहुत सारी जानकारी होती है। इस केस में, आप किसी तरह की शॉर्टहैंड बनाने की बात सोच सकते हैं। अधिकांश लोग अपनी तरह का शॉर्टहैंड बनाते हैं और उनको उसका अर्थ भी समझ में आ जाता है। आम तौर पर लोग शॉर्टहैंड का इस्तेमाल महत्वपूर्ण जानकारी को हाईलाइट करने और अनावश्यक शब्दों को कम महत्व देने के लिए करते हैं। जैसे कि “and” को “&” तथा “for example” को “e.g.” बना देते हैं। [३]
विधि 3
विधि 3 का 5:

एमएस वर्ड पर फ़्लैश कार्ड्स बनाना

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  1. माइक्रोसॉफ्ट वर्ड खोलिए और “New” डॉकयुमेंट पर जाइए: आप चाहे जो वर्ज़न भी इस्तेमाल कर रहे हों, आपको पहले प्रोग्राम तो खोलना ही पड़ेगा। उसके बाद आपको “New” फ़ाइल बटन पर क्लिक करना होगा। यह आपको टॉप बार में मिलेगा। [४]
  2. आप ऐसा दो तरीकों से कर सकते हैं। यहाँ पर एक सर्च बार होती है। उस सर्च बार में टाइप करिए “flash card” और टेम्पलेट सामने आ जाएगी। या आप एमएस वर्ड में उपलब्ध अन्य टेम्पलेट्स में से “flash card” टेम्पलेट खोज सकते हैं। आम तौर पर आपको चुनने के लिए अनेक फ़्लैश कार्ड टेम्पलेट्स मिल जाती हैं। कुछ तो अधिक रंग बिरंगी भी होती हैं। कुछ बिलकुल सादी होती हैं। कुछ में सजावट होती है। आपको जो भी पसंद आए आप उसको चुन लीजिये, बस यह याद रखिएगा, कि आपके फ़्लैश कार्ड आसानी से पढ़े जा सकने योग्य होने चाहिए। अगर किसी किस्म की सजावट या रंग, उनको पढ़ने में कठिन बना देते हैं, तब आपको ऐसी टेम्पलेट से बचना ही चाहिए। [५]
  3. प्रत्येक टेम्पलेट में आपको संकेत दिया गया होगा कि आपका की टर्म, सिद्धान्त या प्रश्न कहाँ जाएगा और आपको ज़रूरी जानकारी कहाँ रखनी है। [६]
    • अपने नोटकार्ड्स को और भी ऑर्गनाइज़ करने के लिए रंगों का इस्तेमाल करिए। आप जिस टेक्स्ट को भी नया रंग देना चाहते हैं, उसको बस हाईलाइट करिए और फिर अपने प्रोग्राम के टॉप पर टेक्स्ट कलर टैब में क्लिक करिए। ऐसे रंग का इस्तेमाल करिए, जिसको आसानी से पढ़ा जा सके, मगर वह आसानी से ही उन दूसरे रंगों से अलग देखा जा सके जिनका आप इस्तेमाल कर रहे होंगे। जैसे कि प्राइमरी जानकारी के लिए काले का इस्तेमाल करिए, उसके बाद की जानकारी के लिए उसी कार्ड पर हरे, नीले, लाल, बैंगनी या भूरे रंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  4. अगर वे केवल आपकी हार्ड ड्राइव पर ही रहेंगे तब तो फ़्लैश कार्ड्स आपके काम नहीं आएंगे। उनको मजबूत कार्ड काग़ज़ पर प्रिंट कर लीजिये और अलग-अलग रखिए।
    • आप उनके एक कोने में एक छेद पंच कर सकते हैं और सभी कार्ड्स को एक छल्ले में डाल कर एक साथ रख सकते हैं। उसके बाद ज़रूरत पड़ने पर आप जब चाहें तब उनको फ़्लिप (flip) कर सकते हैं।
विधि 4
विधि 4 का 5:

फ़्लैश कार्ड्स बनाने के लिए सॉफ्टवेयर या ऐप्स का इस्तेमाल करना

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  1. इसका चुनाव अनेक विकल्पों में से किया जा सकता है। इनमें से कुछ को तो आप डाउनलोड भी कर सकते हैं ताकि उनका ऑफलाइन इस्तेमाल कर सकें। [७] अनेक साइट्स, जैसे कि cram.com, http://www.flashcardmachine.com , http://www.kitzkikz.com/flashcards/ , and https://www.studyblue.com बहुत बढ़िया मुफ़्त रिसोर्स होते हैं। [८]
  2. अगर आपको प्रॉम्प्ट किया जाये तो अपना अकाउंट बनाइये: अनेक ऑनलाइन नोट कार्ड बनाने वाले प्रोग्राम्स के लिए आपको अकाउंट बनाना पड़ता है। यह इसलिए आवश्यक होता है ताकि आपने जो जानकारी एकत्रित की है आप उसको गंवा न दें। अकाउंट बना लेने के बाद आप अपने फ़्लैश कार्ड्स तक, किसी भी ऐसे कंप्यूटर से पहुँच सकते हैं जिसमें इन्टरनेट कनेक्शन होगा। इसका अर्थ यह हुआ कि आप उनको अपने डेस्कटॉप, लैपटॉप, और स्मार्टफ़ोन कहीं भी देख सकते हैं।
  3. हरेक साइट में की टर्म्स, सिद्धान्त, या प्रश्न के लिए जगह होती है और उसी के साथ एक और ऐसी जगह होती है जहां महत्वपूर्ण जानकारी रखी जा सकती है। cram.com जैसी कुछ वेबसाइट्स में आपको अपने फ़्लैशकार्ड्स के एस्थेटिक (aesthetic) को पर्सनलाइज़ करने का भी अवसर मिलता है – जैसे कि आप उनमें रंग और डिज़ाइन शामिल कर सकते हैं। दूसरों, जैसे http://www.kitzkikz.com/flashcards/ में जानकारी भरने के लिए जगह होती है।
  4. हर वेबसाइटमें क्लिक करने के लिए एक बटन होता है जिसमें “create flashcards” या “process flashcards” कहा जाता है। उसको क्लिक करके उसका इस्तेमाल करना शुरू करिए।
  5. फ़्लैश कार्ड बनाने के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करिए: मोबाइल ऐप का सबसे बड़ा फ़ायदा यह होता है कि आप जहां जाते हैं वहाँ अपने फ़्लैशकार्ड्स अपने साथ ले जा सकते हैं। और ऐसे अनेक मोबाइल ऐप्स उपलब्ध हैं जिनकी मदद से फ़्लैश कार्ड्स बनाए जा सकते हैं। कुछ तो विषय के अनुसार भी बनाए गए हैं जैसे कि गणित के लिए और शब्दों के लिए फ़्लैश कार्ड्स बनाने वाले ऐप्स। [९]
    • अधिकांश ऐप्स मुफ़्त होते हैं, इसलिए यह देखने के लिए कि आपके लिए कौन सा सबसे अच्छा होगा, कुछ ऐप्स को ट्राई (try) करके देखिये।
विधि 5
विधि 5 का 5:

फ़्लैश कार्ड्स का सही इस्तेमाल करना

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  1. इस चरण के संबंध में “सोचने की ज़रूरत ही नहीं”, क्योंकि कार्ड से तो सहायता तभी मिलेगी जबकि आप उसमें अच्छी जानकारी भरेंगे। कोशिश करिए कि फ़्लैश कार्ड्स को पढ़ाई के प्रोसेस की तरह बनाया जाये, न कि केवल एक ऐसे कदम की तरह जिससे आप पढ़ाई कर सकते हैं। अक्सर यही आपकी पढ़ाई का पहला चरण हो सकता है। मैटीरियल पर विशेष ध्यान दीजिये। जब आप उनको बना रहे हों, तब अपनी मनोभावना को शामिल करने की कोशिश करिए। इससे आपको बाद में जानकारी याद रखने में मदद मिलेगी।
    • कुछ रिसर्च करने वालों का यह भी विचार है कि एमएस वर्ड, अन्य सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स या ऑनलाइन बनाने के स्थान पर फ़्लैश कार्ड्स को हाथ से बनाने से वे अधिक प्रभावी हो सकते हैं। प्रिंसटन तथा यूसीएलए के मनोवैज्ञानिकों ने पता लगाया कि जब छात्रों को मजबूरन हाथ से लिखना पड़ता है तब उनके लिए जानकारी को रिटेन (retain) करने की संभावना बढ़ जाती है। जानकारी को शब्दशः टाइप करते जाने की तुलना में हाथ से लिखे जाने पर आपके दिमाग़ को नए मैटीरियल को भिन्न प्रकार से प्रोसेस करना पड़ता है। [१०]
  2. केवल फ़्लैश कार्ड्स बनाते मत रहिए, और न ही ऐसा करिए कि आप केवल टेस्ट के पहले ही उनको देखेँ। उनको अक्सर देखिये। पढ़ने का कुछ ऐसा समय निकाल लीजिये जब आप डिस्टर्ब न किए जाते हों। नोटकार्ड्स को मेथोडिकली (methodically) पढ़िये। उन्हें पूरे दिन साथ ही रखिए, और जब टेलीविज़न में विज्ञापन आयें, जब आप बस में बैठे हों, या ग्रोसरी स्टोर में लाइन में खड़े हों, तब उनको पढ़ भी लीजिये। आपका लक्ष्य होगा कि आप उनको सीधे क्रम में, उल्टे क्रम में या बीच में से भी अच्छी तरह याद कर लें। यह तो आप तभी कर पाएंगे जब आप अपने को अक्सर टेस्ट करते रहेंगे। [११]
  3. इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि वह दूसरा व्यक्ति आपकी क्लास का है अथवा नहीं। उन्हें बस आपके कार्ड पर जो भी लिखा है उसको पढ़ना आना चाहिए। उनसे कहिए कि आपके कार्ड की एक साइड आपको दिखाएँ। उसके बाद आप दूसरी साइड के मैटीरियल को समझा सकते हैं, बस यह सुनिश्चित करना होगा कि आप की फ़्रेज़ेज (phrases) का इस्तेमाल करते रहें।
    • अगर आपको उस जानकारी के बारे में अधिक पता नहीं है, तब आप अपने स्टडी सहायक से कह सकते हैं कि वह आपको जानकारी वाली साइड भी दिखा दे और तब आप की वर्ड को दोहरा सकते हैं। [१२]
  4. अपने नोटकार्ड्स को तब तक अवश्य रखिए जब तक कि आपको यह यकीन न हो जाये कि आपको अब उनकी ज़रूरत नहीं है: एक बहुत बड़ी ग़लती जो छात्र करते हैं, वह यह है कि अपने फ़्लैश कार्ड्स को क्विज़ या परीक्षा के बाद फेंक देते हैं। कोर्स के सेमेस्टर के साथ-साथ और एक क्लास से दूसरी क्लास में जाने पर, जानकारी कंपाउंड (compound) होती जाती है। अगर आप कोई ऐसा कोर्स कर रहे हैं जिसके अनेक भाग हैं, तब आने वाले महीनों में रेफ़ेरेन्स (reference) के लिए फ़्लैश कार्ड्स के बड़े “बैंक” को बना कर रखने के बारे में विचार करिए।

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • पेन
  • पेंसिल
  • रबर
  • हाईलाइटर(र्स)
  • पेज मार्कर्स
  • फ्लैश कार्ड्स (या किसी पुराने सीरियल (cereal) बॉक्स के आयताकार टुकड़े)
  • नोट्स बनाने के लिए टेक्स्ट बुक्स
  • चमकीले रंगों वाले पेन या पेंसिलें
  • फ़्लैश कार्ड सॉफ्टवेयर
  • कंप्यूटर

विकीहाउ के बारे में

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