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ट्यूलिप्स एक खूबसूरत इंडोर या आउटडोर लगाए जाने वाले पौधे होते हैं, जिन्हें अगर सही तरीके से रोपा और देखभाल किया जाए, तो ये कई सालों तक फूल दे सकते हैं। पॉट में ट्यूलिप्स उगाने के लिए, आपको एक पॉट, मिट्टी और एक सही अप्रोच की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि ट्यूलिप्स को फूल देने के पहले 12 से 16 हफ्ते के लिए डोरमेंट या सोने की जरूरत होती है, इसलिए बारिश के जैसे मौसम की नकल करने के लिए आपको उन्हें ठंडे टेम्परेचर में रखने की जरूरत पड़ेगी। अगर ऐसा सही तरीके से किया जाए, तो ट्यूलिप्स बसंत या गर्मी के मौसम में फूल दे सकते हैं और आपकी डेकोरेशन के लिए एक खूबसूरत एडिशन बन सकते हैं।

विधि 1
विधि 1 का 2:

ट्यूलिप बल्ब्स को रोपना (Planting Tulip Bulbs)

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  1. एक ऐसे पॉट का इस्तेमाल करें, जो ड्रेनेज होल्स के साथ में कम से कम 8.5 इंच (22 cm) डायमीटर का हो: आपके पॉट को 6.5–18 इंच (17–46 cm) के बीच में गहरा रहना चाहिए। जरूरी है कि आपके पॉट में ड्रेनेज होल्स रहने चाहिए। बड़े पॉट ज्यादा ट्यूलिप बल्ब्स को होल्ड कर सकेंगे, जिससे फूलों से ज्यादा भरा हुआ पॉट तैयार होगा। ट्यूलिप्स को रोपने के लिए आप एक प्लास्टिक, सिरेमिक या टेरकोटा पॉट खरीद सकते हैं। [१]
    • एक 8.5 इंच (22 cm) का पॉट कुछ 2 से 9 तक ट्यूलिप बल्ब्स को होल्ड कर सकेगा।
    • एक पॉट, जिसका डायमीटर 22 इंच (56 cm) होगा, उसमें करीब 25 तक मीडियम साइज के ट्यूलिप बल्ब्स समा जाएंगे।
    • ड्रेनेज होल्स जरूरी होते हैं, ताकि पॉट के बॉटम में जरा भी पानी का जमाव न रह पाए और बल्ब्स जिससे सड़ न जाएँ।
  2. पॉट को आधा एक पर्लाइट (perlite) और वर्मिक्युलाइट (vermiculite) पॉटिंग मिक्स से भरें: एक होम और गार्डनिंग स्टोर से या ऑनलाइन एक पोरस, तेजी से ड्रेन होने वाली मिट्टी खरीद लें। पर्लाइट और वर्मिक्युलाइट मिक्स्चर ट्यूलिप्स के लिए अच्छे मीडियम होते हैं। बाहर काम करें और आराम से पॉटिंग मिक्स के बैग को पॉट में डाल दें। [२]
    • पॉटिंग सॉइल अक्सर आपके यार्ड या गार्डन में मिलने वाली मिट्टी से ज्यादा बेहतर होती है, क्योंकि ये नमी को ज्यादा बेहतर तरीके से रोक सकती है, ये ऐसे न्यूट्रीएंट्स से भरी रहती है, जो ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं और इसमें ज्यादा बेहतर ड्रेनेज रहेगा।
  3. बल्ब्स को मिट्टी में 1 इंच या 2.5 cm दूरी पर मिट्टी के अंदर दबाएँ: बल्ब को पहले पॉट की अंदरूनी किनार के सामने ऊपर रखें, फिर उसे पॉट के अंदर सेंटर की तरफ ले जाएँ। बल्ब को उनकी जगह पर बनाए रखने के लिए बल्ब की फ्लेट साइड को मिट्टी में बहुत गहराई पर रखें। [३]
    • बल्ब के पॉइंटेड सिरे को ऊपर की तरफ फेसिंग रहना चाहिए।
    • और ज्यादा बल्ब रोपने से आपको और ज्यादा फूल मिलेंगे, लेकिन ये उनके बीच में पोषण और पानी के लिए कॉम्प्टिशन को बढ़ा देगा। अगर आप बल्ब को एक-साथ इकट्ठा लगा रहे हैं, तो उनमें रेगुलरली पानी देने और फर्टिलाइजर एड करने का ध्यान रखें।
  4. बल्ब्स को पूरी तरह से कवर करने के लिए ठीक उसी पॉटिंग सॉइल का इस्तेमाल करें, जिसे आपने पहले भी किया है। अगर आप पॉट को एक ऐसी जगह पर रख रहे हैं, जहां पर गिलहरियों के जैसे जानवर आ सकते हैं, तो आप ट्यूलिप के फूल देने के पहले उन्हें जानवरों के द्वारा खाए जाने से रोकने के लिए, पॉट के ऊपर वायर ग्रिड अटेच कर सकते हैं। [४]
  5. एक लेयर्ड इफेक्ट के लिए एडिशनल बल्ब एड करने के बारे में सोचें: अगर आप आपके ट्यूलिप्स को अलग-अलग हाइट्स में उगाना चाहते हैं, या आपके पॉट में बस थोड़े ज्यादा ट्यूलिप्स पाना चाहते हैं, तो आप बल्ब को एक-दूसरे के ऊपर से लेयर कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, बस बल्ब की ऊपर की लेयर को 1–2 इंच (2.5–5.1 cm) मिट्टी से कवर करें, फिर पॉटिंग सॉइल से कवर करने के पहले पहली लेयर के ऊपर बल्ब की एक और लेयर रोपें। जब बल्ब बढ़ेंगे, तब ये आपके पूरे पॉट को भर देंगे।
    • बल्ब की ऊपरी लेयर को 5–8 इंच (13–20 cm) मिट्टी से कवर करें।
    • बल्ब की दूसरी लेयर को आप पहली लेयर के ठीक ऊपर रोप सकते हैं।
  6. बल्ब्स को रोपने के ठीक बाद मिट्टी को अच्छी तरह से पानी दें। एक्सट्रा पानी को आपके पॉट में नीचे मौजूद ड्रेनेज होल्स में से निकल जाना चाहिए। [५]
    • अगर आप बल्ब को अंदर रख रहे हैं, तो आपको उनमें हर हफ्ते कम से कम 2 से 3 बार पानी देना होगा।
    • अगर आप बल्ब को बाहर रख रहे हैं और वहाँ पर रेगुलर बारिश होती रहती है, तो आपको उनमें पानी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर वहाँ पर सूखा रहता है, तो उनमें हर हफ्ते 2 से 3 बार पानी दें।
  7. पॉट को एक खाली रेफ्रीजरेटर में या ऐसे सेलर में रखें, जिसमें 45–55 °F (7–13 °C) तक का टेम्परेचर मेंटेन रहता है। ट्यूलिप्स को स्प्रिंग या बसंत में बढ़ने के लिए पहले अपने डोर्मेसी फेज से गुजरना होता है। ऐसा हो, इसके लिए, उन्हें बहुत ठंडे टेम्परेचर में रखे जाने की जरूरत होती है। [६]
  8. बल्ब को फ्रीजिंग और डिफ़्रोस्ट होने के रिस्क के बिना एक कंसिस्टेंट रहने वाले टेम्परेचर में रखें: टेम्परेचर में आने वाला बदलाव बल्ब को खराब कर सकता है।
    • अगर आप पॉट को बाहर रख रहे हैं, तो अच्छा होगा कि आप बाहर के टेम्परेचर के 45–55 °F (7–13 °C) होने पर बल्ब्स को रोपें।
    • अगर आपके खरीदे हुए बल्ब्स पहले से ठंडे किए हैं, तो आप इस स्टेप को छोड़ सकते हैं।
  9. ट्यूलिप्स को एक ऐसे एरिया में रखें, जो कम से कम 60–70 °F (16–21 °C) होता है: ट्यूलिप्स के डोर्मेसी फेज से गुजरने के बाद, अगर उन्हें सही माहौल प्रोवाइड किया जाए, तो वो फूल दे सकते हैं। अगर आप ट्यूलिप्स को अंदर रख रहे हैं, तो उन्हें एक खिड़की के पास या किसी और एरिया पर धूप पाने के लिए रख दें। अगर आप पॉट को बाहर ले जा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि बाहर का टेम्परेचर कम से कम 60–70 °F (16–21 °C) तक गरम हो गया है। [७]
    • अगर ये 70 °F (21 °C) है और आप आपके ट्यूलिप्स को बाहर रख रहे हैं, तो उन्हें एक पेड़ के नीचे या और किसी छाँव वाले एरिया में रखें।
  10. अपने ट्यूलिप्स में फूल आने के लिए 1 से 3 हफ्ते का इंतज़ार करें: ट्यूलिप्स को बाहर के टेम्परेचर के 60–70 °F (16–21 °C) पर पहुंचने पर फूल देना शुरू कर देना चाहिए। ट्यूलिप्स की अलग-अलग स्पीसीज़ साल के अलग-अलग समय पर फूल दिया करती हैं, इसलिए आपके खरीदे हुए बल्ब के पैकेज को देखें, ताकि आप उन्हें उसी हिसाब से रोप सकें।
    • डबल अर्ली (Double early), फॉस्टेरीना (fosteriana), कॉफ़मैनियाना (kaufmanniana), ग्रैगी (greigii) और सिंगल अर्ली (single early) ट्यूलिप्स आमतौर पर साल की शुरुआत में फूल दे देते हैं।
    • डार्विन हाइब्रिड (Darwin hybrid), फ्रिंजेड (fringed), ट्रंफ (triumph) और लिली के फूल वाले ट्यूलिप मिड सीज़न में फूल देने वाले होते हैं।
    • पैरट (Parrot), सिंगल लेट (single Late), विरिडीफ्लोरा (viridiflora) और डबल एलईटी सीजन में आखिर में फूल देते हैं। [८]
विधि 2
विधि 2 का 2:

ट्यूलिप्स की देखभाल करना (Caring for Tulips)

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  1. जब ऊपर की 1 इंच (2.5 cm) मिट्टी सूख जाए, तब ट्यूलिप्स को पानी दें: आपको मिट्टी के नम, लेकिन एकदम ज्यादा भी गीले नहीं होने की पुष्टि के लिए उसे रेगुलरली पानी देने की जरूरत पड़ेगी। इसे चेक करने के लिए, कभी-कभी अपनी उंगली को मिट्टी में अंदर 1 इंच (2.5 cm) डालें और अगर ये सूखी लगे, तो इसमें पानी दें। [९]
    • अगर आप पॉट को बाहर रख रहे हैं, तो बारिश हुए एक हफ्ते बीतने पर ही बल्ब को पानी दें।
    • डोर्मेसी फेज के दौरान बल्ब्स को पानी देते रहना जारी रखें।
  2. ट्यूलिप्स को एक ऐसी जगह पर रखें, जहां पर दिन में कम से कम 6 घंटे की धूप पड़ती हो: ट्यूलिप्स को धूप की जरूरत होती है, लेकिन ये बहुत ज्यादा टेम्परेचर को सहन नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से, इन्हें स्प्रिंग और गर्मी के दिनों में सीधी धूप से दूर रखने की कोशिश करें। अगर आप ट्यूलिप्स को अंदर रख रहे हैं, तो उन्हें खिड़की के सामने रखें, ताकि उन्हें हर दिन भरपूर धूप मिलती रहे। [१०]
    • अपने पॉट को सीधी धूप से दूर रखने के लिए पेड़ की हल्की छाँव में या फिर किसी शेड के नीचे रख सकते हैं।
    • पॉट में मिट्टी अक्सर यार्ड या गार्डन की मिट्टी से ज्यादा गरम होगी।
    • डार्क कलर के पॉट का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये धूप को सोखे लेते हैं और मिट्टी के टेम्परेचर को बढ़ा देंगे।
  3. ट्यूलिप्स की पंखुड़ियों और पत्तियों को फूल से तोड़ने के पहले करीब 6 हफ्ते के लिए पीला होने दें। अगर पंखुड़ियां या पत्तियां गिर जाती हैं, तो उन्हें बाकी के बल्ब को खराब करने से रोकने के लिए पॉट से हटा दें। [११]
    • सूखी हुई पत्तियों को निकालना ट्यूलिप्स को अगले साल फिर से फूल देने के लिए प्रेरित करेगा।
  4. किसी भी ऐसे ट्यूलिप्स को हटा दें, जिस पर कीड़े लगे हैं या किसी तरह की डिसीज है: अगर ट्यूलिप्स की ग्रोथ रुक गई है या उस पर ब्राउन या यलो पैच हैं, तो ऐसा हो सकता है कि उसे कोई डिसीज लग गई है या फिर वो नेमाटोड (nematodes) जैसे किसी कीड़े से संक्रमित है। बीमारी को फैलने से रोकने के लिए, बीमारी के संकेत वाले ट्यूलिप के बल्ब्स को खोदकर निकाल लें और उन्हें फेंक दें। [१२]
    • ट्यूलिप्स को अंदर रखकर, मिट्टी के ऊपर एक वायर मेश लगाकर या उन्हें बाड़ी में रखकर गिलहरियों को और बाकी के दूसरे जानवरों को ट्यूलिप्स को खाने से रोकें।
    • कॉमन ट्यूलिप डिसीज में बेसल रॉट, रूट रॉट और ट्यूलिप फायर (tulip fire), एक फंगल डिसीज के नाम शामिल हैं।
    • ऐसे ट्यूलिप बल्ब्स को न रोपें, जिन पर सफेद फंगस लगी हो, क्योंकि ये फैल सकती है और आपके पॉट के बाकी के ट्यूलिप्स को नुकसान पहुंचा सकती है।
  5. अगर टेम्परेचर फ्रीजिंग से नीचे चला जाता है, तो ट्यूलिप्स को अंदर ले आएँ: अगर टेम्परेचर नीचे गिर जाता है (32 °F (0 °C)), तो ये आपके पॉट में मौजूद मिट्टी को फ्रीज़ कर सकता है और आपके ट्यूलिप्स को खराब कर सकता है। इससे बचने के लिए, ट्यूलिप्स को गैरेज या बेसमेंट के जैसे एक ऐसे कमरे में ले जाएँ, जो 45–55 °F (7–13 °C) के बीच के टेम्परेचर को मेंटेन रखता है। [१३]
    • आप अगले साल के लेट फॉल में या बसंत की शुरुआत में ट्यूलिप्स को वापस अंदर लेकर आ सकते हैं।
  6. ट्यूलिप के बल्ब को डैमेज नहीं करने की पुष्टि करते हुए आराम से गार्डन स्पेड की मदद से खोदें। फिर, आपके पॉट को खाली करें और पुराने पॉटिंग सॉइल को नई पॉटिंग सॉइल से रिप्लेस करें। ऐसा करने से बल्ब्स को न्यूट्रीएंट्स मिलेंगे, ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा और अगले ग्रोइंग सीजन में ट्यूलिप्स के फिर से फूल देने की संभावना भी बढ़ जाएगी। [१४]
    • अगर आप आपके बल्ब्स को ऑफ सीजन निकाल रहे हैं, उन्हें एक ठंडी और डार्क जगह पर, जैसे कि रेफ्रीजरेटर में तब तक के लिए रखें, जब तक कि आप उन्हें निकालने को तैयार नहीं हो जाते।
    • कम्पोस्ट के साथ में एक अच्छी क्वालिटी के पॉटिंग मिक्स का इस्तेमाल करें और अगर आप हर साल मिट्टी को नहीं बदलना चाहते हैं, तो उसे फर्टिलाइज करें। ग्रोइंग सीजन के ठीक पहले आपको केवल मिट्टी के ऊपरी भाग को कम्पोस्ट से ढंकना है।

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