आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

ऐसा कोई इंसान नहीं है, जिसे हर किसी के द्वारा पसंद ही किया जा सकता हो, लेकिन कभी-कभी सोशल लाइफ या आपके करियर के लिए, लोगों की पसंद बनना जरूरी हो जाता है। अपने अंदर के सोशल जूजिट्सू (jiujitsu) मास्टर को जगाएँ और फिर हर किसी की पसंद बनने को तैयार हो जाएँ। किसी की भी पसंद बनना, उनकी ज़िंदगी और उनकी रुचियों के बारे में ज्यादा रुचि लेने जितना आसान होता है!

विधि 1
विधि 1 का 3:

पसंद की जाने वाली बॉडी लेंग्वेज अपनाना (Mastering Likeable Body Language)

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. दिल से मुस्कुराना, लोगों की पसंद बनने का एक सबसे अच्छा तरीका होता है। लोगों को ऐसे लोगों के साथ में रहना अच्छा लगता है, जो मजेदार और खुश रहा करते हैं, क्योंकि ये तो फैलने वाली एक चीज है -- आप बस अपनी उपस्थिति दर्शाकर भी उन्हें अच्छा महसूस करा सकते हैं। मुस्कुराना इस बात का सबसे पहला संकेत (और सबसे जाहिर) होता है, कि आप एक ऐसे इंसान हैं, जिनके साथ में शायद वो रह सकते हैं। मुस्कुराएँ और दिलों पर राज करें।
    • याद रखिए, अगर आप ऐसे बर्ताव करते हैं, जैसे आप बहुत खुश हैं, तो आपके सच में भी खुश होने की संभावना रहती है। जबरदस्ती में झूठी मुस्कान मत दें -- दूसरे लोग बहुत आसानी से इसे समझ जाएंगे -- बल्कि एक बात और जान लें, अगर आप सच में अच्छे मूड में नहीं होते और ऐसे वक़्त में आप नकली मुस्कान देते हैं, तो इससे आपके मन को बदला जा सकता है और आप सच में भी अच्छा महसूस करने लग सकते हैं।
  2. ये तो एक ऐसी चीज़ है, जो स्वाभाविक रूप से आ जाती है। आइ कांटैक्ट करना, किसी भी इंसान को ये बात दिखाने का एक सबसे आसान तरीका है, कि आप आपका पूरा ध्यान दे रहे हैं। आप जब टीवी देखते हैं, तब आप सीधे उसी की तरफ देखा करते हैं, है न? तो जब आप किसी से बात करें, तब भी क्या आपको ऐसा ही नहीं करना चाहिए?
    • बहुत कम आइ कांटैक्ट आपको असभ्य (rude) सा दिखा सकता है। आप और कहाँ देख रहे हैं? ऐसा क्या है, जो आपका ध्यान भटका रहा है? क्या आपके बीच में होने वाली बातचीत इतनी इंटरेस्टिंग नहीं है, जो आपके ध्यान को रोके रख सके? अगर यही वजह है, तो बस इसके बारे में अवगत रहें। इसे बदलने के लिए आपको बस इतना ही करना है!
    • बहुत ज्यादा आइ कांटैक्ट भी सामने वाले को अनकम्फ़र्टेबल कर सकता है। इससे ऐसा लग सकता है, जैसे आप उन्हें घूर रहे हैं। अगर आपको मालूम है, कि ऐसा इंटेन्स आइ कांटैक्ट बनाना आपकी प्रॉब्लम है, तो फिर बीच-बीच में अपनी नजरें हटाने की कोशिश करें। संभावना तो ये भी होती है, कि वहाँ पर बातचीत में हाथों, खाने या किसी और दूसरी चीज का भी इस्तेमाल, ध्यान भटकाने के लिए किया जा सकता है -- लेकिन बस बहुत ही आराम से करें।
  3. इसके पीछे का मकसद ये होता है, कि जब हम अपने सिर को झुकाते हैं, तब इससे हमारी कैरोटिड धमनी (carotid artery) सामने नजर आती है, जिससे सामने वाले तक ये बात पहुँचती है, कि हम झगड़ा नहीं करना चाहते हैं। [१] कहीं न कहीं हमारे दिमाग की गहराई में, ये हमें बताता है, कि जिस व्यक्ति से हम बात कर रहे हैं, वो हमारे लिए किसी तरह का खतरा नहीं है और हम आराम से आगे बढ़ सकते हैं।
    • सिर को झुकाने से "झगड़े की मुद्रा (squaring off)" वाले रुख से बचा जाता है। ये एक सॉफ्ट, एक सहानुभूति भरा व्यवहार है, और दूसरे को बताता है कि आपका ध्यान उन पर है -- जो एक ऐसी चीज़ है, जिससे हर इंसान खुश होता है। इसलिए अब अगली बार, जब भी आप किसी भी रुख को अपनाने के बारे में सोचें, तब बस हल्का सा आगे झुक जाएँ। ये असल में सबको पसंद आता है।
  4. ये एक ऐसा नॉन-वर्बल संकेत है, जिसके बारे में आप शायद जानते ही न हों। इसलिए हो सकता है, कि आप पहले से ही ऐसा करते हों! अपनी आइब्रो को जल्दी से हिलाना -- बस उन्हें जरा सा और तेजी से ऊपर और नीचे हिलाना, भी दोस्ती (और फिर से, आप से उन्हें कोई खतरा नहीं है) दर्शाने का एक कॉमन तरीका होता है। आमतौर पर इसे, किसी व्यक्ति तह पहुँचने के लिए किया जाता है और इसे दूर से भी देखा जा सकता है। [१]
    • इसे एक मुस्कान के साथ में करें और फिर आपके पास में खुद को पसंद बनाए जाने वाले, लोगों के द्वारा चाहे जाने वाले इंसान की सारी क्वालिटी रहेंगी। लेकिन आइब्रो हिलाने को बातचीत की शुरुआत तक ही सीमित रखें -- ये कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे सिर झुकाने की तरह, बीच-बीच में कभी भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
  5. अगर आप आपके शरीर की पोजीशन को ठीक किसी और के शरीर की पोजीशन की तरह पाते हैं, तो संभावना ऐसी होती है, कि आप एक ही तरह के विचारों वाले हैं। [२] आप आपके आसपास मौजूद लोगों के साथ में, अक्सर ऐसा किया करते हैं, और वो भी इसे महसूस तक किए बिना। यहाँ पर अच्छी बात ये है, कि आप इसे आपके फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं! लोग अक्सर उन लोगों को पसंद करते हैं, जो उन्हीं की तरह होते हैं और ये, ऐसा करने का बहुत आसान तरीका होता है।
    • अगर आप किसी इंसान से बात कर रहे हैं और वो भी ठीक आपकी ही जैसी बॉडी पोजीशन में हैं, तो आपके मन में ऐसा महसूस होने की संभावना है, कि वो भी ठीक आपकी ही तरह हैं -- और वो आपको समझते और आप से जुड़े हुए ( स्कोर ) हैं। बात करते वक़्त ऐसा करें, लेकिन इसकी तरफ पूरा ध्यान मत ले जाएँ -- अगर ये बहुत ज्यादा ही नजर आएगा, तो ये नकल किए जाने जैसा और अप्राकृतिक लगेगा।
  6. आपके द्वारा पढ़ी जाने वाली काफी सारी बुक्स में, आपको आपके कंधों को सीधा रखना, अपनी चिन (ठुड्डी) को ऊंचा रखना और हमेशा ही जोश से हाथ मिलाने का बताया जाता है। भले ही ये सब करना सच में एक बहुत अच्छा विचार है और अपनी जगह सही भी हैं, कुछ मामलों में, आपको खुद को बहुत ज्यादा भी स्ट्रॉंग नहीं पेश करना होता है। कॉन्फ़िडेंस दिखाने के इन सारे तरीकों का इस्तेमाल करें, लेकिन अपनी तरफ से कुछ मैं स्पष्ट रूप से आपका सम्मान करता/करती हूँ, के लक्षणों को भी दिखाएँ।
    • आप जिन से भी मिलते हैं, जरा सा फर्क दिखाने से आपको कोई नुकसान नहीं होगा। अगर आप किसी से मिलते हैं और हाथ मिलाने को आगे बढ़ते हैं, तो उनकी तरफ एक कदम आगे बढ़ाएँ और हल्का सा (एक आर्क बनाते हुए) झुक जाएँ। अपना सिर थोड़ा सा मोड़ें, एक ओपन बॉडी पोजीशन (हमेशा हाथ और पैर क्रॉस करके नहीं) बनाए रखें और किसी एक या दूसरी तरफ झुकें। सामने वाले इंसान को ऐसा दिखाना, कि आप रिलैक्स हैं और उसमें इन्टरेस्टेड हैं, उन्हें दर्शाएगा, कि वो आप बातचीत के लेवल की परवाह किए बिना पसंद कर सकते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 3:

एक-एक करके लोगों की पसंद बनना (Making a Person Like You One-on-One)

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. उनमें इन्टरेस्ट दिखाएँ। जब बातचीत में शामिल इंसान, आपकी बोली हुई बातों में दिल से इन्टरेस्ट लेगा, तब इससे भी अच्छी बातचीत और क्या होगी? अगर आप बात कर रहे हैं और खुद को ऐसा बोलते हुए पाते हैं, "मैंने ऐसा किया, मैंने वैसा किया," खुद को रोक दें। दूसरे लोगों से उनकी राय मांगें। बातचीत दोनों-तरफ से होना चाहिए!
    • आप जो कह रहे हैं, उसका अर्थ होना हमेशा बेहतर है। जब आप झूठ बोलते हैं, तब लोगों को आपका झूठ समझ आ जाता है। सिर्फ पॉपुलर बनने के लिए ऐसे लोगों की बातों में इन्टरेस्ट लेना, जिनके बारे में आपको सच में कोई परवाह ही नहीं है, ये ज्यादा समय तक काम नहीं आता, इसलिए एक ऐसा इंसान बन जाएँ, जिसे सच में दूसरों में इन्टरेस्ट है! अगर कोई ऐसा टॉपिक है, जिस पर इन्टरेस्ट लाने में आपको सच में मुश्किल हो रही है, तो बातचीत की दिशा को मोड दें।
  2. अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो ये आपके लिए जरा फनी सा जरूर लग सकता है -- ये एक ऐसी टेक्निक है, जिसे "बेंजामिन फ्रैंकलिन प्रभाव (Benjamin Franklin Effect)" के नाम से जाना जाता है। इसमें आमतौर पर, आप सामने वाले से कोई मदद मांगते हैं, वो आपके लिए मदद देता है, आप उन्हें धन्यवाद बोलते हैं और फिर वो आखिर में आपको और भी ज्यादा पसंद करने लग जाते हैं। आप ऐसा सोच सकते हैं, कि वो इंसान, जिसने उनके लिए कुछ किया है, वो अब आप से भी कुछ मदद लेना चाहेगा, लेकिन ऐसा नहीं है। इसलिए अब अगली बार जब भी आपको किसी से कुछ उधार लेने का मन करे, तो पूछने में बिलकुल न हिचकिचाएँ!
    • इसके पीछे का विचार ये है, कि हर किसी को किसी काम का होना अच्छा लगता है और हर कोई चाहता है, कि किसी और से मदद लेने के बजाय -- ऐसा कोई तो हो, जिसके लिए उन्होने कुछ अच्छा किया हो। इससे उन्हें आपकी वजह से एक ताकत और मकसद का अहसास होता है, और वो आपको और भी ज्यादा पसंद करने लग जाते हैं। [१] हालांकि, हमेशा ही बस ऐसा ही मत करते रहें -- बहुत ज्यादा मदद लेने से आप उन्हें परेशान करने वाले इंसान बन जाएंगे।
  3. अगर आपको उनकी हॉबी या पैशन के बारे में मालूम है, तो पूछें! ये उन्हें नॉन-स्टॉप बोलने देने देता है और आपके ऊपर से बोझ हट जाता है! वो आगे बढ़ते जाएंगे और वो बोलते ही जाएंगे और ऐसा महसूस करेंगे, जैसे कि आप दोनों के बीच में बहुत अच्छी बातचीत चल रही है, वो भी आपकी तरफ से एक भी शब्द आए बिना। अगर आप उनके द्वारा बोली हुई बातों में से किसी बात को याद रख पाएँ, तो वो आप से और भी ज्यादा इम्प्रेस हो जाएंगे।
    • उनका नाम इस्तेमाल करने के मौके मत छोड़ें। लोगों को अपना नाम सुनना बहुत अच्छा लगता है। जैसा कि डेल कार्नेगी (Dale Carnegie) में भी इसे हर भाषा में सबसे अच्छा साउंड कहा गया है। [३] ये उन्हें मान्यता देता है और बाद में वे आश्वस्त और खुश महसूस करते हैं। अगर आप ऐसा कर सकते हैं, तो जरूर करें।
  4. एकदम सीधी और लॉजिकल बात, है न? लेकिन अनोखी बात है, भले ही लोग (कुछ हद तक) इसे जानते हैं, लेकिन ऐसा करना बहुत आसान नहीं होता। हम सभी लोग बस मैं, मेरा, मुझे को लेकर चिंता में रहते हैं और अगली बार अपने बारे में बात करने के लिए इंतज़ार में रहते हैं। अपने पसंद किए जाने की संभावना को और बढ़ाने के लिए, सारे ध्यान को दूसरे इंसान के ऊपर ले आएँ। उन्हें समझने के ऊपर ध्यान दें।
    • एक छोटी सी बात भी आपके लिए बड़ा काम कर सकती है। मान लीजिए, कि कोई आपके सामने उसकी परेशानियों के बारे में बात कर रहा है। तो "मैं समझ सकता/सकती हूँ, तुम अभी कैसा महसूस कर रहे हो" कहना, आपका ऑटोमेटिक रिस्पोंस होता है। ये काफी हानिरहित प्रतीत होना चाहिए, है ना? लेकिन आपने सारा फोकस आपके और आपकी काबिलियत के ऊपर ले आया -- और इससे ज्यादा और क्या होगा, सामने वाला इंसान शायद सोच सकता है, कि "नहीं, आप कुछ नहीं समझते।" इसकी बजाय, किसी जरा कम जाहिर बात (और ज्यादा मायने रखने वाली, फिर चाहे उसमें आपकी खुद के बारे में परवाह ही क्यों न नजर आए) जैसे कि, "तो हाँ तुम्हें ऐसा महसूस होता है।" उनके द्वारा बोली जाने वाली बातों को दोहराने से उन्हें अहसास होगा, कि आप उनकी तरफ ध्यान दे रहे हैं और ये अच्छा भी है।
  5. ये भी एक और तरीका है, जो जरा ज्यादा जाहिर सा लगता है। मुश्किल की बात ये है, कि किसी की तारीफ करना, कभी-कभी जरा अजीब हो सकता है (काफी सारे लोगों को इन्हें संभालने का तरीका नहीं मालूम होता!) और उन्हें ऐसा लगता है, जैसे इसके पीछे (उदाहरण के लिए, एक रिश्ते में) आपका कोई गलत मतलब है। शुरुआत करने के लिए, खुद से फोकस हटा लें। हर किसी को ये पसंद आता है, कम से कम एक सच्ची, सही वक़्त पर आने वाली तारीफ तो जरूर पसंद होती है!
    • बस इस बात की पुष्टि कर लें, कि आपके द्वारा की जाने वाली इस तारीफ का कोई मकसद है और उसे सराहा भी जा रहा है। अगर किसी की रात सच में बहुत खराब गुजरी है और और पब्लिक टॉइलेट यूज करने के बाद उनकी त्वचा पर अभी भी गंदगी जमी है, तो ऐसे में उन्हें ये न कहें, कि वो कितने खूबसूरत दिख रहे हैं। तारीफ़ों को सराहे जाने के लिए और उन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए और एकदम सच्चा भी होना चाहिए।
    • किसी लड़के को ये कहना, कि आपको उसकी टाई बहुत अच्छी लगी, ये अच्छा है और ठीक भी, लेकिन अब वो इसके बदले में क्या बोलेगा? "शुक्रिया, इसे मेरे बच्चे ने उसकी फैक्ट्री से बनाया है, लेकिन इसमें मेरा कोई हाथ नहीं है?" ठीक है, तो वो शायद ऐसा नहीं कहेगा, लेकिन आपको इसके पीछे का मतलब समझ आ गया होगा। उसे उसके एक शानदार पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के लिए, उसके सेंस ऑफ ह्यूमर के लिए, ऐसी किसी चीज के लिए तारीफ दें, जो उसके लिए मायने रखती हो या जिसके लिए उसने सच में बहुत मेहनत की हो। उसे आपकी तरफ से मिली इस सराहना से बहुत खुशी मिलेगी।
  6. एक बार जैसे ही हम अपनी उम्र में आगे बढ़ जाते हैं, हम ऐसा महसूस करने लग जाते हैं, कि पूरी सोसाइटी पूरे 24/7 घंटे बस हमें ही देखते रहती है, हमारे कुछ खास बर्तावों को हमेशा ही गलत तरीके से देखे जाता है और उनकी समीक्षा भी की जाती है। क्योंकि हम मनुष्य समीक्षाओं का सामना नहीं कर सकते हैं, इसलिए हम इनसे बहुत बचने की कोशिश में रहते हैं। लेकिन मुश्किल ये है, कि इस तरह के शर्मिंदगी वाले पल, अक्सर हम सभी लोगों के साथ में हुआ करते हैं, इसलिए जब हम इन्हें किसी के साथ होता हुआ पाते हैं, तब हम उनके दर्द को महसूस करते हैं। और उस इंसान के लिए? हम उनके लिए इसके होने की और उम्मीद करते हैं [४]
    • आप जब किसी को देखते हैं, तब कहें, उन्हें उनके पेंट के बिना देख लिया, इसके बाद आप दोनों के ही चेहरे पर एक ऑटोमेटिक रिएक्शन देखने को मिलेगा। पेंट के बिना देखा गया इंसान शायद हँसेगा (उम्मीद तो यही है), हल्का सा लाल हो जाएगा, हो सकता है कोई जोक सुनाए, अपने सिर को हिलाए, चेहरे को ढँक ले और फिर पूरा दिन इसी हादसे के बारे में सोचते हुए बिताएगा। उन्होने क्या किया? उन्होने आपको दिखाया, कि वो एक इंसान हैं। उन्होने आपकी बातों को बहुत हल्के मन से लिया और उनके बर्ताव से इसे स्वीकार किया। वो पसंद किए जाने लायक इंसान हैं। वो असली हैं।
      • ऐसा मान लें, कि अब यही परिस्थिति आपके साथ में गुजरी है, लेकिन किसी दूसरे इंसान के साथ। इस बार वो अपने चेहरे को उदास कर लेते हैं वे एक निष्ठुर चेहरा रखते हैं, अपने कपड़ों को ठीक करते हैं, तमाशा बनाते हैं और अपने रास्ते निकल जाते हैं। बिल्कुल भी नहीं। उनका ये बर्ताव, उनकी शर्मिंदगी को स्वीकार नहीं करता है और इसलिए उनके साथ सहानुभूति रखने के लिए संबंधित नहीं है, या कहीं से भी आकर्षक नहीं लगता है। ये कहीं से भी पसंद करने लायक नहीं है।
  7. सीधी बात कहें, तो आप अगर किसी इंसान के साथ कनैक्शन महसूस करना चाहते हैं, तो आपको उन्हें टच करना चाहिए। बेशक हर एक रिश्ता अलग होता है और सभी में टच करने का एक अलग लेवल होता है -- लेकिन आमतौर पर, ये बॉन्ड बनाने के लिए बहुत असरदार होता है। [५] बस हल्का सा टच भी काम करेगा!
    • किसी के सामने से निकलते वक़्त, उसे आराम से एक फौरन "हे" बोलकर ग्रीट करते हुए खुद को इमेजिन करें। ये एक अस्थायी पल था, जहां पर ऐसा लगता है, जैसे आप लोगों के पास में, एक-दूसरे के लिए टाइम नहीं है। अब, एक बार इसे ही फिर से महसूस करके देखें, जहां आप तेजी से चलते हुए, उन्हें एक छोटा सा हेलो कहते हैं, लेकिन अभी आप हल्के से उनके कंधे को टच करते हैं। ये फिजिकल कनैक्शन है। ध्यान दें। अब आप उनके पसंदीदा लोगों की लिस्ट में हैं -- वो अब आपको और भी ज्यादा पसंद करने लग जाएंगे।
  8. एक और बड़ा काम? इस आर्टिकल में मौजूद एक सबसे बड़ी बात है, कि आपको सिर्फ सामने वाले इंसान को खुश करना है। बस मौके आने पर आप इसे कैसे करते हैं। हर एक इंसान जरा अलग होता है, लेकिन हम सभी एक-जैसी क्वालिटी भी शेयर करते हैं। हम सभी लोग खुश होने के लिए और ऐसा महसूस करने के लिए, कि लोगों को आपकी परवाह है और भी आप भी उपयोगी हैं, अटेन्शन की चाह रखते हैं। और उन लोगों के लिए, जो हमें यही चीज़ें देते हैं, हम उन्हें पसंद करते हैं।
    • इसे पाने के लिए कई तरह की ट्रिक्स का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा होता है। बस तारीफ करते रहना या सिर्फ मदद की माँग करते रहना या सिर्फ मुस्कुराते रहना, अकेले आपके काम नहीं आएगा। आपको इन सभी का इस्तेमाल करना है। अगर आप उनके ऊपर फोकस रखते हैं, तो इसे आपको कुछ करने के लिए तैयार करना चाहिए -- सवाल पूछना (ध्यान पाना), उनकी तारीफ करना (उनके साथ में रिश्ता बनाना), सलाह की माँग करना (उन्हें ऐसा महसूस कराएगा, जैसे वो एक दिमाग वाले और एक लक्ष्य वाले इंसान हैं) और सहानुभूति दिखाना (उनकी परवाह होने का अहसास होना)। वो जब खुद के बारे में अच्छा महसूस करते हैं, तब वो आपके लिए भी अच्छा महसूस करते हैं।
विधि 3
विधि 3 का 3:

पूरी दुनिया की पसंद बनना (Making the World Like You)

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. ऐसे लोगों के साथ में वक़्त बिताएँ, जो आपकी इमेज को सुधारते हैं: बदकिस्मती से, हर एक इंसान, उनसे मिलने वाले लोगों के लिए फौरन जजमेंट पास करने की तलाश में रहते हैं। नहीं, ये हमेशा सही नहीं होता है, लेकिन हम सभी लोग ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि ये करना आसान होता है और ये कम दर्दभरा भी होता है। हम किसी परिस्थिति को देखते हैं और हम ऑटोमेटिकली इसके बाहरी दिखावे के साथ उसका आंकलन कर लेते हैं। अगर हम उसे पसंद नहीं करते हैं, तो हम उसे सिरे से खारिज कर देते हैं। इसलिए जब हमें जज किया जा रहा होता है, तब याद रखें, कि ये सिर्फ आप नहीं हैं, ये सबके साथ होता है।
    • ये ऐसा कहने का एक छोटा सा तरीका होता है, कि आपको भी आपके आसपास के लोगों के द्वारा जज किया जा रहा है। अगर आपके सारे फ्रेंड्स ऐसे ही परेशान करते रहते हैं, लेकिन आप नहीं, तो आपके भी ऐसे ही परेशान करने वाली केटेगरी में आने की संभावना रहती है। ये खासतौर पर फेसबुक (Facebook) के लिए सच होता है -- आपके फेसबुक फ्रेंड्स जितना ज्यादा अच्छे होते हैं, आप भी उतने ही अच्छे नजर आते हैं। [६] नहीं, ये सही नहीं है, लेकिन ऐसा ही होता है।
  2. आपको मालूम होगा, कहते हैं, कि "आप जिस जॉब को पाना चाहते हैं, उसके हिसाब से कपड़े पहनें, न कि आपके पास मौजूद जॉब के हिसाब से?" ये भी बिलकुल वैसा ही है। उसी इमेज के हिसाब से कपड़े पहनें, जैसा आप लोगों की नजरों में खुद को दिखाना चाहते हैं, न कि आप कैसा फील करते या आप क्या हैं। लोग बड़ी आसानी से कपड़ों से बेवकूफ बन जाते हैं। "कपड़ों से इंसान बनता है," है न? आपको और कितनी बातें बताने की जरूरत होगी?
    • हाल ही में हुई एक स्टडी में, किसी के कथित स्टेटस को बढ़ाने के लिए ब्रांड के नाम को पहनना बताया गया। कपड़े की क्वालिटी कोई मायने नहीं रखी, लेकिन लग्जरी लेबल से शामिल लोगों ने, उसे पहनने वाले को हाइ-स्टेटस वाले की तरह देखा और साथ ही, ज्यादा पसंद भी किया गया। [७] ये भी एक और संकेत है, जो किसी भी इंसान की तरफ से फौरन एक राय देता है। ये एकदम फुल-प्रूफ (या करने के लायक सही चीज) तो नहीं होगा, लेकिन ये आसान भी होता है।
  3. इससे आपको कुछ बहुत अच्छा नहीं मिल जाएगा, क्योंकि आप चाहे जो भी करते हैं, वो आपकी पर्सनालिटी के हिसाब से होता है, लेकिन "कुछ" तो होना, आपको लोगों की पसंद बना सकता है। आप याद रखे जाने वाले बनेंगे, आपकी एक मजबूत पहचान (या जैसा वो सोचते हैं) होगी और लोग आपके साथ में अच्छी तरह से खुश रहने लग जाएंगे। "हे! ये वही पैरट वाला आदमी है! मुझे वो बहुत पसंद है!" कुछ ऐसा ही।
    • अगर आपने कभी रैस्टौरेंट इंडस्ट्री में काम किया हो, तो आपके पास में इस घटना से संबंध बनाने लायक कोई न कोई स्टोरी जरूर होगी। ऐसे कस्टमर के बारे में सोचें, जो हमेशा बिल में Rs.200 की टिप दिया करते हैं। एक या दो विजिट के बाद, वेटर्स उसके लिए झगड़ा करने लगते हैं। क्यों? उसके पास में एक चीज है। उसे आसानी से याद रखा, अलग माना और इंटरेस्टिंग माना जाता है। उसे सब पसंद करते हैं। [८]
  4. जाहिर बात है, लोगों को कभी भी बेकाबू में रहने वाले लोगों के करीब रहना नहीं पसंद होता है। जब उन्हें ये नहीं मालूम होता, कि उन्हें क्या उम्मीद रखनी चाहिए, वो अनकम्फ़र्टेबल हो जाते हैं और टेंशन में आ जाते हैं। खुद के ऊपर काबू रखें, शांत रहें और एक खुशनुमा एटिट्यूड बनाए रखें, फिर चाहे कोई चीज आपके हिसाब से न भी हो। आप जिन लोगों को नहीं जानते हैं, वो बड़ी आसानी से मुश्किल, उदासी और इनसिक्योरिटी से दूर चले जाते हैं।
    • इसका मतलब अपनी भावनाओं को छिपाना नहीं होता! नहीं, नहीं, बिलकुल भी नहीं। आपको सच्चा होना चाहिए। अगर कुछ आपको दुखी करता है, तो उसे आपको दुखी करने दें। अगर लोगों को ये पसंद नहीं आता, तो वो उसे पसंद नहीं करेंगे। लेकिन इसके पहले कि आप आगे बढ़ें, अपने संघर्षों को चुन लें। क्या ये जजमेंट के लायक है। अगर नहीं, तो उस परिस्थिति के ऊपर अपने रिएक्शन का आंकलन फिर से करें।
  5. अलग-अलग एज लेवल्स, ग्रुप्स और टाइप के लोग, फ्रेंड्स और पार्टनर में अलग-अलग चीजों के लिए तलाश करते हैं। आपकी उम्र जितना बढ़ती है, आपका नेटवर्क उतना ही कम ड्रामेटिक होते जाता है। इसकी वजह से, अलग-अलग तरह के लोग, अलग तरह के लोगों के लिए ज्यादा असरदार होते हैं। पता करें, कि आप किस का सामना कर रहे हैं और उन्हें किस चीज की तलाश है।
    • मिडिल और हाइ स्कूल की चीज़ें, एडल्ट दुनिया से एकदम अलग होती है। हमें ये बताते हुए अच्छा नहीं लग रहा है, लेकिन इन उम्र में, अगर आप जरा से मतलबी और सेल्फ़िश होते हैं, तब आपको जरा ज्यादा पसंद किया जाता है। हाल ही में हुई एक स्टडी कि एक व्यक्ति की लोकप्रियता तब और ज्यादा बढ़ी, जब वो थोड़े से धमकाने (bully) टाइप बने। [९] ऐसा इसलिए, क्योंकि उस उम्र में दूसरे बच्चे इस बात के ऊपर ज्यादा ध्यान देते हैं, कि उनके लिए अच्छा क्या है, यह जानते हुए भी कि चीजें कैसे काम करती हैं। सीधे कहें, तो बच्चे मतलबी होते हैं।
  6. कोई भी इंसान ऐसे इंसान के साथ नहीं रहना चाहता है, जिसमें से बदबू आती हो। इसलिए, हर रोज शावर लें या नहाएँ, अपने बालों को धोएँ, अगर आपको जरूरत हो, तो शेविंग करें, अपने दांतों को ब्रश और फ्लॉस करें, अपने बालों को कंघी करें, साँसों वाले मिंट्स या मिंट वाली गम्स (minty gum) इस्तेमाल करें, अपने नाखूनों को अच्छी तरह से साफ रखें, डियोडरेंट इस्तेमाल करें, कपड़े बदलें, अपने हाथों को साफ रखें। ये सब किए जाने लायक काम हैं!
    • इसे अपनी ज़िंदगी में एक इन्वेस्टमेंट की तरह सोचें। अच्छा दिखने (और अच्छा महसूस करने!) में जितना वक़्त लगता है, वो भविष्य में आपको फायदा जरूर पहुँचाएगा। ये न सिर्फ आपको लोगों की पसंद बनाने में अच्छा होता है,बल्कि ये आपकी हैल्थ के लिए भी अच्छा होता है।
  7. खुद को पसंद करें : सीधी बात है, आप अगर खुद को ही पसंद नहीं करते हैं, तो दूसरे लोग आपको क्यों पसंद करेंगे? वो आपके अंदर की जो नेगेटिविटी है, आपके रोज़मर्रा के बर्ताव से सामने आएगी, और लोग इसे देख सकेंगे। और खुद को पसंद भी क्यों नहीं किया जाए? आप इतने अच्छे हैं। कम से कम अपने आसपास मौजूद लोगों जितना ही अच्छे हैं।
    • ऐसा कोई इंसान बनने की कोशिश मत करें, जो आप हैं ही नहीं; ऐसा करने की कोशिश सीधे नजर आ जाएगी। जानें, आप कौन हैं और इन सलाहों को अपनी पर्सनालिटी में एडजस्ट कर लें। इससे लंबे वक़्त तक आपको फायदा मिलेगा, फिर चाहे आप आपकी गति से ही क्यों न चल रहे हों। आपके द्वारा जबरदस्ती में किए जाने वाले कोई भी बदलाव, वक़्त के साथ निकल ही जाते हैं, इसलिए जहां तक हो सके, स्वाभाविक रूप से ही आगे बढ़ें।
  8. अपने सेंस ऑफ ह्यूमर का इस्तेमाल करें : उम्मीद तो यही है, कि आपके पास ये भी होगा, इसलिए इसे इस्तेमाल कर लें! अगर आप किसी इंसान के चेहरे पर मुस्कुराहट ले आते हैं, समझ लीजिए, कि आप उनके दिल तक पहुँच गए! बस किसी भी मजाक को स्थिति के मुताबिक सही इस्तेमाल करने की पुष्टि कर लें। लोगों को परेशान करने का लक्ष्य नहीं है -- लक्ष्य तो उन्हें मुस्कुराहट देने का है
    • अगर आपको नहीं लगता, कि आप फनी हैं, तो फिर फनी बनने की कोशिश भी मत करें। हो सकता है, कि आपका सेंस ऑफ ह्यूमर कुछ ऐसा हो, जो जरा हटके हो। हो सकता है, कि आप जरा ज्यादा सार्केस्टिक (sarcastic) हों, हो सकता है, आप थोड़ा अलग हों, या फिर आप बहुत ज्यादा स्मार्ट हों -- इनमें से किसी को भी एक कॉमेडी के पल में बदला जा सकता है। आपके पास जो भी है, उसे ही इस्तेमाल करें और उसी के साथ आगे बढ़ें। इसे खुशी में बदला जा सकता है।

सलाह

  • नए फ्रेंड्स बनाने के साथ ही, अपने मौजूदा फ्रेंड्स के साथ में भी क्वालिटी टाइम बिताएँ। अगर आपके पास में नहीं हैं, तो आप शायद अलग-थलग रहेंगे।
  • ईमानदार रहना जरूरी होता है। एक बार आप लोगों से झूठ बोल देते हैं, फिर अगली बार आप उन से चाहे कुछ भी बोल लें, वो आप पर कभी भरोसा नहीं करेंगे।
  • कभी-कभी अपनी तरफ से फनी बनने की कोशिश करें, ताकि आपके फ्रेंड्स इसे याद रख सकें।
  • कभी-कभी लोग आपको कभी भी पसंद नहीं करेंगे। इसका मतलब ये नहीं, कि कोई भी आपको पसंद ही नहीं करेगा।
  • फ्रेंडली बनें और लोगों के किए हुए जोक पर हँसें, फिर चाहे वो उतना भी मजेदार न भी हो।
  • जब तक कि मालूम न हो जाए, कि वो इंसान सच में ठीक है और आप उसके साथ में मजाक कर सकते हैं, तब तक सार्केस्टिक मत बनें।
  • किसी को भी नजरअंदाज मत करें। सुनिश्चित कर लें, कि आप हर किसी को अटेन्शन देते हैं, फिर भले आप उन्हें पसंद भी न करते हों।
  • मतभेदों से बचें और हमेशा बस खुद को सही साबित करने की कोशिश करते रहने के बजाय, निष्पक्ष रहने का प्रयास करें।
  • सुनिश्चित करें कि उस व्यक्ति के साथ दोस्ती करने की आपकी प्रेरणा किसी भी तरह से गलत या सेल्फ़िश नहीं है।
  • ऐसे किसी इंसान को डेट न करें, जिसे आप पसंद ही नहीं करते हैं, फिर चाहे वो इंसान ग्रेड में सबसे ज्यादा पॉपुलर ही क्यों न हो।

चेतावनी

  • जो चीज आपको पसंद नहीं, उसे पसंद करने का दिखावा न करें। इससे आमतौर पर आखिर में, अक्सर दोस्ती टूट जाती हैं।
  • गॉसिप मत करें या यहां तक ​​कि ऐसे ग्रुप्स में भी न शामिल हों, जो खासतौर से लोगों के बारे में बेकार की गॉसिप करते हैं: आप उनसे दूर रहें। एक बेहतर इंसान बनें!
  • दूसरे लोगों से बहुत ज्यादा उम्मीद मत लगाएँ। इस बात से भी अवगत रहें, कि दूसरे लोग किस तरह से रिएक्ट कर सकते हैं।
  • जब किसी इंसान के साथ में आइ कांटैक्ट कर रहे हों, तब इसके एकदम फ्रेंडली होने की, और इसके एक घूरने वाले आइ कांटैक्ट नहीं, बल्कि ध्यान से सुनने वाले होने की पुष्टि कर लें।
  • किसी को भी गिफ्ट्स बगैरह देकर, उसकी दोस्ती खरीदने की कोशिश मत करें। ये उन्हें अनकम्फ़र्टेबल बना देता है और साथ ही उनके अंदर उसके बदले में कुछ करने का अहसास भी जगाता है। इसके साथ ही, इस तरह के फ्रेंड के साथ में फ्रेंड बनकर रहने का कोई मतलब नहीं, अगर उसकी फ्रेंडशिप का आधार ही ये हो, कि उसे आप से क्या मिलने वाला है।

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १०,६५९ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?