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तमिल भाषा, द्रविड़ भाषा परिवार, अर्थात ऐसे भाषा-समूह, जिसे सम्पूर्ण भारत और दक्षिण पूर्व एशिया, तथा पाकिस्तान और नेपाल तक में बोला जाता है, की एक सदस्य है। तमिल भाषा का इस्तेमाल मुख्यतः दक्षिण भारत में होता है तथा यह भारत के तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह जैसे राज्यों की राजभाषा है। [१] तमिल, श्री लंका तथा सिंगापुर की भी राजभाषा है तथा इसका विस्तृत उपयोग मलेशिया में भी होता है। विश्व भर में लगभग साढ़े छह करोड़ तमिल भाषी हैं। तमिल भाषा, लगभग 2,500 वर्षों से बोली जाती रही है, तथा इसकी कविताओं तथा दर्शन की एक लंबी तथा समृद्ध साहित्यिक परंपरा है। तमिल सीखने से संभावनाओं की एक पूरी दुनिया सामने आ सकती है!

विधि 1
विधि 1 का 4:

तमिल वर्णमाला सीखना

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  1. तमिल लिपि में 12 वॉवेल,18 कॉन्सोनेंट्स और आयतम नाम का एक कैरेक्टर होता है जो कि न तो वॉवेल होता है और न ही कॉन्सोनेंट। हालांकि चूंकि तमिल लिपि सिलाबिक (syllabic) होती है न कि अल्फ़ाबेटिक – अर्थात उसके सिंबल्स फ़ोनेटिक यूनिट्स, जिसमें वॉवेल और कॉन्सोनेंट्स दोनों शामिल होते हैं, को रिप्रेजेंट करते हैं – उसके अंदर 247 फ़ोनेटिक कॉम्बिनेशन्स होते हैं। परिवर्तनों का संकेत देने के लिए इनमें से अनेक को बेसिक 31 अक्षरों में विशेषक चिन्ह लगा कर लिखा जाता है।
    • तमिल को अंग्रेज़ी की तरह ही, बाएँ से दायें हॉरिजॉन्टल लाइन्स में लिखा जाता है। [२]
    • यहाँ पर बेसिक तमिल लिपि का एक चार्ट दिया जा रहा है: http://tamilo.com/Learn_Tamil/alphabet.pdf .
  2. तमिल लिपि में 12 वॉवेल्स होते हैं, जो कि जब किसी सिलाबेल के शुरू में आते हैं, तब स्वतंत्र अक्षरों के रूप में लिखे जाते हैं। वे अपना रूप इस आधार पर बदल लेते हैं कि क्या उनको किसी कॉन्सोनेंट के साथ लिखा जा रहा है या वे छोटे या लंबे वॉवेल्स हैं। (लंबे वॉवेल्स, छोटों की तुलना में लगभग दो गुने रखे जाते हैं।) कुछ मामलों में वॉवेल्स को रिप्रेजेंट करने के लिए विशेषक चिन्ह को कॉन्सोनेंट्स के अंत में लगाया जाता है, मगर दूसरों में इन चिन्हों को दूसरी लोकेशन्स पर शामिल किया जाता है।
    • a और ஆ aa [३]
      • अन्य अनेक दक्षिण एशियन लिपियों की तरह, तमिल कॉन्सोनेंट्स में आंतरिक रूप से அ a की ध्वनि रहती है, तो அ a जब कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है तब वह नहीं बदलता है। [४]
      • जब किसी कॉन्सोनेंट में ஆ aa शामिल किया जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला एक विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के अंत में शामिल किया जाता है। जैसे कि கா kaa में।
    • i और ஈ ii
      • जब இ i को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के अंत में शामिल किया जाता है, जैसे கி ki में।
      • जब ஈ ii को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला एक विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के ऊपर शामिल किया जाता है, जैसे கீ kii में।
    • u और ஊ uu
      • जब உ u को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के बॉटम में शामिल किया जाता है, जैसे கு ku में।
      • जब ஊ uu को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के अंत में शामिल किया जाता है, जैसे कि கூ kuu में।
    • e और ஏ ee
      • जब எ e को किसी कॉन्सोनेंट के साथ जोड़ा जाता है, तब एक मॉडिफ़ाइड फ़ॉर्म को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के सामने रखा जाता है, जैसे कि கெ ke में।
      • जब ஏ ee को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसे रिप्रेजेंट करने वाला विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट के सामने रखा जाता है, जैसे கே kee में।
    • ai
      • जब ஐ ai को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब उसकी मॉडिफ़ाइड फ़ॉर्म को कॉन्सोनेंट के सामने रखते हैं, जैसे कि கை kai में।
    • o और ஓ oo
      • जब ஒ o को किसी कॉन्सोनेंट में जोड़ा जाता है, तब e और aa के लिए विशेषण चिन्ह उसको घेरते हुये रखे जाते हैं, जैसे कि கொ ko में।
      • जब ஓ oo को किसी कॉन्सोनेंट में शामिल किया जाता है, तब ee और aa के लिए विशेषण चिन्ह कॉन्सोनेंट को घेरते हुये रखे जाते हैं, जैसे कि கோ koo में।
    • au
      • जब ஔ au को किसी कॉन्सोनेंट में शामिल किया जाता है, तब e के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विशेषण चिन्ह को कॉन्सोनेंट के शुरू में रखते हैं और दूसरे विशेषण चिन्ह को अंत में रखा जाता है, जैसे कि கௌ kau में।
    • तमिल में कुछ नॉन-स्टैंडर्ड कॉन्सोनेंट-वॉवेल कॉम्बिनेशन्स हैं जिनमें इन नियमों का पालन नहीं किया जाता है। इन सभी अपवादों की सूची यहाँ उपलब्ध है: http://www.omniglot.com/writing/tamil.htm .
  3. तमिल में 18 बेसिक कॉन्सोनेंट्स हैं जिन्हें तीन ग्रुप्स में बांटा गया है: वल्लीनम (हार्ड कॉन्सोनेंट्स), मेल्लीनम (सॉफ्ट कॉन्सोनेंट और नेज़ल), तथा इदायीनम (मीडियम कॉन्सोनेंट्स)। तमिल के कुछ कॉन्सोनेंट्स का कोई अंग्रेज़ी इक्वीवेलेंट नहीं है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि यदि संभव हो तो उनके उच्चारण को सुना जाये।
    • वल्लीनम कॉन्सोनेंट्स: க் k , ச் ch , ட் t , த் th , ப் p , ற் tr
    • मेल्लीनम कॉन्सोनेंट्स: ங் ng , ஞ் ng , ண் n , ந் n , ம் m , ன் n
    • इदायीनम कॉन्सोनेंट्स: ய் y , ர் r , ல் l , வ் v , ழ் l , ள் l
    • संस्कृत से लिए हुये अनेक कॉन्सोनेंट्स भी हैं, जिन्हें तमिल लेखन की मूल लिपि के आधार पर, आम तौर पर “ग्रंथ” अक्षर कहा जाता है। ये ध्वनियाँ अक्सर आधुनिक बोली जाने वाली तमिल में पाई जाती हैं, मगर क्लासिकल लिखित तमिल में उतनी नहीं मिलती हैं। ये अक्षर हैं:
      • ஜ் j
      • ஷ் sh
      • ஸ் s
      • ஹ் h
      • க்ஷ் ksh
      • ஸ்ரீ srii
    • अंततः, एक विशेष अक्षर है, ஃ akh , जिसे आयतम कहते हैं। इसे साधारणतया आधुनिक तमिल में विदेशी ध्वनियों, जैसे f तथा z' का संकेत देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। [५]
  4. तमिल वॉवेल्स तथा कॉन्सोनेंट्स की रिकॉर्डिंग को सुनिए: पेंसिल्वानिया विश्वविद्यालय की एक वेबसाइट है, जिसमें सभी तमिल वॉवेल तथा कॉन्सोनेंट की ध्वनियों की रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। [६] अगर आपको कोई नेटिव तमिल भाषी मिल जाये जो ऐसी ध्वनियाँ निकाल कर आपकी मदद कर सके, तब और भी बेहतर होगा।
विधि 2
विधि 2 का 4:

बेसिक्स को समझना

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  1. अपने पाठ शुरू करने के लिए कुछ फ़ाउंडेशनल मैटीरियल ढूंढ लीजिये: जब आप तमिल सीखना शुरू करेंगे, तब आपको पता चलेगा कि अनेक ऑनलाइन संसाधन हैं जिनसे आपको सहायता मिल सकती है। आप चाहेंगे कि आपको एक अच्छी डिक्शनरी भी मिल जाये। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित, ऑक्सफोर्ड अंग्रेज़ी-तमिल डिक्शनरी को तमिल सीखने वालों के लिए स्टैण्डर्ड डिक्शनरी माना जाता है, और उसमें लगभग 50,000 एंट्रीज़ हैं। शिकागो विश्वविद्यालय की भी दक्षिण एशिया की डिजिटल डिक्शनरीज़ प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक विस्तृत मुफ़्त ऑनलाइन तमिल डिक्शनरी है। [७]
    • पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय के पास तमिल ग्रामर तथा वाक्य कंस्ट्रक्शन पर 36 पाठों का एक सेट है।
    • ऑसटिन स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय के पास तमिल भाषा और संस्कृति पर पाठों का एक सेट है। [८]
    • भारतीय भाषाओं के केंद्रीय संस्थान के पास तमिल लिपि, ग्रामर, तथा वाक्य स्ट्रक्चर पर ऑनलाइन पाठ हैं। सैंपल पाठ मुफ़्त हैं, तथा पूरे कोर्स को प्राप्त करने के लिए 50 यू एस डॉलर या 500 रुपये देने पड़ेंगे। [९]
    • पॉलीमैथ में तमिल भाषा के लिए एक्स्टेंसिव पाठ हैं, जिनमें शब्दावली शब्दों की एक विस्तृत सूची तथा प्रोनाउन्स, वर्ब टेंसेज़, तथा सामान्य प्रश्न शामिल हैं। [१०]
    • लैंगवेज रीफ़ में 14 सरल तमिल पाठों का सेट है।
    • जब आप थोड़ा आगे बढ़ जाएँगे, तब के लिए मिशिगन विश्वविद्यालय के पास इंटरमीडिएट तमिल में 11 मुफ़्त पाठ हैं, जिनमें प्रत्येक पाठ के साथ के लिए ऑडियो फ़ाइल्स भी शामिल हैं। [११]
    • तमिलनाडु सरकार की एक “वर्चुअल अकादमी” है जिसमें गेम्स, तमिल स्त्रोत, और पाठ शामिल हैं। [१२] इसका अधिकांश कंटेन्ट मुफ़्त है, हालांकि कुछ को ख़रीदा भी जा सकता है।
  2. पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय के द्रविडियन लिंगविस्टिक्स तथा संस्कृति के प्रोफ़ेसर एमेराइटस, हैरोल्ड एफ़ शिफमैन लिखित ए रेफरेंस ग्रामर ऑफ स्पोकेन तमिल एक स्टैंडर्ड टेक्स्ट है। [१३] अगर आप तमिल बोलना चाहते हैं, तब यही वह किताब है जिसे ख़रीदा जाना चाहिए, चूंकि मौखिक तमिल, लिखित तमिल से बहुत फ़र्क होती है, और वह 13वीं शताब्दी से अभी तक अधिकतर वैसी ही बनी रही है।
    • कौसल्या हार्ट की तमिल फॉर बेगिनर्स अभी अप्राप्य है मगर पुरानी किताबों की दुकानों में बहुतायत में उपलब्ध है। [१४]
    • ई अन्नामलाई तथा आर ई एशर की कोलोकियल तमिल: द कंप्लीट कोर्स फॉर बेगिनर्स खास तौर से बोली जाने वाली तमिल पर फ़ोकस करती है और इसके पाठों में ऑडियो शामिल होते हैं। शुरुआत करने वालों के लिए यह थोड़ा तेज़ चलती है, मगर इसको व्यापक रूप से रिकमेंड किया जाता है। [१५]
    • पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय ने तमिल लैंगवेज इन कॉन्टेक्स्ट नाम की किताब प्रकाशित की है, जिसमें नेटिव तमिल भाषी व्यक्तियों के फ़िल्म किए हुये डायलॉग्स के वीडियोज़ भी शामिल हैं। [१६]
    • मुफ़्त डाउनलोड के लिए तमिलनाडु सरकार की एक मुफ़्त बेसिक ई-बुक है जिसमें तमिल लिपि का और तमिल ग्रामर के बेसिक्स का परिचय दिया गया है। [१७]
  3. तमिल एक इनफ़्लेकटेड (inflected) भाषा है जिसमें प्रीफ़िक्सेज़ या सफिक्सेज़ का इस्तेमाल कर, व्यक्ति, संख्या, मूड, टेन्स तथा वॉइस दिखाने के लिए, शब्द परिवर्तित किये जाते हैं। आवश्यक नहीं है कि तमिल वाक्यों में सबजेक्ट, वर्ब्स, तथा ऑब्जेक्ट्स हों ही, मगर अगर ये एलीमेंट्स उसमें उपस्थित होंगे, तब सबसे कॉमन वाक्य क्रम सबजेक्ट-ऑब्जेक्ट-वर्ब या ऑब्जेक्ट-सबजेक्ट-वर्ब होता है। [१८]
    • तमिल में आप दो नाउन्स या नाउन फ़्रेज़ेज को एक साथ रख कर साधारण वाक्य बना सकते हैं – आपको वर्ब का इस्तेमाल करने की ज़रूरत भी नहीं है! इस परिस्थिति में, पहला नाउन सबजेक्ट की तरह काम करता है, और दूसरा (या वह भाग जो सबजेक्ट के बारे में कुछ बताता है और वर्ब की तरह काम करता है) प्रेडिकेट की तरह ।
      • उदाहरण के लिए “अंगावाई एक दंतचिकित्सक है” कहने के लिए आप कह सकते हैं அங்கவை अंगावाई பல் வைத்தியர் पाल वैठ्ठियार । इस तरह के वाक्य को निगेट (negate) करने के लिए वाक्य के अंत में இல்லை इल्ले “नहीं” शामिल कर दीजिये।
    • तमिल में इंपेरेटिव वाक्यों का इस्तेमाल आम तौर पर निवेदन करने तथा आदेश देने के लिए किया जाता है। ऐसा करने के दो तरीके होते हैं: अनौपचारिक या घनिष्ठ तरीका, और औपचारिक या शिष्ट तरीका। आपको सामाजिक संदर्भ से यह समझने में सहायता मिलेगी कि कौन सा तरीका उचित होगा; उदाहरण के लिए, अपने से बड़ों, सार्वजनिक फ़िगर्स, या ऐसी दूसरे लोगों जिन्हें सार्वजनिक जीवन में सम्मान मिलता है, के साथ कभी भी अनौपचारिक तरीके का इस्तेमाल मत करिएगा।
      • अनौपचारिक/घनिष्ठ मोड में बिना इन्फ़्लेक्शन के वर्ब के रूट फ़ॉर्म का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए, பார் पार का अर्थ होता है “देखना” (एकवचन)। इस मोड का इस्तेमाल मित्रों और बच्चों के साथ करिए; इसको आम तौर पर उन लोगों के साथ शिष्ट बातचीत में इस्तेमाल नहीं किया जाता है, जिन्हें आप उतनी अच्छी तरह नहीं जानते हैं, बशर्ते कि आप जानबूझ कर उनको अपमानित न करना चाहते हों।
      • औपचारिक/शिष्ट मोड वर्ब के रूट फ़ॉर्म में बहुवचन इन्फ़्लेक्शन को शामिल कर देता है। उदाहरण के लिए, பாருங்கள் पारुंकल तो पार का बहुवचन होता है, मगर इसको शिष्ट या औपचारिक बातों में एक व्यक्ति के साथ बात करते समय भी इस्तेमाल किया जाता है।
      • अगर आप ख़ास तौर से विनम्र होना चाहते हैं, तब आप पोलाइट इम्पेरेटिव फ़ॉर्म में ஏன் een “क्यों” का इस्तेमाल कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, பாருங்களேன் paarunkaleen का अर्थ होता है “तुम उसे क्यों नहीं देखते हो?” या “क्या तुम देखोगे कि ___?”
  4. तमिल एक प्राचीन तथा जटिल भाषा है, इसलिए इसकी संभावना कम है कि आप बोलने की शुरुआत करते ही धाराप्रवाह वाक्य बोलने लगेंगे। शब्दावली के कुछ शब्दों को सीख लेने से आपको तब भी दूसरों के साथ कम्युनिकेट करने में सहायता मिलेगी, जबकि आप तमिल ग्रामर से पूरी तरह परिचित नहीं होंगे।
    • नई भाषा सीखने के सबसे मनोरंजक कारणों में से एक होता है, कि आप यात्रा करते समय नए-नए फ़ूड्स मांग सकें। आम तमिल फ़ूड्स में होते हैं சோறு चोरू (चावल), சாம்பார் सांबर (दाल का एक स्ट्यू), ரசம் रसम (इमली से बना हुआ एक सूप), தயிர் तायीर (योगर्ट या दही) और வடை वड़ा (नमकीन पकौड़ी)। आप शायद देख सकेंगे சாம்பார் சாதம் caampaar caatam (करी चावल) या भारत के दक्षिणी क्षेत्र में प्रसिद्ध एक व्यंजन மீன் குழம்பு miin kulampu (मछली करी)। ஒபுட்டு ओपुट्टू एक मीठी, लगभग पिज़्ज़ा जैसी एक डिश होती है, जो नारियल से बनती है। ऑर्डर करने से पहले चेक कर लीजिये कि क्या वह डिश காரம் कारम “मसालेदार” है! अगर आपको कॉफी पसंद है, जो कि तमिलनाडु का प्रतिनिधि पेय है, तब आप, காபி कापी मांगेंगे। आप चाहें तो தேநீர் तीनीर (चाय) भी मांग सकते हैं। हो सकता है कि सर्व करने वाले आपसे कहें மகிழ்ந்து உண்ணுங்கள் Magizhnthu unnungal , “अच्छी तरह खाना खाइये।”
    • भारतीय संस्कृति में सौदेबाज़ी और भाव ताव करना एक सामान्य प्रैक्टिस है। अगर आप किसी चीज़ को खरीदना चाहते हैं, तब उसके பாதி விலை paati vilai , या “आधे दाम” को देने के प्रस्ताव से शुरुआत करिए। आप शायद चाहेंगे कि आपको चीज़ें மலிவானது malivaanatu “सस्ती” मिल जाएँ, जबकि विक्रेता आपको अधिक விலை அதிகமானது vilai atikamaanatu “महंगी” चीज़ों की ओर धकेलने का प्रयास करेगा। आप शायद यह भी देखना चाहेंगे कि क्या उस दुकान में கடன் அட்டை katan attai “क्रेडिट कार्ड” स्वीकार किए जाते हैं या वे लोग केवल பணம் panam “नकदी” स्वीकार करते हैं।
    • अगर आपको अपनी तबीयत ठीक नहीं लग रही हो, तब ये शब्द आपकी मदद कर सकते हैं: மருத்துவர் maruttuvar “डॉक्टर”, மருத்துவ ஊர்தி maruttuvuurti “एंबुलेंस”, आदि।
  5. तमिल में वाक्य के अंत में प्रश्न शब्द को लगा कर कोई प्रश्न बनाया जा सकता है। आपको यह पता होना चाहिए कि प्रश्न शब्द पर दिये गए स्ट्रेस के आधार पर अर्थ बदल सकता है। कॉमन प्रश्न शब्द हो सकते हैं என்ன enna “क्या”, எது edu “कौन सा (चीज़)”, எங்கே engkee “कहाँ”, யார் yaar "कौन” और எப்பொழுது/எப்போது eppozhutu/eppoodu “कब”।
    • उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं உங்கள் பெயர் என்ன? Unga peru enna? , जिसका अर्थ होता है “तुम्हारा नाम क्या है?” इसका उचित जवाब होगा, என் பெயர் En peyar ___ “मेरा नाम है ____.”
    • किसी वाक्य को हाँ/नहीं वाला सवाल बनाने के लिए “प्रश्नवाचक चिन्ह” ஆ को नाउन या वाक्य के अंत में रखा जाता है। उदाहरण के लिए, नाउन பையனா Paiyaṉaa “लड़के” के लिए, ஆ को अंत में रखने से वह एक प्रश्न “क्या वह लड़का है?” बन जाता है।
    • कुछ अन्य कॉमन प्रश्न जो आप सीखना चाह सकते हैं, होंगे எனக்கு உதவி செய்வீங்களா? Enakku udhavi seivienkalaa? “क्या तुम मेरी मदद कर सकते हो?” புதிய என்ன? Putiya eṉṉa? “नया क्या है?”நீங்கள் எப்படி இருக்கிறீர்கள்? Niinkal eppati irukkiriirkal? “तुम कैसे हो?” இது என்ன? Itu enna? “यह क्या है?”
  6. तमिल में बातचीत शुरू करने के लिए आप कुछ कॉमन फ़्रेज़ेज सीखना चाह सकते हैं। इसके लिए एक अच्छी शुरुआत हो सकती है, यह सीख लेना தமிழ் பேச முடியுமா? Tamiḻ peeca muṭiyumaa? “क्या आप तमिल बोल सकते हैं?” और நான் தமிழ் கற்றல் Naan tamil karral “मैं तमिल सीख रहा हूँ।” [१९]
    • आप यह भी सीख सकते हैं காலை வணக்கம் Kaalai vanakkam “गुड मॉर्निंग!” और நல்ல இரவு Nalla iravu “गुड नाइट!” [२०]
    • शॉपिंग करते समय इस वाक्य का इस्तेमाल करना अच्छा हो सकता है, அது எவ்வளவு செலவாகும்? Atu evvalavu celavaakum? “इसकी क्या कीमत है?” நன்றி Nanri “धन्यवाद!” और வரவேற்கிறேன்! Varaveerkireen “आपका स्वागत है!” और மன்னிக்கணும் Mannikkanum “माफ़ करना” या “सॉरी” भी हमेशा सहायक होते हैं।
    • நான் நோய்வாய்ப்பட்டவாறு உணருகிறேன் Naan nooyvaayppattavaaru unarukireen का अर्थ होता है “मैं बीमार महसूस कर रहा हूँ।” सबसे निकट की फ़ार्मेसी कहाँ है, यह जानने के लिए आप पूछ सकते हैं மருந்துக் கடை அருகில் எங்கு உள்ளது? Maruntuk katai arukil enku ullatu? [२१]
    • अगर आप किसी दोस्त के लिए टोस्ट पीना चाहें, तो आप कह सकते हैं நல் ஆரோக்கியம் பெருக Nal aarokkiyam peruga , जिसका सामान्य अर्थ होता है “आशा है तुम्हारा स्वास्थ्य अच्छा ही होता रहेगा!”
    • अगर चीज़ें बहुत ही जटिल हो जाएँ, तब शायद आप सीखना चाहेंगे புரியவில்லை Puriyavilai (पुल्लिंग) या புரியல Purila (स्त्रीलिंग), “मैं नहीं समझता/समझती।”. மெதுவாக பேசுங்கள் Medhuvaaga pesungal (पुल्लिंग) or மெதுவா பேசுங்க Medhuvaa pesunga (स्त्रीलिंग) अर्थात, “कृपया धीरे बोलिए।” आप यह भी पूछ सकते हैं அதை ____ தமிழில் எப்படி சொல்லுவீர்கள்? Adhai ____ thamizhil eppadi solluveergal? “_________को तमिल में कैसे कहते हैं?”
    • காப்பாத்துங்க! Kaappathunga का अर्थ होता है “मदद करो!”
विधि 3
विधि 3 का 4:

अपने ज्ञान का विस्तार करना

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  1. चेक करिए कि क्या आपके इलाके में क्लासेज़ उप्लब्ध हैं: अनेक विश्वविद्यालयों, विशेषकर जिनमें दक्षिण एशियाई स्टडीज़ पर फ़ोकस किया जाता है, में तमिल क्लासेज़ ऑफर की जाती हैं। हो सकता है कि ये कम्युनिटीज़ के लिए भी खुली हों। अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में रहते होंगे जहां दक्षिण एशियन और भारतीय मूल के लोग रहते हों, तब संभावना यह है कि शायद वहाँ पर कम्यूनिटी क्लासेज़ उपलब्ध हों।
  2. तमिल में सबसे कॉमन शब्दावली सीखने में मदद पाने के लिए ऑनलाइन ब्लॉग्स और अखबार पढ़िये। शुरू करने के लिए बच्चों की किताबें बहुत बढ़िया चीज़ें होती हैं, चूंकि वे ऐसे श्रोताओं के लिए बनाई गई होती हैं, जो अभी भाषा सीख ही रहे होते हैं, और अक्सर चित्रों तथा दूसरी एजुकेशनल एड्स का इस्तेमाल किया जाता है।
    • तमिलनाडु सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा एक वेबसाइट रखी जाती है जिसमें डाउनलोड के लिए अनेक मुफ़्त टेक्स्टबुक्स होती हैं; तमिलनाडू पब्लिक स्कूल्स में इनका इस्तेमाल एलीमेंटरी स्कूल से हाई स्कूल तक होता है।
    • तमिलक्यूब में भी तमिल कहानियों का एक विशाल संग्रह मुफ़्त में उपलब्ध है। [२२]
  3. तमिल में यूट्यूब वीडियोज़, मूवीज़, लोकप्रिय संगीत और गाने खोज निकालिए और जितनी अधिक मौखिक तमिल सुन सकते हैं उतनी सुनिए। इससे भी अधिक बेहतर तब होगा जबकि आप किसी ऐसे दोस्त के साथ बातचीत की प्रैक्टिस कर लें जो भाषा को बोलते हों।
    • ऑम्नीग्लोट में रिकॉर्ड किए हुये तमिल टेक्स्ट के कुछ सैंपल्स उपलब्ध हैं। [२३]
    • मौखिक तमिल की वेबसाइट में अनेक पाठ तथा ऑडियो रिकॉर्डिंग्स शामिल हैं।
विधि 4
विधि 4 का 4:

अपनी स्किल्स की प्रैक्टिस करिए

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  1. किसी ऐसे के साथ दोस्ती कर लीजिये, जो तमिल बोलता हो और उनसे कहिए कि वे आपसे बात करें। आप उनसे कह सकते हैं कि वे आपको शब्द सिखाएँ और उनके साथ अपनी डिक्शनरी चेक करिए। वे आपको ग्रामर और संस्कृति भी सिखा सकते हैं!
  2. हालांकि हिन्दी मूवीज़ (जिन्हें भारतीय फ़िल्म उद्योग में “बॉलीवुड” कहा जाता है) की तरह तमिल फ़िल्में बहुतायत में नहीं हैं! नेटफ़्लिक्स, यूट्यूब, तथा स्थानीय वीडियो स्टोर को भी चेक कर लीजिये।
    • चाहे आपकी पसंद जो भी हो, संभवतः उसकी संतुष्टि के लिए एक न एक तमिल फ़िल्म होगी ही: Poriyaalan एक एक्शन थ्रिलर है, Appuchi Gramam एक विज्ञान-फंतासी दुर्घटना एपिक है, बर्मा, कार चोरी के बारे में कॉमेडी-नोइर है, और Thegidi एक रोमांस है। [२४]
  3. आदर्श रूप से आप इन्टरनेट पर कोई स्थानीय ग्रुप या कोई स्थानीय मेसेज बोर्ड खोज सकते हैं। अगर आपके इलाके में कोई तमिल ग्रुप नहीं हो, तब आप कोई एक सेट अप कर लीजिये! बातचीत करने वाला ग्रुप आपको ऐसे दूसरे लोगों से मिलने में सहायता करेगा जिनकी तमिल सीखने और संस्कृति के संबंध में और अधिक जानकारी पाने में दिलचस्पी होगी।
    • Meetup.com एक ऐसी कॉमन जगह है जहां पर लैंगवेज़ ग्रुप्स को सेट अप किया और खोजा जा सकता है, मगर आप अपने स्थानीय विश्वविद्यालय और अपने कॉलेज से भी संपर्क कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास और अधिक संसाधन भी हो सकते हैं।
  4. बड़े शहरों में, अक्सर, तमिलों की सेवा के लिए तमिल सांस्कृतिक संगठन होते हैं। यहाँ तक कि, छोटे शहरों तक में अक्सर भारतीय सांस्कृतिक केंद्र तथा ईवेंट्स होते हैं, ताकि आप तब भी किसी ऐसे को ढूंढ सकें जिसे तमिल आती हो और जो अपने ज्ञान को आपके साथ शेयर करने को तैयार हो। आप उनकी संस्कृति और परम्पराओं के संबंध में भी भली भाँति सीख लेंगे। [२५]
  5. किसी ऐसे देश की यात्रा करिए जहां तमिल बोली जाती हो: जब आप एक बार तमिल के बेसिक्स में महारत हासिल कर लेंगे, तब दुनिया को एक्स्प्लोर करिए! तमिल भाषा, भारत, श्री लंका, सिंगापुर, तथा मलेशिया, और कनाडा, जर्मनी, दक्षिण अफ़्रीका, तथा इन्डोनेशिया के आप्रवासियों के बड़े समूहों में बोली जाती है। इसके अलावा दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य को भी ट्राई करके देखिये। நல்ல அதிர்ஷ்டம் Nalla atirstam -- शुभकामनाएँ!

सलाह

  • भारतीय संस्कृति में मित्रता और शिष्टता को बहुत महत्व दिया जाता है। तमिल भाषी लगभग हमेशा आपका अभिवादन करेंगे, चाहे आप अजनबी ही क्यों न हों, इसलिए हमेशा मुस्कुरा कर उनके अभिवादन का प्रत्युत्तर देने के लिए तैयार रहिए! हो सकता है कि आदमी हाथ मिलाएँ, मगर महिलाओं में ऐसा करना कॉमन नहीं होता है।
  • तमिल संस्कृति में अपने अतिथियों का आदर किया जाता है, इसलिए अक्सर होस्ट अपने अतिथियों को कम्फ़र्टेबल बनाने के लिए बहुत प्रयास करते हैं। किसी भी मील (meal) में प्रत्येक व्यंजन को कम से कम थोड़ा ट्राई करना बहुत महत्वपूर्ण होता है; ऐसा नहीं करना अशिष्टता और आपके होस्ट्स के लिए शर्मिंदा करने वाला काम माना जाता है। जब आपको खाना परोसा जा रहा हो, तब कभी मत कहिए “मुझे अब और नहीं चाहिए”; अगर कभी आपको लगे कि खाते समय आपका पेट भर गया है, तब आप कहिए போதும் Pothum “काफ़ी”। इससे भी बेहतर यह होगा कि आप उसके बाद நன்றி Nanri “धन्यवाद” कहें।

चेतावनी

  • अगर आप यह तय नहीं कर पा रहे हों कि आपको बातचीत में औपचारिक मोड रखना है या शिष्ट मोड, तब हमेशा सावधानी बरतते हुये शिष्ट मोड का इस्तेमाल करिए। शालीनता, भारतीय और तमिल संस्कृति का एक अत्यंत महत्वपूर्ण भाग है, और आप कभी नहीं चाहेंगे कि दुर्घटनावश भी आप किसी को आहत कर दें!

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