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आपके आर्मपिट्स (कांख) बहुत सेंसिटिव एरिया होते हैं इसलिए इनके लिए ऐसी हेयर रिमूवल मेथड का चुनाव करें जो आपको सबसे ज्यादा सुखद अहसास दे सके | शेविंग सबसे पॉपुलर ऑप्शन है क्योंकि यह एक या दो मिनट में हो जाती है | इसके अलावा वैक्सिंग और बाल उखाड़ने (epilating) की मेथड्स का इस्तेमाल भी किया जा सकता है जिनके लम्बे समय तक रिजल्ट देखे जा सकते हैं या बिना दर्द सहे बाल हटाने के लिए आप डेपिलेटरी क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं | अगर आप परमानेंट उपाय खोज रहे हैं तो इलेक्ट्रोलायसिस कराने के बारे में सोचें |

विधि 1
विधि 1 का 5:

शेविंग (Shaving)

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  1. अगर आपकी स्किन सॉफ्ट, मुलायम और गर्म हो जाए तो शेविंग बहुत आसानी से हो जाती है | आप चाहें तो शावर लेते समय शेव कर सकती हैं या इसकी शुरुआत करने के पहले आर्मपिट्स को गर्म पानी से गीला कर सकते हैं |
    • अगर आपको बार-बार इन्ग्रोन हेयर्स होने की समस्या है तो किसी बॉडी स्क्रब से स्किन को एक्स्फोलियेट भी करें | [१]

    सलाह: अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो इस प्रोसेस को आजमाने के लिए रात का समय चुनें जिससे स्किन को पूरी रात रेस्ट करने का समय मिल सके

  2. आर्मपिट की स्किन को टाइट करने के लिए अपने हाथ को सिर के ऊपर की ओर उठायें | इससे कट्स लगने या रेजर बम्प्स बनने से बचा जा सकता है |
  3. थोड़ी से शेविंग क्रीम या बॉडी वाश का इस्तेमाल करें: इनसे पूरे बालों को कवर करने से रेजर स्किन पर आसानी से स्मूथली मूव करने लगता है | अगर आप शेविंग क्रीम या बॉडी वाश का इस्तेमाल नहीं करते तो आपको रेजर के इस्तेमाल से स्किन में जलन हो सकती हैं इसलिए इस जरुरी स्टेप को भूलें नहीं |

    टिप: आप इसमें एक चुटकी नहाने की साबुन, शैम्पू या कंडीशनर का इस्तेमाल कर सकते हैं

  4. पुराने या कम धार वाले रेजर के इस्तेमाल से कई सारे नुकसान हो सकते हैं | और ऐसे रेजर से क्लोज शेव करने में परेशानी होगी जिससे चोट लगने की सम्भावना बढ़ जाएगी और अंततः इन्ग्रोन हेयर या इन्फेक्शन हो सकते हैं | रेजर की कंडीशन पर विशेषरूप से ध्यान दें |
  5. आर्मपिट्स के नीचे के बालों की ग्रोथ हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है | हो सकता है की आपके सभी बालों की ग्रोथ एक ही दिशा में हो या फिर यह अलग-अलग दिशा में भी हो सकती है | क्लीन शेव पाने के लिए बालों की विपरीत दिशा में शेव करने का प्रयास करें | अगर जरूरत हो तो हर स्ट्रोक के बीच-बीच में रेजर को गीला करके सावधानीपूर्वक शेव करें |
  6. अपनी आर्मपिट्स को धोकर साफ़ करें और दूसरी ओर भी ऐसा ही करें: अतिरिक्त शेविंग क्रीम को धोकर साफ़ करें और आर्मपिट्स को चेक करें कि बाल रिमूव हुए हैं या नहीं | अगर जरूरत हो तो एक टच-अप करें और फिर इसी प्रोसेस को दूसरी ओर रिपीट करें |
  7. शेविंग के कारण स्किन में छोटे-छोटे खरोंच लग सकते हैं इसलिए कोई भी प्रोडक्ट्स लगाने से पहले स्किन को हील होने दें | अगर आप शेविंग के तुरंत बाद डिओडोरेंट लगायेंगे तो इससे जलन या रेशेज हो सकते हैं |
विधि 2
विधि 2 का 5:

डेपिलटरी क्रीम या लोमनाशक क्रीम (Depilatory Cream) का इस्तेमाल करें

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  1. सेंसिटिव एरिया के लिए विशेषतौर पर बनायीं गयी क्रीम का इस्तेमाल करें: डेपिलटरी क्रीम कई अलग-अलग स्ट्रेंग्थ में मिलती हैं | इनमे से कुछ चेहरे और आर्मपिट्स जैसे सेंसिटिव एरिया के लिए बनायीं जाती हैं जबकि दूसरी मोटे बालों को हटाने के लिए बनायीं जाती हैं | सेंसिटिव एरिया पर लगाने वाली क्रीम के साथ शुरुआत करें | अगर यह अच्छी तरह से काम न कर पाए तो बाद में एक्स्ट्रा-स्ट्रेंग्थ वाली क्रीम आजमा सकते हैं |
    • अपनी स्किन के लिए बहुत ज्यादा स्ट्रोंग क्रीम का इस्तेमाल करने से स्किन पर रेशेज़ हो सकते हैं |
    • अगर इसमें कोई शंका हो तो चेहरे के लिए बनायीं गयी क्रीम चुनें |
  2. डिओडोरेंट और पसीने को धोकर साफ़ कर लें जिससे क्रीम ताज़ा धुली हुई स्किन पर लगाई जा सके | एक टॉवेल से स्किन को थपथपाकर सुखा लें |
  3. ध्यान रखें कि स्किन अच्छी तरह से खिचकर टाइट हो जाए | कुछ मिनट तक इसी कंडीशन में होल्ड करने के लिए आरामदायक स्थिति में आ जाएँ क्योंकि क्रीम के इस्तेमाल के दौरान आपको काफी समय तक हाथ ऊपर करके रखने होंगे |
  4. बालों के आस-पास की बिना बालों वाली स्किन पर इसे न लगायें | केवल इतनी ही क्रीम का इस्तेमाल करें जिससे बाल कवर हो सकें |
  5. हाथ ऊपर उठाये रखें और क्रीम को अपना काम करने दें | अधिकतर क्रीम के केमिकल को बालों में डिसोल्व होने के लिए तीन से दस मिनट तक इंतज़ार करने की सिफारिश की जाती है | सिफरिश योग्य समय से ज्यादा देर तक क्रीम को स्किन पर न लगायें |
    • इस क्रीम से थोड़ी चुभन हो सकती है लेकिन इससे जलन या दर्द नहीं होगा | अगर आपको दर्द हो तो इसे धोकर साफ़ कर लें |

    टिप: अगर आप पहली बार डेपिलटरी क्रीम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो किसी भी प्रकार की एलर्जिक रिएक्शन, रेडनेस, खुजली और बम्प्स से बचने के लिए एक मिनट बाद इसे धोकर साफ़ कर लें

  6. आर्मपिट धोकर साफ़ करें और दूसरी ओर भी रिपीट करें: इसी प्रोसेस को फॉलो करें, अपने बालों पर क्रीम लगायें और सिफारिश योग्य समय तक इसे काम करने दें | इसके बाद स्किन को धोकर साफ़ कर लें |
  7. ट्रीटमेंट के बाद स्किन को हील होने के लिए समय दें | इससे डिओडोरेंट के कारण आर्मपिट्स की स्किन में उत्तेजना होने की सम्भावना कम हो जाएगी |
विधि 3
विधि 3 का 5:

वैक्सिंग (Waxing)

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  1. ध्यान दें कि आर्मपिट के हेयर ¼ से ½ इंच (1.3 सेंटीमीटर) की बीच की लम्बाई के हों: वैक्सिंग में मैनेज करने के लिए यह सबसे आसान लम्बाई होती है | अगर आपके हेयर बहुत छोटे हैं तो वैक्स में पकड़ नहीं बन पायेगी | अगर बाल बहुत लम्बे होंगे तो वे उलझ जायेंगे और उन्हें मैनेज करना मुश्किल हो जायेगा | [२] अगर जरूरत हो तो आर्मपिट के बालों को सही लम्बाई तक बढ़ने के लिए कुछ दिन का इंतज़ार किया जा सकता है |
  2. किसी भी प्रकार की बॉडी वैक्स आर्मपिट के हेयर हटाने के लिए बेहतर काम कर सकती हैं | अधिकतर किट वैक्स के एक पॉट के साथ आती हैं जिसे माइक्रोवेव या एक स्पेशल वैक्स वार्मर में गर्म करना पड़ता है | इस किट के साथ एक एप्लीकेटर और कपडे की स्ट्रिप्स भी आती हैं जो कठोर वैक्स को खींचकर हटाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं |
    • वैक्स को मैन्युफैक्चरर के इंस्ट्रक्शंस के अनुसार गर्म करें |

    टिप: वैक्स की सहन योग्य गर्माहट का पता लगाने के लिए इसे हाथ के पिछले हिस्से पर लगाकर चेक करें

  3. डेड स्किन और धूल को हटाने के लिए एक बॉडी स्क्रब या लूफाह का इस्तेमाल करें और फिर आर्मपिट्स को धोकर साफ़ करें | इससे वैक्सिंग प्रोसेस आसान हो जाएगी और इन्फेक्शन से भी बचाव होगा |
  4. पाउडर आर्मपिट्स को ड्राई रखेगा और इसे खींचते समय वैक्स को स्किन पर चिपकने नहीं देगा | इस प्रोसेस के दौरान पंखा ऑन करने या खिड़की खोलने से भी आर्मपिट्स ड्राई रहेंगी |
  5. पूरी प्रोसेस में हाथ ऊपर उठाये रखें जिससे आर्मपिट की स्किन कसी रहे | इससे हेयर्स बहुत आसानी से निकल जायेंगे और यथासंभव यह प्रोसेस पीड़ारहित हो जाएगी |
  6. एप्लीकेटर को वैक्स में दुबयें और आर्मपिट के हेयर्स की दिशा में थोड़ी से मात्रा में फैलाएं | वैक्स के ऊपरी सिरे पर कपडे की स्ट्रिप रखें और धीरे से नीचे की ओर प्रेस करें |
  7. स्ट्रिप को बालों की वृद्धि की विपरीत दिशा में खींचें: इसे बैंडेड की तरह जल्दी से खींचकर निकालें | अगर आप बहुत धीरे-धीरे खींचेंगे तो वैक्स आर्मपिट हेयर्स को सफाई से नहीं निकाल पायेगी | धीरे-धीरे खींचने पर काफी दर्द भी होगा |
    • अगर स्किन टाइट नहीं होगी तो इसे खींचने में परेशानी हो सकती है | स्किन को टाइट रखने के लिए कोहनी मोड़ें और अँगुलियों से स्किन खींचें जबकि दूसरे हाथ का इस्तेमाल स्ट्रिप को खींचने में करें |
    • आपको थोडा पसीना भी आ सकता है जिससे आर्मपिट्स गीली हो सकती हैं | इसीलिए ठंडक बनाये रखने के लिए पंखा चलायें |
  8. बालों को रिमूव करने के लिए बालों की संख्या के आधार प्रत्येक आर्मपिट के लिए दो या तीन बार वैक्स लगाने की जरूरत हो सकती है | पहली आर्मपिट के बाल निकलने के बाद दूसरी की ओर आयें | वैक्स करने के बाद छोटे हेयर्स को निकालने के लिए ट्वीजर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है |
  9. आर्मपिट्स को कंडीशन करने के लिए बादाम का तेल या किसी अन्य लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें: इससे आर्मपिट्स की सूथिंग होगी और स्किन से चिपकी हुई एक्स्ट्रा वैक्स को हटाने में भी मदद मिलेगी |
  10. अगर आप वैक्स के तुरंत बाद डिओडोरेंट लगायेंगे तो स्किन में उत्त्जेना हो सकती है | किसी भी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से पहले कम से कम कुछ घंटे ठहरें |
विधि 4
विधि 4 का 5:

एपिलेटर (केशलुंचन) का इस्तेमाल करें

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  1. ध्यान रखें कि इस प्रोसेस के लिए बालों की लम्बाई कुछ मिलीमीटर तक ही हो: एपिलेटर के इस्तेमाल में मैनेज करने के लिए यह लम्बाई सबसे अच्छी होती है | अगर बहुत लम्बे बाल होंगे तो उलझेंगे और एपिलेटर डिवाइस को मैनेज करना मुश्किल हो जायेगा | एपिलेटिंग के एक या दो दिन पहले आर्मपिट्स को शेव करना अच्छा होता है जिससे इसकी शुरुआत करने के लिए सही लम्बाई के बाल मिल जाते हैं |
  2. एपिलेटर एक छोटी सी मशीन होती है जिसमे बालों को खींचकर हटाने के लिए एक रोटेटिंग हेड लगा होता है | वैक्सिंग के समान ही, इसका रिजल्ट भी कुछ सप्ताह तक बना रहता है लेकिन यह प्रोसेस थोड़ी पीड़ादायक होती है | [३] ध्यान रखें कि आर्मपिट्स को बेबी पाउडर झिड़ककर पूरी तरह से सुखा लें |

    टिप: इससे स्किन मशीन में नहीं फंसेगी

  3. इतना ऊंचा उठायें कि आर्मपिट की स्किन टाइट हो जाये | अगर स्किन टाइट नहीं होगी तो एपिलेटर में दब जाएगी |
  4. सबसे पहले लो सेटिंग पर ही इस्तेमाल करने से बाल खींचने की फीलिंग का पता चल जायेगा |
  5. हेयर की लेयर को हटाने के लिए आर्मपिट पर धीरे-धीरे घुमाएँ: शुरुआत में इसे स्किन की सरफेस से थोडा दूर रखें | हेयर खिंचने पर वैक्स में समान दबाव अनुभव होगा | जल्दी ही आपको हेयर खिंचने से इस अनुभव की आदत हो जाएगी और आप अगली स्टेप पर आने के लिए तैयार हो जायेंगे |
  6. अब एपिलेटर को हायर सेटिंग पर टर्न करें और इसे स्किन के थोड़े नज़दीक लायें: अब आप उन सभी छोटे हेयर्स को निकाल सकते हैं जो पहली बार में नहीं निकल पाए थे | स्किन को टाइट रखें और हायर सेटिंग पर काम पूरा करें |
  7. सबसे पहले लोअर सेटिंग का शुरुआत करें और फिर हायर सेटिंग पर जाएँ | आर्मपिट से पूरे बाल निकलने तक इसे जारी रखें |
  8. स्किन को राहत देने के लिए एलोवेरा या विच हेज़ल लगायें: आर्मपिट्स लाल और उत्तेजित हो जायेंगे इसलिए एपिलेटर के इस्तेमाल के बाद स्किन की सूथिंग के लिए एलोवेरा या विच हेज़ल का इस्तेमाल करें |
  9. डिओडोरेंट लगाने से पहले काफी देर तक इंतज़ार करें: एपिलेटर के इस्तेमाल के तुरन्त बाद डिओडोरेंट लगाने से स्किन में चुभन हो सकती है या रेशेज़ आ सकते हैं इसलिए कम से कम कुछ घंटे तक इस्तेमाल न करें |
विधि 5
विधि 5 का 5:

इलेक्ट्रोलायसिस कराएं (Using an Epilator)

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  1. अगर आप इलेक्ट्रोलायसिस कराना चाहते हैं तो किसी अच्छे सलून पर जाना होगा | शुरुआत में सलाह लें जिससे आपको प्रोसेस और उसकी प्लानिंग की जानकारी मिल सके |
    • इलेक्ट्रोलायसिस में परमानेंट हेयर रिमूवल के लिए केमिकल या हीट एनर्जी से हेयर फॉलिकल्स को नष्ट कर दिया जाता है | [४]

    नोट: ध्यान रखें कि सैलून में नीडल इलेक्ट्रोलायसिस का इस्तेमाल हो जो हेयर रिमूवल का इकलौता तरीका है

  2. ट्रीटमेंट पंद्रह मिनट से लेकर एक घंटे तक चलेगा | कुछ लोगों को यह प्रोसेस दर्दरहित लगती है जबकि कुछ अन्य लोगों को असुविधाजनक लगी | बालों की संख्या के आधार पर, आपको और सेशन भी लेने पड़ सकते हैं |
  3. सेशन के बाद स्किन रेड और सूजी हुई हो सकती है इसलिए इसका कोमलता से ख्याल रखें | स्किन पर सलून में बताये गये एलोवेरा या अन्य ऑइंटमेंट लगायें | [५]

सलाह

  • अगर आप रिमूवल क्रीम का इस्तेमाल करते हैं तो इसे अंडरआर्म्स पर लगाने से पहले स्किन के एक छोटे से पैच पर लगाकर टेस्ट करें जिससे रेशेज़ की रिस्क को कम कर पाए |
  • किसी भी प्रोडक्ट को लगाने से पहले उसके इन्ग्रेडियेंट्स पर नजर डालें और ध्यान दें कि कहीं आप उनसे एलर्जिक तो नहीं हैं |
  • अगर आप रेजर का इस्तेमाल करते हैं तो डिओडोरेंट लगाते समय सावधानी रखें | अगर आपको इससे खरोंच लगी होगी तो परेशानी थोड़ी बढ़ जाएगी |

चेतवानी

  • आपको रेजर से जलन हो सकती है | यह जलन आर्मपिट के नीचे होती है और इसके सेंसेशन जल्दी नहीं जाते |
  • अगर आपको रेजर को बहुत ताकत लगाकर प्रेस करना पड़े तो समझ जाइये कि यह आपके लिए उचित नहीं है और प्रोसेस के दौरान आप इससे कट सकते हैं |

विकीहाउ के बारे में

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