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बैडमिंटन एक फन-स्पोर्ट है और एक्सर्साइज का एक उत्तम प्रारूप (format) है। एक नाक-आउट बैडमिंटन प्लेयर बनने के लिए आपके पास विद्युत-गति, मजबूत तकनीक और एक चालाकी भरी स्ट्रेटेजी होनी चाहिए। यदि आप पहले से बैडमिंटन खेलना जानते हैं और अपने खेल को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो आपको अपने स्ट्रेन्थ्स (strengths) को अधिकतम स्तर पर लाने के लिए और विपक्षी के कमजोरियों को भुनाने के लिए कोई रास्ता ढूँढना पड़ेगा।

विधि 1
विधि 1 का 3:

बेसिक्स (Basics) में महारथ हासिल करें

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  1. आपको हर बार शटल के राउंड रबर सेंटर (round rubber center) या “स्वीट स्पाट” पर हिट करना चाहिए। किसी भी ओवरहेड शाट को मारते समय आप शटल के ठीक सेंटर पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए इस तकनीक का अभ्यास कर सकते हैं और एक प्वाइंट बना सकते हैं। शटल को महसूस करने के लिए आप अपने हाथों से भी अभ्यास कर सकते हैं।
  2. जब शटल अपने आर्क (arc) के टॉप पर हो उसी समय उसे हिट करें: शटल द्वारा उत्पन्न किए गए गति और ऊंचाई का लाभ उठाने के लिए उसे उसके आर्क के टॉप पर रहते हुए ही हिट करें। इससे आप एक किलर ओवरहेड शाट लगाने का मौका पा सकते हैं और शटल की पोजीशन पर ज्यादा कंट्रोल रख सकते हैं। शटल के अपने नजदीक आने की प्रतीक्षा न करें वरना उसका मोमेंटम (momentum) और हाइट दोनों ही घट सकते हैं।
  3. शटल को हिट करने के बाद अपनी पुरानी स्थिति से हटें नहीं। कोर्ट के पिछले हिस्से के मध्य में वापस आ जाइए। ऐसा करने से आपके विरोधी को आपको कोर्ट में दौड़ाने और शटल को कोर्ट में ऐसी जगह हिट करने में कठिनाई होगी जहां आप पहुँच न सकें। कोर्ट के मध्य में खड़े रह कर जब आप अपने पैरों को मूव करते हुए अगले शाट के लिए तैयार होते हैं तो इससे आप एकदम “तैयार स्थिति” (position of readiness) में होते हैं। [१]
  4. शटल को बैक-लाइन की ओर हिट करने के लिए शुद्धता (precision) और ताकत की आवश्यकता होती है और ऐसा करने से आपके विरोधी को पीछे की ओर हटना पड़ेगा ओर आपके शाट को वापस करने के लिए काफी ताकत से हिट करना पड़ेगा। यदि आप इस बारे में श्योर नहीं हैं कि शटल को अगली बार कहां हिट करना है और बैक-लाइन एकदम खाली पड़ा हो तो वहीं के लिए हिट कीजिये। शुरुआत में आप शटल को बैक-लाइन से थोड़ा पहले की जगह पर पहुंचाने के लिए हिट कीजिये ताकि शटल बैक-लाइन की सीमा से बाहर न चला जाये जो आपका फाल्ट माना जाएगा।
  5. बैडमिंटन स्कवैश की तरह ही होता है जिसमें सफलता आपके कुशल फुटवर्क में होती है। यदि आप कोर्ट में फ्लैट-फूटेड (flat-footed) रहेंगे तो आप शाट्स को रिटर्न नहीं कर पाएंगे। बेहतर होगा कि आप अपने टोज़ (toes) पर रहें, किसी शॉट के रिटर्न होने की प्रतीक्षा करते समय अपने पैरों को ऊपर-नीचे करते रहें, अपने कदम आगे-पीछे और अगल-बगल करके छोटे-छोटे मूवमेंट्स करते रहें जिससे शाट को रिटर्न करने के लिए आप अपने आपको सही पोजीशन में ला सकें। सुस्त न रहें और शटल को रिटर्न करने के लिए अपने हाथों को ज्यादा दूर न ले जाएँ, इसके बजाय जब तक शटल बिलकुल सही स्थिति में न आ जाये, अपने कदमों के सहारे छोटे-छोटे मूवमेंट्स करते रहें ।
  6. चाहे आप सिंगिल्स खेल रहे हों या डबल्स, शॉट सर्व आपके विरोधी को चौंका देगा। चूंकि उसे इसकी बिलकुल उम्मीद नहीं होगी इसलिए इस सर्व को रिटर्न करने के लिए संभवतः वह दौड़कर शटल तक न पहुँच पाये। शार्ट सर्व करने के लिए शटल को हल्के से हिट नहीं करना चाहिए वर्ना शटल कोर्ट के आप वाले हिस्से में ही गिर जाएगा। इसलिए, शटल को एक हायर कांटेक्ट प्वाइंट पर हिट करें और रैकेट के सामने ड्राप करने के बजाय उसके ज्यादा नजदीक ड्राप करें। [२]
  7. जब आप सिंगिल्स खेल रहे हों तो लाँग सर्व के द्वारा शटल को सर्विस लाइन के पीछे तक पहुंचाने से आपका विरोधी चौंक जाएगा। यदि वह शटल के सामने खड़ा हुआ होगा तो इसे पूर्णतया मिस कर सकता है या संभवतया उसके पास इस शाट को रिटर्न करने के लिए पर्याप्त ताकत नहीं होगा। लाँग सर्व करने के लिए जब आप रैकेट को पीछे की ओर मोमेन्टम उत्पन्न करने के लिए लगभग अपने कंधे के लेवेल तक ले जाते हैं तो शटल को हिट करने के लिए सामने की ओर स्विंग करने से ठीक पहले शटल को अपने सामने ड्राप करें। [३]
  8. हमेशा शटल को हिट करने का प्रयास करें।
विधि 2
विधि 2 का 3:

अपने विरोधी के कमजोरियों का फायदा उठाएँ

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  1. जब आप किसी नए विरोधी के साथ खेल रहे हों तो चाहे आप किसी प्रतिस्पर्धा में खेल रहे हों या किसी पारिवारिक आउटिंग के समय मैत्रीपूर्ण गेम खेल रहे हों, वार्म-अप होते समय ही आप अपने विरोधी के खेल का आकलन करें। आपको कुछ मुख्य बातों पर ध्यान देना चाहिए: आपका विरोधी आक्रामक खिलाड़ी है या सुरक्षात्मक, उसका फोर-हैंड शाट ज्यादा तगड़ा है या बैक-हैंड शाट, उसमें क्या कमजोरियाँ हैं जैसे कि धीमा फुटवर्क या ड्राप शाट्स का कमजोर रिटर्न, जिनका आप फायदा उठा सकते हैं।
  2. आप हर शॉट को विरोधी के कोर्ट में एक ही स्थान पर न मारें अन्यथा आपका विरोधी हर बार आपके शाट की अगली जगह को पहले ही समझ जाएगा। इसके बजाय, आप शाट्स को मिक्स करें जैसे कि एक ड्राप शाट हिट करने के बाद एक शाट बेस-लाइन पर करें या अपने विरोधी को कोर्ट में दायें और बायीं ओर दौड़ायें। कोर्ट में आगे और पीछे की ओर दौड़ना काफी मुश्किल होता है बशर्ते कि आपके वोरोधी के पास बेहद फुर्तीले पैर न हों।
  3. अधिकतर खिलाड़ियों का बैक-हैंड कमजोर होता है इसलिए उसके बैक-हैंड की ओर शाट लगाकर यह देखें कि कहीं वह कम ही शाट्स तो रिटर्न नहीं कर पा रहा है। यदि ऐसा हो तो अपने विरोधी के कमजोर बैक-हैंड का फायदा उठाते जायें।
  4. जब आप नेट के नजदीक हों तो शटल को धीमे से नजदीक के लक्ष्य के लिए हिट करें ताकि शटल बस आपके विरोधी की तरफ पहुँच ही जाये। इससे आपके विरोधी को दौड़ना पड़ेगा और वह चौंक भी जाएगा। यदि आपका विरोधी बेस-लाइन के नजदीक खड़ा होगा तो यह एक अच्छी तकनीक साबित होगी। यदि आपकी समझ से आपका विरोधी यह जानता है कि आप शार्ट शाट लगाने वाले हैं तो आपको शटल को अपने विरोधी के ऊपर से या किसी अन्य साइड में फ्लिक करना पड़ेगा और यदि आपने ऐसा नहीं किया तो आपका विरोधी शटल को आपके बैक-लाइन के नजदीक पहुंचा देगा।
  5. यदि आपका विरोधी शटल सीधा आप पर ही हिट करता है तो उसे उसके उम्मीद के विपरीत उसकी ही दिशा में हिट करने के बजाय किसी अन्य दिशा में हिट करें। यह स्ट्रेटेजी विशेष रूप से तब और ज्याद कारगार होती है जब शटल में काफी मोमेंटम पैदा हो चुका हो। यदि आपके पैरों में फुर्ती हो तो आप शटल की दिशा बदल सकते हैं ताकि आपके विरोधी को तेज गति से मूव करती हुई शटल का उचित जवाब देने के लिए पर्याप्त समय ही न मिल सके।
  6. ड्राप शाट हिट करने के बाद एक शाट कोर्ट के पीछे की तरफ हिट करें: यदि आपने ड्राप शाट में महारथ हासिल कर लिया हो तो इसका प्रयोग करके अपने विरोधी को नेट के नजदीक दौड़ कर आने के लिए बाध्य करें। इसके बाद अगले शाट को कोर्ट के पिछले हिस्से में रिटर्न करें। इससे न केवल आपके विरोधी को अपने पैरों की फुर्ती दिखानी पड़ेगी बल्कि वह चौंक भी जाएगा। इस तरीके से आप अपने विरोधी को थका भी सकते हैं।
  7. अपने विरोधी को आपके स्टाइल से गेम खेलने के लिए बाध्य करें: यदि आपको नेट के नजदीक रहना पसंद है तो शार्ट सर्व करें, ड्राप शाट्स हिट करें और वो सब कुछ करें जिससे आपका विरोधी शटल को आपके बैक-लाइन तक हिट ही न कर पाये। यदि आपको बैक-लाइन के पास रहना ज्यादा अच्छा लगता है तो लाँग सर्व करें और तेज गति वाले लंबे शाट्स हिट करें ताकि आपके विरोधी के पास आपको नेट के नजदीक आने के लिए बाध्य करने का कोई मौका ही न रहे। जब आप अपने स्टाइल से गेम खेल रहे हों तो अपने स्ट्रेन्थ्स को अधिकतम पर लायें और अपने विरोधी को सारा नियंत्रण खोने पर मजबूर करें।
विधि 3
विधि 3 का 3:

ऐडवांस्ड टेकनीक्स में महारथ हासिल करें

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  1. ऐसा करने से शटल स्पिन करने लगेगी और किसी अप्रत्याशित दिशा में गिर जाएगी। अपने नेट शाट को स्लाइस करने के लिए, फारवर्ड मोशन शुरू करें जैसा आप नार्मली करते हैं और उसके बाद जैसे ही आप शटल के सेंटर के लम्बवत (perpendicular) दिशा में रैकेट को स्लाइस करें, रैकेट को अंदर की तरफ (inward) मूव करें। आपका विरोधी इस उम्मीद में रहेगा कि आप शटल को सीधा सामने की ओर हिट करेंगे जबकि वास्तव में शटल स्पिन करती हुई आपके कोर्ट को क्रास करके विरोधी के कोर्ट में पहुँच जाएगी। [४]
  2. ऐसा करने के लिए रैकेट को स्लाइस करें या उसे शटल के हवा में रहते हुए ही उसके सेंटर के लम्बवत मूव करें। इससे शटल का मोमेंटम काफी हद तक कम हो जाएगा और वह विरोधी के कोर्ट में नेट के नजदीक तेजी से गिर जाएगी।
  3. जब आप शटल को अपनी पूरी ताकत से उस समय हिट करते हैं जब वह अपने आर्क के टॉप पर हो तो इसे स्मैश करना कहते हैं। शुद्धता (precision) के लिए अपने खाली हाथ को शटल की दिशा में ऊपर की ओर ले जाएँ और उसे बाद रैकेट को अपने सिर के ऊपर से स्विंग करते हुए शटल के सेंटर में हिट करते हुए उसे विरोधी के कोर्ट में नीचे की ओर स्मैश करें। ये बिलकुल वैसा ही होता है जैसे टेनिस में सर्व करते समय होता है।
    • जब आप शटल को स्मैश कर रहे हों तो निशाना उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना कि ताकत। शटल को ब्लाईंडली (blindly) सिर्फ पूरी ताकत से हिट ही नहीं करना होता है बल्कि आपको उसे अपने विरोधी से अधिक से अधिक दूरी पर या सीधा उसके शरीर के ऊपर ही हिट करना होता है ताकि वह चौंक जाये।
  4. जब आप स्टैंडर्ड स्मैश में महारथ हासिल कर लें तो आप शटल को स्मैश करने से पहले ऊपर जम्प करने का अभ्यास करें। इससे आपको और अधिक मोमेंटम मिलेगा जिसके कारण शटल और ज्यादा तेजी से विरोधी के कोर्ट में गिरेगी। जिस दिशा में आप शटल को हिट करना चाहते हैं उस दिशा में अपने छाती और शरीर को ले जाते हुए मात्र एक या दो फीट ऊपर जम्प करके शटल को उसके आर्क के सेंटर में स्मैश करें।
  5. स्मैश का प्रयोग तब करना चाहिए जब शटल हवा में ऊंचाई पर हो और उस तक पहुँचने के लिए आपके पास काफी समय हो—इसका अंत प्वाइंट के आपके पक्ष में जाने से होना चाहिए। यदि आप हर अवसर पर शटल को स्मैश करेंगे तो आपकी भुजाएँ थक जाएंगी और किसी गलत मौके पर आपके स्मैश से शटल नेट में टकरा जाएगी।
  6. एक शुरुआती खिलाड़ी शटल को नेट के उस पार हिट करने मात्र से ही खुश हो जाता है। एक बेहतरीन खिलाड़ी यह समझता है कि बेडमिंटन का एक अच्छा गेम शतरंज के गेम की तरह ही होता है जिसमें आपको अपने शाट को चतुराई से उस जगह पर हिट करना होता है जिस जगह पर आप चाहते हैं कि आपका विरोधी जाये ताकि आप दूसरा शाट उसके अनुसार हिट कर सकें। हमेशा अपने अगले मूव को प्लान करें और अपने विरोधी से एक चाल आगे की सोचें।

सलाह

  • अपने विरोधी को हमेशा कोर्ट में चारो ओर दौड़ाते रहें ताकि वह थक जाये।
  • यदि आपके विरोधी का स्कोर आपसे बहुत ज्यादा हो गया हो तो भी परेशान न हों। इससे आपके खेल पर खराब प्रभाव पड़ेगा। इमोशन में बहुत शक्ति होती है।
  • ज्यादा स्टैमिना होना और सही शेप में बने रहना वास्तव में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसलिए एकसरसाइज़ आपके अभ्यास का एक मेजर हिस्सा होना चाहिए।
  • यदि आपका विरोधी शटल को आपके नेट के ऊपर से हल्के से आपके कोर्ट में डाल कर पीछे के ओर भागता है तो आप भी वैसा ही शाट खेलें। आपके विरोधी के लिए अपने दौड़ की दिशा को बदल कर वापस लौट के आना बेहद मुश्किल होगा। यदि वह पीछे की ओर नहीं दौड़ता है तो शटल को जितना आपके लिए संभव हो उतना पीछे की ओर हिट करें।
  • अभ्यास, अभ्यास, अभ्यास। लोग सच ही कहते हैं कि अभ्यास करने से व्यक्ति परफेक्ट हो जाता है।
  • डबल्स खेलते समय दोनों विरोधियों के बीच में शटल को हिट करके उनको कनफ्यूज करें ताकि उन्हें समझ में ही न आए कि दोनों में से किसे वह शाट खेलना चाहिए।
  • हर प्वाइंट के बाद स्कोर को बोल के बताइये क्योंकि आपको नहीं पता कि गेम जीतने के लिए कब आपका विरोधी स्कोर में धांधली कर देगा।
  • हाइड्रेटेड बने रहें, इससे मदद मिलती है।
  • इसको या अन्य किसी भी खेल को खेलने से पहले वार्म-अप हो लें ताकि आप बेहतर खेल सकें और आपको चोट भी न लगे।
  • कुशल फुटवर्क का प्रयोग करें। सेंटर से एक या दो कदम ही चलकर आपको अपने शाट्स तक पहुँच जाना चाहिए। किसी डरी हुई मुर्गी की तरह पूरे कोर्ट में दौड़ते न फिरें। अपने रैकेट-फूट (Racquet foot) के सहारे "तिरछी चाल” (Sashay) से अपने शॉट तक पहुँचें।

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • बोर्ड शार्ट्स
  • 2-4 खिलाड़ी
  • बेडमिंटन कोर्ट
  • बेडमिंटन नेट
  • रैकेट
  • शटलकाक्स
  • अच्छे स्पोर्ट्स शूज

विकीहाउ के बारे में

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