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सोना एक बहुमूल्य धातु है जो कई रंगों और गुणवत्ता में उपलब्ध होता है | सोने के जेवरात या किसी और वस्तु की कीमत इस बात पर निर्भर होटी है की वह प्लेटेड है या शुद्ध | किसी धातु की वस्तु की गुणवत्ता समझने के लिए, सबसे पहले उसकी सतह पर नज़र दौड़ाएं | अगर आप अभी भी दुविधा में हैं, तो विनेगर एप्लीकेशन (vinegar application) जैसी पेचीदा तकनीक का इस्तेमाल करें | आखरी विकल्प के तौर पर, धातु की वस्तु को एसिड लगायें और ध्यान से देखें की क्या होता है |

विधि 1
विधि 1 का 3:

सतह की जांच करना

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  1. सोना का कोई भी टुकड़ा मार्क के साथ आयेगा जिसमें उसकी किस्म बताई गयी होगी | “GF” या “HGP” का स्टाम्प ये दिखाता है की वह टुकड़ा शुद्ध सोना नहीं, बल्कि सोने की परत का टुकड़ा है | इसके बजाय, शुद्ध सोने के जेवरात पर “24K” या कोई और गुणवत्ता का प्रतीक बना होगा | हॉलमार्क अक्सर अंगूठियों के अंदरूनी बैंड में या हारों के कुंदे के पास लिखा गया होता है | [१]
    • लेकिन, ध्यान रखें की कुछ हॉलमार्क की नक़ल की जा सकती है | इसलिए ये ज़रूरी है की आप किसी एक मार्क को ही गुणवत्ता का प्रतीक मानें |
    • हॉलमार्क खुद से बहुत छोटा होगा | हो सकता है की उसे देखने के लिए आपको मैग्नीफाइंग ग्लास की सहायता लेनी पड़े |
  2. एक तेज़ रौशनी वाला लैंप या लाइट चालू करें | टुकड़े को लैंप की लाइट के पास रखें | इसे अपने हाथ में घुमाएं, ताकि आप सभी कोनों का सही से जायजा ले सकें | अगर आपको कोनों पर सोना धुंधला या छूटा हुआ लग रहा है, तो इसका मतलब है की उसके ऊपर प्लेटिंग की गयी है जो अब घिस गयी है | इसका ये भी अर्थ है की टुकड़ा शुद्ध सोने का नहीं है | [२]
  3. अगर आप उस टुकड़े को तेज़ रौशनी के नीचे रखते हैं, तो क्या आपको उसके ऊपर सफ़ेद या लाल निशान दिखाई दे रहे हैं? ये निशान बहुत छोटे और देखने में मुश्किल हो सकते हैं | इसलिए ये ज़रूरी है की टुकड़े को तेज़ रौशनी में और मैग्नीफाइंग ग्लास के साथ जांचा जाये | ये निशान इस बात का सबूत है की गोल्ड प्लेटिंग छूट रही है जिस कारण अन्दर की धातु दिखाई देने लगी है | [३]
  4. टुकड़े के ठीक ऊपर एक चुम्बक टांगें | उस चुम्बक को धीरे धीरे नीचे लायें तब तक जब तक वो वस्तु की सतह को नहीं छूने लगे | अगर आपको ऐसा लग रहा है की चुम्बक अपने आप नीचे को खिंच रही है, तो वस्तु शुद्ध नहीं है | उस वस्तु में मोजूद अन्य धातु, जैसे निकल (Nickel), उस चुम्बक की तरह खिंच रही है | एक शुद्ध सोने का टुकड़ा चुम्बक को आकर्षित नहीं करेगी, क्योंकि उसमें कोई धातु मोजूद नहीं होती है | [४]
विधि 2
विधि 2 का 3:

गहरी जांच करना

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  1. सतह पर सिरका (vinegar) लगायें और रंग में बदलाव के लिए रुकें: एक ड्रॉपर लें और उसमें सफ़ेद सिरका भरें | अपनी धातु की वस्तु को एक हाथ में कस के पकड़ें या फिर टेबल पर रख दें | फिर उस वस्तु पर सिरका की कुछ बूँदें डाल दें | अगर वो बूँदें धातु के रंग को बदल देती हैं, तो वो शुद्ध सोना नहीं है | अगर रंग बरकरार रहता है, तो वस्तु शुद्ध सोने की है | [५]
  2. सुनार से काला पत्थर ले कर उस टेबल पर रख लें | अपने सोने के टुकड़े को कस कर हाथ में पकड़ लें | अपने टुकड़े को पत्थर के ऊपर ऐसे रगड़ें की उस पर निशान पड़ जाए | अगर आपने जो पत्थर पर निशान छोड़ा है वो चमकीला और सोने के रंग का है, तो टुकड़ा शुद्ध है | अगर कोई रेखा नहीं बनी है या बहुत हलकी बनी है, तो वो टुकड़ा या तो प्लेटेड हैं या फिर उसमें सोना है ही नहीं | [६]
    • इस तरीके को बड़ी सावधानी से अपनाएं क्योंकि आपके जेवरात को नुकसान पहुँच सकता है | आपको सही प्रकार के पत्थर का प्रयोग करने की ज़रुरत है नहीं तो इन निशानों का कोई मतलब नहीं है | आप इस पत्थर को किसी जेवरात की ऑनलाइन स्टोर से या फिर अपने स्थानीय सुनार से बात करके पा सकते हैं |
  3. किसी टेबल या काउंटरटॉप पर एक बिना ग्लेज़ की सिरेमिक प्लेट रखें | सोने की वस्तु को अपने हाथ में पकडें | उस वस्तु को प्लेट के साथ रगड़ें | रुक कर ये देखें की किसी प्रकार की लाइन या निशान तो नहीं पड़ी है | अगर काली रेखा बन गयी है तो इसका मतलब है की वस्तु प्लेटेड है और शुद्ध सोना उसमें मोजूद नहीं है | [७]
  4. अपने हाथ के उपरी हिस्से पर लिक्विड फाउंडेशन की पतली परत लगायें | जब तक फाउंडेशन सूख नहीं जाता है इंतजार करें | अपनी सोने की वस्तु को इस फाउंडेशन के साथ लगायें और रगड़ें | शुद्ध सोना मेकअप में एक रेखा छोड़ देगा | अगर आपको रेखा नहीं दिखे, तो वो वस्तु या तो किसी और धातु की है या फिर प्लेटेड है | [८]
  5. ये एक छोटा हाथ में इस्तेमाल होने वाला उपकरण है जिसके एक छोर पर प्रोब (Probe) होता है | ये आपको ऑनलाइन या किसी ज्वेलरी सप्लाई स्टोर पर मिल जायेगा | धातु की जांच के लिए, आपको उस धातु की वस्तु पर एक दिया गया “टेस्टर” जेल लगाना होगा | ये जेल अक्सर उस स्थान पर मिलेगा जहाँ से ये उपकरण खरीदा जा सकता है | एक बार आपने जेल लगा लिया, उस वस्तु के साथ प्रोब को रगड़ दें | धातु बिजली के साथ कैसे प्रभाव छोडती है वो तय करेगा की धातु शुद्ध है की नहीं | [९]
    • सही नतीजे जानने के लिए अपने टेस्टर के साथ आये निर्देशों का प्रयोग करें | सोना आराम से बिजली को पार जान देने वाली धातु होता है, तो एक शुद्ध सोने का टुकड़ा प्लेटेड टुकड़े से ज्यादा रीडिंग दिखायेगा |
  6. ये एक ऐसी मशीन है जिसका इस्तेमाल कई सुनार धातु की गुणवत्ता पता करने के लिए करते हैं | इसकी कीमत की वजह से ये तरीका घर पर इस्तेंमाल नहीं किया जा सकता है, हाँ अगर आप इसे नियमित तौर पर प्रयोग करने वाले हैं तो बात और है | एक XRF स्कैनर प्रयोग करने के लिए, धातु के टुकड़े को अन्दर रखें, मशीन को चालू करें, और रीडिंग का इंतजार करें | [१०]
  7. अगर आपको मिश्रित नतीजे मिल रहे हैं, या आप अपनी पता की गयी जानकारी को सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो अपने सुनार से बात करके उसकी राय लें | एक अस्सयेर धातु में मोजूद पदार्थों की बारीकी से जांच करेगा | ये एक महंगा विकल्प हो सकता है, इसलिए इसे तब ही प्रयोग करें जब आपको लगे की वस्तु वाकई में कीमती है | [११]
विधि 3
विधि 3 का 3:

एसिड टेस्टिंग का प्रयोग करना

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  1. सोने की गुणवत्ता की सही जांच के लिए एसिड टेस्टिंग किट (acid testing kit) खरीदें: आप इन किट को किसी भी जेवर के उपकरण बेचने वाले विक्रेता से पा सकते हैं | इस किट में सभी वो चीज़ें होंगी जो आपको चाहिए और साथ ही साथ विस्तार से निर्देश भी होंगे | शुरू करने से पहले ध्यान से निर्देशों को पड़ लें और सभी वस्तुओं की मात्रा का नाप कर लें | [१२]
    • ये किट ऑनलाइन खरीदने से सस्ती पड़ती हैं | उनकी कीमत करीब 2000 रूपये तक रहती है |
  2. आपकी किट में कई ऐसी सुई होंगी जिनका प्रयोग आप अलग प्रकार के सोने को जांचने के लिए कर सकते हैं | सुई के एक तरफ केरेट वैल्यू का निशान देखें | हर सुई की नोक पर रंगीन सोने का सैंपल भी होगा | पीली सुई को पीले सोने के लिए और सफ़ेद सुई को सफ़ेद सोने के लिए प्रयोग करें | [१३]
  3. सोने के टुकड़े को पलटें जब तक एक कम दिखने वाला स्थान नहीं मिल जाये | अपने हाथों में एनग्रेविंग टूल को कस कर पकड़ें और धातु में एक डिवोट (Divot) बना दें | उद्देश्य ये है की धातु की निचली परतें नज़र के सामने आ जायें | [१४]
  4. क्योंकि आप एसिड का प्रयोग करेंगे, मोटे लेकिन कसे हुए ग्लव्स पहनना ज़रूरी है | थोड़ी अधिक सावधानी के लिए आँखों की सुरक्षा करना भी एक अच्छा विचार है | एसिड के साथ काम करते समय अपने चहरे या आँखों को छूने की गलती नहीं करें | [१५]
  5. सोने के प्रकार के मुताबिक सही सुई का चुनाव करें | फिर, सुई की नोक को नौच के ठीक ऊपर ले जाएँ | सुई के प्लंजर को इतना दबाएँ की एसिड की एक बूँद डिवोट पर आकर गिर जाए | [१६]
  6. जो आपने डिवोट बनाया था पहले और जहाँ आपने अब एसिड डाला है उस स्थान को ध्यान से देखें | एसिड धातु पर असर करेगा और उसका रंग बदल जायेगा | आमतौर पर, अगर एसिड हरे रंग का हो तो टुकड़ा या तो शुद्ध धातु नहीं है, या फिर गोल्ड प्लेटेड अथवा कोई और धातु है | क्योंकि टेस्टिंग किट्स के अलग रंग के मापदंड होते हैं, नतीजों को समझने के लिए उनके रंग से जुड़े निर्देश पढ़ना नहीं भूलें | [१७]

सलाह

  • जांच के तरीकों के बाद सोने को अच्छे से पोंछना नहीं भूलें |

चेतावनी

  • एसिड के प्रयोग के समय काफी अहतियात बरतें, क्योंकि त्वचा से संपर्क में आने पर वह उसे काफी नुकसान पहुंचा सकता है |

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