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बेली बटन या नाभि को छिदवाने (Piercings) के बाद संक्रमित हुई जगह की देखभाल करें और जब वह हील हो रही है तब आपको यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आप उसे बार-बार खुजलायें नहीं | इसके साथ ही पियर्सिंग को संक्रमण से बचाना बहुत जरूरी है, इससे आपकी पियर्सिंग में होने वाला इरिटेशन (irritation) कम होता है | बेली बटन पियर्सिंग को संक्रमण से बचाने और उसकी सही देखभाल करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप उसकी नियमित सफाई करें | आप अपनी पियर्सिंग के संक्रमण से बचाव कर के और उसका सही उपचार कर के उसमें होने वाले इरिटेशन को कम कर सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

पियर्सिंग की हमेशा सफाई करें

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  1. पियर्सिंग करवाने के बाद उसकी नियमित सफाई करें और जल्दी ही अपनी पियर्सिंग के घाव को भरें (heal piercing) | पियर्सिंग को डेली साफ करने से बेली बटन का दर्द और इरिटेशन बहुत जल्दी ठीक हो जाता है | इसलिए रोज सफाई करें और अपनी नाभि छिदवाने (Piercings) के बाद संक्रमित हुई जगह की देखभाल करें | [१]
    • अपने हाथों को गर्म पानी और साबुन से धोने के बाद, [२] आप एक इयर बड्स या कॉटन बॉल्स को सेलाइन सोल्युशन या एंटीबेक्टीरियल सोप में डुबाएँ और उससे बेली बटन के दोनों होल्स को साफ करें |
    • पियर्सिंग को धोने के बाद उसे धीरे-से चार बार घुमायें |
    • आप अपना नमकीन घोल बनाएँ उसके लिए आप आधा चम्मच नमक और गरम पानी को मिला लें |
    • बेली बटन पियर्सिंग करवाने के बाद, जब तक आपकी पियर्सिंग से लालिमा, सूजन ठीक नहीं होती और उसका पानी निकलना बंद नहीं हो जाता आप उसे और उसके आस-पास की जगह की सफाई करती रहें |
  2. बेली बटन पियर्सिंग के घाव भर जाने के बाद भी उसे रोज धोना जरूरी है | क्योंकि बाथ टब में बेक्टीरिया हो सकते हैं जिनसे आपकी पियर्सिंग संक्रमित हो सकती है इसलिए शावर से ही नहाना चाहिए | [३]
    • बेली बटन पियर्सिंग को धोने के लिए वॉश क्लॉथ या लूफा (loofah) का यूज न करें | इसमें भी बेक्टीरिया हो सकते हैं और यह खिंच गयी तो इरिटेशन होगी |
    • बेली बटन और उसके चारों तरफ की जगह को धोने के लिए एक सौम्य साबुन का यूज करें |
    • शावर द्वारा ही साबुन को धोएँ |
  3. पियर्सिंग में बॉडी फ्लूएड्स (शरीर के तरल पदार्थ) न लगें: बॉडी फ्लूएड्स से बेली बटन पियर्सिंग में इरिटेशन और इन्फेक्शन होने के ज्यादा चांस होते हैं | इसमें आपकी बॉडी और दूसरे लोगों की बॉडी के फ्लूएड्स भी हो सकते हैं इसलिए लार, पसीना और अन्य बॉडी फ्लूएड्स को बेली बटन पियर्सिंग में न लगने दें | [४]
    • जब आपको पसीना आए तो बेली बटन पियर्सिंग को जल्दी ही सावधानी से धोकर साफ कर लें |
  4. जब आपकी बेली बटन पियर्सिंग हील हो रही है या संक्रमित हो तब आप पूल में, गरम पानी के टब में या नदी-तालाबों में न जाएँ | यहाँ तक कि एक अच्छे और केमिकल उपचरित पूल में भी बेक्टीरिया हो सकते हैं जो पियर्सिंग को संक्रमित कर सकते हैं या उससे हीलिंग में ज्यादा समय लग सकता है | [५]
  5. जब आप पियर्सिंग करवाती हैं तो प्रोफेशनल आपको बताते हैं कि आप किस तरह से अपनी पियर्सिंग की नियमित सफाई करें ताकि वह जल्दी हील हो | इसलिए आप ये सभी निर्देश याद रखें और यदि भूल जाते हैं तो उन्हें लिख कर रख लें |
    • यदि आपको पियर्सिंग में संक्रमण के थोड़े भी लक्षण दिखते हैं तो तुरंत वहाँ जाएँ जहां से आपने पियर्सिंग करवायी है और उनसे ट्रीटमेंट की जानकारी लें |
विधि 2
विधि 2 का 3:

फिजिकल इरिटेशन को कम करें

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  1. जब आप बेली बटन पियर्सिंग करवाती हैं तो उसके शुरुआती कुछ हफ्तों तक उसमें इरिटेशन न हो पाये इसका खास ख्याल रखना होता है | हीलिंग के इस समय में आपको ऐसी एक्टिविटी से दूर रहना होगा जिनसे कोई घर्षण न हो | इसलिए सबसे जरूरी बात यह है कि आप कोई भी जोरदार एक्सरसाइज न करें जिससे आपकी हीलिंग प्रोसेस बाधित हो जाए | [६]
    • जब तक आपकी पियर्सिंग पूरी तरह से हील नहीं हो जाती, आप सॉकर या बास्केट बॉल जैसे टीम स्पोर्ट्स न खेलें |
    • योग और क्लाइम्बिंग जैसी बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग वाली गतिविधि कम से कम दो हफ्तों तक न करें |
  2. थोड़ी-सी भी रगड़ या घर्षण के कारण बेली बटन में इरिटेशन हो सकता है | खासकर जब आपने हाल ही में पियर्सिंग करवायी हो और वह हील हो रही हो या फिर उसमें संक्रमण हो तब ढीले कपड़े पहनें ताकि गलती से भी पियर्सिंग में घर्षण न हो पाये या टाइट कपड़ों से किसी प्रकार का प्रेशर न पड़े | [७]
  3. बेली बटन को इरिटेशन से बचाने के लिए सोते समय उसका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है | यदि आप करवट लेकर सोती हैं तो ठीक है और पीठ के बल यानि सीधी सोती हैं तो ये बहुत ही अच्छा है | ध्यान रखने वाली बात यह है कि आप पेट के बल यानि उल्टी होकर बिल्कुल न सोएँ | [८]
  4. पियर्सिंग को खेलने या ठेलते रहने से बेली बटन उत्तेजित हो सकती है और उसमें संक्रमण भी हो सकता है | इसलिए अनायास ही या भूल से भी अपनी बेली बटन पियर्सिंग को टच न करें और न ही उसे खींचे | [९]
    • जब भी आप पियर्सिंग की ज्वेलरी को एडजस्ट करने के लिए या किसी भी जरूरी कारण से उसे टच करें, उसके पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धो लें |
विधि 3
विधि 3 का 3:

संक्रमण को ठीक करें

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  1. नयी पियर्सिंग में और उसके आस-पास एक सप्ताह तक लालिमा, दर्द और सूजन हो सकती है | यदि यही लक्षण तीन सप्ताह से ज्यादा तक बने रहें तो यह संक्रमण के संकेत हैं | इसी तरह यदि नयी-नयी पियर्सिंग में एक सप्ताह तक तो हल्का-सा पीले रंग का डिस्चार्ज होना सामान्य है पर यदि इसका रंग हरा हो जाए या यह ज्यादा दिनों तक होता रहे या फिर खून भी निकलने लगे तो आप समझ जाएँ कि यह संक्रमण है | [१०]
    • संक्रमण होने के अन्य संकेतों में शामिल है पियर्सिंग के छेद के एक या दोनों तरफ बहुत ज्यादा पपड़ी जमना, टच करने पर तेज दर्द होना, त्वचा की संवेदनशीलता, पियर्सिंग वाली जगह आर-पार दिखना, पियर्सिंग अपने आप ही ढीली पड़ जाना, जैसे अन्य और लक्षण होना |
    • यदि आप भी इनमें से कोई लक्षण देखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ |
  2. सेलाइन द्वारा सिकाई करना एक अन्य तरीका है आपकी बेली बटन पियर्सिंग को धोने और उसे कीटाणुरहित करने का, जिससे पियर्सिंग का दर्द कम होगा और संक्रमण के कारण होने वाला इरिटेशन भी कम होगा | इसके लिए आप एक चौथाई चम्मच नमक को एक कप या उससे थोड़े ज्यादा गरम पानी में घोल लें, पर पानी बहुत ज्यादा गरम न हो | एक कॉटन बॉल या साफ पतले कपड़े को घोल में डुबाकर गीला करें | अब आप बेड पर लेट जाएँ और कपड़े को बेली बटन वाली जगह पर 10 मिनिट तक रखे रहें | [११]
    • इस प्रक्रिया को दिन में दो बार करने से बेक्टीरिया नष्ट करने और इरिटेशन को कम करने में बहुत राहत मिलेगी |
    • बेली बटन को पेपर टॉवल से सुखा लें | इसके लिए आप एक साफ टॉवल या साफ पतला कपड़ा भी यूज कर सकती हैं |
  3. ज्वेलरी को न निकालें या एंटीबेक्टीरियल ओइनमेंट का यूज न करें: ऐसा करने से आपकी पियर्सिंग और उत्तेजित हो सकती है और उसकी हीलिंग क्रिया लंबी हो सकती है | बल्कि यदि आप ज्वेलरी निकाल देती हैं तो आपको स्वास्थ्य संबंधी दूसरी परेशानियाँ हो सकती हैं | इसी प्रकार एंटीबेक्टीरियल ओइनमेंट से अनजाने में ही पियर्सिंग में बेक्टीरिया चिपक जाते हैं और वहाँ संक्रमण फैलाते हैं | [१२]
  4. टी ट्री ऑइल (tea tree oil), [१३] ऐलो वेरा, [१४] व्हाइट विनेगर, और केमोमाइल टी (chamomile tea) [१५] जैसी सभी चीजों में संक्रमण के कीटाणुओं से लड़ने की क्षमता वाले तत्व मौजूद होते हैं | जबकि सेलाइन घोल, पियर्सिंग को कीटाणुरहित करने के लिए यूज किया जाता है, पर इन सभी उत्पादों से संक्रमण में होने वाली इरिटेशन और उसकी अन्य परेशानियों में सप्लीमेंटरी रिलीफ़ मिलता है | [१६]
    • एलोवेरा जैल आपकी इरिटेड बेली बटन की पीड़ा को शांत करता है और उसमें घाव होने से भी रोकता है | इसलिए अपने नजदीकी फार्मेसी स्टोर से एलोवेरा जैल खरीद लाएँ |
  5. पियर्सिंग में स्थायी या बहुत ज्यादा संक्रमण को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार करना पर्याप्त नहीं होता | इसलिए यदि आपको एक सप्ताह से ज्यादा दिनों तक संक्रमण बना रहे तो अपने डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें | [१७]
    • यदि आपको बेली बटन में बहुत अधिक सूजन हो, तीव्र दर्द हो या फिर खून निकलना बंद नहीं हो रह हो तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर से ट्रीटमेंट लें |

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