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ऐसे बहुत से आदमी होते हैं जिनके लिए लड़कियां पिकअप करना बहुत आसान काम होता है, मगर वे ये नहीं बता पाते कि वे ऐसा करते किस तरह से हैं। ये गाइड उन सबसे दुर्भाग्यशाली (स्ट्रेट) लोगों की सहायता करने के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि वे डेट करने के कुछ बेसिक प्रिंसिपल जान सकें और एक ऐसा अप्रोच डेवलप कर सकें जिससे किसी लड़की से पहली बार साथ चलने के लिए पूछने पर इनको अधिकतर “हाँ” शब्द सुनने का मौका मिलने में सहायता मिल सके।
चरण
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अपने होराइज़न (horizon) का विस्तार करिए: यह सोचना बंद करिए कि डेट करने के लिए आपको लड़की केवल तभी मिल सकती है जबकि आप किसी पार्टी या पब में जाएंगे। आप नहीं जानते कि अगर आप अपने कार्ड्स ठीक से खेलेंगे, तब आपको कब और कहाँ वो लड़की मिल जाएगी जो आपके साथ रात को बाहर जाने के लिए तैयार हो जाएगी। वो कहावत “सागर में मछलियों की कमी नहीं है,” इसी तथ्य को बताती है। अगर आप लड़की को पिकअप करना चाहते हैं, तब तब आप जहां भी जाते हैं, वहाँ अपनी आँखें खुली रखिए: काम पर, कफ़े में, सड़क पर, मतलब किसी भी सार्वजनिक जगह पर। मगर इसके साथ ही इन बातों का ध्यान भी रखिएगा: [१] X रिसर्च सोर्स
- सुपरमार्केट में पिकअप कठिन जोता है। अधिकांश लोग किसी ग्रोसरी स्टोर या बैंक इसलिए नहीं जाते हैं क्योंकि उनको वहाँ पर रोमांस तलाश करना होता है, इसी कारण से वह पारंपरिक ज्ञान जिसमें कहा गया है कि बार, क्लब और पार्टियां ही संभावित डेट्स से मिलने की सबसे अच्छी जगहें होती हैं, सही लगता है। अगर आप लड़कियों को ऐसी जगह पिकअप करने की कोशिश करते हैं, जहां उन्हें जीवन की जरूरतें पूरी करने के लिए जाना होता है, तब किसी अच्छे रिसपोन्स की उम्मीद मत ही करिए।
- उसकी जगह, ऐसी जगहों के बारे में सोचिए जहां लोग इसलिए जाते हैं क्योंकि वे बाहर घूमना फिरना चाहते हैं, जैसे कि ओपेन एयर मार्केट, कफ़े, या ऐसी ही कोई दूसरी जगहें। संभावना यही है, कि ऐसी जगहों पर लड़कियां, नए लोगों से मिलने के संबंध में कुछ अधिक रिसेप्टिव होंगी क्योंकि वे वहाँ पर किसी ज़रूरी काम से नहीं आई होंगी।
- अगर आप यह आशा नहीं कर रहे हैं कि आप कामदेव बनेंगे (नोट: अगर यही आपका प्लान है तो आप सफल नहीं होंगे), तब किसी को भी हिट करने से पहले “रिंग टेस्ट” कर लीजिये। क्या वह लड़की किसी भी रिंग फ़िंगर में बैंड या हीरे की अंगूठी (या दोनों) पहने हुये है? अगर ऐसा है तब शायद वो शादीशुदा है (अगर अंगूठी बाएँ हाथ की उंगली में है) या शादी के लिए एंगेज्ड है (अगर अंगूठी दायें हाथ की उंगली में है)। उसका सम्मान करिए और उसे अकेला छोड़ दीजिये।
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(स्ट्रेट) लड़का-लड़की डायनामिक को समझिए: हालांकि यह हर देश में फ़र्क होता है, मगर आम तौर पर, पश्चिमी जगत (अर्थात यूरोप, ऑस्ट्रेलिया तथा उत्तरी अमरीका) में एक स्पष्ट पैराडाइम (paradigm) होता है जो यह डिफ़ाइन करता है कि पुरुष और स्त्री विपरीत सेक्स में किस चीज़ को आकर्षक समझते हैं। हालांकि यह है तो बहुत जटिल, मगर बेसिक स्तर पर यह इस तरह काम करता है: महिलाएं प्राइमरी तौर पर सामाजिक पावर और प्रभाव की ओर आकर्षित होती हैं; पुरुष प्राइमरी तौर पर फ़र्टिलिटी (fertility) तथा स्वास्थ्य की ओर आकर्षित होते हैं (इसी कारण से पश्चिमी सभ्यता, महिलाओं को युवा दिखाने के लिए व्याकुल रहती है)।
- ऐसी दुनिया भर की चीज़ें हैं जो पुरुष यह दिखाने के लिए कर सकते हैं कि उनके पास सामाजिक पावर है, और इस प्रकार वे अधिक आकर्षक बन सकते हैं। स्ट्रॉंग सेंस ऑफ स्टाइल या चतुराईपूर्ण सेंस ऑफ ह्यूमर विकसित करने के बारे में सोच कर देखिये। संपत्ति का होना, सामाजिक पावर का एक स्ट्रॉंग डिस्प्ले होता है, और इसी कारण से कुछ लोग कार तो शानदार रखते हैं, हालांकि वे रहते ग़रीबी में हैं। सोचिए कि आप अपनी स्ट्रेन्थ्स को दिखने के लिए किस प्रकार अपनी ज़िंदगी को एक्सेन्चुयेट (accentuate) कर सकते हैं।
- यह दिखावा करने के लिए कि आपके पास सामाजिक पावर है, सबसे बेसिक तथा उपयोगी तरीका यह है कि आप कॉन्फ़िडेंट रहें। आत्मविश्वास से भरे तरीके से व्यवहार करके और बातें करके, आप यह दिखा सकते हैं कि आपको दूसरे पुरुषों से कोई डर नहीं है, और इसी कारण से आप उनकी तुलना में और अधिक पावरफुल दिखाई पड़ते हैं। इसीलिए अक्सर कहा जाता है कि डेटिंग के संसार में कॉन्फ़िडेन्स ही सब कुछ है। कॉन्फ़िडेंट बनिए , और पिकअप के खेल में बाकी सभी बातें, महज़ डिटेल्स रह जाती हैं; कॉन्फ़िडेंस न दिखा पाइए, और समझ लीजिये कि डेट्स पाने के लिए आपको संघर्ष करते ही रहना पड़ेगा। [२] X रिसर्च सोर्स
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खुद ही बने रहिए, मगर अपना सर्वश्रेष्ठ सेल्फ़: जाली नहीं होना बहुत महत्वपूर्ण है। लड़कियां बहुत पर्सेप्टिव (perceptive) होती हैं और अगर आप जो नहीं हैं, वो होने का दिखावा करके उनका अपमान कर रहे होंगे, तब वो आपको कभी भी सीरियसली नहीं लेंगी। वहीं दूसरी ओर, महिलाएं किसी भी गंदगी को साफ़ करने की भी इच्छुक नहीं होती हैं। किसी भी लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप का लाभ यह होता है कि आपको अपनी चिंताओं और भय किसी ऐसे के साथ शेयर करने की स्वतन्त्रता होती है, जो आपसे प्यार करता है, मगर अभी, आप किसी लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप में नहीं है – आप तो बस किसी प्यारी सी स्माइल और फ़नी टी शर्ट वाली के बग़ल में खड़े हो कर अपने कपड़े धो रहे हैं। पर्सपेक्टिव (perspective) मत गंवा दीजिए। पिकअप वह मौका होता है जब आप अपने बारे में वो सब कुछ दिखा सकते हैं, जिसे पसंद किया जा सकता है, न कि अपने दुखड़े किसी ऐसी लड़की को सुनाना शुरू कर देना का मौका, जिसने दया करके आपकी बात सुननी शुरू कर दी हो। [३] X रिसर्च सोर्स
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अपनी बॉडी लैंगवेज को ठीक कर लीजिये: बॉडी लैंगवेज का मतलब सीधा खड़े होना और आई कॉन्टेक्ट बनाना मात्र ही नहीं है: यह तो एक पूरा पैकेज होता है, अर्थात वो सभी चीज़ें जो आप कम्युनिकेट करने के लिए करते हैं और जो कि आपके मुंह से निकले हुये शब्दों के रूप में नहीं होती है। बॉडी लैंगवेज वो प्राइमरी तरीका है जिससे मनुष्य अपनी इमोशनल स्टेट के बारे में एक दूसरे से कम्युनिकेट करते हैं, जिसके कारण अगर आप डेटिंग के खेल में महारत हासिल करना चाहते हैं, तब यह आपके सीखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण “भाषा” हो जाती है। मोटे तौर पर इनको कहा जा सकता है: [४] X रिसर्च सोर्स
- कम आई कॉन्टेक्ट की तुलना में, अधिक आई कॉन्टेक्ट बेहतर होता है।
- जब भी आई कॉन्टेक्ट हो तब मुस्कुराइए। मुस्कुराने से पहले नज़रें मत हटाइएगा।
- घूरना नहीं है। अगर आप किसी लड़की से बातें कर रहे हों, तब उसके शरीर पर निगाहें दौड़ाने से बचने के कोशिश करिए।
- ओपेन स्टांस (stance) एडोप्ट करिए: पैर और बाँहें क्रॉस नहीं हों, कंधे पीछे, सिर लेवेल। इससे आप कॉन्फ़िडेंट, रिलैक्स्ड, तथा रिसेप्टिव लगेंगे।
- बुदबुदाइए मत। साफ़-साफ़, बिना डरे बोलिए।
- जब आप उस व्यक्ति से बातें करें, जिसमें आपकी दिलचस्पी हो, तब उसकी ओर थोड़ा झुक जाइए। अगर आप बैठे हो, तब सिर को थोड़ा आगे की ओर ले आना भी काफ़ी है।
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कभी भूलिए मत: बॉडी लैंगवेज पावरफुल होती है, मगर यह सदा स्पष्ट हो, ऐसा नहीं होता। जैसे कि, जब लोग किसी की ओर आकर्षित होते हैं, तब अपने शरीर के उन भागों को छूने लगते हैं जिनको वे आकर्षक समझते हैं। कोई लड़की अगर आपसे बातें करते समय अपने होंठ या अपने सीने को छूती रहे, तब शायद वो आपमे इंटरेस्टेड हो; मगर यह भी हो सकता है कि उसे बस खुजली हो रही हो। आपकी नज़र में जो भी चीज़ें आपको संकेत लगती हों, उन्हें संदेह की नज़र से देखिये।
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यह मंत्र सीख लीजिये: करो या मरो । अगर कोई लड़की आपकी ओर आकृष्ट हो, तब क्या आप यह नहीं चाहेंगे कि तीन साल बाद बताने की जगह, वो आपको अभी ही बता दे? लड़कियों को भी ऐसा ही लगता है। इसीलिए किसी लड़की का दिल जीतने के लिए धीरे-धीरे उससे चिकनी चुपड़ी बातें करने की कोशिश से कभी काम नहीं चलता: महिलाएं चाहती हैं कि आदमी सीधे आ कर उनसे बता दे कि उसे कैसा लग रहा है। अगर वह सचमुच में डेट पाने के लिए इंटरेस्टेड है, तब उसे मौका पाने के लिए, रिजेक्ट होने का जोखिम लेने के लिए तैयार होना चाहिए।
- यहाँ तक कि जो लड़कियां आप पर बुरी तरह से लट्टू होंगी, वे भी आपके पूछने का इंतज़ार करती ही नहीं रहेंगी। वे या तो यह निर्णय कर लेंगी, कि आप उनकी ओर इतने आकृष्ट नहीं हैं और आपको छोड़ देंगी, या यह कि आप उतने आकर्षक नहीं हैं, क्योंकि आपमें डेट मांगने की बहादुरी नहीं है।
- जब आप किसी लड़की की तरफ़ आकर्षित हों, अगर आप उससे उसी दिन बाहर चलने को नहीं कहेंगे जबकि आपको यह पता चलेगा कि आप उसे डेट करना चाहते हैं, तब यह मान लीजिये कि आपके पास उसे अपनी इंटेंशन्स बताने के लिए अधिकतम केवल एक महीने का समय है। किसी परफेक्ट पल का इंतज़ार मत करिए।
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अपनी लाइन तैयार रखिए: जिस लड़की पर आपकी नज़र है, उससे कुछ भी कहने से पहले, वो सोच लीजिये कि आप उससे क्या कहने वाले हैं। ज़रूरी नहीं कि वो कोई बहुत एक्साइटिंग बात हो – बस बातें करने के लिए निमंत्रण हो। अगर आप कहीं बाहर हों, तब मौसम की बात करिए, और अगर इनडोर हों तब डेकर (decor) की चर्चा की जा सकती है। अगर आप किसी पार्टी में हों, तब पार्टी के बारे में बातें शुरू करिए या उससे पूछिये कि वो होस्ट या होस्टेस से कब मिली या उन्हें कैसे जानती ही। शुरू करने से पहले ही अपनी पिकअप लाइन तैयार रखिए।
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बातचीत को विकसित करिए: अगर आपको बिलकुल ठंडा रिसपोन्स मिलता है, तब आपके पास दो ऑप्शन हैं: हार मान लीजिये या सीधे फ़्लर्ट करने पर उतर जाइए और आशा करिए कि सब ठीक हो जाएगा। परंतु, यदि लड़की गर्मजोशी से रिसपोन्ड करे तब समझ लीजिये कि समय आ गए है जब आप अपनी बातों के लच्छे बिछा सकते हैं। [५] X रिसर्च सोर्स
- किसी ऐसे से बातें करना जिससे आप अभी ही मिले हों, आप दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। अगर आप उसके लिए उसे कुछ आसान बना देंगे तब वो आपकी आभारी होगी। किसी बेमतलब की बात पर, जैसे कि बैकग्राउंड में जो संगीत बज रहा हो, उस पर कुछ राय देने की कोशिश करिए। बात ईमानदारी से करिए, और देखिये कि वो उस पर कैसे रिस्पोंड करती है। वो जो भी कहती है, उसे ध्यान से सुनिए और उसकी राय के बारे में और भी डिटेल्स पूछिये। ख़ुद को उस जगह पर पहले रख कर आप उसके लिए उसे सुरक्षित बना दे रहे हैं ताकि वो उसी रास्ते पर चल सके, और आपकी राय से सहमत या असहमत हो सके।
- कोशिश करिए कि ऐसी चीज़ें जल्दी-जल्दी, एक के बाद एक पूछ कर, बातचीत, इंटरव्यू न बन जाये: “तुम क्या करती हो?” “तुम कहाँ रहती हो?” “तुमने किस स्कूल में पढ़ाई की है?” उसकी जगह, ऐसे सवालों को स्टेटमेंट्स में बदल दीजिये ("तुम्हें देख कर लगता है कि तुम रोम से हो" या "शर्तिया तुम ईवेंट प्लानर हो")। इससे आप अधिक बोल्ड लगेंगे और उसको और अधिक स्वाभाविक रूप से रिस्पोंड करने का मौका भी देंगे, जिससे उसे रिलैक्स करने और बातचीत में मज़ा लेने का मौका लेने में सहायता मिलेगी।
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ह्यूमर का इस्तेमाल करिए: ह्यूमर यूनिवर्सल होता है, और किसी ऐसे को ढूंढ पाना जो आपके निजी सेंस ऑफ ह्यूमर की सराहना कर सके, एक बहुत बढ़िया फ़ीलिंग होती है। वहीं दूसरी ओर, कोई ऐसा, जो आपके जोक को बिलकुल फुसफुसा हो जाने देता है, वो शायद न तो आप में इंटरेस्टेड है, और न ही वो इस लायक है कि उसके पीछे पड़ा जाये। इसी कारण से, बिना अटपटे ढंग से सामने आए, हालात का अंदाज़ा लगाने के लिए ह्यूमर बहुत बढ़िया तरीका होता है। [६] X रिसर्च सोर्स
- चाहे आपको क्यों न लगता हो कि यह ह्यूमर बहुत क्विक (quick), सटल (subtle), या अजीब है और इसे अधिकांश लोग या तो समझ नहीं पाएंगे या उसको एप्रीशिएट नहीं कर पाएंगे, तब भी बातचीत के बीच में उसको डाल दीजिये। अगर वो लड़की जिससे आप बातें कर रहे हैं, इंटरेस्टेड होगी, तब वो आपके चुटकुलों को पकड़ लेगी, और, चाहे दूसरे लोग नहीं भी हंसें, तब भी उन पर हँसेगी।
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कॉम्प्लीमेंट्स को सटल ही रखिए: आप जो भी कॉम्प्लीमेंट्स दें, उनको स्वाभाविक रूप से सामने आना चाहिए। अच्छी बातचीत की कुंजी यह है कि उसे ऐसे विषयों पर होना चाहिए जिनको डिस्कस करने में आप दोनों कम्फ़र्टेबल महसूस करते हों। जब आप उसे कॉम्प्लीमेंट देने का या फ़्लर्ट करने का कोई मौका खोज निकालें, तब बातों के बहाव को रुकने मत दीजिये, उसे चलते रहने दीजिये; वरना अपनी पिकअप लाइन्स को अपने तक ही रखिए। [७] X रिसर्च सोर्स
- किसी ब्लेटेंट (blatant) कॉम्प्लीमेंट के लिए किसी महिला का रिसपोन्स हो सकता है कि वो उससे सहमत हो जाये (जिससे पता चलेगा कि उसे स्वयं पर बहुत घमंड है), असहमत हो जाये (जिससे लगेगा कि शायद वो एंबेरेस्ड (embarrassed) महसूस कर रही हो), या वो कॉम्प्लीमेंट आपको वापस दे दे, जो कि आम तौर पर असंभाव्य होता है, विशेषकर बातचीत की इतनी शुरुआत में। खुल कर यह कहने की जगह कि आपको वो बहुत सुंदर लगती है, यह दिखाना ज़रूरी है कि आपकी कंपनी मज़ेदार है। वो सुंदर है, यह तो ज़ाहिर ही है क्योंकि तभी तो आप उसकी ओर गए हैं और आपने अपना खेल शुरू किया है।
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अपनी हिम्मत दिखाइए: लड़कियां उसी लड़के को पसंद करती हैं जो ख़ुद बना रह कर भी सुरक्षित और कम्फ़र्टेबल महसूस करता है। अपने बारे में ईमानदारी से किसी भी सवाल का जवाब देने में मत हिचकिचाइए। अधिकांश लड़कियां, ऐसे लड़कों को पसंद करती हैं जो कि अपने बेसमेंट में रोबॉट बनाते हैं और उस बात को मुस्कुरा कर स्वीकार करने की हिम्मत भी रखते हैं, बजाय उन लड़कों के जो इसके लिए शर्मिंदा और एंबेरेस्ड (embarrassed) महसूस करते हैं।
- मामूली आलोचना करने में डरिए मत (उस बात को ऐसे सवालों, जैसे कि “क्या यह एक तरह से बेवकूफ़ी नहीं है?” में बदल देना, ऐसा करने का एक बढ़िया तरीका हो सकता है) और न ही उसका हल्का फुल्का मज़ाक उड़ाने में हिचकिचाइए। लड़कियों को तब अच्छा लगता है जबकि कोई लड़का उनमें दिलचस्पी लेता है और उनके कारण चौंधिया नहीं जाता है, क्योंकि इसका मतलब यह होता है कि उसके बहुत जल्दी अटैच हो जाने की और उस कारण से उनके लिए चीजों को अनकम्फ़र्टेबल बनाने की संभावना कम होती है। वहीं दूसरी ओर, ऐसा कोई, जो लगातार उनका दुष्टतापूर्वक मज़ाक उड़ाता रहता है, उन्हें फूहड़ और बचकाना लगेगा।
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उसका नंबर मांग लीजिये: जब बातचीत समाप्त करने का समय आ जाए, तब बातों को किसी इंप्रेसिव बात पर समाप्त करिए, और उसका नंबर मांग लीजिये। उससे बताइये कि आपको अच्छा तो बहुत लग रहा है, मगर अब समय हो गया कि आपको घर/काम पर या जो भी आप करने जा रहे थे उसके लिए, जाना है। अगर वो कहती है कि वो नंबर नहीं देना चाहती, तब शिष्टता से उसे शुभ दिन कहिए। अगर आपको उसका नंबर मिल जाता है, तब एक या दो दिन में उसे कॉल करिए, और देखिये कि क्या वीकेंड के लिए डेट तय की जा सकती है। [८] X रिसर्च सोर्स
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पहली डेट के लिए तैयारी करिए: सबसे बढ़िया पहली डेट्स वे होती हैं, जिनमें बहुत सारा समय ख़ामोशी से एक साथ नहीं बिताया जाता है। कंसर्ट और मूवीज़ जाने से बचिए। उसकी जगह, कोई ऐसी जगह चुनिये जहां आप दोनों को बात करने के लिए जगह मिल सके, और जहां बहुत ख़र्च न करना हो। पहले से ही सोच कर रखिए और कुछ विकल्पों का भी इंतज़ाम करके रखिए; अधिकांश लड़कियों को अच्छा लगता है जबकि डेट पर लड़का ही तय करता है। [९] X रिसर्च सोर्स
- अगर आप सामान्य से अलग हट कर ऐसा कुछ सोच सकें, जो आपको लगता हो कि उसे अच्छा लगेगा, जैसे कि पैडलबोट किराये पर लेना, तब उसकी सलाह दीजिये; वरना, कहीं पर, बस, लंच, कॉफी या ड्रिंक्स पर ही टिके रहिए। इन सभी ऑप्शंस में बेरोकटोक बातचीत, और (अगर आप लकी हैं तब) पहले किस की बहुत अवसर रहते हैं।
- पहली डेट पर भुगतान करने के लिए ऑफर करिए, मगर उसकी ज़िद मत करिए। कुछ लड़कियों को लगता है, कि यह विचार कि लड़का ही हर डेट के लिए भुगतान करे, अपमानजनक है, और उनको यह पसंद आयेगा कि ख़र्च को आपस में बाँट लें या उसका भुगतान अपनी तरह से करें। आपकी डेट को जो भी पसंद आए, वैसा ही करिए। [१०] X रिसर्च सोर्स
- उसे थोड़ी स्पेस दीजिये: यह पहली डेट है, कोई शादी का कॉन्ट्रैक्ट नहीं है। जब आपने जगह और समय के बारे में तय कर लिया हो, तब मिलने के समय तक उसे फिर कॉल मत करिएगा। तब आपके पास बातें करने के लिए बहुत समय होगा।
- अगर वो कॉल करके उसको कभी और शिड्यूल करना चाहती है, तब उसे संदेह का लाभ दीजिये – आखिरकार, अगर वो आपको रिजेक्ट करना चाहती, तो अब से पहले कभी भी कर सकती थी। धैर्य रखिए और फ़्लेक्सिबल रहिए।
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जोखिम को समझिए: यह जान लीजिये कि यह बहुत नाज़ुक परिस्थिति है, मगर याद रखिए कि चाहे वो डेट पर न ही जाने चाहे, आपकी मित्र केवल इसलिए आपकी मित्र होना नहीं छोड़ देगी कि आपने उसे कहीं साथ जाने को कहा है। उससे बड़ी समस्या आप ही पैदा करेंगे, जबकि आप उसे पूछने के बाद आगे बढ़ जाना चाहेंगे। अगर आपकी सारी आशाएँ और सपने केवल अपनी दोस्त के साथ डेट करने पर ही टिके हुये हैं, तब शायद आपके हाथ बहुत बड़ी निराशा लगने वाली है। [११] X रिसर्च सोर्स
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तब तक रुकिए, जब तक कि आपको अकेले में कुछ समय न मिल जाये: इससे, आप दोस्तों के सामने होने वाले बड़े एंबेरेस्मेंट से बच सकते हैं। अगर आपकी दोस्त के मन में उसकी आधी भी इज्ज़त आपके लिए होगी, जितनी आपके मन में उसके लिए है, तब वो इसके बारे में, इस तथ्य के बाद आपको एंबेरेस नहीं करगी। परंतु अगर वो कोई सीन (scene) बना ही देती है, तब समझ लीजिये कि वो इस लायक थी ही नहीं।
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उससे सीधे-सीधे बाहर चलने के लिए पूछिये: अपने प्यार का इज़हार मत करिए – बस उससे साथ में डेट पर चलने के लिए कहिए। ठीक है कि आप अपनी दोस्त को प्यार करते हैं, मगर इसका इज़हार करने से तो कुछ बदलेगा नहीं, क्योंकि इसके कारण उसे तो आपके साथ डेट करने की कोई पक्की वजह नहीं मिलेगी। इसलिए बेहतर यही होगा कि अपनी भावनाओं को अपने अंदर ही रखिए और अपने ऑफर को किसी भी अन्य ऑफर की तरह ही समझिए।
- यह सुनिश्चित कर लीजिये कि आप एक रोमांटिक डेट के लिए कह रहे हैं, केवल साथ में समय बिताने की बात नहीं कर रहे हैं। अपनी इंटेंशन्स को छिपाने या उलझाने से किसी चीज़ में कोई मदद नहीं मिलेगी।
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संयम बनाए रखिए: अपनी दोस्त को डेट पर ले जाने के ऑफर का चाहे जो भी परिणाम हो, मैच्योर और ग्रेसफुल रहने की ज़िम्मेदारी आपकी ही है। अगर वो हाँ कहती है, तब बहुत बढ़िया बात है – मगर याद रहे कि यह ऐसा कोई समय नहीं है कि उस पर बोझ डाल दिया जाये। आखिरकार, अभी तक तो आप पहली डेट पर भी नहीं गए हैं। अगर वो नहीं कह देती है, तब अपनी निराशा को ले कर भी उसको, उस पर मत उतार दीजिये। बल्कि, उसकी जगह, वहाँ से हटिए (वो समझ जाएगी) और अकेले में दुखी होने के लिए घर चले जाइए।
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जोखिम समझिए: क्लासरूम की सेटिंग से अलग, वर्कप्लेस पर इस बात की संभावना कहीं अधिक होती है कि जिस लड़की से आपने साथ में बाहर चलने को कहा है, चाहे वो आपके साथ डेट करने को तैयार हो या नहीं, उसके साथ आपको बाद में भी घनिष्ठतापूर्वक काम करना ही पड़ेगा। न तो आप, और न ही वो, किसी दूसरे पार्टनर के साथ काम करने की रिक्वेस्ट कर सकेगी और न ही सेमेस्टर समाप्त होने का इंतज़ार कर पाएंगे। जब तक चीज़ों के अपनी प्लानिंग के अनुसार नहीं होने पर आप अपने (और उसके) कमफ़र्ट लेवेल को समझते रहेंगे, तब तक आप ऐसे कदम उठा सकेंगे कि उन जोखिमों को कम से कम किया जाये और सुनिश्चित करेंगे कि चाहे जो भी हो, आपका काम बर्दाश्त होने लायक चलता रहे। [१२] X रिसर्च सोर्स
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जहां खाते हैं, वहीं गंदगी मत करिए: यह पुरानी कहावत (और इसके अनेक रंग बिरंगे वेरिएशन) किसी वजह से ही टाइमलेस मानी जाती है। अपने डेटिंग जीवन के अतिरिक्त, आप किसी के जितने करीब होते हैं, उसके साथ डेटिंग करने से या किसी और कारण से उसके पीछे पड़ने से, अंततः उतने ही ड्रामा और दुख मिलते हैं। काम पर, इसका मतलब यही है, कि आपके लिए अच्छा यही होगा कि अगर संभव हो, तब किसी ऐसी लड़की को पिकअप करें जिसके साथ आप बहुत घनिष्ठता से काम न करते हों, या अक्सर काम ही न करते हों।
- अगर किसी बड़े बिज़नेस में काम करते हों, जैसे कि किसी बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर या बड़े बिज़नेस ऑफिस में, तब उन लड़कियों को पिकअप करने पर फ़ोकस करिए जो उस विभाग में काम न करती हों जिसमें आप करते हैं। इस तरह, बाद में आप दोनों बिना किसी तरह का अटपटापन महसूस किए काम पर आ सकेंगे।
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सम्मानपूर्ण बने रहिए: ज़ाहिर है कि सम्मान किसी भी (रियलिस्टिक) डेटिंग स्ट्रेटेजी का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, मगर वर्कप्लेस पर, आपको इसके बारे में खास तौर से सचेत रहना चाहिए। इसको लड़की के पर्सपेक्टिव (perspective) से सोचिए: वो यहाँ पर इसलिए है क्योंकि उसे काम चाहिए, न कि इसलिए क्योंकि जब वो काम ढूंढ रही थी तब उसने ये सोचा था कि काउंटर पर बहुत से प्यारे लड़के मिल जाएँगे। कोई भी ऐसी चीज़, जिसके कारण उसका काम और अधिक तनावपूर्ण हो जाएगा, उसके पूरे जीवन को प्रभावित करेगी, क्योंकि वो केवल इस कारण काम पर आना नहीं बंद कर सकती है क्योंकि किसी साथ में काम करने वाले से उसकी एक बार अनकम्फ़र्टेबल बातचीत हुई थी। कभी भी लड़की को ऐसी परिस्थिति में मत डालिए कि उसे काम पर आने में उस समय से भी अधिक डर लगे, जबकि आपने उससे बाहर चलने के कहा हो।
- अगर आपको रिजेक्ट कर दिया जाये, तब भी संक्षिप्त और सभ्य बने रहिए, और बाद में न तो बात को बढ़ाइए, और न ही उसे परेशान करिए। चाहे आपको ऐसा ही क्यों न लगता हो कि आप केवल दोस्त ही बन रहे हैं, संभावना यही है कि उसको यह पसंद नहीं आयेगा कि उसके मना करने के बाद भी आप उसके क्षेत्र में घुसपैठ करते रहें। उसे काफ़ी स्पेस दीजिये।
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समझदार बने रहिए: अनेक एम्पलॉयर्स को वर्कप्लेस रोमांस पसंद नहीं आते हैं, क्योंकि अक्सर इनके साथ प्रोडक्टिविटी में कमी और कंडक्ट वायोलेशन (बहुत लंबे सिगरेट ब्रेक्स से ले कर अनुचित ब्रेकअप संबंधी झगड़े तक) जुड़े होते हैं। अगर आप काम पर किसी लड़की का पीछा करने वाले हैं, तब अपनी इंटेंशन्स के बारे में सबको मत बताइये। [१३] X रिसर्च सोर्स
- जब तक कि काम जैसे-तैसे, उसी तरह चलता रहेगा जैसा कि पिछले दिनों चल रहा था, तब तक आपके बॉस को व्यक्तिगत रूप से कोई भी आपत्ति नहीं होगी कि आप काम पर किसी लड़की को पिकअप करने की कोशिश कर रहे हैं, या उसको नियमित रूप से डेट तक कर रहे हैं। बस याद रखिए: वर्कप्लेस पहले काम के लिए है; बाकी सब कुछ सेकंडरी ही, चाहे वो आपको कितनी भी दिलचस्प या महत्वपूर्ण न लगती हो।
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ट्रैवेल रोमांस डायनामिक समझिए: हो सकता है कि आप किसी फ़ैमिली रीयूनियन के लिए उस शहर में आए हों और बस यूं ही क्योंकि आपका मन किया, आप अपने आप को डाइनर में किसी प्यारी लड़की के साथ कॉफी पीते हुये पाते हैं। हो सकता है कि सेटल करने से पहले, बस यूं ही देखने के लिए, आप देश भर में बस से कोई यात्रा कर रहे हों। यात्रा करते समय किसी लड़की को पिकअप करना ठीक है, बशर्ते कि आप उसको हल्का फुल्का, सीधा सादा रख सकें और उसी पल में बने रहें। उसको नॉर्मल पिक समझने से आप दोनों ही फ़्रस्ट्रेट होंगे।
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सच बोलिए: अगर आपको लगता है कि किसी लड़की को पिकअप करने के लिए आपको झूठ बोलना पड़ेगा या कोई सच छुपाना पड़ेगा, तब आप ग़लती कर रहे हैं। ढोंग करने से आपमें से किसी को भी फ़ायदा नहीं होगा। इसके अलावा, कुछ लड़कियों को किसी ऐसे के साथ डेट करना, जो कि “बस गुज़र रहा हो” बहुत लुभावना और एक्साइटिंग लगता है, क्योंकि इसमें कोई बंधन नहीं होता है। आपको तो तब तक इसका पता भी नहीं चलेगा जब तक आप बता नहीं देंगे कि आप उसी स्थिति में हैं।
- यात्रा करने से बातचीत का टॉपिक भी आसानी से मिल जाता है, इसलिए शायद आपको क्या बात करनी है, इस बारे में सोचने के लिए भी बहुत परिश्रम नहीं करना पड़ेगा। बस यह बता दीजिये कि आप कुछ दिनों के लिए विज़िट कर रहे हैं, और स्थानीय जगहों के बारे में सवाल पूछिये। अधिकांश लड़कियां अपनी राय देते हुये, ख़ुशी ख़ुशी उनका जवाब दे देंगी, और बस यूं ही बातें आगे बढ्ने लगेंगी।
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जल्दी करिए: आपके शरमाने या हिचकिचाने का समय नहीं है। आपको डेट चाहिए, किसी ऐसी के साथ रात बितानी है जिससे आप अभी मिले हैं और जिससे शायद फिर कभी नहीं मिलेंगे। अगर आप सारी रात उसके साथ “वार्म अप” की ही कोशिश करते रहेंगे, तब तो लड़की को पता ही नहीं चलेगा कि आप ऐसा महसूस करते हैं। उसका नंबर लेने की जगह, उससे कहिए कि आपके जाने से पहले, आपके साथ अभी डेट पर चले। उससे पूछिये कि उसके विचार से कहाँ चलना चाहिए, और (हमेशा की तरह) ख़र्चा ख़ुद ही उठाने का ऑफर करिए। किसी लड़की को शॉर्ट टर्म फ़्लिंग के लिए पिकअप करने की कुंजी यही है कि उसे बताइये कि आप क्या चाहते हैं (साथ में एक मज़ेदार रात) और बस तुरंत कर डालिए।
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वफ़ादार रहिए: अगर घर पर कोई आपका इंतज़ार कर रहा हो, तब बाहर आ कर किसी और का पीछा मत करिए। यह कायरता है और अनुचित भी, और होने के बाद भी इसका बोझ आपके मन पर बना रहेगा। सोचिए कि आपको कैसा लगेगा, अगर आपको पता चले कि जब आप पूरे समय बैठ कर उसकी याद करते रहे थे, तब आपकी गर्लफ़्रेंड ने किसी अजनबी के साथ, अपनी पिछली फ़ैमिली रीयूनियन के दौरान, पाँच राज्य दूर, एक हॉट वीकेंड बिताया। कोई भी क्षणिक इंपल्स या माइनर क्रश इस लायक नहीं होती कि उसके लिए किसी ऐसी रिलेशनशिप को खतरे में डाल दिया जाये, जो कि पहले से आपकी है।
- अगर आपको लगता है कि आप उस रिलेशनशिप को समाप्त करने के लिए तैयार हैं तब सही काम करिए और पहले उसको ख़त्म करिए । अपनी गर्लफ्रेंड की पीठ पीछे, किसी गंदी नाली के कीड़े की तरह, चोरी-छुपे कुछ मत करिए। जब आप आधिकारिक रूप से सिंगल होंगे तब आपको दूसरी लड़कियों के साथ इश्क लड़ाने के बहुत मौके मिलेंगे। [१४] X रिसर्च सोर्स
सलाह
- प्रैक्टिस करिए – प्रैक्टिस से सचमुच परफेक्ट हो जाते हैं। लड़कियों से बात करने के बारे में आपके मन में जो डर है उसे निकालने के लिए उनसे वैसे ही बातें करिए जैसे कि आप अपने जीवन में उन लड़कियों से करते हैं, जिनको आप अपने दिन प्रतिदिन के जीवन में सामान्य लोगों की तरह, जो कि वो हैं, नियमित रूप से देखते हैं। उनसे तब तक उसी तरह बातें करिए जैसे कि आप दूसरे आदमियों से करते हैं, जब तक कि आपको यह आदत न पड़ जाये कि लड़कियां भी, आप ही की तरह मनुष्य हैं, और उनसे बात करना भी, न तो उससे अधिक और न ही उससे कम भयानक है, जितना दूसरों से है।
- उसे हमेशा अपने बराबर समझिए। अगर हर समय केवल उसे ख़ुश करने की कोशिश करते रहेंगे, तब आप असुरक्षित लगेंगे। अगर आप उसको ऐसे ट्रीट करेंगे जैसे कि वो आपसे ऊपर है, तब वो बेशक आप के ऊपर चढ़ बैठेगी। और बेशक अगर आप उसके साथ दुर्व्यवहार करेंगे, तब उसके मन में आपके लिए कोई इज़्ज़त नहीं रहेगी।
- अगर आपको डेट मिल जाये, तब उसके बारे में सोशल नेटवर्किंग साइट पर देखने की कोशिश करिए और पता लगाइए कि उसकी दिलचस्पी किस चीज़ में है। आपकी डेट के लिए बातचीत शुरू करने का यह अचूक आइडिया है।
- सहज रहिए। याद रखिए, कि अंततः आप दोनों ही व्यक्ति है। नर्वस होने में कोई हर्ज नहीं है, मगर उसे ग्रेसफुल तरीके से हैंडल करिए, और नरवसनेस को डर बन जाने देने की जगह पर, जितना हो सके उतना कॉन्फ़िडेंस दिखाइए।
- जैसा कि किसी भी परफ़ॉर्मेंस में होता है, अपना काम करिए और दर्शकों की प्रतिक्रिया का इंतज़ार करिए, न कि लगातार उसी को तब तक दोहराते जाइए जब तक कि उस पर तालियाँ बजनी ही बंद हो जाएँ। दूसरे शब्दों में, पिकअप के लिए अपना बेस्ट शॉट दीजिये और फिर छोड़ दीजिये। कोई भी ऐसे मूर्ख को नहीं पसंद करता है जो इशारे नहीं समझता है। अगर उस पर आपका इंप्रेशन पड़ा है, तब जब भी उसे ठीक लगेगा वो आपको दिखा देगी।
- कुछ लड़कियों के बहुत सारे आशिक होते हैं। परसिस्टेंट (persistent), पॉज़िटिव और सभ्य हो कर आप उन सभी के ऊपर अपने आप को दिखा सकते हैं।
- ईमानदार रहिए उसे कॉम्प्लीमेंट करिए और उसका नंबर मांगिए। कोई भी लड़की ऐसे आदमी को पसंद करती है जो ईमानदार होता है और चार्ज ले लेता है।
चेतावनी
- देखिये कि आपकी नज़रें कहाँ हैं। किसी भी लड़की के शरीर के किसी भी भाग को घूरिए मत, वह भी खास तौर से तब, जबकि वो आपसे बातें कर रही हो। याद रखिए, कि जब वह आपसे बातें कर रही हो, तब उसकी ओर देखना, और उसके चेहरे को घूरना दो अलग-अलग चीज़ें हैं। घूरने से तो बचना ही है।
- ज़रूरतमंद या असुरक्षित लगने से बचिए। ऐसी चीज़ों से आपके मौके बढ़ते नहीं हैं। लड़कियां किसी घायल पशु का इलाज करके उसे ठीक नहीं करना चाहती हैं – वे तो किसी ख़ुशनुमा, स्टेबल (stable) लड़के के साथ मज़ेदार समय बिताना चाहती हैं। याद रखिए कि किसी से कोई चीज़ पाने की इच्छा रखने से यह कारण नहीं बन जाता है कि वो व्यक्ति वह चीज़ को आपको दे दे। इसकी जगह उसे कोई बढ़िया ठोस कारण तो दीजिये।
- हाल के वर्षों में तथाकथित “पिकअप कलाकार” के जन्म से लड़कियों को पिकअप करने के बारे में ऐसे एटिट्यूड का उदय हो गया है जो कि माइसोजिनिस्टिक (misogynistic) है और शॉर्ट टर्म पर फ़ोकस्ड है। वो तरीके, जिनमें यह एटिट्यूड शामिल होता है, वे धृष्ट हो जाते हैं, और उनमें बस किस्मत से ही आपको कोई डेट मिल पाती है। सबसे अच्छा यही होगा कि ऐसे तरीकों से बचा जाये, क्योंकि यह लड़कियों के असम्मानपूर्ण होते हैं, और सार्थक रिलेशनशिप बनाने के लिहाज़ से तो बिलकुल ही बेकार होते हैं।
रेफरेन्स
- ↑ https://brobible.com/life/article/places-to-pick-up-women/
- ↑ https://theartofcharm.com/confidence/gaining-confidence-women/
- ↑ https://www.datingmetrics.com/how-to-pick-up-girls/
- ↑ https://theartofcharm.com/art-of-dating/attract-women-body-language/
- ↑ https://www.narcity.com/ca/on/toronto/dating/12-pick-up-lines-that-actually-worked-on-me
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- ↑ https://www.huffpost.com/entry/who-should-pay-on-a-first-date_n_5a94553ee4b01f65f5991138
- ↑ https://www.themodernman.com/dating/how-to-ask-out-a-friend.html
- ↑ https://www.forbes.com/sites/lisaroepe/2018/03/24/here-are-5-questions-to-ask-before-dating-a-co-worker/#7100258d58a6
- ↑ https://www.huffpost.com/entry/how-to-ask-a-coworker-out-date_n_5a53ba3ce4b0efe47ebb8a05
- ↑ https://www.psychologytoday.com/us/blog/fulfillment-any-age/201703/5-bad-ways-and-5-good-ways-end-relationship