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वाइट ब्लड सेल काउंट का बढ़ा होना कई वजहों से हो सकता है | ऐसे अलग टेस्ट के नतीजों को देखना थोड़ा डरावना हो सकता है, पर आपका डॉक्टर आपको उसकी वजह पता करने में मदद कर सकता है | उन्हें इससे जुड़े अन्य सिम्टम्स के बारे में बताएं ताकि आगे के डायग्नोस्टिक टेस्ट का सुझाव देने में मदद मिले | एक बढ़ा हुआ वाइट ब्लड सेल्स काउंट किन्हीं भी कारणों की वजह से हो सकता है, इसलिए हल भी असली वजह पता करने के बाद ही पता चल सकता है |

विधि 1
विधि 1 का 3:

छिपी हुई वजह पता करना

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  1. ब्लड के 1 माइक्रोलीटर में 11000 से ज़्यादा वाइट ब्लड सेल्स को ज़्यादा माना जानता है | इसके अलावा, कई और वजहें हो सकती हैं, और स्तर में थोड़ी सी बढ़त चिंता का विषय नहीं है | [१]
    • ` 30,000 तक का अंक शारीरिक तनाव, चोट, एलर्जिक रिएक्शंस, या दवाइयों के सेवन की वजह से हो सकता है | उदाहरण के तौर पर, आपको फ्लू हो सकता है |
    • 50,000 से 100,000 के बीच के काउंट का इशारा गंभीर इन्फेक्शन, जैसे एडवांस्ड निमोनिया का संकेत होता है | अगर किसी व्यक्ति ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराया है, इसका अर्थ है की ऑर्गन को रिजेक्ट कर दिया गया है | इसके अलावा, कुछ ट्यूमर्स, जो की कैंसेरस या बिनाइन हो सकता है. से वाइट ब्लड सेल्स काउंट बढ़ सकता है |
    • 100,000 से ऊपर का अंक का मतलब है कोई बहुत गंभीर बीमारी जो सिर्फ आपका डॉक्टर पता कर सकता है | इसमें सीवियर ब्रोंकाइटिस से ल्यूकेमिया शामिल हो सकते हैं |
    • कई गर्भवती महिलाओं में तीसरे ट्रायमेस्टर और शिशु के जन्म के बाद 15000 तक वाइट ब्लड काउंट हो सकता है, जो की सामान्य बात होती है |
  2. एक सटीक डायग्नोसिस पता करने के लिए एक और बार सी बी सी करवाएं | अगर दूसरे टेस्ट में आपका वाइट ब्लड काउंट सामान्य हो गया है, तो आपका डॉक्टर इस नतीजे पर पहुँचेगा की आप स्वस्थ हैं | अगर कुछ दिनों बाद भी आपका काउंट ज़्यादा है, तो और जांच करवाने की ज़रुरत है | [२]
    • आपके काउंट और सिम्टम्स पर निर्भर, आपका डॉक्टर कुछ दिनों या हफ़्तों बाद एक और सी बी सी करवाने का सुझाव देगा |
    • आपका डॉक्टर एक स्मीयर टेस्ट का सुझाव भी दे सकता है, जो की माइक्रोस्कोप से आपके ब्लड के सैंपल को जाँचना होता है | स्मीयर टेस्ट से पता चल सकता है की वाइट ब्लड सेल्स इम्मेचयोर, एब्नार्मल हैं या कोई ऐसे फीचर्स का प्रदर्शन कर रही हैं जिनसे सटीक डायग्नोसिस किया जा सके |
  3. अपने डॉक्टर को इसी प्रकार के अन्य सिम्टम्स के बारे में बताएं: बुखार और खाँसी जैसे सिम्टम्स संक्रमण का नतीजा होते हैं, और आपका डॉक्टर किसी ख़ास कीटाणु की पहचान के लिए स्पटम कल्चर सुझा सकता है | इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और रहूमटॉइड आर्थराइटिस की वजह से भी वाइट ब्लड काउंट बढ़ सकता है, इसलिए डॉक्टर को पाचन समस्याएँ और जोड़ों के दर्द के बारे में बताएं | इसके अलावा, आपका डॉक्टर सटीक डायग्नोसिस करने के लिए जानना चाहेगा की आपको रात में पसीना, थकावट, वज़न गिरना, या खरोंचें और सहजता से ब्लीडिंग होने जैसे सिम्टम्स के बारे में पूछ सकता है | [३]
    • अपने आप से बढ़ी हुई वाइट ब्लड काउंट के कोई तय सिम्टम्स नहीं होते हैं | आप जो भी सिम्टम्स महसूस कर रहे हैं वो किसी वजह से होंगे और उन्हीं से डॉक्टर इन वजहों को पता कर पायेगा | [४]
  4. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids), लिथियम (lithium), और अन्य प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स भी वाइट ब्लड सेल्स के स्तर को बढ़ा सकते हैं, इसलिए डॉक्टर को अपने द्वारा ली जानी वाली हर दवाई के बारे में बताएं | धूम्रपान से भी वाइट ब्लड सेल्स काउंट बढ़ सकता है | [५] तीव्र एक्सरसाइज, ज़्यादा थकावट, और शारीरिक तनाव भी संभावित वजहें हो सकती हैं |
    • अपनी जीवनशैली पर चर्चा करते समय अपने डॉक्टर से सब सच बताएं | वो सिर्फ आपकी मदद करना चाहते हैं, तो उनके कोई धारणा बनाने को लेकर चिंतित नहीं हो |
  5. अपने डॉक्टर से जानें की वाइट ब्लड सेल्स की कौन सी प्रकार के स्तर बढ़ते हैं: वाइट ब्लड सेल्स के 5 प्रकार होते हैं, और खास प्रकार की स्तर में बढ़त खास स्तिथियों की ओर संकेत कर सकती हैं | मसलन, दो प्रकार के स्तर का बढ़ना काफी मुश्किल है, और जब होता है तो भी एलर्जिक रिएक्शंस या अस्थमा के कारण होता है | [६]
    • आपका डॉक्टर आपको किसी स्पेशलिस्ट को रेफेर कर सकता है या एलर्जी टेस्ट का सुझाव दे सकता है | स्पेशलिस्ट आपको एलर्जेंस से दूर रहने या एलर्जी की दवाई के सुझाव में मदद कर सकता है |
विधि 2
विधि 2 का 3:

जीवनशैली में बदलाव लाना

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  1. धूम्रपान छोड़ें : कई सारे अन्य स्वास्थ्य फ़ायदों के बीच, धूम्रपान छोड़ देने से आपकी वाइट ब्लड सेल्स सामान्य रेंज में आ सकती हैं | अपने डॉक्टर से बात करके धूम्रपान छोड़ने का एक प्लैन चुनें | [७]
  2. तनाव कम करने की कोशिश करें: अगर आप अभी कुछ समय से तनावपूर्ण स्थिति से गुज़रे हैं, तो आपकी वाइट ब्लड सेल्स काउंट कुछ घंटों या दिनों में सामान्य हो सकती है | लेकिन अगर ये तनावपूर्ण स्थिति काफी समय से चल रही है तो ये आपके इम्यून सिस्टम को कमज़ोर कर सकती है, इसलिए अपने मन पर बोझ को कम कर लें | [८]
    • खुद को ज़्यादा काम करके परेशान नहीं करें, और अगर आपको किसी चीज़ के लिए मना करना भी पड़े तो बुरा नहीं महसूस करें |
    • जब तनाव महसूस करें, मैडिटेशन करें, शांत म्यूजिक सुनें, या 20 से 30 मिनट तक धीमे से साँस लें |
  3. अगर आपने अपने ब्लड टेस्ट से ठीक पहले वर्कआउट किया था, तो बढ़ा हुआ वाइट ब्लड सेल्स काउंट शायद वर्कआउट की वजह से है | तीव्र वर्कआउट, तेज़ी से किये गए स्पोर्ट्स और एक्सरसाइज के अन्य तीक्ष्ण रूप आपकी वाइट ब्लड सेल्स के स्तर को 200 से 300 प्रतिशत बढ़ा सकते हैं | ये स्तर अक्सर कुछ घंटों में सामान्य हो जाते हैं | [९]
    • इस बात का कोई सबूत नहीं है की वाइट ब्लड सेल्स के काउंट में तेज़ी से परिवर्तन खतरनाक होता है, पर तेज़ एक्सरसाइज के बाद 15 मिनट एक्टिव रिकवरी करने से एक दम तेज़ी से काउंट में कमी नहीं आती है | [१०]
    • एक्टिव रिकवरी एक कम तीव्रता की एक्सरसाइज, जैसे तेज़ जॉगिंग के बाद थोड़ी धीमी वॉक, होती है जो आपको धीरे से शांत होने में मदद करती है |
  4. वज़न कम करने की कोशिश करें: बढ़े हुए वाइट ब्लड सेल्स काउंट्स मोटापे की वजह से भी हो सकती है | ऐसा इसलिए क्योंकि मोटापा पूरे शरीर में इन्फ्लेम्शन पैदा करता है, जिससे आपके वाइट ब्लड सेल्स का स्तर बढ़ जाता है | हैल्थी डाइट खाएं और कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज रोज़ करने से आप आसानी से अपना वज़न कम कर सकते हैं | [११]
  5. दवाई बंद करने या बदलने से पहले डॉक्टर से सलाह लें: अगर आप अन्य वजहों को हटा सकते हैं और आपकी दवाई असर कर रही है, आपका डॉक्टर शायद कोई बदलाव नहीं बताएगा | [१२]
    • कुछ दवाओं के लिए, सही प्रकार और डोसेज पता करना मुश्किल हो सकता है, तो कम साइड इफेक्ट्स वाला विकल्प भी एक असरदार हल नहीं हो सकता है |
    • अपने डॉक्टर की अनुमति के बिना कोई प्रिस्क्रिप्शन दवाई लेना बंद नहीं करें |
विधि 3
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मेडिकल सहायता लेना

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  1. कोई वायरल, बैक्टीरियल, या फंगल इन्फेक्शन हो तो उसका इलाज करवाएं: अगर किसी कल्चर या अन्य टेस्ट में इन्फेक्शन आये तो डॉक्टर आपको एंटीवायरल या एंटीबायोटिक दवाई का सुझाव देगा | दवाई का सेवन निर्देशों के मुताबिक करें | अगर कुछ दिनों बाद भी आपको आराम नहीं मिले तो फिर से अपॉइंटमेंट लें | [१३]
  2. आर्थराइटिस या पाचन से जुड़ी समस्या के लिए स्पेशलिस्ट से मुलाकात करें: अगर आपके डॉक्टर ने वाइट ब्लड सेल्स की बढ़त आर्थराइटिस या पाचन समस्या की वजह से बताई है, तो वो आपको सही स्पेशलिस्ट को रेफेर कर देगा | ये स्पेशलिस्ट आपकी इस स्थिति को संभालने के लिए दवाई या डाइट में बदलाव का सुझाव दे देगा | [१४]
  3. अपने डॉक्टर से पूछें की मैलिग्नेंट परिस्थितियों के लिए क्या वो टेस्ट का सुझाव देते हैं: आपका डॉक्टर 100,000 से ज़्यादा काउंट के लिए और टेस्ट का सुझाव दे सकता है | .इसमें ब्लड स्मीयर्स और बोन मेरो टेस्ट आ सकता है | [१५]
  4. अगर ट्रीटमेंट प्लैन बनाने की ज़रुरत लगे तो स्पेशलिस्ट के साथ काम करें: अगर ऐसी परिस्थिति है की आपको कैंसर है, तो आपका ट्रीटमेंट प्लैन डॉक्टर्स की टीम बनाएगी | लयूकेमिया का डायग्नोसिस भयावह होता है, पर इसका इलाज उपलब्ध है | आपका डॉक्टर आपके लिए उपयुक्त ट्रीटमेंट का कोर्स बताएगा | [१६]

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