आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

पढ़ाई एक ऐसा हुनर है जिसे आप किसी दूसरी चीज़ के समान ही खुद इम्प्रूव कर सकते हैं | इसलिए नोट्स बनाकर, स्टडी शिड्यूल में बने रहकर और ग्रोथ माइंडसेट थिंकिंग की प्रैक्टिस करके खुद को सफलता के लिए तैयार करें | जब आप स्टडी करना शुरू करें तो खुद को फोकस्ड रखने के लिए डिस्ट्रेक्शन से दूर रहें, बहुत सारे काम एकसाथ करने से बचें और ब्रेक लेते रहें | टेस्ट के लिए तैयारी की अलग-अलग रणनीतियों के साथ तब तक एक्सपेरिमेंट करें जब तक आप खुद के लिए कोई बेहतर विकल्प न खोज लें जैसे, नुमॉनिक्स (mnemonics) का इस्तेमाल करें और स्टडी ग्रुप्स ज्वाइन करें |

विधि 1
विधि 1 का 2:

अपना फोकस सुधारें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अगर आप अपने किसी फैमिली मेम्बर के कारण डिस्ट्रेक्ट होते हैं तो उन्हें शालीनता के साथ कहें कि वे वहां से चले जाएँ जिससे आप अपना असाइनमेंट जारी रख सकें | टीवी और रेडियो बंद करना न भूलें | अपने फ़ोन को साइलेंट मोड पर रखें | अगर आपको पढने के लिए इन्टरनेट की जरूरत न हो तो अपना WiFi ऑफ रखें जिससे आप डिस्ट्रेक्ट न हो पायें | [१]
    • अगर आपको म्यूजिक के साथ पढना पसंद है तो ध्यान रहे कि कोई बिना शब्द वाला शांत म्यूजिक ही सुनें जिससे आप उसके साथ गुनगुनाना शुरू न कर पायें और डिस्ट्रेक्ट न हों |
    • आप अपने किसी एक फैमिली मेम्बर से आपको सभी डिस्ट्रेक्श्न्स से दूर रखने के लिए मदद ले सकते हैं जैसे मोबाइल, लैपटॉप आदि |
  2. एक बार में बहुत सारे विषय पढने की बजाय एक ही विषय पढ़ें: अगर आपको सच में स्ट्रेस होता है तो सभी विषयों के बारे में चिंता होने के कारण एक ही समय में 3 असाइनमेंट करने का मन करने लगता है | लेकिन ऐसा करने से प्रत्येक काम असुविधाजनक हो जाता है और उसे पूरा कर पाना नामुमकिन लगने लगता है, सब कुछ बहुत ज्यादा लगने लगता है जिससे आप हर काम खराब करते हैं | इसकी बजाय, एक क्लास के लिए एक समय निर्धारित करें, ब्रेक लें और फिर अलगी क्लास में पढना शुरू करें | [2]
    • स्टडीज के अनुसार, मल्टीटास्किंग (एकसाथ बहुत सारे काम करना) न केवल बेअसर होती है और इससे स्ट्रेस भी काफी होता है | अगर आप किसी एक ही काम पर फोकस करते हैं तो उसे मजे लेकर पूरा कर सकते हैं और बेहतर काम कर सकते हैं | एक काम पूरा करने के बाद ही अगला काम शुरू करें |
  3. अपने सभी टेस्ट और असाइनमेंट का एक डिटेल्ड प्लानर रखें | यह ऑनलाइन या पेपर पर बना हुआ प्लानर हो सकता है | प्रत्येक दिन के लिए, होमवर्क या आपको जो स्टडी करनी है या जब स्टडी करने का प्लान बना रहे हों, उसके बारे में लिखें | किसी दूसरे कमिटमेंट के बारे में लिखना भी बेहतर साबित हो सकता है | बड़े टेस्ट्स के लिए स्टडी और लम्बे समय तक चलने वाले प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए टाइम स्लॉट बनायें जिससे उन्हें पूरा करने के लिए आखिरी समय पर आप पर दबाव न रहे | [3]
    • पूरे किये गये प्रत्येक आइटम्स को चेक करने से भी संतुष्टि रहती है | आपको काम पूरा होने की फीलिंग आती है !
  4. स्टडी में पढना किसी मजेदार नॉवेल पढने जैसा नहीं होता, इसलिए आपको ध्यान रखना होगा कि आप सक्रिय रूप से इनफार्मेशन पर फोकस करें और उसे याद रखें | मटेरियल पढ़ते समय अपने ज्ञान को चेक करने के लिए उस पढ़े हुए मटेरियल के बारे में खुद से सवाल करते रहें | चैप्टर की हैडिंग लिखकर नोट्स बनायें और फिर प्रत्येक बिंदु पर मुख्य जानकरी के लिए कुछ बुलेट पॉइंट्स बनायें | अगर आप समझ नहीं पा रहे कि लिखने के लिए कौन सी इनफार्मेशन सबसे ज्यादा जरुरी है तो टेक्स्टबुक की समरी को चेक करें जिसमे केवल सबसे जरुरी पॉइंट्स ही होंगे | [4]
    • कुछ टेक्स्टबुक्स सबसे जरुरी जानकारी को बोल्ड लेटर्स में मार्क करती हैं या इसमें मुक्य बिन्दुओं पर आधारित रिव्यु सेक्शन होंगे | [5]
    • इनसे मटेरियल को याद रखने में भी मदद मिलेगी और वो एरिया सामने आयेंगे को आपको समझ नहीं आये और जहाँ आपको ज्यादा पढने या मदद लेने की जरूरत है |
  5. बैठे हुए और पढ़ते हुए एक घंटा गुजर जाने के बाद उठें और थोडा ब्रेक लें | आप आसपास थोडा वॉक कर सकते हैं, कोई स्नैक्स खा सकते हैं, थोड़े पुशअप्स कर सकते हैं या बाहर जाकर थोड़ी ताज़ा हवा का लुफ्त उठा सकते हैं | लगभग 10 मिनट तक ब्रेक लें जिससे आप वापस आकर पढने बैठ सकें | जब आप बार-बार एक्टिव ब्रेक लेते हैं तो बिना रुके लगातार चार घंटे तक पढ़ते रहने की बजाय लम्बे समय के लिए ज्यादा बेहतर सीख पाते हैं | [6]
    • आपके ब्रेन और बॉडी को थोड़ी एक्टिविटी और आनंद की जरूरत होती है जिससे आप फिर से फोकस कर पायें |
  6. स्कूल में सफल होने से आपकी जन्मजात प्रतिभा नहीं दिखती है | यह अधिकतर प्रयास से ही हो पाटा है | खुद से यह कहने की बजाय कि “मैं इस विषय में बेहतर नहीं हूँ,” खुद से कहें कि, “अगर मैं सवाल पूछूँ और प्रैक्टिस करूँ तो ज्यादा बेहतर सीख सकता हूँ I” यह कहने की बजाय कि, “मैं पढने में अच्छा नहीं हूँ,” कहें, “अब मैं और भी ज्यादा प्रभावशाली ढंग से पढने की प्रैक्टिस करने वाला हूँ |” [7]
    • स्टडीज दर्शाती हैं कि जो स्टूडेंट्स ग्रोथ माइंडसेट लर्न की प्रैक्टिस करते हैं, वे उन फिक्स्ड माइंडसेट वाले स्टूडेंट्स की तुलना में ज्यादा बेहतर होते हैं जो असफलता को आगे बढ़ने के मौके के रूप में न देखकर खुद से कहते रहते हैं कि हर नाकामयाबी बुरी होती है |
    • अगर अभी आपका माइंडसेट बहुत ज्यादा नेगेटिव है तो घबराने की जरूरत नहीं है | आप खुद से ख़ूब सारी पॉजिटिव बातचीत करके ग्रोथ माइंडसेट डेवलप कर सकते हैं |
  7. फोकस में मदद करने के लिए नींद सबसे अच्छी सामग्री है | लम्बे समय तक सफलता पाने के लिए देर रात तक जागकर पढना अच्छा नहीं होता | नींद की कमी से आप एकाग्रचित नहीं हो पाते और आपने जो भी सीखा है, उसे याद रखने की क्षमता भी कम हो जाती है | [8]
    • रात ने 8 से 9 घंटे या अपनी जरूरत के अनुसार उससे ज्यादा सोने का लक्ष्य रखें |
विधि 2
विधि 2 का 2:

इनफार्मेशन को रणीनीति बनाकर याद रखे

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. अपनी लर्निंग स्टाइल का पता लगाएं जिससे आप ज्यादा बेहतर रणनीति के साथ पढ़ सकें: अलग-अलग लोगों की लर्निंग अलग-अलग तरह की होती है जिसमे वे बेहतर रूप से काम कर पाते हैं | कुछ लोग विसुअल लर्नर होते हैं जिसका मतलब है कि वे इमेजेज से और पढने से ज्यादा बेहतर रूप से सीख पाते हैं | कुछ लोग ऑडिटरी लर्नर होते हैं जिसका मतलब है कि वे जो भी सुनते हैं, उसे स्पष्ट रूप से याद रख पाते हैं | ऐसे लोगों को जानकरी याद रखने के लिए जिंगल्स और गाने बहुत मदद करते हैं | और कुछ लोग टेक्टाइल लर्नर होते हैं जिन्हें कीनेस्टेटिक लर्नर भी कहा जाता है | ये लोग चीज़ों को छूकर ज्यादा बेहतर रूप से सीख पाते हैं | अपनी लर्निंग स्टाइल को पहचानें और उस तकनीक का इस्तेमाल करें जो आपके पढने में ज्यादा मदद कर सकती है | [9]
    • उदाहरण के लिए, टेक्टटाइल लर्नर घड़ी के एक हिस्से को लेकर और उसे वापस एकसाथ रखकर बेहतर रूप से घड़ी के काम करने के बारे में समझ सकते हैं |
    • विजुअल लर्नर घड़ी के डायग्राम को देखकर सीख सकते हैं कि घड़ी कैसे काम करती है |
    • रीडिंग/राइटिंग लर्नर घड़ी के फंक्शन के बारे में निबंध पढ़कर और उसके नोट्स के जरिये बेहतर रूप से उसके कार्य को समझ सकते हैं |
    • ऑडिटरी लर्नर इसके बारे में लेक्चर सुनकर उसके कार्य को समझ सकते हैं |
    • अगर आप अपनी लर्निंग स्टाइल को समझ नहीं पा रहे हैं तो आप इसके बारे में यहाँ ऑनलाइन क्विज दे सकते हैं: http://www.educationplanner.org/students/self-assessments/learning-styles-quiz.shtml
  2. चीज़ों को याद रखने के लिए एक्रोनिम या परिवर्णी शब्द और फ़्लैशकार्ड्स का इस्तेमाल करें: परिवर्णी शब्द याद रखे जाने वाले प्रत्येक शब्द के पहले अक्षर से बनाये जाते हैं | परिवर्णी शब्द का एक उदाहरण है: PEMDAS, इसे याद रखने के लिए इसे इस क्रम में पढ़े: Parenthesis, Exponents, Multiplication, Division, Addition, और Subtraction | बड़ी मात्रा में जानकारी याद रखने के लिए फ़्लैशकार्ड भी एक और बेहतरीन टूल हैं | [10]
    • अगर आप विजुअल लर्नर हैं तो आप उन चीज़ों की विजुअल मेमोरी बनायें जिन्हें याद रखना जरुरी है | उदाहरण के लिए, अगर आपको इंग्लिश क्लास के लिए कोई लम्बी कविता रटना हैं तो प्रत्येक लाइन की पिक्चर बनायें या ऐसी ही कोई विशेष इमेज बनायें |
  3. एग्जाम से पहले वाले सप्ताह में क्लास में कराए गये डिटेल्ड नोट्स लें: भले ही आपके टीचर ऑनलाइन नोट्स पोस्ट कर दें, फिर भी हाथ से लिखे हुए नोट्स रखने से कांसेप्ट ज्यादा बेहतर रूप से समझ आएँगी और आपको हर चीज़ टेस्ट से पहले पढनी नहीं पड़ेगी | स्टडीज के अनुसार, अगर आप कंप्यूटर की बजाय हाथों से नोट्स बनाते हैं तो ज्यादा बेहतर रूप से उन्हें याद रख पाते हैं | आपकी टीचर ने जैसा बोर्ड पर लिखा है, सिर्फ उसकी ही के द्वारा कही गयी जरुरी चीज़ें भी नोट करें | जब भी आपके टीचर नया टॉपिक शुरू करे तो अपने नोट्स में नए सेक्शन को मार्क करें और उनके कुछ मुख्य बिंदु नोट कर लें | [11]
    • क्लास में लिए गये नोट्स भी आपका ध्यान आकर्षित करने पर दबाव डालते हैं |
    • ये न सोचें कि टीचर के कहे हर शब्द को लिखने की जरूरत है
  4. टेस्ट में अव्वल आने का मतलब सिर्फ जानकारी के बारे में पढना ही नहीं होता बल्कि इसके लिए कई सारे टेस्ट लेने भी पड़ते हैं | बहुविकल्प, सही-गलत, शॉर्ट जबाव और निबंध वाले सवालों के लिए प्रैक्टिस टेस्ट लें | जब आप टेस्ट ले रहे हैं तो बाद में आने वाले मुश्किल सवालों को हल करने में लम्बा समय लगाने की बजाय उन्हें मार्क करें | इस तरह से आपको सही रूप से आने वाले सवालों का जबाव देने के लिए काफी समय मिल जायेगा और फिर अगर आपके पास टाइम बचे तो आप वापस उन सवालों को हल कर सकते हैं जिनके बारे में आपको ज्ञान नहीं है | [12]
    • अगर आप टेस्ट में निबंध लिखने वाले हैं तो आपको जो जानकारी उसमे शामिल करनी है उस जानकारी को सिर्फ याद न करें | वास्तव में कम समय में निबंध लिखने की प्रैक्टिस करें इसलिए जब एग्जाम का समय आएगा तो आप नर्वस फील नहीं करेंगे क्योंकि आप पहले ही इसे लिखने की प्रैक्टिस कर चुके हैं | [13]
  5. एडवांस में एग्जाम से कम से कम एक सप्ताह पहले से पढ़ाई शुरू कर दें: आखिरी समय पर रटने की बजाय, एग्जाम से एक सप्ताह पहले हर दिन एक या दो घंटे पढना चाहिए | इससे आपको धीरे-धीरे तैयारी करने और बिना स्ट्रेस के सभी जरुरी जानकारी समझने के लिए समय मिल जायेगा | [14]
    • टेस्ट से पहले रात में रटना न केवल स्ट्रेसफुल और थकानेवाला होता है बल्कि इससे ज्यादा फायदा भी नहीं मिलता |
  6. अगर आपको कोई बड़ा टेस्ट आने वाला है तो अपनी क्लास के दोस्तों के साथ बैठकर एकसाथ पढ़ें और एक-दूसरे से सवाल पूछें | ग्रुप को बैलेंस करने के लिए माइंडफुल बने और अलग-अलग पढाई करें | ग्रुप स्टडी काफी मजेदार होती है और आप एक-दुसरे से सवाल भी पूछ सकते हैं लेकिन ग्रुप के दोस्त सच में बहुत जल्दी डिस्ट्रेक्ट हो सकते हैं |
    • अगर स्टडी ग्रुप में फोकस करने के परेशानी हो तो 45 मिनट का टाइमर सेट करें | कहें: “अब पढो वरना टाइमर बजने लगेगा और फिर उसके बाद हमें स्नैक्स ब्रेक लेना होगा,” या कुछ इसी तरह कुछ और कहें | फोकस करने के लिए शॉर्ट टाइम सेट करें |
  7. किसी और व्यक्ति को कांसेप्ट पढ़ाने की कोशिश करें: स्टडीज दर्शाती हैं कि किसी और को कांसेप्ट पढ़ाने से आपको उसे सीखने में मदद मिलती है और खुद से पढने की बजाय आप ज्यादा बेहतर रूप से उसे याद रख सकते हैं | इसलिए, अगर आप कोई विशेषरूप से जटिल कांसेप्ट याद करने की कोशिश कर रहे हैं तो उसे अपने दोस्त को पढ़ाने की कोशिश करें | [15]
    • कांसेप्ट के आधार पर, आप इसे किसी छोटे भाई-बहन या अपने से कम नॉलेज रखने वाले व्यक्ति को पढ़ा सकते हैं | जटिल कांसेप्ट को सरल भाषा में पढ़ाने की कोशिश करने से आपकी समझ स्पष्ट हो जाती है | इसके अलावा, आपकी स्टडी कांसेप्ट दूसरो को भी समझ आती हैं | इससे आपको कांसेप्ट को बेहतर रूप से समझने में मदद मिलेगी क्योंकि आप इसे जोर से बोलकर समझायेंगे | अगर आपको किसी से बात नहीं कर पाते तो अपने पालतू जानवर, टीवी, अपने तकिये, अपने काल्पनिक दोस्त आदि से बात करें | ख़ास बात किसी को कांसेप्ट समझाना नहीं है बल्कि जोर-जोर से पढना है लेकिन खुद से बात करना थोडा अजीब लग सकता है इसीलिए किसी व्यक्ति या किसी चीज़ से बात करने से मदद मिल सकती है |
  8. अगर आपको पढने में मुश्किल आ रही हो तो हेल्प मांगे: अगर आप एग्जाम के लिए पढ़ते समय कहीं फंस जाएँ तो डरे नहीं बल्कि मदद मांगे | आप अपनी ही क्लास के किसी दोस्त से या क्लास के दौरान अपने टीचर से मदद मांग सकते हैं | अगर आपका स्कूल ट्यूटर ऑफर करता है तो ट्यूटर से मदद लें | [16]
    • अपने टीचर से मदद मांगने से पहले खुद प्रॉब्लम सोल्व करने की सबसे बेहतर कोशिश करें | इसके बाद, अपना सवाल कुछ इस तरह पूछें, “मैंने इसे सोल्व करने की कोशिश की थी लेकिन इसका हल नहीं निकल सका | क्या आप मेरी मदद करेंगे?” या “मुझे यह हिस्सा समझ आ गया है लेकिन इस वाले पार्ट्स में कंफ्यूज हूँ | इसका मतलब क्या है?” इससे स्पष्ट को जाता है कि आप अपने टीचर से अपना काम करने के लिए नहीं कह रहे बल्कि सिर्फ स्पष्टीकरण पाना चाहते हैं | [17]

सलाह

  • पढ़ते समय लेटे नहीं | लेटने से आपको नींद आने लगेगी और कोई भी काम पूरा नहीं हो पायेगा |
  • पढ़ाई की तैयारी करने से पहले अपना सेलफोन बंद कर दें |
  • दरवाजा बंद करना न भूलें जिससे आसपास के एरिया से आने वाला शोर आपको डिस्ट्रेक्ट न कर पाए |
  • ब्रेक के दौरान स्ट्रेचिंग करने से आपकी बॉडी और माइंड की एनर्जी बूस्ट होने में मदद मिलेगी |
  • पढने के लिए बैठने से एक घंटे पहले कुछ खा लें | भूखे पेट दिमाग ठीक से काम नहीं कर सकता |
  • अगर आप सच में फोकस नहीं कर पा रहे हैं तो 10 मिनट का ब्रेक लें और फिर वापस पढने के लिए बैठें |

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ३,२५१ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?