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डेथ कैप मशरूम ( Amanita phalloides ) दुनिया के सबसे खतरनाक मशरूम में से एक हैं | चूँकि इससे गंभीर नुकसान होते हैं, इसलिए डेथ कैप मशरूम को पहचाना बहुत जरुरी है, क्योंकि कई लोग इसे खाने योग्य पैडी स्ट्रॉ मशरूम समझने की गलती करते हैं | डेथ कैप काफी बड़े होते हैं, इमे सफ़ेद स्पोर्स होते हैं और इसमें से क्लीनिंग-सप्लाइज की तरह गन्दी स्मेल आती है | अगर आपको लगता है कि मशरूम डेथ कैप हो सकता है तो इसे न खाएं |

विधि 1
विधि 1 का 4:

कैप को पहचानें

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  1. मशरूम के कैप को ध्यान से देखें | डेथ कैप मशरूम का रंग इसकी ग्रोइंग कंडीशन के आधार पर अलग-अलग हो सकता है | आमतौर पर, कैप ऑफ-वाइट होता है और इसमें ऑलिव ग्रीन, पीला हर या पीला टिंट हो सकता है | बहुत ज्यादा पुराने मशरूम कैप लगभग ब्राउन होने लगते हैं | पके हुए मशरूम के कैप में भी एक या दो बड़े क्रैक होते हैं | [१]
    • डेथ कैप मशरूम के कैप्स में ज्यादातर एक या एक से ज्यादा पतले सफ़ेद वेइल टिश्यू वाले पैचेज होते हैं |

    नोट: Amanita caesarea मशरूम खाने में बिलकुल सुरक्षित होता है (लेकिन कई बार इसे गलती से डेथ कैप मशरूम समझ लिया जाता है), इसका कैप ब्राइट ऑरेंज कलर का होता है [२]

  2. मशरूम के कैप की चौड़ाई देखें कि यह 3 से 6 इंच तक है या नहीं: इसकी जड़ों को बाहर निकालें बिना, जब यह जमीन में बढ़ रहा हो, तभी कैप को नापें जिससे प्लांट मर न पाए | आमतौर पर एक घरेलू रूलर से इसका व्यास या चौड़ाई नापी जा सकती है | अगर आप डेथ कैप मशरूम खोज रहे हैं तो इसका कैप ही 3 से 6 इंच तक चौड़ा दिखाई देगा | [३]
    • इस मशरूम को बिना ग्लव्स पहने डायरेक्टली छूना सुरक्षित होता है | इस मशरूम के टोक्सिन इसे खाने पर ही नुकसान पहुंचाते हैं |
    • अगर आप खाने के लिए मशरूम उखाड़ रहे हैं तो इसके किनारे सावधानी के साथ निकालें | अगर आप नहीं जानते कि यह मशरूम डेथ मशरूम है या नहीं तो इसे न उखाड़ें |
    • पके हुए पैडी स्ट्रॉ मशरूम के कैप्स लगभग एकसमान साइज़ और शेप के होते हैं जिससे इन्हें अलग से पहचानना मुश्किल हो जाता है | [४]
  3. डेथ कैप मशरूम (और दूसरे अमैनिटा मशरूम) के कैप के नीचे पतले सफ़ेद गिल्स दिखाई देते हैं | इसलिए, मशरूम के कैप को पलटकर देखें (आपको इसे पलटकर जमीन पर रखकर देखना पड़ेगा) और अंदर के गिल्स पर ध्यान दें | ये बारीक गिल्स सघन रूप से मशरूम के कैप के बाहरी किनारे पर एकसाथ जुड़े रहते हैं और स्टेम से बहुत ही नाजुक रूप से जुड़े होते हैं | [५]
    • डेथ कैप मशरूम को पैडी स्ट्रॉ मशरूम और दूसरे खाने योग्य मशरूम से अलग पहचानने के लिए गिल्स के कलर को देखना एक और बेहतरीन तरीका है | पैडी स्ट्रॉ मशरूम के गिल्स गुलाबी से भूरे रंग के होते हैं |
    • दूसरी Agaricus जैसी प्रजाति के मशरूम में भी गुलाबी गिल्स होते हैं लेकिन मशरूम पकने पर ये ब्राउन हो जाते हैं |
  4. बहुत ज्यादा गोलाकार कैप वाले बिना पके डेथ कैप मशरूम को पहचानें: मशरूम को आगे-पीछे मोड़ें जिससे इसके कैप के शेप का अंदाजा लगाया जा सके | ताज़े बिना पके मशरूम में आपको बहुत ही गोल, बाउल शेप का कैप दिखाई देगा | ये कैप कई बार इतने गोल होते हैं ये चारो ओर मुड़ जाते हैं और मशरूम के स्टाक या तने को छूने लगते हैं | लेकिन, मशरूम की उम्र बढ़ने और पकने पर ये मुड़े हुए शेप सपाट हो जाते हैं | अगर आपके लगभग सपाट कैप दिखाई दें तो समझ जाएँ कि आपको पका हुआ डेथ कैप मशरूम मिला है | [६]
    • खाने योग्य पफबॉल मशरूम भी कई बार जंगल में डेथ कैप मशरूम की तरह दिखाई देते हैं | इन्हें पहचानने के लिए मशरूम की स्लाइस को खोलें | अगर इसमें कोई गिल्स न हों तो यह पफबॉल मशरूम होगा | [७]

    नोट: यंग और पके हुए डेथ कैप एकसमान रूप से टॉक्सिक होते हैं, इनके जहरीलेपन का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक मशरूम को खाने से एक वयस्क व्यक्ति मर सकता है जबकि कुछ निवाले खाने से किसी बच्चे या पालतू जानवर की जान जा सकती है

विधि 2
विधि 2 का 4:

मशरूम के डंठल को देखें

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  1. इसके सफ़ेद डंठल को देखें जो लगभग 7 से 15 सेंटीमीटर लम्बा होता है: या तो मशरूम को धीरे से मिटटी से उखाड़ लें या इसके बेस के आसपास से मिट्टी को ब्रश से झडा दें | अगर आपके पास रूलर हैं तो इससे मशरूम की लम्बाई नापें | डेथ कैप मशरूम का सबसे सटीक संकेत है- इसका लम्बा, मोटा, सफ़ेद या पीला सा डंठल जो कैप को जंगल में ऊपर की ओर उठाता है | डेथ कैप का डंठल अधिकतर महीन स्केल्स की पतली लेयर से ढंका रहता है | [८]
    • इसका डंठल कैप की तुलना में थोड़े लाइट कलर के शेड के होता है |
    • खाने योग्य Amanita caesarea मशरूम में पीला तना होता है जो डेथ कैप मशरूम की तुलना में 2 से 3 इंच छोटा होता है | [९]
  2. मशरूम के बेस पर सफ़ेद, कप के जैसी आकृति को चेक करें: अगर वोल्वा (एक तरह का आवरण जो फल वाले हिस्से को फटने के बाद एक डंठल से ढंके रहता है) पहले से एक्सपोज़ न हो तो मशरूम के डंठल के निचले हिस्से को खोजने के लिए मिट्टी में कन्नी से थोडा खोदें | आपको पौधे की पूरी जड़ें उखाड़नी पड़ सकती हैं | डंठल के बॉटम को वोल्वा के नाम से जाना जाता है | और यह बढ़ते हुए मशरूम के गिल्स को प्रोटेक्ट करने वाले ऊतकों के अवशेष होते हैं | डेथ कैप मशरूम का वोल्वा काफी बड़ा होता है और व्यास में लगभग 4 सेंटीमीटर तक बढ़ सकता है | [१०]
    • मशरूम के डंठल का निचला हिस्सा जिसमे वोल्वा भी शामिल होता है, आमतौर पर मिट्टी में उस जगह दबा होता है जहाँ पेड जमीन से जुड़ा हो | समय के साथ बल्ब भी टूट या झड जाता है इसलिए अगर यह उपस्थित हो तो ये मशरूम अमैनिटा मशरूम हो सकते हैं |
    • पैडी स्ट्रॉ मशरूम में भी लगभग इसी के समान साइज़ का वोल्वा होता है | इसलिए वोल्वा खोजना डेथ कैप मशरूम की गारंटी नहीं देता | [११]
  3. डंठल के टॉप पर ढीली, स्कर्ट के समान मेम्ब्रेन देखें: मशरूम को एक साइड जुकाएं और कैप के बेस के नीचे नजर डालें | डेथ कैप मशरूम का“स्कर्ट” एक पतली मेम्ब्रेन के रूप में होता है जो मशरूम के कैप के बिलकुल नीचे एक सर्किल के रूप में होती है | यह मेम्ब्रेन सफ़ेद रंग की होगी और डंठल के टॉप पर 2 से 3 इंच पर ढीले तरीके से जुडी हुई दिखाई देगी | [१२]
    • अगर आप डेथ कैप मशरूम को खोदते हैं और उसे हैंडल करते हैं तो यह कोमल मेम्ब्रेन नष्ट हो जाती है |
    • अगर यह काम बहुत ही छोटे डेथ कैप मशरूम के साथ किया जाए तो आप नोटिस करेंगे कि स्कर्ट तने से लेकर मशरूम के गिल्स को कवर करने वाले कैप के किनारों तक जाता है |
विधि 3
विधि 3 का 4:

मशरूम को हैंडल करें और उसे सूंघें

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  1. मशरूम को अपनी नाक से लगभग 3 इंच की दूरी पर पकड़ें और सूंघें | डेथ कैप मशरूम की गंध थोड़ी अमोनिया या घरेलू क्लीनर्स की तरह होती है जिसके कारण मशरूम की दुनीया में इसका एक यूनिक सेंट होता है | [१३] अगर आपको फिजिकल अपीयरेंस से समझ न आये कि यह डेथ कैप मशरूम है या नहीं तो इस परीक्षा का इस्तेमाल करें |
    • इस मशरूम को सूंघते समय इसे चखें या खाएं नहीं | हालाँकि इससे आप मरेंगे नहीं लेकिन इसकी थोड़ी सी मात्रा भी मुंह में जाने पर आप गंभीर रूप से बीमार हो जायेंगे |
    • बहुत से दूसरे तरह के मशरूम में इतनी तेज़ गंध नहीं होती |
  2. कैप को एक या दो अँगुलियों पर थपथपाकर इसका चिपचिपापन देखें: ध्यान रखें कि आपको पर्याप्त रूप से धीरे से थपथपाना है जिससे मशरूम के पार्ट्स टूटे नहीं या ये जमीन से उखड़े नहीं | डेथ मशरूम का कैप थोडा सा चिपचिपा होता है और अँगुलियों पर थपथपाने से उन पर थोडा सा चिपकने वाला पदार्थ लग सकता है | कैप भी छूने पर थोडा फिसलन वाला लग सकता है | [१४]
    • डेथ कैप मशरूम को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोना न भूलें | अगर आप इसे बिना हाथ धोये खा लेते हैं तो मशरूम के टोक्सिन के कारण बीमार हो सकते हैं |

    सलाह: डेथ कैप छूने पर पूरी तरह से सुरक्षित होता है और केवल खाने पर ही इसके जहर का असर होता है, अगर आप जहरीले मशरूम को छूने में असहज अनुभव कर रहे हों तो ग्लव्स पहनकर छुएं

  3. स्पोर प्रिंट वाले मशरूम इकट्ठे करें और इनके पीछे उपस्थित सफ़ेद पोर्स पर ध्यान दें: डेथ कैप मशरूम से स्पोर प्रिंट वाले मशरूम इकट्ठे करने के लिए मशरूम कैप को गिल्स नीचे की ओर रखते हुए इन्हें एक डार्क कलर के पेपर पर रखें | अब मशरूम को पूरी रात उस पेपर पर रखा रहने दें | अगली सुबह, मशरूम कैप को उठायें और पेपर की शीट पर सफ़ेद स्पोर प्रिंट देखें | डेथ कैप मशरूम सफ़ेद स्पोर वाली प्रिंट पेपर पर छोड़ देगा | [१५]
    • अगर आप डेथ कैप मशरूम की बजे हानिरहित पैडी स्ट्रॉ मशरूम को डील कर रहे हैं तो आपको पेपर पर पिंक स्पोर प्रिंट दिखाई देगी |
    • ध्यान रखें कि आप जिस कमरे में डेथ कैप मशरूम को पूरी रात पेपर पर रखकर स्पोर प्रिंट इकट्ठी कर रहे हों, वहां कोई भी बच्चे या पालतू जानवर न हों |
विधि 4
विधि 4 का 4:

प्रकृति में डेथ कैप खोजें

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  1. डेथ कैप मशरूम ओक-से भरे शीतोष्ण वनों में मिलते हैं: यह मशरूम यूरोप में पैदा होता है और आज भी यूरोप के कई शीतोष्ण जंगलों में पाया जाता है | हालाँकि, ये दुनिया के कई हिस्सों में फ़ैल होते हैं लेकिन शीतोष्ण वनों में ज्यादा देखे जा सकते हैं, विशेषरूप से जहाँ ओक के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हों | डेथ कैप मशरूम ज्यादातर नार्थ अफ्रीका में उगाये जाते हैं, लेकिन इस महाद्वीप के दूसरे हिस्सों में नहीं देखे जाते | [१६]
    • डेथ कैप मशरूम दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के जंगली इलाकों विशेषरूप से Adelaide और Canberra के शहरों के आसपास पनपने हुए देखे जा सकते हैं | [१७]

    नोट: अमेरिका में डेथ कैप मशरूम न्यू जर्सी, ऑरेगोन और कैलिफ़ोर्निया के खाड़ी वाले इलाकों में सैन फ्रांसिस्को में ओक के साथ देखे जाते है

  2. गर्मियों के अंत और पतझड़ के दौरान डेथ कैप मशरूम खोजें: समशीतोष्ण अक्षांशों में, डेथ कैप मशरूम गर्मियों के अंत और पतझड़ में मिलता है | वर्ष के इस समय के दौरान, कई तरह के मशरूम की ग्रोथ के लिए तापमान एकदम उचित होता है जिनमे डेथ कैप मशरूम भी शामिल हैं | [१८] सर्दियों या बसंत के मौसम में जंगली इलाकों में डेथ कैप मशरूम बहुत ही कम देखे जाते हैं |
    • नार्थ अमेरिका और यूरोप में, गर्मियों के अंत से लेकर पतझड़ के अंत तक ये मशरूम मिलते हैं, जो अगस्त के अंत से नवम्बर के अंत तक का समय होता है | ऑस्ट्रेलिया और साउथ अमेरिका में, ये फरवरी के अंत से माय के अंत तक ये मशरूम मिल सकते हैं |
  3. डेथ कैप मशरूम पेड़ के नीचे ट्रंक या वृक्षगुहा के 1 से 15 फीट अंदर पाया जाता है: कुछ केसेस में, आपको डेथ कैप मशरूम पेड़ के आधार के काफी नजदीक मिल जायेगा | कई दूसरी मशरूम प्रजातियों (जैसे पैडी स्ट्रॉ) के समान, डेथ कैप मशरूम जंगली इलाकों में पाए जाते हैं क्योंकि ये पेड़ों की जड़ों के साथ साहचर्य सम्बन्ध बनाकर रहते हैं | कुछ केसेस में, ये ये डायरेक्टली पेड़ की जड़ों से अंकुरित होते हुए मिल जायेंगे | [१९]
    • डेथ कैप आमतौर पर ओक और पाइन के पेड़ों के साथ कुछ बीच, बिर्च, चेस्टनट और यूकेलिप्टस के पेड़ भी पाए जाते हैं |
    • ऐसा कहा जाता है कि डेथ कैप मशरूम आपको कुछ घास वाली जगहों पर मिल सकता है लेकिन ऐसा कॉमन नहीं है |

सलाह

  • डेथ कैप को गलती से बिनाइन पैडी स्ट्रॉ (या सिंपल स्ट्रॉ मशरूम) ( Volvariella volvacea ) समझ लिया जाता है |
  • डेथ कैप मशरूम का ओरिजिन यूरोप में है जहाँ इसके साथ कॉर्क ट्री और नॉर्वे स्प्रूस भी होते हैं | यहाँ से, यह नार्थ अमेरिका और नार्थ अफ्रीका में फैलता गया और अब ऑस्ट्रेलिया और साउथ अमेरिका तक पहुँच चुका है | [२०]
  • Amanita caesarea या Caesar's mushroom जैसे अमैनिटा फैमिली में कुछ मशरूम को सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपको इसके दूसरे जहरीले किस्म के मशरूमों की पहचान करना आना चाहिए और उन्हें खाने से बचना होगा | [२१]

चेतावनी

  • अगर आप दुर्घटनावश अमैनिटा मशरूम फैमिली का कोई जहरीला मशरूम खा लें तो तुरंत ट्रीटमेंट कराएं | आप ट्रीटमेंट में जितनी ज्यादा देर करेंगे, शरीर में उतने ही ज्यादा टोक्सिन फैलते जायेंगे | अमैनिटा मशरूम का इलाज़ milk-thistle के एक्सट्रेक्ट को लगाकर किया जाता है जिससे अमैनिटा के जहर को लिवर में फैलने से रोका जा सके और इसके साथ ही उन टोक्सिन को हटाने के लिए एल्ब्यूमिन डायलिसिस किया जाता है |
  • अगर आप अमैनिटा मशरूम का कोई हिस्सा खा लें तो खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब सारा पानी पीयें | सीवियर केसेस में, लिवर ट्रांसप्लांट कराना भी जरुरी हो सकता है |
  • डेथ कैप और दूसरे टॉक्सिक अमैनिटा मशरूम लीवर और किडनी के कुछ ख़ास प्रोटीन के फार्मेशन को रोककर शरीर पर अटैक करते हैं जिससे कोमा में जा सकते हैं या मौत भी हो सकती है | डेथ कैप के टोक्सिन उसके टिश्यू में बने रहते हैं | [२२]

विकीहाउ के बारे में

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