आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

दूसरे लोगों को प्रसन्न करने की योग्यता (ability), एक बहुत बढ़िया स्किल (skill) है। आप ज्यादा करिश्माई (charismatic) लगेंगे और बहुत लोग आपकी तरफ आकर्षित होंगे। अपने आस-पास के लोगों को, यह दिखा कर की आप उनके बारे में चिंता करते हैं, उन्हें प्रसन्न रखें। ज्यादा सुनकर और कम बोलकर, वार्तालाप (conversation) को दोस्ताना रखिए, और लोगों के बारे में प्रश्न पूछिये। उनकी उपलब्धियों की तारीफ करें, और उनको महत्वपूर्ण महसूस कराने के लिए, उनके जीवन संबन्धित जानकारी याद रखें। सामान्य तौर पर, एक पॉज़िटिव एट्टीट्यूड (positive attitude) और अच्छा सेन्स ऑफ ह्यूमर (sense of humor) रखें। इस प्रकार की भावनाएं, आपके आस-पास के लोगों के लिए, संक्रामक (contagious) होती हैं।

विधि 1
विधि 1 का 3:

दोस्ताना वार्तालाप करना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. वार्तालापों के उपर, अधिकार जमाने (dominate) की कोशिश ना करें। अगर आप किसी वार्तालाप में अकेले ही सारी बातें करते हैं, तो लोगों को लगेगा की आप उनपर बोल रहे हैं। इसके बजाय, बाकी लोगों को बात करने दें और उनके बोलने से रुकने पर ही केवल, अपने इनपुट दें। इससे आप एक नम्र (polite), ध्यान देने वाले व्यक्ति लगते हैं, जो इस बात की चिंता करता है की बाकी लोग क्या कहना चाह रहे हैं। [१]
    • बोलते समय किसी व्यक्ति को ना टोकें। लोगों को बोलने से रोके जाना अच्छा नहीं लगता है। हमेशा उनको अपनी बात खत्म करने दें, जो वह बोल रहे हैं।
    • बेशक, फिर भी प्रश्नों के उत्तर दीजिये, अगर कोई व्यक्ति पूछता है। लेकिन दूसरा अवसर मत खोजिए जब आप अपने बारे में फिर से बात करना शुरू करना चाहेंगे। अन्य लोगों को बात करने दें।
  2. वार्तालाप को जारी रखने के लिए, दूसरे लोगों से उनके बारे में पूछिये। लोगों को अपने बारे में बात करके, खुलने का मौका दें। वह हमेशा ऐसे व्यक्ति से बात करना पसंद करेंगे जो उनको सुनता हो। साधारण सा, “आज आप कैसे हैं?” से लोगों को लगता है की आप उनके बारे में चिंता करते हैं। [२]
    • केवल सतही (superficial) प्रश्नों को ना पूछें। उस व्यक्ति द्वारा बोली गई चीजों के आधार पर प्रश्न पूछें, जिससे उसे यह लगे की आप सुन रहे थे।
    • उदाहरण के लिए, अगर कोई आपको अपनी छुट्टियों के बारे में बता रहा है, और बताता है की उसका टायर पंक्चर हो गया था, तो कहें, “अरे, आपने टायर कैसे ठीक किया?” यह दिखाता है की आप उनकी कहानी सुनने के केवल इच्छुक ही नहीं हैं, बल्कि आप कहानी पर ध्यान भी दे रहे थे।
  3. लोगों से बात करते समय, अपने कंप्यूटर या फोन से अलग देखें: लोगों से वार्तालाप करते समय विचलित ना दिखें। अपने फोन या कंप्यूटर को लगातार चेक करने से, आप असभ्य (rude) और दिलचस्पी ना लेने वाले (uninterested) लगते हैं। अपने फोन को नीचे रखें और कंप्यूटर से अलग देखें। उस व्यक्ति की आँखों में आँख डालें जिससे उसे पता लगे की आप ध्यान दे रहे हैं। [३]
    • अगर आपको फोन चेक करना जरूरी है, तो माफी (excuse) मांगे और कहें, “माफ कीजिएगा, मुझे इसे एक सेकंड के लिए चेक करना है।”
    • अगर आप वास्तव में व्यस्त हैं, और आपके पास बात करने का समय नहीं है, तो उसके बारे में विनम्र रहें। कहें, “मैं कुछ ज्यादा बात करना चाहता हूँ लेकिन मुझे दफ्तर का एक कॉल करना है। मैं आपसे बाद में मिलुंगा।”
  4. जब कोई आपको कुछ बताता है, तो उत्साहित हों। अगर वह कुछ अच्छी खबर, या एक उपलब्धि के बारे में बताते हैं, तो उनको बधाई दें। एक साधारण, “यह बहुत अच्छा है!” से उनको महसूस होगा की उन्होने वाकई में कोई उपलब्धि हासिल करी है, जिसके बारे में आप चिंता करते हैं। [४]
    • कई बार लोग शर्मा जाते हैं जब आप उनको बधाई देते हैं। अगर वह कुछ ऐसा कहते हैं, “अरे, यह कोई बड़ी बात नहीं है”, तो आप, उसके बाद, कह सकते हैं, “बस आप इतना जान लें की मैं आपके लिए प्रसन्न हूँ”। इससे दूसरे व्यक्ति से, व्यक्तिगत कनैक्शन बना रहता है, बिना उनको असहज (uncomfortable) किए।
  5. अगर कोई दूसरा व्यक्ति आपको कौम्प्लीमेंट (compliment) करता है, तो उसे वापस करें: यह संभव है की वार्तालाप में कोई आपको बधाई देगा या कौम्प्लीमेंट करेगा। उन्हें सच्चाई से (sincerely) कौम्प्लीमेंट के लिए धन्यवाद दें, और फिर वापस कौम्प्लीमेंट करें। इससे आप विनम्र (gracious) और उदार (generous), दोनों लगेंगे। [५]
    • एक सहयोगी कह सकता है की आज की मीटिंग में आपने बहुत अच्छा आइडिया दिया। आपको जवाब देना चाहिए, “धन्यवाद, मुझे खुशी है की आपको अच्छा लगा। आपके स्किल्स के साथ, मुझे विश्वास है, की आप इसे कर ल्रेंगे”।
  6. अनिवार्य रूप से, आप लोगों की कुछ अस्थाओं (beliefs) या राय (opinion) से असहमत होंगे। वार्तालाप को दोस्तना रखें और उनकी आलोचना ना करें। उनको आपने विचार रखने दें। इस तरह, वह आपसे बात करते हुए, आपने को सुरक्षित और प्रसन्न महसूस करते रहेंगे। [६]
    • आप फिर भी, बिना शत्रुता (hostility) के, अपनी असहमति जाहिर कर सकते हैं। बस सरलता से कहें, “मैं इसे इस तरह से नहीं देखता हूँ, लेकिन मुझे आपका पॉइंट समझ में आ रहा है”, जो बताता है की आप असहमत हैं लेकिन दूसरे व्यक्ति को श्रेय (क्रेडिट) भी देता है।
    • अगर आप विरोध (confrontation) से पूरी तरह बचना चाहते हैं, तो आप उनकी राय को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं और वार्तालाप को किसी और दिशा में ले जा सकते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 3:

लोगों को महत्वपूर्ण महसूस कराना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. यह लोगों के साथ जुडने का, और यह दिखाने का की आप उनके द्वारा कही गयी बातों की वास्तव में चिंता करते हैं, एक अच्छा तरीका है। अगर आप उनके द्वारा बताई गयी बातों को हमेशा भूल जाते हैं, तो ऐसा लगेगा जैसे आप उनको सुन नहीं रहे हैं। उनके द्वारा बताए गए डिटेल्स को याद रखने की कोशिश करें जिससे उनके साथ आपका कनैक्शन बढ़े। [७]
    • इन डिटेल्स के बारे में भी पूछें: कोई आपको शुक्रवार को बता सकता है की वे सप्ताहांत (weekend) में एक कौन्सर्ट (concert) जा रहे हैं। अगर आप उनको सोमवार को मिलते हैं, तो उनसे पूछें की कौन्सर्ट कैसा था। यह दिखाता है की आप सुन रहे थे और की आपको उनका ध्यान रखते हैं।
    • अगर आपको चीज़ें याद रखने में परेशानी आती है, तो याददाश्त बढ़ाने के लिए , कुछ एक्सरसाइसेस (exercises) करने की कोशिश करें।
  2. नॉनवरबल (nonverbal) क्यूज (cues) के साथ अपनी दिलचस्पी दिखाएँ: कुछ हाव-भाव (mannerisms) और शारीरिक भाषा (body language) दूसरे व्यक्ति को दिखाते हैं की आप ध्यान दे रहे हैं। लोग कहते हैं की सिर हिलना (nodding), आँखों में देखना (making eye contact), और आपने चेहरे के भाव को बदलना, दूसरे व्यक्ति को यह दर्शाते हैं की आपने उनकी बातों पर ध्यान दिया है। दृढ़ (firm) या प्रतिक्रियाविहीन (unresponsive) मत बने रहिए। यह दिखाते है की आप वार्तालाप के बारे में फिक्रमंद (don’t care) नहीं हैं। [८]
    • अगर आपको कोई, अचानक कुछ होने के बारे में, कोई कहानी सुनाता है, तो अपनी आँखों को फैलाएँ और एक अचंभित दिखने वाला चेहरा बनाएँ। उन्हें लगेगा की आप उनकी कहानी से पूरी तरह सहमत हैं।
    • आप यह तब भी कर सकते हैं जब आप किसी से सीधे वार्तालाप नहीं कर रहे हैं। अगर एक सहयोगी कॉन्फ्रेंस रूम में एक प्रेजेंटेशन दे रहा है, तो उनके बोलने के समय, उनकी तरफ देखें। जब वह कोई अच्छा पॉइंट बताएं, तो साथ में सिर हिलाएँ, और नोट्स लें। इन सभी से, बोलने वाले व्यक्ति आपने को महत्वपूर्ण समझता है, और वह इसको पसंद करते हैं।
  3. किसी व्यक्ति को महत्वपूर्ण महसूस कराने के लिए, कौम्प्लीमेंट और तारीफ बहुत अच्छे तरीके हैं। अन्य लोगों को कौम्प्लीमेंट करें, लेकिन अतिश्योक्ति (over do) ना करें। अगर आप हमेशा दूसरे को कौम्प्लीमेंट करते रहते हैं, तो आपकी तारीफ सच्ची नहीं लगेगी। जब आप लोगों को कौम्प्लीमेंट करें, तो सच्चाई से दें, और फिर आगे बढ़ जाएँ। [९]
    • किसी व्यक्ति द्वारा आपकी तारीफ को स्वीकार करने के बाद भी, उसकी तारीफ करना जारी ना रखें: अगर वह धन्यवाद कहते हैं, तो यह मत कहें, “नहीं वास्तव में, अपने बहुत अच्छा काम किया है”। यह झूठा लगेगा।
  4. कौम्प्लीमेंट्स को व्यक्तिगत मामला नहीं होना चाहिए। अगर किसी ने, जिसको आप जानते हैं, कोई उपलब्धि हासिल की है, तो अन्य लोगों को उसके बारे में जानने दें। वह व्यक्ति खुश होगा की बाकी लोग भी उसकी उपलब्धि को गंभीरता से ले रहे हैं। [१०]
    • इसका कोई बहुत बड़ा भाव (gesture) दिखाने की जरूरत नहीं है। आप एक प्रेजेंटेशन कर रहे हों और कहें, “मैं जॉन को, इन फिगर्स (figures) के लिए बेहतरीन काम करने के लिए, धन्यवाद देता हूँ”। इस छोटे से स्टेटमेंट (statement) से, आप जॉन को श्रेय (credit) दे देते हैं, बिना इस बारे में ज्यादा बात किए।
    • हालांकि, अगर कोई आपसे अनुरोध करता है की किसी बात को शांत रखा जाए, तो उनकी इच्छा का आदर करें। वह स्वयं किसी विशिष्ट व्यक्ति को बताना चाहते होंगे या फिर, इस बारे में थोड़े शर्मीले होंगे।
  5. अगर कोई व्यक्ति आपके लिए कुछ करता है, तो उसे एक धन्यवाद का नोट लिखें: लोगों को सम्मान की अनुभूति कराना भी एक बहुत बढ़िया तरीका है उनको दिखाना का, की वे महत्वपूर्ण हैं। अगर कोई आपकी सहायता करता है, तो थोड़ा समय निकाल कर एक अकृत्रिम (genuine) धन्यवाद नोट या ईमेल लिखें। एक्सप्लेन (explain) करें की कैसे उन्होने आपकी सहायता की है और उन्हें बताएं की आप उसका सम्मान करते हैं। [११]
    • व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद कहना भी काम करता है। उस व्यक्ति को खोजें और धन्यवाद कहें। कहिए, “मैं स्वयं आकर आप द्वारा किए गए एहसान का शुक्रिया अदा करना चाहता था”, जिससे लगेगा की आप उनके लिए, रास्ते से हट कर, गए थे।
    • अगर आप उस व्यक्ति से मिल नहीं पाते हैं, तो धन्यवाद का एक फोन कॉल भी उत्तम होगा।
विधि 3
विधि 3 का 3:

पॉज़िटिव एनर्जि (ऊर्जा) को फैलाना

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अन्य लोगों के बारे में बकवास और नकारात्मक (negative) बात करने से बचें: दूसरों के बारे में बकवास फैलाने से अधिक शत्रुतापूर्ण (hostile) और कम दोस्तीभरा (friendly) वातावरण बनता है। अगर आपकी ख्याति (reputation) ऐसा करने वाले की हो जाती है, तो कम लोग आपसे सम्बंध (interact) रखना चाहेंगे। बकवासबाजी से दूर रहें, और अपने को ऐसा बनाएँ जिससे बात करने में लोग सहज महसूस करें। वह आपके आस-पास ज्यादा प्रसन्न रहेंगे। [१२]
    • यह अच्छी परिस्थिति है, जहां गोल्डेन रुल (Golden Rule) के बारे में सोचने से, सहायता मिलती है। क्या आप किसी को, जो आपके बारे में अफवाह फैलाता है, पसंद करेंगे? शायद नहीं। इसलिए दूसरों के बारे में भी अफवाहें मत फैलाइए।
  2. लोगों से वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप खुद के लिए चाहते हैं: इसे आम तौर पर, किसी कारण से, “गोल्डेन रुल (Golden Rule)” कहते है। अगर आप लोगो को खुश करना चाहते हैं, तो बस यह सोचें की आपको क्या चीज़ खुश करती है। फिर लोगों से, इसीके अनुरूप व्यवहार करें। इस कोड का पालन करें और आप अधिक दोस्ती लायक व्यक्ति बन जाएंगे। [१३]
    • सोचें की आप किसी से बात कर रहे हों और, किसी विशिष्ट बैंड को चाहने के लिए, आप उनका मज़ाक बना दें। क्या आप प्रसन्न होंगे यदि कोई ऐसा ही आपके साथ करे? संभवतः नहीं। अपने एक्शन्स पर फिर से विचार करें और माफी मांगें।
  3. जितना हो सके, उतना मुस्कुराएं : मुस्कुराने से आप पॉज़िटिव महसूस करते हैं और यह आपके आस-पास के लोगों में भी पॉज़िटिविटी फैलाता है। ज्यादा मुस्कुराने का एक सचेत (conscious) प्रयास करें। आप ज्यादा दोस्ती करने वाले व्यक्ति लगेंगे और ज्यादा संभावना है की लोग आपसे आकर बात करेंगे। [१४]
    • जब भी आप लोगों का स्वागत करें, तो हैलो बोलते समय मुस्कुराएं। यह पॉज़िटिव फीलिंग्स फैलाने का एक आसान तरीका है।
    • मुस्कुराहट में अपने होठों को बहुत ज्यादा ना फैलाएँ। यह झूठा लगेगा। बस अपने होठों के किनारों को हल्के से मोड़ने से, आप प्राकृतिक रूप से चमकने लगेंगे।
  4. सेन्स ऑफ ह्यूमर होने से आपका तनाव कम हो जाता है, और आपको एक पॉज़िटिव एट्टीट्यूड रखने में सहायता मिलती है। इससे अधिक महत्वपूर्ण है की लोग आपके प्रति आकर्षित होंगे, अगर आप एक मजेदार व्यक्ति हैं। ज्यादा हँसे और दूसरे लोगों के मूड को अच्छा करने की कोशिश करें। इससे पॉज़िटिव एनर्जि (ऊर्जा) चारों ओर फैलेगी, और लोग इसको पसंद करेंगे। [१५]
    • याद रखें की सेन्स ऑफ ह्यूमर होने का मतलब बस चुट्कुले सुनाना नहीं है। इसका ज्यादा मतलब है चीजों को बारे में प्रसन्नचित मूड (lighthearted mood) रखना। अगर कुछ नकारात्मक होता है, तो उसका उज्ज्वल पक्ष पता करने की कोशिश करें। ऐसा व्यक्ति बने जो बाकी लोगों के निराश हो जाने के बाद भी आशावादी (optimistic) रहता है।
    • अपने ह्यूमर की सीमाओं को, हालांकि, हमेशा जानें। अनुचित चुट्कुले मत सुनाएँ। अगर लोग आपके हरकतों (antics) से खुश नहीं होते हैं, तो उसे कम करें।

टिप्स

  • याद रखें की हर स्थिति भिन्न होती है। अगर कुछ दुखद (tragic) होता है, तो वह आपकी सेन्स ऑफ ह्यूमर दिखने का शायद अच्छा समय नहीं है। हर स्थिति को समझें और उसी के अनुसार काम करें।

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १,४०९ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?