वेजाइनल टियरिंग (घाव या कट) के कारण काफी परेशानी और दर्द हो सकता है | ये चोट आमतौर पर सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान टेम्पून्स पहने रहने के कारण, किसी ख़ास कंडीशन में या बच्चे के जन्मे के दौरान लगती हैं | अधिकतर वेजाइना की चोटें छोटी-मोटी होती हैं और अपने आप ठीक हो जाती हैं लेकिन बच्चे के जन्म के दौरान आने वाली चोट में स्टिचिंग या टाँके लगवाने की जरूरत पड़ती है | कई वेजाइनल टियर, उस एरिया को साफ़ रखने, सेक्स न करने और उस चोट को इर्रीटेड होने से बचाने पर समय के साथ-साथ अपने आप हील हो जाते हैं | लेकिन गहरी चोट के लिए डॉक्टर को दिखाना पड़ता है और टाँके लगवाने पड़ सकते हैं |
चरण
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अपनी चोट की पहचान करें: आमतौर पर चार तरह की चोट होती हैं जो प्रसव के दौरान आ सकती हैं | फर्स्ट-डिग्री टियर स्किन के बहुत पतले टियर होते हैं | सेकंड-डिग्री टियर में स्किन और मसल्स शामिल होते हैं | ये सबसे कम गम्भीर प्रकार के टियर होते हैं | [१] X विश्वसनीय स्त्रोत National Health Service (UK) स्त्रोत (source) पर जायें
- थर्ड डिग्री टियर पेरीनियल मसल्स से लेकर एनल कैनाल (गुद नलिका) तक जाते हैं | चौथे- डिग्री के टियर एनल कैनाल और गुदा तक जाते हैं |
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स्टिचेस लगवाएं: प्रसव के समय आने वाले किसी भी तरह के वेजाइनल टियर में टाँके ही लगवाने पड़ते हैं | फर्स्ट और सेकंड डिग्री के टियर में डॉक्टर माइनर स्टिचेस लगायेंगे | थर्ड और चौथे डिग्री के टियर में ज्यादा गहराई तरह टाँके लगाने पड़ते हैं | स्किन और मसल्स की प्रत्येक लेयर को अलग-अलग सिलना पड़ता है | [२] X रिसर्च सोर्स
- थर्ड और चौथे डिग्री के टियर्स में, डॉक्टर एनस और रेक्टम को सपोर्ट करने वाली मसल्स को एकसाथ जोड़कर टाँके लगायेंगे |
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उस एरिया को साफ़ रखें: चाहे कितनी भी डिग्री का टियर हो, आपको उस एरिया को साफ़ रखना होगा | इससे बैक्टीरिया पनपने और उनके इन्फेक्शन से बचा जा सकता है | हर दिन कई बार वेजाइनल और पेरीनियल एरिया को धोते रहें | [३] X रिसर्च सोर्स
- उस एरिया को एक साफ़ टॉवल से थपथपाकर सुखाएं | ध्यान रहे कि यह एरिया आगे से पीछे तक अच्छी तरह से सूख जाए जिससे बैक्टीरिया वेजाइना से रेक्टम में न जा पायें |
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ड्रेसिंग बदलते रहें: हर चार से छह घंटे में ड्रेसिंग या सेनेटरी पैड्स बदलना न भूलें | इससे घाव को साफ़ रखने और इन्फेक्शन की रिस्क से बचा जा सकता है | [४] X रिसर्च सोर्स
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5कब्ज से बचें जिससे उस एरिया पर कोई प्रेशर न रहे: कब्ज की वहज से दर्द या घाव और बढ़ सकता है | इसलिए खूब सारा तरल लें और डाइट में हाई फाइबर वाली चीज़ें खाएं |
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6पेल्विक फ्लोर को मजबूती देने के लिए किगल एक्सरसाइज (Kegel Exercises) करेंlकिगल एक्सरसाइज करें : इसे मूत्रत्याग करने की तरह मसल्स को संकुचित करते हुए आसानी से किया जा सकता है | मसल्स को रिलीज़ करने से पहले 5 मिनट तक इसी तरह संकुचित रखें | इस पूरे दिन में 10 बार रिपीट करें |
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ठंडा सेंक इस्तेमाल करें: ठन्डे सेंक से प्रभावित एरिया के आसपास होने वाले दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है | बर्फ को या ठंडे सेंक को डायरेक्ट स्किन के ऊपर न रखें | बल्कि, इसे कपडे में लपेटकर इस्तेमाल करें जिससे स्किन पर फ्रॉस्ट बाईट न हो पायें | इसे स्किन पर लगभग 10 मिनट तक लगाये रखें | [५] X विश्वसनीय स्त्रोत National Health Service (UK) स्त्रोत (source) पर जायें
- इसे अपने पेरीनियल एरिया पर प्रत्येक कुछ घंटों के अंतर से लगाते रहें |
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बाज़ार में मिलने वाली दर्द निवारक दवाएं लें: अगर टियर के कारण दर्द बहुत हो रहा हो तो बाज़ार में मिलने वाली दर्दनिवारक दवाएं इस्तेमाल करें | Acetaminophen जैसे Tylenol, ibuprofen जैसे Advil, और NSAIDs जैसे Aleve दर्द और परेशानी कम करने में मदद कर सकती है | [६] X विश्वसनीय स्त्रोत Mayo Clinic स्त्रोत (source) पर जायें
- ध्यान से दवाओं के लेबल को पढ़ लें और उन पर दिए गये निर्देशों के अनुसार ही दवा लें |
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प्रत्येक घंटे में रेस्ट करें: वेजाइनल टियर होने पर घबराएँ नहीं, विशेषरूप से प्रसव के बाद | अगर आपको गहरे घाव हुए हैं तो थोड़ी देर के लिए ही बैठें या खड़े हों क्योंकि इससे वेजाइनल एरिया पर प्रेशर पड़ता है | [७] X रिसर्च सोर्स
- प्रत्येक घंटे में 20 से 40 मिनट तक लेते रहना चाहिए | प्रसव के बाद ऐसा दो से छार दिन तक करें |
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4दिन में तीन बार सिट्ज़ बाथ लें: सिट्ज़ बाथ में आपको अपने शरीर का निचला हिस्सा पानी में भिगोना होता है | इससे वेजाइनल टियर भी हील होते हैं और दर्द में भी आराम मिल जाता है | गर्म पानी में कम 10 मिनट तक बैठें | इसके बाद, एक साफ़ टॉवल से खुद को थपथपाकर सुखा लें | [८] X विश्वसनीय स्त्रोत MedlinePlus स्त्रोत (source) पर जायें
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एक सूदिंग ऑइल का इस्तेमाल करें: आप कुछ नेचुरल हीलिंग ऑयल्स को अपनी वेजाइना की बाहरी स्किन पर लगा सकते हैं | इसके लिए आप एलोवेरा जेल, विटामिन E या कोई नॉन-बैक्टीरियल सूदिंग ऑइल का इस्तेमाल कर सकते हैं | एंटीबैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल वेजाइना पर न करें क्योंकि इससे नेचुरल लाभकारी बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जायेगा |
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ओटमील बाथ लें: वेजाइनल टियर में हील होते समय खुजली शुरू हो सकती है | टियर के कारण वो एरिया स्पर्श करने पर पीड़ादायक या ड्राई हो सकता है | अगर आपको भी ऐसा ही अनुभवव हो तो ओटमील बाथ लें | एक टब में गर्म पानी भरकर उसमे ओटमील डालें | इस नहाने के पानी में बैठकर रिलैक्स करें और ओटमील से खुजली और सूजन में भी आराम पायें | [९] X रिसर्च सोर्स
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दर्द होने पर ध्यान दें: वेजाइनल टियर्स के कारण जाँघों के अंदरूनी हिस्से में हल्का दर्द हो सकता है | आपको बैठने, चलने या तंग कपडे पहनने पर दर्द फील हो सकता है | माइनर टियर्स के कारण थोड़ी ब्लीडिंग भी हो सकती है | इनमे खुजली भी हो सकती है और इनसे असुविधा फील हो सकती है | [१०] X रिसर्च सोर्स
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टियर या चोट की गहराई का अंदाजा लगायें: चोट की गहराय का अंदाजा होने पर ही उसके इलाज़ को निर्धारित किया जा सकता है | अगर आप नहीं जानते कि टियर कितने गहरे हैं तो एक मिरर लें और टियर देखें | अगर टियर ऐसी जगह पर हैं जहाँ से आप उन्हें ठीक से नहीं देख सकते तो आपको डॉक्टर के पास जाना होगा |
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साधारण टियर्स को अपनी स्थिति पर छोड़ दें: सिंपल टियर्स बिना किसी इलाज के अपने आप ही ठीक हो जाते हैं और ये पेपर कट या घर्षण से लगने वाली चोट के समान दिखाई देते हैं | सिंपल टियर में सबसे पहले ब्लीडिंग हो सकती है और उनमे चुभन भी हो सकती है | इनके कारण असुविधा और खुजली हो सकती है | सिंपल टियर होने के कारण आपको पहले से ज्ञात होते हैं जैसे सेक्स के बाद, या टेम्पून इस्तेमाल करने के बाद |
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वेजाइना को दिन में दो बार धोएं: अगर आपको वेजाइन टियर या कट हैं तो उस एरिया को हर दिन किसी मृदु क्लीनजर से धोएं | ध्यान रखें कि धीरे-धीरे ही धोना है और ज्यादा प्रेशर नहीं लगाना | कोई हाइपोएलर्जेनिक साबुन का इस्तेमाल करें जिसमे कोई भी इर्रीटेंट न हों | वेजाइना की नेचुरल प्रोटेक्टिव लेयर को धोने की कोशिश न करें क्योंकि यह वेजाइना को सुरक्षित रखने और उसे हील करने में मदद करती है |
- वेजाइनल ओपनिंग के अंदर नहीं धोना है | केवल बाहरी हिस्से को ही धोएं |
- वेजाइनल टियर होने पर डूशिंग न करें | अन्यथा वेजाइना को हेल्दी रखने वाला उसका नेचुरल pH बिगड़ जायेगा |
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5साफ़, कम्फ़र्टेबल अंडरवियर पहनें: वेजाइनल टियर होने की स्थिति में हवा के आवागमन वाले कॉटन के अंडरवियर सबसे बेहतर होते हैं | थोड़े ढीले लेकिन कम्फ़र्टेबल अंडरवियर से हील होते हुए टियर्स में होने वाली परेशानी में राहत मिल जाएगी |
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सेक्स करने से बचें: वेजाइनल टियर होने पर आपको किसी भी सेक्सुअल एक्टिविटी में अकेले या अपने पार्टनर के साथ संलग्न नहीं होना चाहिए | ऐसी कोई भी सेक्सुअल एक्टिविटी जिसमे चोट या टियर से सम्पर्क हो, घाव को फिर से ओपन कर सकती है | शरीर के किसी भी हिस्से का, इस एरिया सम्पर्क से होने पर टियर में बैक्टीरिया प्रवेश कर सकते हैं |
- वेजाइनल टियर हील होने के बाद, शुरुआती कुछ दिन तक बहुत ही धीरे-धीरे सेक्स करें जिससे उस सेंसिटिव जगह पर फिर से चोट न लग पाए |
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वेजाइना पर या उसके नजदीक टेम्पून या दूसरी कोई चीज़ न रखें: टियर हील होने पर वेजाइना पर या उसके अंदर किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करके उससे इर्रीटेड न करें | टेम्पून्स, कंडोम्स, डायाफ्राम या दूसरी वेजाइनल चीज़ों का इस्तेमाल न करें | आपको इर्रीटेडेड लुब्रिकेंट्स या लोशन के इस्तेमाल से भी बचना होगा |
- ऐसे ढीले कॉटन के अंडरवियर पहनें जो वेजाइना पर दबाव न डालें |
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8अगर टियर और बढ़ जाए तो डॉक्टर को दिखाएँ: अगर दर्द बढ़ जाए तो आपको डॉक्टर से टियर चेक कराना चाहिए | इसके अलावा, अगर आपको ब्लीडिंग होती हुई दिखाई दे, गन्दी बदबू या डिस्चार्ज हो, बुखार या चक्कर आयें तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें | [११] X रिसर्च सोर्स
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डॉक्टर को दिखाने जाएँ: अगर आपको वेजाइनल टियर के कारण बहुत ज्यादा दर्द हो, और यह टियर किसी छोटे कट या घर्षण से ज्यादा बड़े हों या हील न हो रहे हों तो डॉक्टर को दिखाएँ | वे आपकी वेजाइना में होने वाले डैमेज को चेक करने के लिए एग्जामिनेशन करेंगे | डॉक्टर ही आपको बेस्ट ट्रीटमेंट देंगे |
- अगर आपको कोई दूसरी ऐसी परेशानियाँ भी हो जिनसे वेजाइनल टियर हो रहे हैं तो डॉक्टर उनका भी पता लगायेंगे |
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डॉक्टर के द्वारा लिखी गयी दवाएं लें: अगर आपको वेजाइनल टियर हैं तो डॉक्टर आपको ऐसी दवाएं लिख सकते हैं जो इन्फेक्शन रोकने या हीलिंग करने में मदद कर सकती हैं | ये क्रीम, पिल्स या जेल के रूप में आ सकती हैं |
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अपना एस्ट्रोजन लेवल बढ़ाएं: एस्ट्रोजन कम होने से एट्रोफिक वेजिनाइटिस (atrophic vaginitis) हो सकती है जिसके कारण आसानी से टियर बन जाते हैं | कैंसर या हार्मोनल असंतुलन जैसी दूसरी कंडीशन के कारण भी एस्ट्रोजन कम हो सकता है | इसके लिए डॉक्टर एस्ट्रोजन वाली क्रीम लिखकर दे सकते हैं | वे फूड्स के द्वारा एस्ट्रोजन बढाने के लिए आपको डाइट में बदलाव लाने की सलाह भी दे सकते हैं |
- डॉक्टर की सलाह के बिना एस्ट्रोजन लेवल बढाने की कोशिश कभी न करें | अन्यथा शरीर का केमिकल संतुलन बिगड़ सकता है |
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डाइट में बदलाव लायें: कुछ महिलाओं को वेजाइनल टियर इसीलिए हो जाते हैं क्योंकि उनमे कुछ ख़ास पोषक तत्वों की कमी हो जाती है | इस कमी के कारण वेजाइना की स्किन और मेम्ब्रेन टूटने लगती है | अगर आपको बार-बार वेजाइनल टियर होते हैं जो हील नहीं हो पाते तो डॉक्टर से अपनी डाइट के बारे में सलाह लें | न्यूट्रीशनिश्ट आपकी डाइट में होने वाली न्यूट्रीशन डेफिशियेंसी का पता लगाकर उसे सुरक्षित तरीके से बढाने के बारे में सलाह दे सकते हैं |
- वेजाइनल टियर्स के लिए जिंक की कमी काफी कॉमन होती है | दूसरी डेफिशियेंसी में शामिल हैं- विटामिन A, ओमेगा -3 फैटी एसिड, कैल्शियम और विटामिन C |
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डीप टियर्स होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ: कुछ घाव काफी गहरे या तेज़ी से बढ़ने वाले होते हैं | इनमे बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है, पस, थोड़ी दुर्गन्ध, मांस ढीला होना या बहुत तेज दर्द हो सकता है | अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण फील हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर उनसे ट्रीटमेंट लें | इस तरह के घाव अक्सर प्रसव, ट्रॉमा या सेक्स के दौरान दुर्घटना होने के कारण होते हैं |
- ये काफी गंभीर घाव होते हैं और इनका जल्दी ही इलाज़ जरुरी होता है |
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स्टिचेस लगवाएं: अधिकतर डीप वेजाइनल टियर्स टाँके लगाकर ही ठीक किये जाते हैं | स्टिचेस एक इंच से ज्यादा लम्बे टियर्स में लगायें जाते हैं | डॉक्टर स्किन को एकसाथ जोड़कर स्टिच करते हैं | यह काम क्लिनिक या हॉस्पिटल में हो सकता है | आमतौर पर ये घाव अच्छी तरह से हील हो जाते हैं | हीलिंग होते समय आपको घाव को साफ़ और सूखा रखना होगा | इस दौरान ढीली फिटिंग वाले अंडरवियर पहनें |
- ऐसा कोई काम न करें जिसके कारण टाँके टूट जाएँ या फिर से घाव खुल जाए |
रेफरेन्स
- ↑ https://www.nhs.uk/conditions/pregnancy-and-baby/episiotomy/
- ↑ http://www.parents.com/pregnancy/giving-birth/vaginal/vaginal-tearing-during-childbirth-what-you-need-to-know/
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- ↑ https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions/000483.htm
- ↑ https://www.fairview.org/HealthLibrary/Article/116680EN