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संतरों से निकाले गये ऑइल का इस्तेमाल इसकी मनमोहक खुशबू और पावरफुल साल्वेंट प्रॉपर्टीज के कारण कई तरह के क्लीनिंग प्रोडक्ट्स और फ़ूड रेसिपीज में किया जाता है | ऐसा भी माना जाता है कि इससे कई सारे हेल्थ बेनेफिट्स भी मिलते हैं | कुछ छिलकों से ही आप कई तरह से कामों में इस्तेमाल किये जाने योग्य ऑरेंज ऑइल को घर पर ही बना सकते हैं | आप बहुत जल्दी ऑरेंज ऑइल निकाल सकते हैं और कुकिंग और घर के आस-पास इस्तेमाल के लिए एक खुशबूदार ऑइल बनाने के लिए इसे किसी भी आर्डिनरी कुकिंग ऑइल में इन्फ्युज़ कर सकते हैं |

विधि 1
विधि 1 का 3:

जार में ऑरेंज एसेंशियल ऑइल बनायें

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  1. जार में ऑरेंज ऑइल निकालने के लिए आपको एक मेसन जार, एक किसनी (grater) या ज़ेस्टर और थोड़े ग्रेन अल्कोहल की जरूरत पड़ेगी | चूँकि यह मुख्य रूप से बेस्वाद होता है इसलिए ऑरेंज ऑइल बनाने के लिए वोडका बेहतर काम करता है | यह डायल्युट नहीं होगा और न ही अंत में बनने वाले ऑइल में ऑरेंज की महक को ख़त्म करेगा |
  2. ऑरेंज, नीम्बू में पाए जाने वाले एसेंशियल ऑइल ज्यादातर छिलकों में ही मिलते हैं | इसीलिए, ऑइल बनाने से पहले संतरे से छिलके हटाने होंगे | [१] आप चाहें तो चाकू से संतरे के छिलके हटा सकते हैं या फिर किसनी से छिलके निकाल सकते हैं | [२]
    • बेहतर रिजल्ट्स पाने के लिए, गूदे वाला कोई हिस्सा न काटें | संतरे के इस हिस्से में बहुत थोड़ी मात्रा में लाइमीन (नीम्बू जैसी खुशबू वाला एक बिना रंग का लिक्विड हाइड्रोकार्बन) होता है और इससे मिक्सचर कडवा बन सकता है |
    • अगर आपके पास ज़ेस्टर या किसनी नहीं है तो आप माइक्रोप्लेन, वेजिटेबल पीलर या चाकू का इस्तेमाल भी कर सकते हैं |
    • इस्तेमाल किये जाने वाले संतरों की मात्रा अलग-अलग हो सकती है | यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास कितने संतरे हैं या आप कितना एसेंशियल ऑइल बनाना चाहते हैं |
    एक्सपर्ट टिप

    Ritu Thakur, MA

    आयुर्वेद, नेचुरल और हॉलिस्टिक हेल्थ केयर एक्सपर्ट
    डॉ. रितु ठाकुर दिल्ली, इंडिया में आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, योग और हॉलिस्टिक केयर के 10 वर्षों के अनुभव के साथ एक स्वास्थ्य सलाहकार हैं। उन्होंने 2009 में बीयू यूनिवर्सिटी, भोपाल से मेडिसिन में बैचलर डिग्री (BAMS) प्राप्त की, इसके बाद 2011 में हैदराबाद के अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ केयर मैनेजमेंट से हेल्थ केयर में मास्टर्स की डिग्री MBA (HCM) प्राप्त की।
    Ritu Thakur, MA
    आयुर्वेद, नेचुरल और हॉलिस्टिक हेल्थ केयर एक्सपर्ट

    संतरे के छिलके जेस्ट करने से पहले उन्हें सुखा लें: अगर आप संतरे के छिलके से ऑइल निकालना चाहते हैं तो छिलके सुखा लें और फिर इन्हें पीसकर एक बारीक़ पाउडर बना लें । इस पाउडर को ग्रेन अल्कोहल या वोडका में भिगो दें और फिर इस मिक्सचर को मेसन जार में डाल दें और इसे 3 से 4 दिन तक धूप में रखकर बार-बार हिलाते रहें । अब, एक मलमल के कपडे से मिक्सचर को छान लें और अल्कोहल को पूरी तरह से उड़ जाने दें । ऐसा होने पर आपको कंसन्ट्रेटेड ऑरेंज ऑइल मिल जायेगा ।

  3. संतरे से छिलके निकालने के बाद, आपको उन्हें सुखाना होगा | इन्हें एक पेपर टॉवेल पर रखें और पूरी तरह से सूखने तक डायरेक्ट धूप में रखें | आपके एरिया की ह्यूमिडिटी (नमी) के आधार पर इसमें कुछ दिन लग सकते हैं | प्रोसेस में तेज़ी लाने के लिए संतरे के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों (1 इंच या 2.5 सेंटीमीटर) में काटें | [३]
  4. छिलके सूख जाने के बाद उन्हें फ़ूड प्रोसेसर में डालें | दरदरा होने तक पीसें | छिलकों को बहुत ज्यादा न सूखने दें | इसके कारण उनका लाइमीन कुछ हद तक ख़त्म हो सकता है | [४]
    • अगर आपने माइक्रोप्लेन या ज़ेस्टर का इस्तेमाल किया है तो आपको इसे और ज्यादा पीसना होगा |
  5. एक बाउल को गर्म पानी से भरें | यह गर्म होना चाहिए लेकिन बहुत ज्यादा नहीं (लगभग 90 डिग्री फेरेनहाइट या 32 डिग्री सेल्सियस) | ग्रेन अल्कोहल की बोतल को गर्म पानी में रखें और इसे 20 मिनट तक ऐसे ही रहने दें | [५]
    • इस प्रोसेस के लिए वोडका बेस्ट होता है |
    • आप ठंडा अल्कोहल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं: लेकिन, गर्म अल्कोहल से ज्यादा ऑइल मिलेगा | [६]
  6. गर्म ग्रेन अल्कोहल के साथ छिलकों को को रखकर ढँक दें और उन्हें हिलाएं: एक मेसन जार के किसे हुए या पिसे हुए संतरे के छिलके रखें | इसमें छिलकों को पूरी तरह से कवर करने के लिए पर्याप्त अल्कोहल डालें | जब पिसे हुए छिलके पूरी तरह से कवर हो जाएँ तो ढक्कन ढँक दें और कुछ देर तक जार को अच्छी तरह से हिलाते रहें | [७]
  7. इस दौरान, आपको दिन में दो से तीन बार हिलाते रहें | इसे कुछ दिनों तक ऐसे ही रखा रहने दें | आप इसे जितना हिलाते रहेंगे और जितने दिन रखा रहने देंगे, इस मिक्सचर से उतना ही ज्यादा ऑइल मिलेगा | [८]
  8. मिक्सचर को एक उथले बर्तन में छानने के लिए एक कॉफ़ी फ़िल्टर या चीज़ क्लॉथ का इस्तेमाल करें | ध्यान दें कि निचोड़ने पर पूरा लिक्विड बाउल में आ जाए | [९]
  9. बाउल को कपडे या पेपर टॉवेल से कवर कर दें और कुछ दिनों तक इसी में रहने दें | मिक्सचर में बचे हुए अल्कोहल को उड़ जाने दें | जब अल्कोहल उड़ जायेगा तो आपको बचा हुआ ऑरेंज ऑइल मिल जायेगा | [१०]
    • पेपर टॉवेल को मिक्सचर में न गिरने दें | अन्यथा ये ऑइल को सोख लेगा |
    • जब अल्कोहल उड़ जाए तो ढक्कन वाले कंटेनर में आयल को रहने दें |
विधि 2
विधि 2 का 3:

ऑरेंज के साथ ऑइल को इन्फ्युज़ करें

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  1. जब ऑइल को इन्फ्युज़ करते हैं तो आपको कोई ऐसी माइल्ड फ्लेवर वाली चीज़ चुननी होगी जिसमें जो भी चीज़ पकायी जाए, उसका टेस्ट अच्छा आ सके | ऑलिव ऑइल आसानी से सभी जगह मिल जाता है और आसानी से इन्फ्युज़ हो जाता है | लेकिन, इसका अपना फ्लेवर काफी स्ट्रोंग हो सकता है | एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल, पीनट ऑइल, ग्रेपसीड ऑइल या अवोकेडो ऑइल भी ले सकते हैं | इन सभी ऑयल्स में लाइट फ्लेवर होता है | [११]
    • हल्का ऑइल चुनने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ऑइल में वैसा ही टेस्ट और अरोमा है जैसा आप चाहते हैं |
  2. शुरुआत करने से पहलें किसी भी पेस्टिसाइड को ऑइल में जाने से रोकने के लिए संतरों को धोकर सुखा लें | अब, एक ज़ेस्टर, माइक्रोप्लेन या पीलर से छीलकर संतरे का छिलका उतार लें | बनाये जा रहे इन्फ्युज़ ऑइल की मात्रा के आधार पर इस्तेमाल किये जा रहे संतरों की संख्या निर्भर करती है | आमतौर पर, आपको प्रत्येक एक कप ऑइल के लिए लगभग 2 बड़ी चम्मच (30 मिलीलीटर) जेस्ट (किसे हुए छिलके) की जरूरत होती है | [१२]
    • गूदा न निकालें |
  3. ऑरेंज जेस्ट को एक छोटे सॉसपैन में रखें और ऑइल से कवर कर दें | अब मीडियम हीट पर लगभग पांच मिनट या ऑइल में बुलबुले आने तक गर्म करें | ऑइल और जेस्ट को बहुत ज्यादा गर्म न होने दें अन्यथा ये जल जायेंगे और इसकी खुशबू और फ्लेवर ख़राब हो जायेंगे | [१३]
    • संतरे के छिलकों को गर्म करने से ऑरेंज ऑइल निकलता है जो दूसरे ऑइल के साथ इन्फ्युज़ किया जायेगा |
  4. अब पैन को कुछ देर ठंडा होने दें | हलके इन्फ्यूजन के लिए ऑइल से छिलके के टुकड़ों को झरिये (खांचेदार चम्मच) से बाहर निकालकर ठंडा होने दें | अगर आप स्ट्रोंग फ्लेवर चाहते हैं तो बोतल में डालने से पहले ठंडा होने समय छिलकों को ऑइल में ही पडा रहने दें | [१४]
    • अगर आप ठन्डे होने के दौरान छिलके हटा देंगे तो ऑइल में हल्का रंग आयेगा | अगर कूलिंग के दौरान भी छिलके ऑइल में पड़े रहेंगे तो ऑइल में धुन्धुला रंग मिलेगा |
विधि 3
विधि 3 का 3:

ऑरेंज एसेंशियल ऑइल का इस्तेमाल करें

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  1. कैसाइल साबुन (ऑलिव ऑइल और सोडियम हाइड्रोक्साइड से बनी साबुन) मिक्स करें: जब आप ऑरेंज ऑइल में कैसाइल सोप को मिक्स करते हैं तो एक पावरफुल और पर्यावरण के अनुकूल क्लीनिंग साल्वेंट बना सकते हैं | कैसाइल सोप की बोतल में एक छोटी चम्मच ऑरेंज ऑइल एक्सट्रेक्ट मिलाएं और एक बेहतरीन ऑल-पर्पस क्लीनर पायें | चूँकि कैसाइल ऑइल प्लांट ऑयल्स से मिलता है इसलिए किसी भी केमिकल डिटर्जेंट की तुलना में यह सेंसिटिव स्किन के लिए सुरक्षित है और बायोडिग्रेडेबल (बैक्टीरिया और दूसरे जीव-जंतुओं द्वारा नष्ट होने योग्य) है | [१५]
    • लाइमीन एक नेचुरल ग्रीज़-कटर और साल्वेंट है | यह पॉट्स, पैन और दूसरे किचन के बर्तनों की सफाई के लिए काफी इफेक्टिव होते हैं |
    एक्सपर्ट टिप

    Ritu Thakur, MA

    आयुर्वेद, नेचुरल और हॉलिस्टिक हेल्थ केयर एक्सपर्ट
    डॉ. रितु ठाकुर दिल्ली, इंडिया में आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, योग और हॉलिस्टिक केयर के 10 वर्षों के अनुभव के साथ एक स्वास्थ्य सलाहकार हैं। उन्होंने 2009 में बीयू यूनिवर्सिटी, भोपाल से मेडिसिन में बैचलर डिग्री (BAMS) प्राप्त की, इसके बाद 2011 में हैदराबाद के अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ केयर मैनेजमेंट से हेल्थ केयर में मास्टर्स की डिग्री MBA (HCM) प्राप्त की।
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    आयुर्वेद, नेचुरल और हॉलिस्टिक हेल्थ केयर एक्सपर्ट

    आप ऑरेंज पील ऑइल में क्रीम या कैरियर ऑइल मिला सकते हैं । ऑरेंज पील ऑइल एंटीओक्सिडेंट, पॉलीफिनॉल और विटामिन C का एक अच्छा सोर्स है । यह चेहरे और गर्दन से डार्क स्पॉट्स, झुर्रियां और उम्र बढ़ने के दूसरे संकेतों को हटाने में मदद करता है ।इसके इस्तेमाल के लिए इसे अपनी फेवरेट क्रीम में मिलाएं और अपनी स्किन पर मसाज करें । आप इसमें ऑलिव, आर्गन या ग्रेपसीड ऑइल जैसे कैरियर ऑइल भी मिला सकते हैं । ध्यान दें कि ऑरेंज ऑइल को अकेला इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि इससे स्किन में उत्तेजना हो सकती है ।

  2. इसे कीड़े भगाने वाले रिपेलेंट की तरह इस्तेमाल करें: कीड़े लाइमीन से नफरत करते हैं और थोड़े से ऑरेंज ऑइल से भी कई घंटे तक इन्हें दूर रखा जा सकता है | थोड़े से ऑरेंज ऑइल को अपनी गर्दन, बाजू और दूसरे खुले हिस्सों पर लगायें और देखें कि अब आपको कीड़ें कम काटेंगे | आप थोड़े से लाइमीन ऑइल को कैंपसाईट पर भी रख सकते हैं जिससे उस जगह से कीड़े दूर रहें | [१६]
    • खुली आंच पर लाइमीन को लाने से बचें | यह बहुत ही ज्यादा ज्वलनशील होता है | बल्कि इसकी ज्वलनशीलता के कारण ही संतरे के छिलकों में से गजब की खुशबू आती है |
  3. एक या दो बूँद ऑरेंज ऑइल से गन्दी से गन्दी बदबू को खत्म किया जा सकता है | विशेषरूप से गन्दी बदबू वाले कचरे के अंदर थोडा सा ऑरेंज ऑइल रगड़ें | बल्कि, कई कमर्शियल डीयोडोराइजर्स में भी लाइमीन को क्लीनिंग और खुशबू के पर्पस से मिलाया जाता है | आप दो कप बेकिंग सोडा में तीस बूँद ऑरेंज ऑइल मिलाकर खुद अपना डीयोडोराइजर बना सकते हैं | [१७]
  4. ऑरेंज ऑइल में पाए जाने वाले एसेंशियल ऑइल के बारे में माना जाता है कि इससे कई तरह के कैंसर को ठीक करने में मदद मिलती है | डॉक्टर्स भी लाइमीन का इस्तेमाल गॉल ब्लैडर स्टोन को तोड़ने के लिए करते हैं और ऐसे भी साक्ष्य मिले हैं कि इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो सकता है | लेकिन, लाइमीन वाले ऑरेंज ऑइल या दूसरे सप्लीमेंट किसी सही मेडिकल ट्रीटमेंट के विकल्प नहीं होते | [१८]
    • लाइमीन सप्लीमेंट लेने या ऑरेंज ऑइल का इन्टेक करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें |

सलाह

  • संतरे के छिलकों से ऑइल निकालने का दूसरा तरीका है-कोल्ड प्रेसिंग | हालाँकि, यह विधि केवल तभी प्रैक्टिकल है जब आपको बहुत सारा ऑरेंज ऑइल बनाना हो |

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