आर्टिकल डाउनलोड करें
आर्टिकल डाउनलोड करें
किसी को नियंत्रित करना अपनी बातें मनवाने का एक अच्छा तरीका है – फिर भले ही आप अपने बॉस से अपनी सैलरी बढवाना चाहते हों, या फिर अपने साथी से अपनी किसी बात को मनवाना चाहते हों। किसी को नियंत्रित करने का आप के पास चाहे जो कारण हो, यदि आप सच में अपनी योजना को सफल बनाना चाहते हैं, तो आप को अपनी इस लोगों को नियंत्रण में रखने की कला को निखारना होगा, नियंत्रण करने की अलग-अलग तकनीकों का इस्तेमाल करना होगा और किसी भी परिस्थिति में किस तरह लोगों को नियंत्रित करना है, सीखना होगा। यदि आप लोगों को नियंत्रित करना सीखना चाहते हैं, तो फिर इन चरणों का पालन करें।
चरण
-
एक एक्टिंग क्लास करें: किसी को नियंत्रित करने का एक सब से जरुरी हिस्सा, अपनी भावनाओं में महारथ हासिल करना सीखना और लोगों के सामने अपनी इन काल्पनिक भावनाओं को इस तरह से पेश करना सीखना है, ताकि लोग इन्हें स्वीकार सकें। यदि आप चाहते हैं कि लोगों के सामने आप असल में जितने विचलित हैं, उस से ज्यादा नजर आएं या फिर अपनी बातों को मनवाने के लिए भावनाओं पर जीत हासिल करने की तरकीबें सीखना चाहते हैं, तो आप के लिए एक एक्टिंग क्लास करना उचित तरीका होगा।
- यदि आप सिर्फ लोगों को नियंत्रित करना सीखने के लिए एक्टिंग क्लास ले रहे हैं, तो किसी को भी इस बारे में ना बताएं। नहीं तो ये लोग आप पर विश्वास करने के बजाय, खुद ही आप की भावनाओं को ले कर सतर्क हो जाएँगे।
-
किसी बहस में या फिर पब्लिक स्पीकिंग क्लास (public speaking class) में हिस्सा लें: हालाँकि एक्टिंग क्लास आप की भावनाओं में महारथ हासिल दिलाने और लोगों को आप की बातों से सहमत कराने की कला को सीखने में मदद कर सकती है, लेकिन किस तरह से सभ्यता के साथ लोगों से अपनी बात मनवानी है और अपनी बातों से सहमत कराना है, ये सब सिखाने में पब्लिक स्पीकिंग क्लास (public speaking class) आप की बहुत मदद करेगी। इस तरह से ना सिर्फ आप अपने विचारों को रचनात्मक ढंग से व्यवस्थित करना और पेश करना सीखेंगे, बल्कि लोगों को अपनी जरूरतों पर किस तरह यकीन दिलाना है, भी सीख पाएंगे।
-
समानता स्थापित करने के लिए 'पेसिंग (pacing)' एक कला है, जिस के जरिये आप किसी की बॉडी लेंग्वेज, आवाज की लय को और उस की हर एक अदा को ठीक उसी की तरह से कॉपी कर पाएंगे।
- शांत और प्रेरक (The calm and persuasive) एक ऐसी विधि है, जिस के जरिये आप अपने बॉस, या सहकर्मी को अपना कोई काम कराने के लिए मना सकते हैं। किसी भी प्रोफेशनल जगह पर भावनाओं का कोई स्थान नहीं होता।
-
मनमोहक बनें: मनमोहक लोगों में अपने मन की चीज़ें पाने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है। तो यदि आप भी लोगों को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो फिर आप को भी अपनी प्रतिभाओं को निखारने पर काम करना होगा। आप को किसी कमरे में मौजूद लोगों के चेहरे पर हँसी और चमक लाने के काबिल बनना होगा, एक आकर्षक बॉडी लेंग्वेज रखनी होगी ताकि लोग आप से बात करने आगे आएं, और किसी के भी साथ, चाहे वह आप का 9 साल का भतीजा हो या फिर 90 साल की नानी माँ, अपने क्लास के छात्र या फिर एक हिस्ट्री टीचर ही क्यों ना हो, आप को सब के साथ बात करने के लायक बनना होगा। यहाँ पर प्रतिभावान बनने के कुछ आसान तरीके दिए गए हैं:
- लोगों को अच्छा महसूस कराएँ। जब भी उन से बात करें, तो उन के साथ नजरों का संपर्क बनाए रखें, और उन से उन की भावनाओं और रुचियों के बारे में सवाल करें। उन्हें ऐसा जताएं, कि आप सच में उनकी भावनाओं को सुनना चाहते हैं—भले ही आप अंदर से ऐसा बिलकुल भी ना चाहते हों।
- आत्म-विश्वास दर्शाएँ। प्रतिभाशाली लोग, ये जैसे भी हैं, जो भी हैं, और जो भी करते हैं, उस से खुश रहते हैं। और यदि आप को अपने ऊपर विश्वास है, तो लोग भी आप को ज्यादा गंभीरता से लेने लगेंगे और आप की जरूरतों को भी पूरा करेंगे।
- जब भी आप कुछ बोलें, तो फिर भले ही वो सच हो या झूठ, या फिर आप के मन की कल्पना ही क्यों ना हो, लेकिन उसे विश्वास के साथ में बोलें। जब कभी भी आप विषय से बाहर का कुछ बोलें, तो इस दौरान धाराप्रवाह बोलने की कोशिश करें।
-
कुछ महारथी लोगों से सीखें: यदि आप का कोई दोस्त, परिवार का सदस्य, या फिर कोई दुश्मन ही क्यों ना हो, यदि वह लोगों को नियंत्रित करने में महारथी हो, तो आप को इस इंसान को देखना शुरू कर देना चाहिए और देखें कि वह कैसे हर समय लोगों से अपनी बातें मनवा लेता है, और किस तरह से हर वो चीज़ पा लेता है, जो उसे चाहिए होती है। इस तरह से आप को लोगों को नियंत्रित करने का एक अलग ही दृष्टिकोण मिल जाएगा, फिर भले ही आप ने इस प्रक्रिया को अच्छी तरह से ही क्यों ना सीख लिया हो।
- यदि आप सच में लोगों को नियंत्रित करना सीखने को लेकर पूरी तरह समर्पित हैं, तो फिर शायद आप अपने साथ ही में पढ़ रहे किसी एक व्यक्ति को नियंत्रित कर पाने में सक्षम हो चुके होंगे।
-
लोगों को समझने की कोशिश करें: हर एक इंसान अपने मन में ना जाने कितने ही तरह के भावनात्मक और मानसिक विचारों सहेज कर रखता है, और इसी तरह से वे ना जाने कितनी ही बार नियंत्रित किये जा चुके होते हैं। तो लोगों पर नियंत्रण की अपनी सब से आधुनिक तरकीब आजमाने से पहले, तो लोगों को समझने के लिए ज़रा समय लें, ऐसा क्या है, जिसे इन्होने ढँक रखा है और ऐसा क्या है जो आप की बात मनवाने में मदद करेगा। यहाँ पर कुछ अलग-अलग बातें दी गई हैं, जिन्हें आप लोगों को समझते वक़्त उन में पाएँगे:
- अधिकांश लोग अपनी भावनाओं के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं। और ऐसे लोग खुद से ही बहुत भावुक होते हैं, मूवी देखते वक़्त रोने लगते हैं, जानवरों को प्यार करते हैं, और हमदर्दी और सहानुभूति की शक्ति वाले होते हैं। तो उन से अपनी बातें मनवाने के लिए आप को उन की भावनाओं के साथ तब तक खेलना होगा, जब तक कि वो खुद ही आप की बात मानने को तैयार ना हो जाएँ।
- कुछ लोगों में हर एक बात के लिए खुद को गुनाहगार साबित मानने की प्रवृत्ति होती है। कुछ ऐसे लोग जो अपने घर में, बहुत ही ज्यादा प्रतिबंधों के साथ में बड़े हुए हैं, जिस में उन्हें हर एक गलती के लिए दंड दिया जाता था और हमेशा से इस तरह की भावनाओं से गुजरे हुए होते हैं, जिन से उन्हें लगता है, कि उन्होंने कुछ गलत किया है। इन लोगों के लिए, जवाब तो एकदम साफ है—बस यदि ये आप की बात नहीं मानते हैं, तो उन्हें इसके लिए उन्हें तब तक ऐसा महसूस कराएँ, कि ये भी उन्हीं की गलती है, जब तक कि वो आप की मनपसन्द चीज़ नहीं दे देते।
- कुछ लोग उचित दृष्टिकोण को अपनाने में बेहद अच्छे होते हैं। यदि आप का कोई मित्र यथार्थवादी दृष्टिकोण रखता है, अक्सर न्यूज़ पढ़ा करता है, और हमेशा कोई निर्णय लेने से पहले सबूत की मांग करता है, तो फिर आप को अपना काम करवाने के लिए, अपनी प्रेरक शक्तियों को बेहद शांति से उपयोग करना होगा।
-
कुछ बेमतलब सा का निवेदन के बाद में बेहद जरुरी निवेदन करें: यह अपनी बातों को मनवाने की एक समय-परीक्षण रणनीति है। यह बहुत आसान है। यदि आप किसी को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो फिर आप को पहले एक बेहद जरुरी निवेदन करना चाहिए, उस के बाद उस इंसान के द्वारा उसे अस्वीकार करने तक का इंतजार करें, और फिर इस के बाद एक बेहद जरूरी निवेदन करें। यह आप के पहले निवेदन से ज्यादा आकर्षक लगेगी और इसी तकनीक का इस्तेमाल सेल्सपर्सन किया करता है। [१] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, यदि आप चाहते हैं, कि आप का कोई कर्मचारी कल सुबह से जल्दी आने लगे, तो आप उसे बस इतना कहें, “क्या तुम ये नया प्रोजेक्ट लीड करना चाहोगे? लेकिन तुम्हें इस के लिए अगले कुछ महीनों तक सुबह ज़रा जल्दी आना होगा।” जब आप का कर्मचारी हामी भरता है, तो फ़ौरन ही ऐसा बोलें, “अरे, ये तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन क्या तुम कल सुबह जल्दी आ सकते हो, मुझे इस प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार करने में तुम्हारी मदद चाहिए?” आप के इस पहले निवेदन के बाद वह आप की इस अगली इच्छा को भी मानने के लिए आसानी से तैयार हो जाएगा।
-
कुछ असली अनुरोध करने से पहले कोई कुछ बेमतलब का अनुरोध करें: अपनी बात मनवाने का एक और तरीका यह है कि उस इंसान के सामने एक बेमतलब सी चीज़ का अनुरोध करें, इस के बाद उस इन्सान को इतना ज्यादा असुरक्षित महसूस करा दें, कि वो न बोलने के बारे में सोच भी ना पाए। यदि आप इस के बाद अपनी असली इच्छा सामने रखते हैं—पैसे, एक गाड़ी या फिर कुछ भी बड़ी चीज़ पाने की—तो ऐसे में लोगों के अक्सर ही ना बोलने की संभावना रहती है, क्योंकि उन का मन इन सारी बातों को पहले से भांप चुका होता है। [२] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, यदि आप अपने आसपास के लोगों से अपनी किसी अर्जी पर दस्तखत कराना चाहते हैं, तो पहले आप को उस इंसान से कुछ ऐसा कह कर नीचे गिरी हुई किसी चीज़ को उठाने में या फिर किसी और काम में मदद मांगनी चाहिए, कि आप की कमर में तकलीफ है, और आप झुक नहीं सकते। इस तरह से आप के और उस के बीच में एक तरह का संबंध स्थापित हो जाएगा और फिर जब आप उस से अपनी अर्जी पर दस्तखत करने का बोलेंगे, तो उस के मना करने की संभावना ना के बराबर हो जाएगी।
-
पहले डराएँ, फिर शांत हो जाएँ: यदि आप अपने मन की चीज़ें पाना चाहते हैं, तो पहले आप उस इन्सान के मन में किसी तरह से कुछ गलत होने का डर भर दें, फिर शांत हो जाएँ, और अपनी चीज़ अपने पास तक पहुँचने का इंतज़ार करें। यह एक बहुत ही छोटी सी तरकीब है, लेकिन इस से आप को अच्छे परिणाम मिल जाते हैं। [३] X रिसर्च सोर्स
- उदाहरण के लिए, आप अपने मित्र को बोल सकते हैं, “पता है, जब मैं तुम्हारी कार चला रहा था, तब मैंने एक बहुत खतरनाक आवाज सुनी, और उस समय मुझे लगा, कि इस का इंजन ख़राब हो गया। लेकिन फिर मुझे समझ आया, कि यह आवाज तो रेडियो में से आ रही थी—क्या-क्या सोच लेता हूँ मैं, हैं ना?” थोडा रुक जाएँ, और कुछ भी बोलने से पहले अपने मित्र को सोचने का कुछ समय दें, “अरे इस से मुझे याद आया—अगर तुम्हें कोई परेशानी ना हो तो क्या तुम मुझे इस हफ्ते के लिए अपनी कार दे सकते हो?”
-
इंसान को खुद को दोषी महसूस होने दें: यदि आप किसी सही इंसान को नियंत्रित कर रहे हैं, तो अपनी चीज़ पाने के लिए, दोष का अहसास कराना, आप के लिए एक बेहद शानदार तरकीब साबित होगी। पहले तो किसी ऐसे इंसान को पकड़ें जो किसी ना किसी तरह से सारा दोष अपने ऊपर लेने को तैयार रहता है। फिर उसे ऐसा अहसास कराएँ, कि वो आप को आप की पसंद की चीज़ ना कर एक बहुत ही बेकार माँ, पिता, मित्र या गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड बन रहा है, फिर यह कितना भी घटिया क्यों ना हो, ये कोई मायने नहीं रखता, आप को बस अपनी चीज़ से मतलब होना चाहिए। [४] X रिसर्च सोर्स
- यदि आप अपने पैरेंट्स को दोषी होने का अहसास कराना चाहते हैं, तो उन के सामने इस तरह से बर्ताव करें, कि आप का बचपन या आप की जिंदगी बस ऐसे ही कटते जा रही है, क्योंकि ये लोग आप को इसे खुल कर जीने नहीं दे रहे हैं।
- यदि आप अपने मित्र को दोषी होने का अहसास दिलाना चाहते हैं, तो उसे हर उस अच्छी चीज़ की यद् दिलाएं, जो आप ने उस के लिए की थी या फिर बस अनजाने में ही उसे हर एक उस पल की याद दिला दें, जिस में उस ने आप को नीचा दिखाया हो या आप की भावनाओं को सम्मान ना दिया हो।
- यदि आप अपने बॉयफ्रेंड को दोषी होने का अहसास कराना चाहती हैं, तो बस इतना बोलें, “कोई बात नहीं—ये मेरी उम्मीदें थीं,” इस तरह से उसे ऐसा अहसास दिला देंगी, कि वो आप की खुशियों को हमेशा ही भूल जाता है।
-
घूस (अपने काम के बदले में कुछ देना) को भी इस्तेमाल करें: घूस भी अपनी चीज़ें पाने का एक बहुत अच्छा तरीका है। आप को अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिए, इस तरकीब का इस्तेमाल किसी को ब्लेकमेल करने के लिए नहीं करना है। आप चाहें, तो आप की बात मानने के लिए उसे कुछ गिफ्ट दे सकते हैं या फिर ऐसा ही और भी कुछ जो आप कर सकते हों, कर दें। उदाहरण के लिए, आप अपने दोस्त से आप को मैथ्स टेस्ट के लिए पढ़ाने में मदद माँग सकते हैं, और इस के बदले में उसे क्लास तक ले जाने का प्रस्ताव रख सकते हैं, फिर भले ही आप उसे पहले भी क्लास तक ले कर जा चुके हों, तो भी इस में कोई इतनी बड़ी बात नहीं है।
- समझने की कोशिश करें, कि वो क्या चाहता है, और फिर उसे वही देने की कोशिश करें। यदि आप की किसी फ्रेंड को क्लास में आए किसी नए लड़के के ऊपर क्रश है, तो उसे वादा करें कि यदि वह आप का काम करेगी तो आप उसे उस लड़के का नंबर ला कर देंगे।
- अपनी इस घूसखोरी को उजागर ना होने दें। बस उस के सामने इसी तरह से दर्शाएँ कि आप भी उसके किसी काम के बदले में उसे कुछ देना चाहते है।
-
अपने शिकार के साथ खेलें: शिकार के साथ खेलना, जब तक आप इसे हद से ज्यादा नही करते, तब तक अपनी बातें मनवाने का अच्छा तरीका है। यह एक अच्छी तरकीब है, जिस का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाना चाहिए, लेकिन यदि इस का सही इस्तेमाल किया गया हो तो यह आप के शिकार के दिल को वेध कर देती है। बस एक शानदार, परोपकारी और एक ऐसे इंसान की तरह व्यवहार करें, जैसे कि संसार की सारी बुराइयाँ आप के सामने आ कर झुक जाती हैं और आप में एक भी बुराई नहीं है।
- चालाकी से खेलें। बोलें कि, “मुझे नहीं मालूम कि ऐसा हर बार क्यों होता है, ऐसा क्या है जो इसे होने नहीं दे रहा।” इसे बिलकुल ऐसे बोलें कि सामने वाले को लगने लगे कि आप सच में अपने किसी भी काम के ना होने के कारण परेशान हैं।
- कहें, “कोई बात नहीं—मुझे तो इस की आदत सी हो गई है।” उस इंसान को इस बात को लेकर को दोषी साबित करने दें, कि आप के आसपास ऐसे लोग मौजूद हैं जो आप की कोई मदद नहीं कर पाएंगे।
- निराश रहें: यदि आप का दोस्त आप को आप के घर तक नही ले जा रहा तो कहें, “कोई बात नहीं—मैं पैदल चलकर ही चला जाऊंगा। मैं इस एक्सरसाइज़ का इस्तेमाल कर लूँगा।”
-
तर्कों का इस्तेमाल करें: अपने जीवन में मौजूद तर्कसंगत लोगों के लिए, आप की तर्कशक्ति अच्छी तरह से काम करेगी। जब आप अपनी पसंद की किसी चीज़ को पाने के लिए ऐसे लोगों के सामने आते हैं, तो अपने हाथ में उस चीज़ के कम से कम 3 फायदे लेकर आएं, कि आप क्यों इस चीज़ को पाना चाह रहे हैं, ये फायदे ना सिर्फ आप के हित के लिए हों, बल्कि उस सामने वाले इंसान के हित के लिए भी हों। जब आप अपनी बातें कह रहे हों, बहुत ही शांति से और तार्किक शक्ति का इस्तेमाल कर के उस से बाते करें और जहाँ तक हो सके, खुद को गुस्सा ना आने दें। इस तरह के तार्किक बुद्धि वाले लोगों के पास पहुँचने से पहले आप को अपनी भावनाओं को एक तरफ छोड़ कर जाना होगा वरना आप जिस चीज़ को पाना चाहते हैं, उसे पाए बिना खली हाथ ही लौटना पड़ सकता है।
- ऐसे अभिनय करें, जैसे कि आप के द्वारा चाही जाने वाली उस चीज़ के ना जाने कितने ही अच्छे उपयोग हैं। उसे उस चीज़ को आप के नजरिये से ना देख पाने के लिए हीनता का अहसास कराएँ।
-
अपने पात्र से बिलकुल भी बाहर ना निकलें: भले आप की ये तरकीबें किसी मित्र के लिए हों, किसी सहकर्मी के लिए हों या फिर अपने किसी और प्रियजनों के लिए आप इस तरह की नियंत्रण संबंधी तरकीबों का इस्तेमाल कर रहे हों, या फिर आप उन के सामने आप जितने दुखी हैं, उस से कहीं ज्यादा दुःख दर्शा रहे हों, लेकिन कभी भी इस बात को ले कर अपनी ओर कभी भी इस तरह की कोई स्वीकृति ना दें, कि आप सच में उन्हें नियंत्रित कर रहे हैं, कह दें कि ये सब कुछ झूठ है। इस की जगह पर और भी ज्यादा दुखी दिखाई देने लगें और बोलें कि, “मुझे विश्वास नहीं होता कि तुम ऐसा सोच सकते हो,” इस तरह से वे आप की इस हालत के जिम्मेदार खुद को समझने लगेंगे और आप की तरफ और भी ज्यादा क्षमाभाव से देखने लगेंगे। [५] X रिसर्च सोर्स
- किसी भी बार यदि आप अपनी इस नियंत्रण कला को ले कर अपनी स्वीकृति दे देते हैं, कि आप उन्हें नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे, तो फिर अगली बार दोबारा इसी इंसान को नियंत्रित कर पाना आप के लिए बेहद कठिन हो जाएगा।
-
अपने दोस्तों को नियंत्रित करें: हालाँकि अपने दोस्तों को नियंत्रित कर पाना ज़रा सा कठिन काम साबित हो सकता है, क्योंकि, जैसे कि ये आप के दोस्त हैं, आप इन के साथ ज्यादा समय बिताते होंगे, तो ये भी आप के हर एक भाव आप की कलाओं को अच्छी तरह से समझते होंगे। लेकिन बिलकुल भी चिंता ना करें – अभी भी आप अपना काम कराने के लिए अपने दोस्तों को नियंत्रित कर सकते हैं। जब आप को उन से कोई काम कराना हो, तो उस के कुछ हफ्ते पहले से उन के साथ और भी अच्छा बर्ताव करने लगें, उन के लिए भी कोई काम कर के दें, और उसे भी यह दर्शाने की कोशिश करें, कि वह कितना अच्छा दोस्त है। एक अच्छा दोस्त बनने के लिए आप को जो भी करना पड़े, करें, लेकिन किसी भी चीज़ की अति ना करें।
- अपनी भावनाओं का इस्तेमाल करें। आप के दोस्त आप की परवाह करते हैं, और ये आप को कभी भी दुखी नहीं देख सकते। तो उन सारी तरकीबों का इस्तेमाल करें, जिन से आप जितने दुखी हैं, उस से और भी ज्यादा दुखी नजर आने लगें।
- अपने दोस्तों को हमेशा ही याद दिलाते रहें कि आप कितने अच्छे दोस्त हैं। और जब आप ने इन के लिए कुछ अच्छा किया हो, उन सारे उदाहरणों को इन के सामने रखने के लिए तैयार रहें।
- उन्हें दोषभाव से विभोर कर दें। आप को किसी एक बुरे दोस्त की तरह बर्ताव नहीं करना है, लेकिन आप को उस के हर उस पल का उदाहरण सामने रखना है, जब भी उस ने आप की भावनाओं को ठुकराया हो। इसे कुछ इस तरह से बिना दोष लगाए, उस के सामने दर्शाएँ, कि आप को अपने दोस्तों के आप के प्रति इस तरह के बेपरवाह व्यवहार की आदत हो गई है।
-
अपने किसी विशेष व्यक्ति को नियंत्रित करना: अपने किसी प्यारे और विशेष व्यक्ति को नियंत्रित कर पाना आप के लिए कोई बेहद कठिन काम नहीं होना चाहिए। इसे करने का सब से आसान तरीका है, कि उन पर पूरी तरह से फ़िदा हो जाएँ और उन से अपनी बात मनवाने के लिए कुछ ऐसा कहें, कि यदि वह ऐसा नहीं करेगा तो आप अपने इस रिश्ते को यहीं रोक देंगे। लेकिन यदि आप इस तरीके का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, तो यहाँ पर ऐसे बहुत सारे रास्ते मौजूद जिन से आप अपने किसी विशेष व्यक्ति को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
- जो भी दृष्टिकोण अपना रहे हों, बस इतना याद रखें कि अपनी बात रखते वक़्त आप उस के सामने बेहद सेक्सी नजर आ रहे हों। आप को अपनी चीज़ों को पाने की संभावना तब और भी बढ़ जाती है, जब आपका ये विशेष व्यक्ति याद रख पा रहा हो कि आप कितने प्यारे और हॉट हैं।
-
कोई इंसान आप की बातों को कितने अच्छे से मान रहा है, यह उस पर भी निर्भर करता है, कि आप की उस के सामने कैसी छवि है: तो अपने इस विशेष लोगों के सामने अपनी छवि को प्रोजेक्ट करने के लिए (नकली ढंग से ही सही) ज़रा सा तीव्र और नम्य बन जाएँ।
- अपनी भावनाओं का उपयोग करें। क्या आप का यह विशेष व्यक्ति आप को रोता हुआ या दुखी देखना चाहता है? बेशक बिल्कुल भी नहीं।
- यदि आप सच में उस चीज़ को पाना चाहते हैं, तो सार्वजनिक रूप से ज़रा से आंसू गिराने से भी ना झिझकें। बिलकुल वैसे ही जैसे कि माँ-बाप अपने बच्चे के, बीच-बाज़ार में सब के सामने तमाशा करने पर, उस की सारी बातें मान लेते हैं, बिलकुल उसी तरह आप का यह विशेष इंसान भी लोगों के सामने आप के तमाशा करने पर आप की बातें मानने को तैयार हो जाएगा। यद्यपि, इस तकनीक का उपयोग ज़रा संयम से करें।
- थोड़ी-बहुत घूस भी देने की कोशिश करें। यदि आप सच में चाहती हैं, कि आप का साथी आप को कहीं बाहर, एक रोमांटिक पिकनिक पर ले कर जाए, तो उसे इस के बदले में, अगले दिन उस के साथ क्रिकेट देखने जाने का प्रस्ताव दें। इस तरह से आप का यह व्यवहार, नियंत्रण करने जैसे कम और ज्यादातर एक समझौते की तरह सामने आएगा।
-
अपने बॉस को नियंत्रित करें: अपने बॉस के साथ में तार्किक और विवेकी दृष्टिकोण का इस्तेमाल करें, यह आप को अच्छे परिणाम देंगी। यदि आप अपने बॉस की टेबल पर अपनी निजी समस्याओं की बातें करेंगे या फिर रोना धोना करेंगे, तो आप को जो चाहिए, वह मिलने से पहले ही नौकरी से निकाल दिया जाएगा। इसकी जगह पर अपने बॉस के सामने अपने उस चीज़ को पाने के कारणों को दर्शाते हुए ज़रा तर्कसंगत और विवेक से पेश आएं।
- कोशिश करें कि अपना कोई निवेदन करने से पहले, अपने बॉस के सामने एक अच्छे कर्मचारी की तरह पेश आएं। ज़रा ज्यादा देर तक काम करें, अपने चेहरे पर एक मुस्कान रखें, और अपने बॉस के द्वारा दिए गए हर एक काम को समय पर पूरा करें और बिना किसी कारण के सुबह सब के लिए, समोसे बगैरह लेकर जाएँ।
- उन से ऐसे ही बिना सोचे समझे बस ऐसे ही पूछना शुरू करें। अपने बॉस के सामने इसे इस तरह से रखें, कि यह कोई इतना भी जरूरी नहीं है, और ऐसा करने के लिए, अपने अनुरोध में ऐसा कुछ ना बोलें कि, “सर, कुछ बेहद जरुरी है, जो मैं अप से पूछना चाह रहा था।” यह आप के बॉस को सचेत कर देगा कि आप जो कुछ भी पूछ रहे हैं, वह आप के लिए सच में बहुत बड़ी बात है, बस जो भी बोलें इस लहजे में बोलें कि यह आप के लिए कोई इतनी बड़ी बात नहीं है।
- दिन के अंत में या फिर बीच में किसी ब्रेक में पूछने की कोशिश करें। अपने बॉस से दिन की शुरुआत के साथ ही कोई भी अनुरोध ना करने खड़े हो जाएँ, इस समय वह अपने काम को लेकर बहुत ज्यादा तनाव में रहता है। इस की जगह पर, उन से पूछें कि वे ऑफिस में कब तक रुकेंगे, या फिर कितने समय पर लंच करेंगे—इस तरह से वह आप के इस अनुरोध को, आप की सभ्यता के कारण मानने के लिए तैयार हो जाएगा।
-
अपने टीचर को नियंत्रित करें: आप को अपने टीचर को नियंत्रित करने के लिए, भावनाओं के साथ में प्रोफेशनल रवैये का भी इस्तेमाल करें। जिस दिन आप अपनी कोई बात रखने वाले हैं, उस दिन आप को एक सर्वश्रेष्ठ छात्र की तरह सब के सामने पेश आना होगा। क्लास में ज़रा जल्दी पहुंचे, अपना होमवर्क पूरा कर के जाएँ, और क्लास में एक सक्रिय छात्र की तरह पेश आएं।
- अपने टीचर को बोलें, कि वो कितने अच्छे हैं। बहुत ही सावधानी से अपने टीचर की तारीफ करें, बोलें कि वो कितने अच्छे से पढ़ाते हैं, उन की उन के विषय में कितनी अच्छी पकड़ है, वे कितने अच्छे से छात्रों की समस्याओं को सुलझाते हैं।
- उन्हें बताएं, कि “घर पर कितना कुछ चल रहा है।” इस तरह से आप के टीचर को आप पर दया आएगी और उन्हें आप से कुछ और जानने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- जब आप अपने निजी जीवन से संबंधित कोई बात करते हैं, तो अपने टीचर के असहज महसूस करने तक का इंतजार करें और आप को कुछ और समय देने या फिर आप के पेपर को दोबारा लिखने का समय देने का प्रस्ताव रखने दें। यदि ऐसा नहीं हो रहा है, तो फिर कुछ नकारात्मक तरीके इस्तेमाल करें। बोलें, “मुझे मालूम है, कि आप कभी किसी को इतना ज्यादा समय नहीं देते…” और फिर अपनी आवाज में ज़रा सा भारीपन ले कर, कुछ समय तक खिड़की से बाहर देखते रहें।
- यदि ये भी आप के कोई काम नहीं आ रहा है, तो फिर अपने दिल से काम लें। रोना शुरू कर दें और इस के साथ ही “अपने घर पर चलने वाली बातों को लेकर” ज़रा रहस्मयी बने रहें और अपने टीचर के इतना ज्यादा असहज होने तक का इंतज़ार करें, कि उन के पास आप के मन की चीज़ देने के अलावा कोई और विकल्प ही ना बचे।
-
अपने पैरेंट्स को नियंत्रित करें: आप के पैरेंट्स आप से बिना किसी शर्त के बहुत प्यार करते हैं, और आप इन्हें बहुत पहले से नियंत्रित करते आ रहे हैं। यदि आप को प्यार और सहयोग मिलता आ रहा है, तो आप को बस अपनी बात रखने से पहले, खुद को भी इन्हीं के जैसा दर्शाना होगा, आप को दर्शाना होगा कि आप भी सभी से कितना प्यार करते हैं। अपनी पढाई को बिलकुल भी ना छोड़ें, समय पर घर आएं और घर में मदद करने के लिए जितना जो कुछ कर सकें करें। और फिर इस के बाद अपनी बात रखें।
- अपनी मांग को उन के सामने कुछ इस तरह से रखें, कि आप बेहद उचित मांग कर रहे हैं। यदि आप अपने स्कूल में होने वाले किसी कॉन्सर्ट में जाना चाहते हैं, तो अपनी इस मांग को बेहद साधारण रूप से उन के सामने रखें, ना कि उन के सामने बैठकर इस पर लम्बी चर्चा करने लगें। इसे इस तरह से अपने पैरेंट्स के सामने रखें, कि उन की तरफ से इसे अस्वीकार करने की संभावना ही न रह जाए।
- आप चाहें, तो कपडे धोने में उन का साथ देते वक़्त या फिर बर्तन धोते वक़्त, उन से अपनी बात कर सकते हैं। इस तरह से आप के पैरेंट्स के सामने आप के एक अच्छे बेटे या बेटी की छवि उभर के आएगी।
- उन से बताएं, कि आप के सारे दोस्त कैसे इस कॉन्सर्ट में जा रहे हैं, और उन के पैरेंट्स को इस से कोई परेशानी भी नहीं है। हाँ लेकिन याद रखें, कि इसे इतनी कोई बड़ी बात भी ना बनाएँ।
- आप के पैरेंट्स को अपने दोष का अहसास होने दें। यदि आप सच में कॉन्सर्ट में जाना चाहते हैं, तो उन से कहें, “यह कोई इतना भी जरूरी नहीं है। मैं अपने दोस्तों से बोल दूंगा कि मेरे लिए उस कॉन्सर्ट का वीडियो ले आना या फिर उस शो के बाद उस की कोई टी शर्ट ले आना।” उन्हें ऐसा दिखाएँ कि वो आप को सच में अपनी जिंदगी के इन सब से अच्छे पलों को जीने से, इन का अनुभव लेने से रोक रहे हैं। ऐसा बिलकुल भी ना कहें, “आप लोग मेरी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं! यदि आप इस तरह के खेल खेलने की कोशिश कर रहे हैं, तो शायद आप को बाद में खुद ही कष्ट होगा, बस अपनी ओर से सही बात उन के सामने रखें और उन्हें खुद से ही परिणाम पर पहुँचने दें।
सलाह
- उन से अपनी बात मनवाने की एक और तरकीब यह है कि आप ऐसा कुछ करें, कि जो काम आप खुद करना चाहते हैं, उन्हें करने दें, लेकिन इस के बाद में उन के लिए इसे करना बहुत कठिन बना दें। लेकिन जब वो आप के पास इस की शिकायत लेते हुए आएं कि यह बेहद कठिन काम था। तो उन से कहें ,कि मुझे सच में नहीं मालूम था कि यह आप को इतना कठिन लगेगा। मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ। और उन के सामने ऐसे बोलें कि उन्हें इस में आप की कोई भी गलती ना नजर आए। लेकिन इसे करने से पहले एक बार इस बात को जरुर याद रखें, कि आप ने उन के लिए इस काम को इतना कठिन बना दिया है, लेकिन वे किसी भी तरह इसे करने से पीछे नहीं हट सकें।
- कुछ लोगों के लिए इसे कर पाना सामान्य होता है, तो बहुत ज्यादा कठिन प्रयास भी ना करें।
- एक्टिंग क्लास आप की भावनाओं में आप को महारथ दिलाने में मदद करेगी।
- उस इंसान में दिलचस्पी दिखाने की कोशिश करें और उन्हें दर्शाएँ कि आप को उन से कुछ काम है। वो भी आप की मदद करने के लिए तैयार हो जाएँगे।
चेतावनी
- यदि आप हमेशा ही लोगों को नियंत्रित करते हैं, तो इस तरह से आप अपने सारे दोस्तों को धीरे-धीरे खोने लगेंगे, इस के साथ ही अपने टीचर्स, बॉस, या अपने सहकर्मियों का सम्मान करना भूल जाएँगे, तो जब तक आप इस तरकीब का सावधानी के साथ इस्तेमाल करना नहीं सीख जाते, तब तक इसे बिलकुल भी इस्तेमाल ना करें।
रेफरेन्स
- ↑ http://www.npr.org/2012/07/24/157271465/how-to-manipulate-people-into-saying-yes
- ↑ http://www.npr.org/2012/07/24/157271465/how-to-manipulate-people-into-saying-yes
- ↑ http://www.npr.org/2012/07/24/157271465/how-to-manipulate-people-into-saying-yes
- ↑ http://kommein.com/12-manipulation-tactics-used-in-business-and-life/
- ↑ http://lifehacker.com/5672291/how-to-manipulate-people