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सक्सेस या सफलता के हर किसी के लिए अलग मायने होते हैं। अगर आपका पाने के लायक कोई जुनून, सपना या मकसद है, तो आपको उसके लिए सिर्फ सही नजरिए की और काफी स्ट्रॉंग गोल्स या लक्ष्यों की जरूरत होगी। पूरी प्रोसेस के दौरान फोकस बनाए रखें और मोटिवेटेड रहें। जब आपको फेलर या असफलता मिले, तब खुद को दोबारा उठाना और फिर से कोशिश करते रहना मत भूलें। टाइम और थोड़ी मेहनत के साथ, आप पाएंगे कि आपने सक्सेस की अपनी खुद की डेफ़िनिशन को हासिल कर लिया है।

विधि 1
विधि 1 का 4:

लक्ष्य बनाना (Creating Goals)

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  1. अगर आपको इसके मायने नहीं मालूम होंगे, तो आपको कभी सक्सेस नहीं मिल सकेगी। हर कोई सक्सेस को अलग तरीके से समझता है। [१] सच्ची सफलता अक्सर उन चीजों को हासिल करने से मिलती है, जो आपको लाइफ में और खुश बना सकें। जैसे ही आप इसे पहचान लें, फिर आप आपके लिए लक्ष्य बनाना शुरू कर सकते हैं, जो आपके लिए मायने रखते हैं और जरूरी हों।
    • सक्सेस की अपनी डेफ़िनिशन को लिखकर रखने की कोशिश करें। ये अपने लिए एक तय इनकम कमाना, किसी खास एरिया में रहना या फिर हैप्पी फैमिली को सपोर्ट करना हो सकता है? क्या आपकी सक्सेस आपको ट्रेवल करने, रिटायरमेंट के लिए सेव करने या एक हेल्दी सोशल लाइफ मेंटेन करने देती है?
    • अगर आप स्ट्रगल कर रहे हैं, तो सोचकर देखें कि ऐसा क्या है जो लाइफ में आपको सबसे ज्यादा खुशी देता है। क्या ये अपनी फैमिली के साथ में टाइम स्पेंड करना, ट्रेवलिंग करना, एक हॉबी को पूरा करना या फिर और कुछ है? अगर पैसा चिंता का विषय नहीं होता, तो आप क्या करते? फिर, पता करें कि इस खुशी को हासिल करने के लिए आपको आपकी लाइफ में किस चीज की जरूरत है।
  2. ऐसी चीजें करें, जिनसे आपको संतुष्टि मिले। एक बार जब आप पहचान लें कि आपको किस काम को करने से खुशी मिलती है, फिर इसी इन्फोर्मेशन का इस्तेमाल आपकी लाइफ के लिए एक मकसद या उद्देश्य की तलाश करने के लिए करें।
    • आपको जिस काम को करना अच्छा लगता है, उसकी तलाश करना आपको लंबे समय तक की प्रेरणा दे देता है। अगर आप ऐसा कोई लक्ष्य चुन लेते हैं, जिसे करना आपको अच्छा लगता है, तो ऐसे में आप बड़ी आसानी से लगातार आपके लक्ष्य के साथ में जुड़े रह सकेंगे।
    • सोचकर देखें कि आज से 5,10 और 20 साल के बाद आप खुद को कहाँ पहुंचा हुआ देखना चाहते हैं। आप ऐसा क्या कर सकते हैं, जिससे आपका वो सपना पूरा हो जाए?
    • अगर आपको आपके लक्ष्य या उद्देश्य को समझ पाने में कन्फ़्यूजन हो रहा है, तो फिर किसी एक करियर कोच से मिलकर देखें या फिर किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट के पास चले जाएँ।
    • आपका लक्ष्य ऐसा होना चाहिए, जिसका परिणाम निर्धारित किया जा सके। उदाहरण के लिए, अपने जॉब में बेहतर होने का लक्ष्य बनाने की बजाय, "मेरा लक्ष्य अपनी प्रॉडक्टिविटी को 30% से बढ़ाने का है और मैं सालभर में केवल ज्यादा से ज्यादा 5 बार तक ही काम पर देर तक रुक सकता/सकती हूँ," के जैसा कोई बेंचमार्क सेट करें।
  3. अपने विचारों को सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करें और तय करें कि आपको उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए क्या करने की जरूरत है। अगर आपके पास में अपने लक्ष्य को टुकड़े-टुकड़े में बांटने का विजन है, तो ऐसे में इसे एग्जीक्यूट करना और भी ज्यादा आसान और थोड़ा कम डरावना बन जाएगा। [२]
    • उदाहरण के लिए, एक टेक्नॉलॉजी कंपनी स्टार्ट करने का लक्ष्य बनाना, मुश्किल से हासिल होने लायक लग रहा है? उसे छोटे-छोटे पीस में बाँट लें। छोटे-छोटे लक्ष्यों में एक बिजनेस प्लान लिखना, इन्वेस्टर्स पाना, लोन निकालना या फिर प्रोजेक्ट आइडियाज पाना शामिल हो सकता है।
    • सुनिश्चित कर लें कि आपके लक्ष्य स्मार्ट (SMART) हैं। इसका मतलब कि ये स्पेसिफिक (Specific), औसत दर्जे के (Measurable), पाने योग्य (Attainable), उचित (Relevant) और समय के हिसाब से उचित (Timely) हैं। [३] अपने आप से पूछें कि आपका लक्ष्य इस क्रायटेरिया में फिट आता है या नहीं।
  4. आप कब इस लक्ष्य को पाना चाहते हैं, उसके लिए एक टाइम लाइन सेट करें: अपने आप को एक ऐसा समय दें, जो मुश्किल तो हो, लेकिन हासिल करने योग्य हो। अपने पास में हर एक स्टेप को पूरा करने के लायक भरपूर समय रहने की पुष्टि कर लें। नेशनल टीवी पर कॉमेडी शो पर नजर आना एक ऐसा लक्ष्य है, जिसे एक साल के अंदर पूरा नहीं किया जा सकता, लेकिन कम से कम 20 लोगों के सामने बैठकर अपनी कॉमेडी प्ले को दिखाना जरूर हासिल करने लायक लक्ष्य है।
    • अपने छोटे लक्ष्यों के लिए भी गाइडलाइंस सेट करने की पुष्टि कर लें। उदाहरण के लिए, महीने के आखिर तक एक इम्प्रोव (improv) टीम जॉइन करने का लक्ष्य बना लें या फिर 3 महीने के अंदर एक ओपन शो में परफ़ोर्म करने का लक्ष्य बनाएँ।
  5. अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जरूरी सोर्स की पहचान करें: ये शायद टूल्स, लेसन्स, बजट्स या दूसरे रिसोर्स हो सकते हैं, जो आपको आपके लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद कर सकते हैं। हो सकता है कि आपको एम्प्लोयी या कंसल्टेंट्स जैसे लोगों से या पब्लिक स्पीकिंग जैसी किसी खास स्किल्स की जरूरत पड़ सकती है।
    • उदाहरण के लिए, आपका अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट करने के लिए आपको एक बैंक लोन की जरूरत पड़ेगी। बैंक लोन के लिए आपको एक अच्छे क्रेडिट स्कोर की और एक बैंक की जरूरत पड़ेगी।
    • अगर आप एक म्यूजीशियन बनना चाहते हैं, तो फिर आपको आपके खुद के इन्स्ट्रुमेंट, म्यूजिक और वेबसाइट के ऊपर इन्वेस्ट करने की जरूरत होगी।
विधि 2
विधि 2 का 4:

टाइम और प्रॉडक्टिविटी मैनेज करना (Managing Time and Productivity)

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  1. हर रोज के लिए एक टू-डू लिस्ट बना लें। लॉन्ग-टर्म प्रोजेक्ट के लिए, अपने आप को हर रोज ऐसा लक्ष्य या काम दें, जो आपको उसे पूरा करने में मदद करे। जैसे-जैसे आप इन टास्क को पूरा करते जाएँ, फिर खुद को प्रेरित रखने में मदद करने के लिए उन्हें चेक करते रहें। एक शेड्यूल आपको एक स्ट्रक्चर दे सकता है, यहाँ तक कि उन दिनों में भी, जब आप अनमोटिवेटेड फील कर रहे हों।
    • अपने फोन पर एक कैलेंडर एप का यूज करें या आपके कमिटमेंट्स को एक प्लानर में लिख लें। आपकी सभी डैडलाइंस को क्लियरली लिखा होने की पुष्टि कर लें।
    • अगर आप चीजों को आसानी से भूल जाते हैं, तो खुद को याद दिलाने के लिए रिमाइंडर्स या अलार्म सेट कर लें।
    • टास्क पूरा होने में लगने वाले टाइम को लेकर रियलिस्टिक रहें। हर एक टास्क के लिए आपको जितने टाइम की जरूरत पड़ने वाली है, उससे ज्यादा टाइम प्लान करें।
  2. किसी भी टास्क के ऊपर हमेशा पूरे समय पूरा 100% फोकस कर पाना लगभग नामुमकिन होता है, लेकिन डिसट्रेक्शन आपको आपके काम को प्रभावी ढंग से पूरा करने से रोक लेते हैं। बीच-बीच में ब्रेक्स लेते रहना ठीक है, लेकिन जब आपके लक्ष्य किसी डिसट्रेक्शन की वजह से रुकना शुरू हो चुके हैं, तो ये उन्हें खत्म करने का समय है।
    • अगर हो सके तो एक शांत जगह में काम करें। अगर आपकी वर्कप्लेस बहुत नोइजी है, तो उसे ब्लॉक करने के लिए नोइज़ कैन्सलिंग हैडफोन्स या ईयरप्लग्स पहन लें।
    • जब आप किसी चीज के ऊपर काम करें, उस दौरान अपने फ्रेंड्स और फैमिली से कहें कि वो आपको डिस्टर्ब न करें। अगर जरूरत पड़े, तो काम करते समय अपने फोन को बंद कर दें या उसे एक ड्रॉअर में रख दें।
    • हर एक घंटे के दौरान 5-मिनट का ब्रेक लेना आपको फिर से फोकस बनाए रखने में मदद कर सकता है। एक छोटी सी वॉक पर चले जाएँ, स्नेक्स लें या फिर स्ट्रेच करें।
    • मल्टीटास्किंग मत करें। एक समय पेर एक से ज्यादा चीजों के ऊपर करना आपकी प्रॉडक्टिविटी को कम कर सकता है। अपना सारा फोकस केवल एक ही टास्क को दें। [४]
  3. जब भी मुमकिन हो, तब अपने काम को किसी और को सौंपने की कोशिश करें: आउटसोर्सिंग पूरी तरह से टाइम मेनेजमेंट के बारे में होती है। आप शायद खुद को एक सुपरमेन या सुपरवुमन की तरह समझ सकते हैं, लेकिन फिर भी आपकी काबिलियत की भी एक लिमिट होती है। कुछ थोड़े बहुत काम को किसी और को सौंप देना, आपको आपके क्राफ्ट के लिए किसी सबसे ज्यादा जरूरी चीज के ऊपर फोकस करने के लिए और ज्यादा टाइम दे देता है।
    • अगर आप एक नॉवल लिख रहे हैं, तो किसी फ्रेंड या एक कॉपी एडिटर से आपके लिए उसे पूरा पढ़ने का बोलें। अपने आप से एडिट करने की कोशिश करने की बजाय, वो आपके लिए उसे प्रूफरीड कर सकते हैं और उसके प्लॉट के लिए आपको कोई सलाह भी दे सकते हैं।
    • अगर आपको आपके बिजनेस के लिए एक वेबसाइट की जरूरत है, तो फिर आपके लिए इस काम को करने के लायक एक वेब डिजाइनर हायर कर लें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो फिर आपको खुद ही वेब डिजाइन करना सीखने की जरूरत नहीं होगी और वेबसाइट भी अच्छी दिखेगी।
  4. दूसरे लोगों के ऊपर भरोसा करें, कि वो उनका काम कर सकते हैं: अगर आप आपके आसपास के लोगों के ऊपर भरोसा नहीं करेंगे, तो आपके लिए सफल होना मुश्किल होगा। अपने आसपास के एक काबिल टीम को इकट्ठा करके रखना सफल होना कहलाता है। अगर आप दूसरे लोगों पर इतना भी भरोसा नहीं कर सकते कि वो उनका काम पूरा कर सकते हैं, तो फिर आप शायद आपके खुद के काम में सफलता हासिल नहीं कर पाएंगे।
    • जब किसी के ऊपर काम को पूरा करने का भरोसा करें, तब सारे पहलुओं या फ़ैक्टर्स के बारे में सोचें। उनकी क़्वालिफ़िकेशन, पिछला एक्सपीरियंस, दूसरे लोगों के रेफेरेंस या वो पिछले काम में कितने भरोसे के लायक थे, इन सभी को देखें।
    • लोगों के ऊपर भरोसा करें, क्योंकि भरोसा करना एक बेहद प्रेरणादायक पहलू हो सकता है। अगर आप किसी के ऊपर भरोसा करते हैं, तो वो भी आपके भरोसे को जिताने के लिए, अपनी ओर से अच्छा काम करना चाहेंगे। ये एक बहुत पावरफुल मोटिवेटर होता है।
    • लोगों के ऊपर भरोसा करें, क्योंकि आपको इसकी जरूरत है। हर एक काम को खुद करने की कोशिश करने की बजाय, काम को पूरा कराने के लिए उसे दूसरों लोगों को सौंप दें।
    • अपने खुद के ऊपर भरोसा करना न भूलें!
  5. आपको गाइड करने में मदद के लिए एक मेन्टॉर (सलाहकार) की तलाश करें: मेन्टॉर एक ऐसा इंसान होता है, जिसे आप से थोड़ा ज्यादा एक्सपीरियंस हो, जो ट्रेड को समझता है, आपको सलाह देता हो और आपकी मेहनत में आपकी मदद करता हो। आप आपके बॉस, प्रोफेसर, किसी बुजुर्ग फैमिली मेम्बर से या फैमिली फ्रेंड से आपका मेन्टॉर बनने का पूछ सकते हैं। मेन्टॉर्स को उनकी दी हुई गाइडलाइंस से किसी को सक्सेस मिलता हुआ देखकर बहुत खुशी मिलती है। एक मेन्टॉर आपको ऐसे मदद करेगा:
    • नेटवर्क: नेटवर्किंग का मतलब ऐसे लोगों के साथ में कनैक्शन बनाना, जिनके पहले से ही काफी कनैक्शन हों। नेटवर्किंग दोनों के लिए ही फायदेमंद होती है। आप किसी को बदले में काम का मौका (एक्स्पर्टीज़), राय या अवसर प्रदान करते हैं। [५]
    • ट्रबलशूट: ट्रबलशूटिंग का मतलब मुश्किल परिस्थिति में काम करने वाले आइडिया या एप्लीकेशन्स के बारे में सीखना होता है। आपके मेन्टॉर आपको किसी भी आइडिया को बेहतर बनाने के लिए बदलने के लायक चीज का पता लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
    • स्ट्रेटजी: एक मेन्टॉर के पास में शायद आप से भी कहीं ज्यादा बेहतर विजन होता है, क्योंकि उन्होने काफी समय से इस सबको, बहुत सारी सक्सेस और फेलर्स के साथ में देखा होता है। आप उनके इसी एक्सपीरियंस का इस्तेमाल फ्यूचर के बारे में स्ट्रेटजी तैयार करने में कर सकते हैं।
  6. "सीखना कभी भी बंद" न करें। आपको क्या मालूम कि कब आपके सामने कोई परेशानी खड़ी हो जाए! दूसरों की बातों को सुनते रहें, नई स्किल्स के बारे में पढ़ें और नई चीजें सीखते रहें। नई इन्फोर्मेशन आपको आइडिया और उन्हें इस्तेमाल करने के बीच में एक कनैक्शन बनाने में मदद कर सकेगी, जो आपकी लाइफ को और भी बेहतर बना देगा।
    • अपने नॉलेज को बढ़ाने के लिए बुक्स पढ़ें, डॉक्यूमेंट्रीज़ देखें या फिर ऑनलाइन क्लासेस लें। ऐसे सब्जेक्ट्स चुनें, जो आपको इंट्रेस्टिंग लगें ये जो आपको जरूरी स्किल्स सीखा सकें।
    • सफलता पाने के लिए आपकी इंडस्ट्री, कंपनी, हॉबी या लक्ष्यों के बारे में जितना हो सके, उतना ज्यादा सीखें। इस फील्ड के सक्सेसफुल लोगों ने उनके लक्ष्यों को पूरा करने में मदद के लिए क्या किया?
  7. सक्सेसफुल लोग सोचते भी बड़ा हैं और करते भी बड़ा ही हैं। गोद में आकर अपोर्चुनिटी के गिरने का इंतज़ार मत करें। आपके कंफ़र्ट जोन से बाहर निकलें और खुद के लिए मौके बनाएँ। रिस्क के बारे में अच्छे से समझ लें, इसके परिणामों के आपके फ़ेवर में होने की पुष्टि कर लें और फिर एक ऊंची छलाँग लगाएँ।
    • फिर चाहे आप एक लंबी दौड़ लगाने वाले रनर हों या फिर टेक्नॉलॉजी में नॉलेज रखने वाले एक इंसान, कॉम्पटीशन में हिस्सा लेना आपको रिसोर्स देने में, ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करने में और नए रिश्ते बनाने में आपकी मदद करेगा।
    • किसी के पीछे नहीं, बल्कि आप खुद सबसे आगे चलें। कुछ अलग या हटके करने के लिए हिम्मत जुटाएँ।
    • ऐसा नहीं है कि आपके मन में आने वाले हर एक आइडिया के लिए आप सक्सेस पा ही लें, लेकिन आप अभी भी प्रोजेक्ट में सक्सेस हासिल कर सकते हैं। ऐसे प्रोजेक्ट की तरफ ध्यान दें, जो आपको कुछ सक्सेस दिला सकें, फिर चाहे वो आपको फेमस या रिच न भी बनाते हों।
  8. परेशानियों के हल की तलाश करें: अपने आसपास देखें और आपकी मदद करने के लायक तरीकों की तलाश करने की कोशिश करें। एलजी किस चीज के साथ में स्ट्रगल कर रहे या किस बारे में शिकायत कर रहे हैं? उनकी लाइफ को प्रभावी ढंग से आसान बनाने में कितना सामी लग सकता है? क्या आप एक ऐसा प्रॉडक्ट या सर्विस प्रोवाइड कर सकते हैं, जो इस फर्क को मिटा सके? कुछ कॉमन प्रॉब्लम्स में, ये शामिल हैं:
    • सोशल प्रॉब्लम्स: क्या आप किसी ऐसी प्रॉब्लम के बारे में सोच सकते हैं, जिसमें दोबारा कुछ बदलाव करने की जरूरत है? जैसे कि, सोशल मीडिया को दोबारा इस तरीके से बदला गया, ताकि लोग एक-दूसरे से इंटरेक्ट कर सकें।
    • टेक्नॉलॉजी प्रॉब्लम्स: क्या आप लोगों का इस्तेमाल उनके लिए जरूरी चीजें हासिल कराने के लिए कर सकते हैं? उदाहरण के लिए, टेक्नॉलॉजी कंपनी यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए, छोटे और ज्यादा पावरफुल कंप्यूटर प्रोसेसर्स डिजाइन करती हैं।
    • स्ट्रेटजिक प्रॉब्लम्स: क्या आप किसी को स्ट्रेटजिक प्रॉब्लम सॉल्व करने में मदद कर सकते हैं? उदाहरण के लिए, कंसल्टेंट्स दूसरी कंपनीज और लोगों को ज्यादा प्रॉडक्टिव, प्रॉफ़िट पाने योग्य और इंटेलिजेंट बनाने में मदद करती हैं।
    • इंटरपर्सनल प्रॉब्लम्स: क्या आप लोगों को एक-दूसरे के साथ में बेहतर बनने में मदद कर सकते हैं? उदाहरण के लिए, साइकोलॉजिस्ट और मैरिज काउंसलर्स दूसरे लोगों को बहुत मुश्किल उलझी हुई पर्सनल प्रॉब्लम्स से निपटने में मदद करते हैं।
  9. टेक्नॉलॉजी को डिसट्रेक्शन की तरह नहीं, बल्कि एक टूल की तरह इस्तेमाल करें: टेक्नॉलॉजी काफी पावरफूल हो सकती है, लेकिन ये आपकी एनर्जी और प्रॉडक्टिविटी को भी चूँस सकती है। टेक्नॉलॉजी को प्रॉडक्टिव होने के इरादे से यूज करें, लेकिन इसे आपको भटकाने मत दें।
    • अपने डेली के गोल्स, मीटिंग्स और टास्क्स में मदद के लिए ऑनलाइन प्लानर या एप का इस्तेमाल करें। प्रेरित बने रहने के लिए किसी भी टास्क को पूरा करने के बाद उसे चेक करें।
    • म्यूजिक अक्सर लोगों को काम करते समय डिसट्रेक्ट किया करती है। अगर आपको म्यूजिक सुनना ही है, तो फिर सॉफ्ट जैज़ (jazz) या क्लासिकल म्यूजिक सुनने की कोशिश करें, जैसे कि अक्सर बहुत कम डिसट्रेक्टिंग हुआ करी है।
    • ईमेल्स में बात करने की बजाय, अपने कोवर्कर्स और बॉस से सामने से बात करें। अपने इनबॉक्स को इस तरह से ऑर्गेनाईज़ करें, ताकि जंक मेल (junk mail) और गैर-जरूरी (unimportant) मेसेज किसी एक अलग फ़ाइल में जाएँ।
विधि 3
विधि 3 का 4:

सही एटिट्यूड सेट करना (Setting the Right Attitude)

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  1. आप आपकी सक्सेस के बारे में जितना ज्यादा स्पष्ट और सटीक रूप से सोचेंगे, आपके लिए उन्हें पूरा कर पाना उतना ही ज्यादा आसान होगा। जब भी आपको फेलर या असफलता का सामना हो, तब खुद को याद दिलाएँ कि चाहे जो भी हो जाए आप अपने सपनों को पूरा कर ही लेंगे।
    • हर रोज कुछ समय निकालकर अपनी सक्सेस को इमेजिन करें। खुद को एक ऐसी मूवी में इमेजिन करें, जिसमें आप सक्सेसफुल हो रहे हैं। आप उस मूवी में क्या कर रहे हैं? आपकी सक्सेस कैसी है? आपकी सक्सेस की फीलिंग को सेव कर लें और फिर उसे ही अपनी प्रेरणा के रूप में यूज करें।
    • एक विजन बोर्ड तैयार करके रखें कि आपके लिए सक्सेस क्या मायने रखती है। एक बोर्ड तैयार करने में मदद के लिए मैगजीन्स या वेबसाइट्स में मिलने वाली इमेजेस और मोटिवेशनल कोट्स का यूज करें। उसे अपने किचन या ऑफिस के जैसी ऐसी किसी जगह पर रख दें, जहां से आप उसे अक्सर देख पाएँ।
    • अपनी सक्सेस को इमेजिन करते समय एक हेल्दी मोटिवेशन बनाएँ। सक्सेसफुल लोग केवल खुद पर और खुद के मिशन पर भरोसा करते हैं।
  2. आपके सामने आने वाली हर एक चीज के लिए अपनी उत्सुकता दिखाएँ: ज़्यादातर सक्सेफूल लोगों के अंदर कभी पूरी न होने वाली जिज्ञासा होती हैं। अगर उन्हें किसी चीज के काम करने का तरीका नहीं समझ आता है या फिर उन्हें किसी सवाल का जवाब देना नहीं मालूम होता, तो वो उसे ढूंढ निकलते हैं। अक्सर, ये उन्हें अपनी ही एक ऐसी डिस्कवरी के ओर ले जाता है, जिसमें जर्नी खुद भी डेस्टिनेशन के बराबर मायने रखती है।
    • आपके सामने आने वाली हर एक चीज के बारे में सवाल करें। जैसे कि, वैट (vet) से पूछें कि ऐसा क्या है, जो डॉग को इन्सानों से अलग बनाता है या फिर अपने पड़ोसी से उनके गार्डन के बारे में बात करें।
    • अगर आपका सामना किसी नाई चीज से होता है, तो उसे अच्छे से देखें या उसके बारे में और भी रिसर्च करें। आप उससे क्या सीख सकते हैं?
    • दूसरे लोगों से उनके एक्सपीरियंस और सक्सेस के बारे में पूछें। शायद आप किसी ऐसे इंसान से भी कुछ नया सीख लेंगे, जिसे आप काफी लंबे समय से जानते हैं।
    • जिज्ञासा हर एक चीज में कुछ अद्भुत और खुशी मनाने लायक किसी चीज की तलाश करने में आपकी मदद करती है। ये आपको केवल एक आखिरी लक्ष्य की ओर काम करने की बजाय, आपकी डिस्कवरी की जर्नी को एंजॉय करने में मदद कर सकता है। [६]
  3. जब आप खुद को बहुत सफल लोगों से घेर लेते हैं, तब ये आपके लिए बहुत प्रेरणादायी होता है। आप उन लोगों के साथ में अपने आइडिया शेयर कर सकते हैं और वो लोग शायद आपको दूसरे लोगों से कांटैक्ट करा सकते हैं। वो आपको इस प्रोसेस के दौरान प्रेरित कर सकते हैं और अपना सपोर्ट भी दे सकते हैं।
    • फेमस लोगों के बारे में उनकी बुक्स, लेक्चर्स और बायोग्राफी के जरिए पढ़ें। अगर हो सके, तो अपनी कुछ रिसर्च को उन्हीं के आसपास मॉडल करें। नॉलेज खुद में पावरफुल होने के साथ ही फ्री भी होता है।
    • अपनी लाइफ को देखें। क्या आप ऐसे किसी इंसान को जानते हैं, जिसे सक्सेस मिली, जिसे आप आपके लिए इमेजिन कर सकते हैं? वो क्या कर रहे हैं? वो लाइफ को कैसे अप्रोच करते हैं? उनसे सलाह मांगें।
    • ऐसे लोगों को अवॉइड करें, जो आपको निराशा देते हैं या फिर आपको आपके लक्ष्यों तक पहुँचने से रोकते हैं। वो आपको केवल आपकी सक्सेस के रास्ते में पीछे खींचने का काम ही करेंगे।
  4. आपकी उम्मीदों को असली परिणामों के हिसाब से एडजस्ट करें: ये बिजनेस में एक ऐसी सच्चाई है, जिसकी आपको चीजों को पूरा करने के लिए जरूरत पड़ेगी, लेकिन इस बात का ध्यान रखें, कि आपकी उम्मीदें मैनेज होने लायक और सच्चाई से जुड़ी हुई हैं। अगर आपकी उम्मीदें बहुत बड़ी होंगी, तो आपके लिए आपके लक्ष्यों को हासिल करना और फेलर से उबर पाना बहुत मुश्किल होगा।
    • अपनी उम्मीदों में कुछ छूट भी रखें। उदाहरण के लिए, आपके नए जॉब में निश्चित रूप से सक्सेस मिलने की उम्मीद रखने की बजाय, आप ऐसा कुछ सोच सकते हैं कि “मुझे यहाँ पर खुद को सेट करने में थोड़ा समय लगेगा। अगर मुझे यहाँ सब ठीक नहीं लगेगा, तो फिर मैं और दूसरी जॉब के लिए ट्राय करूंगा/करूंगी।"
    • याद रखें कि आपके सामने हमेशा ऐसी कुछ मुश्किलें आएंगी, जिन्हें आप कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। हालांकि, आप उस परिस्थिति में अपने रिएक्ट करने के तरीके को जरूर कंट्रोल कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई अनचाहा खर्च आपके सामने आ जाता है, तो खुद से कहें कि ये केवल एक टेम्पररी सेटबेक या कुछ समय की हार है।
    • फीडबैक्स के ऊपर ध्यान दें। फिर चाहे कभी-कभी इन्हें हैंडल करना कितना भी मुश्किल क्यों लगे, लेकिन आपको मिलने वाली आलोचनाएँ, आपको उन एरिया की पहचान करने में मदद कर सकती हैं, जिनमें आपको इंप्रूव होने की जरूरत है।
    • फेलर को स्वीकार करना सीख लें। सफल होने के रास्ते में बिना कोई असफलता पाए, अपने लक्ष्य को हासिल करना नामुमकिन है।
विधि 4
विधि 4 का 4:

असफलताओं से उबरना (Overcoming Failures)

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  1. आप फेल होंगे — कभी न कभी ऐसा होगा। एक फेलर होने से कभी मत हिचकिचाएँ, क्योंकि लाइफ आपको कई सारे मौके देती है। गिर के बाद आप खुद को किस तरह से दोबारा उठाते हैं, यही आपको डिफ़ाइन करेगा। हार न मानें। अगर आपकी पहली कोशिश कोई रंग न लाए, तो उम्मीद मत हार जाएँ।
    • बहाने मत बनाएँ। अपनी फेलर के लिए किसी और को या किसी चीज को दोषी बनाकर अपनी फेलर को सही मत ठहराएँ। जब भी कहीं आपकी गलती हो, उसे स्वीकार कर लें। ये आपको आपके बेहतर बनने के लिए आपके अंदर मौजूद बदलने के लायक चीज की पहचान करने में आपकी मदद करेगा।
    • अपनी फेलर से सीखें। हर एक फेलर, सीखने का एक मौका होती है। अगर आप कोई गलती कर देते हैं और उससे कुछ भी सीखने से इनकार कर देते हैं, तो उम्मीद है कि आप आगे जाकर फिर से इसी गलती को दोहराने वाले हैं। अगर आप कोई गलती कर देते हैं और उससे कुछ भी सीख लेते हैं, तो फिर आप एक बार फिर से इसी गलती के ऊपर अपने टाइम को बर्बाद करने से बच जाएंगे।
  2. फेलर्स या गलतियों के ऊपर ध्यान लगाए रखने से बचें: इस बात को स्वीकार लें कि लाइफ में कुछ भी हो सकता है। और यही सच्चाई है। अपने साथ में हुई इस नाइंसाफी के बारे में सोचते रहने की बजाय, सोचें कि आप कैसे दोबारा वापस सामने आएंगे और उसे बेहतर बनाएँगे। सोचें कि इस स्थिति को कैसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया जाए। [७]
    • उदाहरण के लिए, अगर आप किसी टॉक्सिक माहौल में काम करते हैं, तो बाहर निकलने का कदम उठाएँ और आपके कोवर्कर को सपोर्ट करें। उन्हें उनकी सक्सेस की याद दिलाएँ और जहां भी जरूरत हो, वहाँ उन्हें प्रेरित करें।
    • कभी-कभी कुछ ऐसी अनचाही चीजें हो जाती है, जो हमारे लक्ष्य के रास्ते में आ जाती हैं। जैसे कि कोई चोट आपको मैराथन में दौड़ने से रोक सकती है। नए लक्ष्य बनाएँ या फिर अपने उसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए किसी दूसरे रास्ते की तलाश करें। उदाहरण के लिए, आप शायद एक ऐसे किस स्पोर्ट में शामिल हो सकते हैं, जिसकी वजह से आपके जोइंट्स के ऊपर ज्यादा ज़ोर न पड़े, जैसे कि स्विमिंग या फिर फिजिकल थेरेपी के जरिए अपने इसी लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश करें।
  3. अपनी ज़िंदगी के दूसरे हिस्सों में खुशी की चाह रखे: एक बात याद रखें कि सक्सेस से खुशी मिलने की गारंटी नहीं होती। सक्सेस किसी एक लक्ष्य को हासिल करने से जुड़ी होती है, लेकिन ऐसा मत सोच लें कि इससे आपको खुशियाँ मिल जाएंगी। केवल आपके लक्ष्य के ऊपर फोकस करने की बजाय, अपनी लाइफ में एक बैलेंस हासिल करने की भी पुष्टि करें। आपकी ज़िंदगी के दूसरे हिस्सों में खुशियाँ पाने का लक्ष्य रखें।
    • अपने रिश्तों में कोई कमी मत आने दें। ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा पर्सनल रिलेशनशिप के बारे में होता है, इसलिए उन्हें नजरअंदाज न करें। अगर आपने न्यूक्लियर फिजन का एक अच्छा, सस्ता तरीका तलाश लिया है, लेकिन आपके पास में एक सपोर्टिव सोशल नेटवर्क नहीं है, तो फिर इसके क्या फायदे?
    • किसी चीज से ज्यादा एक्सपीरियंस की वैल्यू करें। न ही पैसा या न पजेशन्स, केवल एक्सपीरियंस ही आपको लंबे समय तक खुश रख सकेगा। [८] कुछ बहुत अच्छे लोगों के साथ में अच्छी यादें बनाने के ऊपर फोकस करें और आपको खुश रहना चाहिए।
  4. आप खुद भी ये देखकर सरप्राइज़ होंगे कि जब आपके विचार आपके एक्शन को गाइड कर रहे होंगे, तब आप कितना ज्यादा प्रभावी बन सकते हैं। अगर आप फेल होते हैं, दोबारा शुरुआत करने से मत घबराएँ; खुश रहें कि आपको एक बार फिर से ज्यादा सक्सेसफुल बनने का मौका मिल रहा है।

सलाह

  • जरूरी नहीं है कि हर कोई आपके लक्ष्यों में आपका सपोर्ट ही करे। कुछ लोग इसकी बुराई भी करेंगे या इससे इनसिक्योर भी रहेंगे। उनके लिए तैयार रहें और जब तक कि आपको सपोर्ट करने वाले और आपको लेकर खुश होने वाले लोग नहीं मिल जाते, तब तक उनकी तरफ ध्यान दें।
  • सक्सेस केवल विलपावर अकेले से नहीं मिल जाती है। इसमें कंसिस्टेन्सी और डिटर्मिनेशन भी जरूरी होती है। किसी चीज को एक बार करने से कोई बहुत बड़ा बदलाव नहीं बन जाता; बल्कि जब आप किसी एक ही चीज को बार-बार करते हैं, तब आपको सक्सेस हासिल हो जाती है।
  • हमेशा सक्सेस की अपनी खुद की डेफ़िनिशन को फॉलो करें। जहां तक हो सके कोशिश यही करें कि आप दूसरे लोग आप से जो कराना चाहते हैं, उसमें फँसने से बच जन।

चेतावनी

  • दूसरे लोगों के विचारों को लेकर बहुत ज्यादा परेशान न हों। बस आप जो हासिल करना चाहते हैं, उसी से जुड़े रहें।
  • शांत और रिस्पेक्टफुल रहें, याद रखें, आपको सक्सेसफुल बनने के लिए किसी और को नीचा दिखाने की कोई जरूरत नहीं है।

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