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अगर आप भी मुहांसे परेशान हैं तो हो सकता है कि आपकी स्किन के पोर्स में धूल, ऑइल या अन्य जमी हुई गंदगी भरी हो | हालाँकि स्किन के पोर्स का वास्तिवक साइज़ और रूपरेखा आनुवंशिक होती है और इसे बदला नहीं जा सकता | लेकिन यहाँ स्किन को डीप क्लीन करने और ब्लैकहेड्स हटाने के ऐसे कुछ उपाय दिए जा रहे हैं जिनसे पोर्स ज्यादा साफ़ दिखाई देने लगते हैं | उदाहरण के लिए, जमी हुई गंदगी और धूल को सॉफ्ट करने के लिए आप चेहरे को धोने से पहले स्टीम ले सकते हैं लेकिन इसे बार-बार करने से स्किन ड्राई हो सकती है | अपनी स्किन को साफ़ रखने के लिए आप मास्क या पील्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

स्किन को स्टीम दें

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  1. स्टीम ट्रीटमेंट से बेहतर रिजल्ट पाने के लिए इसकी शुरुआत चेहरा धोने के साथ करें | इससे स्टीम स्किन पोर्स में गहराई तक समा पायेगी जिससे इनके अंदर जमी हुई गंदगी और ऑइल को साफ़ करने में मदद मिलेगी | [१]
    • अगर आपकी स्किन ड्राई है या मुहांसे जल्दी हो जाते हैं तो आपको स्टीम नहीं लेनी चाहिए | अन्यथा इससे स्किन और ड्राई हो सकती है और लालिमा बढ़ सकती है | [२]
  2. एक बड़े पॉट को पानी से भरें और उबाल आने तक गर्म करें: पास्ता या सूप बनाने वाले एक बड़े पॉट को लगभग 2/3 पानी से भर लें | इस पॉट को स्टोव पर हाई हीट पर गर्म करें और पानी में उबाल आने दें | [३]
    • पॉट को ऊपर तक न भरें | इससे पानी में ऊपर तक उबाल आ सकती है और इसे पानी बिना छलकाए उठा पाना मुश्किल हो सकता है |

    टिप: इसमें थोड़ी गुलाब की पंखुडियां, लैवेंडर, रोजमेरी या यूकेलिप्टस पत्तियों को उनकी खुशबू और डेटोक्स प्रॉपर्टीज को पाने के लिए टॉस करें

  3. पॉट को हीट-सेफ चटाई या फोल्ड की हुई टॉवेल पर रखें: कोई ऐसी जगह चुनें जहाँ आप पॉट रखें की जगह पर आरामदायक रूप से बैठ पायें या खड़े हो पायें या फिर घुटने के बल बैठ पायें | लेकिन, ध्यान रखें कि इसके नीचे एक टॉवेल को फोल्ड करके रखें जिससे आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली जगह की सतह पर गर्म पॉट की वजह से कोई खरोंच न आ पाए | [४]
    • उदाहरण के लिए, आप अपनी डाइनिंग टेबल पर कुर्सी पर घुटने रखकर बैठा सकते हैं या फिर आप पॉट को अपनी बाथरूम काउंटर में भी रख सकते हैं |
  4. एक बड़ी और मोटी टॉवेल लें और इसे सिर के ऊपरी सिरे पर लपेटें लेकिन इससे चेहरा नहीं ढंकना चाहिए | इससे स्टीम ट्रैप रहेगी और स्किन के समपर्क में ज्यदा देर तक बनी रहेगी | [५]
    • पतली टॉवेल की अपेक्षा मोटी टॉवेल के इस्तेमाल से स्टीम ज्यादा देर तक बनी रहेगी लेकिन आप अपनी उपलब्धता के अनुसार टॉवेल चुन सकते हैं |
  5. चेहरे को पॉट के पास लायें जिससे टॉवेल को ऊपर डाला जा सके | चेहरे को गर्म पानी के बहुत ज्यादा नज़दीक (18 इंच या 46 सेंटीमीटर तक) न लायें अन्यथा स्किन जल सकती है | पानी से कम से कम 20 से 24 इंच (या 51 से 61 सेंटीमीटर) दूर रहें | लगभग 5 या 10 मिनट या अपनी सुविधा के अनुसार तक ऐसे ही बने रहें | [६]
    • अगर आप पानी से 20 से 24 इंच तक नजदीकी में असुविधा महसूस करें तो थोड़ी देर के लिए वापस सीधे बैठ जाएँ | [७]
    • सामान्य जनमत के अनुसार, स्टीम से पोर्स ओपन नहीं होते | इससे केवल स्किन के अंदर की मसल्स रिलैक्स हो जाती हैं और इन्हें साफ़ करना आसान हो जाता है इसलिए इससे स्किन की गहराई में फंसी हुई गंदगी को साफ़ करने में मदद मिल सकती है |
  6. स्टीमिंग से चेहरे की स्किन पर गंदगी और ऑइल पर गंदगी उभर जाती है | साथ ही, इससे पसीना भी आता है जिसके कारण गंदगी स्किन से बाहर आती हैं | ध्यान रखें कि ये गंदगी वापस पोर्स में न जा पाए इसलिए एक कोमल क्लीनर से चेहरे को साफ़ करें | [८]
    • इसके लिए एक बिना सुगंध वाला फेसवश भी इस्तेमाल किया जा सकता है |
  7. स्टीम के कारण होने वाली ड्राईनेस को दूर करने के लिए चेहरे को माँइश्चराइज करें: चूँकि हीट के कारण स्किन बहुत ड्राई हो जाती है इसलिए स्टीमिंग करने और चेहरे को धोने के बाद माँइश्चराइजिंग करना बहुत जरुरी होता है | इसके लिए किसी स्पेशल माँइश्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करना है बल्कि कोई भी लाइटवेटेड माँइश्चराइजर से काम चल सकता है | [९]
    • अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा ड्राई न हो तो इस ट्रीटमेंट को सप्ताह में एक बार रिपीट कर सकते हैं |
विधि 2
विधि 2 का 3:

चेहरे की डीप-क्लीनिंग करें

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  1. चेहरे की क्लीनिंग करने से पोर्स से गंदगी हट जाती है: अगर आपके चेहरे पर बहुत सारे ब्लैकहेड्स हैं जो पोर्स में ऑइल और गंदगी जमा होने के कारण बने हैं तो स्किन की क्लीनिंग से ही शुरुआत करें | पोर्स से धूल-मिट्टी को हटाने के लिए गुनगुने पानी और क्लीनजर से अपने चेहरे को सही तरीके से धोएँ | [१०]
    • स्किन के pH को फिर से बैलेंस करने के लिए टोनर से चेहरे को धोंयें |
    • चेहरे को दो बार धोने से बचें क्योंकि ऐसा करने से चहरे से नेचुरल ऑइल भी निकल जाता है और इससे स्किन बहुत ज्यादा ड्राई हो सकती है |
  2. डेड स्किन सेल्स और धूल को हटाने के लिए सप्ताह में 2 से 3 बार चेहरे को एक्सफोलिएट करें : एक्स्फोलिएट का मतलब है कि स्किन की सरफेस पर जमा डेड स्किन सेल्स, ऑयल और धूल को कोमलता से स्क्रब करना | इसके कई तरीके होते हैं | लेकिन, अगर आपकी स्किन पर एक्ने जल्दी होते हैं तो केमिकल एक्स्फोलिएंट का इस्तेमाल बेहतर होता है | स्किन को इरिटेट किये बिना पोर्स को साफ़ करने और डेड स्किन सेल्स को हटाने के लिए ये प्रोडक्ट्स फिजिकल एक्स्फोलिएंट की तुलना में ज्यादा असरदार साबित होते हैं | [११]
    • ध्यान रखें कि बहुत कठोरता से स्क्रब नहीं करना है अन्यथा स्किन इरिटेट हो सकती है |
    • अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो सप्ताह में एक बार से ज्यादा या हर एक सप्ताह छोड़कर एक्स्फोलिएट नहीं करना चाहिए |
    • एक्स्फोलिएट करने के बाद हमेशा स्किन को माँइश्चराइज करें |

    क्या आप जानते हैं? आप ग्रीन टी, हनी और शुगर या कोकोनट ऑइल, चीनी और लेमन जैसी चीज़ों से खुद अपना फेशियल स्क्रब बना सकते हैं।

  3. स्किन से गंदगी को साफ़ करने के लिए फेस मास्क का इस्तेमाल करें : अधिकतर मास्क सूखने पर टाइट हो जाते हैं जिससे बंद हो चुके पोर्स से गंदगी को बाहर निकालने में मदद मिल जाती है | किसी ब्यूटी स्टोर पर जाएँ और अपनी स्किन टाइप के अनुसार कोई अच्छा सा मास्क खोजें | अब, इसे पैकेज पर लिखे हुए निर्देशों के अनुसार चेहरे पर लगाकर सूखने दें | जब यह सूख जाएँ तो इसकी पपड़ी को उतार दें या धोकर साफ़ कर लें या फिर अगर आप शीत मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको सिर्फ इस मास्क को खींचकर उतारना होगा | [१२]
    • क्ले मास्क विशेषरूप से चेहरे को पोषण देते हैं और एक्टिवेटिड चारकोल से बनाये गये मास्क स्किन को डेटोक्स करने के लिए बेहतर साबित होते हैं | [१३]
    • अगर आप चाहें तो खुद घर पर नेचुरल फेस मास्क तैयार कर सकते हैं |
  4. स्किन की टॉप लेयर को हटाने के लिए केमिकल पील का इस्तेमाल करें: इन पील्स में स्ट्रोंग केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जो ऑइल, धूल, और स्किन की टॉप लेयर की डेड सेल्स को घोल देते हैं और सुंदर, बेदाग़, तरोताजा स्किन देते हैं | अगर आपने पहले कभी केमिकल पील का इस्तेमाल नहीं किया है तो इसे किसी डर्मेटोलॉजिस्ट या एसथेटिशियन से कराना ही बेहतर होगा | अन्यथा घर पर इस्तेमाल के लिए आप केमिकल पील पैड्स खरीद सकते हैं | [१४]
    • अगर आप घर पर केमिकल पील करना पसंद करते हैं तो उसके सारे इंस्ट्रक्शंस फॉलो करें | ऐसा न करने से स्किन डैमेज हो सकती है या स्किन में रेडनेस और उत्तेजना हो सकती है |
    • जब भी घर पर या किसी प्रोफेशनल से स्किन को पील कराया जाता है तो इसके बाद एक या दो दिन तक स्किन थोड़ी नाज़ुक और सेंसिटिव हो जाती है |
  5. अगर आपकी स्किन में जिद्दी अवरुद्ध पोर्स हों तो उनके एक्सट्रैक्शन के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट को दिखाएँ: डर्मेटोलॉजिस्ट पोर्स से गंदगी को जल्दी और दक्षतापूर्वक निकालने के लिए एक एक्सट्रैक्शन टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं | अगर आपको बार-बार ब्लैकहेड्स या एक्ने होते रहते हैं तो डॉक्टर आपके लिए स्पेशल स्किनकेयर ट्रीटमेंट प्लान भी कर सकते हैं | [१५]
    • ब्लैकहेड्स को हटाने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट माइक्रोनीडलिंग कराने की सलाह भी दे सकते हैं जिसमे छोटी-छोटी नीडल स्किन के अंदर डाली जाती हैं | इसके अलावा माइक्रोडर्माब्रेशन कराया जा सकता है जिसमे डॉक्टर एक हाथ में पकड़ने योग्य छोटी डिवाइस से स्किन की टॉप लेयर को एक्स्फोलियेट करते हैं | [१६]
    • पीड़ायुक्त उत्तेजना या इन्फेक्शन से बचने के लिए घर पर पोर्स के एक्सट्रैक्शन से बचें |
  6. अवरुद्ध पोर्स के मुख्य कारणों के बारे में जानने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें: स्किन के पोर्स बहुत ज्यादा पसीना आने, हार्मोन की गड़बड़ी या मेडिकेशन के कारण भी बंद हो जाते हैं | अगर आपको सामान्य से अधिक एक्ने या अवरुद्ध पोर्स होने की समस्या हायर लेवल पर हो तो डर्मेटोलॉजिस्ट से सम्पर्क करें | डर्मेटोलॉजिस्ट बंद हुए पोर्स को कम करने के लिए एक्ने ट्रीटमेंट, क्लीनजिंग रूटीन में बदलाव या कोई स्पेशल स्किन ट्रीटमेंट दे सकते हैं | [१७]
    • उदाहरण के लिए, अगर आपके पोर्स बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण बंद हो गये हैं तो डर्मेटोलॉजिस्ट आपको बार-बार चेहरा धोने की सलाह देंगे |
    • अगर एजिंग के कारण पोर्स बंद होने लगे हैं और लटकती हुई पोर्स पर खिंचाव डालती है इसलिए डर्मेटोलॉजिस्ट ऐसा ट्रीटमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं जिससे स्किन में कसावट आये |
विधि 3
विधि 3 का 3:

नेचुरल ट्रीटमेंट आजमायें

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  1. स्किन की अशुद्धियों को हटाने के लिए पार्सले को उबालकर इस्तेमाल करें: एक पॉट में पानी लेकर उसमे एक मुट्ठी पार्सले रखें और इसे उबालें | जब पानी चची तरह से उबलने लगे तब हीट बंद कर दें और पार्सले और पानी को ठंडा होने दें | पानी स्पर्श में सुविधाजनक गर्म रहने पर इसमें एक कपडा डुबायें और अतिरिक्त पानी को निचोड़कर निकाल दें | अब, इसे चेहरे पर 10 इ 15 मिनट के लिए रखें | [१८]
    • पार्सली (parsley) एक एस्ट्रिंजेंट (astringent) है इसलिए यह सिकन को साफ़ करती है और टाइट रखती है | बल्कि कुछ कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में इसके एक्सट्रेक्ट का इस्तेमाल भी किया जाता है | [१९]
    • अगर आप चाहें तो थाइम (thyme) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | [२०]
    • इस ट्रीटमेंट को हर दिन आजमायें |
  2. स्किन को क्लीन करने के लिए बेकिंग सोडा का पेस्ट बनायें: एक छोटे बाउल में 2 बड़ी चम्मच (12 ग्राम) बेकिंग सोडा और एक छोटी चम्मच (4.9 मिलीलीटर) पानी मिलकर एक पेस्ट बनाएं | इस पेस्ट से चेहरे पर मसाज करें और 5 मिनट तक लगा रहने दें और फिर धोकर साफ़ कर लें | बेकिंग सोडा के पेस्ट के सूखने पर स्किन की अशुद्धियाँ बाहर निकलने लगेंगी | [२१]
    • इसे सप्ताह में एक बार आजमायें |
  3. कोमलता से पील करने के लिए एक लेमन को अपने चेहरे पर मलें: एक नीम्बू को आधा काटें और फिर कटी हुई साइड से स्किन पर उन सभी जगहों पर मलें जहाँ पोर्स बंद हों या ब्लैकहेड्स हों | इस लेमन जूस को स्किन पर लगभग 5 मिनट तक लगाए रखें और फिर चेहरे को ठन्डे पानी से धोकर साफ़ कर लें | [२२]
    • लेमन की एसिडिटी धूल, जमी हुई गंदगी और डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करेगी | लेकिन, अगर इसे 5 मिनट से ज्यादा स्किन पर लगा रहने दिया जाए तो स्किन में उत्त्जना भी हो सकती है |
    • अगर आप 5 मिनट से पहले कोई परेशानी अनुभव करते हैं तो ठन्डे पानी से स्किन को धो लें |
  4. एक कॉटन बॉल को रोजवॉटर में डुबाकर स्किन पर मलें | रोज़वॉटर बिना किसी उत्त्जेना के स्किन को कोमलता से टोन करेगा | इसकी एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज फाइन लाइन्स और रिंकल्स को कम करने में भी मदद कर सकती हैं | [२३]
    • आप एक रोजवॉटर टोनर खरीद सकते हैं या फिर इसे घर पर भी बना सकते हैं |

सलाह

  • स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिन में 6 से 8 गिलास पानी पियें जिससे पोर्स कम दिखेंगे | [२४]

चेतावनी

  • ब्लैकहेड्स को निकालने के लिए उन्हें दबाने की कोशिश न करें | इससे ऑइल ग्लैंड्स फट सकती हैं जिससे परेशानी और बढ़ सकती है | साथ ही, स्किन ब्रेक होने पर इन्फेक्शन के प्रति काफी ज्यादा संवेदनशील हो जाती है |

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