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मोटरसाइकल चलाने में गियर बदलना बहुत की महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है। देखने में यह बहुत चुनौतीपूर्ण काम लगता है, मगर गियर बदलना दरअसल बहुत ही सरल प्रक्रिया है। आप गियर कैसे बदलेंगे, यह इस पर निर्भर करेगा कि आपकी मोटरसाइकल में मैनुअल ट्रांसमिशन (manual transmission) है या सेमी-ऑटोमेटिक (semi-automatic) ट्रांसमिशन।

विधि 1
विधि 1 का 2:

मैनुअल ट्रांसमिशन में गियर बदलना

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  1. क्लच (clutch), थ्रौटल (throttle) तथा गियर शिफ्टर (gear shifter) पहचान लीजिये: क्लच, सामने की ओर, बाएँ हैंडग्रिप (handgrip) में होता है। इसका काम इंजन के टोर्क (torque) को ट्रांसमिशन तक पहुंचाना होता है। थ्रौटल दाईं हैंडग्रिप में होता है। थ्रौटल को मरोड़ने से इंजन का आरपीएम (RPM) बढ़ता है [१] जिससे इंजन बंद नहीं होने पाता। गियर शिफ्ट, सामने की ओर बाएँ फ़ुट पेडल (foot pedal) में स्थित एक छड़ होती है। इससे एक से दूसरे गियर में आ जा सकते हैं। निम्न का अभ्यास करिए:
    • क्लच लीवर (lever) को दबाइए, और फिर उसे धीरे-धीरे छोड़िए।
    • तेज़ चलाने के लिए थ्रौटल को मोटरसाइकल के पीछे की ओर मरोड़िए ("रोल ऑन")।
    • धीमा चलाने के लिए थ्रौटल को मोटरसाइकल के सामने की ओर मरोड़िए (("रोल ऑफ")।
    • मोटरसाइकल को पहले गियर में डालने के लिए गियर शिफ़्ट को नीचे को दबाइए। यह तभी होगा जब आप न्यूट्रल या दूसरे गियर में हों, अन्यथा, गियर शिफ़्ट को नीचे दबाने से आप बस निचले गियर में ही जाएँगे।
    • शेष गियरों पर पहुँचने के लिए गियर शिफ़्ट को ऊपर की ओर ले जाइए। मैनुअल मोटरसाइकलों में अधिकतर यही गियर पैटर्न होता है कि पहला नीचे होगा और चौथा या पाँचवाँ वगैरह ऊपर होगा। न्यूट्रल, पहले और दूसरे गियर के बीच में होता है।
  2. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    मोटरसाइकल स्टार्ट करने के लिए क्लच को दबा कर, स्टार्टर बटन दबाइए: यह सुनिश्चित करिए कि आप न्यूट्रल में खड़े हों। मीटर कंसोल पर न्यूट्रल का संकेत "N" पर जलती हुई हरी रोशनी होती है; सभी नई बाइक्स (bikes) में यह फ़ीचर होता ही है। इस समय, आपको बाइक की गद्दी पर बैठा होना चाहिए। [२]
  3. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    थ्रौटल को बंद करके, और क्लच को पूरी तरह दबा कर शुरू करिए। उसी समय शिफ्टर को नीचे दबा कर गियर शिफ़्ट को पहले गियर पर ले जाइए। उसके बाद, धीरे-धीरे थ्रौटल बढ़ाइए और क्लच को तब तक धीरे-धीरे छोड़ते जाइए जब तक कि मोटरसाइकल धीरे से आगे न बढ्ने लगे। इसकी बाद थ्रौटल को बढ़ाना शुरू करिए और क्लच को पूरा छोड़ दीजिये।
    • क्लच लीवर छोड़ने में जल्दी मत करिए, तथा थ्रौटल और क्लच को तब तक कोओर्डिनेट करते रहिए जब तक कि मोटरसाइकल चलने न लगे। जैसे-जैसे मोटरसाइकल की स्पीड बढ्ने लगे, क्लच लीवर को स्मूथली (smoothly) और धीरे-धीरे छोड़ते रहिए। [३]
  4. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    उच्च गियरों पर जाने के लिए, ऊपर की ओर शिफ़्ट करिए: जब आप उच्च गियर में जाने लायक पर्याप्त स्पीड (speed) पा लें, तब क्लच को दबाने के साथ ही थ्रौटल को पीछे की ओर मरोड़िए (बंद करिए)। अपने बाएँ पैर के पंजे को शिफ़्ट खूँटी के नीचे रखिए और उसे जितना ऊपर उठा सकते हैं उतना उठाइए। गियर शिफ़्ट को झटके से ऊपर की ओर धकेल-धकेल कर और ऊँचे गियरों में जाते रह सकते हैं। एक धक्के से दूसरे में जाते हैं, अगले से तीसरे में और उसके बाद चौथे में या उससे आगे जाते रह सकते हैं। नोट: अनुभवी चालक को ऊँचे गियरों में जाने के लिए क्लच दबाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। वह बस अपने पैर से धीरे से शिफ़्ट को ऊपर उठाता है, और फिर, जब वह थ्रौटल को कम करता है, अपने आप अगला गियर लग जाएगा। ऐसा करने के लिए थोड़े अभ्यास की ज़रूरत पड़ेगी, मगर इसमें समय बचेगा, और क्लच प्लेटों की ज़िंदगी भी कुछ बढ़ जाएगी।
    • अगर आप पहले गियर में होंगे और केवल आधे तक उठाएंगे, तब आपको न्यूट्रल मिल जाएगा।
    • अगर आप क्लच छोड़ते हैं, थ्रौटल मरोड़ते हैं और कुछ नहीं होता है, तब आप न्यूट्रल में हैं, इसलिए क्लच को दबाइए और फिर से ऊपर लिफ़्ट करिए।
    • अगर आपसे ग़लती से कोई गियर छूट जाये, तब भी चिंता मत करिए। इससे बाइक को तब तक कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, जब तक कि आप यह सुनिश्चित करते रहेंगे कि आपका थ्रौटल उस गियर के हिसाब से है जहां आप शिफ़्ट करके पहुँच गए हैं। [४]
  5. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    क्लच को दबा कर थ्रौटल को पीछे को मरोड़िए ("बंद करिए")। गियर शिफ़्ट की खूँटी को नीचे को दबाइए, फिर उसे छोड़ दीजिये। क्लच और थ्रौटल को स्मूथली (smoothly) एक दूसरे के साथ उस स्पीड से मैच (match) करने के लिए एडजस्ट (adjust) करिए जिस पर आप अभी चल रहे हैं। अगर आप रुकने वाले हैं, तब थ्रौटल को बंद रखिए, क्लच को दबाये रहिए और शिफ्टर को तब तक दबाते और छोड़ते रहिए जब तक कि आप पहले गियर में नहीं पहुँच जाते हैं। [५]
विधि 2
विधि 2 का 2:

सेमी-ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में गियर बदलना

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  1. सेमी-ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली मोटरसाइकल में गियर बदलने के लिए आपको बस इंजन को थ्रौटल और गियर शिफ़्ट का इस्तेमाल करना है। [६] सेमी-ऑटोमेटिक में, क्लच और गियर शिफ़्ट आपस में सम्बद्ध होते हैं, इसलिए गियरशिफ़्ट के इस्तेमाल से दोनों कंट्रोल एक साथ एक्टिवेट (activate) हो जाते हैं।
  2. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    बाइक पर बैठिए और गियर बदलने की शुरुआत करने से पहले सुनिश्चित कर लीजिये कि आप न्यूट्रल में हों।
  3. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    यह बहुत ही बेसिक प्रक्रिया है, चूँकि आपको बस इंजन को थ्रौटल करना है और गियर शिफ़्ट को एक क्लिक नीचे दबाना है। हमेशा ही गियर शिफ़्ट को एक पायदान नीचे दबाने से पहला गियर मिलता है, जबकि बाकी सभी गियर पाने के लिए गियर शिफ़्ट को ऊपर उठाना पड़ता है।
  4. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    ऐसा करने के लिए उसी प्रक्रिया का इस्तेमाल करिए जो आपने पहले गियर में जाने के लिए की थी। इंजन को थ्रौटल करिए और अपने पंजे से गियर शिफ़्ट को ऊपर की ओर उठाइए। उसे एक क्लिक धकेलने से वह दूसरे गियर में जाएगा, और एक बार और करने से तीसरे में जाएगी और इसी तरह आगे जाती रहेगी।
  5. Watermark wikiHow to मोटरसाइकल में गियर (gear) बदलें
    धीमे होने और अंततः रुक जाने के लिए, गियर शिफ़्ट को नीचे को दबा कर आप आप निचले गियरों में आ सकते हैं। जब आप रुकें तब हमेशा अपनी बाइक को न्यूट्रल में रखिए।

सलाह

  • मुसीबत में पड़ने और दुर्घटनाओं से बचने का सबसे आसान तरीका है कि मुसीबत आने, या आप तक उसके पहुँचने से पहले ही उसे पहचान लिया जाये।
  • एक बार उठाने, या एक बार दबाने से एक गियर बदलता है। आप शिफ़्ट खूँटी को एक बार उठा कर सीधे पहले से पांचवें गियर में नहीं पहुँच सकते। हर बार उठाने या दबाने से ही उसे रीसेट (reset) किया जा सकता है।
  • जब आप अपनी बाइक को सड़कों या राजमार्गों पर ले जाएँ, तब अपनी नज़रें सामने रखिए, ताकि आप रास्ते में आने वाली मुसीबतों को समय पर देख सकें। समय-समय पर रियर व्यू मिरर देखते रहिए ताकि आप उन लोगों को देख सकें जो कि आपको नहीं देख रहे हों।
  • जब हरी बत्ती हो जाये, तब यह सुनिश्चित करने के लिए पहले दाएँ, फिर बाएँ और फिर एक बार दाएँ देखिये कि कोई ऐसा तो नहीं “जो पीली रोशनी बीट (beat) करने की कोशिश कर रहा हो।” लाल बत्ती तोड़ कर भागने वाले के सामने से निकलने से किसी का भी अच्छा दिन खराब हो सकता है।
  • जब इंजन ठंडा हो, तब पूरा थ्रौटल मत मरोड़ दीजिये, वरना आपका इंजन खराब हो जाएगा, इसलिए उसे पहले गर्म हो जाने दीजिये।
  • जब बहुत उच्च स्पीड पर हों तब पहले हल्के से आगे वाला ब्रेक लगाइए और फिर उसे धीरे-धीरे कसते हुये अपनी पसंद की स्पीड तक पहुँच जाइए, और उसके बाद ब्रेक पर से धीमे से दबाव कम कर दीजिये। बाइक को स्टेबिलाइज़ (stabilize) करने के लिए हल्का सा पिछला ब्रेक भी लगाइए।
  • आधुनिक बाइकों में रुकने के लिए आगे वाले ब्रेक का इस्तेमाल किया जाता है, ऊँची स्पीड पर पिछला ब्रेक बहुत प्रभावी नहीं होता है।
  • आदत यह डाल लीजिए कि जब पहिये घूम रहे हों तभी आप गियर नीचे शिफ़्ट कर लें। कभी-कभी, जब मोटरसाइकल रुक जाती है, तब गियर के “दांते” ऐसी स्थिति में अटक जाते हैं कि गियर नीचे लाना तब तक असंभव हो जाता है, जब तक कि आप क्लच छोड़ नहीं देते।
  • कुछ आधुनिक मोटरसाइकलों में स्पीडोमीटर कंसोल पर डिजिटल डिस्प्ले होता है जहां दिखता है कि आप अभी किस गियर में हैं।
  • आपके नकल्स (knuckles) ऊपर आसमान की ओर होने चाहिए, विशेषकर नौसिखियों के, ताकि बाइक के थ्रौटल को पहले गियर में ही बहुत अधिक न मरोड़ दें। [७]
  • जब भी किसी स्टॉप लाइट पर रुके हों तब हमेशा पहले गियर में ही रहिए। हरी लाइट पर इंतज़ार करते समय, सदैव भागने का रास्ता देख कर रखिए, और समय-समय पर रियरव्यू मिरर में देखते रहिए। ताकि अगर आपके पीछे कुछ गड़बड़ हो, तब आप तुरंत भाग जाइए!

चेतावनी

  • जब ऊँचे गियर पर जा रहे हों, तब इंजन की आवाज़ सुनिए। अगर बहुत नीची गुर्राहट हो रही हो, तब नीचे वाले गियर पर आ जाइए। अगर ज़ोर से व्हाइनिंग (whining) की आवाज़ हो रही हो, तब ऊँचे पर जाइए।
  • जब निचले गियरों पर जा रहे हों, तब एक बार में, एक ही गियर नीचे जाइए।
  • जब आप न्यूट्रल से पहले गियर पर जा रहे हों, तब सुनिश्चित करिए कि आप क्लच धीरे-धीरे छोड़ें बस यह देखने के लिए कि आप सचमुच में न्यूट्रल पर हैं कि नहीं। अगर आप गियर में होंगे, और क्लच जल्दी से छोड़ देंगे, तब या तो गाड़ी बंद हो जाएगी (जो सबसे अच्छा होगा), या अनायास आगे को कूद जाएगी।
  • अगर आप ऊँचे गियर पर शिफ्ट नहीं करेंगे, तब इंजन रेव लिमिटर (rev limiter) पर पहुँच जाएगा, और कुछ समय में आपका इंजन फट भी सकता है।
  • अगर आपके गियर बदलने पर थोड़ी "घिसने" की आवाज़ आती है, तब जेट्टिंग की सेटिंग (jetting settings) को थोड़ा बदल कर देखिये ताकि वह ठीक हो जाए।

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ५२,०१५ बार पढ़ा गया है।

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