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कान छिदवाना (ईयर पियर्सिंग), अपने आप को एक्स्प्रेस करने का एक बहुत अच्छा तरीका होता है, लेकिन इसकी वजह से कभी-कभी इन्फेक्शन जैसे कुछ अनचाहे साइड इफ़ेक्ट्स भी हो जाते हैं। अगर आपको लगता है, कि आपके कान में भी इन्फेक्शन हुआ है, तो आपको सलाह लेने के लिए, सबसे पहले अपने डॉक्टर को कांटैक्ट करना चाहिए। तेज़ी से रिकवरी के लिए, पियर्सिंग को अपने ही घर पर साफ रखें। अपने कान की कार्टिलेज (नर्म हड्डी) पर छिदवाना, काफी सीरियस इन्फेक्शन दे सकता है और इसकी वजह से दाग-धब्बे भी हो जाते हैं, इसलिए ऐसे मामलों में, अगर आपको इन्फेक्शन होने का जरा सा भी शक होता है, तो आपको फौरन ही अपने डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए। [१] पियर्सिंग के ठीक होते वक़्त, पुष्टि कर लें, कि आप इन्फेक्शन की जगह को चोट या और इरिटेट नहीं करने की पुष्टि कर लें। कुछ ही हफ्तों में, आपके कान वापस नॉर्मल हो जाएंगे।

विधि 1
विधि 1 का 3:

मेडिकल ट्रीटमेंट की तलाश करना

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  1. इन्फेक्शन का शक होते ही, फौरन अपने डॉक्टर के पास चले जाएँ: ट्रीट नहीं किए हुए इन्फेक्शन की वजह से कुछ सीरियस कोंप्लीकेशन्स भी हो सकती हैं। अगर आपका कान दर्दभरा, लाल है या पस दे रहा है, तो अपने प्राइमरी केयर फिजीशियन के साथ एक अपोइंटमेंट ले लें। [२]
    • इन्फेक्शन वाली ईयर पियर्सिंग भी उस जगह के आसपास लाल या फूली हुई सी नजर आ सकती है। ये शायद टच करने पर दर्दभरी, धड़कती हुई या गरम भी लग सकती है।
    • पियर्सिंग से निकलने वाला कोई भी डिस्चार्ज या पस को डॉक्टर के द्वारा चेक करा लिया जाना चाहिए। पस कलर में व्हाइट या यलो भी हो सकती है।
    • अगर आपको फीवर है, तो फौरन डॉक्टर को दिखा लें। ये इन्फेक्शन का एक बहुत ज्यादा सीरियस साइन हो सकता है।
    • वैसे तो इन्फेक्शन्स अक्सर ही पियर्सिंग के शुरुआती 2-4 हफ्तों के अंदर ही डेवलप हुआ करती है, हालांकि तब भी पियर्सिंग कराने के सालों बाद भी आपको इसका इन्फेक्शन हो सकता है। [३]
  2. अगर डॉक्टर ने आपको न बोला हो, तो पियर्सिंग (कानों में डाली हुई एक्सेसरी) को मत निकालें: पियर्सिंग निकालना, हीलिंग प्रोसेस के लिए रुकावट खड़ी कर सकता है या उसकी वजह से घाव (फोड़ा जैसा) भी हो सकता है। इसकी बजाय, पियर्सिंग को तब तक के लिए अपने ही कानों में रहने दें, जब तक कि आप डॉक्टर से नहीं मिल आते। [४]
    • ईयररिंग के कानों में होते वक़्त, उन्हें छूने, ट्विस्ट करने या उनके साथ खेलने से बचें।
    • आपको पियर्सिंग को अपने कानों में रहने देना है या निकालना है, ये आपके डॉक्टर ही आपको बता सकते हैं। अगर आपके डॉक्टर, आपकी पियर्सिंग को आपके कान से निकालने का फैसला करते हैं, तो फिर वो ही इसे आपके लिए निकालेंगे। अब जब तक आपको आपके डॉक्टर की तरफ से ऐसा करने का अप्रूवल नहीं मिल जाता, तब तक ईयररिंग को वापस अपने कान में मत डालें।
  3. ईयरलोब (कान के मास) के हल्के से इन्फेक्शन के लिए एंटीबायोटिक क्रीम लगाएँ: आपके डॉक्टर शायद आपको एक क्रीम प्रिस्क्राइब कर सकते हैं या फिर आपको कोई ओवर-ड-काउंटर ब्रांड भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। अपने डॉक्टर के इन्सट्रक्शन के मुताबिक, इसे इन्फेक्शन वाली जगह पर लगाएँ। [५]
    • यूज किए जा सकने लायक कुछ ओवर-ड-काउंटर ओइंटमेंट्स या क्रीम्स में निओस्पोरिन (Neosporin), बेसिट्रेसिन (bacitracin) या पॉलीस्पोरिन (Polysporin) के नाम शामिल हैं।
  4. ज्यादा सीरियस इन्फेक्शन के लिए प्रिस्क्रिप्शन पिल्स लें: अगर आपको फीवर है या आपका इन्फेक्शन ज्यादा सीरियस है, तो फिर आपके डॉक्टर आपको एक ओरल एंटीबायोटिक पिल प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। अपने डॉक्टर के इन्सट्रक्शन के मुताबिक पिल को लें। एंटीबायोटिक्स के पूरे कोर्स को लेना मत भूलें, फिर चाहे आपको इन्फेक्शन पूरा खत्म हुआ सा ही क्यों न लगने लगे। [६]
    • अगर आपकी कार्टिलेज की पियर्सिंग में इन्फेक्शन हो जाता है, तब आपको पिल्स की जरूरत पड़ती है।
  5. अगर अंदर कोई फोड़ा हो गया है, तो उसे ड्रेन करा लें: फोड़ा, काफी सारी पस से भरा हुआ एक घाव होता है। अगर आपको एक फोड़ा हुआ है, तो आपके डॉक्टर घाव को ड्रेन कर देंगे। ये एक आउटपेशेंट प्रोसीजर है और इसे आपकी पहली विजिट के वाले दिन में ही दिन में पूरा किया जा सकता है। [७]
    • आपके डॉक्टर फोड़े को ड्रेन करने के लिए, आपके कान पर एक वार्म कम्प्रेस लगा सकते हैं या फिर वो चीरे के जरिए भी फोड़े को खाली कर सकते हैं।
  6. कार्टिलेज के सीरियस इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए सर्जरी कराएं: कार्टिलेज पियर्सिंग, ईयरलोब (earlobe) पियर्सिंग से ज्यादा रिस्की होती है। अगर आपकी कार्टिलेज पियर्सिंग इन्फेक्ट हो चुकी है, तो जितना जल्दी हो सके, डॉक्टर के पास चले जाएँ। कार्टिलेज के सीरियस इन्फेक्शन को सर्जरी की जरूरत होती है। [८]
    • कार्टिलेज, आपके आउटर ईयर पर, ईयरलोब के ठीक ऊपर मौजूद एक मोटा टिश्यू होता है।
विधि 2
विधि 2 का 3:

होम रेमेडीज़ (घरेलू उपचार) का यूज करना

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  1. इन्फेक्शन वाले एरिया को हैंडल करने से पहले अपने हाँथों को धो लें: आपके हाँथों से ऐसी गंदगी या बैक्टीरिया फैल सकती है, जो आपके इन्फेक्शन को और भी बदतर बना सकता है। एरिया को साफ करने या ट्रीट करने से पहले, वार्म वॉटर और एंटीबैक्टीरियल सोप से अपने हाँथों को धो लें। [९]
  2. कॉटन स्वेब की मदद से कान के आसपास की पस को निकालें: स्वेब की टिप को एंटीबैक्टीरियल सोप से या सलाइन सोल्यूशन से नम कर लें। स्वेब से आराम से कोई भी लिक्विड या सॉफ्ट पस निकाल लें। हालांकि किसी भी परत या पपड़ी को मत निकालें, क्योंकि ये सब आपके कान को आराम देने में मदद कर सकते हैं। [१०] .
    • काम पूरा हो जाने के बाद, स्वेब को फेंक दें। अगर दोनों कान में हिन इन्फेक्शन हुआ है, तो दोनों कानों के लिए अलग-अलग स्वेब का यूज करें।
  3. इन्फेक्शन वाले एरिया को सलाइन सोल्यूशन से क्लीन करें: सलाइन सोल्यूशन सबनाने के लिए, 1/2 टीस्पून (3 grams) साल्ट को 1 कप (237 ml) गुनगुने पानी में मिला लें। इस सोल्यूशन में एक स्टेराइल (साफ) कॉटन बॉल या गेज डुबो लें और इससे आराम से अपने कानों की पियर्सिंग वाली दोनों साइड्स को पोछ लें। एरिया को साफ रखने के लिए, इसे दिन में दो बार करें। [११]
    • सोल्यूशन को यूज करते वक़्त, उस एरिया पर जरा सी तकलीफ हो सकती है। हालांकि, इसे बहुत ज्यादा दर्दभरा नहीं होना चाहिए। अगर ये बहुत ज्यादा दर्द दे रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को कॉल कर लें।
    • इन्फेक्शन वाले एरिया पर रबिंग अल्कोहल या अल्कोहल-बेस्ड सोल्यूशन यूज करने से बचें, क्योंकि इसकी वजह से वो एरिया इरिटेट हो सकता है और हीलिंग प्रोसेस धीमी पड़ सकती है। [१२]
    • इसके बाद, उस एरिया को पेपर टॉवल, टिश्यू या कॉटन स्वेब से थपथपा कर सुखा लें। टॉवल यूज करने से बचें, क्योंकि इसकी वजह से कान इरिटेट हो सकता है।
    • अगर दोनों कानों में इन्फेक्शन है, तो दोनों कानों के लिए एक अलग स्वेब या गेज का यूज करें।
  4. दर्द से राहत पाने के लिए वार्म कम्प्रेस अप्लाई करें: एक वॉशक्लॉथ को वार्म वॉटर या वार्म सलाइन सोल्यूशन में भिगोएँ। इस क्लॉथ को कुछ 3-4 मिनट्स के लिए आपे कान पर प्रैस करें। अब दर्द से राहत पाने के लिए पूरे दिनभर इसे रिपीट करते रहें। [१३]
    • इसके बाद, अपने कान को पेपर टॉवल या टिश्यू से पैट करते हुए, सुखा लें।
  5. दर्द को मैनेज करने के लिए ओवर-द-काउंटर पेनकिलर्स लें: आइबुप्रुफेन (Motrin or Advil) या एसिटामिनोफेन (Tylenol) दर्द को कुछ वक़्त के लिए कम करने में मदद कर सकती हैं। इन मेडिसिन्स को बॉटल पर मौजूद लेबल के ऊपर दिए हुए इन्सट्रक्शन के हिसाब से लें। [१४]
विधि 3
विधि 3 का 3:

अपने कान को प्रोटेक्ट करना

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  1. अगर जरूरत न हो, तो अपने कान या पियर्सिंग को टच मत करें: अगर अप घाव को ठीक न कर रहे हों या फिर पियर्सिंग न निकाल रहे हों, तो अपने कान को न छूएँ। इसके साथ ही इन्फेक्शन वाले कान के बहुत करीब कपड़े या डिवाइस को मत ले जाएँ। [१५]
    • जब तक आपका इन्फेक्शन ठीक न हो जाए, तब तक हैडफोन्स न पहनें।
    • अपने इन्फेक्शन वाले साइड पर फोन यूज करने से बचें। अगर दोनों ही कानों में इन्फेक्शन हुआ है, तो फोन यूज करने के लिए, फोन को स्पीकरफोन पर रख लें।
    • अगर आपके बल लंबे हैं, तो अपने बालों को ऊपर एक बन (जूड़े) में या पोनीटेल में रखें, ताकि ये आपके कान के पास न लटकें।
    • जहां तक हो सके, तो इन्फेक्शन वाले साइड पर सोना अवॉइड करें। इन्फेक्शन फैलने से रोकने के लिए अपनी बेडशीट्स और पिलो केस को साफ रखें।
  2. जब तक पियर्सिंग और इन्फेक्शन ठीक न हो जाए, तब तक स्वीमिंग अवॉइड करें: आमतौर पर, आपको पियर्सिंग के 6 हफ्ते बाद तक स्वीमिंग नहीं करना चाहिए। अगर आपकी पियर्सिंग में इन्फेक्शन हो गया है, तो इसके पूरी तरह से ठीक हो जाएँ और पियर्सिंग के खुद से ही ठीक हो जाने तक इंतज़ार करें। [१६]
  3. अगर आपको निकेल (nickel) सेंसिटिविटी है, तो हाइपोएलर्जिक ज्वेलरी पहनें: कुछ मामलों में, आपके डॉक्टर एक इन्फेक्शन के बजाय, आपको निकेल एलर्जी डाइग्नोज कर सकते हैं। इस मामले में, असली सिल्वर (चाँदी), सोने, सर्जिकल स्टील या दूसरे निकेल-फ्री मटेरियल का यूज करें। इन सबसे रिएक्शन होने का कम ही रिस्क होता है। [१७]
    • एलर्जी को पियर्सिंग के आसपास की स्किन के ड्राइ, रेड या इची होने पर पहचाना जा सकता है।
    • एलर्जी होने के बावजूद भी निकेल की ज्वेलरी पहनना जारी रखना, इसके फिर से इन्फेक्शन होने के रिस्क को बढ़ा देता है।

चेतावनी

  • अगर आपको आपके ईयर कार्टिलेज में इन्फेक्शन हुआ है, तो जितना जल्दी हो सके, डॉक्टर से मिल लें। इन्फेक्टेड कार्टिलेज को अगर एक डॉक्टर के द्वारा ट्रीट नहीं किया जाए, तो इससे एक स्कार टिश्यू डेवलप कर सकता है।
  • डॉक्टर से पहले सलाह लिए बिना, इन्फेक्शन को घर में ट्रीट करने से बचें। स्टेफ (Staph) इन्फेक्शन (स्किन इन्फेक्शन का सबसे कॉमन टाइप) को ट्रीट नहीं किए जाने पर, इसके बहुत सीरियस प्रॉब्लम भी हो सकती है।

विकीहाउ के बारे में

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