वेरी मसाला कश्मीर की एक ठेठ तैयार की गई टिक्की हैं। यह कश्मीर घाटी में इस्तेमाल की जाती है। यह या तो घर पर ही बनाई जाती है या बाजार से खरीदी जाती है। यह बहुत ही आम मसाला हैं जो हर कश्मीरी घर में इस्तेमाल होता हैं। इससे कई तरह के व्यजन बनाये जाते हैं।
सामग्री
- 2 चम्मच जीरा पाउडर
- 2 चम्मच धनिया पाउडर
- 2 चम्मच सौंफ़ पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच अजवाइन का पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच काली बड़ी इलायची पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच हरी इलायची पाउडर
- 5 से 6 कश्मीरी लहसुन का पेस्ट
- 1 बड़ा चम्मच लौंग पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच दालचीनी पाउडर
- 1 कश्मीरी प्याज कटी हुई और उसका पेस्ट
- 4 चमच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
- 2 बड़े चमचे सूखी अदरक पाउडर
- 1 चम्मच हींग
- 2 चम्मच तेल
- 2 बड़े चम्मच तेज पत्ते का पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच काली मिर्च पाउडर
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1गैस पर एक नॉन स्टिक कढ़ाई को गरम करे।
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2इसमें दो चम्मच तेल डाले।
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3इसमें कटे हुवे प्याज के टुकड़े डाले।
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4इन्हें सुनहरे होने तक भूने।
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5ऊपर दिए गए पदार्थों को एक एक कर के डाल दें।
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6इन सबको अच्छी तरह से भून लें।
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7इन सबको अच्छी तरह से मिला लें।
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8कढ़ाई को गैस स्टोव से उतार कर रख लें।
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9मसालों को ठंडा होने दे।
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10कुछ समय के बाद इसे अच्छी तरह से गूंध लें।
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11इसमें बिलकुल भी पानी न डाले और न ही उपयोग करे।
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12कढ़ाई पर ढक्कन रख दें और मसालों को फूलने दें।
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13कम से कम 5 से 6 घंटों तक न छेड़े।
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14थोडा सा मसालों का आटा हथेली पर लें और उसका पेड़ा बना लें। इस पेड़े को टिक्की का आकार दे। पेड़े में एक छेद भी कर लें।
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15इन टिक्कियों को एक ट्रे या बड़ी सी थाली में रख दें।
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16इन्हें सूखने के लिए धूप में 5 से 6 दिनों तक रख दें।
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17सूखने के बाद डिब्बे में रख दें।
सलाह
- मसलों की टिक्की बनाने की जरूरत नहीं हैं|
- पूरी तरह सूखने के बाद, इन टिक्कियों को पीस कर भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं|
चेतावनी
- कढाई में तेल कम ही डाले नहीं तो टिक्की बनाने में कठिनाई होगी।
- पानी का प्रयोग बिलकुल भी न करे।
- गरम कढ़ाई को न पकडे नहीं तो हाथ जलने का डर हैं।
- सारे मसालों को सिर्फ गरम तेल में डालना हैं और भूनने की जरूरत नहीं हैं।
- कढ़ाई को गैस स्टोव से उतारने के बाद ढक्कन से ढक दे इस से मसलों की खुशबू बनी रहेगी।
चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- कढ़ाई
- करछी
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