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चेहरे पर काले भूरे धब्बे (dark or brown spots), जिन्हे अक्सर ऐज या लिवर स्पॉट्स भी कहा जाता है, मेडिकल की भाषा में सोलार लेन्टिजिनीस (solar lentigines) कहे जाते हैं। वो लोग जिनकी त्वचा का रंग ज्यादा हल्का हो, जो सूर्य की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों के ज्यादा संपर्क में आते हों या जो 50 की उम्र पार कर गये हों ऐसे लोगों को यह समस्या ज्यादातर होती है। ये धब्बे सामान्यतः काले या भूरे रंग के मिलेनिन (melanin) पिगमेंट के कारण होते हैं जो त्वचा की ऊपरी लेयर में पाया जाता है और इकठ्ठा होकर यह रंग उत्पन्न करता है। [१] पढ़िए कुछ होम रेमेडीज के बारे में जो चेहरे के धब्बों को हल्का करने में मददगार होती हैं। (Face par Dark Spots, Chutkara Kaise Paye, Get Spotless, Clean Face)

विधि 1
विधि 1 का 4:

नीम्बू का रस लगायें (Lemon Juice for Dark, Brown Spots on Face)

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  1. लेमन जूस में अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड होता है जो मिलेनिन पिगमेंट को कम कर एक या दो महीने में इन धब्बों को कर देता है। नीम्बू में पाया जाने वाला विटामिन C चेहरे को प्राकृतिक रूप से ब्लीच भी करता है। [२] इसे लगाने के लिए दो टुकड़ों में काटें और सीधे ब्राउन स्पॉट्स पर लगायें। लगभग 30 मिनिट के लिए लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें।
    • अगर आप त्वचा पर नीम्बू का इस्तेमाल कर रहे हैं तो धूप में जाने से बचिए; रिसर्च बताती है कि त्वचा पर नीम्बू लगाकर/लगाने के बाद सूर्य की सीधी रौशनी में जाने पर सनबर्न का ख़तरा बढ़ जाता है। इसलिए बेहतर है की चेहरे पर नीम्बू लगाने के बाद कुछ देर डायरेक्ट सनलाइट में न जायें।
  2. बाउल में एक नीम्बू काट कर उसका रास निचोड़ें और उसमें 2 से 4 चम्मच शुगर डालें। आवश्यकतानुसार कम या ज्यादा तब तक मिलायें जब तक यह एक पेस्ट की तरह न बन जाए।
    • एक ब्रश या कॉटन की मदद से इस पेस्ट को अपने धब्बों पर लगायें।
    • लगभग 30 मिनिट तक लगाए रखें और फिर ठन्डे पानी से धो दें।
    • पेस्ट आपकी स्किन को थोड़ा ड्राई कर सकता है इसलिए चेहरा धोने के बाद मॉश्चराइज़र लगाना न भूलें।
  3. बाउल में एक नीम्बू काट कर उसका रास निचोड़ें और उसमें 2 से 4 चम्मच शुगर डालें। आवश्यकतानुसार कम या ज्यादा तब तक मिलायें जब तक यह एक पेस्ट की तरह न बन जाए। इसमें दो चम्मच शहद मिलायें। तीनों चीज़ों को आपस में अच्छी तरह मिलायें और पेस्ट को एकसार करें।
    • एक ब्रश या कॉटन की मदद से इस पेस्ट को अपने धब्बों पर लगायें।
    • लगभग 30 मिनिट तक लगाए रखें और फिर ठन्डे पानी से धो दें।
    • पेस्ट में मौजूद शहद के प्राकृतिक मॉश्चराइज़र गुण चेहरे को ड्राई होने से रोकते हैं और त्वचा को नमी प्रदान करते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 4:

प्लांट एंजाइम्स (Plant Enzymes) का प्रयोग कर

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  1. एंजाइम्स बायोकेमिकल वर्ल्ड की सबसे बड़ी ताकत हैं। एंजाइम, प्राकृतिक कैटालिक कन्वर्टर्स (nature’s catalytic converters) की तरह, कई सब्स्टांसेस (substances) को बिना उनके गुणों में परिवर्तन किये बदल देते हैं। एंजाइम्स, मिलेनिन को भी बगैर रंग के छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ देते हैं। [३]
    • यहाँ बताये गए लगभग सभी फूड्स में अलग अलग प्रकार के एंजाइम्स मौजूद हैं, लेकिन लगभग सभी एंजाइम्स एक ही कार्य करते हैं जो की प्रोटीन्स को तोडना है और जिस वजह से ये प्रोटियेजेस या प्रोटिओलायटिक एंजाइम्स (proteases or proteolytic enzymes) कहलाते हैं।
    • इन प्रोटियेजेस में पापेन एंजाइम जो की पपीता में पाया जाता है, पोटैटो एस्पार्टिक प्रोटियेज और ब्रोमेलेन (bromelain) जो कि पाईनेप्पल में पाया जाता है, शामिल हैं।
  2. एक मीडियम साइज का आलू लें और उसे किसें। अब इसमें शहद मिलाकर एक पेस्ट बनायें।
    • अब इस पेस्ट को ब्राउन स्पॉट्स पर लगायें।
    • 15 मिनिट तक लगाए रखें और फिर चेहरे को ठन्डे पानी से धो लें।
  3. एक चम्मच की सहायता से पपीते का गूदा एक कटोरे में निकाल लें और इसे अच्छी तरह से मैश करें। आप चाहें तो इसे हैंड मैशर की सहायता से भी मैश कर सकती हैं।
    • एक ब्रश या कॉटन की मदद से इस पेस्ट को अपने धब्बों पर लगायें।
    • लगभग 30 मिनिट या पूरी तरह सूखने तक लगाए रखें और फिर ठन्डे पानी से धो दें।
  4. थोड़ा सा पाईनेप्पल जूस एक बाउल में डालें (जूस प्योर ही लें, शुगर या प्रिज़र्वेटीव सहित नहीं)।एक कॉटन की सहायता से जूस को ब्राउन स्पॉट्स पर लगायें और सूखने दें। ठन्डे पानी से धो लें।
    • इसके अतिरिक्त, पाईनेप्पल के गूदे से मास्क बनाकर भी आप धब्बों पर लगा सकती हैं। सूखने तक ऐसा ही छोड़ दें और सूखने पर ठन्डे पानी से धो लें।
  5. लगभग ¼ कप चनों को ¼ कप पानी में तब तक उबालें जब तक वो पककर नरम न हो जायें और ½ कप न हो जायें (अगर चने ज्यादा सूखे हैं तो उन्हें ज्यादा पानी और समय की जरूरत होगी)। अब इन्हें ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
    • ठंडी होने पर इनका बारीक पेस्ट बनायें।
    • इस पेस्ट को चेहरे पर लगायें और सूखने पर ठन्डे पानी से धो लें।
विधि 3
विधि 3 का 4:

कुछ और होम रेमेडीज

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  1. सादा दही सीधे चेहरे पर लगायें। दही में लैक्टिक एसिड होता है जो चेहरे के धब्बों को हल्का करता है। दही में पाये जाने वाले बैक्टीरिया भी चेहरे के लिए फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमे ख़ास तरह के एंजाइम होते हैं जो कि मेलेनिन जैसे प्रोटीन को तोड़ने का गुण रखते हैं। [४]
    • चेहरे पर दही को अच्छी तरह से मलें।
    • दही को चेहरे पर सूखने दें और फिर ठन्डे पानी से धो लें।
  2. कुछ ख़ास हर्ब्स चेहरे के दाग धब्बे मिटाने में बहुत प्रभावकारी होती हैं। दही और हर्ब्स का मिश्रण सीधे चेहरे पर लगायें, सूखने तक लगा रहने दें और फिर धंदे पानी से धो लें। नीचे दी गई हर्ब्स में एंटी-ऑक्सिडेंट्स और बायोफ्लेवोनोइड्स होते हैं जो दही के साथ मिल कर दाग धब्बों को हल्का करती हैं:
    • 1 चम्मच मस्टर्ड पाउडर
    • 1 चम्मच हल्दी पाउडर
    • 1 चम्मच एलोवेरा जेल
  3. कैस्टर आयल में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो त्वचा की रक्षा करते हैं और रंग हल्का करने में मदद करते हैं। एक कॉटन बॉल को कैस्टर आयल में भिगोयें और चेहरे पर लगायें। ऐसे ही छोड़ दें जिससे त्वचा इसे अच्छी तरह सोख सके।
  4. विटामिन E में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) और हीलिंग (healing) गुण होते हैं। [५] जो चेहरे के काले धब्बों को हल्का करते है। विटामिन E लिक्विड कैप्सूल लें और इसे तोड़ कर सीधे चेहरे पर लगायें।ऐसे ही छोड़ दें जिससे त्वचा इसे अच्छी तरह सोख सके।
विधि 4
विधि 4 का 4:

कैंसर की जाँच करायें

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  1. वैसे तो ब्राउन स्पॉट्स कोई हानि नहीं पहुंचाते लेकिन कभी कभी ये स्किन कैंसर के सूचक होते हैं। इसलिए अगर आप कुछ अलग तरह के धब्बे अपनी त्वचा पर देखें तो यह अच्छा होगा कि एक बार आप अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस बात की पुष्टि कर लें कर लें कि कहीं ये कैंसर से सम्बंधित तो नहीं हैं।
  2. डर्माटोलॉजिस्ट्स अक्सर स्किन कैंसर की “ABCDE’s” के बारे में बात करते हैं जिससे वो इनके कैंसर होने या न होने की पुष्टि कर सकें। स्किन कैंसर में: [६]
    • A ssymetric अर्थात आकार में परिवर्तन
    • With uneven B orders (edges) अर्थात किनारे फैले हुए
    • With varied C olors (Different shades of brown, black and tan) अर्थात रंग में परिवर्तन
    • Larger in D iameter अर्थात आकार में ¼ inch या 6mm से बड़े
    • E volving (changing) अर्थात आकार, रंग में कितना परिवर्तन होता है और दाग त्वचा से कितने ऊपर उभरा हुए है।
  3. कई कैंसरकारी धब्बे अपना रंग नियमित रूप से बदलते रहते हैं इसलिए इनके रंग पर विशेष ध्यान दें। कुछ ख़ास कारणों जैसे लम्बी समय तक धूप में (UV) रहना या परिवार में कैंसर की हिस्ट्री होने पर आपको नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराने की जरूरत होती है।

सलाह

  • इलाज़ से बेहतर बचाव है। चूंकि यह सिद्ध हो चुका है कि UV किरणें स्किन टैनिंग और ब्राउन स्पॉट्स का मुख्य कारण होती हैं इसलिए जितना हो सके धूप में जाना टालें और हमेशा ही अच्छी क्वालिटी का सनस्क्रीन लगाकर ही बाहर निकलें। [७]
  • कैस्टर आयल का उपयोग ध्यान से करें क्योंकि इससे आपके कपड़ों पर स्थाई दाग लग सकते हैं।
  • किसी भी तरह के घरेलू लेप या मास्क को चेहरे पर लगाने से पहले चेहरे को अच्छी तरह धो लें।
  • भविष्य में होने वाले काले या भूरे धब्बों से बचने के लिए अपनी स्किन को सूर्य की किरणों से बचायें।
  • अगर लगातार 2 महीनों तक घरेलू नुस्खे प्रयोग करने पर भी कोई लाभ न हो तो अन्य संभव ट्रीटमेंट के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलें। इनमे शामिल हैं:
    • दवायें
    • लेज़र थेरेपी
    • क्रायोथेरेपी (Cryotherapy या freezing)
    • डर्माब्रेशन (Dermabrasion)
    • केमिकल पील्स

चेतावनी

  • धब्बों में किसी भी तरह के अनचाहे परिवर्तन होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपकी स्किन पर इस तरह के धब्बे हैं और अगर आपको उनमे किसी तरह का परिवर्तन दिखता है तो अपने परिवार के सदस्य या फ्रेंड की मदद लें और यह निश्चित करें।
  • स्किन कैंसर की ABCDEs जो ऊपर बताई गई है उसके बारे में पूरी तरह सचेत रहें, और अपने धब्बों की जाँच करते रहें।

विकीहाउ के बारे में

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