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मनी ट्री (money tree), जिसे “गुड लक ट्री,” भी कहा जाता है एक ऐसा पौधा है जो किसी भी स्थान में पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है और साथ ही पैसे के लिए भी गुड लक माना जाता है | मनी ट्री इसलिए भी लोकप्रिय हैं क्योंकि उनका ख्याल रखना एक मुश्किल काम नहीं है | उसकी एक मोटी, अक्सर गुथी हुई स्टेम, बड़े हरे पत्ते होते हैं, और वह 10 फ़ीट (3 मीटर) तक लम्बा हो सकता है | अपने मनी ट्री को प्रून करने से आप ये सुनिश्चित कर सकते हैं की वह ज़्यादा बड़ा ना हो गया हो और उसका आकार बिलकुल उपयुक्त रहे | पहले ये फैसला लें की आपको उसे कब प्रून करना है और फिर ट्रिम करने के लिए धारदार गार्डनिंग शीयर्स का प्रयोग करें | ये सुनिश्चित करें की आप ट्री को नियमित तौर पर ट्रिम कर रहे हैं | इससे वह स्वस्थ रहता है और खूबसूरती से बड़ा होता है |

विधि 1
विधि 1 का 3:

प्रून कब करना है ये सोचना

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  1. तब प्रून करें जब आपको ट्री कुछ ज़्यादा ही बड़ा हुआ लगे: मनी ट्री तब प्रून होना चाहिए जब वह अपने गमले के लिए ज़्यादा लम्बा या चौड़ा होने लगे | आप देखेंगे की पौधे के ऊपर या बगल से शाखाएं और पत्ते बाहर को निकल रहे हैं, जिससे उसका आकार बेढंगा हो रहा है | इसका मतलब है की पेड़ को प्रून करके अच्छी बढ़त को बढ़ावा देने का समय आ गया है |
  2. बिना प्रूनिंग के भूरी और मुरझाये पत्तों को हटा दें: अगर आप देखें की कुछ पत्तियां सूखी, मुरझाई, या भूरी हो गयी हैं, तो आप उन्हें प्रूनिंग से हटा सकते हैं | सूखी, भूरी पत्तियां इस बात का सबूत हैं की पेड़ के आसपास की हवा ज़्यादा सूखी और ठंडी है | ये भी हो सकता है की पेड़ को स्वाभाविक रौशनी कम मिल रही है | [1]
  3. मनी ट्री अपनी शेप तब सही से मेन्टेन रखते हैं जब उन्हें कम से कम एक बार स्प्रिंग में प्रून किया जाता है | अपने पेड़ को मार्च से मई के बीच एक बार प्रून करने की आदत डालें ताकि वो पूरे साल तक पनप सके | [2]
विधि 2
विधि 2 का 3:

ट्री को प्रून करना

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  1. गार्डनिंग शीयर्स की खोज अपने स्थानीय गार्डनिंग सप्लाई स्टोर पर या ऑनलाइन करें | शीयर्स साफ़ और पैने होने चाहिए ताकि आप पेड़ को सही से ट्रिम कर सकें | [3]
    • ऐसे गार्डनिंग शीयर्स नहीं प्रयोग करें जो ऐसे पौधों पर प्रयोग किये गए हैं जिन्हें पेस्ट्स या किसी संक्रमण ने प्रभावित कर रखा है, क्योंकि इससे वो संक्रमण पेड़ को हो सकता है | शीयर्स को पानी से साफ़ करें या मनी ट्री के लिए अलग शीयर्स के जोड़े का प्रयोग करें |
  2. ऐसी दो ब्रांच ढूंढें जो आपके पेड़ के तने से V-शेप बना रही हों: अपनी ऊँगली को उस V-शेप के ऊपर रख करके काटने के स्थान को मार्क कर लें | [4]
    • पेड़ को V-शेप पर प्रून करने से पेड़ अपना आकार और ग्रोथ मेंटेन रखता है |
  3. तने को V शेप की ब्रांचेज के ½ इंच (1.3 सेंटीमीटर) ऊपर काटें: तने को काटते समय गार्डनिंग शीयर्स को 45 डिग्री एंगल पर पकड़ें | सफाई से काटें ताकि अधिक ब्रांचेज और पत्ते दोनों ही कट जाएँ | [5]
  4. ट्री के आसपास घूमते हुए, ऊपर और साइड्स से वो ब्रांचेज काटें जो आपको बड़ी हुई लग रही हैं | ये सुनिश्चित करें की आप तने से निकल रही V शेप्ड ब्रांचेज के ½ इंच (1.3 सेंटीमीटर) ऊपर ही काट रहे हैं |
  5. भूरी और सूखे पत्तों वाली ब्रांचेज को प्रून कर दे: अगर आप देखें की पेड़ पर, सूखी, निर्जीव, या भूरी पत्तियां हैं तो उन्हें 45 डिग्री एंगल पर तने से काट दें | ये सुनिश्चित करें की आपके तने पर कम से कम ½ इंच की बढ़त हो तभी तना दोबारा से भरा हुआ और स्वस्थ उगेगा |
  6. थोड़ी एहतियात बरतें और ट्री को एक बार में थोड़ा ही ट्रिम करें | कुछ ज़्यादा बड़ी हुई ब्रांचेज और भूरी पत्तियों को हटा दें | फिर, पीछे हटें और ट्री की शेप को ध्यान से देखें | अगर पेड़ कहीं से भी शेप में ऊपर नीचे लग रहा है, तो और ब्रांचेज तब तक काटें जब तक सब तरफ से पेड़ समान ना लगने लगे | [6]
    • ज़्यादा ब्रांचेज और पत्तियां नहीं हटाएँ, नहीं तो आपके पेड़ की ग्रोथ रुक सकती है | एक साथ पेड़ से ज़्यादा कटाई करने से अच्छा है, एक समय में थोड़ा सा ही काटा जाए |
विधि 3
विधि 3 का 3:

ट्री को मेन्टेन करना

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  1. ज़्यादा बढ़त ना हो इसके लिए ट्री को नियमित तौर पर पिंच और ट्रिम करें: अगर आप देखें की ट्री की ब्रांचेज पर छोटी कोपलें फूट रही हैं, तो उनकी ग्रोथ अच्छी करने के लिए अपने अँगूठे और फोरफिंगर से उन्हें पिंच करें | इसके अलावा आप गार्डनिंग शीयर्स से बढ़ी हुई ब्रांचेज को काट कर ट्री को नियंत्रण में रख सकते हैं | ऐसा करने से ट्री स्वस्थ रूप से बढ़ने लगता है | [7]
  2. जब पेड़ के पास की मिट्टी सूख जाए उसकी जड़ों को पानी दें: पेड़ की जड़ों तक पहुँचने के लिए वाटरिंग कैन या लंबी गर्दन वाले जग का प्रयोग करें, क्योंकि अगर पत्तों या तने पर पानी गिरा तो वो सढ़ सकती है और पेस्ट्स को आकर्षित कर सकती हैं | तब ही पेड़ की जड़ों को पानी दें जब मिट्टी सूखी लगे, कहीं गलती से पेड़ को ज़्यादा पानी नहीं दे दें | [११]
    • पेड़ की जड़ सढ़ ना जाए इसके लिए सर्दी के महीनों में उसमें कम पानी दें |
  3. अगर आप देखें की पेड़ की जड़ों से पॉट भर गया है, आपको उसे फिर से पॉट करना होगा | पॉट में से पेड़ और मिट्टी निकाल लें | पॉटिंग गर्मी के महीनों के मध्य में करें | साफ़ गार्डनिंग शीयर्स से ¼ जड़ों को काट दें | फिर, पेड़ को नए पॉट में लगाएँ जिसमें ड्रेनेज होल्स या ग्रेवल और ताज़ी मिट्टी भरी हो | [9]
    • रीपॉट करने के बाद मनी ट्री को अच्छे से पानी दें ताकि उसकी ग्रोथ अच्छी हो | आप पूरे पॉट को पानी के टब में डुबा सकते हैं या वाटरिंग कैन से जड़ों में पर्याप्त पानी दें |

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