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फ्रेगरेंस ऑइल (Fragrance oils) मैन्युफ़ेक्चर ऑइल हैं, जिन्हें उनकी मनमोहक खुशबू के लिए बनाया जाता है। फ्रेगरेंस ऑइल और एशेन्सियल ऑइल, ये दोनों एक ही चीज नहीं होते। फ्रेगरेंस ऑइल को बर्निंग ऑइल (burning oils) या परफ्यूम ऑइल (perfume oils) भी कहा जाता है, इन्हें क्राफ्ट वर्क, घर को महकाने में, परफ्यूम और ऐसी हर एक चीज में इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसे आप मनमोहक खुशबू देना चाहें।
चरण
विधि 1
विधि 1 का 2:
फ्रेगरेंस ऑइल को घर में यूज करना (Using Fragrance Oils in the Home)
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अपना खुद का एयर फ्रेशनर तैयार करें: एक प्लास्टिक के स्प्रे बॉटल में फ्रेगरेंस ऑइल की कुछ बूंदें डालें, फिर उसमें पानी भर लें। ऑइल को पानी के साथ अच्छी तरह से मिलाने के लिए बॉटल को हिलाएँ। आप चाहें तो किसी भी कमरे में इसकी सेंट फैलाने के लिए, इसे वहाँ पर 2 से 3 बार हवा में स्प्रे कर सकते हैं। [१] X रिसर्च सोर्स
- ध्यान रखें कि आप किसी भी इंसान या पालतू जानवर की आँख में स्प्रे न करें।
- इस स्प्रे को तेज धार में नहीं, बल्कि बहुत हल्की-हल्की बौझार (mist) में आना चाहिए। पानी ऑइल के लिए एक केरियर (carrier) की तरह काम करता है।
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ऑइल बर्नर में फ्रेगरेंस ऑइल इस्तेमाल करें: ऑइल बर्नर का इस्तेमाल करना, कमरे को महकाने वाला एक प्राचीन तरीका है। ऑइल बर्नर यूज करने के लिए, अपनी पसंद के एक ऑइल को लें। उसकी 3 से 5 बूंद को पानी के साथ ऑइल बर्नर के ऊपर तब तक डालें, जब तक कि ये करीब आधा या तीन चौथाई (1/2-3/4) भर न जाए। बर्नर को एक सेफ जगह पर, बच्चों, पैट्स या जलने की संभावना वाली चीजों से दूर रख दें। बर्नर के बेस पर केंडल जला दें। ऑइल/पानी का मिक्स्चर गरम होना और भाप बनना शुरू कर देगा, जो कमरे को महकाते रहेगा।
- एक लेवेंडर-सेंट वाला ऑइल काफी रिलैक्सिंग लग सकता है। लेमन आरामदायक भी है और एनर्जी देने वाला भी।
- बर्नर मिक्स में बहुत ज्यादा भी ऑइल नहीं डालने का ध्यान रखें, नहीं तो इसकी वजह से गले और साइनस में इरिटेशन हो सकती है।
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कार्पेट क्लीनर बनाने के लिए फ्रेगरेंस ऑइल को बेकिंग सोडा के साथ मिलाएँ: बेकिंग सोडा का एक नया बॉक्स (लगभग आधा किलो) लें और उसमें अपने फेवरिट फ्रेगरेंस ऑइल की कुछ बूंदें डाल दें। ऑइल को अच्छे से मिक्स करें और उसे 24 घंटे के लिए सोखने दें। आप अब इस मिक्स्चर को एक कार्पेट क्लीनर की तरह कार्पेट पर फैला सकते हैं। इसे कार्पेट के उस पूरे एरिया पर हल्का-हल्का फैला लें, जिसे आप साफ करना चाहते हैं। मिक्स्चर को करीब 30 से 60 मिनट के लिए कार्पेट के फाइबर्स (रेशों) पर लगा रहने दें, फिर वेक्यूम कर दें। [२] X रिसर्च सोर्स
- आप चाहें तो बेकिंग सोडा की जगह कॉर्नस्टार्च भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर आपको इस बात का डर है कि न जाने आपका कार्पेट इस मिक्स्चर के लिए किस तरह से रिएक्ट करेगा, तो इसे कार्पेट के एक छोटे से एरिया पर लगा लें। ज़्यादातर कार्पेट पर ये ठीक ही काम करेगा।
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ऑइल को शूज में डालकर, अपने पैरों की बदबू को कवर करें: अपने जूते के इनसोल के अंदर फ्रेगरेंस ऑइल की कुछ बूंदें डालना, शूज से आने वाली बदबू को कवर करने में मदद करेगा। [३] X रिसर्च सोर्स
- अगर आपके शूज की बदबू पैर की फंगस या इन्फेक्शन की वजह से है, तो फिर फ्रेगरेंस ऑइल डालने से कोई फायदा नहीं होगा। हालांकि, जब आपका पैर ठीक हो रहा होगा, ये तब जरूर बुरी बदबू को ढंकने में मदद करेगा।
- आप चाहें तो फ्रेगरेंस ऑइल में भीगे एक पेपर टॉवल से भी अपने जूतों के अंदर हल्का-हल्का पोंछ सकते हैं।
- एक बात का ध्यान रखें कि ऑइल की वजह से शायद कुछ चीजें डैमेज भी हो सकती हैं। शूज के ऊपर बहुत थोड़ा सा ऑइल यूज करें और सबसे पहले ऑइल की बहुत थोड़ी सी मात्रा को टेस्ट करके देख लें।
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लाइट बल्ब में फ्रेगरेंस ऑइल की एक बूंद डालें: अपने पसंद के एक फ्रेगरेंस ऑइल में एक कॉटन भिगोकर लगाएँ। जब आप लाइट बल्ब को चालू करेंगे, ऑइल गरम होगा। जब ये गरम होगा, ये भाप बनने लगेगा और आपके कमरे को महकाएगा।
- ठंडे लाइट बल्ब में बहुत ज्यादा भी ऑइल नहीं लगाने का ध्यान रखें, नहीं तो इसकी महक कुछ ज्यादा ही स्ट्रॉंग आएगी।
- अपनी पसंद का ऑइल पाने के लिए अलग-अलग ऑइल के साथ में एक्सपरिमेंट करें। अलग-अलग मौकों के लिए अलग-अलग ऑइल की जरूरत पड़ सकती है।
- लाइट सॉकेट के बेस वाले स्क्रू पर ऑइल लगाने से बचें। साथ ही इंकेंडेसेंट (incandescent) या हैलोजेन (halogen) लाइट बल्ब पर भी ऑइल न लगाएँ, क्योंकि ये बहुत ज्यादा गरम हो सकते हैं और जल भी सकते हैं। जिसकी वजह से आपका लाइट बल्ब शायद ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगा। अगर आपके पास एक रेडिएटर है, तो वो ऑइल के लिए एक ज्यादा सही जगह रहेगा।
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स्टेशनरी पर फ्रेगरेंस ऑइल लगाएँ: एक स्पेशल सेंट के साथ लव नोट बनाना, एक यादगार रोमांटिक जेस्चर हो सकता है। पेपर टॉवल पर फ्रेगरेंस ऑइल की कुछ बूंदें लगाएँ। एक पेपर टॉवल मोड़ें और उसे एक प्लास्टिक बैग में रख दें और उसे सील कर दें। [४] X रिसर्च सोर्स
- फ्रेगरेंस ऑइल को स्टेशनरी में भर जाना चाहिए।
- अगर स्टेशनरी बॉक्स में आई है, तो फिर ऑइल लगा एक छोटा सा पेपर का चौकोर टुकड़ा भी पूरी स्टेशनरी में सेट हो जाएगा।
- ठीक ऐसे ही अपने एन्व्लोप को भी महकाएँ।
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अपनी खुद की ड्रायर शीट तैयार करें: एक पुरानी सफेद टी-शर्ट को 5 इंच के स्क्वेर्स में काटें। हर एक स्क्वेर एक नेचुरल फेब्रिक शीट का काम का करता है। एक कॉटन स्क्वेर पर फ्रेगरेंस ऑइल की 3 से 5 बूंदें डालें और उसे अपने कपड़ों के साथ ड्रायर में रख दें। आपके कपड़े सूखने के दौरान ऑइल की खुशबू भी अपने अंदर खींच लेंगे। [५] X रिसर्च सोर्स
- हर एक कॉटन शीट को इस्तेमाल करने से पहले 3 बूंदें ऑइल की डालकर, 2 से 3 बार दोबारा यूज किया जा सकता है।
- शीट को धोएँ और आपकी पसंद के नए प्रकार के ऑइल को लगाएँ। ड्रायर शीट को फेंके जाने से पहले कई बार इस्तेमाल किया जा सकते है।
- ये ऑइल एक मनमोहल महक देने के साथ ही स्टेटिक क्लीनिंग में भी मदद करता है।
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फ्रेगरेंस ऑइल से अपने ड्रॉअर को फ्रेश करें: एक ड्रॉअर में या फिर क्लोजेट में अपने कपड़ों या लिनेन को महकाने के लिए फ्रेग्रेंट ऑइल से हल्की महकी एक फेब्रिक शीट को उनमें रख दें। आप चाहें तो अपने फेवरिट फ्रेगरेंस ऑइल में डूबी के कॉटन बॉल को भी अपने ड्रॉअर के कोने में रख सकते हैं। [६] X रिसर्च सोर्स
- क्योंकि ये सेंट बहुत स्ट्रॉंग होगी, इसलिए ऑइल को बहुत थोड़ा ही इस्तेमाल करें।
- आप चाहें तो अलग-अलग ड्रॉअर में अलग-अलग सेंट भी यूज कर सकते हैं। जैसे अंडरवियर के ड्रॉअर में फ्लोरल सेंट और लिनेन के क्लोजेट में फ्रेश "स्प्रिंग रेन" के जैसी सेंट। अलग-अलग सेंट के साथ एक्सपरिमेंट करके अपने पसंद के सेंट की तलाश करें!
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अपने ड्रॉअर के लिए एक सेंट वाला सैशे या पैकेट तैयार करें: एक रंग न छोड़ने वाले कपड़े के 6 से 7 इंच के चौकोर पीस काट लें। एक छोटे प्लेट में, 1/8 बेकिंग सोडा में फ्रेगरेंस ऑइल की कुछ बूंदें मिलाएँ। अच्छी तरह से मिक्स करें और मिक्स्चर को कपड़े के चौकोर पीस पर रखें। कपड़े के कोनों को एक-साथ खींचें और एक रिबन या धागे से जगह पर बांध दें।
- इन सैशे को किसी भी ड्रॉअर में रखा जा सकता है या फिर क्लोजेट में लटकाया जा सकता है।
- ये सेंट वाले सैशे ड्रॉअर की बेकार बदबू में मदद कर सकते हैं। ये ऊनी कपड़ों को भी मॉथ से बचाकर रखते हैं।
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बिना सेंट वाले शैम्पू या लोशन में फ्रेगरेंस ऑइल एड करें: फ्रेगरेंस ऑइल अपनी महक को किसी भी बिना सेंट वाले बॉडी केयर क्रीम में डाल सकते हैं, जिनमें शैम्पू और लोशन भी शामिल हैं।
- ज्यादा फ्रेगरेंस ऑइल का यूज करने से एक स्ट्रॉंग सेंट वाला प्रॉडक्ट तैयार हो जाता है। कम ऑइल यूज करने से हल्की महक आएगी।
- ऐसे ऑइल का इस्तेमाल करने का ध्यान रखें, जिनसे आपकी स्किन या बालों के टाइप को कोई नुकसान न पहुंचे। इसे अच्छे से फैलाने से पहले, एक छोटे एरिया पर लगाकर टेस्ट करें। अगर आपकी स्किन या बालों पर नेगेटिव रिएक्शन नजर आए, तो इसका यूज न करें।
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एशेन्सियल ऑइल और फ्रेगरेंस ऑइल को एक ही समझे की भूल न करें: फ्रेगरेंस ऑइल को किसी केरियार ऑइल के साथ एशेन्सियल की बहुत थोड़ी सी मात्रा मिलाकर तैयार किया जा सकता है। फ्रेगरेंस ऑइल सिंथेटिक केरियर के साथ में एक एशेन्सियल ऑइल हो सकते हैं। या तो नेचुरल या सिंथेटिक केरियर के साथ में इस्तेमाल किए सिंथेटिक अरोमेटिक कम्पाउण्ड को फ्रेगरेंस ऑइल कहा जाता है। [७] X रिसर्च सोर्स
- एशेन्सियल ऑइल नेचुरली बनने वाले ऑइल हैं, जिन्हें डिस्टीलेशन (distillation) प्रोसेस के जरिए तैयार किया जाता है। इनके इस्तेमाल अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर, ये ऑइल ज्यादा स्ट्रॉंग होते हैं, एशेन्सियल ऑइल को मुश्किल से ही कभी बिना घोले इस्तेमाल किया जाता है।
- फ्रेगरेंस ऑइल का असली मकसद माहौल में खुशबू डालना होता है।
- फ्रेगरेंस ऑइल को सेंटेड ऑइल (scented oils) भी बोला जाता है।
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फ्रेगरेंस ऑइल इस्तेमाल करने के फ़ायदों को समझें: क्योंकि इन्हें अक्सर सिंथेटिकली तैयार किया जाता है, इसकी फ्रेगरेंस ऑइल कई तरह की खुशबू की रेंज में उपलब्ध होते हैं और ये आमतौर पर एशेन्सियल ऑइल से कम महंगे होते हैं। इनकी खुशबू भी अक्सर एशेन्सियल के मुक़ाबले स्ट्रॉंग होती है और ज्यादा देर के लिए बनी रहती है।
- फ्रेगरेंस ऑइल यूज करना एशेन्सियल ऑइल के मुक़ाबले वातावरण के लिए ज्यादा अच्छे रहता है। जैसे, चंदन की लकड़ी के तेल (sandalwood oil) का इस्तेमाल करने के लिए पूरे पेड़ को ही खराब कर दिया जाता है।
- आप चाहे एशेन्सियल ऑइल इस्तेमाल करने का चुनें या फ्रेगरेंस ऑइल का, ये आपके ऊपर डिपेंड करेगा। दोनों ही तेल के अपने-अपने फायदे हैं।
- कुछ एशेन्सियल ऑइल स्किन के संपर्क में आकर नेगेटिव रिएक्शन दे देते हैं। फ्रेगरेंस ऑइल भी शायद ऑइल को नेचुरल या सिंथेटिक केरियर में घोलकर एशेन्सियल ऑइल की सेंट दे सकते हैं। [८] X रिसर्च सोर्स
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एशेन्सियल ऑइल को अरोमाथेरेपी के लिए इस्तेमाल करें: फ्रेगरेंस ऑइल की खुशबू बहुत अच्छी होती है, लेकिन इनका कोई थेरेपी से जुड़ा महत्व नहीं है। एशेन्सियल ऑइल में फूलों, हर्ब्स, जड़ों या रेजिन का असली तत्व रहता है। फ्रेगरेंस ऑइल के विपरीत, एशेन्सियल ऑइल को किसी भी तरह के केरियर ऑइल से काटकर नहीं तैयार किया जाता है। [९] X रिसर्च सोर्स
- फ्रेगरेंस ऑइल बस अच्छी खुशबू देकर भी मन को खुश कर सकते हैं।
- क्योंकि एशेन्सियल ऑइल को लोकल एरिया में छोटे बैच में डिस्टिल किया जाता है, इसलिए इनकी कंसिस्टेन्सी अलग हो सकती है। एक कंसिस्टेंट प्रॉडक्ट तैयार करने की तलाश में क्राफ्टर के लिए ये बहुत मुश्किल हो सकता है। कुछ क्राफ्टर ज्यादा सही कंसिस्टेन्सी के लिए ज़्यादातर जब भी मुमकिन हो, तब फ्रेगरेंस ऑइल यूज करते हैं।
चेतावनी
- ध्यान रखें कि कुछ लोगों को खुशबू बगैरह से सेंसिटिविटी रहती है और वो फ्रेगरेंस ऑइल से प्रभावित हो सकते हैं।
- फ्रेगरेंस ऑइल को कभी इंटरनली न लें।
रेफरेन्स
- ↑ http://pioneerthinking.com/home/fragrance-oils-10-amazing-uses-for-around-your-home
- ↑ http://pioneerthinking.com/home/fragrance-oils-10-amazing-uses-for-around-your-home
- ↑ http://pioneerthinking.com/home/fragrance-oils-10-amazing-uses-for-around-your-home
- ↑ http://www.healing-journeys-energy.com/aromatherapy-oil-uses.html
- ↑ http://www.diynatural.com/homemade-fabric-softener-dryer-sheets/
- ↑ http://www.aromatherapynaturals.com/pages/how-to-use-essential-oils
- ↑ http://oilhealthbenefits.com/fragrance-oils/
- ↑ http://www.herbco.com/t-essential-and-fragrance-oil.aspx
- ↑ http://www.herbco.com/t-essential-and-fragrance-oil.aspx